चुदाई का सिलसिला

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rajaarkey
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Re: चुदाई का सिलसिला

Unread post by rajaarkey » 14 Dec 2014 16:25

चुदाई का सिलसिला पार्ट -13

कंचन अओर पायल ने जल्दी जल्दी अपना काम निपटाया....अओर उप्पेर के रूम मैं जाने की तय्यरी ही कर रही थी की पूजा का भाई अनिल उनके घर पर आया अओर कंचन के पापा किशोरी लाल के पास बैठ गया......

किशोरी लाल ...हा बेटे अनिल अब तुम्हारी मम्मी कैसी है...???

अनिल...अभी तो ठीक नही है....ऑक्साइजन लगी है...डॉक्टर ने कहा है 24 घंटे के बाद ही कुछ कह पाएगे.....

किशोरी लाल....भगवान सब ठीक करेगा....चिंता मत करो....कोई काम हो तो बताना बेटे......????

अनिल...जी चाचा जी....

किशोरी लाल...कैसे आए थे...कुछ काम था....???

अनिल...जी चाचजी...दर-असल पापा, अओर मैं तो हॉस्पिटल मैं है मम्मी के पास, घर पर पूजा अओर उसकी भाभी अकेली है....वे कहती है की उन्हे रात मैं अकेली डर लगता है....आप तो जानते ही है चाचा जी समय खराब है....अगर आप शास को भेज दे तो उनके पास रात मैं कोई तो होगा....????

किशोरीलाल...हां कियूं नही...ले जाओ....किशी ने मना किया है कया...???

अनिल...हां पूजा कह रही थी कि मालती बूवजि कह रही है कि शास को बुखार है....एसलिए सायेद....वो ना जा पाए.....

किशोरी लाल...बुखार ऐसी कोन्सि बड़ी बीमारी है....थक कर हो गया होगा...सुबेह तक ठीक हो जाएगा....तुम उसे ले जाओ बेटे....मैं मालती से बोल देता हूँ...चलो....

किशोरी लाल घर मैं गये अओर मल्टी से बोले...मालती ये अनिल आया है...भाभी तो हॉस्पिटल मैं है....घर पर पूजा बेटी अओर बहू अकेली है...एसा करो तुम शास को इसके साथ भेज दो....सुभह आ जाएगा.....

मालती...बहिय्या उसे तो हल्का सा बुखार था...एसीलिए मैने मना किया था....अओर कंचन व पायल को ले जाने के लिए कहा था...पर कंचन जाने के लिए तय्यार ही नही हुई....

जैसे ही कंचन अओर पायल के कानो मैं उनकी बाते आई...उन दोनो के कान खड़े हो गये....उन्हे सारा मामला ही बिगड़ता नज़र आने लगा....कियूं कि मामा की बात को गिराने की तो किशी मैं हिम्मत नही थी.....एसीलिए कंचन अओर पायल एक दूसरे के कानो मैं खुसुर..फुशुर करने लगी जैसे वे आगे का प्लान बना रही हो....अचानक हुए इस परिवेर्तन से उनके सब अरमानो पर पानी फिरता नज़र आ रहा था.......

किशोरी लाल...चलो मैं देखता हूँ....अओर किशोरी लाल उप्पेर के रूम मैं गया...जहाँ पर शास अभी सोने की तय्यारी ही कर रहा था.....

शास...ने किशोरीलाल को देखकर नमेस्ते की....

किशोरी लाल...बेटे शास कैसी तबीयत है...तुम्हारी मौससी बता रही थी कि तुम्हे बुखार है.....???

शास...नही मामा जी मैं तो ठीक हूँ...मौससी को तो बेहम हो गया था...

किशोरीलाल ... शास का हाथ पकड़ कर देखा.....बेटे तुम तो ठीक हो...बुखार तो नही है....तुम ऐसा करो की अनिल के घर चले जाओ...वहाँ पर पूजा अओर तुम्हारी भाभी अकेली है....सुबहा आ जाना.....

शास...जी मामा जी...ठीक है...पूजा का नाम सुनते ही शास के चेहरे पर दुबारा रौनक लौट आई थी......अओर वह जल्दी से कपड़े पहनने लगा.....

तब तक कंचन अओर पायल....भी उप्पेर आ चुकी थी....वे किशी सीबीआइ की तरह सारे ममली पर नज़र जमाए हुवे थी......अओर सायेद उन्होने आगे का प्लान भी तय्यार कर लिया था.....

कंचन....मामा जी कया हम दोनो, पायल अओर मैं....भी शास भाय्या के साथ पूजा दीदी के घर चले जाए....??? इस तरह तो वहं कई हो जाएँगे....अओर शास भाय्या...को कोई दिक्कत भी नही होने देंगे.....

किशोरी लाल...हां...हां...कियूं नही....लो बेटे अनिल तुम एक को लेने आए थे....यहाँ से तीन-तीन ले जाओ.....अओर किशोरी लाल हैंस्ते हुवे नीचे चले गये..... ये सुन कर शास का चेहरा कुछ मायूस सा हो गया....उसे लगा कि पूजा से मिलने का आब कोई लाभ होने वाला नही है....पर कंचन अओर पायल तो अंदर ही अंदर खुश थी...कम से कम वे रात मैं शास के पास तो रहिंगी....अओर हो सकता है उन्हे रात मैं सोते हुए शास का लंड ही नज़र आ जाए....

मालती को किशोरी लाल का फ़ैसला कुछ अच्छा नही लगा पर वो कुछ नही बोली...अओर शास,कंचन अओर पायल तीनो अनिल के साथ उसके घर के लिए चल दिए....अनिल भी ख़ूस्स था...कि चाचा ने उसकी बात मान ली...अओर अब केवल शास ही नही...कंचन अओर पायल भी होंगी....पूजा अओर गीता की पास....................

जब अनिल शास,कंचन अओर पायल के साथ घर पहुँचा...तो कंचन अओर पायल को देख कर गीता अओर पूजा चौंक गई....उन्हें एस्की तो उम्मीद भी नही थी....उन्हें लगा जैसे उनका सब कुछ लूट गया हो.....मगर फिर भी उन्होने उनका मुस्कुरकर स्वागत किया.....

अनिल...लो पूजा तुम तो एक शास की बात कर रही थी...मैं साथ मैं कंचन अओर पायल को भी ले आया....अब तो आप लोगो को डर नही लगेगा....???

पूजा....ये तो आपने बहुत अच्छा किया भाय्या....मगर मन ही मन तो कह रही थी....कि ये आपने कया किया...सारे अरमानो पर पानी ही फेर दिया.....कहाँ रात भर चुदाई का प्लान था...कहाँ ये कंचन अओर पायल...रास्ते का रोड़ा...

सभी अंदर जाकेर बैठ गये....अओर एधर उधर की बाते करते रहे....जब अनिल खाना खाकर हॉस्पिटल चला गया....तो सभी बेडरूम मैं आ गये......यहाँ पर एक डबल बेड अओर एक सिंगल बेड था....

पूजा...भाभी अब लेटटेंगे कैसे....???

गीता...चिंता मत करो ...ये एंतजाम भी हो जाएगा....तुम एसा करो की शास के लिए एक ग्लास दूध ले आओ...उसे बुखार था....कुछ आराम मिलेगा....अओर या ऐसा करो की सभी के लिए ले आओ.....

कंचन...नही भाभी...मैं अओर पायल दूध नही पीती...हैं अगर थोड़ी थोड़ी चाय मिल जाए तो ठीक रहेगा.....

गीता...ठीक है...तुम लोग बात करो....हम अभी आए....अओर गीता अओर पूजा किचन मैं चली गयी.....दूध अओर चाय लेने के लिए.....

पूजा...अब कया होगा भाभी....???

