गहरी चाल compleet

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rajaarkey
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Re: गहरी चाल

Unread post by rajaarkey » 05 Nov 2014 22:17

गहरी चाल पार्ट--7

इस वक़्त सोफे पे 1 जवान लड़की बैठी थी जिसके बाल सुनहरे & भूरे रंगो से कलर किए हुए थे.लड़की ने 1 हॉल्टर नेक टॉप पहना था जिस से की उसकी पूरी चिकनी बाहें & गोरे कंधो का हिस्सा & उपरी आधी पीठ नुमाया हो रहे थे & उनपे उसके ब्रा के ट्रॅन्स्परेंट स्ट्रॅप्स चमक रहे थे.इसके साथ उसने काली,सीक्विंड स्किन-टाइट जीन्स पहनी थी & पैरों मे हाइ हील सॅंडल्ज़ थी.उसके होंठो पे ग्लॉसी लाल लिपस्टिक चमक रही थी & हाथ-पाँव के नाखूनओ पे मॅचिंग लाल नेल पोलिश.उसके हुलिए से सॉफ ज़ाहिर था की वो 1 हाइ क्लास कल्लगिर्ल है.वो बैठी टीवी पे कोई म्यूज़िक चॅनेल देख रही थी.

तभी हॉल का दरवाज़ा खुला & जगबीर ठुकराल ने अंदर कदम रखा,उसने बंद गले का कोट पहना हुआ था,लग रहा था की वो अभी-2 कही बाहर से वापस लौटा है.उसे देखते ही लड़की मुस्कुराती हुई खड़ी हो गयी,"हेलो!"

जवाब मे ठुकराल ने केवल सर हिलाया & सर से पांब तक उसे घूर्ने लगा,लड़की भी किसी मॉडेल की तरह मुस्कुराती खड़ी थी.ठुकराल के होंठो पे 1 कुटिल मुस्कान तेर गयी & उसका लंड पंत मे नींद से जाग अंगडायाँ लेने लगा,"वाहा खड़ी हो जाओ.",उसने लड़की को टीवी & सोफे के बीच मे खड़े होने को कहा & खुद सोफे के पास आ गया.

उसी वक़्त 1 बार फिर दरवाज़ा खुला & 1 खूबसूरत लड़की हाथ मे ट्रे-जिसपे पानी का ग्लास था,लिए अंदर आई.ये उन 5 लड़कियो मे से 1 थी.लड़की ने 1 बहुत छ्होटा ट्यूब टॉप पहना था & उसकी छातियो का उपरी हिस्सा उस कसे टॉप से छलक सा जा रहा था.नीचे उसने 1 टाइट माइक्रो-मिनी स्कर्ट पहनी थी जो बस उसकी गंद को किसी तरह ढँके हुए थी.

ठुकराल ने ट्रे से ग्लास उठाया & पानी पीते हुए अपनी बाई बाँह उसकी पतली कमर मे डाल दी.पानी पीने के बाद उसने ग्लास लड़की को वापस किया तो उसने उसे किनारे रख दिया,"मेरे कपड़े उतारो.",हुक्म सुनते ही लड़की झुक कर उसके जूते खोलने लगी,"तुम भी अपने कपड़े उतारो.",उसने कल्लगिर्ल को कहा तो मुस्कुराते हुए उसने अपने हाथ नीचे ले जाकर अपने टॉप को उठाया & साथ ही साथ घूम कर अपनी पीठ ठुकराल की तरफ करते हुए,उसे अपने सर से निकाल वही ज़मीन पे गिरा दिया.

ब्रा के ट्रॅन्स्परेंट स्ट्रॅप्स के चलते उसकी गोरी पीठ लगभग नंगी ही थी.लड़की ने भी ठुकराल का कोट & शर्ट निकाल दिए थे & अब वो उसकी पॅंट खोल रही थी.कॉल गर्ल घूमी & ठुकराल की मुस्कुराती नज़रो से अपनी नज़रे मिलाते हुए अपनी बेल्ट निकाल दी.लड़की ने ठुकराल की पॅंट उतार दी थी & अंडरवेर खींचने वाली थी,"इसे रहने दो & अब तुम जाओ."उसने लड़की की गंद थपथपाई & सोफे पे बैठ उसकी बॅक पे अपने हाथ पसार दिए.लड़की ने उसके कपड़ो से निकले 2 मोबाइल फोन्स & 1 ब्लूटूवाय्त हंडसफ़री कीट उसकी बाज़ू मे रख दिए & हॉल से बाहर चली गयी.

