राज को भला इसमे क्या ऐतराज़ हो सकता था-इस तरह शाम 5 बजे का प्रोग्राम पक्का हुआ और मैं ठीक 5 बजे राज के उस स्पेशल क्राइम ब्रांच वाले पोलीस स्टेशन मे पहुँच गयी.इनस्पेक्टर वहाँ पर मेरा इंतज़ार कर रहा था,मुझे देखते ही बोला-“ तुम्हे लगता है मेरे प्रमोशन मे मुझसे भी ज़्यादा इंटेरेस्ट है…”
“ हां सर…बिल्कुल…आख़िर आप एसीपी बन गये तो हमारे भी काम आ सकते हैं.” मैने राज की तरफ देखा.राज समझ गया कि मेरा इशारा किस तरफ था और बोला-“एक बार बस एसीपी बन जाने दो फिर जिसे कहोगी उसे उठवकर तुम्हारे हवाले कर दूँगा-उस समय मेरी पॉवेर्स और भी ज़्यादा होंगी.”
“जी सर…” मैने भी उसकी चापलूसी करते हुए कहा-“एसीपी बनने के बाद को आप एकदम किंग हो जाएँगे पोलीस डिपार्टमेंट मे-वैसे अभी भी अपने आपको आप किसी किंग से कम तो नही समझते”.
“चलो अब बताओ तुम्हारा क्या प्लान है जिसके लिए तुम लगभग 2 घंटे जल्दी आ गयी हो.” राज ने उतावलेपन से कहा.
“सर वो नेहा वाली डVड बीच मैं ही रह गयी थी आपने कहा था कि फिर कभी मौका लगेगा तो देखने को मिलेगी-आज ही मौका है क्यूंकी मुझे उस डVड को देखने के बाद की कुछ आइडिया आएगा कि आपके साहिब को ज़्यादा खुश कैसे किया जाए.” मैने राज से कहा और इनस्पेक्टर ने तुरंत ही अपने कपबोर्ड मे से आगे की डVड निकालकर प्लेयर मे लगा दी.
दीवार पर लगे एलसिडी स्क्रीन पर फिल्म शुरू हो गयी.नेहा अपसाइड डाउन लटकी हुई थी और उसके बदन पर एक भी कपड़ा नही था-अभी अभी उसने इनस्पेक्टर के जूते चाट चाट कर अपनी जीभ से सॉफ किए थे और वो अपने होंठों को काटकर अपने इस ह्युमाइलियेशन से मरी जा रही थी.
इसके बाद मैने देखा कि राज ने एक चेयर नेहा के मूह के ठीक सामने रख दी और उस चेयर पर अपनी पॅंट की ज़िप खोलकर बैठ गया-चेयर की हाइट अड्जस्टबल थी क्यूंकी मैने देखा कि राज ने चेयर की हाइट को अड्जस्ट करके उस लेवेल पर कर लिया जहाँ से नेहा उसके लिंग को अपने मूह मे ले सके-हाइट अड्जस्ट करने के बाद राज ने अपने अंडरवेर मे से खड़े लिंग को बाहर निकाला और बेबस नेहा के गालों पर लिंग से ही स्लॅप करते हुए बोला-“ इसे अपने मूह मे लेकर चूस और जब तक मैं ना कहूँ यह तेरे मूह के अंदर ही रहना चाहिए.”
नेहा ने अपने मखमली होंठों के बीच उसके खड़े लिंग को ले लिया और उन पर अपनी जीभ फिराने लगी-इनस्पेक्टर के फेस एक्सप्रेशन से लग रहा था मानो वो एकदम जन्नत मे पहुँच गया हो-वो चेयर पर एकदम रिलॅक्स होकर बैठा हुआ था और नेहा के साथ किए जाने वाले इस अनोखे मुख मैथुन का मज़ा ले रहा था.
