पायल आह आह ओह रवि खूब चोद कस के चोद अपनी दीदी को आह आह कितना मोटा लंड है तेरा रवि एक बार अपनी दीदी को अपने
मोटे लंड से खूब कस कर चोद दे आह आह, सी आह सी आह ओह रवि चोद खूब चोद फाड़ दे अपनी दीदी की चूत को आह आह और
फिर पायल की चूत ढेर सारा पानी छोड़ने लगती है और पागल बेसूध होकर नंगी ही अपने बेड पर लेट जाती है और उसकी
गहरी-गहरी साँसे पूरे रूम के सन्नाटे मे भी सुनाई देने लगती है,
उधर रवि जब बाथरूम मे जाता है तो अपनी दीदी की पेंटी तगी देखता है और उसका लंड झटके मारने लगता है और वह
पायल की मोटी गान्ड और चूत को अपनी आँखे बंद करके सोचने लगता है और उसे उसकी दीदी पूरी नंगी नज़र आने लगती है
वह महसूस करने लगता है कि वह अपनी दीदी की गदराई गान्ड मे अपना मुँह डाल कर चाट रहा है उसकी गान्ड को कस-कस कर
अपने हाथो से दबोच-दबोच कर उस पर थप्पड़ मार-मार कर उसकी गदराई मोटी गान्ड को लाल कर रहा है और पायल उसके
लंड को अपने हाथो मे पकड़ कर सहला रही है, फिर अचानक उसे कुछ याद आता है और वह जल्दी से दबे पाँव अपने
भाई के रूम मे एंटर होता है और देखता है कि रोहित मस्त खर्राटे मारते हुए सो रहा था तभी वह अपनी नज़रे इधर
उधर दौड़ाता है तभी उसकी नज़र उस चीज़ पर पड़ती है जिसके लिए वह आया था वह जल्दी से टेबल पर रखी हुई बुक को
उठा कर चुपचाप बाथरूम मे आ जाता है और फिर उस बुक के अंदर से निशा का फोटो निकलता है और जब वह अपनी
होने वाली भाभी का गदराया बदन उसका मासल उभरा हुआ पेट और रसीले होंठ भरे हुए गुलाबी गाल, मोटे-मोटे दूध
देखता है तो वह अपनी होने वाली भाभी को देख तो रहा था की उसने एक ब्लू कलर की साडी पहनी हुई है लेकिन उसकी कल्पना
ने उसकी होनेवाली भाभी को पूरी नंगी उसकी आँखो के सामने ला कर खड़ा कर दिया और वह उसकी फूली हुई चूत और मोटी
गान्ड की कल्पना करते हुए तबीयत से झाड़ गया, और चुपचाप फिर अपने भाई की बुक को उसी टेबल पर रख कर अपने रूम
मे जाकर लेट गया,
रवि के दिमाग़ मे अब सोनिया का खूबसूरत चेहरा आने लगा और उसे सोनिया को अपनी बाँहो मे लेने का मन होने लगा और
वह सोचने लगा की सोनिया की गदराई जवानी का रस वह कब पिएगा, अगर सोनिया उसे नही मिली तो वह उसके बिना कैसे जिएगा,
कमीना compleet
Re: कमीना
यह मुझे क्या हो गया है मुझे दिन रात सोनिया का ही ख्याल आने लगा है लगता है मुझे उससे सच मच प्यार हो गया
है , लेकिन वह मेरी चाहत को समझना ही नही चाहती है सोनिया को पाने का क्या रास्ता हो सकता है, अगर मे दीदी से
सोनिया के लिए कहु तो क्या वह मेरी मदद करेगी, नही-नही वह कभी मेरी मदद नही करेगी उल्टा वह सोनिया को और
मना कर देगी की मेरे कमिने भाई से दूर ही रहना वह बहुत बड़ा कमीना है, तो फिर मुझे क्या करना चाहिए कि सोनिया
मेरी बाँहो मे आ जाए,
