गन्दा काम - indian sex story - -

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Re: गन्दा काम - indian sex story - -

Unread post by admin » 16 Oct 2015 09:45

और वो मेरा चूत के होटों से खेलने लगी। मैंने कभी खुल कर अतुल से चूत नहीं चुदवाई थी लेकिन रोज़ रात को अतुल जबरदस्ती मेरी चूत चोद देते थे। अब 20-25 दिन से मैं बाहर थी तो मुझे चूत की खुजली पता चल रही थी। मैं भी उमा की चूत खुजाने लगी। थोड़ी देर में हम दोनों गर्म थीं, उमा बोली- खुजली ज्यादा हो रही हो तो बोल ! धंधे पर चलते हैं ! नोट भी कमाएंगे और मौज भी लेंगे !

मैं बोली- नहीं बाबा ! नहीं ! मुझे तो बड़ा डर लगता है ! तू क्या शादी के बाद भी धंधा करती है?

उमा बोली- भाई कभी कभी अब भी लगवा लेती हूँ ! पटी जब बाहर होते हैं ! एक रात के पाँच हज़ार मिल जाते हैं और मज़ा भी आ जाता है। लेकिन सिर्फ अपने पुराने यारों से लगवाती हूँ नहीं तो बदनाम हो जाऊंगी। मैं तो साली बदनाम हो गई थी इसलिए तो 5000 रुपए कमाने वाले से शादी हुई नहीं तो तेरी तरह सॉफ्टवेयर इंजिनियर से शादी होती ! चल यह छोड़, यह बता कितना मोटा लंड है तेरे पति का? अभी नई नई शादी हुई है, 3-4 बार तो चूस ही लेती होगी एक दिन में ?

मैं हूँ हाँ करती रही ! मेरी समझ में नहीं आ रहा था कि सब लौड़ा चूसने की बातें क्यों करती हैं !

12 बजे के करीब मैं सो गई। रात को 3 बजे के करीब उमा का मोबाइल बजा। उमा ने तुंरत काट दिया। मैं नींद में थी इसलिए मैंने ध्यान नहीं दिया। लेकिन दस मिनट बाद उमा उठ कर गाउन पहन कर गई तो मैं चौंक गई। दबे पाँव मैंने पीछे जाकर देखा तो मैं हैरान थी। उमा ने अपने फ्लैट का दरवाज़ा खोला, एक जवान सा लड़का अंदर आया, उमा उसे दूसरे कमरे में ले गई और बोली- राजीव जी, पहले फीस निकालिए !

राजीव ने सौ के नोटों की गद्दी उमा के हाथ में रख दी। उमा मुस्करा दी, गद्दी अलमारी में रख दी और राजीव की पैंट की चैन खोल दी। उसके बाद उसका लौड़ा निकाल कर चूसने लगी। राजीव ने अपनी पैंट उतार दी। राजीव का लौड़ा सात इंच लम्बा और तीन इंच मोटा होगा। पूरा लौड़ा लोहे की रॉड की तरह तना हुआ था और उमा लौड़ा लप लप कर के चूस रही थी।

मैं छुप कर देखने लगी। कुछ देर में दोनों नंगे थे। राजीव उमा को पलंग पर लिटा कर उसकी चूत चूसे जा रहा था, उमा की आह ऊह ओह की आवाजें कमरे में गूँज रही थीं। मेरी चूत में जोरों की खुजली हो रही थी। होती भी क्यों नहीं ! आज मुझे चुदे हुए पूरा एक महीना हो गया था।
उमा थोड़ी देर बाद चूत फ़ैला कर लेट गई। राजीव ने उसकी चूत में अपना सात इंच लम्बा लंड ठोंक दिया और धक्के मरना शुरू कर दिया। उमा की चुदाई शुरू हो गई थी। उमा जोर जोर से चिल्ला रही थी- उई ! बड़ा मजा आ रहा है ! और जोर से पेल कुत्ते ! क्या चोदता है ! क्या मस्त लंड है ! महीने में एक बार तो आ जाया कर ! अगली बार से 10% छूट दूँगी साले ! हरामी क्या मस्त बजाता है ! और जोर से पेल कुत्ते !

