थोडी देरमें वह हवेली, वह कुंआ और आसपासका इलाका देखनेके बाद गिब्सन अपने कारके पास वापस आ गया. कारके पास आनेके बाद फिरसे कुछ पलके लिए वह अपने विचारोंमे खोकर उस हवेलीकी तरफ देखने लगा. थोडी देरसे अपने विचारोंसे बाहर आते हूए उसने आसपास देखा. रास्तेके दोनों तरफ हवेलीसे दुर दुर तक कोई नही दिख रहा था. वहांसे दो चार मील दूर एक पहाडकी गोदमें एक बस्ती बंसी हूई देखकर गिब्सनको सुकुनसा महसूस हूवा.
गिब्सन कारमें बैठ गया और गाडी शूरु कर उसने अपनी गाडी उस बस्तीकी ओर दौडाई. जैसेही उसकी कार वहांसे चली गई, एक जगह झाडीके पिछे छूपे हूए चार लडके सायमन, रेयान, माल्कम और अब्राहम बाहर आ गए.
'' ए चलो वह चला गया '' अब्राहमने कहा.
'' कौन था वह ?'' सायमनने पुछा.
वे सब लडके उस पुराने हवेलीकी तरफ जाने लगे.
'' मुझे क्या मालूम? ... होगा कोई नया मुसाफीर ..'' माल्कमने कंधे उचकाकर कहा.
'' ए मेरी मां ने उस तरफ ना जानेकी हिदायत दी है '' उनमेंसे सायमन दुसरोंको सतर्क करनेके इरादेसे बोला.
'' अरे... बडे लोग हमेशा ऐसेही डराते है '' अब्राहमने बिनदास अंदाजमें उसकी चिंता दूर करनेके लिए उसकी पिठ थपथपाते हूए कहा.
'' नही ... मैने सुना है की ब्लॅक होलमें भूत है करके '' रेयान ने कहा.
'' अरे ... हम उस ब्लॅक होलकी तरफ नही जा रहे है '' माल्कमने उसे समझाते हूए कहा.
'' ब्लॅक होल?'' उनमेंसे सबसे छोटे सायमनने पुछा.
'' तुम्हे पता नही ?... लोग उस कुंएको ब्लॅक होल कहते है '' माल्कमने उसे आश्चर्यसे पुछा.
'' क्यो ? ... क्यो बोलते है ?'' सायमनने पुछा.
उनमेंसे सबसे बडे अब्राहमने सायमनके कमरके निचेवाले हिस्सेपर चांटा मारते हूए कहा, '' क्योंकी ... सारे 'होल' ब्लॅक नही होते है इसलिए ''
रेयान, माल्कम और अब्राहम उसकी मजाक उडाते हूए हंसने लगे. सायमनभी कुछ ना समझते हूए उनके साथ हसने लगा.
लडके अब हवेलीके सामने मैदानमे बॉल खेलने लगे. अब्राहमके हाथमें बॉल था, उसने वह दुसरे लडकोंको फेंककर मारनेसे पहले उस बॉलको गौरसे देखा. उस बॉलपर किसीने काले पेनसे मानवी खोपडीका भयानक चित्र निकाला हूवा था.
उनमेंसेही किसी लडके काम होगा यह ...
उसने सोचा. अब्राहम अब कौन लडका उसे सबसे नजदिक पडता है यह देखने लगा. रेयान उसे सबसे नजदिक लगा, इसलिए वह उसके पिछे तेजीसे दौडने लगा. दौडते हूए उसने जोरसे वह बॉल सामने दौड रहे रेयानके पिठमें मारा. वह रेयानके पिठमें बराबर बिचोबिच लगा.
'उं..क' रेयानके मुंहसे आवाज आया. चूंकी वह बॉल काफी कठीन था इसलिए उसे जोरसे लगा होगा.