कॉल गर्ल ने अपनी जीन्स का बटन खोला & बहुत धीरे से ज़िप सर्काई & जीन्स को नीचे करते हुए 1 बार फिर घूम गयी.उसने अपने उपरी बदन को इस तरह झुकाया की उसकी गंद ठुकराल की आँखो के सामने और उभर गयी.अपनी जाँघो & टाँगो को हिलाते हुए उसने अपनी जीन्स को उतार दिया & फिर घूम कर खड़ी हो गयी.

अब वो 1 लेमन कलर के पुश-उप ब्रा & बहुत ही छ्होटी पॅंटी मे अपनी कमर पे हाथ रखे खड़ी थी.पुश-उप ब्रा ने उसके बड़े से क्लीवेज को और भी उभार दिया था & जब वो ज़रा भी हिलती तो उसकी चूचिया कातिलाना अंदाज़ मे छल्छला जाती.उसकी चूचिया इतनी कसी हुई नही थी& पेट भी हल्का सा निकला हुआ था,पर ये उसकी खूबसूरती को और बढ़ा ही रहा था.

ठुकराल की तजुर्बेकार निगाहो ने 1 नज़र मे ही भाँप लिया कि अगर वो लड़की कुच्छ साल और इस पेशे मे रही तो बहुत जल्द उसका बदन पूरा ढीला पड़ जाएगा & वो वक़्त से पहले ही बूढ़ी हो जाएगी.पर उसे उसके कल से क्या लेना-देना था!उसे तो उसके आज से मतलब था & आज वो लड़की वो फूल थी जिसका हुस्न अपने पूरे शबाब पे था.

तभी ठुकराल का 1 मोबाइल बजा.उसने नंबर देखा,फिर हंडसफ़री कीट अपने बाए कान मे लगाई,"ज़रा वॉल्यूम मूट कर पीएमन न्यूज़ चॅनेल लगाना.",फिर फोन ऑन किया,"ठुकराल स्पीकिंग."

"गुड ईव्निंग,सर!मैं पंन न्यूज़ चॅनेल से बोल रही हू."

"हां,कहिए."

"सर,आप लाइव टेलिफोन इंटरव्यू के लिए तैइय्यार है ना ?"

"जी,हां.",उसने अपने हाथ से कल्लगिर्ल को उसका काम जारी रखने का इशारा किया.वो उसके पास आई & उसकी तरफ अपनी पीठ कर अपनी गर्दन घुमा अपने कंधे के उपर से शरारत भरी नज़रो से अपने ब्रा के हुक की ओर इशारा किया.सामने टीवी पे न्यूज़ आंकर बोलता हुआ दिख रहा था.

ठुकराल ने हुक खोल लड़की की कमर थामनि चाही तो लड़की भाग कर वापस टीवी के सामने चली गयी,"..बस थोड़ी देर मे हुमारे एंकर आपसे बात करेंगे सर.आप प्लीज़ लाइन पे बने रहिएगा."

"ओके."

लड़की ने उसकी तरफ पीठ किए खड़ी हो अपने बाए कंधे के उपर से शरारती मुस्कान के साथ उसे देखते हुए अपने कंधो से ब्रा को सरका दिया तो वो भी वही उसके टॉप के पास ज़मीन पे गिर गया.

" न्यूज़ मे आपका स्वागत है,ठुकराल साहब.",सामने टीवी स्क्रीन 2 हिस्सो मे बनती हुई थी,1 मे एंकर बोलता दिखाई दे रहा था & दूसरे मे ठुकराल की फोटो,"शुक्रिया."

"ठुकराल साहब,आपकी पार्टी ने लोक सभा चुनाव का टिकेट षत्रुजीत सिंग को दे दिया है.खबर है की आप इस बात से खुश नही हैं & शायद पार्टी छ्चोड़ने तक की सोच रहे हैं?"