मैने कभी भी किसी लड़की को इस अपसाइड डाउन पोज़िशन मे ब्लोवजोब देते हुए ब्लू फिल्म्स मे भी नही देखा था –यह मेरे लिए एकदम नया सीन था- किसी भी खूबसूरत लड़की का इससे ज़्यादा ह्युमाइलियेशन शायद संभव ही नही है कि उसे नंगा करके उल्टा लटका दिया जाए और उसे कहा जाए कि अब लिंग को अपने मूह मे लेकर उसे चूसो.फिल्म देखते देखते मेरी अपनी हालत बहुत उत्तेजना भरी हो गयी थी लेकिन फिल्म इतनी ज़्यादा इंट्रेस्टिंग होती जा रही थी कि मुझे किसी और बात का होश ही नही था-कुछ देर बाद मैने राज को कहते सुना-“अब मेरा वीर्य निकलेगा जिसे तुम पूरा का पूरा पी जाओगी-नीचे एक भी बूँद नही गिरनी चाहिए वरना जहाँ बूँद गिरेगी वहाँ से ही उसे चाट कर सॉफ करना होगा.”
राज भी मेरे पास ही बैठकर यह सेक्सी डVड देख रहा था और उसका भी कामोत्तेजना से बुरा हाल था-मेरी जांघों पर हाथ फिराते हुए वो बोला-“क्यूँ मज़ा आ रहा है ?”
“ हाँ सर,बहुत ज़्यादा एरॉटिक सीन है यह-मैं कभी सोच भी नही सकती थी कि इस तरह भी ब्लोवजोब दिया जा सकता है.”
मैने जैसे ही कहा उधर स्क्रीन पर राज ने नेहा के मूह को अपने वीर्य रस से भर दिया और वो उतावली होकर उसको जल्दी जल्दी पीने लगी ताकि एक भी बूँद नीचे ज़मीन पर ना गिर जाए. और हुआ भी ऐसा ही-नेहा ने एक भी बूँद ज़मीन पर नही गिरने दी जबकि मुझे लग रहा था कि ऐसा ज़रूर होगा क्यूंकी उसका मूह नीचे की तरफ और टाँगे उपर की तरफ थी.
नशे की सज़ा compleet
Re: नशे की सज़ा
राज शर्मा ने वीर्य से सना हुआ अपना लिंग नेहा के मूह से बाहर निकाला और दुबारा उसके होंठों के सामने करते हुए हुक्म दिया- “ चल इसे अपनी जीभ से सॉफ कर.” और नेहा ने अपनी जीभ बाहर निकालकर उसे उसके लिंग पर फिराना शुरू कर दिया-नेहा के मुम्मे जो एकदम तन कर बाहर की तरफ आ गये थे,उन्हे राज ने अपने दोनो हाथों से दबाना सहलाना शुरू कर दिया.
“ क्या चिकनी लौंडिया है…..” राज ने स्क्रीन पर देखते हुए अपना हाथ मेरे सीने मे घुसाते हुए कहा. हम लोग फिर से स्क्रीन पर चल रही फिल्म देखने लगे.
काफ़ी देर तक राज ने जब नेहा से मज़े ले लिए तो उसने अपने लिंग को उसके होंठों के आगे से हटाते हुए कहा-“ ठीक है तुम्हारी पर्फॉर्मेन्स लेकिन तुम्हे क्यूंकी ड्रग्स के संगीन जुर्म मे पकड़कर लाया गया है,तुम्हे हर सनडे को रात 10 बजे यहाँ पोलीस थाने मे अपनी हाज़िरी लगानी होगी और इसके अलावा भी मैं जब तुम्हे चाहूं इनटेरगेशन के लिए किसी भी दिन किसी भी समय बुला सकता हूँ.तुम अपना फोन और घर का पता सब बाहर मेरी केस बुक मे दर्ज़ कर दो.”
इसके बाद राज ने नेहा को खोलकर सीधा खड़ा कर दिया और बोला-“ अपने कपड़े पहनो और जैसे मैने कहा है वैसा ही करो.तुम्हारे साथ यहाँ जो कुछ भी हुआ है उसकी डVड मेरे पास सदा के लिए रहेगी-अगर तुमने कभी कोई चालाकी करने की कोशिश की या फिर मेरा हुक्म ना मानने की भूल की तो यह डVड मार्केट मे आउट हो जाएगी.”
