चुदाइ का दूसरा रूप compleet

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raj..
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Re: चुदाइ का दूसरा रूप

Unread post by raj.. » 23 Dec 2014 06:58

चुदाई का दूसरा रूप--3

गतान्क से आगे.....................

मैने प्यार से उसका हाथ पकड़ा और कहा - देखो सारा........ हम दोस्त हैं.

अगर तुम मुझे कुछ बताना या कहना चाहती हो तो मैं हूँ यहाँ तुम्हारे लिए.

अगर तुम्हे कोई दुख है तो बाँटने से हल्का हो जाएगा.

अचानक, सारा रोने लगी. मैने उसको गले से लगाया और वो मेरे कंधे पर अपना

सिर रख कर लगातार रोए जा रही थी. मैने उसको कुछ देर रोने दिया ताकि वो

हल्का महसूस करे. कई लोग हमारी तरफ देखने लगे थे और सारा ने भी ये महसूस

किया.

स्रो बोली - अगर तुम कुछ देर फ्री हो तो मेरे रूम मे चलते हैं.

मैं - ज़रूर. चलो चलते है.

मैने अपनी मा को मेरे मोबाइल से फोन कर्दिया की मैं अपनी कॉलेज की दोस्त

के साथ हूँ और मुझे घर आने मे थोड़ा वक़्त लगेगा.

हम दोनो उसी होटेल मे, सारा के रूम मे आ गई.

मैं सोफा पर बैठी थी और ये देख कर मुझे आस्चर्य हुआ की सारा ने खुद के

लिए ब्लॅक लेबल का एक पेग बनाया और मुझसे ड्रिंक के लिए पुच्छा. मैने

उससे कहा कि मैं उसका साथ देने के लिए हल्की बियर ले लूँगी. अब वो ठीक थी

और रो नही रही थी. मैं समझ गई थी की वो अपनी शादी से या पति से खुश नही

है. एक दोस्त होने के नाते मैं जो भी संभव हो, उसके लिए करना चाहती थी.

अपना विषकी का पेग और मेरे लिए बीआर ले कर हम पास पास सोफा पर बैठ गयी.

मुझे फिर से आस्चर्य हुआ जब उसने सिगरेट सुलगाई.

मैने सारा के अंदर बहुत बदलाव देखा. सारा, जो कॉलेज मे एक शर्मीली लड़की

थी, जिसको मैं जानती थी, आज वो अलग ही सारा थी. कॉलेज मे सारा एक बहुत

अच्छी, सुंदर, शर्मीली लड़की थी. उसका कोई बाय्फ्रेंड नही था. कई लड़के

उसके पीछे पड़े थे मगर उसने किसी लड़के से दोस्ती नही की. मेरी जो भी

लड़कियाँ कॉलेज मे दोस्त थी, वो हमेशा चुदाई के बारे मे बात करती थी मगर

सारा ने कभी ऐसी बातों मे भाग नही लिया. उस का तो बस एक ही शौक था, वो था

तैरना, स्विम्मिंग. वो अपने मा बाप की पसंद के लड़के के साथ ही शादी करना

चाहती थी, और वो अपनी शादी के समय कुँवारी ही थी, यानी उसने कभी भी, किसी

से नही चुदवाया था. कॉलेज की पढ़ाई ख़तम करने के बाद मैं ज़्यादा उसके

संपर्क मे नही थी.

थोड़ी देर खामोश रहने के बाद सारा ने मुझे अपनी शादीशुदा जिंदगी की भयानक

कहानी सुनाई. मैं वो सब सुनकर दंग रह गई. उसकी कहानी सुनकर मैं कुछ नही

बोल पाई क्यों कि मैं उसके लिए कुछ नही कर सकती थी. उसकी जिंदगी तो एक

नर्क थी. मैं आगे आप को सारा की जिंदगी का कड़वा सच बताने जा रही हूँ जो

मुझे सारा ने बताया था.

ये तो आप समझ ही गये होंगे की सारा उसका असली नाम नही है. ये नाम तो मैं

सिर्फ़ उसके बारे मे लिखने के लिए इस्तेमाल कर रही हूँ.

सारा एक बहुत सुंदर, शर्मीली और लड़कों से हमेश दूर रहने वाली लड़की थी.

उस के पिताजी का ज़मीन जायदाद खरीदने बेचने का धंधा था और वो अपनी सुंदर

बेटी सारा की शादी के लिए किसी अच्छे लड़के की तलाश मे थे. इस तरह सारा

की शादी मुंबई के एक बड़े व्यापारी के सुंदर लड़के के साथ पक्की हो गई.

