उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, Novel

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 16:41

Famous thoughts-

Adaptability is not imitation. It means power of resistance and assimilation.

--- Mahatma Gandhi


जाकोबने स्टेलाके और अपने घडीका टाईम ऍड्जेस्ट कर बराबर 7 ऐसा किया और स्टेलाकी घडी वहीं, 'A3'ऐसा जिस पत्थरपर खुदा हूवा था, उसपर रख दी. बादमें स्टेलाकी तरफ मुडकर उसने कहा, '' चलो अब मेरे साथ इस ब्लॅकहोलमें छलांग लगावो ''

जैसे जाकोब उसे उसका हाथ पकडकर उस कुंएकी तरफ ले जाने लगा वैसे स्टेलाने अपना हाथ छूडाकर लिया.

'' घबरावो मत ... यह छलांगभी पहली छलांग जैसीही है ...'' जाकोबने उसे हिम्मत देनेकी कोशीश करते हूए कहा.

आखिर जाकोबने स्टेलाको इस ब्लकहोलमेंभी छलांग लगानेके लिए मानसिक तौर पर तैयार किया और दोनोंने 'A3'ब्लॅकहोलमें छलांग लगाई. स्टेलाके चिखका आवाज पहले धीर धीरे कम हूवा और फिर अचानक बंद हो गया.

जाकोब और स्टेला दोनों एक दूसरे पथरीले गुंफामें जमिनपर निचे गिर गए. धीरे धीरे वे उठ खडे होगए. स्टेलाने इस गुंफामें कुछ अलग होगा इस आशासे अपने टॉर्चके रोशनीमें इधर उधर देखा. जाकोबने उठनेके बाद तुरंत अपने टॉर्चकी रोशनी एक तरफ डाली. वहा एक कुंआ था और उस कुंएके पासही एक पत्थर था, जिसपर पर 'Exit' ऐसा खुदा हूवा था.

'' यहां सिर्फ एकही कुंआ ?'' स्टेलाने पुछा.

'' नही और एक है उधर... B1... क्यो ? '' जाकोबने पुछा.

'' नही ... ऐसेही पुछा. '' स्टेलाने जवाब दिया.

'' ऐसा लग रहा है... की तुम्हे कुंएमें कुदनेका काफी मजा आ रहा है...'' जाकोब उसे चिढाते हूए बोला.

दोनों एकदूसरेकी तरफ देखकर मुस्कुराए. जाकोबतो मानो अपने होश हवास खोकर उसकी सुंदरताको निखारता हूवा लगातार उसकी तरफ देखता जा रहा था. उसने झटसे अपनी नजरे दूसरी तरफ हटाई. .

जाकोब स्टेलाको जिस कुंएके बगलमें रखे पत्थरपर 'Exit' खुदा हूवा था वहां ले गया.

'' यह 'Exit' कुंआ है , जिससे हमें 'A' लेव्हलको वापस जाना है ''

जाकोब और स्टेला अब 'Exit'कुंएके एकदम किनारेपर छलांग लगानेके लिए तैयार खडे थे.

'' क्या ऐसा हो सकता है की गिब्सन ऐसेही किसी ब्लॅकहोलमें अटका हो ?'' स्टेलाने पुछा.

'' हां ... हो सकता है '' जाकोबने बिना हिचकाए जवाब दिया.

'' तो फिर हम सारे लेव्हल्सके सारे ब्लॅकहोलमें अगर गिब्सनको ढूंढते है तो कैसा रहेगा?'' स्टेलाने पुछा.

'' हां ... तुम ठिक कहती हो ... इस स्थितीमें कोईभी यही सोचेगा ... लेकिन वह जितना आसान लगता है उतना आसान काम नही है... वह काफी जोखिमभरा काम है ...''

स्टेला आगे कुछ पुछे इसके पहलेही जाकोबने उसका हाथ अपने हाथमें लेकर 'Exit'कुंएमें छलांगभी लगाई.

जाकोब औए स्टेला अब लेव्हल 'A' की गुंफामें जमीनपर पडे हूए थे. वे एकदूसरेकी तरफ देखकर मुस्कुराते हूए उठकर खडे हो गए. उठनेके बाद पहले जाकोब उस 'A3' ऐसे खुदे हूए पत्थरपर रखे स्टेलाके घडीके पास गया. जाकोबने वह घडी उठाई और अपनी घडीसे जोडकर खुद देखते हूए और स्टेलाको दिखाते हूए बोला,

'' देखो तुम्हारे घडीमें 7.15 बजे है तो मेरे घडीमें 8.15 बजे हूए है ...''

'' अरे हां... लेकिन यह कैसे हूवा ?'' स्टेला उस घडीकी तरफ देखते हूए आश्चर्यसे बोली.

