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Re: marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई
Posted: 28 Feb 2017 08:20
by sexy
उसकी चूत पे थोड़े थोड़े बॉल थे उसकी गीली चूत मे से जूस की स्मेल आ रही थी. आशा ने अपनी टाँगें खोल ली और मेरा सर पकड़ के मेरे मूह मे अपनी चूत को रगड़ना चालू कर दिया. वो वासना की आग मे जल रही थी उसका जोश बढ़ता ही जा रहा था और मैं ने उसकी चूत को अपने दांतो से काटा तो वो एक ही मिनिट के अंदर उसका बदन काँपने लगा और अपने सर को दीवार पे इधर उधर पटक ते पटक ते आआहह ऊऊहह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स जैसी आवाज़ें निकाल ते हुए मेरे मूह मे ही झड़ने लगी. तकरीबन 2 मिनिट तक उसका ऑर्गॅज़म चलता रहा उसके बाद मैं उठ गया और उसकी टाँगें खोल के खड़े ही खड़े उसकी चूत के सुराख मे अपने लंड के सूपदे को टीका दिया और उसके चूतदो को दोनो हाथो से पकड़ के उठा लिया जिस के चलते उसने फॉरन ही अपनी टाँगें मेरी बॅक पे लपेट ली और मेरी गर्दन मे हाथ डाल के मेररे बदन से झूलने लगी. मेरा लंड उसके चूसने से गीला हो चुका था और उसकी चूत तो मेरे चाटने से और उसके जूस से बोहोत ही गीली हो चुकी थी. जैसा के मेरा स्टाइल है मैं ने एक ही ज़बरदस्त धक्का मारा तो मेरा लंड उसकी खुली चूत को फड़ता हुआ पूरा जड़ तक उसकी टाइट चूत के अंदर तक घुस्स गया मुझे लगा जैसे मेरा लंड उसकी चूत और गंद को फाड़ कर दीवार मे घुस गया हो. वो चिल्लाई ऊऊऊीीईईईईईई म्*म्म्मममाआअ हहाअईईई और मुझ से बड़ी ज़ोर से लिपट गयी उसकी साँस जैसे रुक गयी थी और आँखो से आँसू निकल रहे थे उसका चेहरा तकलीफ़ से लाल हो गया था और उसका शरीर पसीने मे डूब गया था. मेरा लोहे जैसा मूसल लंड आशा की चूत को फाड़ता हुआ अंदर उसके बचे दानी तक घुस्स गया था. उसकी चूत भट्टी जैसी गरम थी जिस्मै मेरा लोहा लंड पिघलता हुआ महसूस होने लगा.
अब मैं आशा को धना धन चोद रहा था उसकी टाँगें मेरे बदन से लिपटी हुई थी जिसके चलते उसकी चूत भी खुल गई थी. मेरा लंड उसकी भट्टी जैसी गरम चूत की गहराइयाँ नापने लगा और वो झड़ती चली गयी. मैं तो अभी अभी आंटी को चोद चुका था इसी लिए मेरी मलाई निकलने मे अभी टाइम था और मैं इस नयी चूत को एक ही बारी मे चोद चोद के भोसड़ा बना देना चाहता था वो दरद से और मज़े से सस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआआईईईईईई ऊऊऊहह स्स्स्स्स्स्सीईईईईर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र आआआआ आआऐईईईसस्स्स्सीईए हहिईीईईई सस्स्स्सिईइइर्र्ररर द्द्धहीएररररीई कककककाआररर्र्रूऊओ हहाआईए सस्स्सियइर्ररर ब्बबाआददाअ म्*म्म्माआज़्ज़्ज़्ज़ाआ एयाया र्रेआया हहाइईइ सस्सिईइइर्र्र्ररर ऊओिइ म्*म्माआ ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊरररर सस्स्सीईई सस्स्सियइर्र्र्ररर उसकी पीठ दीवार से लगी हुई थी और मैं फ़राश पे खड़ा था और पूरी ताक़त से चोद रहा था उसकी चूत उसके 3 – 4 बार झड़ने से उसकी चूत पूरी तरह से गीली हो चुकी थी और चुदाई की