और फिर जल्दी ही उसकी शादी भी हो गई.


raj..
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Re: चुदाइ का दूसरा रूप

Unread post by raj.. » 23 Dec 2014 06:59

शादी के बाद, दुल्हन बनी सारा, अपने ससुराल, मुंबई मे अपने बिस्तर पर

बैठी, सुहाग्रात के लिए अपने पति का इंतज़ार कर रही थी. वो बहुत खुश थी

और उसे गर्व था की वो अबतक कुँवारी है और वो अपना कुँवारापन अपने पति को

देना चाहती थी. उसका पति भी काफ़ी सुंदर था और ये एक अच्छी जोड़ी थी.

काफ़ी देर हो चुकी थी और वो आधी रात के बाद का वक्त था जब उसके पति कमरे

मे आए. उसने देखा की उसका पति सीधा नही चल पा रहा था, शायद दोस्तों के

बीच मे काफ़ी शराब पी ली थी. सारा पीने के खिलाफ नही थी पर चाहती थी कि

पीने का काम समय और सीमा मे किया जाए तो ठीक है. खैर, जब उसके पति ने देर

से आने और शराब पी कर आने के लिए उस से माफी माँगी तो सारा उसके व्यवहार

से खुश हो गई.

सारा अपनी पीठ के बल नंगी लेटी हुई अपने पति के साथ प्यार और चुदाई का

खेल, अपनी जिंदगी मे पहली बार खेल रही थी. बेडरूम की धीमी रोशनी मे उसने

देखा की उसके पति का लॉडा काफ़ी लंबा और काफ़ी मोटा है. वो अपने उस दर्द

के बारे मे सोचने लगी जब उसके पति का मोटा ताज़ा, लंबा लंड उसकी सफाचत

कुँवारी चूत मे पहली बार घुसेगा. वो अपने पति के लंड से खेलना चाहती थी

पर उसके पति को शायद चोदने की जल्दी थी. उसने अपने मन मे सोचा कि कोई बात

नही, उसके पति का लंड उसका ही तो है, उस से बाद मे भी कभी भी खेल सकती

है. इसलिए उसने अपने पति को, जो सुहाग्रात को उसे जल्दी से जल्दी चोदना

चाहता था, रोका नही और दर्द सहने को तय्यार हो गई. हालाँकि उसकी अपनी चूत

भी थोड़ी गीली हो गई थी पर वो जानती थी की दर्द तो होने वाला है, पर मज़ा

भी आएगा. उसके पति उसकी चौड़ी टाँगों के बीच बैठ कर अपने लंबे और मोटे

लंड को उसकी चूत के दरवाजे पर रखा और थोडा ज़ोर लगाया. सारा ने सॉफ सॉफ

महसूस किया कि उसके पति का लंबा और गरम लंड उसकी चूत मे घुस रहा है. उसके

पति ने अपने लंड का थोड़ा और ज़ोर उसकी चूत मे लगाया तो सारा को अपनी चूत

पर कुछ गरम गरम महसूस हुआ जो सारा समझ नही सकी कि क्या है. उस का पति

नंगी सोई सारा के उपर सो गया और उसने सारा से सॉरी कहा. अब उसके पति का

लंड उसकी चूत मे नही था और फिसल कर बाहर आ गया था. सारा समझ नही सकी कि

उसका पति उस से सॉरी क्यों बोल रहा है. सारा अपना हाथ अपनी चूत पर ले गई

तो उसके हाथ मे उसके पति का नरम पड़ता लंड आया. अपनी चूत पर जब उसने अपने

पति के लंड का पानी महसूस किया तो सारी बात सारा की समझ मे आ गई. उस ने

कहीं पढ़ा था की पहली बार नये नये शादीशुदा जोड़े के बीच ये उत्तेजना की

वजह से हो जाता है. इसमे चिंता की कोई बात नही है. उसने अपने पति का

चुंबन लिया और कहा कि कोई बात नहीं, हम बाद मे चुदाई करने की कोशिश

करेंगे. जल्दी ही उसके पति को नींद आ गई.

अगले दिन सारा अपने नये घर मे आ गई जो उसके ससुरजी ने उसके पति को शादी

के तोहफे मे दिया था ताकि शादी के बाद नया जोड़ा जैसे चाहे वैसे रह सके.

ये तीन बेडरूम का, सारी सुविधाओं के साथ उँची इमारत मे बड़ा और आलीशान घर

था. वहाँ एक नौकरों के लिए भी कमरा था और एक 24 घंटे काम के लिए औरत भी

थी. उस औरत के ज़िम्मे घर के सारे काम थे.