गीता...तुम चिंता मत करो पूजा मैने रास्ता निकाल लिया है....एआसा करना की तुम शास शास से खुली हुई हो...पहला नंबर तुम ही लेना....बाद मैं मैं देख लूँगी.....हां शास को मेरे लिए तय्यार कर देना.....

पूजा...ये तो ठीक है भाभी...पर कंचन अओर पायल भी तो होंगी वहाँ पर.....???

गीता...तो कया हुवा....उन्हे डबल बेड पर सुला देते है.....मैं तुम्हे शास के पास सुला दूँगी अओर खुद नीचे चटाई पर लेट जवँगी....ये ठीक रहेगा...???

पूजा...कया भाभी...आप भी...भला मैं उनके सामने शास के पास कैसे लेट सकती हूँ....????

गीता....तो फिर हम दोनो ही चटाई पर लेट जाएँगी....फिर धीरे धीरे अपना अपना काम कर लेंगी...ये तो ठीक रहेगा...????

पूजा...हां भाभी ये ठीक रहेगा....जब कंचन अओर पायल सो जाएँगी....तो...लकिन भाभी...एक प्राब्लम है....शास का लंड बहुत भारी है...उसे झेलना बहुत मुस्किल पड़ता है....अगर कहीं चीख निकल गयी तो.....

गीता....हम दोनो ही अब कुंवारे नही है....मैने भी कई लंड खाए है...अओर तुम तो शास से चुद चुकी हो....फिर कियूं डरती हो...???

पूजा...मैं तो भाभी मर ही गयी थी....एसा लगा था ...मानो किशी ने चूत को फाड़ दिया हो....वो तो बाद मैं कुछ राहत मिली थी.....

गीता...पगली कही की...आरे ये दर्द एक बार ही होता है... अब तुम्हारी सील टूट चुकी है....अओर एक बार जब इतने बड़े लंड को झेल चुकी हो तो अब डर किस चीज़ का......

पूजा...भाभी मैं शास के लंड से नही...कंचन अओर पायल से डर रही हूँ....कही उन्हे पता चल गया तो गजब हो जाएगा.....फिर मुझे कंचन पर तो बिल्कुल विस्वास नही है...वो तो मुझे कुछ जीयादा ही तेज लगी है....

गीता...अब जो होगा देखा जाएगा.....हम दोनो ही चटाई पर लेट जाएँगी...ठीक है ना....???

पूजा...ठीक है भाभी....

अओर गीता अओर पूजा चाय अओर दूध लेकर बेड रूम मैं आ गयी....वहाँ पर वे तीनो आपस मैं बाते कर रहे थे....गीता ने शास को दूध दिया अओर पूजा ने कंचन अओर पायल को चाय दी अओर खुद भी चाय ले ली....अओर आपेस मैं फिर बाते करने लगे........एसी तरह बाते करते हुवे काफ़ी देर हो गयी थी......

गीता...चलो अब सो जाओ....पूजा यहाँ पर चटाई डाल दो ....कंचन अओर पायल डबल बेड पर ही सो जाएँगी...अओर शास सिंगल बेड पर सो जाएगा.....मैं अओर तुम चटाई पर लेट जाएँगे.....

कंचन...ये कया भाभी...आप नीचे कियूं सोएंगी....???

गीता...तो कया हुवा...

कंचन ... पर भाभी....ये तो अच्छा नही लगेगा...अगर आप बुरा ना माने तो....???

गीता...भला मैं बुरा कियूं मनुगी...तुम कहो तो....???

कंचन...एआसा करो भाभी की आप शास भैया के पास लेट जाओ अओर पूजा हमारे पास सो जाएगी.....कंचन ने दूर की सोचते हुवे तीर छोड़ दिया.....

गीता अओर पूजा ने एक साथ कंचन की अओर देखा....वे कुछ समझ नही पाई...आख़िर कंचन ने ये फ़ैसला कियूं किया है....??? कया एसके पीछे....???

गीता...ऐसे अच्छा नही लगेगा कंचन...हम चटाई पर ही सो जाते है.....

कंचन...इसमे बुरा ही कया है भाभी....???

गीता...सकुचाते हुवे...बुरा तो कुछ नही पर वो....???

कंचन...कोई बात नही भाभी...ऐसा करो कि शास भाय्या हंमरे पास सो जाते है....आप अओर पूजा सिंगल बेड पर सो जाओ...ये तो ठीक रहेगा...??? कंचन ने बाजी पलटते हुवे...दूसरी राई भी पेश कर दी....

गीता समझ चुकी थी कि पूजा ने ठीक ही कहा है....कंचन कुछ जीयादा ही तेज है.....अओर सीधे रास्ते उस पर पार नही पाया जा सकता है....गीता समझदार थी.....फिर उन्हे शास के साथ यूँ आने की ज़रूरत भी कया थी....कही.....????? गीता के माथे पर सोचने के बल पड़ गये....लकिन रास्ता कया निकाला जाए.....गीता ने सोचा कियो ना कंचन को अलग बुलाकर उसे एम्मोसनल्ली ब्लॅक मैल किया जाए सायेद बात बन जाए....या फिर मेरे बारे मैं कंचन के पास ग़लत संदेश ना चला जाए......इसी उधेड़बुन मैं गीता को कोई उपाय नही सूझ रहा था....मगर अब कया किया जाए....कंचन काफ़ी जागरूक मालूम होती है....अगर चुपचाप कुछ करने का पारियास किया अओर कंचन ने भाप लिया तो अओर भी गड़बड़ हो जाएगी.....आख़िर गीता को बीच का रास्ता ही जीयादा अच्छा लगा....जो होगा देखा जाएगा....

गीता...कंचन दीदी आओ टाय्लेट को चलते है.....

कंचन...चलो भाभी मैं भी अभी यही सोच रही थी....

गीता....आओ चले....फिर कंचन अओर गीता टाय्लेट चली गयी.....अओर रास्ते मैं...

कंचन...तो फिर सोने के बारे मैं कया सोचा है भाभी....???

गीता...ये तो अब तुम्ही को फ़ैसला करना है....कि कैसे सोया जाए...हैं मुझे तुम्हारे से एक प्राइवेट बात करनी थी....एसी लिए तो तुम्हे याहा लाई हूँ...???

कंचन...कहो ना भाभी...???

गीता...नही दीदी ऐसे नही पहले वादा करो कि ये बात मेरे अओर तुम्हारे बीच ही रहेगी...???

कंचन...मुझ पर विस्वास नही भाभी....आप कहकर तो देखे...ये कंचन कुछ भी कर सकती है.....भाभी कुछ भी हो पर ये कंचन ज़बान की पक्की है...एक दम...???

गीता...कैसे कहूँ शरम भी तो आ रही है....ऐसी बाते अपने मूह से ????

कंचन...ऐसी कया बात है भाभी...कहो ना....अच्छा मैं वाद करती हूँ...मैं किशी से नही कहूँगी अओर अगर मेरे हाथ मैं हुवा तो मैं आपकी मदद ज़रूर करूँगी....अब तो बताओ कया बात है...???

गीता...सर्माते हुवे....दीदी कैसे बताउ....पर मजबूरी है...सायेद कहनी ही पड़ेगी...

कंचन...हां भाभी कह डालो....मैं..हूँ...ना...सब संभाल लूँगी....

गीता...कंचन वो तुम्हारे भाय्या है ना अनिल....वास्तव मैं वो नपुंसक है....3 साल हो गये शादी को...आज तक वो मुझे एक बार भी संतुष्ट नही कर पाए...अओर सासू मा चाहती है कि घर के आँगन मैं कोई बच्चा खेले...भला मैं कया करूँ...उनका वो 4 एंच का लंड अओर चूत पर लगते ही पिचकारी मार दे....सासू मा आजकल काफ़ी बीमार है..ना जाने कब बुलावा आ जाए....उनकी ये एच्छा मैं कैसे पूरी करूँ...????