लड़की वैसी ही खड़ी अपनी पॅंटी मे अपने अंगूठे फँसा कर उसे अपनी गंद मटकाते हुए नीचे सरका रही थी,"देखिए,टिकेट ना मिलने का थोड़ा अफ़सोस तो मुझे है पर मैं पार्टी छ्चोड़ने की बिल्कुल भी नही सोच रहा.ये पार्टी मेरी मा के जैसी है कोई अपनी मा को छ्चोड़ता है क्या!",लड़की की हरकते देख ठुकराल की आँखो मे वासना की चमक & होंठो पे शैतानी मुस्कान आ गयी.

"..पर हमने तो सुना है की आपकी शत्रुजीत सिंग से नही बनती & आप उनके चुनाव प्रचार से अलग-थलग रहने वाले हैं?"

लड़की अब पूरी नंगी हो चुकी थी & ठुकराल की आँखो के सामने उसकी गोरी पीठ & चौड़ी गंद चमक रहे थे,"ये सरासर झूठी बाते हैं!सभी जानते हैं की मैने हमेशा अमरजीत जी के साथ मिल के काम किया है,फिर उनके बेटे से मुझे क्या परेशानी हो सकती है!पता नही कौन आपको ये ऊल-जलूल ख़बरे देता है.पार्टी के उमीदवार की मदद करना मैं अपना धर्म समझता हू & ठुकराल आज तक अपने धर्म से नही डिगा है."

लड़की घूमी,उसने अपनी बाई बाँह अपने सीने पे रख अपनी गोल छातिया ढँक ली थी & दाई हथेली से अपनी चूत को भी छिपा लिया था.वो धीमे कदमो से लहराती हुई ठुकराल की ओर बढ़ने लगी.दबे होने की वजह से उसकी छातिया जैसे बाँह के उपर से छलक्ने को बेताब थी.

"ठुकराल साहब,आपको क्या लगता है ऐसी ख़बरे क्यू आ रही हैं?आख़िर क्या कारण है?",लड़की ठुकराल के पास आई & वैसे ही अपने अंगो को ढँके हुए ठुकराल के दोनो ओर अपने घुटने सोफे पे टीका उसके उपर खड़ी हो गयी.ठुकराल ने उसके हाथो को हटा पहली बार उसकी बड़ी-2,गोल छातिया & चिकनी,गुलाबी चूत का दीदार किया.

"ये सब ऑपोसिशन वालो की साज़िश है,वो जानते हैं की पॅंचमहल मे हमारी पार्टी को चुनाव मे हराना नामुमकिन है..",उसने झुक कर लड़की की बाई छाती के काले निपल पे जीभ फिराते हुए पूरी चूची को अपने मुँह मे भर लिया,"आआआहह...",लड़की कराही.ठुकराल कोई 10-15 सेकेंड तक चूची चूस्ता रहा,"ठुकराल साहब..ठुकराल साहब?आपको मेरी आवाज़ सुनाई दे रही है क्या?"

"जी..माफ़ कीजिएगा,मैं ज़रा अपनी दावा की गोली निगल रहा था...हां तो मैं कह रहा था कि ये सब विरोधी पार्टियो की चाल है,वो चुनाव मे तो हमे हरा नही सकते तो अनप-शनाप बाते फैला रहे हैं,ये सोच के इस से हम मे फूट पड़ जाएगी.",ठुकराल ने लड़की की कमर पे हाथ रख उसे अपनी गोद मे बिठाया तो लड़की ने भी बैठते हुए अपनी नंगी गंद से उसके अंडरवेर मे च्छूपे लंड को ज़ोर से दबा दिया.

ठुकराल ने इस बार उसकी दाई चूची को मुँह मे भर लिया,"..तो आप का कहना है की आप शत्रुजीत सिंग का साथ देंगे?"

ठुकराल ने चूची को मुँह से निकाला,"जी!हां.बिल्कुल.वो हुमारे उमीदवार हैं & मैं उन्हे जीतने मे कोई कसर नही छ्चोड़ूँगा.",लड़की उसकी गोद से सरक कर नीचे कालीन पे घुटनो पे बैठ गयी & 1 झटके मे अंडरवेर को उतार ठुकराल के 8 इंच लंबे & मोटे लंड को बाहर निकाल लिया.