अब, आज उसकी शादी के बाद दूसरी रात थी और इस नये घर मे पहली. उस का पति

शाम को जल्दी घर आया और वो दोनो बाहर खाना खाने गये. दोनो ने अपना हनी

मून का कार्यक्रम खाने की टेबल पर बनाया. अगले साप्ताह वो अपना हनिमून

मनाने ऑस्ट्रेलिया जाने वाले थे. सारा ये सुनकर बहुत खुश हुई. वो दोनो

रात के करीब 10 बजे घर वापस आए और सीधे अपने नये बेडरूम मे गये. सारा

बहुत रोमांचित थी अपनी पहली चुदाई को लेकर. पर वैसा कुछ नही हुआ. उन दोनो

के बीच आज भी कोई चुदाई नही हो सकी क्यों कि आज भी उसका पति उसको चोद नही

पाया. लगातार दो दिनों मे दो कोशिश करने के बाद भी उसका पति उसको चोद नही

पाया. उन दोनो मे प्यार, छेड़ छाड़, लंड पकड़ना, चुचि दबाना आदि कुछ नही

हुआ. उसका पति सीधा उसको चोदना चाहता था और इस बार भी चोदने की कोशिश मे

उसके लंड का पानी निकल गया था. इस बार वो कुछ नही बोला और करवट ले कर सो

गया . और सारा, अपने बिस्तर पर नंगी सोई हुई अपनी जिंदगी के बारे मे सोच

रही थी. वो अभी भी इस विश्वास मे थी की सब ठीक हो जाएगा और सोने की कोशिश

करने लगी. उसका पति तो गहरी नींद सो भी चुका था.

raj..
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Re: चुदाइ का दूसरा रूप

Unread post by raj.. » 23 Dec 2014 06:59

सारा जब अपने पति के साथ हनिमून से वापस आई तो वो अभी तक कुँवारी,

अनचुड़ी थी क्यों की उसका पति अभी तक उसको चोद नही पाया था. उस के पति का

लंबा और मोटा लंड किसी काम का नही था जो की अभी तक अपनी पत्नी को चोद नही

सका था. सारा ने अपने पति को किसी डॉक्टर की सलाह लेने को कहा क्यों कि

वो समझती थी कि सब ठीक हो सकता है. लेकिन उसके पति ने उसकी ये बात नही

मानी और कहा कि उसकी और उसके पिता की समाज मे बहुत इज़्ज़त है और उसके

पिता बहुत बड़े बिज़्नेसमॅन है, इसलिए वो अपनी नमार्दी की बात किसी भी

डॉक्टर को नही बता सकता. लोगों को पता चलने पर उनलोगों की इज़्ज़त मिट्टी

मे मिल जाएगी.

इसी तरह दिन बीत ते रहे. हर रात वो सारा को चोदने की कोशिश करता पर चोद

नही पाता. हमेश ही उसके लंड से पानी निकल जाता था जब वो अपना लंड थोडा सा

ही सारा की चूत मे घुसता था. सारा हर रात असंतुष्ट रह जाती. वो कर भी

क्या सकती थी. वो ये बात किसी को बता भी नही सकती थी.

एक दिन उनकी नौकरानी जमुना ने सारा को उसकी चुदाई के बारे मे पूछा. अपनी

नौकरानी के मूह से ये बात सुनकर सारा को बहुत आस्चर्य हुआ. जमुना ने तब

सारा को बताया कि वो उसके ससुराल मे तीन साल से काम कर रही है और ये

जानती है कि उसका पति चुदाई करने के काबिल नही है, क्यों कि उनकी शादी के

पहले वो उसको पैसे का लालच दे कर चोदने की कई बार कोशिश कर चुका है पर

कभी भी चोद नही पाया. सारा को ये सुनकर बहुत गुस्सा आया. वो एक ऐसी

असंतुष्ट शादीशुदा औरत थी जिसकी प्यास उसका पति बुझाने के बदले रोज़ उसकी

चूत पर अपने लंड का पानी निकाल कर भड़का रहा था.

समय बीत ता गया और अपनी शादी के तीन महीने बाद सारा ने अपनी नौकरानी

जमुना के साथ लेज़्बीयन चुदाई का संभंध बनाया ताकि वो अपनी चूत की आग को

शांत करसाके. जमुना एक सुंदर दिखने वाली, दो साल की शादी के बाद विधवा हो

गई औरत, चुदाई की कला जानने वाली औरत थी जबकि सारा तो चुदाई के बारे मे

बहुत कम जानती थी. जमुना बे- औलाद विधवा थी. सारा उसके साथ खुश रहने लगी

थी. वो दोनो आपस मे रोज़ दोपहर को लेज़्बीयन चुदाई करती थी जब घर मे कोई

नही होता था. वो दोनो एक दूसरी को चुदाई मे संतुष्ट करती और सारा उसको,

उसकी चुदाई के काम के लिए अलग से तोहफे और पैसे भी देती थी.