इसके बाद यह नेहा वाली फिल्म ख़तम हो गयी और राज ने मेरी तरफ देखा.
“अब बताओ निशा,क्या प्लान है तुम्हारा मेरे साहिब को खुश करने का जिससे कि मेरे फटाफट प्रमोशन हो जाए.” इनस्पेक्टर राज शर्मा ने मेरी तरफ बड़ी उम्मीद से देखा.
“ सर जब नेहा के साथ तुम्हारे साहिब ने रंगरेलियाँ मनाई होंगी तो उस वक़्त आप वहाँ पर मौजूद थे क्या ?” मैने राज से पूछा.
“नही…..लेकिन इनस्पेक्टर तो मैं हूँ और इस तरह के खोजी सवाल तुम क्यूँ कर रही हो ?” राज ने हैरान होकर मेरी तरफ देखा.
“ठीक है.डVड तो होगी…आप तो यहाँ पर जो कुछ भी होता है उसकी सीक्रेट रेकॉर्डिंग करते हैं..” मैने जैसे ही कहा वैसे ही राज अपना कपबोर्ड खोजने लगा और कुछ देर बाद वो डVड निकल लाया जिसमे कमिशनर ने नेहा के साथ मज़े लूटे थे.
राज ने डVड को डVड प्लेयर मे डाला और एल्सीडी स्क्रीन की तरफ हम दोनो बड़ी उत्सुकता से देखने लगे जैसे किसी बहुत बड़ी बिग बजेट मूवी का प्रिमियर शुरू होने जा रहा हो.
फिल्म शुरू हो गयी और मैने देखा कि एक कमरे मे कमिशनर साहिब जिनकी उमर लगभग 45 साल के करीब होगी और देखने मे ठीक ठाक पर्सनॅलिटी के लगते थे,वो एक सोफे पर रिलॅक्स करने की मुद्रा में बैठे हुए थे.उनके सामने नेहा बिल्कुल नगनवस्था मैं खड़ी थी-उसके हाथ पीछे की तरफ हॅंडकफ्ड थे और उसकी आँखों पर काले रंग का ब्लाइंडफोल्ड बँधा हुआ था और वो शायद इस बात से बिल्कुल बेख़बर थी कि कमरे मे राज नही कमिशनर साहिब बैठे हुए हैं.
कमिशनर साहिब के एक हाथ मे शराब का ग्लास था और दूसरे हाथ से वो अपने पॅंट के उपर से अपने लिंग को धीरे धीरे सहला रहे थे-इसके बाद मैने देखा की कमिशनर साहिब उठकर शराब का ग्लास हाथ मे लिए हुए नेहा के नज़दीक पहुँचे और ग्लास को उसके होंठों से लगा दिया.नेहा शायद कुछ समझी नही क्यूंकी उसके तो ब्लाइंडफोल्ड लगा हुआ था.
“यह ब्लाइंडफोल्ड किसने लगाया इसे ?” मैने राज से पूछा.
“ यह सारी सेट्टिंग करके तो मैने ही दी थी-कमिशनर साहिब को तो थाली मे परोस्कर ही देना होता है.” राज ने स्क्रीन की तरफ देखते हुए मुझे जबाब दिया.
“ क्या चिकनी लौंडिया है…..” राज ने स्क्रीन पर देखते हुए अपना हाथ मेरे सीने मे घुसाते हुए कहा. हम लोग फिर से स्क्रीन पर चल रही फिल्म देखने लगे.
काफ़ी देर तक राज ने जब नेहा से मज़े ले लिए तो उसने अपने लिंग को उसके होंठों के आगे से हटाते हुए कहा-“ ठीक है तुम्हारी पर्फॉर्मेन्स लेकिन तुम्हे क्यूंकी ड्रग्स के संगीन जुर्म मे पकड़कर लाया गया है,तुम्हे हर सनडे को रात 10 बजे यहाँ पोलीस थाने मे अपनी हाज़िरी लगानी होगी और इसके अलावा भी मैं जब तुम्हे चाहूं इनटेरगेशन के लिए किसी भी दिन किसी भी समय बुला सकता हूँ.तुम अपना फोन और घर का पता सब बाहर मेरी केस बुक मे दर्ज़ कर दो.”
