बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया--2
गतान्क से आगे............
काजल सर झुका कर बोली “भाभी दिल तो तभी से कर रहा है जब मेने खिड़की से आपको भैया का लंड चूस्ते देखा था, मगर क्या आपको बुरा नही लगेगा और ऐसा कैसे हो सकता है कि मैं भैया का लंड चुसू और उनको पता भी ना चले “.”मुझे बुरा तब लगेगा जब तुम किसी बाहर के लड़के का चुसोगी, और आइडिया ये है कि सोने से पहले हम तुम्हारे भैया के दूध मे नींद की गोलियाँ मिला देंगी फिर चाहे तुम सुबह तक उनका लंड चुस्ती रहना. “नही भाभी, मुझे डर लगता है,कहीं भैया जाग गये तो मैं उन्हे मूह दिखाने के काबिल भी नही रहूंगी “.
सुषमा ने काजल को नींद की गोली देते हुए कहा कि इसे ले लो और सुबह इसके असर के बारे मे बताना.में खिड़की से हट कर बेडरूम मे चला गया.रात को मैं बीवी की प्लान से रोमांचित था लेकिन उसको जाहिर नही करना चाहता था.मुझे हैरानी मे डालते हुए सुषमा बोली “आप बुरा ना मानना, घर की इज़्ज़त का सवाल है. काजल ने मुझे लंड चूस्ते हुए देख लिया है, वो कह रही थी कि उसका भी लंड चूसने का दिल करता है. मुझे डर है कि कहीं अपनी इच्छा पूरी करने के लिए वो किसी बाहर के लड़के के चक्कर मे ना पड़ जाए और हमारी इज़्ज़त खाक मे मिल जाए.मेने कहा क़ि तुम काजल को समझाओ कि शादी से पहले वो कोई ऐसा काम ना करे. सुषमा बोली ” आप क्या जानो कि एक बार लंड देखने के बाद कुँवारी लड़की पे क्या गुजरती है, उसने तो आपका खड़ा लंड देखा है वो भी एक औरत द्वारा चूस्ते हुए.उसकी लंड मे दिलचस्पी को देखते हुए मे यकीन से कह सकती हूँ कि वो शादी तक इंतेज़ार नही करेगी.
अब इस घर की इज़्ज़त अक़्क़े हाथ मे है.”मेने कहा क मेरे हाथ मे कैसे , मैं तो उसका भाई हूँ.” काजल आपका लंड चूसने को तैयार है बशर्ते आपको पता ना चले.मेने आपको नींद की गोली देने की बात कही है.लेकिन मे चाहती हूँ कि आप खुद देखें कि वो लंड के लिए कितनी बेचैन है.मैं उसको कह दूँगी कि मेने आपको नींद की गोली दे दी है .आपको बस इतना बहाना करना है कि
आप गहरी नींद मे हैं और कुच्छ भी हो जाए अपने आँख नही खोलनी हैं.”. मेने कहा कि उसको मजबूर ना करना,अगर काजल खुद ही ये सब करे तो उसकी मर्ज़ी है.उसके बाद सुषमा काजल के कमरे की तरफ निकल गयी और उसके आने से पहले मे काजल के हसीन ख़यालों मे खो कर सो गया.अगली सुबह जब दोनो ननद भाभी किचन मे चाय नाश्ता तैयार कर रही थी तो मैं खिड़की से कान लगा कर उनकी बातें सुन ने लगा.काजल कह रही थी “भाभी रात को पता नही मेरी नाइटी और चड्धि किसने उतार दी,गोली के असर से मुझे कुच्छ भी पता नही चला.मेरी योनि पे भूरे से रोएँ थे वो भी सॉफ हैं.,
सुषमा बोली “ये सब मेने किया ताकि तुम्हे गोली के असर का पता चले.तुम्हारे कपड़े उतारे,हेर रिमूवर से रोएँ सॉफ किए और गुलाब जल से धो कर काफ़ी देर तक तुम्हारी चूत चाती लेकिन तुम्हे पता भी नही चला.”काजल बोल पड़ी ” भैया को यही वाली गोली रात को देना”.सुषमा बोली “चिंता ना कर, उन्हे भनक भी नही लगेगी कि सोते हुए उनका लंड कॉन खाली कर गया “.मेरी बीवी का दिमाग़ कमाल का था.उस रोज डिन्नर के बाद सुषमा ने काजल को दिखा कर मेरे दूध के ग्लास मे एक नींद की गोली डाली तो काजल ने यह कह कर दूसरी गोली डाल दी कि भैया का शरीर बहुत तगड़ा है, एक गोली का असर जल्दी ख़तम ना हो जाए.”.मैं फॉरन बेड रूम मे जा कर लेट गया.सुषमा काजल को कह रही थी ” जा खुद दूध का ग्लास लेजाओ , थोड़ी बहुत उनकी उधार भी चुका देना”.
