इस लिए आज वो जी भर कर मस्ती के करने के मूड में थी…पायल ने अंधेरे में ही अपने और साहिल के बीच में सो रहे वंश को उठा कर दूसरी तरफ लिटाना चाहा…पर उससे वंश उठ कर रोने लगा….फिर पायल ने वंश को दीवार की तरफ लेटा दिया….और खुद साहिल की तरफ आते हुए, अपनी कमीज़ को ऊपेर उठा कर वंश को दूध पिलाने लगी….
रात को पायल ने बाथरूम में जाकर पहले से ब्रा उतार दी….इस लिए पायल अब सिर्फ़ सलवार कमीज़ में थी…..वंश को दूध पिलाते हुए पायल के दिमाग़ में अचानक कुछ आया, और उसने वंश को अपनी बाजू में उठा कर पीठ के बल लेटते हुए, वंश को अपने पेट पर लेटा लिया…..अब वंश अपनी मा के ऊपेर लेटा हुआ दूध पी रहा था….
पायल ने अपने दूसरे हाथ को साहिल की तरफ बढ़ाया…पायल का हाथ बिस्तर के साथ रेंगता हुआ साहिल के बाजू पर आ गया…..पायल ने झट से साहिल का बाजू पकड़ कर अपनी तरफ खेंचा….साहिल बिना किसी विरोध के पायल के पास सरक गया…पायल ने धीरे से साहिल के कान में कहा….
पायल: साहिल वंश दूध पी रहा है, तो पीयेगा….
साहिल चाची की बात सुन कर कुछ ना बोल पाया….पायल एक हाथ से वंश को अपने ऊपेर थामे हुए, उसे दूध पिला रही थी, और पायल ने दूसरे हाथ से साहिल का हाथ पकड़ अपने दूसरे मम्मे के ऊपेर रख दिया….जैसे ही साहिल का हाथ पायल के नरम -2 मम्मे पर पड़ा….साहिल को बिजली सा तेज झटका लगा….उसके मोटे काले निपल्स जो आधा इंच लंबे थे..साहिल को अपनी हथेलयों में नर्मी से चुभते हुए महसूस होने लगा….
पायल ने उसके हाथ को अपने मम्मे पर दबाते हुए सिसकते हुए साहिल के कान में फिर से कहा….”साहिल पी ले ना..देख कितना दूध भरा है, मेरे मम्मे में…आजा जल्दी कर ऊपेर आ जा….”
साहिल धीरे-2 करवट के बल लेट गया, और पायल ने उसके सर के नीचे हाथ डाल कर उसे थोड़ा सा ऊपेर उठाते हुए, अपने मम्मे पर रख दिया…साहिल तो जैसे उसके मम्मे से उठ रही खुसबू को सूंघते ही मदहोश सा होने लगा..उसने पायल के ऊपेर झुकते हुए दूसरे मम्मे को मूह में भर लिया….और उसके निपल को अपने होंठो में दबा-2 कर चूसने लगा….पायल का बदन मस्ती से काँप गया….उसने एक हाथ से साहिल के सर को धीरे-2 सहलाते हुए फुसफुसाया…”आहह साहिल चूस ले बेटा तेरी चाची ने तेरे लिए ये दूध बचा कर रखा है…..”
साहिल चाची की बात सुन कर और जोश में आ गया, और ज़ोर-2 से पायल के निपल को चूसने लगा…पायल के होंठ मस्ती में थरथराने लगे…दूसरी तरफ वंश दूध पीते हुए सो गया…पायल ने बड़ी ही सावधानी के साथ वंश को दीवार की तरफ लेटा दिया….और फिर साहिल को दोनो हाथों से पकड़ कर अपने ऊपेर खेंचना शुरू कर दिया…
अपनी चाची के दिल की बात जानते ही, साहिल खुद अपनी चाची के ऊपेर आ गया, पायल ने अपनी दोनो टाँगों को फेला लिया…जिससे साहिल की टाँगे पायल की दोनो जाँघो के बीच में आ गई….साहिल ने उसके मम्मे को चूसना जारी रखा, पायल अपनी चूत पर सलवार के ऊपेर से साहिल के तने हुए 5 इंच के लंड को सॉफ महसूस कर पा रही थी….