वह बॉल उसके पिठमें लगकर एक तरफ उछल गया और उस दिशामें उछलता और लूढकता हूवा जाने लगा. उनके ग्रुपके दुसरे एक लडकेके पास, माल्कमके पास वह बॉल पहूंच गया. उसने दौडकर वह उठाया और वह अब कौन नजदिक पडेगा इसका अंदाजा लेने लगा. उसके पास, और पहूंचमे जो लडके थे वे अब उससे दूर भागने लगे. उनमेंसे एक, अब्राहिमका वह पिछा करने लगा. पिछा करते हूए उसने वह बॉल सामने दौड रहे अब्राहमके पिठमें जोरसे दे मारा. लेकिन अब्राहम चालाकीसे निचे झुक गया और बॉल लगनेसे बचनेमें कामयाब हो गया. बॉल अब दुसरे एक लडकेके, सायमनके सामनेसे उछलता हूवा, लूढकता हूवा, आगे आगे जाने लगा. इस बार चूंकी माल्कमका निशाना गलत हूवा था बॉलको काफी गती थी. सायमन उस बॉलके पिछे दौडने लगा. उस बॉलमें इतनी गती थी की वह बॉल उछलता हूवा उस ब्लॅकहोलके इर्दगिर्द जो एक पत्थरोंका ढेर था उसके उपर जाकर पहूंच गया और निचे कुंएकी दिशामें लुढकने लगा. सायमन उस बॉलको पकडनेके लिए जी तोड कोशीश करने लगा. लेकिन उसका कुछ फायदा नही हूवा. वह बॉल लूढकते हूए उस कुंएमें गिरही गया. लेकिन यह क्या ? उस पत्थरके ढेरसे सायमन फिसल गया और वहभी उस बॉलके पिछे कुंएमें लूढकने लगा.
बाकी लडके कुंएके इर्दगिर्द जमा हो गए और सायमनको मदद करनेकी कोशीश करने लगे. सायमन उस कुंएके किनारेपर एक पत्थरका आधार लेते हूए, एक पैर कुंएमें तो दूसरा पैर उपर किसी पत्थरका सहारा ढूंढता हूवा, इस हालमें लटक रहा था. लडके गडबडा गए, घबरा गए, उन्हे क्या किया जाए कुछ सुझ नही रहा था. वे एक दूसरेका हाथ पकडकर उसकी जंजीर बनाते हूए सायमनके पास पहूंचनेका प्रयास करने लगे. जंजीर बनाते हूए सबसे आखिर माल्कम सायमनके पास पहूंचनेही वाला था इतनेमें सायमनने जिस पत्थरको पकडा था वही पत्थर ढिला होकर बाहर आगया और वह पत्थर और सायमन दोनो कुंएमें गिर गए. गिरते हूए उसकी एक बडी चिख वातावरणमें गुंजी और वह किसी हैवानके मुंहमें गायब हूवा हो ऐसे एकदमसे बंद होगई.
उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, Novel
Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N
हवेलीके सामने कुंएके इर्दगिर्द अब सायमनके पिता, माता और बाकी दुसरे गाववाले लोग इकठ्ठा हूए थे. लडकेके पिताने और बाकी लोगोंने साथमें बडेबडे रस्से लाये थे. वे अब अंदर उतरनेके लिए रस्सा कुंवेमें छोडने लगे. इतनेमें वहा एक बुढा आदमी आगया. पता नही कहांसे आया? वह लडकेके पिताके पास गया और उसके कंधे जोरजोरसे झंझोरकर उसे चेतावनी देते हूए बोला, '' ऐसा पागलोंकी तरह कुछ मत करो... तुम्हे पता नही... अबतक इस कुंवेमें उतरा हूवा कोईभी अबतक वापस आया नही है ...''
सायमनके पिताने उस बुढेकी तरफ एक नजर डाली और उसको अनदेखा करते हूए अपना रस्सा अंदर छोडनेका काम जारी रखा. बुढा अपना कोई नही सुन रहा है यह देखकर वहांसे चला गया.
उस कुंएके इर्दगिर्द जमा हूए लोगोंने कुएमें रस्सा छोडा और सायमनके पिता वह रस्सा पकडकर कुंएमें उतरने लगे. वे उतरते समय रस्सेका एक सिरा कुंएके बाहर, बाकी लोगोंने पक्का पकडा हूवा था और जैसे जैसे सायमनके पिता कुंएमें निचे उतर रहे थे वे रस्सा धीरे धीरे निचे छोडने लगे.
पहला रस्सा खतम हूवा इसलिए कुंएके बाहर खडे लोगोंने अंदर छोडे रस्सेको और एक रस्सा जोडकर बांध दिया और फिरसे थोडा थोडा रस्सा अंदर छोडने लगे. धीरे धीरे दुसरा, तिसरा, चौथा और पांचवा ऐसा करते हूए सारे रस्से खतम हूए. अब उनके पास बांधनेके लिए और रस्सा नही बचा था.
