phri shivani ek dam palat gai aur mera nanga badan dekhkar mere se kisi nagin ki bhaati lipat gaii....... mera lund shivani ke pet mai gad raha tha mai shivani ke mammo ko choos aur chaba raha tha... shivani ki mast makhmali gaand ko nooch raha thaa....
" mujhe waha le chaloo....." usne palang ki taraf ishara karte hue kaha....
mai uske palag par le gaya ... poore kamre mai gulab aur chandan ki khusboo aa rahi thi... palang gulab ki pankhudiyo se saja hua tha ... pankhudiyon ke kaaran palang ki chadar dikh nahi rahi thi......
shivani ko meri bb ki baat yaad aayi ki pehle doodh pilana hai doodh ek chandi ke gilas mai bharkar wahi sirhane rakha tha.... maine shivani ke haat se doodh piya aur thoda sa chor diyaa.. maine shivani ko palang par is tarah se litya ki shivani ki tangai jameen par aur sharir palang par rahe. maine shivani ki taangai failayi to shivani safachat gulabi choot khul gai.... bacha hua doodh shivani ki choot ke ooper se ludkaya aur neeche jeev lagakar uske mai chaatne laga... ab shivani ke muh se uiii... siiii aaahhhhh mat karooo.... bahut acha lag raha haii.... haaaaa mai jal rahii hooo...... ohhhhhh... aisa nikal raha tha aur wo mera sir apni choot par dabate ja rahi thi idhar mera lund apne poore ufaan par thaa........ shivani meri thodi se hi choot chatai se ek baar jhar gai mai dhoodh ke saath saath uska poora paani chaat gaya maine shivani ki choot ko saaf kar shivani ki clitoris ko apne authon mai dabakar jeev se flick karna shuru kiyaa......
" shivani ab apni gaand uchaal rahi thi... aaa Manuvv ab sehan nahi hootaa... plzzz mujhe aurat banda dooo apna meri mai ander kardo.....faad do meriii....:
maine kaha kya faaddo tumhari mera kya ander karoo tumhari mai......"
" are meri choot bahut khujla rahi hai apna lund pel doooo meri choot maii......" ab sehan nahi hootaa...... .... plzzzzz
maine shivani ki tangon ko jitna failaya ja sakta tha failaya aur bahut saari vaseline shivani ki choot mai bhar di aur apne supade par lagali....
aur jaise hi maine apne lund ki thaap shivani ki bur par di shivani uchal padi.... mai apna lund shivani ki choot mai ragad raha tha kuch to vaseline aur shivani ki choot ke kaaran acha chikna pan mere lund aur choot mai thaa so shivani ki choot mere lund ke touch hote hi fool aur pichak rahi ti jaise wo saans le rahi hoo......
shivani ne lund pakad kar apni yoni dwar par lagaya maine shivani ki kamar tham li......
maine shivani se kaha ... thoda dard hoga plz sehan karne ki koshish karna......
shivani ne sir hilakar apni sehmati di....
shivani ki choot ke ched par lund tikakar jaise hi dabaya to shupade ka agla hissa ander ho gaya .... shivani ke muh se karah nikalne lagi...... maine bahut hi dheere dheere supada andar kiyaa aur ruk gaya ... shivani karah rahi thi aur uski aankh se ansoo nikal aayae the mai shivani ke poore sharir ko sehla raha thaa... kuch der bad rukne ke baad maine thoda shupada bahar kheencha aur thoda takat se dhakka maara to lund thoda jyada ander tak ghus gaya...... shuvani ki choot bahut garam aur lislisi ho rahi thi.... ab shivani thodi joro se chillane lagi thi...... mujhe is awaj se bahut payar tha isluye maine is awaj ko rokne ka bilkul bhi prayas nahi kiya.. kyonki isi awaj mai aurat ki santusti ka raaj chipa hota hai....... mai shivani ke mamme lagbhak marod aur kaat raha tha wo laal se neele rang ke hote jaa rahe thee.... maine kuch der tak adha lund ghusaye hi shivani ko choda....... aur jab adha lund asani se shivani ki choot mai safar karne laga aur shivani ko maja aane laga aur wo dard bhoolne lagi tabiii..... fachak se apni saans rook kar jitni takat mai apne pet aur lund se paida kar sakta tha kar ke jordar dhakka mara aur shivani ki seal ko cheerta hua lund shivani ki choot mai sama gaya mera lund shivani ki choot mai poora jar tak dhasa hua tha....... aur idhar shivani ke sabar ka baandh toot chuka tha " are mar gaiiii maii.... aiiiii maaaaaaaaaaaaa. .. mujhe bachaoooo... . Manuv bahar nikalooooooooooo aaaaaaaaaaaaaa meri choot fat gaiiiiiiiii. ..."''''