"मगर ठुकराल साहब,आपने ये माना है टिकिट ना मिलने का आपको अफ़सोस है.इसके बारे मे आपका क्या कहना है?",ठुकराल के मुँह से ज़ोर की आह निकल जाती मगर उसने बड़ी मुश्किल से उसे अपने हलक मे ही ज़ब्त कर लिया,दरअसल हुआ ये था कि लड़की ने उसका पूरा लंड अपने मुँह मे भर लिया था,यहा तक की कुच्छ हिस्सा तो उसके हलक मे भी चला गया था,जबकि ठुकराल साहब ये सोच रहे थे की वो अभी लंड को केवल अपनी जीभ से छेड़ेगी.

उसने लड़की के सर को पकड़ लिया.कंठ मे उतरे होने की वजह से उसके लंड को वैसा ही मज़ा मिल रहा था जैसा उसे चूत मे मिलता,"देखिए,अफ़सोस तो बस थोड़ी देर के लिया था.उस से भी ज़्यादा मुझे इस बात की खुशी है की अमरजीत जी के लड़के ने उनके परिवार की पंचमहल की सेवा करने की परंपरा को आगे बढ़ाया है & इसमे उनका हाथ बताने का शुभ अवसर मुझे मिल रहा है."

"ठीक है,ठुकराल साहब.हम मान लेते हैं की आपको अपनी पार्टी से कोई गीला नही है & ना ही शत्रुजीत सिंग से आपके कोई मतभेद हैं.",लड़की ने कंठ से तो लंड को निकाल लिया था पर अभी भी वो उसे अपने हाथ से हिलाते हुए चूस रही थी.ठुकराल अब तक पता नही कितनी लड़कियो को चोद चुका था & उनमे भी सैकड़ो रंडियो को.उसने फ़ौरन भाँप लिया की ये लड़की भी अपने पेशे मे माहिर है & चाहती है की वो उसके हाथो & मुँह से ही झाड़ जाए & आगे उसे ज़्यादा मेहनत ना करनी पड़े.उस बेचारी को क्या पता था कि आज रात उसकी ली गयी रकम के 1-1 पैसे से भी कही ज़्यादा कीमत ठुकराल उस से वसूल करने वाला था.

"जी.अगर अब आपके पास और सवाल ना हो तो मैं इजाज़त चाहूँगा,मेरी बाकी दवा का भी वक़्त हो गया है."

"हां-2,ठुकराल साहब.हम आपका बहुत-2 शुक्रिया अदा करते हैं कि आपने अपना कीमती वक़्त हमे दिया."

"शुक्रिया.",ठुकराल ने फोन बंद किया & कानो से इयरपीस निकाल कर वही सोफे पे फेंक दिया.लड़की अब उसके लंड को मसल्ते हुए उसके आंडो को चूस रही थी.ठुकराल ने उसे उठा कर फिर पहले की तरह अपने सामने घुटनो पे खड़ा कर दिया & अपने हाथ की बड़ी उंगली उसकी चूत मे पूरी घुसा दी & अपने अंगूठे को उसके दाने पे लगा दिया,".आईईईईययईए...",लड़की बेचैनी से अपनी कमर हिलाने लगी.

ठुकराल ने दूसरे हाथ से उसकी कमर को थाम उसकी गंद को मसल्ते हुए अपना मुँह उसकी छातियो के कड़े निपल्स पे लगा दिया.काफ़ी देर तक वो इसी तरह अपनी उंगली से उसकी चूत मारते हुए उसकी भारी चूचियो का स्वाद चखता रहा.तभी लड़की कुच्छ ज़्यादा बेचैनी से अपनी कमर हिलाने लगी.ठुकराल समझ गया की वो झड़ने वाली है.

rajaarkey
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Re: गहरी चाल

Unread post by rajaarkey » 05 Nov 2014 22:18

उसने तुरंत अपनी उंगली निकाली & लड़की की कमर को पकड़ उसे अपने लंड पे बिठाने लगा.लड़की पूरी तरह से मस्ती मे आ चुकी थी,उसने 1 हाथ नीचे ले जाके लंड को अपनी गीली चूत का रास्ता दिखाया.जुब लंड 2 तिहाई अंदर चला गया तो वो उच्छल-2 कर चुदाई करने लगी पर ठुकराल ने उसे रोक कर उसकी कमर को मज़बूती से पकड़ कर नीचे से 2-3 करार झटके लगा कर लंड को जड तक उसकी चूत मे घुसा दिया,"..ऊवुवयीयियी....माआ.....

