मैं तेरा आशिक़

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rajaarkey
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Re: मैं तेरा आशिक़

Unread post by rajaarkey » 27 Dec 2014 08:22

मैं तेरा आशिक़--9

गतान्क से आगे………………………..

राज ने जीप स्टार्ट की और वहाँ से निकल गया उधर डॉली की मा भी बहुत परेशान थी

डॉली की मा – हे भगवान मेरी बेटी किस हालत में है कुछ नही पता बस इतना ही पता है कि वो बीमार है और किसी दोस्त के घर में है वो कल भी ना आ सकी फोन काट दिया उसे तो नौकरी के बाद सीधे घर आना ही था आख़िर ऐसी क्या मज़बूरी आ पड़ी मैं फिर कॉल ट्राइ करती हू

डॉली की मा ने फिर डॉली के मोबाइल पर कॉल किया डॉली की रिंग बज रही थी बजे जा रही थी तभी उस की निगाहें फोन पर गयी और उसने झट से फोन उठाया और कहा

हेलो

डॉली की मा – हेलो बेटा डॉली

राज – सॉरी आंटी डॉली तो बीमार है इस वक़्त सो रही है

डॉली की मा चौुक्ते हुए कहा तुम कौन हो

राज ने कहा जी मेरा नाम राज है राज डरो मत आपको डॉली ने बताया नही कि वो मेरे साथ है

डॉली की मा ने कहा नही नही मुझे ऐसा उसने कुछ नही बताया तुम उसके दोस्त हो मुझे अपनी बेटी से बात करनी है राज – अरे आंटी मैं इस वक़्त बाहर हू डॉली को आपका कॉल ज़रूर दूँगा वो क्या है ना डॉली बिज़्नेस की वजह थोड़ी डिप्रेस हो गयी थी और मैं और वो काफ़ी दिनो बाद मिले थे इसलिए मैने उसे अपने घर आने को कहा आप चिंता मत कीजिए वो शाम तक आपके पास जाएगी मैं उसे छोड़ दूँगा ओके आंटी टेक केर बाइ

डॉली की मा बस हैरान थी – हेलो हेलो ? राज

अज़ीब है ये भी डॉली की तरह जवाब दे रहा है कुछ ना कुछ गड़बड़ लग रही है

राज ने जीप को तेज़ी से जंगल के दूसरी ओर मोड़ लिया और घने जंगलो के अंदर से बीच में रास्तो से वो अपनी जीप को लेके गुज़रने लगा थोड़ा पास आते ही एक कॉटेज दिखने लगा जो यक़ीनन उसी का ही था

राज तेज़ कदमो से चलने लगा उसने एक बार पलट कर पीछे का जायेज़ा लिया इधर उधर देखकर उसने तुरंत कॉटेज के पास आकर दरवाजे का ताला खोला और अंदर घुस कर फिरसे अंदर से ताला लगा दिया

राज – डॉली डॉली डार्लिंग हब्बी घर आ गये है डॉली क्या तुम उपर हो ??

राज सीडियो से उपर चढ़ने लगा उसने तुरंत गेट खटखटाया राज अभी डॉली का नाम पुकार ही रहा था कि ज़मीन पर गिरी डॉली को देख वो थोड़ा हैरान हुआ

राज – अरे डॉली ये कोई सोने की जगह है चलो उठो………राज ने झट से अपनी बाहो में डॉली को उठा लिया और उसे धीरे धीरे बेड पर लाके रख दिया डॉली ने एकदम से आँखें खोली और सामने राज का मुसुकुराता हुया चेहरा पाया

डॉली – तुम तूमम्म्म तुम कब कब आए ???

राज – अभी अभी ज़मीन पर कोई सोता है अरे तुम्हे ठंड लग जाएगी और आज तुम घर से नही भागी काफ़ी अच्छा लगा अब सुनो तुम्हारी मा का कॉल आया था

राज ने अपने जेब से फोन निकालकर डॉली को पकड़ाया डॉली ने झट से फोन राज के हाथ से ले लिया डॉली ने फोन लेते ही डरी हुई नज़रो से राज को देखा

rajaarkey
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Re: मैं तेरा आशिक़

