ग्रेट गोल्डन जिम compleet
Re: ग्रेट गोल्डन जिम
उनके पैरो पे और चूत के अतराफ् नीले रंग की वेन्स भी दिखाई दे रही थी. मैं उनकी दोनो टाँगो के बीच खड़ा दोनो रानो की मालिश दोनो हाथो से कर रहा था. ऊपेर नीचे करते करते उनकी चूत के साइड तक अपने थंब को ले गया तो उनकी गंद ऑटोमॅटिकली थोड़ी उठ गई, उनकी लटकी हुई टाँगें भी थोड़ी सी ऊपेर उठ गई और उनका बदन टाइट होगया. फिर मैं ने उनको थोड़ा सा और टेबल के एंड तक पुल किया. ऐसी पोज़िशन मे उनकी गंद एक दम से टेबल के किनारे पे आ गई थी और उनकी चूत कुछ और उठी हुई दिखाई दे रही थी. अब मैं डाइरेक्ट उनकी चूत के पंखदिओं का मसाज कर रहा था दोनो अंगूठो से नीचे से ऊपेर और दोनो अंगूठो से चूत के पंखदिओं को रगड़ रहा था. जैसे ही मेरा हाथ उनकी चूत के पंखदिओं से टकराया उनकी चूत के अंदर का समंदर बह के निकलना शुरू हो गया. उनकी आँखें बंद थी और वो अपनी चूत पे मेरे हाथो का मज़ा ले रही थी उसकी साँसें गहरी हो गई थी और एक ही मिनिट के अंदर उनका बदन ज़ोर से अकड़ गया और कमान की शकल का हो गया और वो सस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ें निकालते हुए झड़ने लगी और मैं कंटिन्यू उसी पोज़िशन मे चूत की मसाज करता रहा.
अब मेरे लंड का बोहोत ही बुरा हाल हो गया था मेरा एरेक्षन पेनफुल हो गया था. मैं मेडम की चूत के लिप्स को ऊपेर से दबा के मसाज कर रहा था और चूत के लिप्स बोहोत ही रेड आंड चमकीले हो गये थे. मैने झुक के मेडम की चूत पे किस किया तो फॉरन ही मेडम का हाथ मेरे सर पे आ गया और मेरे सर को पकड़ के अपनी चूत मे घुसा लिया. अपनी लटकी हुई टाँगो को उठा के मेरे ऊपेर कैंची बना के मुझे अपनी ओर खेचने लगी. उनकी गंद टेबल से उठ गई थी. मैं मेडम की मस्त चूत का स्वाद ले रहा था. जीभ को गोल कर के उनकी चूत के सुराख मे अंदर बाहर करने लगा तो वो जैसे दीवानी हो गई और उनके मूह से गलियाँ निकलने लगी. चल साले चूस ज़ोर ज़ोर से चूस. कभी देखी है ऐसी चूत. चल चोद मेरी चूत को अपनी जीभ से. अबबे अछी तरह से चूस. और मैं ने उनकी चूत को अपने मूह मे भर लिया और अपने दांतो से पान जैसे चबा दिया तो उनकी गंद टेबल से एक फुट ऊपेर उठ गई और मेरे सर को पकड़ के अपनी चूत मे घुसेड के टाइट पकड़ लिया. मैं मेडम के मूह से गालियाँ सुन के हैरान रह गया. अब मैं ने भी सोचा के इस साली की चूत मार मार के डबल रोटी की तरह से सूजा दूँगा.
मेडम की चूत से अमृत निकलने लगा और मैं सोचा के यह करोड़ पति चूत का अमृत है इसका एक ड्रॉप भी नीचे गिराना पाप होगा इसी लिए उनकी चूत का सारा अमृत पी गया. जैसे ही उनका झड़ना ख़तम हुआ वो गहरी गहरी साँसें लेती हुई टेबल पे लेट गई. उनकी गंद वापस टेबल पे आ गई.