"

उसके बाद ठुकराल शांत बैठ गया & अपने हाथो को उसकी पीठ पे फेरता हुआ उसकी चूचिया पीने लगा.लड़की ने उसे कुच्छ ना करता देखा खुद ही उच्छल-2 कर चुदाई शुरू कर दी,वो झड़ने को बेताब थी.ठुकारल के सर को पकड़ आहे भरती हुई वो अपने सर को पीछे झुका बड़ी तेज़ी से उच्छल रही थी.अचानक वो ज़ोर से चीखी & पागलो की तरह अपनी चूत को लंड पे दबाते हुए झुक कर ठुकराल के होंठो को चूमते हुए झाड़ गयी.ठुकराल उसकी पीठ & गंद को लगाता सहलाए जा रहा था.

लड़की लंबी साँसे लेती हुई ठुकराल के सीने पे झुकी हुई थी.ठुकराल वैसे ही बैठे हुए थोड़ा और नीचे हो सोफे पे अढ़लेता सा हो गया.सोफा काफ़ी लंबा चौड़ा था,इसी कारण ठुकराल को कोई परेशानी नही थी.उसने लड़की की कमर को बड़ी मज़बूती से अपनी बाहो के घेरे मे बाँध लिया & फिर नीचे से इतनी ज़ोर-2 के धक्के लगाए की लड़की पागलो की तरह चीखने लगी.

कुच्छ देर पहले ही झड़ी उसकी चूत इस कातिलाना हमले से फिर से मस्ती मे आ पानी छ्चोड़ने लगी थी.ठुकराल के मुँह पे उसकी छातिया दबी हुई थी & वो बस उन्हे चूमता-चूस्ता जा रहा था.उसके हाथ लड़की की गंद को मसले जा रहे थे.1 बार फिर लड़की की बेचैनी उस मक़ाम पे पहुँच गयी जहा से बस उसे मज़े के समंदर मे गिर जाना था & 1 बार फिर ठुकराल ने पैंतरा बदला.

उसने बिजली की तेज़ी से लड़की को अपनी गोद से उठाया & सोफे पे घोड़ी की तरह कर दिया,अब वो अपने हाथो & घुटनो के बल थी,थकान से उसने अपना चेहरा सोफे के मुलायम गद्दे मे छुपा लिया था.ठुकराल ने अपनी दाई टांग फर्श पे रखी & बाई को सोफे पे.लड़की बेचैनी से अपनी गंद हिला रही थी,उसकी चूत को बेसब्री से लंड का इंतेज़ार था.

ठुकराल ने बहुत धीरे से लंड को पूरा उसकी चूत मे धंसा दिया,फिर उसकी कमर पकड़ी & फिर से उसकी चुदाई शुरू कर दी.लड़की की भारी गंद से जब उसके लंड के आस-पास का हिस्सा टकराता तो उसके अंदो मे गुदगुदी सी होती.उसने 1 हाथ नीचे ले जाके उसकी चूचियो को मसलना शुरू किया & दूसरे से उसकी चूत के दाने के.लड़की के लिए ये दोहरी मार कुच्छ ज़्यादा थी & वो दोबारा झाड़ गयी.पर ठुकराल तो अभी शुरू ही हुआ था.उसने देखा की लड़की निढाल हो सोफे पे गिरने वाली है तो उसने अपने हाथ उसकी चूचियो & चूत से हटा उसकी कमर को मज़बूती से थाम कर चुदाई जारी रखी.