पायल की चूत की आग साहिल के लंड को अपने ऊपेर महसूस करके और भड़क उठी….उसने अपनी टाँगों को उठा कर साहिल की कमर के दोनो ओर से चढ़ा लिया…जिससे पायल की चूत अब ठीक साहिल के लंड के नीचे आ गयी थी…साहिल के निक्कर में तना हुआ लंड पायल की सलवार के ऊपेर से अंदर घुसने की कॉसिश कर रहा था….
पायल मस्ती में एक दम से सिसक उठी, अपनी बाहों को साहिल की पीठ पर कस कर अपने से और चिपका लिया….अब पायल की चूत में खुजली और बढ़ने लगी…पायल ने अपना एक हाथ दोनो जिस्मो के बीच नीचे की ओर बढ़ा कर साहिल के निक्कर के अंदर डाल दिया….और उसके पतले से 5 इंच के सख़्त हो चुके लंड को अपनी मुट्ठी में भर कर हिलाना शुरू कर दिया….
साहिल एक दम सिसक उठा, उसने पायल ने मम्मे से मूह हटा कर धीरे से फुसफुसाते हुए कहा” चाची मत करो ना..बहुत गुदगुदी हो रही है… पर पायल तो इस कदर गरम हो चुकी थी, कि साहिल की बात सुन ही नही रही थी. उसकी चूत अब लंड को अंदर लेने के फुदकने लगी थी….
छोटी सी जान चूतो का तूफान
Re: छोटी सी जान चूतो का तूफान
पायल: (साहिल के कान में काँपति हुई आवाज़ में) साहिल फुद्दि मारेगा…
साहिल: (धीरे से) क्या चाची….
पायल: मेरी फुद्दि मारेगा…
इससे पहले कि साहिल कुछ बोलता या कहता…उसने साहिल को अपने ऊपेर से उठाते हुए, अपनी टाँगों के बीच घुटनो के बल बैठा दिया…फिर अपनी सलवार का नाडा खोल कर अपनी सलवार को घुटनों तक उतारते हुए, उठ कर बैठ गई.. फिर उसने साहिल के निक्कर को अंधेरे में उसकी जाँघो तक सरका दिया…और उसके लंड को पकड़ कर दो चार बार हिलाया….
साहिल का लंड तन कर तैयार था…..पायल ने अपनी टाँगों को घुटनो से मोडते हुए पीठ के बल लेटना शुरू कर दिया, और साथ में साहिल को उसके कंधो से पकड़ कर अपने ऊपर झुकाना शुरू कर दिया…साहिल का सारा वजन पायल के घुटनो में अटकी सलवार के ऊपर आ गया…जिससे उसकी जांघे जो फेली हुई थी. बंद हो गई….पर पूरी तरह नही क्योंकि बीच में साहिल फँस गया था….पायल बहुत जल्द बाज़ी में ये सब कर रही थी….
एक बार तो उसने सोचा कि वो अपनी सलवार को उतार दे, और साहिल को अपने ऊपेर चढ़ा कर चुदवा ले, पर गीता से पकड़े जाने का डर बना हुआ था…इसलिए वो अपनी सलवार को अपने पैरो से नही निकालना चाहती थी…उसने अपना एक हाथ नीचे लेजाते हुए साहिल के लंड को पकड़ लिया, और उसके लंड को पकड़ते हुए अपनी फुद्दि की फांकों पर रगड़ने लगी….
पर जैसे ही साहिल का लंड पायल की चूत के छेद पर लगा…दूसरी तारफ़ से चारपाई के चरमराने की आवाज़ आई….शायद चारपाई से नीचे उतर रही थी. पायल का तो केलज़ा मूह को आ गया…उसने जल्दी से साहिल को पकड़ कर साइड में किया,और जल्दी से अपनी सलवार को ऊपेर खेंचते हुए नाडा बाँध लिया..
साहिल भी समझ गया था कि, गीता चारपाई से उठ रही है…वो फुर्ती के साथ साइड में आकर लेट गया…और अपनी इलास्टिक वाली निक्कर ऊपेर कर ली….थोड़ी देर में रूम के लाइट ऑन हुई, और गीता डोर खोल कर बाहर चली गई.. शायद बाथरूम में गई थी….
जैसे ही गीता बाथरूम के बाहर गई….पायल ने आँख खोल कर साहिल की तरफ देखा..साहिल डोर की तरफ देखा रहा था…जब उसने पायल की तरफ देखा तो पायल ने लंबी साँस ली, और फिर होंठो पर मुस्कान लाते हुए बोली “तोब्बा आज तां बच गई” फिर दोनो हँसने लगे….