काजल आई और टेबल पे ग्लास रखते हुए बोली ” भैया आपका दूध…जल्दी पी लेना, ज़्यादा गरम नही है”.काजल जाने लगी तो मेने हंस कर कहा कि मेरी उधार कब उतारोगी? “भैया अभी तो भाभी है, कल स्कूल से जल्दी आजाउन्गि फिर सारी उधार वसूल कर लेना.फिर मेरे पास बैठ गयी और बोली कि जल्दी कर लो, भाभी के सामने मुझे शरम आती है”.
मैं काजल के होंठ चूसने लगा. 2-3 मिनिट के बाद सुषमा ने पुकारा तो काजल चली गयी. मेने दूध को फ्लश मे डाला और अंडरवेर निकाल कर लूँगी बँधी और लेट गया. कुच्छ देर के बाद सुषमा की आवाज़ सुनाई दी ” मैं देख कर आती हूँ “. वो आई और खाली ग्लास देख कर खुद को कहने लगी कि लगता है ये तो सचमुच दूध पी गये.मैं आँख खोल कर मुस्कुराया तो सुषमा समझ गयी और आहिस्ता से बोली कि अभी काजल को लेकर आउन्गि ,आप सोने का नाटक जारी रखना. थोड़ी देर मे सुषमा काजल को लेकर आई , वो कह रही थी कि तुमने गोली का ज़्यादा डोज दे दिया, अब ये सुबह तक नही उठेंगे. काजल बोली ” भाभी क्या नींद मे लंड खड़ा हो जाएगा, मुझे खड़ा लंड चूस कर देखना है”. सुषमा बोली ” हाँ हाँ क्यों नही, नींद मे तो मर्द डिसचार्ज अक्सर होते हैं.तुम्हारे भैया का लंड तो मैं रोज सुबह देखती हूँ के सोते हुए भी खड़ा रहता है चाहे मुझे सारी रात चोदा हो”.
सुषमा ने एक बार मुझे हिला कर आवाज़ दी लेकिन मे दम साधे पड़ा रहा.अब काजल को पूरा यकीन हो गया तो वो बोली ” भाभी आप दूसरे कमरे मे चली जाएँ, मैं अपने आप कर लूँ गी, आपके सामने मुझे शरम आती है”. सुषमा बाहर चली गयी तो काजल ने आहिस्ता से मेरी लूँगी को लंड पर से हटाया और अपने नाज़ुक हाथ मे लंड को पकड़ लिया.लंड मे सरसराहट हुई तो पहले तो काजल ने डर कर लंड छ्चोड़ दिया क शायद मैं जाग गया , लेकिन फिर मुत्मिन हो कर पकड़ लिया. मैं आँख के कोने से देख रहा था के सुषमा खिड़की से ये नज़ारा देख रही थी.काजल ने थोड़ा सा ही सहलाया था कि लंड पूरी तरह फनफना कर खड़ा हो गया.काजल ने खुश हो कर लंड को किस किया और फिर सूपदे को गालों से सहलाने लगी. जब लंड पे ज़्यादा प्यार आया तो उसने सूपदे को मूह मे ले लिया.उसे पूरा मूह खोलना पड़ा था.अब वो सूपदे को जीभ और तालू के बीच मे दबा कर लोलीपोप की तरह चूस रही थी.