इसके बाद राज ने नेहा को खोलकर सीधा खड़ा कर दिया और बोला-“ अपने कपड़े पहनो और जैसे मैने कहा है वैसा ही करो.तुम्हारे साथ यहाँ जो कुछ भी हुआ है उसकी डVड मेरे पास सदा के लिए रहेगी-अगर तुमने कभी कोई चालाकी करने की कोशिश की या फिर मेरा हुक्म ना मानने की भूल की तो यह डVड मार्केट मे आउट हो जाएगी.”
इसके बाद यह नेहा वाली फिल्म ख़तम हो गयी और राज ने मेरी तरफ देखा.
“अब बताओ निशा,क्या प्लान है तुम्हारा मेरे साहिब को खुश करने का जिससे कि मेरे फटाफट प्रमोशन हो जाए.” इनस्पेक्टर राज शर्मा ने मेरी तरफ बड़ी उम्मीद से देखा.
“ सर जब नेहा के साथ तुम्हारे साहिब ने रंगरेलियाँ मनाई होंगी तो उस वक़्त आप वहाँ पर मौजूद थे क्या ?” मैने राज से पूछा.
“नही…..लेकिन इनस्पेक्टर तो मैं हूँ और इस तरह के खोजी सवाल तुम क्यूँ कर रही हो ?” राज ने हैरान होकर मेरी तरफ देखा.
“ठीक है.डVड तो होगी…आप तो यहाँ पर जो कुछ भी होता है उसकी सीक्रेट रेकॉर्डिंग करते हैं..” मैने जैसे ही कहा वैसे ही राज अपना कपबोर्ड खोजने लगा और कुछ देर बाद वो डVड निकल लाया जिसमे कमिशनर ने नेहा के साथ मज़े लूटे थे.
राज ने डVड को डVड प्लेयर मे डाला और एल्सीडी स्क्रीन की तरफ हम दोनो बड़ी उत्सुकता से देखने लगे जैसे किसी बहुत बड़ी बिग बजेट मूवी का प्रिमियर शुरू होने जा रहा हो.
फिल्म शुरू हो गयी और मैने देखा कि एक कमरे मे कमिशनर साहिब जिनकी उमर लगभग 45 साल के करीब होगी और देखने मे ठीक ठाक पर्सनॅलिटी के लगते थे,वो एक सोफे पर रिलॅक्स करने की मुद्रा में बैठे हुए थे.उनके सामने नेहा बिल्कुल नगनवस्था मैं खड़ी थी-उसके हाथ पीछे की तरफ हॅंडकफ्ड थे और उसकी आँखों पर काले रंग का ब्लाइंडफोल्ड बँधा हुआ था और वो शायद इस बात से बिल्कुल बेख़बर थी कि कमरे मे राज नही कमिशनर साहिब बैठे हुए हैं.
कमिशनर साहिब के एक हाथ मे शराब का ग्लास था और दूसरे हाथ से वो अपने पॅंट के उपर से अपने लिंग को धीरे धीरे सहला रहे थे-इसके बाद मैने देखा की कमिशनर साहिब उठकर शराब का ग्लास हाथ मे लिए हुए नेहा के नज़दीक पहुँचे और ग्लास को उसके होंठों से लगा दिया.नेहा शायद कुछ समझी नही क्यूंकी उसके तो ब्लाइंडफोल्ड लगा हुआ था.
“यह ब्लाइंडफोल्ड किसने लगाया इसे ?” मैने राज से पूछा.
“ यह सारी सेट्टिंग करके तो मैने ही दी थी-कमिशनर साहिब को तो थाली मे परोस्कर ही देना होता है.” राज ने स्क्रीन की तरफ देखते हुए मुझे जबाब दिया.
Re: नशे की सज़ा
कमिशनर ने अपने दूसरे हाथ मे पकड़ी हुई बंदूक नेहा के योनि प्रदेश मे लगभग घुसाते हुए उसे हुक्म दिया-“ मेरा इशारा समझ लड़की.शराब के ग्लास से एक घूँट शराब पीकर आज के मनोरंजन की शुरुआत कर.”
