नशे की सज़ा compleet

Discover endless Hindi sex story and novels. Browse hindi sex stories, adult stories ,erotic stories. Visit theadultstories.com
007
Platinum Member
Posts: 948
Joined: 14 Oct 2014 17:28

Re: नशे की सज़ा

Unread post by 007 » 04 Nov 2014 17:18



परवेज़ जो अब तक चुपचाप घबराया हुआ यह सारा तमाशा देख रहा था एकदम से नेहा के पैरों पर गिर पड़ा और रो रोकर कहने लगा-“ मुझे माफ़ करिए मेडम, मेरी कोई ग़लती नही है-वो तो इस सलीम के बच्चे ने मुझे फँसाने के लिए इस लड़की के साथ उलझा दिया –मेरा अगले महीने प्रमोशन होने वाला है-मेरी नौकरी का क्या होगा.”


रिपोर्टर रंजन ने अब पहली बार कॅमरमन की तरफ देखा-“ बॉब्बी ठीक से सारे नाटक को कवर कर लो-यहाँ तो इतना मसाला है कि हम लोग कयी दीनो तक इसकी न्यूज़ दिखाते रहेंगे और हमारी टीआरपी लगातार बढ़ती रहेगी-हम दोनो का तो प्रमोशन अब पक्का जी समझो.”

बॉब्बी ने भी हंसते हुए रंजन की तरफ देखा और बोला-“हां यार थॅंक्स तो नेहा-तेरी गर्लफ्रेंड तो बड़ी कमाल की निकली-उसने हमे इतनी बढ़िया नेवस्स्टोरी दिलवा दी.”

रंजन ने बॉब्बी को हंसते हुए बताया-“यह तो कुछ भी नही है-नेहा ने मुझे दो और सीडीज़ भी दी हैं-एक मे इस शहर के होने वाले एसीपी राज शर्मा की कारगुजारियाँ रेकॉर्डेड हैं तो दूसरी मे इन्ही सब अप्रधिओ की रास लीला रेकॉर्डेड है.”

नेहा ने रंजन की तरफ देखा और बोली-“रंजन…..तुम शायद भूल रहे हो कि इस सहर के पोलीस कमिशनर भी उसी सीडी मे हैं-जिसमे हमारे होनहार एसीपी राज शर्मा मौज़ मस्ती कर रहे हैं. सनसनी के लिए इस से बड़ी कोई दूसरी सनसनी तो हो नही सकती –तुम्हारे चॅनेल का तो लगता है साल भर का कोटा पूरा हो गया”

बॉब्बी भी ने नेहा की हां मे हां मिलाते हुए कहा-“हां यार हमे अब एक साल तक कुछ और करने की ज़रूरत नही है-इतनी मसालेदार स्टोरीस हमे पहले से ही मिल चुकी हैं.”

मैं और सलोनी एक तरफ अपना मूह झुकाए हुए खड़े थे-हम दोनो को तो समझ मे भी नही आ रहा था कि क्या कहे क्या करें-देखा जाए तो सब कुछ मेरा ही शुरू किया हुआ था. सलोनी की आँखों से आँसू निकलने शुरू हो गये थे और उसके कुछ देर बाद मुझे भी कुछ समझ मे नही आया कि मैं क्या करूँ और मैं भी नेहा के कदमो मे गिर पड़ी और रो रोकर कहने लगी-“ नेहा……..मुझे माफ़ कर दो…..हम लोगों को टीवी पर एक्सपोज़ मत करो………..सबको मालूम पड़ जाएगा………हमारे घर वालों को भी मालूम पड़ जाएगा.तुम जो भी सज़ा देना चाहो जाम भुगतने के लिए तैय्यर हैं…..लेकिन हमे टीवी पर आने से बचा लो.”

नेहा ने हंसते हुए मेरी तरफ देखा और बोली-“अब हम लोग यह सारी रेकॉर्डिंग्स लेकर अपने स्टूडियो मे जा रहे है-वहाँ इसकी सीडीज़ बनाई जाएँगी-हम लोगों ने अभी यह तय नही किया है कि यह स्टोरी कब से टीवी पर दिखाई जाए-इसलिए ऐसा करो कि तुम सब अभी तो यहाँ से अपने अपने ठिकाने पर पहुँचो और आज रात 11 बजे सनसनी टीवी चनेल के स्टूडियो मे अपने आप को हाज़िर करो-वहाँ तुम सब की रिक्वेस्ट्स पर विचार किया जा सकता है.”