Unread post by rajaarkey » 27 Dec 2014 08:23

राज – अरे ऐसे आँख फढ़ फाढ़ कर क्या देख रही हो ? तुम्हारी मा तुम्हारा काफ़ी इंतेज़ार कर रही है तुम्हे अपने घर जाना है ना कहो जाना है ना डॉली ने हां में सर हिलाया………राज – तो फिर अपनी मा को कॉल करो और ऊनसे कहो कि तुमसे वो यहाँ आकर मिले डॉली की आँखें फिरसे डरी हुई नज़रो से राज को देख रही थी….क्या हुआ डॉली मैने कुछ ग़लत कहा क्या आख़िर उन्हे अपनी बेटी को भी तो देखना है नही तो वो पागल हो जाएँगी लो फोन लो और उन्हे कॉल करो करो…………नही नही राज मैं उन्हे यहाँ नही बुला सकती वो तुम्हे कभी मंज़ूर नही करेंगी तुम पागल हो सनकी हो और तुम उनकी भी जान ले सकते हो मैं अपनी मा को तुम्हारे से मिलने नही दे सकती कभी नही

राज का चेहरा गुससे से पिंक हो गया और कहा प्यार की बोली नही समझती हो तुम लगता है तुम्हे थोड़ी सज़ा देनी पड़ेगी राज ने डॉली के बालो को पकड़के उसे ज़मीन से घसीटा डॉली चिल्लाए जा रही थी बचाओ बचाओ प्लीज़ मुझे छोड़ दो राज मुझे घर जाना है प्लीज़

राज – तुम्हे मुझसे डर लगता है मुझे तुम पसंद नही करती आज तो तुम्हे सबक सी सीखाना पड़ेगा………….डॉली के हाथो से उसका मोबाइल गिर गया

राज डॉली को घसीटते हुए सीधा ज़मीन पर लाके पटका………….राज ने डॉली के सर को पकड़ा और सीधे उसके चेहरे पर दो तीन थप्पड़ मारे उसके चेहरा लाल हो गया और तीसरे थप्पड़ में उसके होंठो से खून निकल गया राज ने कहा क्यू डॉली क्यू मुझे तुमपर हाथ उठाने के लिए मज़बूर करती हो पर तुम्हे सबक तो सिखाना ही पड़ेगा मेरी भी मज़बूरिया है जानती हो जिससे मैं सबसे ज़्यादा प्यार करता था वो तुम्हारी तरह बिल्कुल नही थी पर उसके जाने के बाद मेरी ज़िंदगी ही तबाह हो गयी और तुम मुझे मिली मेरी ज़िंदगी फिर अच्छी चलने लगी पर तुम हो कि मुझे एक तिनका भी नही समझती सॉरी डॉली

डॉली की आँखें बंद होने लगी धुंधले पड़ते पड़ते वो अब बेहोश चुकी थी डॉली की आँखें जब खुली तो उसके हाथ पाओ बँधे थे और दोनो टाँग भी बँधी हुई थी वो एकदम नंगी थी तभी डॉली को किसी मशीन की आवाज़े लगी डॉली ने तुरंत चीखते हुए इधर उधर देखा तभी राज को सामने पाया डॉली की आँखें ख़ौफ़ से भरी हुई थी और हाथ पाओ बँधे होने पर भी काँप रहे थे राज ने अपने हाथ में रखे उस टॅटू मशीन को दिखाया जिसकी नोक एकदम तेज़ धार सी थी और वो एक आवाज़ निकाल रही थी……….डॉली की चीख निकल गयी नूऊऊऊ नो प्लीज़ राज हॅव मर्सी ऑन मी प्लीज़ डॉन’ट किल मी………राज ने कहा किसने कहा मैं तुम्हे मार दूँगा मेरी जान बस तुम्हे ये सम्झाउन्गा कि मेरा हक़ सिर्फ़ तुम्हारे जिस्म पर नही बल्कि दिल से लेकर हर एक कोने पर है राज टॅटू मशीन को पास लाकर उसने झट से एक कोने पर पड़े कपड़े को उठाया और उसके सारे शरीर पर मलने लगा डॉली गुदगुदी से कसमसा जाती आज उसके साथ ये क्या होने वाला है ??? वो ये सोचके ही ख़ौफ़ से डर रही थी डॉली रोने लगी और राज से विनती करने लगी पर राज के दिल में उसके लिए कोई दया नही थी