अचानक रस्सा निचे छोडते हूए उस रस्सेको एक झटका लगा और रस्सेकी तन्यता एकदम खत्म होगई. जो लोग जोर लगाकर रस्सेको पकडकर थे वे पिछे पत्थरोंके ढेरके पास निचे गिर गए. वे तुरंत, झटसे खडे होगए और डर और आश्चर्यके भावसे एकदूसरेकी तरफ देखने लगे.
'' क्या हूवा ?''
'' रस्सा टूट तो नही गया ?''
उनमेंसे एकने कुंएमें छोडा रस्सा हिलाकर अंदर सायमनके पिताको इशारा करनेकी कोशीश की. लेकिन अंदरसे कोई प्रतिसाद नही था.
धीरे धीरे कुंएके इर्द गिर्द गांवके और लोग जमा हो गए. कुछ लोग अबभी अंदर कुंएमें छोडा हूवा रस्सा हिलाकर सायमनके पिताके इशारेका इंतजार कर रहे थे तो कुछ लोग कुंएमें अंदर झुककर देख रहे थे. अंदर किसीके होनेका कोई चिन्ह नही दिख रहा था, सिर्फ काला काला अंतहीन खालीपन दिख रहा था. वहां जमे लोग संभ्रमसे एकदूसरेकी तरफ देख रहे थे. उन्हे अब आगे क्या किया जाए कुछ सुझ नही रहा था.
सायमनकी मां को अंदर कुंएमें क्या हूवा होगा इसका अंदाजा वहां आसपास जमे लोगोंके डरसे म्लान हूए चेहरे देखकर अच्छी तरह से हो गया था. इतनी देरसे धीरजसे काम लेनेवाली सायमनकी मां आखरी टूट गई और फुटफुटकर रोने लगी. कुछ गांवकी औरते, जो वहां जम गई थी, उसको समझा बुझानेकी कोशीश करने लगी.
सायमन और सायमनके पिता गुजर जानेसे गांवमें माहौल काफी दुखी था. सायमनके पिता गुजर गए थे और उनका पार्थीवभी नही मिला था और मिलनेके कोई आसारभी नजर नही आ रहे थे. लोगोंने सायमन और उसके पिता इनके शवके प्रतिकके तौर पर दो पत्थर उनके घरके सामने रखे थे. बडा पत्थर यानी सायमनके पिता और छोटा पत्थर मतलब सायमन. गांवके लोग उस दो पत्थरोंके इर्दगिर्द जमा हो गए थे. उन पत्थरोंकी उन्होने मट्टी और राख लगाकर पुजा की और पत्थरोंको दो छोटे छोटे कपडेके टूकडेसे ढक लिया. लडकेकी मां यानीकी उस आदमीकी पत्नी अब सिसक सिसककर रोने लगी थी.
भिडमेंसे चार लोग अब उन पत्थरोंके पास आगे गये. उन्होने मानो वे सायमन और उसके पिताका शव हो इस तरह बडी सावधानीसे उनको उठाकर कंधेपर लिया. उन पत्थरोंको कंधेपर लेतेही सायमनकी मां उठ खडी होगई और फिरसे जोर जोरसे रोने लगी. उसके आसपास जमी महिलाओंने उसे समाझा बुझाकर शांत करनेकी कोशीश की.
वे चार लोग अब उन पत्थरोंको कंधेपर उठाकर उनके अंत्यविधीके लिए जंगलकी तरफ रवाना हो गए. रोती हूई सायमनकी मां और गांवके बाकी जमा हूई भीड उन लोगोंके पिछे पिछे जाने लगी. सबसे पिछे भारी मनसे गिब्सनभी उस भिडके पिछे पिछे जंगलकी तरफ जाने लगा.
सायमनके पिताने उस बुढेकी तरफ एक नजर डाली और उसको अनदेखा करते हूए अपना रस्सा अंदर छोडनेका काम जारी रखा. बुढा अपना कोई नही सुन रहा है यह देखकर वहांसे चला गया.
उस कुंएके इर्दगिर्द जमा हूए लोगोंने कुएमें रस्सा छोडा और सायमनके पिता वह रस्सा पकडकर कुंएमें उतरने लगे. वे उतरते समय रस्सेका एक सिरा कुंएके बाहर, बाकी लोगोंने पक्का पकडा हूवा था और जैसे जैसे सायमनके पिता कुंएमें निचे उतर रहे थे वे रस्सा धीरे धीरे निचे छोडने लगे.
