कुंवारी चूत की चुदाई Vergin sex story

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sexy
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कुंवारी चूत की चुदाई Vergin sex story

Unread post by sexy » 02 Aug 2015 20:07

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कभी कभी दिल की तमन्ना दिल में ही दफ़न हो जाती है, और कभी कभी लक साथ देता है और आपको मिल जाता है, आपने कभी सोचा होगा की शादी के पहले आपको बीवी के अलावा कोई और भी कुंवारी चूत को चोदने का मौका मिल जाता तो बहुत अच्छा होता, और आपमें से कितने ऐसे भी होंगे जिन्होंने कुंवारी चूत का मज़ा लिया होगा वो आज भी अपने आप को लकी समझ रहे होंगे, तो मैं अब कहानी पे आता हु की मुझे ये मौक़ा कैसे मिला |

मैं २४ साल का लड़का हु, एक दिन मेरे फेसबुक पे एक रिक्वेस्ट आया एक लड़की का जिसका नाम था सोनाली, वो उत्तर प्रदेश इलाहबाद की रहने बाली थी, धीरे धीरे हम दोनों में चेटिंग शुरू हो गया हम दोनों घंटो रात में फेसबुक पे चाट करते थे, एक दिन सोनाली ने मुझे प्रपोज़ कर दी, राज मैं तुमसे प्यार करने लगी हु, मैंने भी उसको चेट मैसेज पे एक दिल का फोटो भेजा, और उसने फिर एक गुलाब का फोटो भेजा मैंने भी उसको आई लव यू टू बोला, हम दोनों का प्यार परवान चढ़ा और दोनों एक दूसरे के बिना नहीं रह पा रहे थे, सिर्फ फोटो ही भेज पा रहे थे तो कभी कभी वीडियो कालिंग (स्काइप) से कर लेते थे, वो बी.ए. में पढ़ रही थी वो 19 साल की लड़की थी, वो थोड़ी हेल्थी थी वजन उसका 70 किलो के करीब था, मुझे मोटी लडकिया काफी सेक्सी लगती है,Image

virgin3मैंने उसे एक दिन मिलने का परपोसल भेजा तो वो स्वीकार कर ली और मैं कानपूर से इलाहबाद पहुंच गया, और सिनेमा देखने गए मैंने बालकनी का कोने का सबसे पीछे का टिकट लिया, और दोनों पहली बार सिनेमा हाल के बाहर मिले, बाहर करीब 1 घंटे तक घूमे दोनों साथ साथ, फिर हम दोनों हॉल के अंदर गए, फिल्म स्टार्ट हुआ मैंने उसका हाथ अपने हाथ में रख के फिल्म देखना शुरू किया और धीरे धीरे मैंने उसके जांघ पे हाथ रखा वो कुछ भी नहीं बोली और वो भी अपना हाथ मेरे हाथ के ऊपर रख दी, मैंने उसके जांघ को सहलाना शुरू किया, वो अपना सर मेरे कंधे पे रख दी, अंधरे का फायदा उठा कर मैंने उसे एक किश किया, ओह्ह्ह्ह माय गॉड ज़िंदगी का पहला किश किसी लड़की को मेरा तो लंड फनफना गया था, मेरी साँसे तेज हो गयी थी, सोनाली की साँसे भी तेज तेज चलने लगी, मैंने उसके बड़े बड़े 36 के साइज बूब पे हाथ रखा, वो चुप रही, मैंने मौके का फायदा उठाया और थोड़ा दबाया हरेक दबाब पे वो सिहर रही थी, और उफ्फ्फ उफ्फ्फ्फ़ उफ्फ्फ्फ़ उफ्फ्फ्फ्फ़ छोड़ो ना उफ्फ्फ्फ्फ़ उफ्फ्फ्फ्फ़ उफ्फ्फ्फ़ छोड़ो ना प्लीज, कर रही थी| मैंने फिर सोनाली के टी शर्ट के ऊपर से हाथ डाला और बूब तक पहुंच गया पर बूब अंदर ब्रा में टाइट था फिर भी मैंने किसी तरह से अंदर घुसा के दबाना सुरु कर दिया|

वो अपने आप को संभल नहीं पा रही थी और वो मुझे पकड़ के किश करने लगी अपने होठो से मेरे होठ को दबा रही थी, मेरी साँसे काफी गरम हो चुकी थी और मेरे शरीर में विजली दौड़ रही थी, वो निढाल हो गयी तभी मूवी खत्म हो गया, जब लाइट जली तो देखा उसकी आँखे नशीली हो गयी थी, मुझे उस नशीली आँखों से देखि और बोली राज आई लव यू, तुम मेरे हो, मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती, मैं तुम्हे बहुत प्यार करती हु, मुझे तुम मत छोड़ना, फिर हम दोनों हाल से बाहर हुए रेस्टुरेंट में खाना खाया और उसके लिए गिफ्ट ख़रीदा और फिर मैं कानपूर के लिए निकल पड़ा.