राजीव ने 15 मिनट तक उमा की चूत बजाई। उसके बाद उसका लंड खाली हो गया और उसने लंड बाहर खींच लिया। उमा की चूत की प्यास शांत नहीं हुई थी, उसने राजीव को जबरदस्ती अपनी तरफ खींच कर एक बार दुबारा उसका लंड अपने मुँह में डाल लिया और चूसने लगी। मैं तो हैरान थी कि भाभी, मौसी उमा सब लंड चूसने में होशियार हैं और मैं लण्ड चूसने को लेकर लड़ कर आ गई। मेरे मन में एक बार लण्ड चूसने का ख्याल आया लेकिन अपने अहं के कारण मैं लंड नहीं चूसना चाहती थी और अतुल के पास वापस नहीं जाना चाहती थी।

मेरी बुर उमा की चुदाई देखकर बुरी तरह गरम हो गई थी। मैं वापस आकर लेट गई कुछ देर और चुदवाने के बाद उमा भी वापस आकर सो गई।

सुबह हम दोनों 12 बजे उठे। उमा बिल्कुल तरो-ताज़ा दिख रही थी। दिन में मुझसे उमा बोली- चुदना हो तो बता दियो ! मेरे यारों की संख्या अभी कम नहीं हुई है !

मैंने अनजान बन कर पूछा- उमा, शादी के बाद भी औरों से चुदवाती है क्या ?

मेरी बुर उमा की चुदाई देखकर बुरी तरह गरम हो गई थी। मैं वापस आकर लेट गई कुछ देर और चुदवाने के बाद उमा भी वापस आकर सो गई।

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Re: गन्दा काम - indian sex story - -

Unread post by admin » 16 Oct 2015 09:45

सुबह हम दोनों 12 बजे उठे। उमा बिल्कुल तरो-ताज़ा दिख रही थी। दिन में मुझसे उमा बोली- चुदना हो तो बता दियो ! मेरे यारों की संख्या अभी कम नहीं हुई है !

मैंने अनजान बन कर पूछा- उमा, शादी के बाद भी औरों से चुदवाती है क्या ?

उमा मुस्करा कर बोली- कुतिया, जो एक से ज्यादा लंडों का मज़ा ले ले, वो फिर लंड की भूखी हो जाती है ! मेरी जान नए नए लंडों से चुदने में जो मज़ा आता है वो एक मर्द के लंड में कहाँ है ! मुझे गांड मरवाने में भी मज़ा आता है लेकिन मेरे पति गांड कभी नहीं मारते ! अपने यारों से मरवानी पड़ती है, ऊपर से कमाई और हो जाती है। चुदना कम कर दिया है लेकिन महीने में दो तीन का डलवा ही लेती हूँ, जब यह टूर पर होते हैं तो एक महीने में 10-10 12-12 से भी चुदवा लेती हूँ।
उमा बोली- तू सो रही थी तो एक कुत्ते से तो कल ही चुदवाया है ! परसों खुजली ज्यादा हो रही थी और किसी से सेटिंग नहीं हो पाई तो दूध वाले को बुलाकर लाई और उससे चुदवाया था ! असली मज़ा तो चूत के अंदर है ! मेरी रानी चुदवाओ और मस्ती करो ! यही जिन्दगी है ! जिसने लंड का मज़ा लेना सीख लिया उसे किसी और मज़े में मज़ा नहीं आता है !
मैं धीरे से बोली- अगर किसी को पता चल गया तो ?

मेरी चूची दबाते हुए उमा बोली- एक गुप्त बात बताऊँ ! तेरी भाभी को 10-12 बार चुदवा चुकी हूँ। दो साल पहले पहली बार चुदवाया था। अब तो महीने में कम से कम एक बार तो तेरी भाभी भी बाहर के लंड से चुदती हैं और उनकी चूत के लिए लंड की जुगाड़ तो मैं ही करती हूँ। तू भी एक बार चुदवा तो ! किसी को पता भी नहीं चलेगा और मज़ा भी बहुत आएगा ! और जिन जिन औरतों को मैंने चुदवाया है, उनके पति भी बहुत खुश रहते हैं क्योंकि वो जान जाती हैं कि चुदवाया कैसे जाता है।
मेरे मुँह से निकल गया- ठीक है ! लेकिन किसी को पता नहीं चले !

उमा बोली- यह मेरा वादा है ! चल फिर तैयार हो जा ! आज रात के लिए तुझे काल गर्ल बनाती हूँ ! मैं और तू दोनों साथ धंधा करेंगे !

उमा ने 3-4 जगह फ़ोन मिलाये और फिर मुस्कराती हुई बोली- दो कुत्ते आ रहें हैं ! एक तो बड़ी राजनैतिक पार्टी का युवा अध्यक्ष है, दूसरा शहर का एक बड़ा ठेकेदार है ! ठेकेदार से मैं और तेरी भाभी दोनों दो-दो बार चुद चुकी हैं ! साले का आठ इंच लम्बा लंड है। आज तुझे चुसवाती हूँ !