कंचन...काफ़ी चिंतित होकर...मैं एस्मे कया कर सकती हूँ भाभी....???

गीता...तुम ही तो कर सकती हो....शास भाय्या को मैने एसी लिए तो बुलवाया था...सायेद वे मैरी ये एच्छा पूरी कर दें....सुना है उनका लंड बहुत दमदार है...अब तुम समझ गयी ना मैं कया कह रही हूँ....???

कंचन...मैं ये तो समझ गयी....पर एक बात समझ नही आई की आपको कैसे पता चला कि शास भाय्या का लंड बहुत दमदार है....

गीता....वो..वो...छोड़ो भी कंचन...सारी बाते ने पूछो...???

कंचन...बताओ ना भाभी...जब आपने इतना सब कुछ बता दिया है...तो ये भी बता दो...मेरा याकीन मानो...ये बात शिरफ़ मेरे तक ही रहेगी....

गीता...पूजा दीदी ने...सीमा दीदी की शादी मैं....सीमा दीदी के ही कहने पर पूजा ने भी शास का एक दिन लंड लिया है.....एसीलिए तो शास को बुलाया था....

कंचन...तो कया भाभी सीमा दीदी भी..????

गीता...हा कंचन....सीमा ने तो शादी वाले दिन भी...शास का लंड खाया है....

कंचन...कया..???????????

गीता...हा कंचन दीदी....

कंचन...ओह! मी गॉड..???? मैं तो समझ रही थी की मैं ही....पर यहाँ तो सभी...????

गीता...कया मतलब कंचन दीदी....??? कया आप भी...???

कंचन...अब आपसे किया छिपाना...जब सब ही खुल चुक्का है....मैने भी शास भाय्या का बॅमबू बना हुवा लंड देखा है....पता नही कैसे मन मैं उस लंड को पाने की एच्छा जाग गयी...मैने पायल दीदी को भी अपने साथ मैं मिला लिया है...ताकि कोई दिक्कत ने आए.....

गीता...कंचन दीदी...??? अओर कंचन को बाहों मैं भर लिया....मैं तो बेकार मैं ही डर रही थी.... ये तो आज ही पता चला की लंका मैं सभी 52 गाज के हैं...........एस पर गीता अओर कंचन दोनो ही खीखिलकर हांस पड़े....अओर एक दूसरे को अओर ज़ोर से खींच कर बाँहो मैं जाकड़ लिया.......

तुम कितनी अच्छी हो भाभी...कंचन ने चहकते हुवे कहा....सारी प्राब्लम एक मिनिट मैं ही दूर कर दी.....हम परेशान थे कि हम शास के लंड का आनंद कैसे ले....अओर आप भी उसी लंड के लिए परेसान थी....लकिन मुझे एधर अकेले मैं लाकर सारी समस्या ही दूर कर दी....एक बार कंचन ने फिर से गीता भाभी को बाहो मैं जाकड़ लिया....अओर भाभी के गुलाबी होंठ चूम लिए....भाभी ने भी मस्ती मैं आकर कंचन के कुंवारे होंठ चूम लिए....

कंचन...भाभी अब कया प्रोग्राम रहेगा सोने का....???

गीता...कया अब भी प्रोग्राम बनाना पड़ेगा....??? जब हम चारों ने ही चुद ने का प्लान बना रक्खा है तो फिर कियूं ना खुलकर ही चुद जाए...उसमे आनंद भी जीयादा आएगा....चोरी-चोरी मैं वो मज़ा कहाँ आता है....???

कंचन...ठीक है भाभी....सब मिलकर एक भारी लंड का मज़ा लेते है....आओ अब ये खबर उनको भी सुना दे.....उनकी चूत भी तो परेशान है...

गीता...अओर शास का लंड....????

कंचन...हां वो भी चूत पाने के लिए बॅमबू बना होगा....जैसा मैने दिन मैं सोते हुवे देखा था....

गीता...कया दिन मैं शास का लंड बॅमबू बना हुवा था...???

कंचन...हां भाभी...जब मैं टाय्लेट के लिए उठी तो देखा की शास का लंड बॅमबू बना हुवा है...बस तभी से मेरी ये कुँवारी चूत भी शास का लंड लेने के लिए बेकरार है.....

गीता...चलो अब उन सबको उल्लू बनाते है....पहले मैं जाकर शास का लंड पकड़ कर उसके कपड़े उतारती हूँ...अओर शास के लंड का सबको दर्शन करवाती हूँ....वे तो एक बार तो घबरा ही जाएँगे...

कंचन...हां भाभी चलो...मेरी भी उस लंड को देखने की बहुत एच्छा है....

अओर भाभी अओर कंचन बेडरूम मैं आ गयी....भाभी शास के पास बैठ गयी....पूजा अओर पायल एक साथ बैठी थी....शास की नज़रे पूजा पर थी...अओर उसका लंड पूजा की चूत पाने के लिए बैचैन हो रहा था.....कि भाभी ने हाथ बढ़ा कर शास भाय्या का लंड पकड़ लिया.....एका-एक शास भी घबरा गया....अओर पूजा व पायल भी चौंक गयी...कि ये कया किया भाभी ने....

शास...भाभी ये आप कया कर रही है....???

भाभी...देवर्जी...आपकी एज़्जत लूटने की तय्यरी है....अभी तो आपके सभी कपड़े उतारती हूँ.......कंचन चुपचाप मुस्कुरा रही थी...पूजा अओर पायल नही समझ पा रही थी कि अचानक ये कया हुवा कि सारा माजरा ही बदला नज़र आ रहा है...???

भाभी...देवेर जी आप कपड़े उतारते है या मैं उतारु....??? देखो सब की सब तुम्हारे लंड पर नज़र जमाए हुवे है....आज तो तुम्हारे लंड का मज़ा आ गया....एक साथ चार-चार चूत मिलेंगी....उनमे दो कुँवारी चूत भी है.....कियो आएगा ना मज़ा....???

शास...भाभी...???

भाभी...कियूं कया हुवा...कया तुम्हारे एस लंड को चूत की ज़रूरत नही है...???

शास ने देखा...कि सभी उसकी अओर ही मुस्कुरकर देख रही है....मामला अब उसकी समझ मैं आ गया था...अब शास भी मुस्कुरा दिया......अओर वे चारों भी एक बार फिर खिलखिलकर हंस पड़ी...इस पर शास भी हंस दिया....

कुछ ही देर मैं वहाँ का महॉल बदल गया था....जहाँ कुछ ही देर पहले बोझिल महॉल था वहाँ अब कामुक चुटकिया....अओर लॅंड चूत का वेर्नन हो रहा था अओर वो भी बिना किशी शर्म अओर हया के....वहाँ पर अब वासना का नंगा नाच होने वाला था.....भाभी गीता की सलाह पर अब दो गद्दे फर्श पर ही डाल लिए गये थे....अओर उन पर चादरे बिछ चुकी थी....सयद अब उन्हे बेड की ज़रूरत ही नही रह गयी थी......शास ने अपनी शर्ट अओर पेंट उतार कर एक अओर उछाल दी थी....अओर अब वो एक अंडरवेर अओर बनियान मैं ही था....उसका बॅमबू बना लंड अपने तेवर दिखा रहा था....मानो उसने आज चारों चुतो को फाड़ने की पूरी तय्यरी कर ली हो....पता नही कियूं आज शास भी अपने लंड की गतिविधियों से हैरान था....उसे लग रहा था की पीछले कुछ ही दीनो मैं उसके लंड का साइज़ भी बढ़ गया है....पर आज तो उसकी हालत उस भूखे शेर की तरह हो गयी थी....जिसके मूह इंसान का खून लग गया हो..... शास का लंड आपे से बाहर हुवा जा रहा था........सायेद उसके लंड को चूत की सील तोड़कर उसका खून पीने की आदत पड़ रही थी......