क्या दीदी को चोदने के लिए ट्राई करना चाहिए, हाँ मुझे दीदी को फसाना होगा, जब तक मे दीदी को चोद नही लूँगा वह
मेरी बात कभी नही मानेगी, एक बार अगर दीदी एक बार मुझसे चुद गई तो मज़ा आ जाएगा उसकी तो दिन और रात सभी रंगीन
हो जाएगी, और दीदी फिर उसके लंड के इशारे पर नाचने लगेगी पर उसके लिए मुझे दीदी को चोदना होगा और वैसे भी दीदी
एक दम चोदने लायक हो गई है उसकी मस्तानी गान्ड बहुत ही जबरदस्त हो रही है, कही साली किसी से फँस ना जाए, नही-
नही उसकी रसीली जवानी का रस तो मे ही पीऊंगा उसके लिए चाहे मुझे जो करना पड़े अगर मुझे सोनिया को हासिल करना
है तो उसका सबसे सही रास्ता मेरी दीदी ही है,
मुझे अपनी दीदी को चोदना होगा लेकिन कैसे, उसके लिए दीदी को पटाना होगा, दीदी को हर हाल मे खुस रखना होगा उसका
भरोसा हासिल करना होगा, मुझे अब दीदी के लिए फीलडिंग करना पड़ेगी तभी वह मुझे अपनी मस्तानी गान्ड और चूत दे
सकती है, एक बार मेने दीदी को चोद दिया तो फिर सोनिया मुझसे दूर नही, रात को 11 बज चुके थे और रवि आज बहुत ही
बेचैन था तभी उसे उसके दोस्त करण की याद आ जाती है, करण उसी शहर मे रहता था और एक कोम्पनी मे अकाउंट
ऑफीसर की पोस्ट पर था, करण की फॅमिली उसके पॅटरिक गाँव मे रहती थी जहा उसके मा बाप और एक छोटा भाई रहता था, करण
के गाँव मे उसके पास काफ़ी प्रॉपर्टी थी लेकिन वह जॉब करना लाइक करता था इसलिए वह शहर मे आकर जॉब करने लगा और
एक फ्लॅट मे अकेला रहने लगा, करण और रवि स्कूल के टाइम से दोस्त थे उसके बाद करण ने अपना ग्रॅजुयेशन कंप्लीट करके
जॉब शुरू कर दिया और रवि ने अपनी स्टडी कंटिन्यू रखी, अब रवि करण से 8-15 दिन मे एक ही बार मिल पाता था,
रवि ने करण को कॉल किया और कुछ देर बाद
कारण-हेलो बोल रवि क्या बात है इतनी रात को कॉल कर रहा है कुछ खास बात है क्या
रवि- नही यार ऐसी कोई खास बात नही है बस तेरी याद अचानक आ गई सो तुझे कॉल कर दिया
कारण - अच्छा-अच्छा और बता कैसी कट रही है और घर मे सब कैसे है
रवि - बस यार सब बढ़िया है मे तुझसे मिलना चाहता था
कारण - तो एक कम कर सनडे को मेरे फ्लॅट मे आ जा वही छोटी सी पार्टी अरेंज करते है वैसे भी तेरे साथ बैठे को
बहुत दिन हो गये,
रवि- ओके ये ठीक रहेगा मे इसी सनडे आता हू फिर हमारी चाय्स वाली वोड्का का मज़ा लेंगे,
कारण- अबे रवि तू तो कम से कम वोड्का पीना बंद कर दे साले तू जब वोड्का पीता है तो तेरा लंड तुझे बहुत परेशान
करने लगता है
रवि- हस्ते हुए हाँ यार वोड्का पीते ही मुझे चोदने का मन करने लगता है, पिएगे तो वोड्का वरना कुछ नही
कारण- चल जैसी तेरी मर्ज़ी तो ठीक है सनडे डन रहा अपना प्रोग्राम
रवि- ओके डन
कारण- ओके चल बाइ
रवि- ओके बाबा गुड नाइट
रवि मन ही मन खुस होता हुआ करण के साथ पीने मे मज़ा आ जाता है और साला बाते भी अच्छी करता है मज़ा आएगा.