सुषमा को देख कर वो जल्दी सीख गयी थी.कभी वो लंड को चारों तरफ से चाट ती तो कभी पूरा गले मे उतारने की कोशिश करती.मेरे लंड से मर्द पानी का रिसना शुरू हुआ तो पहले वो लंड को मूह से निकाल कर सूंघने लगी और फिर मर्दाना स्मेल से वशीभूत हो कर प्री-कम को चाट कर देखा.उसने लंड को फिर मूह मे ले लिया, शायद लंड रस का स्वाद उसे भा गया था.काजल आँख मूंद कर लंड चूसे जा रही थी, मैं जन्नत मे था.सुषमा चुपके से अंदर आगाई और लंड चुसाइ का नज़ारा देखने लगी.उसने मेरी तरफ देखा तो मेने आँख मार दी.सुषमा ने मुझे आँख बंद रखने का इशारा किया.
बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
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Re: बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
थोड़ी देर मे काजल को सुषमा की मोजूद्गी का एहसास हुआ तो उसने प्लॉप की आवाज़ के साथ लंड को मूह से बाहर निकाला और बोली ” प्लीज़ भाभी, बाहर जाओ ना, मुझे शरम आ रही है”. सुषमा बोली ” ननद जी मैं तुम्हे ये बताने आई हूँ कि चरम पर पहुचने के बाद लंड से काफ़ी माल निकलता है, उसे बेड पे या इनकी बॉडी पे ना गिरने देना ताकि सुबह इन्हे शक ना हो, तुम सारा पी जाना. लंड का पानी कुँवारी लड़की के लिए बहुत फयडे वाला होता है”.
” लंड रस के क्या क्या फयडे हैं भाभी?”
” लंड रस से बदन मे निखार आजाता है,चूतड़ भारी हो जाते हैं और मम्मे सुडोल हो जाते हैं. शादी के बाद इसीलिए तो लड़कियों का बदन सुंदर और हरा भरा हो जाता है”.
ये बात सुन कर काजल ने लंड को फिर से चूसना शुरू कर दिया.जब मेरा शरीर अकड़ने लगा तो सुषमा बोली ” पानी निकलने वाला है”. काजल ने लंड को बहुत ज़ोर से चूसना शुरू कर दिया.मेरे लंड से पिचकारियाँ छूटने लगी तो उसके मूह की पकड़ और मजबूत हो गयी.वो लंड की आखरी बूँद तक निचोड़ निचोड़ कर पी रही थी.लंड ढीला पड़ा तो काजल बोली ” भाभी दिल करता है के इसे मूह मे लेकर ही सो जाऊ”. सुषमा बोली क छ्चोड़ो अब, बाकी कसर फिर कभी पूरी कर लेना”.
काजल अपने रूम मे सोने चली गयी तो सुषमा लाइट बंद करके मुझ से लिपट कर मेरे कान मे बोली ” कैसा लगा कुँवारी लड़की से लंड चूसा कर?”.
मैं बोला थॅंक यू डार्लिंग, काजल को मत बताना कि मैं जाग रहा था, सुषमा बोली “कभी कुँवारी लड़की की चूत चाती है ? मेने कहा कि नही .वो बोली ” चतोगे? ”
मेने पुछा किसकी? सुषमा बोली ” मेरी ननद की, और किसकी”.
मैं बोला ” काजल मुझ से ऐसा कभी नही करवाएगी”.
“ये सब मुझ पे छोड़ दो, आप सिर्फ़ ये बताए कि कुँवारी चूत चाटने का दिल करता है या नही?”किसका दिल नही करेगा, लेकिन ना तो काजल मानेगी और ना ही मैं उस से यह करने के लिए कह सकता “. ” मैं ही कोई रास्ता निकालती हूँ कि आप को कुच्छ ना कहना पड़े”.अगली सुबह मे फिर ननद भाभी की चुहल बाजी सुन रहा था.काजल पुच्छ रही थी “भाभी जैसे लड़कियो को लंड चूसने मे मज़ा आता है तो मेल्स को मादा का कॉन्सा अंग चूसने मे मज़ा आता है ?