थोड़ी देर बाद गीता वापिस रूम में आ गई…उसने लाइट ऑफ की, और फिर से चारपाई पर लेट गई… पायल मन ही मन गीता को गलियाँ देते हुए सोने के कॉसिश करने लगी…वो फिर से रिस्क नही लेना चाहती थी…इस लिए उसने सो जाना ही बेहतर समझा, और किसी अच्छे मोके का इंतजार था…उसे ......
साहिल: (धीरे से) क्या चाची….
पायल: मेरी फुद्दि मारेगा…
इससे पहले कि साहिल कुछ बोलता या कहता…उसने साहिल को अपने ऊपेर से उठाते हुए, अपनी टाँगों के बीच घुटनो के बल बैठा दिया…फिर अपनी सलवार का नाडा खोल कर अपनी सलवार को घुटनों तक उतारते हुए, उठ कर बैठ गई.. फिर उसने साहिल के निक्कर को अंधेरे में उसकी जाँघो तक सरका दिया…और उसके लंड को पकड़ कर दो चार बार हिलाया….
साहिल का लंड तन कर तैयार था…..पायल ने अपनी टाँगों को घुटनो से मोडते हुए पीठ के बल लेटना शुरू कर दिया, और साथ में साहिल को उसके कंधो से पकड़ कर अपने ऊपर झुकाना शुरू कर दिया…साहिल का सारा वजन पायल के घुटनो में अटकी सलवार के ऊपर आ गया…जिससे उसकी जांघे जो फेली हुई थी. बंद हो गई….पर पूरी तरह नही क्योंकि बीच में साहिल फँस गया था….पायल बहुत जल्द बाज़ी में ये सब कर रही थी….
एक बार तो उसने सोचा कि वो अपनी सलवार को उतार दे, और साहिल को अपने ऊपेर चढ़ा कर चुदवा ले, पर गीता से पकड़े जाने का डर बना हुआ था…इसलिए वो अपनी सलवार को अपने पैरो से नही निकालना चाहती थी…उसने अपना एक हाथ नीचे लेजाते हुए साहिल के लंड को पकड़ लिया, और उसके लंड को पकड़ते हुए अपनी फुद्दि की फांकों पर रगड़ने लगी….
पर जैसे ही साहिल का लंड पायल की चूत के छेद पर लगा…दूसरी तारफ़ से चारपाई के चरमराने की आवाज़ आई….शायद चारपाई से नीचे उतर रही थी. पायल का तो केलज़ा मूह को आ गया…उसने जल्दी से साहिल को पकड़ कर साइड में किया,और जल्दी से अपनी सलवार को ऊपेर खेंचते हुए नाडा बाँध लिया..
साहिल भी समझ गया था कि, गीता चारपाई से उठ रही है…वो फुर्ती के साथ साइड में आकर लेट गया…और अपनी इलास्टिक वाली निक्कर ऊपेर कर ली….थोड़ी देर में रूम के लाइट ऑन हुई, और गीता डोर खोल कर बाहर चली गई.. शायद बाथरूम में गई थी….
जैसे ही गीता बाथरूम के बाहर गई….पायल ने आँख खोल कर साहिल की तरफ देखा..साहिल डोर की तरफ देखा रहा था…जब उसने पायल की तरफ देखा तो पायल ने लंबी साँस ली, और फिर होंठो पर मुस्कान लाते हुए बोली “तोब्बा आज तां बच गई” फिर दोनो हँसने लगे….
थोड़ी देर बाद गीता वापिस रूम में आ गई…उसने लाइट ऑफ की, और फिर से चारपाई पर लेट गई… पायल मन ही मन गीता को गलियाँ देते हुए सोने के कॉसिश करने लगी…वो फिर से रिस्क नही लेना चाहती थी…इस लिए उसने सो जाना ही बेहतर समझा, और किसी अच्छे मोके का इंतजार था…उसे ......