है , लेकिन वह मेरी चाहत को समझना ही नही चाहती है सोनिया को पाने का क्या रास्ता हो सकता है, अगर मे दीदी से
सोनिया के लिए कहु तो क्या वह मेरी मदद करेगी, नही-नही वह कभी मेरी मदद नही करेगी उल्टा वह सोनिया को और
मना कर देगी की मेरे कमिने भाई से दूर ही रहना वह बहुत बड़ा कमीना है, तो फिर मुझे क्या करना चाहिए कि सोनिया
मेरी बाँहो मे आ जाए,
क्या दीदी को चोदने के लिए ट्राई करना चाहिए, हाँ मुझे दीदी को फसाना होगा, जब तक मे दीदी को चोद नही लूँगा वह
मेरी बात कभी नही मानेगी, एक बार अगर दीदी एक बार मुझसे चुद गई तो मज़ा आ जाएगा उसकी तो दिन और रात सभी रंगीन
हो जाएगी, और दीदी फिर उसके लंड के इशारे पर नाचने लगेगी पर उसके लिए मुझे दीदी को चोदना होगा और वैसे भी दीदी
एक दम चोदने लायक हो गई है उसकी मस्तानी गान्ड बहुत ही जबरदस्त हो रही है, कही साली किसी से फँस ना जाए, नही-
नही उसकी रसीली जवानी का रस तो मे ही पीऊंगा उसके लिए चाहे मुझे जो करना पड़े अगर मुझे सोनिया को हासिल करना
है तो उसका सबसे सही रास्ता मेरी दीदी ही है,
मुझे अपनी दीदी को चोदना होगा लेकिन कैसे, उसके लिए दीदी को पटाना होगा, दीदी को हर हाल मे खुस रखना होगा उसका
भरोसा हासिल करना होगा, मुझे अब दीदी के लिए फीलडिंग करना पड़ेगी तभी वह मुझे अपनी मस्तानी गान्ड और चूत दे
सकती है, एक बार मेने दीदी को चोद दिया तो फिर सोनिया मुझसे दूर नही, रात को 11 बज चुके थे और रवि आज बहुत ही
बेचैन था तभी उसे उसके दोस्त करण की याद आ जाती है, करण उसी शहर मे रहता था और एक कोम्पनी मे अकाउंट
ऑफीसर की पोस्ट पर था, करण की फॅमिली उसके पॅटरिक गाँव मे रहती थी जहा उसके मा बाप और एक छोटा भाई रहता था, करण
के गाँव मे उसके पास काफ़ी प्रॉपर्टी थी लेकिन वह जॉब करना लाइक करता था इसलिए वह शहर मे आकर जॉब करने लगा और
एक फ्लॅट मे अकेला रहने लगा, करण और रवि स्कूल के टाइम से दोस्त थे उसके बाद करण ने अपना ग्रॅजुयेशन कंप्लीट करके
जॉब शुरू कर दिया और रवि ने अपनी स्टडी कंटिन्यू रखी, अब रवि करण से 8-15 दिन मे एक ही बार मिल पाता था,
रवि ने करण को कॉल किया और कुछ देर बाद
कारण-हेलो बोल रवि क्या बात है इतनी रात को कॉल कर रहा है कुछ खास बात है क्या
रवि- नही यार ऐसी कोई खास बात नही है बस तेरी याद अचानक आ गई सो तुझे कॉल कर दिया
कारण - अच्छा-अच्छा और बता कैसी कट रही है और घर मे सब कैसे है
रवि - बस यार सब बढ़िया है मे तुझसे मिलना चाहता था
कारण - तो एक कम कर सनडे को मेरे फ्लॅट मे आ जा वही छोटी सी पार्टी अरेंज करते है वैसे भी तेरे साथ बैठे को
बहुत दिन हो गये,
रवि- ओके ये ठीक रहेगा मे इसी सनडे आता हू फिर हमारी चाय्स वाली वोड्का का मज़ा लेंगे,
कारण- अबे रवि तू तो कम से कम वोड्का पीना बंद कर दे साले तू जब वोड्का पीता है तो तेरा लंड तुझे बहुत परेशान
करने लगता है
रवि- हस्ते हुए हाँ यार वोड्का पीते ही मुझे चोदने का मन करने लगता है, पिएगे तो वोड्का वरना कुछ नही
कारण- चल जैसी तेरी मर्ज़ी तो ठीक है सनडे डन रहा अपना प्रोग्राम
रवि- ओके डन
कारण- ओके चल बाइ
रवि- ओके बाबा गुड नाइट
रवि मन ही मन खुस होता हुआ करण के साथ पीने मे मज़ा आ जाता है और साला बाते भी अच्छी करता है मज़ा आएगा.