पपकचह प्प्प्पााक्ककचह की आवाज़ें आ रही थी मेरे हर झटको से उसकी आँखें मस्ती मे बंद हो जाती और उसका मूह खुल जाता और उसके बूब्स डॅन्स करने लगते. मैं उसके बूब्स को चूसने लगा आहह क्या मस्त बूब्स थे उसको एक दम से कड़क चूसने मे बोहोत मज़ा आ रहा था. उसका बदन थोड़ी थोड़ी देर मे काँपने लगता और वो झड़ने लगती. अब मेरे बॉल्स मे भी मलाई निकलने को रेडी होगयी थी तो मैं ने उसको पूछा के अब मैं झड़ने वाला हू क्या बोलती हो तुम बाहर निकालु तो उनसे मुझे किस करते हुए बोला के ऐसे शानदार लंड का अमृत मुझे अपनी चूत के अंदर ही चाहिए इसको बाहर निकाल के वेस्ट ना करो सर प्लीज़ तो मैं ने एक बोहोत ही पवरफुल शॉट मारा और उसकी बचे दानी के अंदर अपनी मलाई की पिचकारियाँ छ्होर्ने लगा. मेरी मलाई उसकी चूत के अंदर जाते ही वो एक बार फिर मेरे से टाइट लिपट के कापने लगी और झड़ने लगी, उसका बदन कांपता रहा और वो झड़ती रही उसका ऑर्गॅज़म तकरीबन 3 या 4 मिनिट तक चलता रहा.
मेरी क्रीम और उसके जूस से उसकी चूत भर चुकी थी. जैसे ही मैं ने अपने लंड बाहर निकाला उसकी चूत से हमारा मिला जुला जूस बाहर निकल के फरश पे टपकने लगा और कुछ चूत से रिस्ता हुआ उसकी मांसल जाँघो से बहता हुआ उसकी टाँगो पे से नीचे उतरने लगा. मेरे लंड पे उसकी चूत से निकला थोडा सा खून भी था और उसका जूस जो उसकी टाँगो से नीचे उतर रहा था वो भी थोड़ा सा ब्लड मिक्स था जिसे उसने हैरत से देखा और अपनी पॅंटी को नीचे से उठा के पॅंटी से अपनी टाँगो पर से रिस्ते जूस को पोछा और वोही गीली पॅंटी को पहेन लिया. वो पूरी तरह थक चुकी थी उसकी साँसें बड़ी तेज़ी से चल रही थी और अभी भी उसकी आँखें मस्ती मे बंद ही थी. ऑर्गॅज़म ख़तम हुआ उसकी आँख खुली तो मेरे बदन से लिपट गयी और थॅंक्स सिर मुझे बोहोत मज़ा आया मैं अपनी यह पॅंटी को हमेशा अपने पास एक शानदार चुदाई की यादगार के तौर पे बिना वॉशिंग के रखूँगी और मुझे चूमते हुए थॅंक्स बोली. मैं ने पूछा तुम ने ऐसे कैसे इतनी जल्दी मेरे से चुदवाने के फ़ैसला कर लिया तो उसने बोला के सर एक शादी शुदा औरत की चूत चोद के जो लौदा खून निकल दे उसके लौदे मे कुछ ना कुछ तो दम होगा ही ना सर और मैं ने सोचा के अगर आज यह मस्त लंड से चुद्वने का मोका मेरे हाथ से निकल गया तो फिर मेरी चूत को ऐसा शानदार लंड शाएद दोबारा नही मिलेगा इसी लिए सर मैं ने फटा फट डिसाइड कर लिया तो मैं ने बोला के अब यह सर सिर बोलना बंद करो और मुझे मेरे नाम से पुकारो राज तो उसने मुझे एक बार फिर किस करते हुए बोला की थॅंक यू वेरी मच मेरे राजा आंड आइ लव यू वेरी मच माइ स्वीटहार्ट माइ स्वीट लव्ली राजा आंड आइ ऑल्वेज़ लव टू बी फक्ड बाइ युवर मॅजिकल वंडरफुल स्टील लंड. वो बड़ी अछी इंग्लीश बोल रही थी.