क्रमशः..................

007
Platinum Member
Posts: 948
Joined: 14 Oct 2014 17:28

Re: नशे की सज़ा

Unread post by 007 » 04 Nov 2014 17:19


गतान्क से आगे................

रात को ठीक 10 बजे सनसनी टीवी चॅनेल के स्टूडियो कम ऑफीस मे नेहा अपने बॉय फ्रेंड रंजन और कॅमरमन बॉब्बी के साथ बैठी हुई अपने होने वाले गुलामो का इंतेज़ार कर रहे थे-इस टीवी चॅनेल का ओनर एक एनआरआइ था जो खुद तो यूएसए मे रहता था-उसने यहाँ पर चॅनेल की सारी ज़िम्मेदारी रंजन और बॉब्बी के उपर डाल रखी थी और यही दोनो अपनी टीम की मदद से इस सेन्सेशनल न्यूज़ चॅनेल को चला रहे थे.रंजन को जब नेहा ने अपनी आपबीती बताई कि कैसे उसे पोलीस ने फँसाया और कैसे वो निशा और सलोनी के चंगुल मे फंसकर सलीम को चकमा देकर बाहर निकालने मे कामयाब रही तो रंजन और बॉब्बी ने इसमे अपनी गहरी दिलचस्पी दिखाते हुए कहा-“यह तो बहुत ही मज़ेदार कहानी लग रही है-बहुत दीनो से हमने भी कोई चिकनी लौंडिया नही चखी है-हमारी प्यास भी बुझ जाएगी इसी बहाने.”

रात को ठीक 11 बजे मैं और सलोनी जब चॅनेल के स्टूडियो मे पहुँचे तो अंदर जाकर देखा कि सलीम और परवेज़ पहले से ही वहाँ मौजूद थे और उन्हे नेहा और उसके साथिओ ने ज़मीन पर बिठाया हुआ था. स्टूडियो मे चारो तरफ लाइट्स जगमगा रही थी और रेज़ लग रहा था मानो कि सब कुछ लाइव टेलएकास्ट हो रहा हो-लेकिन ऐसा नही था सिर्फ़ वीडियो रेकॉर्डिंग ही चल रही थी.

मुझे और सलोनी को देखते ही नेहा के चेहरे पर मानो चमक सी आ गयी और वो चहककर बोली-“ यह लो रंजन…..तुम्हारे चखने के लिए दो दो चिकनी यहाँ हाज़िर हैं……….शुरू हो जाओ !”

मैने सलीम और परवेज़ की तरफ देखा-उनकी जो दुर्गति हो रही थी उसे देखकर मैं और भी डर गयी क्यूंकी सलीम और आप्रवेज़ ने तो नेहा का कुछ भी नही बिगाड़ा था फिर भी वो उन दोनो की ठीक से दुर्गति बना रही थी-फिर हम दोनो ने तो नेहा को ना सिर्फ़ फँसाया था वरन उसके साथ काफ़ी बदतमीज़ी भी की थी.

नेहा एक सोफे पर अपनी टाँगे फैला कर बैठी हुईए थी और उसने अपने दोनो पैर सलीम और परवेज़ के मूह मे डाल रखे थे जो उसके पैरों को इस तरह सक कर रहे थे मानो ब्लो जॉब दे रहे हो. एक बार सलीम के मूह से उसका पैर बाहर निकल आया तो उसने दुबारा से अपने पैर के अंगूठे को सलीम के होंठों पर फिराते हुए उसे हुक्म दिया-“चूसो इसे……..तुम दोनो मेरे पैरों को चाट चाट कर अपने गुनाहो की सज़ा भुगतोगे……समझे ?”

“जी मॅम…….” सलीम भीगी बिल्ली की तरह बोला.

नेहा ने गुर्रकार परवेज़ की तरफ देखा-उसने भी बिना किसी देरी के वोही दोहरा दिया-“जी मॅम…….हम आपके पैरों को चाट चाट कर अपने गुनाह की सज़ा भुगतने के लिए तैय्यर हैं….बस हमारी करतूतों को टीवी पर मत दिखना.”

इसके बाद नेहा ने मेरी तरफ देखा और बोली-“चलो तुम अपने आप को रंजन के हवाले करो-वो तुम्हारे चिकने बदन से कुछ देर खेलने के बाद यह तय करेगा कि आगे क्या करना है.”

