दीप्ति बोली, तुझे कोई पाँच महीने पहले मैने बताया था ना कि मेरी सगाई पक्की हो गयी है.
मैने कहा, हां, हां, और मैने कहा था कि देर आए दुरुस्त आए, क्या नाम था तुम्हारे फियान्से का ?
दीप्ति बोली, महेश
मैने कहा, अरे हां महेश, तो क्या परेशानी है ?
दीप्ति बोली, अरे यार वो सगाई होते ही बार बार फोन करने लगा
मैने पूछा, तो इस में बुराई क्या है, आज कल तो फोन आम बात है.
दीप्ति बोली, सुन तो सही यार,
मैने कहा, ठीक है, बताओ मैं सुन रही हूँ.
दीप्ति के शब्दो में :----
पहले पहले जब महेश का फोन आया तो मुझे सब कुछ नॉर्मल लगा, वो दिन में कोई एक या दो बार ही फोन करता था. अक्सर यही पूछता था कि कैसी हो दीप्ति, आज काम ज़यादा है क्या ?
पर अचानक, वो दिन हो या रात, बार बार फोन करने लगा,
अब तुम्हे तो पता ही है ऋतु, मैं असिस्टेंट मॅनेजर की जॉब पर हूँ और मुझे हर वक्त ऑफीस में कुछ ना कुछ काम होता है, और वो किसी भी वक्त फोन खड़का देता था.
चलो यहा तक भी ठीक था, धीरे धीरे वो मुझ से अश्लील बाते करने लगा. जैसे की एक बार मैं ऑफीस में ज़रूरी प्रॉजेक्ट रिपोर्ट बना रही थी कि अचानक महेश का फोन आ गया.
मैने कहा, मैं अभी बिज़ी हूँ, क्या हम थोड़ी देर में बात करें.
वो बोला, शादी के बाद कभी अगर मुझे फक करने की इच्छा हुई तो क्या तब भी यही कहोगी की बाद में फक करेंगे.
आइ जस्ट कुड नोट से ए सिंगल वर्ड, आइ नेवेर एवर इन माइ लाइफ हर्ड सम्तिंग लाइक दिस.
मैने कहा, महेश ये क्या मज़ाक है, मुझे ऐसी बाते बिल्कुल पसंद नही.
वो बोला, मेरी जान शादी के बाद क्या तुम मेरे साथ रामायण का पाठ करोगी ?
मैने फोन काट दिया और फोन को स्विच ऑफ कर दिया. मैं दुबारा उष्की बकवास नही सुन-ना चाहती थी.
अपना सारा काम ख़तम कर के ही मैने फोन ऑन किया.
फोन ऑन करते ही महेश का फोन आ गया.
वो बोला, सॉरी तुम तो बुरा मान गयी, मैं तो मज़ाक कर रहा था.
मैने कहा, मज़ाक ?
वो बोला, हां मज़ाक.
मैने कहा, पर मुझे ऐसा मज़ाक बिल्कुल पसंद नही है.
वो हंसते हुवे बोला, कही तुम लेज़्बीयन तो नही हो ?
मैने पूछा, क्या मतलब ?
वो बोला, कुछ नही दीप्ति, बस यू ही मज़ाक कर रहा हूँ, तुम तो बात बात पर परेशान हो जाती हो. तुम्हे नही लगता कि हमें अब खुल कर बाते करनी चाहिए
मैने कहा, महेश, मुझे बहुत काम होता है, तुम समझते क्यो नही ?
वो बोला, चलो ठीक है, जब तुम फ्री हुवा करो तो मुझे मिस कॉल कर दिया करो, मैं खुद फोन कर लूँगा.
मैने कहा, प्लीज़ बुरा मत मानो, मुझे थोड़ा वक्त दो.
क्रमशः...................
छोटी सी भूल compleet
Re: छोटी सी भूल
गतांक से आगे .........................
वो बोला, ठीक है, तुम चिंता मत करो मैं तो यू ही हँसी मज़ाक कर लेता हूँ.
उस दिन के बाद कुछ दीनो तक उसने मुझे परेशान नही किया.
पर एक दिन अचानक वो मेरे ऑफीस आ गया. लंच टाइम था, मैं अपने कॅबिन में थी और कुछ ज़रूरी पेपर वर्क कर रही थी.