लड़की उसकी चुदाई से 1 बार और झड़ी,उसके बाद ही ठुकराल ने अपने अंदर उबाल रहे लावे को अपने लंड के रास्ते उसकी चूत मे गिरने दिया.लड़की हाँफती हुई सोफे पे पड़ी थी.ठुकराल ने उसे पानी बाहो मे उठाया & उसे साथ ले उस गोल बिस्तर पे लेट गया.फिर उसने 1 रिमोट उठा कर 1 बटन दबाया तो हॉल का दरवाज़ा खोल उसकी पाँचो रखैले पूरी नंगी वाहा आ गयी.

पाँचो मे कौन सबसे खूबसूरत है-ये तय करना मुश्किल था.सभी बेइंतहा हुस्न & जवानी की जीती-जागती मिसाले थी.1 ठुकराल की टाँगो के बीच लेट उसका लंड अपनी जीभ से सॉफ करने लगी तो दूसरी 1 गीले तौलिए से यही काम उस कल्लगिर्ल के साथ कर रही थी.ठुकराल बिस्तर के हेडबोर्ड से टेक लगाके बैठा था,तीसरी उसके पीछे आकर उसकी पीठ से लग कर बैठ गयी & उसके कंधे दबाने लगी.चौथी 1 ट्रॉली धकेलते हुए ले रही थी जिसपे खाने का समान था,उसने 1 प्लेट मे खाना निकाला & ठुकराल के दाई तरफ उसकी बाँह के घेरे मे बैठ उसे खिलाने लगी.पाँचवी के हाथ मे पानी का ग्लास था & वो ठुकराल के बाई बाँह के घेरे मे बैठ गयी & जब वो कहता वो उसे पानी पिलाती.

तभी ठुकराल का दूसरा मोबाइल बजा तो ठुकराल संजीदा हो उठा,उसने उस कल्लगिर्ल की चूत सॉफ कर रही लड़की को फोन लाने का इशारा किया,कॉल गर्ल थक कर नींद की गोद मे जा चुकी थी.

"हेलो..कहा थे तुम?मैं कब से तुम्हे फोन कर रहा था!...ह्म्म्म...अच्छा..ठीक है..तुम फ़ौरन यहा चले आओ..और हां..किसी को इस बात की भनक नही लगनी चाहिए...ठीक है..और किसी को किसी कीमत पे ये नही पता चलना चाहिए कि हम दोनो 1 दूसरे को जानते हैं..ओके.".ठुकराल ने फोन बंद किया तो लड़की ने फोन किनारे रख दिया & उसकी गोद मे बैठ उसकी छाती सहलाने लगी..पर वो तो अपने ख़यालो मे खोया हुआ था..."....शत्रुजीत सिंग जगबीर ठुकराल का हक़ छ्चीन कर तुमने कितनी बड़ी ग़लती की है ये तुम्हे अब पता चलेगा..",उसने मन ही मन सोचा,खाना ख़तम हो चुका था.उसने पानी पिया & उस छाती सहलाती लड़की को खींच कर उसकी मस्त चूचिया दबाते हुए उसे चूमने लगा.

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रात के 1 बजे बिस्तर पे कामिनी करवाते बदल रही थी.उसकी आँखो से नींद कोसो दूर थी.रह-2 के उसे अपनी ज़िंदगी मे 1 मर्द की कमी खल रही थी..कैसा होता अगर कोई अभी उसे अपनी मज़बूत बाहो मे भींच कर उसके मखमली बदन से खेलता उसकी चुदाई कर रहा होता!

उसे सुबह करण के साथ गोल्फ कोर्स वाली बात & शत्रुजीत के साथ हुई क्लब वाली बात याद आ गयी..विकास के बाद ये दोनो ही थे जिन्होने उसके जवान बदन मे उमंगे पैदा कर दी थी..पर 1 और इंसान भी तो था जिसे वो भूल रही थी-चंद्रा साहब.

उसे याद आ गयी वो शाम जब चंद्रा साहब ने पहली बार उसके जिस्म को च्छुआ था.वो उनकी कुर्सी के बगल मे खड़ी हो उन्हे फाइल मे कुच्छ दिखा रही थी की तभी पेन नीचे गिर गया.वो उठाने झुकी तो उसे लगा जैसे उसकी गंद पे किसी ने हाथ फिटाया है.क्या चंद्रा साहब ने ऐसा किया?उसे लगा की ये उसका वहाँ है.पर फिर तो ये लगभग रोज़ की ही बात हो गयी.जब उसका ध्यान कही और होता तो वो उसकी गंद च्छू देते.