अब तो रोज हमलोग का सेक्सी चेट शुरू हो गया, अब रोज रात को हम लोग सेक्सी बात करते थे, मैं ही उसके मोबाइल में इंटरनेट का पैक डलबाता और रात के २ बजे तक चेटिंग होती वो अपने माँ बाप की अकेली संतान थी इस वजह से अकेले होती थी उसके माँ और पापा अलग कमरे में सोते थे, पर इत्तना से काम नहीं चल रहा था मैं सोनाली को चोदना चाहता था, मैंने उससे कहा भी पर वो चुदवाने के लिए तैयार नहीं थी, मैंने उससे कई बार कहा मैं इलाहबाद आ जाता हु, दोनों होटल में रुकेंगे ३ घंटे के लिए तुम्हारे घर बाले को भी पता नहीं चलेगा पर वो नहीं मानी इस तरह से 3 महीने निकल गए, मैं तो सिर्फ सिनेमा हाल की घटना के बारे में सोच के मूठ मार लिया करता था पर इससे काम नहीं चल रहा था, मुझे तो सोनाली का जिस्म चाहिए था,

हरेक कुछ की सीमा होती है, मैं चोदने के लिए तैयार था पर वो चुदवाने को तैयार नहीं थी, खास करके लड़कियों में सहनशक्ति काफी होती है और लड़के किसी भी चीज़ को पाने के लिए आतुर हो जाता है मेरी भी हालात वही थी, मैंने सोनाली से बातचित बंद कर दी, करीब सात दिन बाद उसका फ़ोन आया, राज क्या हाल है, मैंने कहा ठीक है, अभी डिस्टर्ब मत करो मैं पढाई कर रहा हु, और मैंने फ़ोन काट दिया मैंने सोचा जब चुदाई नहीं तो कुछ भी नहीं, तो उसका मैसेज आया काय तुम दस तारीख को इलाहबाद आ सकते हो, मेरे माँ और पापा हरिद्वार जा रहे है, दो दिन के लिए तो एक रात मैं अकेली घर पे रहूंगी, ओह ये सुन कर तो मैं ख़ुशी से पागल हो गया, और मैंने घर में बहाना बनाया की मेरा कम्पटीशन का एग्जाम है इलाहबाद में, तो मैं परसों जा रहा हु|

मैं दस तारीख को इलाहबाद पहुंच गया पर सोनाली ने कहा की तुम अन्धेरा होने पे आना, तो मैंने दो तीन घंटे इधर उधर काटा और फिर मैं उसके घर शाम को करीब 7 बजे पहुंच गया, मैंने रास्ते में एक बोतल बोडका और रेस्टुरेंट से खाने का सामान और फ्राइड चिकन ले गया, घर पंहुचा तो वो मुझे वेलकम की गले लगा के मैंने में एक जेंटलमेन की तरह व्यवहार किया मैंने एक सॉफ्ट सा किश किया और सोफे पे बैठ गया, सोनाली ने मेरे लए हुए खाने को किचन में ले गयी फिर प्लेट में सजा के ले आये, मैंने उसे दो अलग से ग्लास भी लाने के लिए कहा, वो दो खली गिलास भी लाई, जैसे मैंने वोडका निकाला वो बोली नहीं नहीं मैं नहीं पीउंगी, आज तक मैंने नहीं पी है, तो मैंने कहा कोई बात नहीं कुछ भी नहीं होगा, क्या तुम मेरे लिए मेरा साथ नहीं दे सकती, तो वो चुप हो गयी, दोनों खाना खाना और पीना स्टार्ट कर दिए.