इसके बाद कमिशनर ने शराब के ग्लास और बंदूक दोनो को टेबल पर रख दिया और अपने दोनो हाथों को नेहा के खूबसूरत जिस्म पर फिराने लगा-नेहा को अब समझ मे आ चुक्का था कि उसके यौवन से इस समय राज नही कोई और ही खेल रहा है-शर्म से उसका मूह लाल हो रहा था और वो अपनी दोनो जांघों को चिपकाने की कोशिश कर रही थी ताकि उसके योनि प्रदेश को देखा ना जा सके-कमिशनर ने एक हाथ उसकी जांघों के बीच मे डाला और उसकी टाँगों को खोलते हुए उसके गालों पर एक हल्का सा ठप्पर लगाया-“जंघे खोल कर रखो ताकि इन्हे सहलाया जा सके” यह कहने के साथ ही कॉम्सनर ने एक चेयर बिल्कुल नेहा के करीब डालकर खुद उस पर बैठकर अपने आप को इस तरह से पोज़िशन कर लिया ताकि वो बिना किसी रोकटोक के उसके मखमली बदन को सहला सहला कर अपनी उत्तेजना शांत कर सकें.
लगभग 10 मिनिट तक यही चूमने, चाटने, दबाने और सहलाने का कार्यक्रम चलता रहा-और कोँमिशनर ने नेहा के बदन का शायद ही कोई ऐसा अंग होगा जिसे अपना निशाना ना बनाया हो.
“हे ईज़ ए रियल परवर्ट ! “ राज भी शायद पहली बार ही यह फिल्म देख रहा था.
“सर आप भी कुछ कम नही हैं.आख़िर इस चिड़िया को फँसाया तो आपने ही है और सेट्टिंग भी आपने ही की है-कमिशनर तो सिर्फ़ थाली मे परोसे हुए भोजन को खाने की कोशिश कर रहा है.” मैने राज से कहा.
“चलो अब देखते हैं कि ठीक तक सेट्टिंग होने पर भी क्या कमी रह गयी जो कमिशनर खुश नही हुआ.-इस बीच कमिशनर उठकर कमरे मे रखे फ्रिड्ज तक गया और उसे खोलकर आइस क्यूब्स का पूरा बॉक्स निकालकर ले आया-मैने सोचा कि शायद यह आइस क्यूब्स वो शराब मे डालेगा-लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ.एक आइस क्यूब को अपने हाथों मे लेकर कमिशनर ने उसे नेहा की नाभि पर रख दिया-इस अटॅक से नेहा एकदम उछल गयी और उसके मूह से ज़ोर से –“ उई…” निकल गयी. नेहा के चेहरे पर जो एक्सप्रेशन अचानक आया उससे कमिशनर की उत्तेजना यकायक बढ़ गयी और उसने अपने पॅंट की ज़िप खोलकर उसमे से अपने लिंग को बाहर निकाल लिया और उस पर अपना हाथ फिराने लगा.
“ कहानी तो ठीक तक चल रही है सर……” मैं भी पूरी तरह से उत्तेजित हो चुकी थी.
कमिशनर ने आइस क्यूब को गोल गोल उसकी नाभि के चारों तरफ घुमाया और उसकी इस टीज़िंग से नेहा के मूह से जो आवाज़ें निकल रही थी और जो एक्सप्रेशन्स उसके चेहरे पर आ रहे थे,वो बेहद एरॉटिक और देखने लायक थे.
आइस क्यूब ख़तम हो गया था और कमिशनर ने बॉक्स मे से दूसरा आइस क्यूब उठाकर उसे नेहा के सीने के उभारों पर फिराना शुरू कर दिया-कमिशनर का दूसरा हाथ अपने खड़े हुए लिंग को सहलाने मे ही व्यस्त था-कुछ देर बाद जब आइस क्यूब का साइज़ काफ़ी छोटा रह गया तो कमिशनर ने उसे नेहा के योनि प्रदेश पर घूमाते हुए उसे उसकी योनि के अंदर डाल दिया-नेहा के मूह से ज़ोर की आवाज़ निकली-“आईईईई…” और यह क्या कमिशनर साहिब के खड़े लिंग से भी ज़ोर की पिचकारी निकली जिसमे से उनका सारा वीर्य रस गिरकर ज़मीन पर बहने लगा.
