ससुर बने साजन (sasur bane sajan) compleet

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raj..
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Re: ससुर बने साजन

Unread post by raj.. » 29 Oct 2014 08:41

मैने कहा कि ठीक है बाबूजी मैं आपना वादा नही तोड़ूँगी पर आप भी

मुझे पूर जोश से चोदिए वो बोले कि ठीक है फिर तभी बाबूजी ने एक

धक्का मारा और 11 मे से 4इंच लॉडा मेरी चूत मे समा गया मेरे

मूह से एक चीख निकल गई मुझे यू लगा कि जैसे कोई लोहे की रोड मेरी

चूत मे घुस रही हो मैने चिल्ला कर कहा कि बाबूजी प्ल्ज़ इसे निकाल

लीजिए ना तो वो बोले की अभी तो कह रही थी कि मेरी चूत फाड़ दीजिए ओर

अभी निकालने को कह रही हो बेटी ये कोई लंड नही है जो बीच मे ही

निकल जाएगा ये तो लॉडा है ये तो अब आपना काम कर के वापिस निकलेगा

ये तो अब तुम्हारी चूत की प्यास भुजा कर ही निकलेगा फिर उन्होने मेरे

बूब्स को सहलाना शुरू कर दिया तो मुझे कुछ सकुन मिला लेकिन तभी

उन्होने एक और धक्का मारा लॉडा 8इंच तक अंदर घुस गया लॉडा

मोटा होने की वजह से मुझे दरद भी हो रहा था लेकिन अब दरद तो

सहना ही पड़ना था क्यो कि बाबूजी के लॉड का स्वाद भी तो चखना था.

फिर बाबूजी ने एक और धक्का मारा ओर लॉडा पूरे का पूरा मेरी चूत मे

समा गया और मेरे मूह से निकला हाई बाबूजी मैं मर गई तो वो बोले कि

नही मरोगी मेरी प्यारी बहू अभी तो तुम्हे इससे मज़ा लेना है मैने

कहा कि हाई बाबूजी आपने तो मेरी चूत का कचूमर ही निकाल दिया तो बोले

कि अभी तो जब ये अंदर बाहर होगा तब तुम्हे स्वाद देगा ये मेरी जान

और मुझे यू लग रहा था जैसे कि वो मेरे बूब्स को अंदर से टच कर

रहा है.

raj..
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Re: ससुर बने साजन

Unread post by raj.. » 29 Oct 2014 08:41

मुझे दरद भी बहुत हो रहा था इस लिए अब दीदी मेरे बूब्स को चूस

रही थी अब मुझे उसकी चूत चाटनी थी. कुछ देर यू ही रुकने के बाद

बाबूजी ने धीरे धीरे से लॉड को अंदर बाहर करना शुरू किया

शुरू मे तो बहुत दरद हुआ लेकिन फिर चूत ने लॉड को आक्सेप्ट कर

लिया ओर इतनी जगहे आराम से दे दी कि वो आंदार बाहर हो सके. अब बाबूजी

मुझे मेरी कमर से पकड़ के धीरे धीरे चोद रहे थे अब दरद गायब

होने लगा था ओर मुझे मज़ा आने लगा था. मुझे लॉड से चुदवाने

मे आनंद आने लगा था मेरे मूह से कंपकंपियन सी निकल रही

थी ऊओररर तीज़्ज़ज ब्ब्बाअब्ब्बुउउज्जीइ ऊओररर त्ट्तीएजज़्ज़्ज प्प्पुउर्र्रीए

ज्ज्ज्ूओर्रर सस्सीए कक्चछूड्दडिईईईए आआज्जज प्प्प्ल्ल्लज़्ज़्ज़

ब्ब्ब्बाआबब्बुऊुज्जििीइ प्प्प्ल्ल्लज़्ज़्ज़ प्प्प्ूउर्रीए ज्ज्ज्ूओर्रर्ससीई हहाऐईइ