गीता...के हुवा शास....तुम्हार लंड तो अभी से बेकाबू हुवा जा रहा लगता है....???

चलो अब इसे इस अंडरवेर से आज़ाद कर दो......

शास...भाभी केवल मैं ही...??? आप सभी तो अभी तक कपड़ो मैं है......???

गीता...हां ये तो बेईमानी है भाई...चलो तुम सब भी अपने कपड़े उतारो....अओर गीता ने अपने सारी उतारनी सुरू कर दी.....

पूजा...भाभी लाइट तो बंद कर दो....इसमे तो शर्म आती है.... कंचन व पायल भी...हैं भाभी प्लीज़ लाइट तो बंद कर दो......

गीता....पगली लड़कियो जो मज़ा लाइट मैं आएगा...वो अंधेरे मैं नही आएगा....आज खुलकर चुदाई का मज़ा लो...शरम लिहज को एक तरफ रख दो....तब तक भाभी ने आपनी सारी उतार दी थी.....

पायल...नही भाभी हमे शर्म आ रही है. प्ल्ज़ लाइट ऑफ कर दो ना...

गीता....नही आज लाइट ऑफ नही होगी.....अंधेरे मैं इस खूबसूरत लंड का मज़ा तुम कैसे लॉगी अओर फिर शास को भी तो मज़ा आना चाहिए....उसे भी तो तुम्हारी चुचियाँ अओर चूत नज़र आनी चाहिए तभी तो लंड महाराज ज़ोर से बरसेंगे...समझी कि नही....अओर गीता ने आगे बढ़कर पहले पूजा का कुर्ता उतारना शुरू कर दिया.....पूजा कुछ सकुचते हुवे...भाभी रहने दो ना....मगर गीता तो उसका कमीज़ उतारने मैं लगी रही.... अओर कमीज़ उतार कर उसने पूजा का सलवार भी खिच दिया....पूजा को एक बार फिर ब्रा अओर पॅंटी मैं देख कर शास का लंड झटके मार-कर फूंकारने लगा था....उसकी उठक-बैठक अंडरवेर मैं सॉफ नज़र आ रही थी.....एसके बाद गीता ने अपना ब्लाउस भी उतार दिया....अओर शास के पास लेट गयी.....

गीता...शास एनलॉगो को तो शरम आ रही है.....ये भाभी पहले तय्यार है...एस्की चूत की प्यास को ही पहले बुझा दे....बरसों से पयासी ही है....

शास...पर भाभी आपने अभी तक अपना पेटिकोट अओर ब्रा तो नही उतारी है....पहले मैं आपका दूध तो पी लूँ तभी तो तुम्हारी चूत की पयास बुझाउन्गा.....

पूजा...भाभी शास को चुचियो का दूध बहुत पसंद है....

गीता...हां कियूं नही...अओर गीता ने अपने ब्रा खोल दी... ब्रा खुलते ही गीता भाभी के मद-होश करदेने वाली चुचिया आज़ाद हो गयी...भभरी भभरी गोलमटोल ठोस्स चुचियाँ गोरा चिटा रंग....चुचियो के निपल अभी भी छोटे ही थे.....शास तो देखता ही रह गया...पूरा निखारा हुवा भाभी का योवन.....मांसल अओर गड्राया हुवा सरीर .किशी को भी मद-होश करने के लिए काफ़ी था....भाभी के गड्राए सरीर की महक शास के नथुनो मैं भरने लगी थी... अजीब सी उततजन थी उनके योवन मैं शास को लगा की भाभी का ये बदन तो पूजा से भी बेहतर है....आज तो उसकी लॉटरी ही निकल आई...जो भाभी.... का ये मांसल अओर गड्राया हुवा महकता सरीर उसके आगोश मैं होगा....भाभी की चुचियाँ देख कर शास आपने को रोक नही पा रहा था....पर तीन लड़कियाँ अओर भी वहाँ पर थी....

पूजा...भाभी तुम्हारी चुचियाँ तो एत्नि सुंदर है की मेरा मन भी ललचा रहा है एन्हे पीने के लिए......

गीता....मैने मना किया कया तुम्हे...गीता ने अपनी दोनो चुचियो को हाथों मैं लेकर उप्पेर को उठाया....लो आओ पियो....आआहह कया चुचियाँ थी...इससे पहले की पूजा गीता की चुचि को पीना सुरू करती...शास ने लपक कर एक चुचि को अपने मूह मैं दबा लिया.....तभी दूसरी चुचि को पूजा ने भी अपने मूह मैं ले लिया......गीता भाभी के मूह से सिसकारी निकल गयी सस्स्स्स्स्साआआअहहुउऊउउम्म्म्मााआअक्ककककच हह आआआआआहह चुचि पीते शास का एक हाथ गीता भाभी की ब्रेड की तरह फुल्ली हुई चूत को पॅंटी के उप्पेर से ही शहलाने लगा था....

ऐसा द्रस्य देखकर पहले से ही उत्तेजित कंचन का हाथ अपनी चुचियो पर घूमने लगा था....उसके होंठ थरथारने लगे थे अओर साँसे तेज हो चली थी..........मगर पायल चुपचाप देखती रही... उसकी चुचि थोड़ी उप्पेर नीचे होने लगी थी.....उसकी चूत मैं मानो लाखों चीटिया लगी हो...उनकी सुगबगाहट से पायल को पसीना आने लगा....वो भी अब अपने को रोक नही पा रही थी......अओर उसने भी अपनी कमीज़ उतार दी अओर ब्रा एक तरफ फैक्कर अपने हाथों से अपनी चुचिया भींच ली.....पायल अब मस्त होकर अपनी चुचियो को मसल रही थी यही हाल कंचन का भी था......पायल ने कंचन का मूह पकड़ कर अपनी चुचियो पर रख दिया....अओर कंचन ने दोनो चुचिया अपने हाथों मैं लेकर बारी बारी से उन्हे पी रही थी.....पायल भी कंचन की चुचियाँ दबा दबा कर मसलने लगी थी.....

अब शास ने गीता भाभी की पांरी को उनके सरीर से अलग कर दिया...अओर गीता भाभी की छूट से अजीब सी महक वहाँ पेर फैल गयी.....शास का एक हाथ अब भी भाभी की छूट की मालिश कर रहा था....भाभी की टॅंग्जी फैलने अओर सिकुड़ने लगी थी....छूट पेर छोटे छोटे बॉल....कुलटे बंद होते हूथ....बीच मैं गुलाबी गड्रई हुई छूट.....पानी छोड़ने लगी थी.....कंचन की नज़र जब भाभी की भारी मांसल जांघों के बीच छूट पेर पड़ी तो उसके तो हूस ही उड़ गये....कंचन की जीभ उसके हूथों पेर फिरने लगी.....

कंचन...दीदी (पायल) चलो नीचे ही चलते है...

पायल...चलो....अओर दोनो भी नीचे ही गद्दों पर आ गयी.....कंचन अओर पायल ने भी अपने कपड़े एक तरफ उतार फैंके.....उन्होने पॅंटी अओर ब्रा भी उतार दी....