maine waise hi mai 3-4 tabad tod dhake diye so shivani behaal ho gai....
प्यार का रिश्ता (pyaar ka rishta) compleet
Re: प्यार का रिश्ता (pyaar ka rishta)
प्यार का रिश्ता --7
एयेए ये क्या कियाअ.... मुझे नही करवाना,.... ......... ..... आआआआआ.. ...
मैने शिवानी के माम्मो को चूस कर और निपल मरोड़ कर शिवानी का ध्यान चूत से हटाकर दूध पर लाया मैं लंड को चूत मे फसाए हुए उसके ऊपेर पड़ा हुआ था .....शिवानी पर मेरी पकड़ इतनी मजबूत थी को चाहकर भी तनिक भी नही हिल पायी....... .
जब शिवानी शांत हो गई तो मैने शिवानी के कान मे कहा जान अब बेड स्विच ओन करो देखो मेरे लंड ने तुम्हारी चूत कोऔर तुम्हे औरत बना दिया..... तुम्हारी चूत ने मेरे लंड का तिलक कर दिया........ . उसने जैसे ही बेड स्वित ऑन किया तो उसकी सीधे नज़र सामने लगे सीशे और ऊपेर सीलिंग मे लगे शीशे पर गई शिवानी की चूत से खून गिर रहा था.........
मैने शिवानी से कहा मेरे लंड का तो तिलक हो गया मेरा तिलक भी करो इससे .. उसने ऐसा ही किया मैने अब शिवानी के होंठो को अपने होंठो मे दबाकर और शिवानी के कंधे के अंदर से एक हाथ डाला और दूसरे हाथ से उसके मम्मे को मसला और फ़चा फॅक धक्का देने लगा शिवानी मेरे हर धक्के कॅया जवाब अपनी गांद उठाकर देती थी...... उसने अपनी टाँगे मेरी कमर मे फँसा ली थी वो झूला सरीखी झूल रही थी...... मैने शिवानी को शुरू मे बहुत धीरे धीरे धक्के लगाए बीच बीच मैं 3-4 झटके से गहरे धक्के पेल देता था पर जब स्पीड बड़ाई तो शिवानी ने बोलना शुरू किया......