मेडम के झड़ने के बावजूद मैं ने उनकी चूत को चाटना नही छोड़ा और ऐसे ही चाटने लगा. एक ही मिनिट के अंदर उनको फिर से जोश आने लगा. अब वो फिर से गालियाँ देने लगी. उनके मूह से गलियाँ अछी भी लग रही थी सुनने मे मज़ा भी आ रहा था. उन्हो ने बोला के साले भेन्चोद यह लंबा मोटा लंड ले के क्या कर रहा है तुझे यह चिकनी चूत दिखाई नही देती क्या. क्या समझता है तू चल भेन के लोड्े चोद डाल इसको, मार मेरी चूत. चल जल्दी से अंदर डाल दे मेरी चूत मे आग लगी हुई है. अब मुझ से और सबर
नही हो रहा था. मैं ने अपने लंड को जैसे ही उनकी चूत से सताया उनका हाथ मेरे लंड पे आ गया और उन्हो ने मेरे लंड के डंडे को पकड़ लिया और अपनी चूत मे रगड़ने लगी नीचे से ऊपेर और ऊपेर से नीचे. इसी बीच लंड का टोपा उनकी चूत के सुराख मे अटक जाता तो उनके मूह से सस्स्स्स्स्स्स्सस्स और आअहह की सिसकारी निकल जाती. उनकी चूत बोहोत ही गीली हो गई थी. मैं नीचे खड़ा हुआ उनके ऊपेर झुक गया. उनके बूब्स को पकड़ के मसल दिया और उनको किस करने लगा. उन्हो ने अपना मूह खोल दिया और मेरी जीभ को चूसने लगी. हम दोनो एक दूसरे से ऐसे लिपटे हुए थे जैसे बरसो पुराने आशिक़ है और आज ही एक दूसरे से लिपटने का मोका मिला है.
Re: ग्रेट गोल्डन जिम
किस करते करते मैने थोड़ा प्रेशर अपने लंड पे डाला तो उनके मूह से ऊऊऊईईई म्म्म्माआआअ निकला उन्हो ने मुझे टाइट पकड़ लिया. मैं उनके ऊपेर ऐसे ही पड़ा रहा तो उन्हो ने मेरे कान मे धीमे से कहा राज आज चोद डाल यह रंडी की चूत को फाड़ डाल इसको. यह तेरे राइ साहेब तो चोदना भूल ही गये है उनको पैसे कमाने से फ़ुर्सत ही नही मिलती जो मुझे चोदेन्गे. ऐसे चोद ऐसे चोद के चूत का भरता बन जाए. मेरे ऊपेर कोई दया नही करना चाहे मैं जितना चिल्लाऊ तुम मुझे रगड़ रगड़ के चोदना. इतनी ज़ोर ज़ोर से चोदना के मैं बेहोश हो जाऊ. मैं ने धीरे से उनके होंठो को चूमते हुए कहा के तू आज से मेरी रंडी है अब देख मैं तुझे कैसे चोद्ता हू. उन्हो ने कहा के हा आज से मे तेरी रंडी हू और अब यह चूत सिर्फ़ तेरे लिए ही है. चोद डाल इस भेन्चोद को इसे चुदे हुए कई बरस हो गये है. यह चूत लंड का स्वाद ही भूल गई है. बरसो की प्यासी चूत है इसे चोद डाल मेरे राजा. चोद चोद के इस चूत का भोसड़ा बना दे. अब मैं समझ गया के यह दीपा राइ बोहोत बरस से नही चुदी है और आज यह मस्ती मे चुद्वयेगि. मैं समझ गया के यह बड़े घर की औरतें कितनी फ्रस्टरेटेड होती है और चुदवाने को उताओली हो रही है. अभी मेरा लंड का सूपड़ा उनकी चूत के सुराख मे ही अटका हुआ था. मैं थोड़ा सा ऊपेर उठ गया तो वो चोंक गई और बोली के क्या हुआ साले चोद डाल इस चूत को भेंचूऊऊऊऊ अभी वो यह सेंटेन्स पूरा भी कर पाई थी के मैं ने अपने लंड को उनकी चूत से पूरा
बाहर खेचा अपने हाथ मे लंड के डंडे को पकड़ा और पूरी ताक़त से सीधा चूत के अंदर तक घुसेड दिया. उनके मूह से चीख निकली आआआआआहह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स म्माआआररररर द्दददाआाालल्ल्ल्लाआाआअ सस्स्साआाअल्ल्लीए ऊऊीीईई म्म्म्ममाआआअ और उन्हो ने मुझे टाइट पकड़ लिया. उनकी आँखें बाहर को निकल आई उनका चेहरा लाल होगया और पसीने की बूँदें उनकी पेशानी पे उभर के चमकने लगी. मुझे ऐसा लग रहा था के मैं किसी शादी शुदा औरत को नही बलके किसी छोटी उमर की कुँवारी लड़की की चूत को चोद रहा हू. और उनकी चूत मेरे लंड को टाइट पकड़े हुए थी.
दीपा राइ को मसाज टेबल पे चोद रहा हू. वो मस्ती मे चुदवा रही है.
अब मैं ने पूछा के मेडम कैसा फील कर रही हो तो उन्हो ने बोला के राज अब मैं तेरी रंडी हू मुझे मेडम नही रंडी बोल या दीपा बोल बट मेडम ना बोल.