Re: कमीना
कुछ देर बाद सोचते-सोचते रवि की आँख लग जाती है. और फिर रोज की तरह उनकी दिनचर्या शुरू हो जाती है, रोहित ऑफीस
चला जाता है और पायल और रवि कॉलेज के लिए चल देते है,
कॉलेज पहुच कर पायल सीधे अपनी क्लास मे चली जाती है और रवि अपनी क्लास मे जाता है और जैसे ही अंदर पहुचता है
उसकी नज़र सोनिया पर पड़ती है, सोनिया उसको देख कर अपना मुँह दूसरी और फेर लेती है, रवि अपनी सीट पर बैठ कर सोनिया
को घूर्ने लगता है थोड़ी देर बाद सोनिया अपनी नज़रे उठा कर रवि को देखती है तो उसे अपनी और देखता पाकर जल्दी से अपनी
नज़रे नीचे कर लेती है, क्लास छूटने के बाद जैसे ही सोनिया बाहर आती है रवि दौड़ कर उसके पास पहुच कर
रवि- हाय सोनिया हाउ आर यू
सोनिया- फाइन
रवि- क्या बात है तुम मुझसे डर क्यो रही हो
सोनिया- मे तुमसे क्यो डरने लगी
रवि- तो फिर क्लास मे मुझे देख क्यो नही रही थी
सोनिया- मे तुम्हे क्यो देखु
रवि- अच्छा बाबा मत देखो चलो कॉफी पीते है और उसका हाथ पकड़ कर आगे बढ़ता है तभी सोनिया वही खड़ी रहती
है, रवि रुक कर उसकी ओर देखता है तो
सोनिया- अपनी आँखे दिखा कर पहले हाथ छोड़ो
रवि- उसका हाथ छोड़ कर ओके अब तो चलो
सोनिया उसके साथ चलने लगती है केफे मे पहुच कर दोनो कॉफी पीने लगते है
रवि- सोनिया को घूर कर उसके दूध को देखता है और सोनिया उसकी ओर से सड़ा सा मुँह बनाते हुए अपनी नज़रे हटा लेती
है
रवि- सोनिया तुम कभी मुस्कुराती नही हो क्या
सोनिया- क्यो बिना बात के मुस्कुराऊ क्या
रवि- देखो थोड़ा मुस्कुरा दिया करो तो तुम बहुत ही खूबसूरत नज़र आती हो, अगर तुम्हे मेरी बात पर यकीन नही है तो
थोडा मुस्कुरा कर देखो
सोनिया- उसकी बात सुन कर थोड़ा मुस्कुराते हुए, लो अब ठीक है
रवि- नही अभी मे जो भी बाते तुम से करूँगा तुम उसका मुस्कुरा कर जवाब दो तभी तुम अच्छी लगोगी
सोनिया- मुस्कुरा कर ठीक है
रवि- मुस्कुराते हुए भाई तुम तो मुझसे बहुत ही खफा लगती हो क्या मे यहा से चला जाउ
सोनिया- मुस्कुरा कर उसकी आँखो मे देखती हुई, मेने ऐसा तो नही कहा
रवि- अच्छा तो तुम क्या चाहती हो कि मे तुमसे बात ना करू
सोनिया- उसको देखते हुए फिर मुस्कुराती है और मेने ऐसा भी नही कहा
रवि- तो तुम ये चाहती हो कि मे तुम्हारे पास ना आया करू
सोनिया- मुस्कुराते हुए, मेने ऐसा भी नही कहा
रवि- मुस्कुरा कर उसके मोटे दूध को देखता हुआ उसके दूध की ओर इशारा करता हुआ तो फिर तुम ये चाहती हो कि मे
तुम्हारे इनको ना देखा करू,
तभी सोनिया के मुँह से मुस्कुराते हुए निकल जाता है कि मेने ऐसा तो नही कहा और फिर जब उसकी बात से रवि एक गहरी
मुस्कान देता है तो सोनिया को अपनी ग़लती का एहसास होता है और वह अपनी नज़रे नीचे कर लेती है लेकिन अपनी मंद-मंद
मुस्कुराहट को रोक नही पाती है
रवि- मुस्कुराता हुआ, तो इसका मतलब तुम ये चाहती हो कि मे तुम्हारे इनको देखा करू
सोनिया- अपनी नज़रे उपर उठा कर रवि को मारते हुए, तुम वाकई बहुत कमिने हो
रवि- क्या बात है आज तुम मेरी दीदी की ज़बान बोल रही हो
क्रमशः.........................