पहला रस्सा खतम हूवा इसलिए कुंएके बाहर खडे लोगोंने अंदर छोडे रस्सेको और एक रस्सा जोडकर बांध दिया और फिरसे थोडा थोडा रस्सा अंदर छोडने लगे. धीरे धीरे दुसरा, तिसरा, चौथा और पांचवा ऐसा करते हूए सारे रस्से खतम हूए. अब उनके पास बांधनेके लिए और रस्सा नही बचा था.
अचानक रस्सा निचे छोडते हूए उस रस्सेको एक झटका लगा और रस्सेकी तन्यता एकदम खत्म होगई. जो लोग जोर लगाकर रस्सेको पकडकर थे वे पिछे पत्थरोंके ढेरके पास निचे गिर गए. वे तुरंत, झटसे खडे होगए और डर और आश्चर्यके भावसे एकदूसरेकी तरफ देखने लगे.
'' क्या हूवा ?''
'' रस्सा टूट तो नही गया ?''
उनमेंसे एकने कुंएमें छोडा रस्सा हिलाकर अंदर सायमनके पिताको इशारा करनेकी कोशीश की. लेकिन अंदरसे कोई प्रतिसाद नही था.
धीरे धीरे कुंएके इर्द गिर्द गांवके और लोग जमा हो गए. कुछ लोग अबभी अंदर कुंएमें छोडा हूवा रस्सा हिलाकर सायमनके पिताके इशारेका इंतजार कर रहे थे तो कुछ लोग कुंएमें अंदर झुककर देख रहे थे. अंदर किसीके होनेका कोई चिन्ह नही दिख रहा था, सिर्फ काला काला अंतहीन खालीपन दिख रहा था. वहां जमे लोग संभ्रमसे एकदूसरेकी तरफ देख रहे थे. उन्हे अब आगे क्या किया जाए कुछ सुझ नही रहा था.
सायमनकी मां को अंदर कुंएमें क्या हूवा होगा इसका अंदाजा वहां आसपास जमे लोगोंके डरसे म्लान हूए चेहरे देखकर अच्छी तरह से हो गया था. इतनी देरसे धीरजसे काम लेनेवाली सायमनकी मां आखरी टूट गई और फुटफुटकर रोने लगी. कुछ गांवकी औरते, जो वहां जम गई थी, उसको समझा बुझानेकी कोशीश करने लगी.
सायमन और सायमनके पिता गुजर जानेसे गांवमें माहौल काफी दुखी था. सायमनके पिता गुजर गए थे और उनका पार्थीवभी नही मिला था और मिलनेके कोई आसारभी नजर नही आ रहे थे. लोगोंने सायमन और उसके पिता इनके शवके प्रतिकके तौर पर दो पत्थर उनके घरके सामने रखे थे. बडा पत्थर यानी सायमनके पिता और छोटा पत्थर मतलब सायमन. गांवके लोग उस दो पत्थरोंके इर्दगिर्द जमा हो गए थे. उन पत्थरोंकी उन्होने मट्टी और राख लगाकर पुजा की और पत्थरोंको दो छोटे छोटे कपडेके टूकडेसे ढक लिया. लडकेकी मां यानीकी उस आदमीकी पत्नी अब सिसक सिसककर रोने लगी थी.
भिडमेंसे चार लोग अब उन पत्थरोंके पास आगे गये. उन्होने मानो वे सायमन और उसके पिताका शव हो इस तरह बडी सावधानीसे उनको उठाकर कंधेपर लिया. उन पत्थरोंको कंधेपर लेतेही सायमनकी मां उठ खडी होगई और फिरसे जोर जोरसे रोने लगी. उसके आसपास जमी महिलाओंने उसे समाझा बुझाकर शांत करनेकी कोशीश की.
वे चार लोग अब उन पत्थरोंको कंधेपर उठाकर उनके अंत्यविधीके लिए जंगलकी तरफ रवाना हो गए. रोती हूई सायमनकी मां और गांवके बाकी जमा हूई भीड उन लोगोंके पिछे पिछे जाने लगी. सबसे पिछे भारी मनसे गिब्सनभी उस भिडके पिछे पिछे जंगलकी तरफ जाने लगा.