Re: marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई
Posted: 28 Feb 2017 08:20
by sexy
पूछा तो उसने बताया के वो कॉनवेंट एजुकेटेड है और साइन्स मे ग्रॅजुयेशन भी किया हुआ है. फिर उसने मुझ से पूछा के आप कहा से आए हो तो मैं ने बोला के हम लोग हयदेराबाद से आए है और यह आंटी मेरे दोस्त की मा है और मेरी पड़ोसन भी है तो वो मुस्कुराने लगी और बोली के अछा तो आप अपनी फ्रेंड की मम्मी की सर्विसिंग कर रहे हो आज कल तो मई मुस्कुरा दिया पर कुछ बोला नई तो फिर वो बोली के मैं नेक्स्ट मोन्थ हयदेराबाद आने वाली हू वाहा मेरे बड़ी बहेन उषा रहती है वो मुझ से तीन साल बड़ी है शादी शुदा है पर अभी तक उसको कोई संतान नही हुई. उसके हज़्बेंड का वाहा बिज़्नेस है. मैं कल आपके बेड के मॅट्रेस के नीचे एक एन्वेलप मैं अपना हयदेराबाद का अड्रेस और फोन नंबर लिख कर रख दुगी प्लीज़ मुझे मिलना सर, मेर कू आपसे और चुद्वना है एक ही टाइम की चुदाई से मेरी तबीयत नही भरी सर, ऊपप्प्स सॉरी सर नही, मेरे स्वीट राजा. फिर उसने मेरा मोबाइल नंबर ले लिया और मेरे मोबाइल पे उसी वक़्त एक मिस्कल्ल कर के मुझे अपना नंबर दे दिया और एक भरपूर किस करते हुए मेरे लंड को अपने हाथो से दबाते हुए कमरे से बाहर चली गयी.
आशा के जाने के बाद मैं ने रूम लॉक किया देखा तो अभी तक आंटी बाथरूम मैं ही थी. मैं भी अपने बाथरूम मैं चला गया और नहा धो कर बहेर निकला तो आंटी वास्पास आ चुकी थी और शवर गाउन पहने हुए थी. फोन पर ब्रेकफास्ट का ऑर्डर कर के मेरे से पूछा के वो चली गयी तो मैं ने बोला के हा चदडार बदल के चली गयी तो आंटी ने पूछा के कुछ बोला नही उसने तो मैं ने बोला के लगता है वो सब समझ गई पर कुछ बोली नही पर वो बार बार हंस रही थी. पता नही मैं ने आंटी से क्यों नही बोला के मैं उसको चोद चुका हू.
ब्रेकफास्ट रूम मैं ही आ गया था. नाश्ता कर के हम दोनो शॉपिंग के लिए चले गये. सारा इन आंटी खुद भी बादाम का दूध पीती रही और मुझे भी पिलाती रही और खूब बोहोत सारे ड्राइ फ्रूट्स भी खरीदे और हम शाम मैं कमरे मैं आ गये. आंटी मुझे हर थोड़ी देर मैं काजू, बादाम और अखरोट खिलाती ही रहती थी और मुस्कुराते हुए बोलती के खाओ मेरे राजा और मुझे पूरी ताक़त से चोदो. अब हम दोनो कमरे के अंदर आते ही अपने अपने कपड़े उतार देते और दूसरी सुबह तक नंगे ही रहते. चलते फिरते वो मेरा लंड पकड़ के दबा देती या चूस लेती और मैं भी उनके बूब्स को दबा के चूस्ता और चूत का मसाज भी करता. आंटी अब बहेर जाने को बिल्कुल तय्यार नही थी वो चाहती थी के जब जब मोका मिले चुदवाति रहे. हम जितना टाइम कमरे मैं रहते या तो चुदाई करते या एक दूसरे से लिपट के किसी नये यंग लवर्स की तरह रोमॅन्स
करते. हम ने बाकी के दिन और रात हनिमून कपल जैसे गुज़रे.