मैं झेंपते हुए बोली- नहीं, लंड नहीं चूसूंगी ! बस चूत में डलवा लूंगी !

उमा मेरी घुंडियों पर चुटकी काटते हुए बोली- वो तू उन पर छोड़ दे
!
मैं कुछ रोमांचित महसूस कर रही थी, रात की चुदाई के बारे में और सोच सोच कर और मेरी चूत गीली होने लगी थी।

शाम के छः बजे उमा ने ब्लू फिल्म चला दी। नई-नई गोरी-गोरी दो भारतीय लड़कियों की चूत फिल्म में तीन अंग्रेज़ चोद रहे थे। सब के लंड 8-9 इंच से कम नहीं थे। चुदने के मस्त मस्त सीन थे, उमा बीयर का ग्लास ले आई और बोली- इसे पी, पीने के बाद चुदवाने में बहुत मज़ा आएगा।

थोड़ी न नुकर के बाद एक ग्लास बीयर का मैंने पी लिया। अब मैं पूरी गर्म हो रही थी, मेरी चूत खुजिया रही थी चुदवाने के लिए। उमा मुझे ग्राहकों से बात करने के तरीके बताने लगी। आठ बजे करीब हम दोनों ने पारदर्शी मैक्सी पहन ली। मेरे दोनों संतरे मैक्सी में से बिलकुल साफ़ दिख रहे थे। बीयर में कामोत्तेजक दवाई मिली हुई थी, इसलिए मेरी चूत की खुजली काफी बढ़ी हुई थी और मैं चुदने के लिए पगला रही थी।

नौ बजे दरवाज़े की घंटी बजी। राजू और अनिल नाम के दो आदमी जिनकी उम्र पैन्तीस साल के करीब थी, अंदर आये। उन्होंने अंदर घुसते ही हमारी कमर में हाथ डाल दिया। राजू मेरी कमर में हाथ डाले हुए था, जिसे थोड़ी देर बाद उसने पीछे से मेरी चूचियों पर रख दिया और उन्हें दबाने लगा। अनिल उमा को पहले भी दो बार चोद चुका था। उमा की तरफ देखते हुए बोला- उमा जी, मज़ा आ गया ! क्या खूबसूरत हसीना है तेरी फ्रेंड !
और उसने मेरी चूचियाँ आगे से कस कस कर मसल दीं और बोला- कुतिया, जरा अपना नाम तो बता दे !

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Re: गन्दा काम - indian sex story - -

Unread post by admin » 16 Oct 2015 09:45

मैं मुस्कराते हुए बोली- आपको जो पसंद हो वो बुला लेना !

राजू बोला- हमें तो तू मालगाड़ी लग रही है ! चल तेरा नाम मालगाड़ी रख देते हैं।
उमा बोली- राजा मालगाड़ी के बदले माल तो निकाल !

अनिल ने एक 500 की गद्दी उमा की तरफ बढ़ा दी और बोला- ले मेरी कुतिया आज तू जितना सोची होगी उससे ज्यादा लाया हूँ।

नोट की गद्दी उमा ने अलमारी में रख दी और बोली- हजूर ! अब हम लौंडियाऐं तुम्हारी गुलाम हैं।

हम दोनों को राजू और अनिल ने गोद में उठा लिया और पीछे वाले कमरे में ले आए। राजू ने अपने होंठ मेरे होटों से चिपका दिए और मेरे होटों का रस चूसने लगा। साथ ही साथ मेरे संतरों का जूस भी निकल रहा था। उमा को अनिल ने पूरा नंगा कर दिया था और उसके ऊपर लेटकर उसके होंठ चूसे जा रहा था। उमा उसका लंड पकड़े हुए थी। थोड़ी देर में उमा ने अनिल को हटा दिया और दो पैग बनाने लगी। मेरी मैक्सी भी जो अब नाममात्र की शरीर पर रह गई थी, राजू ने उसे भी हटा दिया। अनिल और राजू ने भी अपने कपड़े उतार दिए थे।
जब तक उमा पेग बना रही थी तब तक दोनों साइड में मुझसे चिपक कर मेरे संतरों से खेल रहे थे और अपनी जांघें मेरी जांघों से सटा कर रगड़ रहे थे। मेरी चूत गरम भट्टी की तरह दहक रही थी। उमा थोड़ी देर बाद चार पेग बना लाई। हम लोगों ने चीयर्स करी और फिर हम दोनों को राजू और अनिल ने पलंग पर आधे लेटे हुए अपनी गोद में लौड़े के ऊपर बैठा लिया। दोनों के लंड मेरी और उमा की चूत से टकरा रहे थे और दोनों हमारे मुँह तिरछा कर के होंठ चूस रहे थे और चूचियाँ मसल रहे थे।
अनिल बोला- उमा डार्लिंग ! जरा लौड़ा चूसो ! साला तुम्हारे प्यार के लिए तड़प रहा है !
राजू भी मुझसे लौड़ा चुसवाने के लिए बोला लेकिन मेरा लौड़ा चूसने का मन नहीं कर रहा था।