एक दिन जमुना ने बताया कि उनका ड्राइवर बसंत, सारा को अलग ही नज़रों से

देखा करता है. अगर वो बसंत से चुदवाना चाहती है तो वो बसंत से सारा की

चुदाई के लिए बात कर सकती है. बसंत एक पढ़ा लिका, अच्छे स्वाभव का

ड्राइवर था जो दिन भर पार्किंग मे बैठा रहता था. वो सारा की कार चलाने के

लिए रखा गया था. सारा जब भी बाहर जाती, बसंत गाड़ी चलाता था. हालनी सारा

जमुना के साथ लेज़्बीयन चुदाई से अंतुष्ट थी लेकिन वो लेज़्बीयन नही थी.

हर औरत की तरह वो भी चाहती की कोई मर्द उसको चोद कर संतुष्ट करे. लेकिन

सारा को डर लगता था की अगर उसके पति को पता चल गया की वो ड्राइवर से

चुदवाती है तो क्या होगा. पर जैसे जैसे समय बीत ता गया , सारा की चुदवाने

की चाहत भी बढ़ती गई, और आख़िर एक दिन जमुना ने दोनो की चुदाई का

बंदोबस्त उनके बेडरूम मे कर्दिया. जमुना और बसंत, दोनो ने ही ये बात किसी

को भी ना बताने की कसम खाई थी और सब कुछ ठीक चलने लगा. हालाँकि बसंत का

लॉडा उसके पति के लॉड जैसा लंबा और मोटा नही था, पर वो एक लंड जैसा लंड

था जो किसी औरत की प्यास बुझाने के काबिल था. आख़िर, सारा की चूत का

कुँवारापन बसंत के लंड के हिस्से मे आया. बसंत काफ़ी ग़रीब था और सारा

रुपये पैसे से उसकी सहायता करने लगी. बीच बीच मे वो जमुना के साथ भी

लेज़्बीयन चुदाई कर लेती थी. दो साल तक चुदाई का ये सिलसिला बिना किसी को

पता चले चलता रहा.

एक दिन, जब सारा अपने ड्राइवर बसंत से दोपहर मे अपने बेडरूम मे चुदवा रही

थी तो उसको उसके पति ने रंगे हाथ पकड़ लिया. उस वक़्त उसका पति कुछ

ज़रूरी कागजात लेने के लिए आया था. जमुना भी घर मे नही थी और उसके पति ने

अपने पास की चाबी से घर का दरवाजा खोला था.

उसने सारा को बहुत बुरी तरह मारा था और बसंत को भी मार कर नौकरी से निकाल

दिया. अब सारा के बुरे दिन शुरू हो चुके थे. वो अपने ही घर मे एक कैदी की

तरह रहने लगी. वो किसी से बात नही कर सकती थी और कहीं भी अकेली नही जा

सकती थी. उसका मोबाइल फोन उसके पति ने ले लिया था और घर की सभी टेलिफोन

लाइन कटवा दी गई. घर पर सारा पर नज़र रखने के लिए 24 घंटे गार्ड तैनात

कर्दिये गये थे. वो बाहर जा सकती थी पर अकेली नही. हमेशा एक या दो गार्ड

उसके साथ जाते थे और उसे किसी के भी घर मे जाना मना था. उसका पति अब उस

से कोई बात नही करता था. अब तो उसे जमुना से भी बात करने मे डर लगता था.

करीब 6 महीने बाद, एक शाम को उसका पति उसके बेडरूम मे आया और उस से माफी

माँगी. सारा को अपने कानों पर विस्वास नही हुआ. उसके पति ने कहा की जो भी

पिछले 6 महीने मे हुआ है, वो उस से खुश नही है पर वो इसकी भरपाई करने की

कोशिश करेगा. उसके पति ने उसको ब्लॅक लेबल का एक पेग दिया पर सारा ने

पीने से मना कर्दिया क्यों की वो शराब नही पीती थी. उसके पति ने कहा कि

अब वो अपने काम की कुछ ज़िम्मेदारी सारा को भी देना चाहता है और पीने मे

कुछ ग़लत नही है. उल्टा, पीने पीलाने से सारा को काम के सिलसिले मे बड़े

बड़े लोगों से संभंध बनाने मे और काम निकालने मे आसानी होगी. उसके पति ने

उसको धूम्रपान करने को भी कहा.

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