वो सीधा मेरे कॅबिन में घुस्स गया, और बोला, सोचा आज खुद चल कर देख लूँ कि कितनी बिज़ी है मेरी होने वाली पत्नी ? तुम तो लंच ब्रेक में भी काम कर रही हो !!
मैं महेश को वाहा देख कर चोंक गयी थी.
मैं फॉरन अपनी शीट से उठ गयी.
वो मेरे सामने रखी कुर्सी पर बैठ गया.
वो बोला, तुम्हे कहीं बुरा तो नही लग रहा कि मैं बिना बताए आ गया ?
मैने कहा, नही, नही, कोई बात नही.
उसने कहा, फिर ठीक है. पर एक बात है, आज तुम बहुत सुंदर लग रही हो, मन कर रहा है कि अभी तुम्हारे साथ शादी कर के तुम्हे हनिमून पर ले जाउ.
मैं शर्मा कर रह गयी. पर मैं हैरान थी कि अभी मेरे और महेश के बीच कोई गहरा रिस्ता नही बना है, सिर्फ़ एंगेज्मेंट ही तो हुई है, अभी तो एक दूसरे को आछे से जानते भी नही है, फिर भी वो मुझ से ऐसी बाते करने लगा है.
थोड़ी देर वो यू ही यहा वाहा की बाते करता रहा.
सडन्ली ही सेड, कॅन यू डू वन थिंग फॉर मी ?
आइ सेड, व्हाट ?
ही सेड, कॅन यू शो मी युवर बूब्स ? (क्या तुम मुझे अपने बूब्स दिखा सकती हो)
मैने कहा, वॉट ? हाउ कॅन यू आस्क सच थिंग ? यू आर अगेन डिसटरबिंग मी.
वो बोला, अरे इसमें डिस्टर्ब होने की क्या ज़रूरत है, तुम मेरी होने वाली पत्नी हो, हनिमून पर भी तो धीखाओगि
मैने पूछा, तुम्हारे पास ऐसी बातो के अलावा, कोई और बात नही होती क्या ?
वो बोला, बाते तो बहुत है, पर जब सामने तुम्हारे जैसी हाशीना हो तो ऐसी बाते अपने आप हो जाती है.
मैने कहा, लंच टाइम ओवर होने वाला है, मुझे शायद एक मीटिंग में जाना पड़े.
मैं उसे किसी तरह से वाहा से भेजना चाहती थी
वो बोला, ठीक है तुम बस मुझे अपने बूब्स दिखा दो, हनिमून से पहले मैं उन्हे देख कर ही काम चला लूँगा.
मैने कहा, प्लीज़ महेश कैसी बाते करते हो ?
वो गिड़गिदा कर बोला, प्लीज़ दिखा दो ना, मैं तुम्हारा फियान्से हूँ, कोई गैर नही हूँ.
मैने कहा, वो तो ठीक है, पर तुम्हे पता होना चाहुए कि मैं अभी ऑफीस में हूँ, यहा मैं ऐसा कैसे कर सकती हूँ.
वो बोला, बस एक मिनूट की बात है,
ये कह कर वो अपनी शीट से उठ कर मेरे पास आ गया और बोला, तुम्हे अपनी शर्ट के बटन खोलने में शरम आ रही है तो लाओ मैं खुद खोल कर देख लेता हूँ.
मैने कहा, नही ये क्या कर रहे हो तुम ?, समझते क्यो नही हो,
ये कह कर मैं अपनी शीट से उठ कर कॅबिन की खिड़की के पास आ गयी.
वो बोला, ठीक है, तुम अगर अपने होने वाले पति को अभी कुछ नही दिखाना चाहती तो कोई बात नही, पर मैं तुम्हे कुछ दिखाना चाहता हूँ, मेरी तरफ मूड कर देखो.
वो बोला, ठीक है, तुम चिंता मत करो मैं तो यू ही हँसी मज़ाक कर लेता हूँ.
उस दिन के बाद कुछ दीनो तक उसने मुझे परेशान नही किया.
पर एक दिन अचानक वो मेरे ऑफीस आ गया. लंच टाइम था, मैं अपने कॅबिन में थी और कुछ ज़रूरी पेपर वर्क कर रही थी.
वो सीधा मेरे कॅबिन में घुस्स गया, और बोला, सोचा आज खुद चल कर देख लूँ कि कितनी बिज़ी है मेरी होने वाली पत्नी ? तुम तो लंच ब्रेक में भी काम कर रही हो !!