खाना कहते पीते मुझे तो काम पर सोनाली को काफी नशा आ गया, वो मस्त हो गयी, और वो कह रही थी तुम ओ राज बड़े ही अच्छे हो यार, मैं लकी हु जो तुम्हारे जैसे बॉयफ्रेंड मिला है, तुम मुझे जन्नत की सैर करवाओगे तुम वादा करो, मैंने उसे उठाया दोनों बाहों में बाहे डाल के छत पे गए वह थोड़ी ठंडी हवा ली, मैं छत पे अँधेरा था, दोनों करीब ३० मिनट तक एक दूसरे को पकड़ के खड़े रहे और घूमते रहे, मुझे तो जल्दी थी पर उससे जल्दी नहीं थी कह रही थी आज के रात का पूरी तरह से एन्जॉय करो किसी चीज़ में जल्दी मत करो, तो मैंने भी उसका साथ दे रहा था फिर हमलोग निचे आ गए,

मुझे बैडरूम में छोड़कर वो दूसरे कमरे में चली गयी बोली आ रही हु, जब वो आयी तो मैं उसको देख के हैरान रह गया, उसने अपने बाल खुले छोड़ रखे थे रेड कलर का नाईट सूट जो की कंधे के पास सिर्फ डोरी थी, आधा चूच बहार की और दिख रहा था, गोरी गोरी गर्दन बाहें, गाल लाल लाल, उसपर से गजब की डिओड्रेंट लगाई हुई थी, मैं उसे देखकर उसी में खो गया, वो अपना बाह फैलाई और मैंने उसे लपक लिया, मैंने उसे बेड पे सुलाया और होठ पे किश करने लगा, वो भी अपना ऊँगली मेरे बाल में घुमा रही थी और मेरे होठ को अपने होठ से दबा रही थी. मैंने उसे फिर उसके बूब को हौले हौले दबाने लगा,

वो अपने पैर को मेरे पैर में फंसा ली, मैंने उसका हाथ ऊपर कर दिया और उसके आर्मपिट को चाटना शुरू का दिया, वो मचल उठी, ओये राज ये क्या रहे हो, और वो अंगड़ाई लेने लेगी, मैंने अपना सार कपड़ा उतार दिया कमरे में हलकी हलकी लाइट जल रही थी, बड़ा हो सुन्दर लग रहा था वो कमरे को सजी हुयी थी लगता था जिसे की सुहागरात हो, मैं सिर्फ अंडरवियर पे था, मैंने उसके सूट को उतारना चाहा वो हाथ पकड़ ली बोली शर्म आ रही थी, मैंने फिर ऊपर से किश करना सुरु किया बूब होते होए दोनों जांघो को चूमते हुए घुटने से होते हुए अंगूठा अपने मुह में ले लिया वो उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ की आवाज़ निकली, मैंने फिर निचे से उसके कपडे को ऊपर उठाना शुरू किया और पेंटी पे आके रूक गया एक गहरी सांस ली और उसके पेंटी को सुंघा, गजब की खुशबु थी जो मदहोश करने बाली थी,

virgingirlउसने मेरे सर को पकड़ लिया और अपने पेंटी के ऊपर मेरे सर को रगड़ने लगी और घुटने को उठा दी, मैंने भी अपना नाक और मुह रगड़ने लगा, फिर मैंने उसके ऊपर नाभि से होते होए उसके दोनों बड़े बड़े चूच को आज़ाद कर दिया, और दोनों को हाथ से पकड़कर खेलने लगा, उसने अपने चूच को पकड़ कर मेरे मुह में डाली जैसे की मैं एक बच्चा हो, थोड़ा देर उसके निप्पल से खेल और उसका सूट सर के ऊपर कर के खोल दिया, वो मेरे सामने निर्वस्त्र हो गयी मोटा मोटा गोल गोल, भरा पूरा शरीर बड़ा बड़ा चूच कांख में बाल चूत पे भी हल्का हल्का बाल जैसे मैं सोचता था वैसा ही मेरे सामने पड़ी थी, बस का था मैंने अपना लंड उसके हाथ में दिया वो बोली इतना बड़ा मैं बर्दास्त नहीं कर पाऊँगी राज, मैंने कहा आज तुम्हे जन्नत का मज़ा दूंगा सोनाली, वो बोली मैं भी यही चाहती हु मेरी जान, और फिर मैंने उसके दोनों पैर के बीच में जाके बैठ गया |

उसके चूत के होठ को थोड़ा हटा के देखा तो अंदर लाल दिख रहा था मैंने पूछा सोनाली क्या तुमने कभी सेक्स नहीं किया तो बोली नहीं राज पहले मैंने कभी भी सेक्स नहीं किया मैं कुंवारी हु, उसके चूत में ऊँगली घुसाई पर वो हाथ पकड़ ली बोली राज बहुत दर्द हो रहा है, फिर मैंने अपने लंड पे थोड़ा थूक लगाया और चूत के छेद के सामने रखा और धक्का मार मेरा लंड छटक गया और वो आआआआउउउउउउउच्चचच कर गयी, फिर मैंने दुबारा लगाया और धक्का मारा करीब एक इंच अंदर गया पर वो मुझे धक्का देने लगी, नहीईइइइइइइइइइइइइ नहीईइइइइइइइइइइइइइइइइइइइ मर जाउंगी राज बहुत दर्द हो रहा है, फिर मैं रूक गया और उसके चूचियों को सहलाने लगा और होठ पे किश करने लगा वो अपना जीभ मेरे मुह में घुसाने लगी मैं भी अपना जीभ उसके मुह में डालने लगा,