कामिनी उनकी बहुत इज़्ज़त करती थी & उनकी ऐसी हर्कतो पे उसे बड़ी हैरत हुई पर उसे उस से भी ज़्यादा हैरत इस बात पे हुई की उसे ये बिल्कुल भी बुरा नही लगा,बल्कि जब भी वी चोरी से उसे छुते तो उसके बदन मे रोमांच की लहर दौड़ जाती.

1 बार वो विकास & उनके बीच उनकी कार मे बैठी कोर्ट जा रही थी.विकास को तो बस उस से चिपकने का मौका चाहिए था तो वो उस से सॅट कर बैठा था.दिखाने के लिए 1 फाइल खोल ली थी & उसके नीचे हाथ से उसकी सारी मे ढँकी जाँघ सहला रहा था.पर चंद्रा साहब भी अपनी जाँघ उस से सताए दूसरी ओर बैठे थे.अचानक उसने अपने पेट के बगल मे कुच्छ महसूस किया.उसने आँखो के कोने से देखा की चंद्रा साहब जो उसकी दाई ओर बैठे थे वो हाथ बँधे बैठे हैं & अपने दाए हाथ से उसके पेट को इस तरह सहला रहे हैं कि वो उसकी सारी से च्छूप गया है.

rajaarkey
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Re: गहरी चाल

Unread post by rajaarkey » 05 Nov 2014 22:18

कामिनी का हाल बुरा हो गया,ये दोनो मर्द उसके जिस्म से खेल रहे थे & उसकी चूत मे कसक उठने लगी थी.तभी चंद्रा ने 1 ऐसी हरकत की उसकी चूत ने बस पानी छ्चोड़ दिया.वो फाइल देखने के बहाने मुड़ते हुए झुके & अपने हाथ को उसकी सारी के नीचे किए हुए उसकी बाई छाती की बगलो को हल्के-2 दबाने लगे,वो भी इस तरह की विकास को भनक भी ना लगी.कोर्ट पहुँचते-2 कामिनी पागल सी हो गयी.जैसे ही कार रुकी वो भाग कर कोर्ट के बाथरूम मे गयी & अपनी उंगली से खुद को शांत किया.

उसके विरोध ना करने की वजह से चंद्रा साहब का हौसला और बढ़ गया था.1 दिन देर शाम ऑफीस मे लाइट चली गयी.चंद्रा साहब ने विकास को बाहर जा कर देखने को कहा की जेनरेटर क्यू नही शुरू हुआ.उसमे कुच्छ खराबी थी & विकास मेकॅनिक के साथ लग गया.इस कम मे 15 मिनिट लगे.

कॅबिन मे घुप अंधेरा था & उसका फयडा उठा कर चंद्रा साहब उठ खड़े हुए & खड़ी हुई कामिनी को पीछे से दबोच लिया.उनका 1 हाथ उसके पेट पे फिसलते हुए उसकी नाभि को कुरेदने लगा तो दूसरा उसकी ब्लाउस मे क़ैद चूचियो को उपर से ही मसल्ने लगा.दोनो बिल्कुल खामोश थे,कामिनी बस खड़ी हुई उनकी हर्कतो का मज़ा ले रही थी कि तभी विकास की आवाज़ आई,"हां..अब ऑन करो.",चंद्रा साहब ने फ़ौरन उसे छ्चोड़ दिया & अपनी कुर्सी पे चले गये.

तभी बत्ती भी आ गयी & वो ऐसे बैठे रहे जैसे कुच्छ हुआ ही ना हो.इसके बाद ही उन्होने उसे & विकास को अपनी प्रॅक्टीस शुरू करने को कहा था..शायद उन्हे खुद पे भरोसा नही था & अगर वो हमेशा उनके सामने रहती तो वो ज़रूर और हदो को भी पार कर जाते.

कामिनी के नज़रो मे उनकी इज़्ज़त और बढ़ गयी-वो ग़लती कर रहे थे,अपनी असिस्टेंट के साथ ये सब उन्हे शोभा नही देता था पर वक़्त रहते उन्होने खुद को संभाल लिया था.कोई और वकील होता तो अब तक उसे अपने बिस्तर मे घसीट चुका होता और फिर शायद उसकी विकास से शादी भी नही हुई होती.