Re: छोटी सी जान चूतो का तूफान
Agli subhe Sunday tha….isiliye school nahi jana tha….geeta jiss maksad se yahan aye thee..wo chachi ke rehate hue poora nahi ho paa raha tha….geeta bhee udass see ho gai….subhe 10 baje payal ka maa neelam ghar par aa gai. Sath men payal ke bhabhi poonam bhee thee…
Payal unke liye chai nasta bana ka le aye….aur sath baith kar chai peene lagee….sahil to kab se ghar se nikal kar apne dosto ke pas school ke ground men phunch chuka tha….waha jakar wo cricket kehalne laga…
Dusri taraf payal ke man ne usse apne ane ke bare men bata rahi thee…
Neela: dekho naa aajkal mousm hee kitna kharab hai.har koi beemar padha hai..iske baba (poonam ke pita) ke tabayt bhee achaanak kharab ho gai hai. isiliye men iske sath jaa rahi hun…socha unki bhee khabar le laun…
Payal: achha isiliye aap dono taiyaar hokar aye hai….
Neelam: haan beta….ye geeta ke uniform aur bag bhee sath men le aye hai. kal idhar se hee seedha school chali jayeg….ab isse ghar par akela chod kar kaise jate….
Ye sun kar payal gusse tilmila uthi….matlab aaj bhee wo sahil ke sath kuch nahi kar payeg….aur ooper se didi bhee aaj wapis aa jayeg….phir to raat ko wo apne kamre men maa ke sath soyega….
Payal: (thoda sa udaas hote hue) theek hai maa ye bhee to aapka hee ghar hai. geeta ek din aur yahan reh lege to kuch kam nahi jo jayega humare ghar.
Neelam: achha beta ab hum chalte hai…waise sahil kaha hai, nazar nahi aa raha….
Payal: dosto ke sath khelane gaya hai….school ke ground men hoga…
Neelam: haan jab waha se aa rahe thee…..wo bacho ne waha khoob shor machaya hua tha…wahi honge….
Uske baad neelam aur poonam chale gai…..payal beman se ghar ke kamo men lag gai……geeta bhee poonam ke sath hath batane lagee….dophar ko sahil ghar aa gaya….sab ne mil kar dophar ka khaanaa khaya, aur phir payal ke room men aram karne lagee….abhi payal soye hee thee, ki phone ke ghanti bajane lagee….payal uth kar neha ke room men jane lagi, kyonki phone neha aur kulwant singh ke room men tha….
Payal jab waha jakar phone uthai hai to dusri taraf se neha ke awaz atti hai..
Payal: haan kaise ho didi ?
Neha: men theek hun suna ghar sab theek hai naa ?
Payal: haan didi sab theek hai….ab baba kaise hai aapke ?
Neha: pehale se ab unki tabayat theek hai…achha sun sahil ne jyaadaa tang to nahi kya….
Payal: arre nahi didi bikul bhee tang nahi kya.abhi bhee so raha hai….
Neha: achha theek hai.sun men aaj bhee nahi aa paungi…
Payal: koi baat nahi didi aap jab marji ho aanaa….
Neha: achha sahil apna aur vansh ka khyaal rakhana….men kal taka a jaungi…
Payal: theek hai didi…
Uske baad payal phone rakh kar apne room men aa jati hai..sahil to so chuka tha…..par geeta abhi jaag rahi thee….
Geeta: kiska phone tha didi…..
Payal: wo didi ka phone tha….
Geeta: achha ab unke baba kaise hai….
Payal: didi keh rahi thee ki, pehale se behatar hai….
Geeta: kab aa rahi hai mousi…..
Payal: kal tak aa jaynege…..
Phir uske baad payal aur geeta bhee so jate hai….aur sham ko payal 5 baje uth kar sab ko jagati hai….geeta aur sahil bari-2 mooh hath dho kar angaan men charpai bicha kar baith jate hai…geeta vansh ko apni godh men laye hue baithi thee….tabhi bahar se door knock hone ke awaz atti hai….
Payal bahar jakar gate kholati hai, to samane geeta ke saheli jo ki unke gaon ke thee…aur geeta ke class mate thee, simran wo khadi thee…usne payal ko bhabhi keh kar namste kaha….
Simran: didi geeta yahan aye hui hai ?
Payal: haan. Ander aao..
Simran payal ke sath ander aa jati hai….aur geeta ko dekhate hue bolti hai… kameeni kal se yahan hai, aur mujhse milane bhee nahi aye….
Geeta: ohh sorry yaar time hee nah mila…
Simran: achha itna busy ho gai tu didi ke ghar aake…kyon bhabhi humari sehali se kitna kaam karwati ho….