उमा बोली- पहली बार गैर आदमी से चुद रही है, इसलिए शरमा रही है !

उमा ने मेरे चूचुकों पर चुटकी काटी और बोली- जरा लौड़ा पकड़ के तो देख ! कितना मस्त लौड़ा है ! बिलकुल लोहे की रॉड की तरह है ! बहुत मस्त चोदते हैं राजू साहब !

और उमा ने मेरा हाथ उठाकर उसके लंड पर रख दिया किसी तरह चोर नज़रों से मैंने राजू का लौड़ा मुट्ठी में पकड़ लिया। लौड़ा बिल्कुल कठोर और गर्म हो रहा था। मेरे को नशा हो रहा था और मेरी चूत बुरी तरह गर्म हो रही थी इसलिए मैं लौड़ा मसलने लगी और राजू से चिपक गई। उमा का भी यही हाल था। मेरी चूत पूरी गीली हो रही थी और पानी छोड़ रही थी।

थोड़ी देर बाद अनिल और राजू एक साथ उठे और बोले- रानी चलो एक एक राउंड तुम्हारी चुदाई का हो जाए !

मेरा गोरा गरम बदन और ऊपर से पहली बार दारू के नशे ने मेरी सेक्स मस्ती को बढ़ा दिया था। राजू का लौड़ा मैं जोर जोर से सहला रही थी, तभी राजू ने मुझे नीचे लेटा दिया और मेरे संतरे अपने हाथों से मसलते हुए मेरे ऊपर सवार हो गया। उसने मेरी चूत पर एक जोर का झटका लौड़े से मारा। मेरे मुँह से- ऊई ! मज़ा आ गया ! घुसा साले ! अंदर घुसा ! की आवाज़ निकल गई। राजू नशे में था, अपने लौड़े को सही जगह फिट नहीं कर पा रहा था। दूसरी तरफ उमा की चूत में अनिल ने लौड़ा घुसा दिया था। बिल्कुल ब्लू फिल्म की तरह उमा चुद रही थी। उमा की चूत मेरे मुँह की तरफ थी और मेरी उमा के मुँह की तरफ थी। उमा की ऊह आह की सिसकारियाँ पूरे कमरे में गूँज रही थीं जो मुझे चुदने को पगला रही थीं। राजू नशे के कारण मेरी चूत में लंड नहीं घुसा पा रहा था, मेरे से रहा नहीं गया, मैंने राजू का लंड अपने हाथ में पकड़ कर अपनी चूत में थोड़ा सा घुसा लिया और सिसकारियां लेती हुई बोली- घुसा ! चोद कुत्ते चोद !

राजू ने एक जोर का झटका मारा, अब उसका लंड मेरी चूत में पूरा घुस चुका था। मेरी जोर से उन्मादी चीख निकल गई।

मेरी चूत की चुदाई शुरू हो गई थी, कमरे में मेरी और उमा की ऊह- आह- आह- मर गई ! मर गई ! और चोद ! बड़ा मज़ा आ रहा है ! थोड़ा जोर से ! आहा- आहा- उई- उई- आह की आवाजें गूँज रही थीं। मैं और उमा ऊह- ऊह- ओह्ह- मर गई ! मर गई ! फट गई की आवाजों से चिल्लाती हुई चुदने का पूरा मज़ा ले रही थीं। अनिल और राजू हमें जमकर चोद रहे थे और चिल्ला रहे थे।
राजू बोल रहा था- साली, क्या चूत है ! हरामी, रंडी, मज़ा आ गया तेरी सुरंग में घुसने में !
राजू मेरी चूचियाँ कस कस कर मसल रहा था। थोड़ी देर में उसने अपना पानी छोड़ दिया और उसका लंड मुरझा कर बाहर आ गया। उसने कंडोम निकाल कर लंड मेरे मुंह पर रख दिया और बोला- चूस !

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