कमिशनर साहिब के हाथ नेहा के बदन से हट चुके थे और वो अपनी पॅंट की ज़िप बंद करते हुए दुबारा से सोफे पर बैठकर अपने बाकी की शराब पीने लगे.इसके बाद डVड ख़तम हो गयी…
“इसका मतलब है कि कमिशनर साहिब की टाय टाय फिस्स हो गयी नेहा की जवानी के सामने और इसलिए खिशियाकर उन्होने यह कह दिया कि वो उससे खुश नही हुए.” राज का कॉमेंट था.
“ बिल्कुल ठीक कह रहे हैं आप सर-मेरा भी यही ख़याल है.”मैने भी राज की हां मे हां मिलाई.
“ठीक है सर..इस बार आप ऐसी सेट्टिंग करके कमिशनर को देना कि उसे मायूस ना होना पड़े…” मैने राज से कहा.
“वही प्लान तो मैं तुमसे समझना चाहता हूँ कि क्या सेट्टिंग होनी चाहिए.”राज ने मेरी तरफ देखा और मैने अपना प्लान उसे बताना शुरू किया.
“सर आप सिर्फ़ मेरे हथकड़ी लगाकर मुझे यहाँ ज़मीन पर बिठा दीजिए और कमिशनर से यही कहें कि मैने इस लड़की को आज शराब पीकर बिना लाइसेन्स के कार चलाने के जुर्म मे पकड़ा है…इसके अलावा और कुछ भी कमिशनर को ना बताएँ ताकि कमिशनर को लगे कि यह बिल्कुल ताज़ा माल है जो उसको परोसा जा रहा है…उसके बाद जो कुछ भी होगा उसे मैं मॅनेज कर लूँगी.आप उसकी बिल्कुल भी चिंता ना करें.” मैने अपना प्लान राज को बताया.
इसके बाद कमिशनर ने शराब के ग्लास और बंदूक दोनो को टेबल पर रख दिया और अपने दोनो हाथों को नेहा के खूबसूरत जिस्म पर फिराने लगा-नेहा को अब समझ मे आ चुक्का था कि उसके यौवन से इस समय राज नही कोई और ही खेल रहा है-शर्म से उसका मूह लाल हो रहा था और वो अपनी दोनो जांघों को चिपकाने की कोशिश कर रही थी ताकि उसके योनि प्रदेश को देखा ना जा सके-कमिशनर ने एक हाथ उसकी जांघों के बीच मे डाला और उसकी टाँगों को खोलते हुए उसके गालों पर एक हल्का सा ठप्पर लगाया-“जंघे खोल कर रखो ताकि इन्हे सहलाया जा सके” यह कहने के साथ ही कॉम्सनर ने एक चेयर बिल्कुल नेहा के करीब डालकर खुद उस पर बैठकर अपने आप को इस तरह से पोज़िशन कर लिया ताकि वो बिना किसी रोकटोक के उसके मखमली बदन को सहला सहला कर अपनी उत्तेजना शांत कर सकें.
लगभग 10 मिनिट तक यही चूमने, चाटने, दबाने और सहलाने का कार्यक्रम चलता रहा-और कोँमिशनर ने नेहा के बदन का शायद ही कोई ऐसा अंग होगा जिसे अपना निशाना ना बनाया हो.
“हे ईज़ ए रियल परवर्ट ! “ राज भी शायद पहली बार ही यह फिल्म देख रहा था.
“सर आप भी कुछ कम नही हैं.आख़िर इस चिड़िया को फँसाया तो आपने ही है और सेट्टिंग भी आपने ही की है-कमिशनर तो सिर्फ़ थाली मे परोसे हुए भोजन को खाने की कोशिश कर रहा है.” मैने राज से कहा.