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Inspirational thoughts-
We are all motivated by a keen desire for praise, and the better a man is, the more he is inspired to glory.
---Cicero
रातका वक्त था. सब तरफ अंधेरा ही अंधेरा फैला हूवा था. और ऐसे वक्त गिब्सन उस पुराने हवेलीके पास आकर पहूंचा. आसपास एकदम सन्नाटा था और आवाज आ रहा था वह सिर्फ 'किर्र .. किर्र ..' करते हूए झिंगुरोंका. गिब्सनने अपने टार्चकी रोशनी हवेलीके बगलमें जो कुंआ था उसपर डाली और धीरे धीरे मानो अपने होश हवास खोकर वह कुंएकी तरफ बढने लगा. कुंएके किनारेपर पहूंचतेही उसने उसके टॉर्चकी रोशनी कुंएमें डाली और अंदर झांककर देखने लगा.
कुंएके किनारेसे गिब्सन दो कदम पिछे हट गया और उसने अपने टॉर्चकी रोशनी आसपासके इलाकेपर डाली. इर्दगिर्द फैले घने अंधेरेमें हवेलीकी पुरानी दिवारें और आसपास बढ चूके घने पेढ औरही भयानक लग रहे थे. कुतोंका कही दूरसे आ रहा रोनेका स्वर इस भयानक वातावरणको औरही भयावह बना रहा था. कुंएके बगलमें जो पुरानी हवेली थी उस तरफ अब गिब्सनके कदम धीरे धीरे बढने लगे.
हवेली के अंदर गिब्सन चारो तरफ टार्चकी रोशनी डालते हूए बडी सावधानीसे एक एक कदम आगे बढा रहा था. इतनेमें उसके खयालमें आया की कुछ बडी कालीसी चिज उसपर हमला करनेकेलिए उसकी तरफ झपट पडी है . डरके मारे पिछे हटकर वह झटसे निचे झूक गया. बादमें उसके खयालमें आ गया की वह एक चमगादडोंका बडासा झुंड था. वह झुंड कुछ देरके लिए उसके सरके इर्दगिर्द मंडराता रहा और फिर कही दूर चला गया. गिब्सनने राहत की सांस ली.
हवेलीके अंदर दिवारोंपर लिओनार्दो दा व्हिन्सीके काफी पोर्ट्रेटस लगाए हूए थे. गिब्सनने उन पोस्टरोंको धीरेसे एक एक करके छुवा. इससे उसका लिओनार्दो दा व्हिन्सी और उनके आर्टके प्रति एक आदर, एक प्रेम झलक रहा था.
अचानक गिब्सनको हवेलीके बाहर किसीके उपस्थितीकी आहट होगई. गिब्सन एकदम स्थिर और स्तब्ध होकर फिरसे ध्यान लगाकर सुनने लगा. बाहर जोभी कोई होगा उसे वह दिखना नही चाहिए इसलिए उसने अपना टॉर्च बंद किया. वह जैसेही स्तब्ध और स्थिर हूवा, बाहेरका आवाजभी रुक गया. उसने अपने चेहरेपर आ रही लंबे घुंगराले बालकी लटें पिछे ली और अंधेरेमें झांककर देखा.
बाहर उसे एक साया हाथमें लालटेन लेकर उसकी तरफही आता दिखाई दिया.
कौन होगा वह साया ?...
उस भयानक वातावरणमें वह काला साया औरभी भयानक दिख रहा था.
गिब्सन जहांसे झांककर देख रहा था वही एक दिवारके पिछे छिप गया और बिच बिचमें झांककर बाहरके स्थितीका जायजा लेने लगा. उसे इस बातका आश्चर्य लग रहा था की वह जहां छिपा था, उस तरफ वह सायाभी आ रहा था.
जब वह साया गिब्सनके एकदम करीब आ गया, गिब्सनने बगलमेंही पडा हूवा एक लकडीका टूकडा उठाया. जैसे जैसे वह साया उसके नजदिक आता उसकी उस लकडीपर पकड और मजबूत हो जाती. वह साया उसकी पहूंचमें आतेही, एक पलकाभी समय ना गवांते हूए उसने उस लकडीके टूकडेसे उस सायेपर एक जबर प्रहार किया. वह साया निचे गिर गया और कराहने लगा.
आवाज तो पहचानका लग रहा है ...