कंचन...भाभी मुझे तो तुम्हारी गुलाबी गीली चूत पीने का मन कर रहा है....भाभी ने अपने घुटने इकठ्ठे कर पैर दोनो तरफ फैला दिए अओर कंचन ने बड़ी बेसब्री से अपना मूह उनकी चूत से लगा दिया....कंचन की जीभ भाभी की चूत को चाट ने लगी.....भाभी की चूत का स्वाद कंचन को अओर अधिक मस्त कर रहा था......कंचन के हाथ भाभी के भारी चूतरो को फैलाकर चूत मैं अंदर तक अपनी जीभ पहुचने मैं मदद कर रहे थे......अओर भाभी की सिसकियाँ वहाँ पर गूंजने लगी थीईस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउम्म्म्म्माआआआ हह आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआअह

माआररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर गय्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य्य्यीईईईईइ

rajaarkey
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Re: चुदाई का सिलसिला

Unread post by rajaarkey » 14 Dec 2014 16:25

चुदाई का सिलसिला पार्ट 14

पहला शिकार भाभी ही बन गयी थी.....भाभी की चुचियाँ शास अओर पूजा मस्ती मैं पी रहे थे.....कंचन ने भाभी की चूत चाट चाट कर गुलाबी से लाल कर दी थी.....भाभी की चूत का क्लिट मस्त होकट टोपी पहने खड़ा हो गया था....पायल पर भी मस्ती का सरूर छाने लगा था....पायल ने झिझकते हुवे शास के भारी भरकम लंड पर नज़र मारी....अओर एक हाथ मैं थाम लिया....बरबस ही पायल का हाथ लंड की खाल को आगे-पीछे करने लगा था...फूंकर्ता शास का लंड....उसका गुलाबी फूला फुवा सूपड़ा....पायल ने अपना पूरा मूह खोला अओर लंड के सूपदे को मूह मैं ले लिया......शास के लंड का सूपड़ा बड़ी ही मुश्किल से पायल के मूह मैं आ रहा था....पायल उसे मुस्किल से होंठो से ही चूस पा रही थी....सभी पर अब वासना का खुमार पूरी तरह से चढ़ चुक्का था.....भाभी की सिसकारिया बढ़ती जा रही थी.....भाभी की सिसकारियो से वहाँ पर...वासना मैं महॉल हो चुक्का था....मानो रति अओर कामदेव ने स्वॅम वहाँ पर मोर्चा संभाल लिया हो.....स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईइआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह उउउउउउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हिस्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईएआआआआआद द्द्द्द्द्द्दद्ड शसस्सस्स आआब्ब्बबब दददाअल ब्ब्भ्ह्हीइ द्दी भाभी की सिसकारिया,....शास का मस्त लंड सभी की चुतो से बहता गरम चिकना पानी.....

गीता भाभी...शास प्ल्ज़ अब अपना लंड मेरी चूत मैं डाल दे अब बर्दास्त नही हो रहा है......डाल दे मेरे राजा....मेरे शास....आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्स्स्सुउउउउउस्स्स्स्स्स्सीईइ शास का एक हाथ भाभी की चुचियाँ दबा रहा था....अओर दूसरे हाथ से उसने पायल की कुँवारी चूत की मालिश करनी शुरू कर दी थी....पायल की छोटी सी चूत...मुलायम काले घने बालो मैं.....शास के हाथों के स्पर्श ने पायल को अओर अधिक उत्तेजित कर दिया था....किशी पुरुष का पहली बार स्पर्श हुवा था उसकी चूत पर......वह दना-दान पानी छोड़ने लगी थी.....उसकी चूत के पानी से शास की उंगलिया गीली होने लगी थी.....शास ने गीली उंगलिया अपने मूह मैं ली अओर चाटने लगा.....

भाभी...कया हुवा शास....????

शास....भाभी पायल की चूत का पानी चाट रहा था.....बहुत ही स्वदिस्त है....

भाभी...शास ज़रा मुझे भी तो दे...???

शास...अभी भाभी...अओर शास ने दुबारा अपने उंगलियाँ पायल की चूत मैं घुसा दी.....पायल मस्ती मैं चीख उठी.....उउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्माआआआआह्ह्ह्ह्ह...शास ने पूरी उंगली पायल की चूत मैं घुमाई अओर लाकर भाभी के होंठो पर रख दी.....लो भाभी.......चाट लो पायल की चूत का पानी....बड़ा ही कमाल का है.....

भाभी....उउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईई इआआआह्ह्ह्ह्ह्ह .....भाभी की आँखें अब पूरी तरह से बंद थी उसकी चूत दो बार पानी छोड़ चुकी थी...जिसको कंचन अपनी मस्ती मैं पीती जा रही थी.....कंचन का मन भाभी की चूत को छोड़ने को नही कर रहा था.......

पायल...शास भाय्या....लो मैने तुम्हारे इस लंड को तय्यार कर दिया है....लो मेरी चूत खुली है.....डाल दो इसमे.....बिल्कुल कोरी है अभी.....आज तक किशी को टच भी नही करने दिया......लो डाल दो इसमे....फाड़ दो अपनी इस बेहन की चूत को.....उउउउउउउउउआआआआआआआअम्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्ह्ह्ह्ह हह........आआआआअहह.

भाभी...नही शास तुम पहले मेरी चूत मैं डाल दो.....अब मुझसे बर्दाश्त नही हो रहा है........

शास...नही भाभी...पहले मैं पायल की चूत मैं ही डालता हूँ...इसकी कुँवारी चूत का पानी अओर खून पीकर ये लंड अओर मस्त हो जाएगा.....तब तुम्हारी चूत को ये वो मज़ा देगा....जो तुम सोच भी नही सकती हो......कुँवारी चूत को चोद कर ये लंड दुबला हो जाता है.....पूजा की चूत फाड़ कर अब ये दोगुना हो चुक्का है......

भाभी...मगर आआह्ह्ह्हुउउउउउउउउउस्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईई अमीन अब कैसे बर्दास्त करूँ...???

पूजा...चिंता मत करो भाभी तुम्हारी चूत अओर चुचिय्या मैं अओर कंचन मसल मसल कर पीते है...तुम्हारी चूत का सारा पानी आज हमारे लिए है......

भाभी...ठीक है शास....अब जल्दी से पायल को ही चोद दो....फाड़ दो एस्की कुँवारी चूत को....पर हाई...अपना बीज (वीर्या) मेरी चूत मैं ही डालना.....मैंम् आज ही तुम्हारे बच्चे की मा बनना चाहती हू...बोलो शास बनाओगे ना मुझे मा.....????

शास....हा भाभी....आज तुम्हारी चूत को वीर्या से इतना भर दूँगा की एक कया 2 बच्चे पैदा कर लेना.....आज मेरे इस बॅमबू लंड का सारा माल तुम्हारी चूत के नाम है भाभी......

पायल...अब तब पीठ के बल लेट कर...टाँगें चौड़ी कर चुकी थी.....आओ शास...लो फाड़ डालो अपनी इस बेहन की चूत को......

शास...अभी नही पायल थोड़ा रुक जाओ...ज़रा मैं तोड़ा तुम्हारा दूध अओर तुम्हारी चूत का रस थोड़ा अओर पी लूँ....अओर शास ने पायल की चुचियाँ अपने हाथो अओर होंठो मैं दबा ली.........