एयेए... मनुव्व...... .. और्र....... ओउउर्र.र... आआआ...... .. सीईईई...... . दुख़्ता..... हाीइ..... लगे ........ राहूओ हाअ दीदी सही कह रही थी... एयाया मनु तुमने मेरे शरीर का अंग अंग ढीला कर दिया.....आआआआअ एयाया मुझे पेशाब लग रही हाईईईईई आआआअ जोरो से चोदो आआआआआ औरर्र और्र्रर और्र्र्ररर हाआआ और शिवानी झार गैईईई... .. मैने अप्निस्पीड कम कर दी मैं अभी झरने से बहुत दूर था ..... शिवानी ने बहुत सारा पानी छोड़ा था...... जब मैने शिवानी के निपल चबाना शुरू क्या और उसके क्लाइटॉरिस को मसाला तो शिवानी दुबारा धार पर आ गई.... और अब वो ज़्यादा साथ देने लगी थी.... अरे बाप रीए... हाआआ इतना मज़ाअ आता है चुदवाने मे... .. पहले जानलेवा दर्द फिर जान को सुकून देने वाला दर्द.... हाया तुम्हारा लंड मेरे पसलियों तक टकरा रहा हॅयियी हा मनुव्व ऐसे हॅयियी और्र और्र..... आआआआ चोदूओ वर्षों पुरानी मेरी तम्माना पूरी हुई..... आआआआआ मैं जीवन भार याद रखूँगिइइइ एयाया बिल्कुल वैसे ही चोदो जैसे दीदी और सूची को चोदा था.....एयाया दीदी को भी इतनी बेरहमी से चोद्ते हूऊ.... आआआअ मैने शिवानी को कहा चलो कुतिया बनजा...... . शिवानी पलंग के नीचे खड़ी होकर अपनी छाती पलग पर टीका लिया और गांद मेरी तरफ खोल की मैने शिवानी की पैर फैलाए और कमर थाम कर लंड शिवानी की बुर मे फँसाकर जैसे धक्का मारा तो शिवानी की टाइट चूत होने के कारण फिसल गया..... फिर शिवानी ने एक हाथ से लंड संभाला और मैने पहले आधा लंड धीरे धीरे पीछे से सरकया फिर तबाद तोड़ धक्के दिए.... इस बार तो शिवानी ज़्यादा चिल्ला रही थी मैं पीछे से हर धक्के के साथ शिवानी की गांद पर चांटा भी मार रहा था.... शिवानी को डूब्बल दर्द हो रहा था....... शिवानी लगातार झरे जा रही थी.... अब मेरे भी लंड मे उबल्ल आ रहा था सो मैने शिवानी को बिना लंड निकाले सीधा किया और पलंग पर पटक कर उसपर मिस्षनरी पोज़िशन मे चढ़ कर भककम चुदाई करी....
" आरीए मर गैइइ...... मेरी पसलियाअ टूट गैईई.... बचाओ कोई मुझीई मेरी बुरर्र के चीथड़े उड़ा दियी.....आआआअ आ......एयेए माइ गैइइ आआआआआआआआआअ मेराअ निकल रहाआ हेयोयीयियैयियी आआ और मैं भी बिल्कुल कररीब आ गया सो मैने लंड को शिवानी की जड़ मे ठूंस दिया और वही से पिचकारी शिवानी की बुर मे छोड़ने लगा........ ......"
एयेए ये क्या कियाअ.... मुझे नही करवाना,.... ......... ..... आआआआआ.. ...
मैने शिवानी के माम्मो को चूस कर और निपल मरोड़ कर शिवानी का ध्यान चूत से हटाकर दूध पर लाया मैं लंड को चूत मे फसाए हुए उसके ऊपेर पड़ा हुआ था .....शिवानी पर मेरी पकड़ इतनी मजबूत थी को चाहकर भी तनिक भी नही हिल पायी....... .
जब शिवानी शांत हो गई तो मैने शिवानी के कान मे कहा जान अब बेड स्विच ओन करो देखो मेरे लंड ने तुम्हारी चूत कोऔर तुम्हे औरत बना दिया..... तुम्हारी चूत ने मेरे लंड का तिलक कर दिया........ . उसने जैसे ही बेड स्वित ऑन किया तो उसकी सीधे नज़र सामने लगे सीशे और ऊपेर सीलिंग मे लगे शीशे पर गई शिवानी की चूत से खून गिर रहा था.........
मैने शिवानी से कहा मेरे लंड का तो तिलक हो गया मेरा तिलक भी करो इससे .. उसने ऐसा ही किया मैने अब शिवानी के होंठो को अपने होंठो मे दबाकर और शिवानी के कंधे के अंदर से एक हाथ डाला और दूसरे हाथ से उसके मम्मे को मसला और फ़चा फॅक धक्का देने लगा शिवानी मेरे हर धक्के कॅया जवाब अपनी गांद उठाकर देती थी...... उसने अपनी टाँगे मेरी कमर मे फँसा ली थी वो झूला सरीखी झूल रही थी...... मैने शिवानी को शुरू मे बहुत धीरे धीरे धक्के लगाए बीच बीच मैं 3-4 झटके से गहरे धक्के पेल देता था पर जब स्पीड बड़ाई तो शिवानी ने बोलना शुरू किया......