गिब्सनने अपना टॉर्च चलाकर रोशनी उस सायेपर डाली. वह साया दुसरा तिसरा कोई ना होकर बगलकेही गांवका ब्रायन था. उम्रसे लगभग पैतिसके आसपास, काला रंग, चमकती हूई त्वचा और कसा हूवा शरीर ऐसा ब्रायन हुलिया था. उन दोनोंकी पहलेही उस नजदिकके बस्तीमें पहचान हो चूकी थी. उसने उसपर टॉर्चकी रोशनी डालतेही व डरके मारे अपने दोनो हाथसे अपने सरको ढंकते हूए चिल्लाने लगा, '' साहब ... मै ...मै ब्रायन हूं ... मै यहा आपके मददके लिए आया हूं ''
'' मददके लिए ? ... इतनी रात गए ?... और यह तरीका है ?'' गिब्सन चिढकर बोला.
ब्रायन अपना सर दोनो हाथसे पकडकर उठ गया. गिब्सनने उसके पास जाकर टॉर्चके रोशनीमें उसके सरपर पडे मारका जायजा लिया.
'' आय ऍम सो सॉरी.. सच कहूं तो... मुझे लगा..."' गिब्सन को बुरा लग रहा था.
'' मुझे आपको एक बात बतानी थी ...'' ब्रायन अब ठिकसे बैठते हूए बोला.
'' कौनसी ?'' गिब्सनने पुछा.
उठकर खडे होते हूए ब्रायनने उसके जेबसे एक टेनिसका बॉल निकाला और गिब्सनको दिखाया.
'' यह क्या है ?'' गिब्सनने पुछा.
'' यह वही बॉल है जिसके साथ वह लडके खेल रहे थे और खेलते खेलते ब्लॅकहोलमें गिरा था. ...'' ब्रायनने कहा.
'' तुम्हे कहा मिला ?'' गिब्सन बॉल अपने हाथमें लेते हूए, उसे गौरसे देखते हूए आश्चर्यसे बोला.
'' मेरे बेटेको मिला '' ब्रायनने कहा.
गिब्सनने उस बॉलको उपर निचे घुमाकर गौरसे देखा. उस बॉलपर एक जगह उसे काले रंगसे आदमीके खोपडीका चित्र निकाला हूवा दिखाई दिया.
क्रमश:...
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---Cicero
रातका वक्त था. सब तरफ अंधेरा ही अंधेरा फैला हूवा था. और ऐसे वक्त गिब्सन उस पुराने हवेलीके पास आकर पहूंचा. आसपास एकदम सन्नाटा था और आवाज आ रहा था वह सिर्फ 'किर्र .. किर्र ..' करते हूए झिंगुरोंका. गिब्सनने अपने टार्चकी रोशनी हवेलीके बगलमें जो कुंआ था उसपर डाली और धीरे धीरे मानो अपने होश हवास खोकर वह कुंएकी तरफ बढने लगा. कुंएके किनारेपर पहूंचतेही उसने उसके टॉर्चकी रोशनी कुंएमें डाली और अंदर झांककर देखने लगा.
कुंएके किनारेसे गिब्सन दो कदम पिछे हट गया और उसने अपने टॉर्चकी रोशनी आसपासके इलाकेपर डाली. इर्दगिर्द फैले घने अंधेरेमें हवेलीकी पुरानी दिवारें और आसपास बढ चूके घने पेढ औरही भयानक लग रहे थे. कुतोंका कही दूरसे आ रहा रोनेका स्वर इस भयानक वातावरणको औरही भयावह बना रहा था. कुंएके बगलमें जो पुरानी हवेली थी उस तरफ अब गिब्सनके कदम धीरे धीरे बढने लगे.
हवेली के अंदर गिब्सन चारो तरफ टार्चकी रोशनी डालते हूए बडी सावधानीसे एक एक कदम आगे बढा रहा था. इतनेमें उसके खयालमें आया की कुछ बडी कालीसी चिज उसपर हमला करनेकेलिए उसकी तरफ झपट पडी है . डरके मारे पिछे हटकर वह झटसे निचे झूक गया. बादमें उसके खयालमें आ गया की वह एक चमगादडोंका बडासा झुंड था. वह झुंड कुछ देरके लिए उसके सरके इर्दगिर्द मंडराता रहा और फिर कही दूर चला गया. गिब्सनने राहत की सांस ली.