डॉली के मुँह पर एक काली पट्टी बाँध दी गयी और फिर एक खौफनाक खेल शुरू हुया राज ने टॅटू मशीन ओन किया और कहा ये पेरमामेंट टॅटू तुम्हारे जिस्म में गोद कर मैं ये कह सकता हू कि हर वक़्त तुम जब भी मुझे याद करोगी तुम मुझे अपने जिस्म में महसूसस कर पाओगि

डॉली सिर्फ़ रो रही थी और उसके मुँह से ओह की आवाज़े आ रही थी राज टॅटू मशीन को पास लाया और उसके पेट पर हाथ फहेरने लगा और कहा वाहह मेरी रानी तुम्हारे इस संगमरमर जैसे बदन के लिए तो मैं सबकी आँखें निकाल लूँ जो भी तुम्हे उस नज़र से देखे उनकी बेहन चोदु नही नही तुम्हे छोड़कर किसी और से कर पाउन्गा मैं भला

डॉली ने उस मशीन को अपने पास लाते हुए देखा राज ने मशीन को स्किन में सताया डॉली गहरी गहरी साँस लेने लगी फिर तभी मशीन ऑन हुई और पूरे रूम में डॉली की चीखें निकलनी शुरू हो गयी राज ने उस सुई को हर जगह घसीटा उसे ज़ोर से दबा कर वो अपनी मन की हरसत पूरी कर रहा था डॉली की आँखो से आँसू निकलने बंद ही नही हो रहे थे डॉली की नाभि के नीचे उसने हर जगह वो निशान बना दिए जो कि एक नाम बन रहे थे उस नाम का मतलब था राज राज ने उस नोकदार मशीन से हर जगह वो टॅटू बनाया डॉली की चीखें ज़ोर ज़ोर से निकलने लगी उसने डॉली को पेट के बल लिटाया अब वो हिल डुल नही रही थी उसने उसकी रस्सी खोल दी और उसके जिस्म पर वो टॅटू मशीन रगड़ने लगा वो चिल्ला रही थी दर्द से तड़प रही थी उसने उसके हर अंग पर अपना नाम गोद दिया राज करीब डेढ़ घंटे तक उसके जिस्म से खेला और आख़िर कार डॉली के जिस्म पर लाखो निशान तैयार कर दिए डॉली बेहोश थी उसकी आँधी आँखें खुली थी जिससे धुंधली धुंधली तस्वीरें दिख रही थी डॉली की आँखें बंद हो गयी और वो बेहोश हो चुकी थी

जब उसकी आँखें खुली तो उसका पूरा जिस्म एक दम लाल हो गया था कुछ हिस्सो पर ज़ख़्म बन गया था जो रह रह कर जलन पैदा कर रहे थे उसके कुछ ही शरीर के नीचे काफ़ी निशान थे अगर कोई उसे उपर से देखे तो हर अंग पर टॅटू सॉफ दिखेंगे जिस्म पर एक काला कंबल था जिसने डॉली के जिस्म को ढक रखा था डॉली बदहवास रोने लगी और कुछ देर बाद बाथरूम जाके वो नहाने लगी उसने गरम पानी से हर जगह निशान छोड़े जगह को धोना चाहा पर निशान कम्बख़्त मिटने का नाम नही ले रहे थे डॉली एक बाथरूम के कोने में गिरकर रोने लगी थी उसे अपनी इस बेबसी पर काफ़ी रोना था तभी डॉली की आँखें एक बार फिर घूर्ने से लाल हो गयी और एक गहरी ख़तरनाक सोच में डॉली डूब गयी