एयेए... मनुव्व...... .. और्र....... ओउउर्र.र... आआआ...... .. सीईईई...... . दुख़्ता..... हाीइ..... लगे ........ राहूओ हाअ दीदी सही कह रही थी... एयाया मनु तुमने मेरे शरीर का अंग अंग ढीला कर दिया.....आआआआअ एयाया मुझे पेशाब लग रही हाईईईईई आआआअ जोरो से चोदो आआआआआ औरर्र और्र्रर और्र्र्ररर हाआआ और शिवानी झार गैईईई... .. मैने अप्निस्पीड कम कर दी मैं अभी झरने से बहुत दूर था ..... शिवानी ने बहुत सारा पानी छोड़ा था...... जब मैने शिवानी के निपल चबाना शुरू क्या और उसके क्लाइटॉरिस को मसाला तो शिवानी दुबारा धार पर आ गई.... और अब वो ज़्यादा साथ देने लगी थी.... अरे बाप रीए... हाआआ इतना मज़ाअ आता है चुदवाने मे... .. पहले जानलेवा दर्द फिर जान को सुकून देने वाला दर्द.... हाया तुम्हारा लंड मेरे पसलियों तक टकरा रहा हॅयियी हा मनुव्व ऐसे हॅयियी और्र और्र..... आआआआ चोदूओ वर्षों पुरानी मेरी तम्माना पूरी हुई..... आआआआआ मैं जीवन भार याद रखूँगिइइइ एयाया बिल्कुल वैसे ही चोदो जैसे दीदी और सूची को चोदा था.....एयाया दीदी को भी इतनी बेरहमी से चोद्ते हूऊ.... आआआअ मैने शिवानी को कहा चलो कुतिया बनजा...... . शिवानी पलंग के नीचे खड़ी होकर अपनी छाती पलग पर टीका लिया और गांद मेरी तरफ खोल की मैने शिवानी की पैर फैलाए और कमर थाम कर लंड शिवानी की बुर मे फँसाकर जैसे धक्का मारा तो शिवानी की टाइट चूत होने के कारण फिसल गया..... फिर शिवानी ने एक हाथ से लंड संभाला और मैने पहले आधा लंड धीरे धीरे पीछे से सरकया फिर तबाद तोड़ धक्के दिए.... इस बार तो शिवानी ज़्यादा चिल्ला रही थी मैं पीछे से हर धक्के के साथ शिवानी की गांद पर चांटा भी मार रहा था.... शिवानी को डूब्बल दर्द हो रहा था....... शिवानी लगातार झरे जा रही थी.... अब मेरे भी लंड मे उबल्ल आ रहा था सो मैने शिवानी को बिना लंड निकाले सीधा किया और पलंग पर पटक कर उसपर मिस्षनरी पोज़िशन मे चढ़ कर भककम चुदाई करी....
" आरीए मर गैइइ...... मेरी पसलियाअ टूट गैईई.... बचाओ कोई मुझीई मेरी बुरर्र के चीथड़े उड़ा दियी.....आआआअ आ......एयेए माइ गैइइ आआआआआआआआआअ मेराअ निकल रहाआ हेयोयीयियैयियी आआ और मैं भी बिल्कुल कररीब आ गया सो मैने लंड को शिवानी की जड़ मे ठूंस दिया और वही से पिचकारी शिवानी की बुर मे छोड़ने लगा........ ......"
Re: प्यार का रिश्ता (pyaar ka rishta)
मेरी हर पिचकार्री पर शिवानी''' ' आआआआअ मेरी चूत की जानम जनाममम की प्याअसस्स्स्सस्स बुझ गेयीयियैयियीयियी आआआआआआ आआआआआआ और कितने बार निकलोगे... ......... ......... और लंड शिवानी की चूत मे ही डाले उस पर ढेर हो गया ..... हम दोनो की साँसे बहुत तेज़ तेज़ चल रही थी.... और एसी चलने के बावजूद हम दोनो पसीने मे तरबतर थे........