हवेलीके अंदर दिवारोंपर लिओनार्दो दा व्हिन्सीके काफी पोर्ट्रेटस लगाए हूए थे. गिब्सनने उन पोस्टरोंको धीरेसे एक एक करके छुवा. इससे उसका लिओनार्दो दा व्हिन्सी और उनके आर्टके प्रति एक आदर, एक प्रेम झलक रहा था.
अचानक गिब्सनको हवेलीके बाहर किसीके उपस्थितीकी आहट होगई. गिब्सन एकदम स्थिर और स्तब्ध होकर फिरसे ध्यान लगाकर सुनने लगा. बाहर जोभी कोई होगा उसे वह दिखना नही चाहिए इसलिए उसने अपना टॉर्च बंद किया. वह जैसेही स्तब्ध और स्थिर हूवा, बाहेरका आवाजभी रुक गया. उसने अपने चेहरेपर आ रही लंबे घुंगराले बालकी लटें पिछे ली और अंधेरेमें झांककर देखा.
बाहर उसे एक साया हाथमें लालटेन लेकर उसकी तरफही आता दिखाई दिया.
कौन होगा वह साया ?...
उस भयानक वातावरणमें वह काला साया औरभी भयानक दिख रहा था.
गिब्सन जहांसे झांककर देख रहा था वही एक दिवारके पिछे छिप गया और बिच बिचमें झांककर बाहरके स्थितीका जायजा लेने लगा. उसे इस बातका आश्चर्य लग रहा था की वह जहां छिपा था, उस तरफ वह सायाभी आ रहा था.
जब वह साया गिब्सनके एकदम करीब आ गया, गिब्सनने बगलमेंही पडा हूवा एक लकडीका टूकडा उठाया. जैसे जैसे वह साया उसके नजदिक आता उसकी उस लकडीपर पकड और मजबूत हो जाती. वह साया उसकी पहूंचमें आतेही, एक पलकाभी समय ना गवांते हूए उसने उस लकडीके टूकडेसे उस सायेपर एक जबर प्रहार किया. वह साया निचे गिर गया और कराहने लगा.
आवाज तो पहचानका लग रहा है ...
गिब्सनने अपना टॉर्च चलाकर रोशनी उस सायेपर डाली. वह साया दुसरा तिसरा कोई ना होकर बगलकेही गांवका ब्रायन था. उम्रसे लगभग पैतिसके आसपास, काला रंग, चमकती हूई त्वचा और कसा हूवा शरीर ऐसा ब्रायन हुलिया था. उन दोनोंकी पहलेही उस नजदिकके बस्तीमें पहचान हो चूकी थी. उसने उसपर टॉर्चकी रोशनी डालतेही व डरके मारे अपने दोनो हाथसे अपने सरको ढंकते हूए चिल्लाने लगा, '' साहब ... मै ...मै ब्रायन हूं ... मै यहा आपके मददके लिए आया हूं ''
'' मददके लिए ? ... इतनी रात गए ?... और यह तरीका है ?'' गिब्सन चिढकर बोला.
ब्रायन अपना सर दोनो हाथसे पकडकर उठ गया. गिब्सनने उसके पास जाकर टॉर्चके रोशनीमें उसके सरपर पडे मारका जायजा लिया.
'' आय ऍम सो सॉरी.. सच कहूं तो... मुझे लगा..."' गिब्सन को बुरा लग रहा था.
'' मुझे आपको एक बात बतानी थी ...'' ब्रायन अब ठिकसे बैठते हूए बोला.
'' कौनसी ?'' गिब्सनने पुछा.
उठकर खडे होते हूए ब्रायनने उसके जेबसे एक टेनिसका बॉल निकाला और गिब्सनको दिखाया.
'' यह क्या है ?'' गिब्सनने पुछा.
'' यह वही बॉल है जिसके साथ वह लडके खेल रहे थे और खेलते खेलते ब्लॅकहोलमें गिरा था. ...'' ब्रायनने कहा.
'' तुम्हे कहा मिला ?'' गिब्सन बॉल अपने हाथमें लेते हूए, उसे गौरसे देखते हूए आश्चर्यसे बोला.
'' मेरे बेटेको मिला '' ब्रायनने कहा.
गिब्सनने उस बॉलको उपर निचे घुमाकर गौरसे देखा. उस बॉलपर एक जगह उसे काले रंगसे आदमीके खोपडीका चित्र निकाला हूवा दिखाई दिया.
क्रमश:...