एक बार फिर जोर से धक्का लगाया उसके चूत में मेरा लंड पूरा अंदर एक जाके समा गया, वो चीख उठी मर गयी मैं, फाड़ दिया मेरे चूत को और रोने लगी, मैंने कहा पहली बार करने पे होता है तुम्हे कुछ भी नहीं होगा, आराम से पड़े रहो दो मिनट तक, तब तक मैं चूच दबा रहा था और उसको सहला रहा था, फिर धीरे धीरे अंदर बाहर अपना लंड करने लगा, अंदर बाहर भी बड़ी मुस्किल से हो रहा था, वो हरेक शॉट पे आह आअह आअह आअह दर्द हो रहा है दर्द हो रहा है कह रही थी, धीरे धीरे उसका चूत पानी पानी हो गया और मेरे लंड अंदर बाहर होने लगा,

फिर क्या था वो भी आई लव यू राज, कह रही थी और गांड उठा उठा के चुदवा रही थी, मैं भी कास कास के शॉट दे रहा था, फिर वो आआआआआआआउउउउउउछ्ह्ह्ह्ह्ह्ह कर के झड़ गयी, मैंने फटाफट अपना लंड चूत से बाहर निकला और मैं सारा नमकीन पानी पी गया, फिर मैंने उसे घोड़ी बनाया और ले सटा सट जल्दी जल्दी १२० की स्पीड में देने लगा, वो उह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह्ह हाई हाईए उफ्फ्फ्फ़ उफ्फ्फ उफ्फ्फ उफ़ कर रही थी, करीब १० मिनट तक चोदने के बाद फिर से उसको लिटा दिया और अब उसका दोनों पैर मैं अपने कंधे पे रखा और दोनों जांघ को सटा दिया निचे से, ये कहानी आप नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है, अब फिर से लंड को टाइट चूत पे रखा और चोदने लगा, वो बस मोअन कर रही थी अब दोनों फुल स्पीड से एक दूसरे को साथ दे रहे थे, और दोनों ने एक साथ आआआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआआआआआआआह्ह्ह्ह्ह कर रहे था मैंने कहा सोनम मेरा गिरने बाल है बोलो कहा गिराये तो बोली मेरे चूत के अंदर ही डाल दो,मैंने उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ कर के सारा माल उसके चूत में डाल दिया फिर और एक दूसरे को पकड़ के बात करते करते सो गए,

सुबह करीब 6 बजे उठे तो वो अपना गांड मेरे साइड कर के सोई थी मेरा मन फिर कर गया और मैंने उसके गांड में थोड़ा थूक लगाया और अंदर डालने लगा पर सोनाली मना कर दी, मैंने कहा अब तो ये खड़ा हो चुका है, वो वो अपना दोनों पैर फैला ली बोली स्वागत है, और फिर ट्रेडिशनल सेक्स जैसा की आप सुहागरात के सीन में देखते है चोदने लगा वो भी मुझे बाहों में भरकर वैसे ही करने लगी जैसा की आप किसी मूवी में सेक्स करते देखते है. फिर मैं वह से १० बजे निकल पड़ा.

पर बदनसीबी देखो तीन महीने तक सब कुछ ठीक चला चेटिंग हुआ पर एक लास्ट मैसेज आया की राज मेरी आठ तारीख को शादी है, आज से मैं तुम्हे नहीं जानती हु और तुम मुझे नहीं जानते हो उसके बाद सोनाली से मेरा सब कुछ खत्म हो गया,

आपसे मेरा सादर विनती है की आप नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे फिर से आये क्यों की मैं अगली स्टोरी पोस्ट करने बाला हु, वो आपको इससे भी सेक्सी लगेगा मैं वादा करता हु, पर आप ऐसे नहीं जाये प्लीज इस कहानी को स्टार पे रेट कर के जाये अगर आपको अच्छा लगा हो तो, और हो सके तो फेसबुक पे शेयर और लिखे करें प्लीज प्लीज प्लीज प्लीज

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