डॉली ने अब एक दम बेबस लाचार और मज़बूर लड़की बन चुकी थी वो तुरंत उठी उसके उठने से उसका नंगे जिस्म पर तरह तरह के निशान अब भी दिखाई दे रहे थे मानो कि वो कितने सदमे में है उसके पूरे जिस्म पर आइ लव यू राज आइ लव राज ही लिखा हुआ था उसने एक झलक आयने पर अपने नंगे जिस्म को देखा जिसमे उसे खुद पर हुए ज़ुल्म से उसे आँसू दे गयी वो फिरसे रोने लगी पागलो की तरह अपने जिस्म पर हाथ फेरने लगी निशानो को पोछने लगी पर शायद वो निशान तो इसके जिस्म पर दफ़न हो चुकी थी उसने झट से शवर ऑन किया और अपने जिस्म को पोछना चाहा पर कोई फायेदा नही था जिस्म से निशान मिट नही रहे थे डॉली ने रोते रोते बात ध्यान करी और उसने तुरंत आइने पर अपने चेहरे को देखा जिसमे गुस्सा और बदले की भावना ज़्यादा दिखाई दे रही थी वो तुरंत पास गयी और नीचे बैठे राज को देखने लगी जो कि सोफे पर सर रखे सोया हुया था डॉली ने मौका अच्छा समझा और धीरे धीरे कदमो से नीचे आई अब उसके जिस्म पर कपड़े थे उसने वोई नाइट्गाउन पहेन रखा था और तभी वो किचन में दबे पाओ गयी और वो बीच बीच में राज को देख लेती

rajaarkey
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Re: मैं तेरा आशिक़

Unread post by rajaarkey » 27 Dec 2014 08:23

राज अब भी सोया हुआ था उसकी आँखें बंद थी डॉली ने झट से किचन से एक चाकू हाथ में लिया जो कि 6इंच का था और उसकी कटाव किसी जर्मन किचन नाइफ की थी वो तुरंत पास आई दबे पाओ उसके भीगे बाल बार बार उसके चेहरे के पास आ जाते जिसे वो झटक देती तभी वो पास ही आई थी उसने चाकू को कस के पकड़ा और गुस्से और बदले की भावना से राज पर एक नज़र दौड़ाई जो अब भी बेख़बर आँखें बंद किए सो रहा था डॉली तुरंत पास आई और उसने ज़ोर से चाकू उसके थाइस में घुसेड दिया एक ज़ोर दार चीख के साथ राज उठ पड़ा……………राज – आआआआआहह ओह मययययययययययययी गूद्द्द्द्द्द्द्द्द्द्द्दद्ड आआआआअहह आआआहह

डॉली उसपर एक झटके से हट गयी और सीधे चाकू को उसकी थाइस में ही छोड़ डाला राज दर्द से तड़प रहा था उसके जाँघ से बहता खून उसके हाथो में लग गया वो ज़मीन पर जा गिरा डॉली अभी पास आई थी कि वो फिरसे उठने लगा असम्म्म्ममममममाआआ तुमनययययययी ऐसाआ क्यू किय्ाआअ आआहह आहह ह….राज एक जगह गिर गया और तभी डॉली को मौका मिल चुका था डॉली डर और ख़ौफ़ से पागल हो गयी थी उसने झट से अपनी दूसरी लात सीधे राज के मुँह पर मारी धcछ्ह्ह एक ज़ोर दार आवाज़ के साथ राज के मुँह ने खून उगल दिया राज पास ही गिर गया और तभी डॉली इधर उधर देखने लगी डॉली तुरंत पास गयी और राज के कोट से चाभी चेक करने लगी राज बेशुध उसे देखे जा रहा था………तुम ठीक नही कर रही डॉली आआहह हुहह डॉली तुम मुझे छोड़के नही जा सकती आआहह राज ने अपनी जाँघ में घुसे चाकू को ज़ोर से पकड़ा माँस में धस गये चाकू को ज़ोर से उसने निकाल डाला उसके निकलते ही खून कतरा कतरा फर्श पे गिरने लगा राज के हाथो से चाकू छूट गया डॉली ख़ौफ़ से उसे देखकर दरवाजे के पास आई और उसने दरवाजा खोल डाला पर तब तक राज लन्गडाते हुए उसके पास आ रहा था ………रूको रूको ऊऊऊओ डॉली तुम ठीक नही कर रही…………यू हॅव टू पे फॉर दिस…….डॉली ने तुरंत साइड में रखे फावड़े को उठाया और सीधे राज के सर पर चिल्लाते हुए दे मारा……….अब कैसा लगा कुत्ते मेरे जिस्म के साथ जो भी तुमने किया उस एक एक का बदला लूँगी मैं…………आआआअहह नहिंन्णणन् असम्म्माआ नही……………….डॉली ने फावडे को वही फैंका और एक झलक राज पर दौड़ाई राज अब बेहोश हो चुका था………….डॉली झट से उपर गयी और खून से भरा चाकू उसने वापिस उठा लिया और फिर एक बार राज को देखा जो शायद घायल होने से बेहोश हो चुका था डॉली उपर भागी और उसने अपने हील सॅंडल्ज़ पहने और शरीर को ढकने के लिए अपना ब्राउन जॅकेट पहेन लिया वो दबे पाओ नीचे उतरी राज अब भी बेहोश था डॉली उसकी तरफ से जल्दी जल्दी गुज़र रही थी और वो दरवाजे से बाहर निकलने में कामयाब हो गयी उसने तुरंत ताला उठाया और कॉटेज को बाहर से बंद कर दिया राज को उठते देखा डॉली चिल्ला पड़ी…..डॉली नही रुक जऊऊ तुम मुझे छोड़के कहीं ना जाऊऊ आआआहह राज ने अपनी जाँघ को पकड़ा डॉली ने झट से जीप में चाबी डाली पर जीप स्टार्ट नही हुई डॉली ने तुरंत जीप पर फिर से एक और गियर डाला और इस बार भी स्टार्ट नही हुई डॉली – कमोन कमोन स्टार्ट हो जा प्लेअसएसस्स्स्सस्स