कमरे मैं एक बिना हॅंड रेस्ट के गोल सीट की चेर थी जैसे टाइपिस्ट यूज़ करते है वो चेर पे मैं नंगा बैठ जाता और आंटी मेरे दोनो टाँगो के ऊपेर और मेरी तरफ मूह कर के मेरे खड़े हुए मूसल लंड को अपनी चूत के अंदर डाल के बैठ जाती और मैं उनकी मस्त कड़क चुचियाँ चूस्ता रहता और लंड अंदर रखे रखे ही हम कॉफी पीते और बातें करते रहते, आंटी अपनी चुचिओ को मेरे सीने से रगड़ती रहती, कभी कभी आंटी ऊपेर नीचे लंड पे उछल जाती तो कभी चूत के अंदर लंड डाले ऐसी ही बैठे बैठे मज़े लेती रहती और लंड को अपने पेट के अंदर महसूस करती और अपने कभी अपने पेट की तरफ इशारा कर के बता ती के अब तुम्हारा मूसल यहा पे महसूस हो रहा है, इसी तरह से वो मेरे लंड की सवारी करते करते मुझ से अपनी प्राइवेट बातें भी करती और अपने सीक्रेट्स बता ती रहती और आधे पौन घंटे के बाद जब हमारी मलाई निकल जाती तब आंटी मेरे लंड के ऊपेर से उठ के मेरे पैरो के बीचे मैं बैठ के लंड पे लगी हुई दोनो की मिक्स मलाई को बड़े मज़े से चाट जाती और बोलती के राजा मैं ने सुना है के मर्दो के लंड से निकली मलाई बोहोत ताकतवर होती है इसी लिए मुझे तुम्हारी गाढ़ी गाढ़ी मलाई इतने शोक से खाती हू. इतने दीनो मैं आंटी को कामा सूत्रा के सारे आसनो मैं चोद लिया घोड़ी बना के, उल्टा लिटा के पीछे से चूत मैं लंड डाल के और फिर एक दिन मौका देख के उनकी गंद भी मार दिया. जिस दिन आंटी की गंद फटी वो बोहोत चिल्लाई पर मैं ने उनकी गंद फाड़ने तक उनको छ्होरा नही और फिर गंद के अंदर ही अपनी क्रीम गिरा दी.
Re: marwari sex story - मारवाड़ की मस्त मलाई
Posted: 02 Mar 2017 09:39
by sexy
इतने दीनो की कंटिन्यू चुदाई से आंटी का चेहरा चाँद की तरह से चमकने लगा था और अब आंटी ने हल्का हल्का मेक अप करना भी शुरू कर दिया था जिस से वो बे इंतेहा खूबसूरत लगने लगी थी बिल्कुल ऐसे लग रहा था जैसे कोई कच्ची कली खिल के फूल बन गयी हो और मोस्ट ऑफ थे टाइम्स कोई ना कोई रोमॅंटिक सॉंग गुनगुनाते ही रहती थी जैसी उनकी सूनी ज़िंदगी मैं बहार आ गयी हो.
आशा की चुदाई के दूसरे दिन उसने मेरे मॅट्रेस के नीचे वादे की मुताबिक एक एन्वेलप मे अपनी और अपनी बहेन उषा की एक एक सेक्सी फोटो, अपना मुंबई का और हयदेराबाद का अड्रेस और सारे टेलिफोन नंबर्स और सारे डीटेल्स लिख के रख दिए थे जिसे मैं ने आंटी से छुपा कर अपने बॅग मे रख लिए.