मैं रंजन की तरफ बढ़ने लगी तो नेहा ने सलोनी को भी हुक्म दिया-“तुम खड़ी मत रहो……..अपने इस खूबसूरत बदन को बॉब्बी के हवाले करो ताकि वो तुम्हारे साथ कुछ मौज़ मस्ती कर सके.”

007
Platinum Member
Posts: 948
Joined: 14 Oct 2014 17:28

Re: नशे की सज़ा

Unread post by 007 » 04 Nov 2014 17:20


रंजन सोफे पर रिलॅक्स होकर अपनी दोनो टाँगे फैलाए हुए बैठा था –जैसे ही मैं उसके पास जाकर खड़ी हुई उसने एक बार अपनी पॅंट के अंदर बने हुए टेंट पर हाथ फिराया और बोला-“चलो पहले अपने उपर के कपड़े उतारो.” मुझे मालूम था कि मेरे पास कोई दूसरा रास्ता नही था –मैने चुपचाप अपने दोनो हाथ उपर उठकर अपनी टी-शर्ट
उतार दी –अब मेरे बदन पर वाइट रंग की ब्रा रह गयी थी-इससे पहले की मैं उसे भी उतारती,रंजन बोला-“गुड….अपने हाथ उपर ही रखो….और ज़रा मेरे और नज़दीक आकर खड़ी हो जाओ !”

मैं उसके बिल्कुल नज़दीक जाकर खड़ी हो गयी-मैने लो वेस्ट जीन्स पहन रखी थी और उसके उपर से मेरी नाभि सॉफ सॉफ नज़र आ रही थी-रंजन के होंठ एकदम मेरी नाभि के नज़दीक आकर ठहर गये थे-मेरी पतली कमर को रंजन ने सहलाते हुए पकड़ा और मेरे नाभि प्रदेश को अपने होंठों से चूमना चाटना शुरू कर दिया-बीच बीच मे उसके हाथ मेरे सीने के उन्नत उभारों को भी सहला रहे थे.कुछ देर तक रंजन इसी तरह मेरे बदन से खेलता रहा-फिर उसने अचानक ही अपना हाथ मेरी लो वेस्ट जीन्स के अंदर डाल दिया और बोला-“चलो इसे भी नीचे खिस्काओ “

मैने अपने हाथ नीचे किए और अपनी जीन्स का बटन खोलकर उसकी ज़िप सरकाने लगी-मेरी वाइट कलर की पॅंटी अंदर से अपनी झलक दिखाने लगी.रंजन ने मेरे बदन से अपने हाथ हटा लिए और मुझे अपने बदन से अपनी जीन्स उतारते हुए देखने लगा-उसके लिए शायद यह नया नया अनुभव था-उसने शायद पहली बार किसी लड़की को इस तरह अपनी जीन्स उतारते हुए देखा था.जब मैने जीन्स उतारकर एक तरफ रख दी और मेरे बदन पर सिर्फ़ पॅंटी ही रह गयी तो मैं फिर खड़ी हो गयी-मुझे मालूम था कि वो मेरी पॅंटी भी ज़रूर उतरवाएगा लेकिन जब तक उसका हुक्म ना हो मैं यह करना नही चाहती थी.

रंजन ने अपने हाथ को मेरी पॅंटी के उपर से ही मेरी योनि के उपर फिराया और बोला-“चलो इसे भी अलग करो”. मैने अगले ही पल पॅंटी को भी उतार दिया.

“अब ज़रा अपने दोनो हाथ उपर उठाओ और पीछे घूम जाओ” रंजन का लिंग एकदम उसकी पॅंट से निकलने को बेकाबू हुए जा रहा था जिसे वो अपने हाथ से सहला सहलकर किसी तरह शांत कर रहा था.

मैं पीछे घूम गयी.उसने मेरे नितंबों पर अपना हाथ फिराया और उसे स्लॅप करते हुए बोला-“फिर से घूम जाओ !”
और मैं फिर से घूम गयी-शायद वो यह देखना चाहता था कि मैं कितनी जल्दी से उसके हुक्म का पालन कर सकती थी.रंजन फिर से बोला-“ऐसा करो मेरे अगले हुक्म तक तुम ऐसे ही अपने दोनो हाथ उपर किए हुए घूमती रहो.”

कुछ देर के इस मोस्ट ह्युमिलियेटिंग बॉडी शो के बाद उसने मुझे रोका और मेरी शेव की हुई चिकनी योनि पर अपना हाथ फिराने लगा.

Post Reply