उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, Novel

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 17:00

Thoughts about life -

The secret of life is honesty and fair dealing. If you can fake that, you've got it made.

---- Groucho Marx (1890-1977)


स्टेला सिधे घरके बाहर निकल गई और कारमें बैठकर उसने कारका दरवाजा जोरसे अंदर खिंचकर बंद किया और कार शुरु की. सुझान घरके खुले दरवाजेमें खडी होकर आश्चर्यसे उसकी तरफ देख रही थी.

'' स्टेला..'' सुझानने आवाज दिया.

लेकिन यातो स्टेलाको सुनाई नही दिया होगा या वह सुननेके मनस्थितीमें नही थी. उसने कार गेटके बाहर निकालकर पुरे गतिसे रास्तेपर दौडाई. यह सब क्या मामला है यह सुझान समझ पाती उसके पहलेही स्टेला जा चूकी थी. सुझानने दरवाजेमें खडे होकर थोडी देर सोचा और कुछ नतिजेपर पहूंचकर, कुछ फैसला लेकर वह घरके अंदर वापस चली गई.

घरमें वापस आतेही सुझानने कोनेमें रखे फोनपर कब्जा किया. वह रिसीव्हर कानको लगाकर एक फोन नंबर डायल करने लगी. उतनेमें अंदरसे डॅनियल वहां आ गया.

'' क्या हूवा हनी?'' डॅनियलने उसका उखडा हूवा चेहरा देखकर पुछा.

उसने उसे कुछ जवाब नही दिया. सुझानका शायद फोन लग गया होगा क्योंकी वह माऊथपीसमें बोली,

"' क्या मै मि. ब्रॅटसे बात कर सकती हूं ?''

'' हनी ... मुझे कुछ मालूमभी होगा ?... की इस घरमें क्या चल रहा है ... सबलोग कैसे अजिब तरहसे बरताव कर रहे है ..'' डॅनियलने वह कुछभी जवाब नही दे रही है यह देखकर चिढते हूए कहा.

सुझानने उसे इशारेसेही शांत रहनेके लिए कहा.

पुलिस स्टेशनमें लगातार फोनकी घंटी बज रही थी. काफी समयतक घंटी बजनेके बाद एक सुस्ताया हूवा पुलिस कर्मचारी वहां आ गया और उसने फोन उठाया, '' हॅलो''

थोडीदेर फोनपर उधरकी व्यक्तीसे बात करनेके बाद फोन वैसेही खुला टेबलपर छोडकर वह किसीको बुलानेके लिए वह अंदर गया.

काफी समय बाद ब्रॅट अपनी धीमी सुस्ताई हूई चालसे वहां आगया और उसने फोन उठाया, '' हॅलो''

फोन किसका है यह मालूम होतेही मानो ब्रॅटके शरीरसे उत्साहसे भरी बिजली दौडने लगी. उधरसे सुझान बोल रही थी. उसने पहले काफी बार सुझानको उसके भाईके गायब होनेके संदर्भमें कोई जानकारी मिलनेके बाद तुरंत उसे फोन करनेके लिए कहा था. काफी समयतक दोनोंकी बातें चलती रही.

ब्रॅटने जब सुझानका फोन निचे रख दिया तब उसके चेहरेपर एक अजिब मुस्कुराहट दिख रही थी. और उसकी सब सुस्ती जाकर उसके शरीरमें चैतन्य दौडने लगा था. ब्रॅटने तुरंत वायरलेस फोनका कब्जा करते हूए पॅट्रोलींग कर रहे शहरके सारे पुलिससे संपर्क किया. उसे यकिन था की स्टेला अबभी शहरसे बाहर नही गई होगी. उसने वायरलेसपर पॅट्रोलींग कर रहे स्टाफ को स्टेलाका और उसकी गाडीका हुलिया बताकर वह मिलनेके बाद उसे तत्काल फोन करनेके लिए कहा.

ब्रॅटको जादा देर इंतजार नही करना पडा. थोडीही देर बाद एक पॅट्रोलींग कर रहे पुलिस स्टाफका फोन उसे आ गया,

'' सर आपने बताये हूए हुलेएकी एक औरत और एक गाडी हमें मिली है ''

'' गुड... उस गाडीका पिछा करो और मुझे उसके बारेमें लगातार जानकारी देते रहो '' ब्रॅटने निर्देश दिया.

'' यस .. सर '' उधरसे जवाब आया.

फिरसे ब्रॅटने उस पुलिस स्टाफको कुछ निर्देश और जानकारी देकर उसे बातकी गंभिरता समझा दी.

ब्रॅट निर्देश दे रहा था और उधरका पुलिस स्टाफ अदबके साथ बिच बिचमें बोल रहा था -

'' यस ... सर ''

'' राईट ... सर''

'' ओके ... सर''

आखिर सारे निर्देश देनेके बाद ब्रॅटने फोन रख दिया और तुरंत अपना सामान लेकर वह जल्दी जल्दी दरवाजेके बाहर निकल पडा.

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 17:00

Thoughts about happiness -

There is only one success: to be able to spend your life in your own way, and not to give others absurd maddening claims upon it.