मैं महेश को वाहा देख कर चोंक गयी थी.
मैं फॉरन अपनी शीट से उठ गयी.
वो मेरे सामने रखी कुर्सी पर बैठ गया.
वो बोला, तुम्हे कहीं बुरा तो नही लग रहा कि मैं बिना बताए आ गया ?
मैने कहा, नही, नही, कोई बात नही.
उसने कहा, फिर ठीक है. पर एक बात है, आज तुम बहुत सुंदर लग रही हो, मन कर रहा है कि अभी तुम्हारे साथ शादी कर के तुम्हे हनिमून पर ले जाउ.
मैं शर्मा कर रह गयी. पर मैं हैरान थी कि अभी मेरे और महेश के बीच कोई गहरा रिस्ता नही बना है, सिर्फ़ एंगेज्मेंट ही तो हुई है, अभी तो एक दूसरे को आछे से जानते भी नही है, फिर भी वो मुझ से ऐसी बाते करने लगा है.
थोड़ी देर वो यू ही यहा वाहा की बाते करता रहा.
सडन्ली ही सेड, कॅन यू डू वन थिंग फॉर मी ?
आइ सेड, व्हाट ?
ही सेड, कॅन यू शो मी युवर बूब्स ? (क्या तुम मुझे अपने बूब्स दिखा सकती हो)
मैने कहा, वॉट ? हाउ कॅन यू आस्क सच थिंग ? यू आर अगेन डिसटरबिंग मी.
वो बोला, अरे इसमें डिस्टर्ब होने की क्या ज़रूरत है, तुम मेरी होने वाली पत्नी हो, हनिमून पर भी तो धीखाओगि
मैने पूछा, तुम्हारे पास ऐसी बातो के अलावा, कोई और बात नही होती क्या ?
वो बोला, बाते तो बहुत है, पर जब सामने तुम्हारे जैसी हाशीना हो तो ऐसी बाते अपने आप हो जाती है.
मैने कहा, लंच टाइम ओवर होने वाला है, मुझे शायद एक मीटिंग में जाना पड़े.
मैं उसे किसी तरह से वाहा से भेजना चाहती थी
वो बोला, ठीक है तुम बस मुझे अपने बूब्स दिखा दो, हनिमून से पहले मैं उन्हे देख कर ही काम चला लूँगा.
मैने कहा, प्लीज़ महेश कैसी बाते करते हो ?
वो गिड़गिदा कर बोला, प्लीज़ दिखा दो ना, मैं तुम्हारा फियान्से हूँ, कोई गैर नही हूँ.
मैने कहा, वो तो ठीक है, पर तुम्हे पता होना चाहुए कि मैं अभी ऑफीस में हूँ, यहा मैं ऐसा कैसे कर सकती हूँ.
वो बोला, बस एक मिनूट की बात है,
ये कह कर वो अपनी शीट से उठ कर मेरे पास आ गया और बोला, तुम्हे अपनी शर्ट के बटन खोलने में शरम आ रही है तो लाओ मैं खुद खोल कर देख लेता हूँ.
मैने कहा, नही ये क्या कर रहे हो तुम ?, समझते क्यो नही हो,
ये कह कर मैं अपनी शीट से उठ कर कॅबिन की खिड़की के पास आ गयी.
वो बोला, ठीक है, तुम अगर अपने होने वाले पति को अभी कुछ नही दिखाना चाहती तो कोई बात नही, पर मैं तुम्हे कुछ दिखाना चाहता हूँ, मेरी तरफ मूड कर देखो.
Re: छोटी सी भूल
जैसे ही मैं मूडी, तो पाया की वो बिल्कुल मेरे पीछे खड़ा था.
मैने पूछा, क्या दिखाना चाहते हो ?
वो मुस्कुराते हुवे बोला, ध्यान से देखो तुम्हे दिख जाएगा.
मैं कुछ कुछ समझ गयी थी, मैने नज़रे झुका कर देखा तो हैरान रह गयी.
महेश ने अपनी पॅंट की ज़िप खोल कर अपने पेनिस को बाहर निकाल रखा था और वो किसी डंडे की तरह तना हुवा था.
मैने कहा, महेश ये सब क्या है, तुम इतने उतावले क्यो हो, क्या हम ये सब शादी के बाद नही कर सकते ?