चला जाता है और पायल और रवि कॉलेज के लिए चल देते है,
कॉलेज पहुच कर पायल सीधे अपनी क्लास मे चली जाती है और रवि अपनी क्लास मे जाता है और जैसे ही अंदर पहुचता है
उसकी नज़र सोनिया पर पड़ती है, सोनिया उसको देख कर अपना मुँह दूसरी और फेर लेती है, रवि अपनी सीट पर बैठ कर सोनिया
को घूर्ने लगता है थोड़ी देर बाद सोनिया अपनी नज़रे उठा कर रवि को देखती है तो उसे अपनी और देखता पाकर जल्दी से अपनी
नज़रे नीचे कर लेती है, क्लास छूटने के बाद जैसे ही सोनिया बाहर आती है रवि दौड़ कर उसके पास पहुच कर
रवि- हाय सोनिया हाउ आर यू
सोनिया- फाइन
रवि- क्या बात है तुम मुझसे डर क्यो रही हो
सोनिया- मे तुमसे क्यो डरने लगी
रवि- तो फिर क्लास मे मुझे देख क्यो नही रही थी
सोनिया- मे तुम्हे क्यो देखु
रवि- अच्छा बाबा मत देखो चलो कॉफी पीते है और उसका हाथ पकड़ कर आगे बढ़ता है तभी सोनिया वही खड़ी रहती
है, रवि रुक कर उसकी ओर देखता है तो
सोनिया- अपनी आँखे दिखा कर पहले हाथ छोड़ो
रवि- उसका हाथ छोड़ कर ओके अब तो चलो
सोनिया उसके साथ चलने लगती है केफे मे पहुच कर दोनो कॉफी पीने लगते है
रवि- सोनिया को घूर कर उसके दूध को देखता है और सोनिया उसकी ओर से सड़ा सा मुँह बनाते हुए अपनी नज़रे हटा लेती
है
रवि- सोनिया तुम कभी मुस्कुराती नही हो क्या
सोनिया- क्यो बिना बात के मुस्कुराऊ क्या
रवि- देखो थोड़ा मुस्कुरा दिया करो तो तुम बहुत ही खूबसूरत नज़र आती हो, अगर तुम्हे मेरी बात पर यकीन नही है तो
थोडा मुस्कुरा कर देखो
सोनिया- उसकी बात सुन कर थोड़ा मुस्कुराते हुए, लो अब ठीक है
रवि- नही अभी मे जो भी बाते तुम से करूँगा तुम उसका मुस्कुरा कर जवाब दो तभी तुम अच्छी लगोगी
सोनिया- मुस्कुरा कर ठीक है
रवि- मुस्कुराते हुए भाई तुम तो मुझसे बहुत ही खफा लगती हो क्या मे यहा से चला जाउ
सोनिया- मुस्कुरा कर उसकी आँखो मे देखती हुई, मेने ऐसा तो नही कहा
रवि- अच्छा तो तुम क्या चाहती हो कि मे तुमसे बात ना करू
सोनिया- उसको देखते हुए फिर मुस्कुराती है और मेने ऐसा भी नही कहा
रवि- तो तुम ये चाहती हो कि मे तुम्हारे पास ना आया करू
सोनिया- मुस्कुराते हुए, मेने ऐसा भी नही कहा
रवि- मुस्कुरा कर उसके मोटे दूध को देखता हुआ उसके दूध की ओर इशारा करता हुआ तो फिर तुम ये चाहती हो कि मे
तुम्हारे इनको ना देखा करू,
तभी सोनिया के मुँह से मुस्कुराते हुए निकल जाता है कि मेने ऐसा तो नही कहा और फिर जब उसकी बात से रवि एक गहरी
मुस्कान देता है तो सोनिया को अपनी ग़लती का एहसास होता है और वह अपनी नज़रे नीचे कर लेती है लेकिन अपनी मंद-मंद
मुस्कुराहट को रोक नही पाती है
रवि- मुस्कुराता हुआ, तो इसका मतलब तुम ये चाहती हो कि मे तुम्हारे इनको देखा करू
सोनिया- अपनी नज़रे उपर उठा कर रवि को मारते हुए, तुम वाकई बहुत कमिने हो
रवि- क्या बात है आज तुम मेरी दीदी की ज़बान बोल रही हो
क्रमशः.........................