मैने लंड पूरा ढीला होने पर बाहर निकाला.... कमरे मे प्र्याप्त लाइट जल रही थी..... मैने जब शिवानी की चूत की हालत देखी तो वो सूज गई थी..... और उस पर और गुलाब की पंखुड़िया मसलकर अलग हो गई थी सो चादर पर हमारे दोनो के छोड़े चुदाई रस और शिवानी के खून के दब्बे थे... कमरे का पुख़्ता इंतज़ाम किया गया था...मुझे कपड़ा पलंग के सिरहाने टंगा दिखा मैने शिवानी की चूत सॉफ करनी चाही जैसे ही हाथ लगाया तो शिवानी कराह उठी..." नैइ मेरे राजा.... बहुत दुखती हाई... मुझे बाथरूम हो आने दो......" शिवानी ने उठना चाहा पर वो दर्द के मारे उठ ना सकी....... मैं उसे सहारा देकर बाथरूम मे ले गया वो पेशाब कर के आई और कह रही थी "पेशाब करने मे बहुत दर्द हुआ और फिर धोने मे भी......... . "
मैने कहा "यहा आओ अभी प्पूरा दर्द गायब हो जाएगा...... लेटो तो ज़रा" उसे लिटाकर उसकी चूत पर मैने क्रीम लगाई क्रीम का इंतज़ाम भी मेरी वाइफ ने किया था तभी मेरी नज़र साइड टेबल पर रखी मिठाई पर पड़ी मैने ट्रे उठी उस्मै आधा सेर के लग भग राबड़ी और कुछ मिठाई थी... मैने और शिवानी ने मिठाई और रबरी खाई और वही पर चाँदी के बार्क लगे पान रखे थे उन्मै वाइटॅलिटी के लिए भरपूर मसाला डाला गया था वो पान खाए..... और पलंग से सिरहाने से टिक कर मैं बैठ गया और शिवानी को अपनी गोदी मे खींच लिया मेरा और शिवानी का नंगा बदन एक दूसरे से चिपका हुआ था..... थोड़ी देर बाद मुझे भी शिवानी के नाखूनो का दर्द सा महसूस हुआ पर मेरा लंड अब दुबारा हरकत मे आने लगा था.. मैने शिवानी से कहा....
" शिवानी तुमने अब तक कोई भी बॉय फ्रेंड नही बनाया...... ना ही तुमने कोई ऐसी अंतरंग सहेली जो तुम्हे सेक्स के बारे मे बता सके...मुझे तो लगता है तुमने कभी ब्लू फिल्म भी नही देखी होगी"मैं बात करते हुए शिवानी के मम्मे और चूत के उपेर का हिस्सा भी सहला रहा था...
" क्या तुम ब्लूफिल्म देखना चाहोगी" मैने शिवानी से कहा...
उसने अपनी सहमति दे दी
मैने डीवीडी ऑन कर दिया हम पिक्चर भी देख रहे थे और बात भी कर रहे थे
" हा डीवीडी... मुझे तुम्हे देखने के पहले कोई इंटरेस्ट नही था.... पर जब पहली बार तुमको देखा तो उसी होटेल मे मेरी एक सहेली की एंगेज्मेंट हो रही थी.... तुम्हे देखते ही मेरी पॅंटी गीली हो गई और मेरी वो फड़कने लगी....." वो अभी भी खुल कर लंड और चूत नही बोल रही थी
" क्या फड़कने लगी थी" मैने पोछा
"अरे यह......" उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चूत पर दबा दिया....
इसका कुछ नाम है.... मैने कहा
हा मेरी पुसी.... चूत....... ..
"फिर क्या हुआ..."
मैं बाथरूम गई और चड्डी उतारकर उसपर हाथ फेरा तो अछा लगा कुछ देर हाथ फेरती रही तो मेरी पेशाब निकल गई और मैं अपने आप को फ्रेश महसूस करने लगी......"