मैं ने कहा ठीक है दीपा जान तो उसने अपने सर को थोडा ऊपेर उठा के मुझे किस किया और बोली के हा आज से मैं तुम्हारी जान हू और तुम मेरे जानम हो. इतनी देर मे दीपा की चूत के मसल्स मेरे लंड की मोटाई से अड्जस्ट हो चुकी थी. उनको अब दरद भी नही हो रहा था. जैसे ही दीपा ने अपनी गंद उचकाई मुझे आइडिया हो गया के अब चोदना शुरू करना चाहिए. मैं ने अपना लंड उनकी चूत से बाहर खेचा और फिर एक ही शॉट मे फिर से चूत की गहराईओं मे पहुचा दिया. एक बार फिर से दीपा का बदन अकड़ गया और वो मुझ से लिपट गई. मैं ने अब उनको चोदना शुरू किया. उनकी चूत की पंखाड़ियाँ मेरे लंड के डंडे के साथ अंदर जा रही थी और बाहर आ रही थी मैं. कस्स कस्स के चोद रहा था. पैर तो फ्लोर पे टीके हुए थे उसकी ही ग्रिप ले के चोद रहा था. पोज़िशन और हाइट भी ऐसी अड्जस्टेड थी के लंड की मार चूत के अंदर बहुत ज़ोर से लग रही थी. दीपा ने अपनी टाँगें मेरे बॅक से लपेट ली और मुझे अपनी ओर खेचने लगी और उनके हाथ मेरे पीठ पे थे और हम एक दूसरे की जीभ चूस्ते हुए किस कर रहे थे. मेरे एक एक झटके से दीपा के बूब्स डॅन्स कर रहे थे. अब मैं ने अपने दोनो हाथ उनकी बघल से निकाल के उनके शोल्डर्स को टाइट पकड़ लिया. एसी पोज़िशन मे चुदाई बोहोत पवरफुल और चूत की गहराई तक हो रही थी. मेरा लंड भी किसी पिस्टन की तरह से उनकी चूत के अंदर बाहर हो रहा था. मस्त चुदाई हो रही थी दीपा राइ की जो के एक करोड़ पति की वाइफ थी और एक मामूली जिम ओनर के नीचे नंगी लेटी सिसकारियाँ लेती मस्ती मे और मज़े ले ले के चुदवा रही थी. दीपा का ऑर्गॅज़म आने लगा था तो उनकी साँसें तेज़ी से चलने लगी आँखें सॉकेट मे ऊपेर को च्चढ़ गई और मेरे बदन से टाइट लिपट गई. उनका बदन काँपने लगा और वो झड़ने लगी. जितनी देर ऑर्गॅज़म चलता रहा मैं अपने लंड को उनकी चूत की गहराइयों मे डाले बिना मूव्मेंट के दाब के लेटा रहा. उनका ऑर्गॅज़म 1 मिनिट तक चला और वो शांत हो गई, उनके हाथ पैर ढीले हो गये तो मैं ने मज़ाक किया के अरे दीपा रानी तुम तो झाड़ के खामोश लेट गई अब इस लौदे का क्या होगा. इस की मलाई तो अभी निकली ही नही तो उन्हो ने बोला के राज सच तुम्हारा लंड बोहोत ही मस्त है चोद डालो इस चूत को आज से यह चूत भी
तुम्हारे लंड की गुलाम हो गई है. जब चाहो जैसे चाहो जहा चाहो इसे चोद देना मैं अफ तक नही करूँगी. मैं धना धन पागलो की तरह से चोदने लगा. कमरे मे चुदाई का मधुर संगीत बज रहा था. पच पच की आवाज़ से कमरा गूँज रहा था. बहुत ही ताक़त से और तेज़ी से चोद रहा था. पता ही नही चल रहा था के लंड चूत से बाहर कब निकला और अंदर कब गया. इतनी देर मे दीपा फिर से गरम हो गई थी और एक बार फिर से उनके पैर मेरे बॅक पे लपेट लिए थे और मुझे टाइट पकड़ लिया था. मेरी स्पीड बोहोत तेज़ हो गई. बोहोत ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था और अब मेरा माल भी निकलने को रेडी था.