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Re: चुदाई का सिलसिला

Unread post by rajaarkey » 14 Dec 2014 16:27

चुदाई का सिलसिला पार्ट -15



शास मस्त होकर पायल की चुचियाँ पीने लगा... बीच बीच मैं पायल के होंठ भी चूम लेता था....शास के हाथ पायल के पूरे बदन को सहला रहे थे....पायल डूबती जा रही थी शास के आगोश मैं....उसे तो आज ही पता चल रहा था कि चुदाई मैं इतना मज़ा आता है....शास के हाथ कभी कभी पायल की चूत की क्लिट को मसल देते थे....तो पायल की आअहह निकल जाती थी....उसकी चूत लगातार पानी छोड़ रही थी......तथा चूत के होंठ लपलापा रहे थे.....उसकी चूत लंड लेने के लिए पूरी तरह से तय्यार थी....मगर शास तो किशी धुरन्दर चोदू की तरह पायल को अओर अधिक मस्त करना चाहता था.....पायल का योवेन चालक रहा था....उसकी चुचियाँ भारी अओर सुडोल थी.....उसकी चुचियो के निपल्स अभी डार्क ब्राउन थे....शास कभी कभी पायल की चुचियो के निपल दाँतों (टीत ) मैं दबा देता तो पायल की चीख निकल जाती.....पायल मज़े मैं बड़बड़ाने लगी थी....शास मेरे भाई...मेरे यार....तुम अभी तक कहाँ थे.....मेरी ये चूत कब से तुम्हारे लंड का एंतजार कर रही है......चोद दो अब इसे.....आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईउउउउउम्म्म्म म्‍म्माआअहह...शास मेरी चूत मैं कया कर दिया तुमने......आआआहह कितनी चीटियाँ घुस गयी है इसमे....चूत के अंदर खुजली मची है भाई...मेरे शास....आआहह ईईएसस्स्स्स्सिईईई मगर शास इन सब से बेपरवाह....मस्ती मैं...पायल के पूरे बदन को दबा दबा कर मसल रहा था.....उसके लंड का कड़ा पन बढ़ता ही जा रहा था.....धीरे धीरे शास का मोटा लंड एक गरम लोहे के पाइप की तरह टाइट हो चुक्का था.....

शास....पायल...लो अब तुम इस लंड को मस्त होकर चूसो...मैं मैं तुम्हारी चूत का रस चाट कर देखता हूँ..... अओर शास और पायल 69 की पोज़िशन मैं आ गये थे.........पायल की चूत काफ़ी चिकनी हो चुकी थी....शास ने पायल की चूत की क्लिट पर अपनी जीभ से जोरदार प्रहार करने सुरू कर दिए.....कभी कभी....शास की जीभ पायल की चूत की गहराई मैं घूम रही थी....पायल की सिसकियाँ अब बेकाबू होने लगी थी....कंचन अओर पूजा का ध्यान भी पायल की सिसकियो पर जाने लगा था.....इससे वे भी अओर मस्त होकर भाभी को चूमने अओर मसालने लगी थी....अब पूरे बेडरूम मैं ही सिसकियाँ गूँज रही थी....

शास पायल की जंघे....उसकी चूत चाट रहा था....कभी कभी उसकी जांघों पर दाँतों से प्रहार भी कर रहा था....शास का लंड पायल के मूह मैं फँसा था....उसकी चीख चूऊँ घू मैं दब कर रह जाती थी....शास के हाथ उसके चूतरो...जांघों को सहला रहे थे कभी कभी शास की उंगली......पायल की गान्ड मैं घुस जाती...तो पायल उछल पड़ती थी.....जब भी शास की जीभ उसकी चूत की क्लिट पर दबाव बढ़ती या उसकी जीभ पायल की चूत मैं अंदर घुसती तो पायल की सिसकी बढ़ जाती थी.....उउउउउम्म्म्म्माआअह्ह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईइआआआआउउउउउउउन्न्न्न्न्न्न्न्नccc cछ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अब पायल पूरी तरह एक ज्वाला मुखी की तरह पाक चुकी थी....उसकी चूत अब लंड के बैगेर परेशान हो रहो थी.....ऊवूऊवूयूवुयीयेयीख्ह्ह्ह्स्स्ज़ियीयियीयियी ईयी

पायल.....शास प्ल्ज़ अब इसे चूत मैं डाल ही दो.....मुझा से अब बर्दास्त नही हो रहा है....प्लेआज़ए शास ..........

शास....हां पायल...थोड़ा अओर चूस दो....मज़ा आ रहा है....

पायल...शास मेरी जान जा रही है......प्लेआज़ए ....शास अब अओर नही.....

शास....पायल..तुम्हारी चूत अभी कोरी है...दर्द जीयादा होगा.....थोड़ा अओर खोल दूँ....

पायल...शास...प्ल्ज़ अब अओर नही...बस डाल दो....मेरी बर्दास्त से बाहर हो रहा है...मैं मर जाओंगी....शास मेरी जानू प्ल्ज़ डाल भी दो....पायल की सांसो मैं भी थरथराहट आ चुकी थी...वो अब स्पस्ट नही बोल पा रही थी....उसकी चूत से गरम लावा फुट रहा था....शास की जीभ अओर गहराई तक उसकी चूत को सॉफ कर रही थी.....

गीता...शास...अब रहने भी दो देखो पायल का कया हाल है....अब चोद दो इसकी चूत को.....इसका चेहरा गरम होकर लाल हो चुक्का है...पायल की आँखें बंद हो चली है....अब इस पर अओर ज़ुल्म ना करो.....अओर फिर तुम्हे तो बाकी चूत भी तो चोदनी है.....

शास...अच्छा पायल...आओ....लाओ अब तुम्हारी चूत की गहराई इस लंड से ही नापता हूं.......अब इसकी पयास इस लंड से ही बुझाता हूँ.....

पायल सीधी पीठ पर लेट गयी....उसके पैर को फैल गये....उसकी चूत अब शास को सॉफ नज़र आने लगी....चूत का खुलता बंद होता मूह...शास के लंड को अओर अधिक ताकतवर बना रहा था....शास का लंड भारी ठुमके मार कर चेतावनी दे रहा था....उसका सूपड़ा फूल कर कुप्पा हो गया था..... शास पायल के उपर आ गया अओर पायल की दोनो टाँगे चौड़ी करके अपने लंड को उसकी चूत पर ठीक से अड्जस्ट किया मगर शास के लंड के सूपदे से चूत का मूह काफ़ी छोटा था.....शास समझ गया क़ि पायल चूदवाते हुवे जीयादा परेसान करेगी.....इस लिए शास ने पायल के होंठ अपने मूह मैं ले लिए अओर उसकी दोनो चुचियाँ कस कर थाम ली....अब शास ने अपने चूतर थोडा उप्पेर करके एक जबरदस्त धक्का लगा दिया....एससे पहले की पायल चीखती चिल्लाति शास ने तुरंत ही दूसरा अओर जोरदार धक्का जड़ दिया....आधा लंड पायल की चूत मैं समा गया...अओर पायल की दर्दीली चीख शास के होंठो मैं दब कर रह गयी.....पायल की छटपटाहट उसकी आँखों से बहते आँसू उसकी दसा बता रहे थे......पायल अब दोनो हाथों से शास को पीछे धकेल रही थी...पर शास ने भी हिम्मत नही हारी....उसने तीसरा अओर जोरदार धक्का लगा...दिया...शास का लंड पायल की चूत को फाडता हुवा चूत की गहराई तक समा गया.......पायल दर्द से बेहाल हो गयी थी.....उसकी छोटी सी चूत की दीवारे फट चुकी थी....उसका सारा बदन पसीने से नहा गया था....उसकी आवाज़ उसके हलाक मैं फन्स कर रह गयी थी....अओर उसकी आँखों से झार-झार आँसू बह रहे थे......मगर खिलाड़ी शास ने उसकी चुचियाँ मसलनी जारी रखी....उसके होंठ चूमता रहा....पायल के मूह से घुटि घुटि आवाज़ अब भी निकल रही थी........आआआआआईईईईईईस्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईइ ईईइउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह.........ज ज्ज्ज्ज्ज्जाआआआआआआआआअल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल ल्ल्ल्ल्ल्लीईईईईईईईईम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म आआआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह फफफफफफफफफफ़ाआआआआााअद्द्द्द्द्द्द्द्द्द्दद्ड हहिईीईईईईईईईईईईईईईईयययद्द्द्द्द्द्द्ददडिईईईईईईईईईईईईईईईई ईईईईईईआआआआआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउ चहाआआआआईईईईईईईईईहह हह