'' इस ब्लॅकहोलके समयका आयाम यहांके आयामसे एकदम जुदा है ... यहांके 15 मिनिट इस ब्लॅकहोलके 1 घंटेके बराबर है ... '' जाकोब स्पष्ट कर बता रहा था.

'' बापरे!... सचमुछ कितना अदभूत!... ऐसे तो आदमी उसके एक जिंदगीमें न जाने कितनी जिंदगीयां जिएगा... '' स्टेलाको सबकुछ कैसा अचंभीत कर देनेवाला लग रहा था.

'' तुम्हारी कितनी जिंदगीयां जिनेकी इच्छा है ?'' जाकोबने पुछा.

'' गिब्सनसे जुदा होकर कितनीभी जिंदगीयां जी जाए ... उससे गिब्सनके साथ जी गई एक जिंदगीकी बराबरी नही हो सकती. '' स्टेला अब गंभीर होकर बोल रही थी.

जाकोबने उसकी तरफ प्रेमभरी नजरसे देखते हूए उसकी घडी लौटाई.

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

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Great Quotes-

It is a wise person that adapts themselves to all contingencies; it's the fool who always struggles like a swimmer against the current.

--- Annonymous


जाकोब और स्टेला अबभी 'A' लेव्हलके ब्लॅकहोलमें थे.

'' चलो अब यहांसे वापस चलते है '' जाकोबने स्टेलासे कहा.

जाकोब रास्ता बदलते हूए एक तरफ चलने लगा और स्टेलाभी रास्ता बदलकर उसके साथ साथ चलने लगी. जाकोबने चलते हूए अपने जेबसे 'वह' टेनिसका बॉल बाहर निकाला. उस बॉलपर निकाला आदमीके खोपडीका चित्र स्टेलाको दिखाते हूए वह बोला,

'' देखो अब यह बॉल हमें बाहर निकलनेका रास्ता दिखाएगा. ''

जॉकोबने वह बॉल पत्थरोंके ढलानपर, दो पत्थर एक दुसरेको जुडकर जो संकरी गली बनी थी, उस गलीमें रख दिया. वह बॉल ढलान होनेसे उस गलीसे निचे लूढकते हूए जाने लगा. जाकोब उस बॉलका पिछा करने लगा और स्टेलाभी उसके पिछे दौडने लगी.

'' हम अगर बॉलके पिछे भागते है तोही हम बाहर निकल पाएंगे '' जाकोबने मजाकमें कहा.

आखिर वह बॉल लूढकता हूवा उस गुंफामें एक कुंएमें जा गिरा.

'' यही वह कुंआ है जिसमें हमें बाहर निकलनेके लिए छलांग लगाना पडेगा. '' जाकोबने कहा.

जाकोबने स्टेलाका हाथ पकडा और दोनोंने उस कुंएमें छलांग लगाई. अब स्टेला छलांग लगानेमें काफी माहीर होगई ऐसा लग रहा था.

जाकोब और स्टेला अब उस हवेलीके सामने कुंएके पास निचे जमिनपर गिर गए. दोनों उपर आसमानकी तरफ देखते हूए उठ खडे हो गए. इतनी देर अंदर ब्लॅकहोलमें उनको चारो तरफ पत्थरोंके अलावा कुछ नही दिखा था. अब उपर आसमान और आजुबाजु खुला मैदान और झाडी देखकर उन्हे सुकूनसा महसूस हुवा. जाकोब वही आसपास जमिनपर पडा कुछ टॉर्चके सहारे ढूंढने लगा.

'' क्या ढूंढ रहे हो ?'' स्टेलाने पुछा.

इतनेमें जाकोबको टॉर्चके रोशनीमें वह जो ढूंढ रहा था वह चिज मिली होगी. क्योंकी झुककर उसने निचे जमीनसे कुछ उठाया. वह 'वह' टेनिस बॉल था, जिसपर इन्सानी खोपडीका चित्र निकाला हूवा था.

अब दोनों साथ साथ रास्तेके किनारे रखे अपनी कारकी तरफ बढने लगे.

'' तो फिर ... हम गिब्सनको कैसे ढूंढनेवाले है ?'' स्टेला असली बात पर आते हूए बोली.

'' उसके बारेमेंही हमें अब सोचना होगा '' जाकोब अपनेही धूनमें चलते हूए लापारवाहीसे बोला.

स्टेला उसके साथ चलते हूए आश्चर्यसे उसकी तरफ देखने लगी. उसे उसके लापारवाहीका आश्चर्य लग रहा था.

'' लेकिन एक बात मुझे बेचैन कर रही है. '' स्टेलाने कहा.