सुषमा :कुच्छ आदमी चुचियाँ चूसना पसंद करते हैं तो कुच्छ चूत चाटना .काजल : क्या कहा, मर्द चूत भी चाट ते हैं? हाए भाभी ! कल्पना से ही मेरी मे तो पानी आगेया है.क्या भैया भी चाट ते हैं आपकी ? सुषमा :तेरे भैया रोज एक बार मुझे जीभ से ज़रूर झाड़ते हैं.कुँवारी लड़की के लिए तो ये तरीका वरदान है, ना सील टूटने का ख़तरा और स्वाद उतना ही.तुम एक बार चटवा कर देखो, रोज परोसने को दिल करेगा.बोल चटवाएगी ? काजल :भाभी दिल तो करता है कि कोई मर्द मेरी चूत की चुम्मियाँ ले, प्यार से चाते मगर आपके अलावा मे दिल की बात किस से कहूँ ? उस रात आपने मेरी चाती थी, मुझे तो पता भी नही चला. सुषमा : अरी नींद की गोली के असर से तुम्हे पता नही चला.
जब तुम्हारे भैया जागती हुई क़ी चूत चाटेंगे तो तुम्हे तीनो लोक नज़र आएँगे.काजल : क्या ! भैया से ? ना बाबा ना, मैं तो शरम से मर ही जाउन्गी और भैया भी इसके लिए कभी राज़ी नही होंगे.सुषमा :वैसे एक राज की बात बताती हूँ…तुम्हारे भैया तुम्हारी सोती हुई की चाटने को तैयार हैं, कह रहे थे कि काजल को पता ना चले तो उसकी चूत सारी रात चाट सकता हूँ.
काजल : हाए राम ! भैया को मैं इतनी प्यारी लगती हूँ,लेकिन सोते हुए मुझे कैसे पता चलेगा कि इसमे कैसा स्वाद आता है?
सुषमा : सुनो , मेरे पास एक आइडिया है,मैं तुम्हारे भैया को दिखा कर तुम्हारे दूध मे नींद की गोली डालूंगी,तुम उसे आँख बचा कर फ्लश मे डाल देना और फिर गहरी नींद मे सोने का नाटक करना, फिर देखना अपने भैया का कमाल !
काजल :देखो भाभी,भैया को कभी ना बताना कि मैं चूत चत्वाते हुए जाग रही थी.जब मैं झड़ने लगूँ तो मुझे होंठों पे किस करना ताकि उन्हे पता ना लगे कि किसकी सिसकारियाँ निकल रही हैं.
मेने दोनो की सारी प्लान सुन ली, अगर काजल खुद अपनी चूत चटवाने को राज़ी है तो मुझे क्या एतराज हो सकता था.शाम को सुषमा ने मुझ से कहा कि आपका काम बन जाएगा,काजल चूत चटवाने को तैयार है बशर्ते तुम्हे ये पता ना लगे कि वो जागते हुए अपने होंश मे चूत चटवा रही है.वो कहती है कि ” भैया मेरी सोती हुई की चूत चाटें तो मुझे कोई एतराज नही है, बस भैया को पता ना चले कि मैं जानबूझ कर अपनी चूत चटवा रही हूँ” दरअसल वो आपसे शरमाती है कि भैया क्या सोचेंगे.मेने कहा कि मुझे तो यकीन ही नही हो रहा कि काजल मान गयी है.मैं उसे ज़रा भी एहसास नही होने दूँगा कि मुझे पता है कि वो चूत चत्वाते हुए जाग रही है.
” लंड रस के क्या क्या फयडे हैं भाभी?”
” लंड रस से बदन मे निखार आजाता है,चूतड़ भारी हो जाते हैं और मम्मे सुडोल हो जाते हैं. शादी के बाद इसीलिए तो लड़कियों का बदन सुंदर और हरा भरा हो जाता है”.