---Christopher Darlington Morley (1890-1957)


सुझानने ब्रॅटसे फोनपर बात की और फोन रखतेही बाहर जानेके लिए तूरंत सामनेके दरवाजेके तरफ निकल पडी डॅनियलभी कुछ ना समझते हूए उसके पिछे पिछे जाने लगा.

'' चलो जल्दी ... हमें तुरंत जाना चाहिए.'' सुझानने डॅनियलसे कहा.

'' कहां ?'' इतनी देरसे बोलनेका मौका मिलतेही डॅनियलने पुछा.

'' उसे ढूंढनेके लिए '' सुझान घरके बाहर निकलते हूए बोली.

'' कहां गई वह ?'' डॅनियलने पुछा.

'' अब मुझे क्या मालूम ?'' सुझान चिढकर बोली.

'' फिर हम कहा जा रहे है ?'' डॅनियलनेभी चिढकर पुछा.

'' तूम सिर्फ मेरेसाथ चलो ... अब फिलहाल मेरे पास समय नही है ... रास्तेमें मै सबकुछ बताऊंगी '' सुझान जितना मुमकिन है उतना शांत रहनेका प्रयास करते हूए बोली.

वे दोनों घरके बाहर निकल पडे.

एक कार तेजीसे रास्तेपर दौड रही थी. कारके खिडकीसे स्टेला कार चलाते हूए दिख रही थी. एक मोडपर उसने कारके कसकर ब्रेक दबाए और वह दाई तरफ मुड गई. अब उस कारके पिछे एक पुलिसकी पॅट्रोल जिप उस कारका पिछा करते हूए दिखने लगी. लेकिन स्टेलाका उस जिपकी तरफ एकतो ध्यान नही था या उसे उस जिपसे कुछ लेना देना नही था.

स्टेलाकी कार फुल स्पिडमें दौड रही थी. तभी एक औरत रोड क्रॉस करते हूए सामनेसे आ रही स्टेलाकी कार देखकर, कुछ ना सुझते हूए, गडबडाकर रास्तेके एकदम बिचोबिच रुक गई. स्टेलाको जोरसे ब्रेक दबानेके अलावा कोई चारा नही था. कारके ब्रेकका चिखने जैसा आवाज हूवा और कार उस औरतके एकदम सामने रुक गई. इतनी देरसे मानो बर्फकी तरह जमी हूई वह औरत अब रोडके उस तरफ दौडने लगी. स्टेलातो एकदम पसिना पसिना हो गई थी. लेकिन वह औरत बच गई यह देखकर उसने राहतकी सांस ली. उसने अपने माथेपर आए पसिनेकी बुंदे पोंछ ली और फिरसे उसकी कार आगे चलने लगी.

उसके पिछे पिछे वह पुलिसकी पॅट्रोल कार एक सुरक्षीत अंतर रखकर उसका पिछा करने लगी थी. शायद वे उसका पिछा कर रहे है यह उसके खयालमें ना आए इसलिए वह एक सुरक्षीत अंतर रखे हूए थे. या फिर उन्हे पुलिस ऑफीसर ब्रॅटका वैसा आदेश था.

ब्रॅटकी जिपभी अब तेजीसे रास्तेपर दौड रही थी. वह लगातार वायरलेसपर स्टेलाका पिछा कर रहे पॅट्रोल जिपसे संपर्क रखे हूए था. तभी उसे उसके वायरलेसपर स्टेलाका पिछा कर रहे पुलिसका संदेश आ गया, '' सर हम उसके एकदम पिछेही है ''

'' गुड... उसे बिलकुल नजरसे ओझल मत होने देना ... थोडीही देरमें मै तुम्हे जॉईन होता हूं '' ब्रॅट वायरलेसपर बोला.

शहरसे बाहर निकलकर काफी दूर जानेके बाद स्टेलाकी कार प्रमुख रास्तेसे बाई तरफ मुडकर एक कच्चे रास्तेपर दौडने लगी. धूलके बडे बडे बादल उठने लगे थे. स्टेलाके कारको बाई तरफ मुडा हूवा देखतेही उसका पिछा कर रहे पुलिसके जिपकी गती कम हो गई. वे अब उसकी कार आगे जानेकी राह देखने लगे ताकी वे उसका पिछा कर रहे है यह उसके खयालमें ना आए.

इधर सुझान और डॅनियलकी कारभी शहरमें रास्तेपर तेजीसे दौड रही थी. डॅनियल कार ड्रायव्हींग कर रहा था और सुझान किधर मुडना है वैगेरा सारे निर्देश डॅनियलको दे रही थी. सुझानने अपने मोबाईलपर ब्रॅटका फोन डायल किया, '' हमभी अभी थोडीही देर पहले निकले है '' सुझानने कहा.

'' चिंता मत करो ... हमारी एक टीम उसके पिछेही उसपर नजर रखनेके लिए तैनात है '' उधरसे ब्रॅटका आवाज आया.

'' वह अब कहा है ?... और आप कहां हो ?'' सुझानने पुछा.