अच्छा ही होता!..वो आज इस अकेलेपन,इस तन्हाई से तो बच जाती....पर वो फिर ऐसे क्यू सोच रही थी..2 जवान खूबसूरत मर्दो से उसका परिचय हुआ था & अगर किस्मत ने उसका साथ दिया तो वो किसी 1 के साथ या फिर दोनो के साथ फिर से अपनी राते रंगीन करेगी.ये ख़याल आते ही उसका हाथ अपनी नाइटी के नीचे नंगी चूत पे चला गया & उस से खेलने लगा.

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रात के 1 बजे शत्रुजीत अपने बेडरूम मे दाखिल हुआ.अंदर अंधेरा था & खिड़की से आती हल्की चाँदनी मे उसने देखा की नंदिता छ्होटी सी नेग्लिजी मे लेटी हुई है.वो उसकी तरफ ही देख रही थी.शत्रुजीत ने अपने कपड़े उतारे & पूरा नंगा हो उसके बगल मे चादर मे घुस गया पर उसने पत्नी को छुने की कोई कोशिश नही की ना ही नादिता ने उसकी तरफ हाथ बढ़ाया.दोनो को आज तक ये बात समझ मे नही आई थी-दोनो जवान & खूबसूरत थे,1 जैसे फॅमिली बॅकग्राउंड से थे,किसी और को चाहते भी नही थे फिर आख़िर क्यू उन्हे 1 दूसरे से प्यार नही हुआ था...बस अपनी भूख मिटाने के लिए दोनो चुदाई करते थे.उसमे भी बहुत मज़ा आता था उन्हे पर प्यार-प्यार उस वक़्त भी नही होता था उनके बीच.

शत्रुजीत ने गर्दन घुमाई तो पाया की नंदिता उसे देखा रही है.नज़रे मिलते ही जैसे कोई चिंगारी भड़की & दोनो घूम कर 1 दूसरे से चिपक गये.नंदिता ने खुद ही अपनी नेग्लिजी निकाल दी,उसने नीचे कुच्छ भी नही पहना था & शत्रुजीत उसके बदन को चूमने,चाटने लगा.हर बार ईयसे ही होता था दोनो ऐसे प्यार करते जैसे वक़्त ही ना हो उनके पास,ये आख़िरी रात हो उनके जीवन की.

शत्रुजीत उसकी चूचियो को चूस्ते हुए उसकी टाँगो के बीच आ रहा था की नादिता ने खुद अपनी जंघे फैला दी.शत्रुजीत ने 1 झटके मे अपना लंड अपनी बीवी की चूत मे उतार दिया.दोनो आहे भर रहे थे,1 दूसरे को चूम रहे थे,खरोंच रहे थे...पर 1 बार भी 1 दूसरे का नाम नही लिया..बस जैसे दो अजनबी 1 साथ 1 रात के लिए साथ हुए हो.पर वो अजनबी भी कुच्छ तो प्यार जताएंगे.

शत्रुजीत बस धक्के लगाए जा रहा था,बीवी की कसी चूत उसे हुमेशा पागल कर देती थी पर उसने कभी उसे ये नही बताया था.नंदिता भी पति की मर्दानगी की कायल थी.कितना भी थका हो जब तक वो ना झड़ती वो रुकता नही था.उसने हुमेशा उसे खुश किया था पर उसने भी कभी उसकी इस बात की तारीफ नही की थी.

"आहह....आअहह...",नंदिता अपने पति से चिपकी झड़ने लगी तो शत्रुजीत ने भी अपना वीर्या उसकी चूत मे गिरा दिया.फिर वो उसके उपर से अपना लंड निकाल कर उतर कर अपनी जगह पे लेट गया.नंदिता थोड़ी देर पड़ी रही फिर उठ कर बाथरूम चली गयी,अपनी चूत सॉफ करने के लिए.शत्रुजीत उसके लौटने का इंतेज़ार करने लगा ताकि फिर वो बाथरूम जा अपना लंड सॉफ कर सके.

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