ये बात सुन कर काजल ने लंड को फिर से चूसना शुरू कर दिया.जब मेरा शरीर अकड़ने लगा तो सुषमा बोली ” पानी निकलने वाला है”. काजल ने लंड को बहुत ज़ोर से चूसना शुरू कर दिया.मेरे लंड से पिचकारियाँ छूटने लगी तो उसके मूह की पकड़ और मजबूत हो गयी.वो लंड की आखरी बूँद तक निचोड़ निचोड़ कर पी रही थी.लंड ढीला पड़ा तो काजल बोली ” भाभी दिल करता है के इसे मूह मे लेकर ही सो जाऊ”. सुषमा बोली क छ्चोड़ो अब, बाकी कसर फिर कभी पूरी कर लेना”.
काजल अपने रूम मे सोने चली गयी तो सुषमा लाइट बंद करके मुझ से लिपट कर मेरे कान मे बोली ” कैसा लगा कुँवारी लड़की से लंड चूसा कर?”.
मैं बोला थॅंक यू डार्लिंग, काजल को मत बताना कि मैं जाग रहा था, सुषमा बोली “कभी कुँवारी लड़की की चूत चाती है ? मेने कहा कि नही .वो बोली ” चतोगे? ”
मेने पुछा किसकी? सुषमा बोली ” मेरी ननद की, और किसकी”.
मैं बोला ” काजल मुझ से ऐसा कभी नही करवाएगी”.
“ये सब मुझ पे छोड़ दो, आप सिर्फ़ ये बताए कि कुँवारी चूत चाटने का दिल करता है या नही?”किसका दिल नही करेगा, लेकिन ना तो काजल मानेगी और ना ही मैं उस से यह करने के लिए कह सकता “. ” मैं ही कोई रास्ता निकालती हूँ कि आप को कुच्छ ना कहना पड़े”.अगली सुबह मे फिर ननद भाभी की चुहल बाजी सुन रहा था.काजल पुच्छ रही थी “भाभी जैसे लड़कियो को लंड चूसने मे मज़ा आता है तो मेल्स को मादा का कॉन्सा अंग चूसने मे मज़ा आता है ?
सुषमा :कुच्छ आदमी चुचियाँ चूसना पसंद करते हैं तो कुच्छ चूत चाटना .काजल : क्या कहा, मर्द चूत भी चाट ते हैं? हाए भाभी ! कल्पना से ही मेरी मे तो पानी आगेया है.क्या भैया भी चाट ते हैं आपकी ? सुषमा :तेरे भैया रोज एक बार मुझे जीभ से ज़रूर झाड़ते हैं.कुँवारी लड़की के लिए तो ये तरीका वरदान है, ना सील टूटने का ख़तरा और स्वाद उतना ही.तुम एक बार चटवा कर देखो, रोज परोसने को दिल करेगा.बोल चटवाएगी ? काजल :भाभी दिल तो करता है कि कोई मर्द मेरी चूत की चुम्मियाँ ले, प्यार से चाते मगर आपके अलावा मे दिल की बात किस से कहूँ ? उस रात आपने मेरी चाती थी, मुझे तो पता भी नही चला. सुषमा : अरी नींद की गोली के असर से तुम्हे पता नही चला.
जब तुम्हारे भैया जागती हुई क़ी चूत चाटेंगे तो तुम्हे तीनो लोक नज़र आएँगे.काजल : क्या ! भैया से ? ना बाबा ना, मैं तो शरम से मर ही जाउन्गी और भैया भी इसके लिए कभी राज़ी नही होंगे.सुषमा :वैसे एक राज की बात बताती हूँ…तुम्हारे भैया तुम्हारी सोती हुई की चाटने को तैयार हैं, कह रहे थे कि काजल को पता ना चले तो उसकी चूत सारी रात चाट सकता हूँ.