वो बोला, कर सकते का तो सवाल ही नही, करेंगे ही कहो, आइ विल फक यू लाइक एनितिंग
आइ सेड, ओह गॉड, यू आर टू मच. यू मस्ट लीव नाउ, आइ हॅव तो प्रिपेर फॉर मीटिंग.
ही सेड, ओके आइ विल गो, बट फर्स्ट, योउ हॅव टू टेक माइ पेनिस इन युवर माउथ.
आइ सेड, वॉट ???? आर यू क्रेज़ी ओर सम्तिंग, फर्गेट ऑल दिस नॉनसेन्स, आंड गेट दा हेल आउट ऑफ हियर. आइ थिंक आइ विल रीकन्सिडर अबाउट अवर मॅरेज प्लान. आइ मे नोट मॅरी यू, इफ़ यू बिहेव लाइक दिस.
ही सेड, ओह नो यार, यू आर टेकिंग इट इन रॉंग सेन्स. मैं तो बस यू ही पूछ रहा था, अगर तुमने सक नही करना तो कोई बात नही.
ये सुन कर मैं थोड़ी शांत हुई.
मैने कहा, ठीक है पर तुम्हे समझना चाहिए. मुझे थोड़ा वक्त दो, पहले हम एक दूसरे को जान तो ले.
वो बोला, मैं सब समझता हूँ, पर क्या करूँ तुम्हे देख कर बहक जाता हूँ, तुम अगर जल्दी शादी के लिए मान जाती तो आज मैं तुम्हारी आछे से ले रहा होता, पर तुम्हे तो अपने करियर की पड़ी है.
मैने कहा, अगर ऐसा है तो किसी और से शादी कर लो, मैने तुम्हे मजबूर नही किया है. तुम किसी भी वक्त ये सगाई तोड़ कर किसी और को अपना जीवन साथी चुन सकते हो.
वो बोला, कैसी बात करती हो, अगर बीवी बनाना है तो बस तुम्हे, मैं तुम्हारा इंतेज़ार करूँगा.
मैं थोड़ा भावुक हो गयी और बोली, थॅंकआइयू महेश, प्लीज़ मुझे वक्त दो, अभी तो हम एक दूसरे को आछे से जानते भी नही है, फिर मैं कैसे ये सब………………..
वो बोला, मैं जानता हूँ, पर क्या करूँ, मैं तुम्हारा दीवाना बन गया हूँ, इंतेज़ार करना मुश्किल हो रहा है.
आइ सेड, आइ अंडरस्टॅंड महेश, बट……………….
वो बोला, समझती हो पर कुछ करती नही हो. तुम्हे नही लगता कि तुम्हे मेरे लिए कुछ करना चाहिए.
मैने कहा, मैं क्या कर सकती, समझा करो.
वो बोला, मैं तुम्हारा इंतेज़ार करने के लिए तैयार हूँ, बदले में तुम, कम से कम एक ब्लोवजोब तो दे ही सकती हो.
मैं गहरी चिंता में डूब गयी.
वो बोला, क्या सोच रही हो, प्लीज़ एक बार मूह में ले लो ना.
मैने कहा, पर तुम्हे पता होना चाहिए कि इस वक्त हम कहा है ?
वो बोला, बस एक मिनूट की बात है, जस्ट टेक इट इन युवर माउथ आंड लेट मी एंजाय फॉर ए मोमेंट
मैने कहा, पर
वो बीच में ही बोल पड़ा, पर पर कुछ नही, शादी के बाद भी तो करोगी.
मैने कहा, हां पर यहा कैसे कर सकते है ?
वो बोला, ठीक है फिर तुम्हारे ऑफीस के बाहर मेरी कार खड़ी है, कही और चलते है.
मैने कहा, महेश मुझे इंपॉर्टेंट मीटिंग में भी जाना है.
वो बोला, मीटिंग मुझ से ज़्यादा इंपॉर्टेंट है क्या, कोई बहाना बना दो.
आइ वाज़ वेरी कन्फ्यूज़्ड, व्हाट टू डू ?
ही सेड, कम ऑन यार डॉन’ट बी सो रूड टू मी.
मैने कहा, इट्स वेरी इंपॉर्टेंट महेश, इश् मीटिंग में मेरा जाना बहुत ज़रूरी है. फिर कभी देखेंगे.