मेरे बॉल्स वज़नी हो गये थे और चूत के निचले भाग पे पटा पट मार रहे थे. मैं ने दीपा को टाइट पकड़ लिया और अपने लंड को पूरा बाहर तक निकाल के एक बोहोत ही पवरफुल शॉट मारा तो मेरा लंड उनकी चूत को चीरता हुआ चूत की गहराईओं मे बचे दानी से जा टकराया और लंड के सुराख से मोटी मोटी गाढ़ी गाढ़ी गरम गरम धारियाँ ऐसे शूट करने लगी जैसे पिस्टल से बुलेट. मेरी मलाई दीपा की चूत मे गिरते ही वो एक बार फिर मुझ से टाइट लिपट गई और मेरे साथ ही झड़ने लगी. मैं अपना लंड उनकी चूत की गहराईओं मे दफ़न कर, दीपा को टाइट पकड़ के बिना मूव्मेंट के लेटा रहा, उनकी चूत मेरे लंड से चिपकी लंड को निचोड़ निचोड़ के मलाई की एक एक बूँद अपने अंदर ले रही थी. मैं दीपा के नंगे बदन पे पड़ा रहा. दीपा ने मुझे किस करते हुए कहा के थॅंक्स राज मैं यह चुदाई कभी नही भूलूंगी. ऐसी शानदार चुदाई मेरी ज़िंदगी मैं आज तक नही हुई. राई साहेब तो बॅस अंदर डालते है और उनका लंड चूत की गर्मी पाते ही उल्टी कर देता है. मुझे आज तक कभी भी उनकी चुदाई का मज़ा नही आया. आज मुझे पता चला है के सही मानो मैं चुदाई किसे कहते है. वो यह सब कहती जा रही थी और मेरे मूह पे किस की बरसात करती जा रही थी.
क्रमशः........
Re: ग्रेट गोल्डन जिम
ग्रेट गोल्डन जिम --4
gataank se aage....
Mai ab unke samne ek dum se apna lamba mota akda hua lund le ke unke muh ke samne khada tha. Mere lund ko dekhte hi unke muh se wow arey baap re itna lamba aur itna mota !!! tumhare pas to zabardast hathyar hai ek dum se lohe jaisa sakht, ladkiyan to deewani hongi iski to mai kuch nahi bola. Ab unho ne apne dono hatho se mere chootado ko pakad lia aur apne kareeb karte hue bola ke kareeb aa ke massage karo na utni door se kaise karoge. Jaise hi unho ne mujhe thoda sa apni taraf khecha, mai ek kadam aage aa gaya aur mera lund unke gaal ( cheek ) se lagne laga. Unho ne mere lund ko pakad lia aur lund ko daba ke boli ke aahh yeh to bohot mazboot bhi hai ek dum se lohe jaisa. Iss se pehle ke mai kuch aur bolta ya unke shoulders ka massage start karta, madam ne mere lund ke supade ko choom lia. Bass madam ke naram naram hath aur phir soft lips ka sparsh paate hi mere lund se ek mota sa chamakta hua pre cum ka drop niak ke supade ke surakh pe chamakne laga to unho ne lund ke dande ko dabaya to wo pre cum ka drop supade ke surakh se tapak ke neeche girne ko tha ke madam ne wo drop ko apni jeeb pe le lia aur maze se chaat gai. Mera akda hua lund dekh ke madam itni utaoli ho gai ke unho ne ek hi minute ke gap se lund ko apne muh mei le lia aur itni zor zor se choosne lagi jaise mai kahi bhaga ja raha hu.
Mujhe yakeen nahi aa raha tha ke sheher ke crore pati ki wife ke muh mai mera lund hai aur wo ise bade maze se choos rahi hai. Mera to masti ke maare bura haal ho gaya tha. Mai shoulder pe massage karte karte unke muh ko chod raha tha. Unke dono hath mere badan ko apne ghere mei le chuke the aur unho ne mere chootado ko pakda hua tha. Mai shoulders ka massage kar raha tha aur unke muh ko chod raha tha. Mera lund pehel to unke muh mei thoda sa tight gaya phir unho ne apna muh kuch aur khol lia aur lund ab easily unke throat tak ja raha tha. Takreeban 20 ya 25 minute tak mai unke shoulders ka massage karta raha aur unke
muh ko chodta raha. Jab mera lund unke halak ( throat ) tak jata to mujhe bohot hi maza aata.