काजल : हाए राम ! भैया को मैं इतनी प्यारी लगती हूँ,लेकिन सोते हुए मुझे कैसे पता चलेगा कि इसमे कैसा स्वाद आता है?
सुषमा : सुनो , मेरे पास एक आइडिया है,मैं तुम्हारे भैया को दिखा कर तुम्हारे दूध मे नींद की गोली डालूंगी,तुम उसे आँख बचा कर फ्लश मे डाल देना और फिर गहरी नींद मे सोने का नाटक करना, फिर देखना अपने भैया का कमाल !
काजल :देखो भाभी,भैया को कभी ना बताना कि मैं चूत चत्वाते हुए जाग रही थी.जब मैं झड़ने लगूँ तो मुझे होंठों पे किस करना ताकि उन्हे पता ना लगे कि किसकी सिसकारियाँ निकल रही हैं.
मेने दोनो की सारी प्लान सुन ली, अगर काजल खुद अपनी चूत चटवाने को राज़ी है तो मुझे क्या एतराज हो सकता था.शाम को सुषमा ने मुझ से कहा कि आपका काम बन जाएगा,काजल चूत चटवाने को तैयार है बशर्ते तुम्हे ये पता ना लगे कि वो जागते हुए अपने होंश मे चूत चटवा रही है.वो कहती है कि ” भैया मेरी सोती हुई की चूत चाटें तो मुझे कोई एतराज नही है, बस भैया को पता ना चले कि मैं जानबूझ कर अपनी चूत चटवा रही हूँ” दरअसल वो आपसे शरमाती है कि भैया क्या सोचेंगे.मेने कहा कि मुझे तो यकीन ही नही हो रहा कि काजल मान गयी है.मैं उसे ज़रा भी एहसास नही होने दूँगा कि मुझे पता है कि वो चूत चत्वाते हुए जाग रही है.
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Re: बीवी ने मेरा काम बनवा ही दिया
डिन्नर के बाद सुषमा ने मुझे किचन मे बुलाया और साथ ही काजल को भी आँख से इशारा किया.सुषमा ने मुझे किचन मे बुला कर दूध के ग्लास मे नींद की गोली डाली.मुझे पता था कि काजल भी खिड़की से छुप कर ये सब देख रही थी.सुषमा ने मुझे दूध का ग्लास देते हुए कहा कि जाओ आप खुद ही ये काजल को दे दो.मैं जान बुझ कर दूध ले जाने मे डेले कर रहा था जिस से काजल को अपने रूम मे जाने का मौका मिले.मैं काजल के रूम मे गया तो देखा उसने कोई किताब पढ़ने के लिए उठा रखी है.मेने कहा कि तुम्हारी भाभी किचन मे काम कर रही हैं तुम ये दूध पी लो. काजल ; रख दो भैया मैं पीलून्गि.मैं बाहर चला गया.कुच्छ देर के बाद सुषमा काजल के पास गयी तो उसने दूध को फ्लश मे डाला और उसे फिर तस्सली दे कर आई कि तुम्हारे भैया ने अब तो खुद तुम्हे नींद की गोली मिला हुआ दूध दिया है, तुम स्कर्ट के नीचे से चड्धि उतार लो और बस नींद मे होने का नाटक करना, मैं अभी तुम्हारे भैया को बोल कर आती हूँ.