शास का भारी लंड पायल की बेहद टाइट चूत मैं झटके का रहा था.... लगभत 8-10 मिनूट के बाद शास का लंड धीरे धीरे अंदर बाहर होने लगा था....पायल को लग रहा था मानो उसकी चूत को कोई गरम रोड से फाड़ रहा हो....शास का लंड धीरे धीरे अंदर बाहर हो रहा था अओर पायल की सिसकिया....आआहहुउऊउउस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिईईई ईईईईइउउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अभी भी गूँज रही थी....आँखूं से आँसू अभी भी बह रहे थे........पायल को नही पता था की इस मज़े की पीछे ये भयंकर दर्द भी है....नही तो सायेद वो इतने भारी लंड को लेने की हिम्मत ना जुटा पाती....मगर अब पछताने से कया लाभ था....अब तो शास का लंड उसकी चूत को फाड़ कर उसमे समा चुक्का था......पायल की हालत ऐसी थी जैसे बकरे ने खुद को कसाई के हवाले कर दिया हो....कि लो मुझे हलाल कर दो.....अओर कसाई ने उसकी गर्देन पर छुरी फेर दी हो....शास ने भी बीना किशी रहम के पायल की चूत को एसे ही बेरहमी से अपने भारी भरकम लंड से फाड़ दी थी......पायल की चूत मैं आसहनीय दर्द हो रहा था अओर शास अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था.....

कुछ देर एसे ही गुजर गयी...अब पायल की चूत का दर्द कुछ कम होने लगा था....उसके बदन मैं फिर सिहरन दौड़ने लगी थी...उसकी साँसों मैं गर्मी आ गयी थी....अओर चूत मैं फिर खुजलाहत...चूत फिर पानी छोड़ने लगी थी....अब पायल सातवे आसमान पर सयएएर की ताययरी कर रही थी...धीरे धीरे उसके चूतड़ भी उछलने लगे थे...एसका एहसास करते ही शास की चुदाई की स्पीड बढ़ने लगी थी.....अब फिर एक जोरदार चुदाई शुरू हो चुकी थी.....अओर पायल अओर शास की कामुक सिसकारिया फिर गूंजने लगी थी.....आआअहह प्प्प्पाआअय्य्य्याआअल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल एयाया ल्ल्ल्ल्लीईई आआआआहह......उउउउउम्म्म्म्म्माआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सस्स्शहाआअसस्स्सस्स ब्भ्हाय्या आआअहह है एसे ही... आआअहह अओर ज़ोर से आआआअहह अब चिंता नही.....आआआआहह शास......अओर ज़ोर से....आअस्सीईई फ्फ़ादद्ड़ दे आज एस चूत को आआअहह....हर स्ट्रोकक पर शास का लंड पायल की चूत मैं अंदर बच्चेदानी पर चोट कर रहा था.....तभी पायल की आआहह निकल जाती थी......

गीता....शास भयया....मेरा तो बुरा हाल है....अब जल्दी करो ना.....आअहह अभी हुवा नही है कया....???? उउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म

पायल...भाभी....अभी तो कुछ भी नही हुवा....अभी तक तो बकरा हलाल ही हुवा है....

गीता...अच्छा तुम्हे भी पता चल गया....????

पायल...हां भाभी मेरा दिल ही जानता है...शास का लंड कैसे झेला है....आआआअहह.........पेल दो भाय्या शास आआहह हाई...ऐसे हाई....चोदो....

गीता....पायल अब जल्दी कर ...अभी अओर भी तीन है....???

पायल....उउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म आअहह...प्लेज़ भाभी अभी मत बोलो....आअहह.......मज़ा आ रहा है......अहह अंदर भी सब फाड़ तोड़ दो मेरे राजा मेरे भाई शास.....उउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म आआअहह हैं...अओर आअहह.....अओर पायल की साँसे अओर तेज हो चली थी....वह बार बार शास के होंठ चूम रही थी...उसके हाथ शास की पीठ सहला रहे थे....अओर चूतड़ उछाल उछाल कर चुदाई मैं सहयोग कर रही थी.....आख़िर हर तूफान का अंत है....पायल भी चुदाई की आखरी सीढ़ी पर थी....उसका सरीर नीचूड़ने लगा था....आँखें बंद हो गयी, अओर उसने शास को ज़ोर से कस कर भींच लिया था.....शास का लंड तूफान की गति से पायल की चट मैं अंदर बाहर हो रहा था.....अओर पायल.....सातवे स्वर्ग मैं....उसकी चूत ने शास के लंड पर ढेर सारा पानी छोड़ दिया.....पहली चुदाई का पहला....पानी.....पहला स्वर्ग का एहस्सास.....चिपक गयी...शास से पूरी ताक़त से.....उउउउउउउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म म्‍म्म्ममम के साथ.......अब चेतना वहीं पायल.....समागम की अनंत मस्ती पर......जहाँ पर भूल जाता है सब कुछ.....यही तो है चुदाई का वो प्रेम सुख....जिसके लिए अफ़सराएँ धरती पर चली आई.....शिरफ़ चुदाई के लिए....अओर इस प्रेम सुख की प्राप्ति के लिए......पायल अब निढाल हो चुकी थी.....उसके बदन का जोड़ जोड़ अब थक चुका था.....

पायल...शास भाय्या....अब गीता भैभि की चूत को भी देख लो अओर हो सके तो एक बार अओर.....मेरी चूत मैं भी......

शास...कियूं नही पायल....तेरी चूत एक बार अओर ज़रूर चोदनी है....

शास ने अपना टनतनाया हुवा लंड जैसे ही पायल की चूत से बाहर खींचा....वो अओर बिफर गया....उसका सूपड़ा....पायल की चूत के खून से लाल हो रहा था .....अओर पायल की चूत से पानी मिला हुवा खून निकल रहा था.....शास के लंड ने अभी तक पानी नही छोड़ा था........पायल ने अपनी चूत पर धीरे से हाथ फिराया....अओर चूत से खून निकलता देखा कर........तोड़-फोड़ कर दी शास तुम्हारे इस लंड ने ...देखो...???? पायल हाथ पर लगा खून शास को दिखाते हुवे मुस्कुरई...

शास....अब आगे का रास्ता सॉफ हो गया....अओर वो भी मुस्कुरा दिया.....

गीता...शास प्लेआज़ अब आ भी जाओ....मेरी चूत पाँच बार पानी छोड़ चुकी है....अओर सारा कंचन अओर पूजा पी गयी है....अब इसमे अपना पानी डाल कर इसे भर दो......आओ शास प्लेआज़ जल्दी से.....बस आते ही लंड को चूत मैं डाल दो.....

शास...आया भाभी...ये लंड तो अभी भूखा ही है...अब तो ये तुम्हारी चूत से प्यास भुजाएगा.....ये भी तो तुम्हारी चूत के लिए परेशान है....अओर शास गीता भाभी की टाँगों के बीच सरक आया....शास के लंड को इस भयंकर हालत मैं देखकर कंचन तो डर गयी......

कंचन...शास भाय्या...अब इसे भाभी की चूत मैं डाल कर छोटा कर लो....मेरी चूत तो इसे नही ले पाएगी....ये तो लंड कया...मूसल बना हुवा है....मालूम नही पायल दीदी का कया हाल हुवा होगा......????

शास...घबराओ नही...कंचन...तुम्हे सबसे बाद मैं...ज़रा प्यार से चोदुन्गा.....इस लंड की इच्छा तो तुम्हारी चूत मैं पहले जाने की थी पर अभी तो मैने एस्को मना लिया है.....पर आखरी वार तुम्हारी चूत पर ही होगा...वो भी प्यार से.....

कंचन...पायल दीदी...तुम्हारी चूत से तो खून निकल रहा है...कया दरद तो नही है...