मैने लंड पूरा ढीला होने पर बाहर निकाला.... कमरे मे प्र्याप्त लाइट जल रही थी..... मैने जब शिवानी की चूत की हालत देखी तो वो सूज गई थी..... और उस पर और गुलाब की पंखुड़िया मसलकर अलग हो गई थी सो चादर पर हमारे दोनो के छोड़े चुदाई रस और शिवानी के खून के दब्बे थे... कमरे का पुख़्ता इंतज़ाम किया गया था...मुझे कपड़ा पलंग के सिरहाने टंगा दिखा मैने शिवानी की चूत सॉफ करनी चाही जैसे ही हाथ लगाया तो शिवानी कराह उठी..." नैइ मेरे राजा.... बहुत दुखती हाई... मुझे बाथरूम हो आने दो......" शिवानी ने उठना चाहा पर वो दर्द के मारे उठ ना सकी....... मैं उसे सहारा देकर बाथरूम मे ले गया वो पेशाब कर के आई और कह रही थी "पेशाब करने मे बहुत दर्द हुआ और फिर धोने मे भी......... . "
मैने कहा "यहा आओ अभी प्पूरा दर्द गायब हो जाएगा...... लेटो तो ज़रा" उसे लिटाकर उसकी चूत पर मैने क्रीम लगाई क्रीम का इंतज़ाम भी मेरी वाइफ ने किया था तभी मेरी नज़र साइड टेबल पर रखी मिठाई पर पड़ी मैने ट्रे उठी उस्मै आधा सेर के लग भग राबड़ी और कुछ मिठाई थी... मैने और शिवानी ने मिठाई और रबरी खाई और वही पर चाँदी के बार्क लगे पान रखे थे उन्मै वाइटॅलिटी के लिए भरपूर मसाला डाला गया था वो पान खाए..... और पलंग से सिरहाने से टिक कर मैं बैठ गया और शिवानी को अपनी गोदी मे खींच लिया मेरा और शिवानी का नंगा बदन एक दूसरे से चिपका हुआ था..... थोड़ी देर बाद मुझे भी शिवानी के नाखूनो का दर्द सा महसूस हुआ पर मेरा लंड अब दुबारा हरकत मे आने लगा था.. मैने शिवानी से कहा....
" शिवानी तुमने अब तक कोई भी बॉय फ्रेंड नही बनाया...... ना ही तुमने कोई ऐसी अंतरंग सहेली जो तुम्हे सेक्स के बारे मे बता सके...मुझे तो लगता है तुमने कभी ब्लू फिल्म भी नही देखी होगी"मैं बात करते हुए शिवानी के मम्मे और चूत के उपेर का हिस्सा भी सहला रहा था...
" क्या तुम ब्लूफिल्म देखना चाहोगी" मैने शिवानी से कहा...
उसने अपनी सहमति दे दी
मैने डीवीडी ऑन कर दिया हम पिक्चर भी देख रहे थे और बात भी कर रहे थे
" हा डीवीडी... मुझे तुम्हे देखने के पहले कोई इंटरेस्ट नही था.... पर जब पहली बार तुमको देखा तो उसी होटेल मे मेरी एक सहेली की एंगेज्मेंट हो रही थी.... तुम्हे देखते ही मेरी पॅंटी गीली हो गई और मेरी वो फड़कने लगी....." वो अभी भी खुल कर लंड और चूत नही बोल रही थी
" क्या फड़कने लगी थी" मैने पोछा
"अरे यह......" उसने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चूत पर दबा दिया....
इसका कुछ नाम है.... मैने कहा
हा मेरी पुसी.... चूत....... ..
"फिर क्या हुआ..."
मैं बाथरूम गई और चड्डी उतारकर उसपर हाथ फेरा तो अछा लगा कुछ देर हाथ फेरती रही तो मेरी पेशाब निकल गई और मैं अपने आप को फ्रेश महसूस करने लगी......"