सुषमा मेरे पास आ कर हिदायत देने लगी” बहुत प्यार से अधखिली कली का रस इतमीनान से चूसना.उसने नींद की गोली नही ली है लेकिन आप उसे सोई हुई समझ कर चूत चाटना ताकि वो आपकी निगाहों मे मासूम और भोली बनी रहे जैसे कि उसा पता ही नही कि उसके साथ क्या हो रहा है.सुषमा वापिस गयी और आधा घंटा के बाद काजल के कमरे से ही मुझे आवाज़ दी ” अजाओ ,काजल गोली के असर से सो चुकी है”. मैं नज़दीक पहुँचा तो सुषमा उसे कह राई थी “अब आँख बंद कर लो, तुम्हारे भैया आ रहे हैं”.मेरे अंदर जाते ही सुषमा बोली “सम्भालो अपनी नयी रानी को, अब ये नही जागने वाली सुबह तक”, यह कह कर सुषमा बाहर निकल गयी. आह ! काजल की कुँवारी ताज़ा जवानी मेरे सामने लेटी हुई थी.मेने आहिस्ता आहिस्ता होंठो , गालों और गर्दन को चूमा, फिर स्कर्ट को चूतदों के नीचे से खिसका कर चुचिओ तक उपर चढ़ा दिया.नीचे ना ब्रा ना पेंटी, गहरी नाभि और गदराई जांघों के बीच फूली हुई फ्रेश चूत !पहले मेने समोसे जैसी चुचियाँ मूह मे भर-2 कर चूसी तो काजल की टाँगों मे कुच्छ हलचल हुई.
मेने जीभ को नाभि मे डाल कर हिलाया तो उसकी जंघे चौड़ी होती गयी हालाँकि उसने ऐसा शो करके जांघों के बीच जगह बनाई जैसे नींद मे अपने आप हो गयी हों.मेने उसके भारी चुतदो के नीचे एक तकिया लगाया और टाँगों के बीच आ कर तपते हुए होंठ चूत पे रख दिए.उतेज्ना से काजल ने चेहरा एक साइड मे कर लिया.मैं उसकी चूत के लहसुन को जीभ से गिट्टार के तार की तरह छेड़ने लगा, फिर लहसुन को होंठों के बीच दबा कर चूसने लगा.क्लिट तन कर सखत हो गया.मुझे अब ऐसा लगा कि काजल की हल्की सी सिसकारी निकल गयी .मेने आँखे उपर उठा कर देखा काजल के होंठ ज़रा से खुल कर थरथरा रहे थे.अब मेने दोनो जांघों को उपर उठा कर पिछे की तरफ मोड़ दिया जिस से उसकी डबल रोटी जैसी चूत ज़्यादा उभर कर सामने आगाई.फिर मैं पूरी जीभ चूत पे रख कर पान के पत्ते की तरह चाटने लगा यानी गांद से लेकर चूत के टिंट तक चाटने से काजल की जंघे और चौड़ी हो गयी.
चूत से लगातार कामरस मेरी जीभ को मेहनत के फल के रूप मे मिल रहा था.काजल को अभी भी यकीन था कि मैं उसे सोई हुई समझ कर उसका कामरस पी रहा हूँ.अब मैं जीभ को चूत के द्वार मे डाल कर लॅप-लॅप करके चाटने लगा तो काजल का बदन अकड़ने लगा और चूतड़ उचकने लगे.बेमिसाल स्वाद के असर से बेचारी भूल गयी कि उसने सोने का नाटक भी किया हुआ है.मैं दोनो हाथों को चूतदों के नीचे लगा कर ज़ोर ज़ोर से चूत से रिस रहे कच्चे खट्टे नमकीन रस को चाटने लगा.कुच्छ ही देर के बाद काजल की मुठियाँ भिन्च गयी और एक झटके के साथ चूत मेरे मूह से चिपक गयी.चरम सुख से चूत खुल-बंद हो रही थी और मैं लगातार निकल रहे मदन रस को चाट ता रहा जब तक कि काजल पूरी तरह निढाल ना हो गयी.उसके बाद मेने अपने बेडरूम मे जा कर सुषमा को सुक्रिया कहा और काजल की कल्पना करके उसकी जबरदस्त चुदाई की.अगली सुबह ननद भाभी की बातों का मज़ा लेने के लिए मेने फिर से किचन की खिड़की से कान लगा दिया.
क्रमशः...................