आआआआअहह…….डॉली ने पीछे की ओर देखा राज दर्द से चीख रहा था पर डॉली ने उसकी चीखों की परवान ना करते हुए जीप को स्टार्ट करना जारी रखा और जीप स्टार्ट आख़िर कार हो ही गयी

डॉल्लीइीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई नही रुक्कककक जऊऊ डॉल्लीइीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई आआााआआहह आडोल्ल्य आआआहह

डॉली ने जीप तेज़ी से वहाँ से भगा डाली और कुछ इधर उधर टकराते हुए डॉली ने जीप को वहाँ से निकाल डाला अब डॉली सुरक्षित थी वो बिल्कुल महफुज़ थी तभी उधर राज चिल्लाते हुए पास आया बगल में रखे चेर को उठा लिया और सीधे खिड़की पर ज़ोर दार तरीके से उसने खिड़की का काँच तोड़ डाला राज ने काँच को बाहर फेंका और वहाँ से कूदने की फिराक में गिर गया राज के हाथो में खून था और उसके सर पर गुस्सा चढ़ा हुआ था

राज ज़ोर ज़ोर से दहाड़ रहा था भागगग गयी भाग गयी साली कुतियाअ जानती नही तुमने मेरे साथ क्या कियाआ है मैं तुझे अपनीी बनाके ही छोड़ूँगाआा आआआआआहह डोल्लयाअ आइ लवी युयुयूवयू साली सड़कछाप औरत तू मुझसे भाग नही सकती आआहह राज लंगड़ाते हुए रास्ते पर आया

डॉली ने जीप तेज़ी से भगा डाली और तभी वो शहेर के रास्ते आ गयी डॉली को अब चैन की साँस थी डॉली ने तभी वहाँ रोना स्टार्ट कर दियाआआअ डॉली ख़ौफ़ से रोए जा रही थी उसके दिल में बैठा डर उसे डराए जा रहा था तभी डॉली के सामने एक गहरी रोशनी आई और सामने एक ट्रक ने डॉली की जीप से जा टकराई डॉली को संभलने का मौका ना मिला और उसकी जीप हवा में बल खाते हुए सीधे ज़मीन पर गिरी लुढ़कते लुढ़कते डॉली जीप से निकलकर ज़मीन पर बेहोश हो गयी उसके पूरे चेहरे पर खून ही खून था अओर उसकी आँखें एक दम से बंद हो उठी जीप पहाड़ से गिरते हुए धम्म्म से गिरी बूम एक ब्लास्ट हुआ और जीप के चिथड़े उड़ गये और उपर डॉली बेहोश हो चुकी थी

डॉली की आँखें धुधलि धुंधली तस्वीरे ज़िंदगी की देख सकती थी डॉली के कानो में बस उस के दिल की धध्कन सुनाई दे रही थी वो ज़ोरो से साँसें खिच रही थी उसकी आँखें खोलने की कोशिश कर रही थी पर वो हरपल नाकामयाब हो जाती डॉली के चेहरे पर खून था और वो अब धुधलि तस्वीरो में खुद को किसी स्ट्रेचर पर लेटी कोई उसे लेके जा रहा था

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