Mujhe laga ke ab mai jhadne wala hu to mai ne apna Lund unke muh se baher khech ke nikala to unho ne phir se mujhe apni taraf khech lia to mai ne unko bola ke mera nikalne wala hai to unho ne ishare se signal dia ke unke muh mai hi malayee nikalu. Bass phir kia tha green signal milte hai mei ne shoulders chhor unke baghal mai hath dal dia aur zor zor se unke muh ko chodne laga. Aur phir unke halak ke ander tak lund ko ghused dia aur mere lund se garam garam malayee pressure se nikal ke direct unke halak mai girne lagai. Wo maze se lund choos rahi thi aur malayee kha rahi thi. Jab mere lund se malayee nikalni band ho gai phir bhi unho ne mere lund ko apne muh se baher nahi nikala balke aise hi choosti rahi aur mera lund bajaye soft hone ke aur tight hone laga aur dekhte hi dekhte mera lund ek bar phir se aise akad gaya tha jaise pehle akda hua tha. Mere akde hue lund ko dekh ke boli ke Rajj yeh to kamal ka hai dekho kaise khada hai. Mai ne bola ke madam ab aap peeth ke bal let jaiye samne se karta hu to madam muskura ke boli ke samne se kia karoge to mai ek second ke liye sharma gaya phir bola ke are madam aap bhi na.. mai aur
kia karunga massage hi to karunga na to unho ne bola ke theek hai aur palat ke seedha peeth ke bal let gai.
Aise letne se unke mast boob aur unki gulabi chikni ubhri hui choot dikhayee dene lagi. Aisi makhmali choot thi unki dosto kia batau. Kahi bhi ek baal bhi nahi tha lagta tha jaise baby choot ho. Choot itni soft thi lagta tha ke unki choot pe naturally kabhi baal aaye hi na ho. Unke choot ke pankhadian laal the aur thode se mote the aur ek doosre se chipke hue bhi the. Lagta tha ke choot ki pankhadion ko ek doosre
Choot ka pedu bhi thoda sa ubhra hua tha.
On the whole, unki choot bohto hi shandaar dikh rahi thi. Unke boobs shaed 34 ya 36 ke honge. Ek dum se kadak doodhiya colour ke jis pe gulabi rang ki medium size ke nipples dikaye diye jo ke fully erect ho chuke the. Dheemi roshni mai unka badan chamak raha tha aisa lag raha the jaise koi aasmaan se utri hui apsara mere samne nangi leti hai. Mai aur mera lund dono pagal ho gaye aisi sundarta ko dekh ke. Lund aisi chikni mast choot ke darshan paate hi josh mai hilne laga to madam muskura ke boli ke yeh bohot bechain lagta hai. Usko poocho Raaj ke usko kia chahiye to mai kuch bola nahi phir madam ne khudh hi bola ke theek hai shaed bhooka hoga bechara usko bolo ke thoda wait kare usko bhi uski man pasand dish mil jayegi aur muskurane lagi. Mai table ke dono taraf apne pair dal ke khada ho gaya. Madam mere dono pairo ke beeche apne pair seedhe kar ke table pe seedha leti thi. Mai ne unke pet pe aur thoda sa oil unke boobs ke aas paas aur naval tak dal ke spread kar dia. Aur jhuk ke massage karne laga.
Pet pe to bohot hi dheema massage kar raha tha. Thoda aur ooper unke boobs ke charo taraf apni unglian ghuma raha tha aur mere hath ke angoothe unke seene pe the aur baki ke chaar unglian unke boobs ke doosre taraf. Mai unke boobs ke side ki malish kar raha tha. Thodi der aise hi karne ke bad mai unke boobs ko apne dono hatho mai pakad lia to madam ke muh se ek badi si siskari sssssssss nikal gai. Unke boobs kafi kadak the aur dabane mai bohot hi maza aa raha tha aisa lag raha tha jaise kisi kunwari ladki ke boobs ko daba raha hu. Ab mai bindas unke boobs ko masal raha tha oil ki wajas se unke boobs bhi chikne ho gaye the. Unki ankhein band thi aur wo apne boobs pe mere hath ka maza le rahi thi. Mera Lund to ek dum se akda hua tha aur aisi pyari choot dekh ke josh mai hil raha tha. Ab mai thoda sa peeche hat gaya aur madam ke dono tango pe oil dal ke massage karne laga. Bohot
hi soft the unke tangein. Mujhe lag raha tha jaise mera hath kisi silky soft kapde pe ghoom raha hai. Tango pe baal ka naam o nishan bhi nahi tha aisa lag raha tha jaise abhi abhi waxing karwa ke aai ho.
Ab mai table ke neeche ki taraf khada ho gaya aur madam ko thoda sa saamne ki or khech lia aise ke table pe unke pair ghutno se neeche latak rahe the aur gand table ke kinare pe aa gai thi. Mai unke dono tango ke beech khada tha. Unke thighs aur choot ke kareeb tak oil ko tapka dia aur unke rano ki malish karne laga. Dono hatho se dono rano ki malish kar raha tha. Unke thighs bohot hi sidol the aisa lagta tha jaise unke thighs ko kisi sclupturist ne bohot hi achi tarah se taraashi ho.