“चलो अब देखते हैं कि ठीक तक सेट्टिंग होने पर भी क्या कमी रह गयी जो कमिशनर खुश नही हुआ.-इस बीच कमिशनर उठकर कमरे मे रखे फ्रिड्ज तक गया और उसे खोलकर आइस क्यूब्स का पूरा बॉक्स निकालकर ले आया-मैने सोचा कि शायद यह आइस क्यूब्स वो शराब मे डालेगा-लेकिन ऐसा कुछ भी नही हुआ.एक आइस क्यूब को अपने हाथों मे लेकर कमिशनर ने उसे नेहा की नाभि पर रख दिया-इस अटॅक से नेहा एकदम उछल गयी और उसके मूह से ज़ोर से –“ उई…” निकल गयी. नेहा के चेहरे पर जो एक्सप्रेशन अचानक आया उससे कमिशनर की उत्तेजना यकायक बढ़ गयी और उसने अपने पॅंट की ज़िप खोलकर उसमे से अपने लिंग को बाहर निकाल लिया और उस पर अपना हाथ फिराने लगा.
“ कहानी तो ठीक तक चल रही है सर……” मैं भी पूरी तरह से उत्तेजित हो चुकी थी.
कमिशनर ने आइस क्यूब को गोल गोल उसकी नाभि के चारों तरफ घुमाया और उसकी इस टीज़िंग से नेहा के मूह से जो आवाज़ें निकल रही थी और जो एक्सप्रेशन्स उसके चेहरे पर आ रहे थे,वो बेहद एरॉटिक और देखने लायक थे.
आइस क्यूब ख़तम हो गया था और कमिशनर ने बॉक्स मे से दूसरा आइस क्यूब उठाकर उसे नेहा के सीने के उभारों पर फिराना शुरू कर दिया-कमिशनर का दूसरा हाथ अपने खड़े हुए लिंग को सहलाने मे ही व्यस्त था-कुछ देर बाद जब आइस क्यूब का साइज़ काफ़ी छोटा रह गया तो कमिशनर ने उसे नेहा के योनि प्रदेश पर घूमाते हुए उसे उसकी योनि के अंदर डाल दिया-नेहा के मूह से ज़ोर की आवाज़ निकली-“आईईईई…” और यह क्या कमिशनर साहिब के खड़े लिंग से भी ज़ोर की पिचकारी निकली जिसमे से उनका सारा वीर्य रस गिरकर ज़मीन पर बहने लगा.
कमिशनर साहिब के हाथ नेहा के बदन से हट चुके थे और वो अपनी पॅंट की ज़िप बंद करते हुए दुबारा से सोफे पर बैठकर अपने बाकी की शराब पीने लगे.इसके बाद डVड ख़तम हो गयी…
“इसका मतलब है कि कमिशनर साहिब की टाय टाय फिस्स हो गयी नेहा की जवानी के सामने और इसलिए खिशियाकर उन्होने यह कह दिया कि वो उससे खुश नही हुए.” राज का कॉमेंट था.
“ बिल्कुल ठीक कह रहे हैं आप सर-मेरा भी यही ख़याल है.”मैने भी राज की हां मे हां मिलाई.
“ठीक है सर..इस बार आप ऐसी सेट्टिंग करके कमिशनर को देना कि उसे मायूस ना होना पड़े…” मैने राज से कहा.
“वही प्लान तो मैं तुमसे समझना चाहता हूँ कि क्या सेट्टिंग होनी चाहिए.”राज ने मेरी तरफ देखा और मैने अपना प्लान उसे बताना शुरू किया.
“सर आप सिर्फ़ मेरे हथकड़ी लगाकर मुझे यहाँ ज़मीन पर बिठा दीजिए और कमिशनर से यही कहें कि मैने इस लड़की को आज शराब पीकर बिना लाइसेन्स के कार चलाने के जुर्म मे पकड़ा है…इसके अलावा और कुछ भी कमिशनर को ना बताएँ ताकि कमिशनर को लगे कि यह बिल्कुल ताज़ा माल है जो उसको परोसा जा रहा है…उसके बाद जो कुछ भी होगा उसे मैं मॅनेज कर लूँगी.आप उसकी बिल्कुल भी चिंता ना करें.” मैने अपना प्लान राज को बताया.