हमारा स्टे 3 दिन ज़ियादा हो गया और इन्न सारे दीनो मे शॉपिंग के साथ साथ चुदाई भी फुल चलती
रही. वापिस आने के टाइम पे इत्तेफ़ाक़ से ट्रेन के ए/सी के फर्स्ट क्लास कॉमपार्टमेंट मे
हमारा कूप अलग से था जहा और कोई नही आने वाला था और सिर्फ़ हमारे लिए ही रिज़र्व था. हम ने
कूप को अंदर से बंद कर लिया और हयदेराबाद आने तक नंगे ही रहे और बस चुदाई ही करते रहे. अभी
हम पूना तक हीपहुँचते थे और मैं बाथरूम से बाहर निकला तो पिंकी का फोन आया और आंटी उस से खूब हंस हंस के बातें कर रही थी और अपनी सेहत का ख़याल रखने के लिए बोल रही थी और उसको मुबारक बाद दे रही थी. फोन कट करने के बाद आंटी बोहोत ख़ुसी के साथ किसी 16 साल की लड़की की तरह से मेरे नंगे बदन से लिपट गयी और बोली आज मैं बोहोत खुश हू. थॅंक्स राजा यू आर ग्रेट आइ लव यू वेरी मच राजा तो मैं ने बोला के अरे आंटी आख़िर हुआ क्या अब बोलो तो सही तो उन्हो ने बोला के एक बड़ी ज़बरदस्त खुशख़बरी है तो मैं ने पूछा के क्या ? तो उन्हो ने मेरे गले लगते हुए कान मे धीरे से बोला के पिंकी प्रेग्नेंट हो गई है तो मैं ने बोला के वाउ आंटी अब आप नानी बनने वाली हो तो वो मुझे किस करते हुए बोली के राजा मुझे पता है के यह तुम्हारी मेहेरबानी के ही कारण हुआ है थॅंक्स राजा तुम ने पिंकी को वो खुशी दी है जो उसका शोहेर भी उसको नही दे सका और अब वो तुम्हारी संतान को जनम देने वाली हैराजा और मेरे होटो को चूमते हुए बोली के तुम भी तो बाप बन ने वाले हो राजा. तो मैं ने कहा के अरे आंटी यह क्या बोल रही हो आप इस मे मेरा क्यों थॅंक्स बोल रही हो और मैं ने ऐसा क्या कर दिया पिंकी के साथ तो उन्हो ने मस्ती मे मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़ के दबाते हुए बोला के तुम क्या समझते हो राजा के मुझे कुछ मालूम नही है. अरे मैं तो तुम्हारे और पिंकी के बारे मे सब कुछ जानती हू और मुझे तो यह भी मालूम है के तुम ने पिंकी को सब से पहले कब और कहा चोदा था तो मेरी आँखें हैरत से खुली की खुली रह गयी तो वो बोली के मुझे गंगू बाई ने सब कुछ बता दिया था. उसने ही तो वो खून से भीगी चादरो को धोया था और गंगू बाई को तो यह भी पता लग गया है के तुम ने पिंकी को और लक्ष्मी को एक साथ चोदा और उनकी भी सील तोड़ी है वो तो लक्ष्मी की सील तोड़ने पे तुम्हारे ऊपेर बोहोत गुस्से मे थी के उसकी इतनी छोटी बेटी को तुम ने चोद डाला पर मैं ने पैसे दे दिला के बात को संभाल लिया और अब मुझे तुम्हारा यह मूसल देख के पता चला के पिंकी आख़िर तुम्हारी इतनी दीवानी क्यों है. मैं असचर्या से आंटी की बातें सुन रहा था. आंटी फिर से बोली के मुझे तो तुम्हारे और शांति के बारे मे भी मालूम है.