'' कौनसी ?'' जाकोबने पुछा.

'' वह सडा और किसी जानवरने काटकर खाया हूवा आदमी उस गुंफामें जिंदा नही रह सका ... तो फिर गिब्सन अगर उस गुंफामें भटक गया होगा तो वह कैसे जिवीत बच पाएगा.?'' स्टेलाने मानो खुदसेही सवाल पुछा था.

जाकोब कुछ नही बोला, क्योकी उसके पास उस सवालका कोई जवाब नही था.

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

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Famous proverb -

Take the world as it is, not as it ought to be.

--- German Proverb, Sayings of German Origin


शामका वक्त था, सुझान और डॅनियल एकदूसरेका हाथ अपने हाथमें लेकर फुटपाथपर चल रहे थे.

एक कॉफी शॉपकी तरफ देखकर डॅनियलने कहा, '' चलो कॉफी पिते है ''

'' थक गये हो ... इतने जल्दी .. यह तो शुरुवात है डियर ... अभीतो काफी दूरी तय करना बाकी है ...'' सुझान उसे चिढाती हूई बोली.

'' चलते रहनाही जिंदगी नही... जिंदगीमें चलते चलते बिच बिचमें कुछ मिलके पत्थरभी आते है... उन पत्थरोंपर रुकना और पिछे मुडकर देखना की हम कितने दूर तक आए है.. इसमेंभी एक अलग आनंद होता है... '' डॅनियल एकदम फिलॉसॉफीकल होकर बोल रहा था.

'' ऐसा कहते हो... तो चलो कॉफी हाऊसमें, थोडी कॉफी लेते है और फिरसे ताजे होकर आगेके सफरके लिए निकलते है... '' सुझान मुस्कुराते हूए बोली.

वे दोनो कॉफी हाऊसमें घुसकर एक कोनेमें एकदूसरेके सामने बैठ गए .

सुझानने एक कागज अपने पर्स से निकाला और वह उसपर कुछ गिनने मे व्यस्त हो गई.

'' मुझे लगता है तुमनेभी अपने दोस्तोंकी लिस्ट बनाई होगी. '' सुझान उसके पासके कागजपर कुछ लिखते हूए बोली.

'' किसलिए ? '' डॅनियलने मासूमियतसे पुछा.

सुझान एकदम उसकी कागजपर चलरही लिखाई रोककर उसकी तरफ गुस्सेसे देखते हूए बोली, '' किसलिए मतलब ?... शादीके कार्डस बांटनेके लिए... डॅनियल सचमुछ तूम कितने भूलक्कड हो .. अब भगवानके लिए यह मत पुछो की किसकी शादी ?''

डॅनियल का चेहरा देखने लायक हो गया था. लेकिन अपने चेहरेके भाव छिपाते हूए उसने कॅफेमें इधर उधर देखते हूए वेटरको बुलाया. वेटर आकर अदबके साथ उसके पास खडा हो गया.

'' दो ब्लॅक कॉफीज प्लीज''

उसने ऑर्डर दी और वेटर वहांसे चला गया.

सुझान फिरसे अपने काममें व्यस्त हो गई और डॅनियल कॅफेमें इधर उधर देखने लगा. उनके टेबलसे काफी दूर, एकदम दूसरे तरफके कोनेमें , डॅनियलका ध्यान गया.

'' सुझी'' डॅनियलने उधर देखते हूए सुझानको आवाज दिया.

सुझानने उसकी तरफ देखा ना देखा जैसे किया और फिरसे अपने काममें व्यस्त हो गई.

'' सुझी ... उधर कोनेमें तो देखो. '' डॅनियलने फिरसे उसे टोका.

सुझानने डॅनियलने निर्देशित किए कोनेमें देखा. उस कोनेमें जाकोब और स्टेला गहरी सोचमें और चर्चामें डूबे हूए एक दूसरेके सामने बैठे थे. उनके सामने टेबलपर कुछ कागजात पडे हूए थे.

उनको देखतेही सुझानका दिमाग सनक गया. वह एकदमसे खडी हो गई. पहलेही जाकोब उसे एकबार बीचपर उसपर निगरानी करते हूए दिखा था. तबसे उसके मनमें जाकोबके बारेमें नफरत भरी हूई थी. और अब स्टेलाका ऐसे जाकोबके साथ कॅफेमें आना सुझानको बिलकुल अच्छा नही लगा था.

'' चलो ... यहांसे जल्दी बाहर निकलो... हम कही और जाते है '' सुझान बाहर दरवाजेकी तरफ जाते हूए बोली.

डॅनियलभी उसके पिछे पिछे चूपचाप चलने लगा.

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