'' मै थोडीही देरमें मेरे टीमको जॉईन होऊंगा ... मै अब ...'' ब्रॅटने जगहका नाम बतानेके लिए जिपके खिडकीसे बाहर झांककर देखा.

स्टेलाके गाडीके पिछे अब उसका पिछा कर रहे पुलिसने अपनी गाडी कच्चे रस्तेपर मोड दी. गाडी कच्चे रास्तेपर मुडानेके बाद उन्होने वायरलेसपर ब्रॅटको इत्तला किया, '' सर ऐसा लग रहा है की वह जंगलकी तरफ जा रही है ''

'' उसका पिछा करते रहो '' ब्रॅटने उधरसे ताकीद दी.

'' यस सर..'' पिछा कर रहे पुलिसने कहा.

डॅनियल कार चला रहा था और सुझानका अबभी मोबाईलपर संभाषण जारी था. वह अब अगले निर्देशकी राह देखने लगा. सुझानने मोबाईलपर चल रहा अपना संभाषण खत्म किया और डॅनियलको निर्देश दिया, '' अगले सिग्नलपर गाडी बाई तरफ मोड लो ''

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 17:01

Famous quotes -

If a million people say a foolish thing, it is still a foolish thing.

---Anatole France [Jacques Anatole Thibault] (1844-1924)


उस पुराने हवेलीके सामने एक कार आकर रुक गई. कारका दरवाजा खुला और कारसे जल्दी जल्दी स्टेला उतर गई. उतरनेके बाद लगभग दौडते हूएही वह कुंएकी तरफ गई. कुंएके पास जातेही एकभी पल ना गवांते हूए उसने कुंएमें छलांग लगा दी.

थोडीही देरमें हवेलीके सामने स्टेलाके कारके बगलमें पुलिसकी जीप आकर रुक गई. जीप रुकतेही तुरंत पुलिसकी एक हत्यारबंद तुकडी बाहर निकल गई. उतरनेके बाद पहले उन्होने स्टेलाको उसके कारमें ढूंढा. वह कारमें नही थी. फिर वे उसे आसपास ढूंढने लगे.

उनमेंसे एक पुलिसने तुरंत वायरलेसपर ब्रॅटसे संपर्क कर उसे जानकारी दी , '' सर वह अभी कुछ देर पहले यहां एक हवेलीके सामने रुक गई है ... इसी रास्तेपर आगे बाई तरफ ...''

उधरसे उसे ब्रॅटने कुछ निर्देश और आदेश दिए होंगे क्योंकी वह बिच बिचमें,

'' यस सर...''

''सर''

''सर''

'' राईट सर''

'' यस सर''

ऐसा बोलता रहा. जब उधरसे फोन कट होगया उसने वायरलेसका उपकरण अपने जेबमें वापस रख दिया.

'' वह यहां तो कही नही दिख रही है '' उनमेंसे एक पुलिस बोला.

'' वह जरुर इस हवेलीमें गई होगी. '' उनमेंसे एक उस हवेलीकी दिवारोंको विस्मयसे उपरसे निचेतक देखता हूवा बोला.

'' चलो जल्दी... सबलोग हवेलीमे चलो '' उनमेंसे एक वरिष्ठ पुलिसने आदेश दिला.

'' और तैयार रहो ... अंदर और कितने लोग है यह हमें अभी कोई अंदाजा नही है ..'' उस वरिष्ठ अधिकारीने आगे कहा.

वह वरिष्ठ अधिकारी आग़े और उसके पिछे उसकी सारी टीम हवेलीके तरफ चलने लगे. कुछ फासला तय करनेके बाद वह वरिष्ठ अधिकारी एकदमसे रुका और पिछे मुडकर एक पुलिससे बोला,

'' तुम यही बाहर रुको ... मि. ब्रॅट इतनेमेंही आयेंगे ...''

'' यस सर'' वह पुलिस नम्रतासे बोला और वही पिछे रुका रहा .

बाकी टीम उस वरिष्ठ पुलिस अधिकारीके पिछे पिछे उस हवेलीमें प्रवेश करने लगी.

स्टेला निचे पथरीली गुंफामें गिरनेके बाद तुरंत उठकर खडी हो गई और अपना टॉर्च शुरु कर उसकी रोशनी गुंफामें इधर उधर डालने लगी. 'A1' कुंएके पासवाला पत्थर दिखतेही उसने अपने टॉर्चकी रोशनी वहां स्थिर की और तेजीसे उस कुंएकी तरफ बढने लगी. जाते जाते अचानक 'थड' - एक भयानक आवाज हूवा. वह घबराकर दो कदम पिछे हट गई. देखती है तो उसके सामनेही एक पत्थरका बडासा टूकडा उपर छतसे टूटकर गिर गया था.

यह ऐसा कैसे हूवा ?...

ऐसा तो पहले कभी नही हूवा था ?..

वह उपर छतकी तरफ देखते हूए सोच रही थी. छतपर कुछ नही था. सिर्फ एक गढ्ढा दिख रहा था, जहांसे शायद वह पत्थरका टूकडा टूटकर गिरा था.

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