शांति के नाम से वो कुछ उदास हो गयी. मैं ने पूछा तो बोली के मुझे मालूम है राजा मैं ने उसको बोहोत दीनो तक स्नान करते टाइम नंगा देखा है और मुझे पता है के वो भी किसी काम का नही है और उसकी हालत पिंकी के शोहेर लाला से कम नही है तो मैं ने बोला के आंटी मैं ने उसको कितनी टाइम बोला के चलो किसी डॉक्टर से बात कर लेते है तो उसने मना कर दिया और बोला के मैं मर जाउन्गा पर डॉक्टर के पास नही जाउन्गा. यह सुन के आंटी की आँख से आँसू बहने लगे तो मैं ने उनको अपनी बाँहो मे ले लिया और उनके आँसू को अपने होटो से ले कर पीने लगा और अपनी बाँहो मे ले के बोला के आंटी आप फिकर ना करो सब ठीक हो जाएगा तो उन्हो ने कहा के क्या ठीक हो जायगा और कैसे ठीक हो जाएगा राजा तो मैं ने बोला के देखते है आंटी शादी तो हो जाने दो हो सकता है के शादी के बाद पायल के साथ रहते रहते शांति ठीक हो जाए नही तो मैं उसको किसी भी तरह से मना लूँगा
और किसी डॉक्टर से कन्सल्ट करलेंगे तो आंटी ने कहा के ठीक है मुझे यकीन है तुम तीनो मिल के कोई ना कोई सल्यूशन ज़रूर निकाल लोगे और नही तो राजा तुम्है फिर से मेरी मदद करनी होगी और हमारे खानदान की लाज रखनी होगी तो मैं ने बोला आंटी हो सकता है के पायल समझ जाए और वो किसी ना किसी तरह से हालात से समझोता कर ले तो आंटी ने बोला के नही राजा मुझे मालूम है कोई भी जवान लड़की सेक्स के मामले मे समझोता नही कर सकती और मुझे से बहतेर कौन जान सकता है के लड़की अपने जज़्बात पे काबू नही रख सकती उसकी चूत को तो किसी आछे मोटे तगड़े लंड का सुख चाहिए ही चाहिए और जब तक के उसकी चूत मे लंड की गरम गरम मलाई नही गिर जाती वो कभी भी सुखी नही रह सकती और पायल तो अभी बिल्कुल जवान लड़की है और सेक्सी भी है तो वो कैसे सबर कर सकती है तो मैने ने बोला आंटी छोड़ो ना अब वो सब बाद मे देखते है अभी तो हमारे पास जितना टाइम हे उसका भरपूर उपयोग तो करे तो आंटी मुस्कुरा दी और बोली के हा यह भी ठीक है फिर पता नही कितने दीनो बाद चोदने का मोका मिले तो चलो आजओ और चोद डालो एक बार फिर से अपनी चुड़क्कड़ आंटी को.
मैने उनको सीट पे लिटा के उनकी चूत को चूसा, आंटी तो जैसे पागल हो जाती थी चूत पे मूह रखते ही उनकी गंद उठ गयी और अपनी चूत को मेरे मूह से रगड़ने लगी और साथ मेी सस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आअहह उउउउउउउउउउउ जैसी मस्ती मे भरी आवाज़े भी निकालती जा रही थी. उनकी चूत को चाट चाट के झाड़ा दिया और फिर उनकी टाँगो के बीच मिशनरी पोज़िशन ले के उनकी टाइट चूत को चोदना शुरू कर दिया तो आंटी बोली के राजा आज मुझे जितना ज़ोर से चोद सकते हो चोदो और एक बार फिर से मेरी चूत को चोद चोद के फाड़ डालो तो मैं ने अपने हाथो से ट्रेन की खिड़की के लोहे के रोड को पकड़ लिया और फिर पूरी ताक़त से आंटी की चूत अपने मूसल लंड से चुदाई करता रहा पूरा लंड चूत के बाहर तक निकाल निकाल के मारता तो आंटी के मूह से हप्प्प्प्प हप्प्प ह्ह्ह्ह्न्न्न्न्न जैसी आवाज़ें निकल जाती. इतनी पवरफुल चुदाई से आंटी के आँखो से एक बार फिर से खुशी का पानी निकल के उनके गालो से होता हुआ ट्रेन की सीट पे गिरने लगा. अब आंटी की टाँगें मेरी गंद से लिपटी हुई थी और वो अपने हाथो से मुझे अपने बदन से दबा रही थी