म्‍म्माररर ददडीइयजज्जी मम्मूउुज्झहही हहाऐईयईईई फ़फफ़ाआड्द्ड़

दडीइयजज्ज़िि म्‍म्मीर्ररीि कक्चहूुूत्त्त कक्कूव हहाऐईइ प्प्प्ल्लज़्ज़्ज़ ऊररर

ज्ज्जूर्र सस्सीए हहााईइ म्‍म्मीरररी र्रााज्जा फ़फफादद्ड़

ददडीइयजज्ज़िईईए आआज्जजज आअप्प्पननन्ी ब्बबाहहुउऊ क्क्की कचहूुूथत्

प्प्प्ुउउर्री ज्ज्ज्ूओर्रर ससीई और बाबूजी ने भी अब थोड़ी तेज़ी से चोदना

शुरू कर दिया था ओर मेरे मूह से आवाज़ें निकल रही थी ह्ह्हाआईईइ

म्‍म्माआअ उूउउइइ म्‍म्म्माआअ हहाऐईयइ ऊओररर्र ट्टीएजज्ज़ हहाऐईयइ

म्‍म्माईिईन्न म्‍म्म्माअरररर ग्ग्गाऐइ हहाऐईइ प्प्प्ल्लज़्ज़ ऊओररर त्ट्तीएजज्ज़

हहाऐईयइ प्पल्लज़्ज़्ज़ और बाबूजी पूरे ज़ोश से मुझे चोदने लगे अब वो पूरे

ज़ोर से धक्के मार रहे थेमुझे लग रहा था जैसे कोई लोहे का डंडा

मेरी चूत मे घूम रहा हो मैं नीचे चिल्ला रही थी हाई और तेज

बाबूजी और तेज हाईईईई आअहह ह उउउइइ ऊओररर ट्टीज़्ज़ज्ज आअहह

प्पल्ल्लज़्ज़्ज़ पूरे ज़ोर से चोदिए मुझे हाईईईईईईई ऊओह

मीररीममाआआआआआआआ हॅयियी आहह अहह ऊऊऊऊऊओह

बाबूजी के धक्के तेज़ी पकड़ते जा रहे थे करीब 5 मिंट बाद मैं

झाड़ गई और शांत हो गई बाबूजी बोले की चलो अब शालु को चोद्ता हूँ

तो मैने कहा कि हाई बाबूजी इसे बाहर मत निकालिए जब तक ये झाड़ाता

नही है तब तक आप मुझे ही चोदिए प्ल्ज़ मैं नही निकालने दूँगी इसे

तब तक प्ल्ज़ तो वो बोले कि ठीक है और उन्होने फिर से मेरी कमर पकड़

के धीरी धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए मेरे बूस भी मसलने

लगे मैं दीदी की चूत चाट रही थी दीदी बाबूजी की गोलिओं को चाट

रही थी मैं फिर से गरम होने लगी थी मुझे फिर से मज़ा आने लगा

बाबूजी बोले कि ये बताओ कि मेरा कम तुम पिओगी या तुम्हारी चूत मे ही

निकालना है मुझे फिर से मज़ा आने लगा था सो मैने कहा कि नही

बाबूजी पिउन्गि बाद मे पहला कम आप मेरी चूत मे ही निकाल

दीजिए हाईईइ बहुत मज़ा आ रहा है

raj..
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Re: ससुर बने साजन

Unread post by raj.. » 29 Oct 2014 08:42

बाबूजी बोले कि वो क्यो तो मैने

कहा कि हॅयियी बबबबूजी मैं आब्ब्भी ताअक प्ररेज्न्ननेंट नाही हुउऊइ

हूओन पल्लज़्ज़्ज़ आअप्प्प्प म्मुज्ज्झे प्र्र्रेग्नीन्त कर द्दीइजिई म्‍म्मायना

आअप्प्प्प क्कीए बाकचईए की म्माआ ब्बबांन्ना कक्चाहहति हहूओंन्न

मम्मूुझही आअपपंनी ब्बाची की म्मा ब्बबांन्ना दडीइयजज्ज़िई वो बोले

कि वो क्यो तो मैने कहा कि ता कि उसका भी आपके बेटे की तरह लंड ना

हो बल्कि आप की तरह लॉडा हो वो जिसे भी चोदे आप की तरह ही

चोदे वो बोले कि ठीक है और उन्होने आपने धक्को की सपीड़ बढ़ा दी

करीब 15 मिंट बाबूजी मुझे चोद्ते रहे और बोले कि मैं झड़ने वाला

हूँ मैं भी झड़ने को तैयार थी सो मैने उन्हे और जोश दिलाने के लिए

कहा कि हाइईइ ब्बाबबबुऊुजि पल्लज़्ज़ ओर ज़ोर से हाईईईईईईईईईईईईईईईईई

आहह म्मूउज़्झहही म्‍म्माआ ब्बबांन्ना दीजीई प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ ओर फिर

बाबूजी के धक्को की सपीड़ फुल हो गई और मेरी चीखें निकलने लगी

हॅयियी मैं मर गई है मेरी चूत फट गई हाइममाआ माररर गाइइ

माऐन्न्न्नाहियिइ आहह उउउइइ म्‍म्माआ ओर फिर हम दोनो एक साथ ही

झाड़ गये बाबूजी के लॉड से निकली हुई एक लंबी पिचकारी मेरी चूत मे

समा गई ओर बाबूजी मेरे उपर यू ही लेट गये करीब 15 मिंट यू पड़े

रहने के बाद बाबूजी उठे ओर मुझे सीधी कर के मुझे बाहों मैं भर

लिया और बोले कि कैसा लगा मेरी जान मज़ा आयआ की नही तो मैने कहा

की बाबूजी आप एक रात की बात करते थे ना तो मैने नेक्स्ट 10 दिन

और रात आप के नाम कर दिए हैं अब आप चाहें तो शॉप खोलें और

चाहें तो ना खोलें और लगातार 10 रात दिन मेरी चूत मे यू ही अपना

लॉडा डाले पड़े रहे ओर मुझे चोद्ते रहें तो वो बोले ठीक है जैसा

तुम कहो तभी दीदी बोल पड़ी कि बाबूजी अब आप आपनी बहू से ही चिपके

रहेंगे या बेटी का भी कुछ ख्याल करेंगे तो उन्होने कहा कि घबराती क्यो

हो अब तुम्हारी तरफ ही आते है.


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