पायल...नही कंचन दरद नही....अब तो ये चूत फिर से तय्यार है...शास भाय्या चाहें तो एक बार अओर एस्की तम्मन्ना है....कंचन ने पायल की चूत को सॉफ किया.....सच बताओ दीदी...तुम्हारी चूत तो पहले से जीयादा सूज गयी है....उपेर से लाल भी है...जैसे खूब पिटाई हुई हो...????

इस पर वहाँ पर सभी मुस्कुरादीए...अओर शास ने अपना लंड गीता की चूत पर अड्जस्ट कर दिया था...गीता की चूत पायल से कुछ बड़ी थी...अओर फूली हुई भी थी....शास के गरम लंड का चूत के द्वार पर टच होते ही....गीता भाभी की आह निकल गयी.......आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउउउउउउउउउउम्म म्‍म्म्मममम अब शास बस जल्दी से डाल दो....

शास...भाभी चिंता कियूं करती हो....अब तो ये लंड तुम्हारा हुवा.....

भाभी...शास प्लेआज़ अब बर्देस्ट नही हो रहा है....ब्स जल्दी से अंदर करो अब....

शास...भाभी अपना दूध मुझे भी तो पी लेने दो....

भाभी.....उउउउउस्स्स्स्स्स्स्सीईईईएह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्साआआआ तुम तो मुझे मार ही डालोगे......प्लेआज़ शास....अब अओर नही...पहले अंदर डाल दो...उसके बाद पी लेना........चूत के अंदर आग लगी है अओर तुम्हे दूध की पड़ी है....

शास...देख लो भाभी...अगर दूध नही मिलेगा...तो ये लंड कया खाक करेगा...???

भाभी...शास...प्लेआज़ अब अंदर करो ना....अओर भाभी उप्पेर को चूतर उठाने लगी....थी... भाभी की चूत का बुरा हाल था.....भाभी की गहरी साँसे...उनकी उत्तेजना को बयान कर रही थी...भाभी ने शादी से पहले ही समझो लंड का मज़ा ले लिया होगा....शादी के बाद तो अनिल कभी ठीक से कुछ कर ही नही पाया था....भाभी की चूत आज भी भूखी ही थी....वो चूत जिस को रोज गरम होकर बिना पानी छोड़े ही ठंडा होना पड़ता था उसका कया हाल होगा.???? भाबी की उत्तेजना अब चरम पेर थी......अओर उनकी साँसे अब उनका साथ नही दे पा रही थी....उनका चेहरा बिलुल लाल हो चुक्का था अओर चहेरे पर कितने ही भाव आ जा रहे थे....अतियाधिक उत्तेजना के कारण उनकी सिसकियाँ अब गूँज रही थी.....उउउउउउउउउउस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह प्लेआज़ शास अब तो मैं मरी ही रही हूँ अब जल्दी करो.........

शास...अच्छा भाभी....लो अभी लो...अओर शास ने पोज़िशन ली....अओर भाभी की दोनो चुचियाँ पकड़ कर एक जोरदार धक्का मार ही दिया....शास का लंड भाभी की चूत मैं एक दो एंच जाकर ही रुक गया....अओर भाभी की जोरदार चीख निकल गयी उउउउउउउउउईईईईईईईईएस्स्स्स्स्सीईईईईइ आआआआहह थी.....भाभी की चूत काफ़ी टाइट थी....सब की नज़रे भाभी के उप्पेर चली गयी....भाभी कुँवारी नही थी,...फिर भी भाभी की चीख.....????

भाभी की आँखों से आँसू निकल आए थे....भाभी को बहुत दर्द हो रहा था....उनकी साँसे फूल गयी थी....शास को बड़ा तरस आया भाभी पर......

शास...भाभी काया निकाल लूँ..????

भाभी...गुस्से मैं भरकर नही शास...बिकुल मत निकालना....तुम इसे जल्दी से -जल्दी अंदर करो....कैसे भी.....

शास...पर भाबी ये लंड आपको बहुत दर्द कर रहा है.....???

भाभी...शास ज़ोर का धक्का मार कर अंदर करो...???

शास...पर भाभी मुझ से आपका दर्द देखा नही जा रहा है.....???

भाभी...मेरी चिंता मत करो...बस जल्दी से इसे पूरा अंदर डालो....मेरे दर्द को भूलकर अपना काम करो....बस ये पूरा अंदर जाना चाहिए आआअहह.....उउउउउस्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईइउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्माआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

शास...पर भाभी अभी तो थोड़ा ही गया है...अओर अभी जब आपको इतना कष्ट हो रहा है तो....पूरा जाने पर कैसे....झेल पाओगि.. भाबी...????

भाभी...शास की बात बीच मैं काट कर तुम्है कहा ना जल्दी से पूरा डाल दो....मेरे दर्द की पेरवाह तुम मत करो....??? अभी कुछ देर पहली पायल पर तो दया नही आई थी.....वो तो कुँवारी भी थी....उसकी फाड़ने मैं तो कुछ नही सोचा कि उसका कया हाल हो रहा था..????...अभी तक खून बह रहा है......????

शास... एसीलिए तो भाभी कि मैं जानता था कि वो कुँवारी है...बस एक दो धक्को मैं ही जल्दी से डाल दिया.....मैं जान रहा था कि उससे बहुत दर्द हो रहा है....पर पहली बार तो होता ही है....एसलिए मैं पूरा लंड चूत मैं डालकर ही रुका था...पर भाभी तुम तो कुँवारी नही हो ना....?????????

भाभी...मुझे भी अब कुँवारी ही समझो....कैई साल से इसमे कोई लंड गया ही नही...एस्सीलिए सिकुड कर छोटी हो गयी....बिल्कुल कुँवारी ही की तरह.....खैर तुम चोदो अओर पूरी ताक़त से जल्दी से पूरा लंड ही डाल कर रुकना....???

शास...ठीक है भाभी.......अओर शास ने भाभी के दोनो पैर उठाकर अपने कंधों पर रखा लिए...अब भाभी के कूल्हे पकड़ कर एक जोरदार शाट मारा तो आधा लंड भाभी की चूत मैं घुस गया.....आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्स्सीईईईइ भाभी की चीख निकली ही थी की शास का दूसरा वार हो गया....अओर शास का लंड सीधा जाकर भाभी की बच्चेदानी से टकरा गया....उउउउउउईईईईईईईसीईईईईईईईआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मार डाला आआआअहह उउउउउउउउउउउम्म्माआआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईईईईईईईइ भाभी....शास रुक जाओ बस अब अओर नही.....भाभी का दर्द उनकी सहन शक्ति से बाहर हो गया था.......उउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआह्ह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स्स्सीईईईउउउउउउम्म्म्म्म्ह्ह्ह...

शास..मगर भाभी अभी तो थोड़ा सा बाहर ही है...लगभग एक एंच तो होगा....ये भी तो अंदर डाल दूँ...उसके बाद ही ..........????

भाभी...नही शास ...अब अओर अंदर नही जाएगा.....आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्सीईईइउउउउउउईई..............आआआआहह

शास...मगर भाबी....पूरा अंदर नही जाएगा....तो फिर कैसे......????

भाभी...अपनेई आँखों से पानी (आँसू) पूछते हुवे....उउम्म्म्म्स्स्सीईईईईईएआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अब अओर नही जा पाएगा....शास....तुम्हारा लंड लंबा ही इतना है कि पूरी गहराई....नाप कर भी बच गया तो मैं कया करूँ.....अंदर बच्चेदानी को तो ठोकर मार रहा है.....

शास...नही भाबी मेरा लंड इतना बड़ा नही है....तुम्हारी गहराई सायेद कम है....वेर्ना...अभी पायल दीदी ,पहले सीमा अओर पूजा ने भी तो पूरा का पूरा लंड अंदर लिया है....

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