और पनी टाँगो से मुझे अपनी तरफ खेच रही थी और मेरे बदन से बड़ी ज़ोर से लिपटी हुई अपनी गंद उचका उचका के बड़े मज़े से चुद्वति रही और तकरीबन आधे घंटे की मस्त पवरफुल चुदाई के बाद मेरी मलाई रेडी हो गयी इतने टाइम मे आंटी तो शाएद 4 या 5 बार झाड़ चुकी थी और मेरे फाइनल झटके तो बोहोत ही पवरफुल थे जिस से आंटी का पूरा बदन अर्तक्वेक जैसा हिल रहा था और फिर मेरे लंड मे से गरम गरम मलाई की मोटी मोटी धारियाँ निकल के आंटी की चूत को भरने लगी और मेरी मलाई आंटी की चूत के अंदर गिरते ही उनका बदन एक बार फिर से बहुत ज़ोर से काँपने लगा और वो मुझ से लिपट के झड़ने लगी और बोहोत देर तक झड़ती चली गयी. मेरे लंड को आंटी की चूत के मसल्स निचोड़ निचोड़ के एक एक ड्रॉप मलाई का चूसने लगे और दोनो की मलाई निकलने के बाद हम दोनो शांत हो गये. सारी रात का सफ़र था पर हम रात भर जागते और चुदाई करते ही रहे थे. सुबह ट्रेन नामपल्ली स्टेशन पर पहुँच गयी और हमै लेने के लिए शांति कार ले कर आया था. ट्रेन से उतरने से पहले आंटी ने मुझे कसम दी के मैं किसी तरह से भी शांति और पायल की मदद करू तो मैं ने हा करदी और बोला के आंटी अगर आप की यही इक्चा है तो मैं जैसा आप कहेगी मैं वैसा ही करूँगा और उनकी शादी को टूटने नही दूँगा तो आंटी खुश हो गयी और फिर हम ट्रेन से उतर कर कार मे बैठ के घर आ गये.
शाँतिलाल की शादी
फाइनली वो दिन भी आ गया जब शांति की शादी हो रही थी. ससुराल से गिफ्ट मे शांति को एक दम से नया फुल्ली फर्निश्ड लग्षूरीयस डबल स्टोरी बंगला जिसका बॅकयार्ड तकरीबन आधा कीलोमेटेर होगा जिस्मै एक छोटा सा गार्डेन और एक प्राइवेट स्विम्मिंग पूल भी था जो हयदेराबाद के आउट्स्कियर्ट मे पिक्कनिक स्पॉट शमीरपेट पे बनाया गया था जसकी हर चीज़ किसी वर्जिन की तरह से अनटच्ड थी और जहा उनके हनिमून का इंतेज़ाम किया गया था वो बंगला मिला और एक नयी ब्रांड न्यू शोरुम से ली हुई ज़ीरो किलोमेटेर वाली एरकॉनडिशंड फुल्ली ऑटोमॅटिक इंनोवा कार मिली और साथ मे ढेर सारे पैसे और सोना वगैहरा.
शांति शादी के मंडप मे बैठा था. गोलडेन कलर की स्पेशल मारवाड़ी शेरवानी और चूड़ी दार पाजामा और सर पे गोलडेन मोटी और स्टोन्स से चमकती पगड़ी मे शांति बोहोत स्मार्ट लग रहा था. उसका कलर भी एक दम से गोरा हो गया था. ऊपेर से तो पूरी जवानी मे लग रहा था पर पता नही उसका दिल क्या कह रहा था और उसकी नुन्नि का क्या हाल हो रहा था.