सुषमा मेरे पास आ कर हिदायत देने लगी” बहुत प्यार से अधखिली कली का रस इतमीनान से चूसना.उसने नींद की गोली नही ली है लेकिन आप उसे सोई हुई समझ कर चूत चाटना ताकि वो आपकी निगाहों मे मासूम और भोली बनी रहे जैसे कि उसा पता ही नही कि उसके साथ क्या हो रहा है.सुषमा वापिस गयी और आधा घंटा के बाद काजल के कमरे से ही मुझे आवाज़ दी ” अजाओ ,काजल गोली के असर से सो चुकी है”. मैं नज़दीक पहुँचा तो सुषमा उसे कह राई थी “अब आँख बंद कर लो, तुम्हारे भैया आ रहे हैं”.मेरे अंदर जाते ही सुषमा बोली “सम्भालो अपनी नयी रानी को, अब ये नही जागने वाली सुबह तक”, यह कह कर सुषमा बाहर निकल गयी. आह ! काजल की कुँवारी ताज़ा जवानी मेरे सामने लेटी हुई थी.मेने आहिस्ता आहिस्ता होंठो , गालों और गर्दन को चूमा, फिर स्कर्ट को चूतदों के नीचे से खिसका कर चुचिओ तक उपर चढ़ा दिया.नीचे ना ब्रा ना पेंटी, गहरी नाभि और गदराई जांघों के बीच फूली हुई फ्रेश चूत !पहले मेने समोसे जैसी चुचियाँ मूह मे भर-2 कर चूसी तो काजल की टाँगों मे कुच्छ हलचल हुई.
मेने जीभ को नाभि मे डाल कर हिलाया तो उसकी जंघे चौड़ी होती गयी हालाँकि उसने ऐसा शो करके जांघों के बीच जगह बनाई जैसे नींद मे अपने आप हो गयी हों.मेने उसके भारी चुतदो के नीचे एक तकिया लगाया और टाँगों के बीच आ कर तपते हुए होंठ चूत पे रख दिए.उतेज्ना से काजल ने चेहरा एक साइड मे कर लिया.मैं उसकी चूत के लहसुन को जीभ से गिट्टार के तार की तरह छेड़ने लगा, फिर लहसुन को होंठों के बीच दबा कर चूसने लगा.क्लिट तन कर सखत हो गया.मुझे अब ऐसा लगा कि काजल की हल्की सी सिसकारी निकल गयी .मेने आँखे उपर उठा कर देखा काजल के होंठ ज़रा से खुल कर थरथरा रहे थे.अब मेने दोनो जांघों को उपर उठा कर पिछे की तरफ मोड़ दिया जिस से उसकी डबल रोटी जैसी चूत ज़्यादा उभर कर सामने आगाई.फिर मैं पूरी जीभ चूत पे रख कर पान के पत्ते की तरह चाटने लगा यानी गांद से लेकर चूत के टिंट तक चाटने से काजल की जंघे और चौड़ी हो गयी.
चूत से लगातार कामरस मेरी जीभ को मेहनत के फल के रूप मे मिल रहा था.काजल को अभी भी यकीन था कि मैं उसे सोई हुई समझ कर उसका कामरस पी रहा हूँ.अब मैं जीभ को चूत के द्वार मे डाल कर लॅप-लॅप करके चाटने लगा तो काजल का बदन अकड़ने लगा और चूतड़ उचकने लगे.बेमिसाल स्वाद के असर से बेचारी भूल गयी कि उसने सोने का नाटक भी किया हुआ है.मैं दोनो हाथों को चूतदों के नीचे लगा कर ज़ोर ज़ोर से चूत से रिस रहे कच्चे खट्टे नमकीन रस को चाटने लगा.कुच्छ ही देर के बाद काजल की मुठियाँ भिन्च गयी और एक झटके के साथ चूत मेरे मूह से चिपक गयी.चरम सुख से चूत खुल-बंद हो रही थी और मैं लगातार निकल रहे मदन रस को चाट ता रहा जब तक कि काजल पूरी तरह निढाल ना हो गयी.उसके बाद मेने अपने बेडरूम मे जा कर सुषमा को सुक्रिया कहा और काजल की कल्पना करके उसकी जबरदस्त चुदाई की.अगली सुबह ननद भाभी की बातों का मज़ा लेने के लिए मेने फिर से किचन की खिड़की से कान लगा दिया.
क्रमशः...................