वो बोला, तो फिलहाल, मेरे लंड को थोड़ा सा मूह में ले लो, बस एक मिनूट के लिए. मैं तड़प रहा हूँ, प्लीज़…. !!
मैं कुछ समझ नही पा रही थी कि क्या करूँ, मैं वापस अपनी शीट पर आ कर बैठ गयी.
मैने पूछा, क्या दिखाना चाहते हो ?
वो मुस्कुराते हुवे बोला, ध्यान से देखो तुम्हे दिख जाएगा.
मैं कुछ कुछ समझ गयी थी, मैने नज़रे झुका कर देखा तो हैरान रह गयी.
महेश ने अपनी पॅंट की ज़िप खोल कर अपने पेनिस को बाहर निकाल रखा था और वो किसी डंडे की तरह तना हुवा था.
मैने कहा, महेश ये सब क्या है, तुम इतने उतावले क्यो हो, क्या हम ये सब शादी के बाद नही कर सकते ?
वो बोला, कर सकते का तो सवाल ही नही, करेंगे ही कहो, आइ विल फक यू लाइक एनितिंग
आइ सेड, ओह गॉड, यू आर टू मच. यू मस्ट लीव नाउ, आइ हॅव तो प्रिपेर फॉर मीटिंग.
ही सेड, ओके आइ विल गो, बट फर्स्ट, योउ हॅव टू टेक माइ पेनिस इन युवर माउथ.
आइ सेड, वॉट ???? आर यू क्रेज़ी ओर सम्तिंग, फर्गेट ऑल दिस नॉनसेन्स, आंड गेट दा हेल आउट ऑफ हियर. आइ थिंक आइ विल रीकन्सिडर अबाउट अवर मॅरेज प्लान. आइ मे नोट मॅरी यू, इफ़ यू बिहेव लाइक दिस.
ही सेड, ओह नो यार, यू आर टेकिंग इट इन रॉंग सेन्स. मैं तो बस यू ही पूछ रहा था, अगर तुमने सक नही करना तो कोई बात नही.
ये सुन कर मैं थोड़ी शांत हुई.
मैने कहा, ठीक है पर तुम्हे समझना चाहिए. मुझे थोड़ा वक्त दो, पहले हम एक दूसरे को जान तो ले.
वो बोला, मैं सब समझता हूँ, पर क्या करूँ तुम्हे देख कर बहक जाता हूँ, तुम अगर जल्दी शादी के लिए मान जाती तो आज मैं तुम्हारी आछे से ले रहा होता, पर तुम्हे तो अपने करियर की पड़ी है.
मैने कहा, अगर ऐसा है तो किसी और से शादी कर लो, मैने तुम्हे मजबूर नही किया है. तुम किसी भी वक्त ये सगाई तोड़ कर किसी और को अपना जीवन साथी चुन सकते हो.
वो बोला, कैसी बात करती हो, अगर बीवी बनाना है तो बस तुम्हे, मैं तुम्हारा इंतेज़ार करूँगा.
मैं थोड़ा भावुक हो गयी और बोली, थॅंकआइयू महेश, प्लीज़ मुझे वक्त दो, अभी तो हम एक दूसरे को आछे से जानते भी नही है, फिर मैं कैसे ये सब………………..
वो बोला, मैं जानता हूँ, पर क्या करूँ, मैं तुम्हारा दीवाना बन गया हूँ, इंतेज़ार करना मुश्किल हो रहा है.
आइ सेड, आइ अंडरस्टॅंड महेश, बट……………….
वो बोला, समझती हो पर कुछ करती नही हो. तुम्हे नही लगता कि तुम्हे मेरे लिए कुछ करना चाहिए.
मैने कहा, मैं क्या कर सकती, समझा करो.
वो बोला, मैं तुम्हारा इंतेज़ार करने के लिए तैयार हूँ, बदले में तुम, कम से कम एक ब्लोवजोब तो दे ही सकती हो.
मैं गहरी चिंता में डूब गयी.
वो बोला, क्या सोच रही हो, प्लीज़ एक बार मूह में ले लो ना.
मैने कहा, पर तुम्हे पता होना चाहिए कि इस वक्त हम कहा है ?
वो बोला, बस एक मिनूट की बात है, जस्ट टेक इट इन युवर माउथ आंड लेट मी एंजाय फॉर ए मोमेंट
मैने कहा, पर
वो बीच में ही बोल पड़ा, पर पर कुछ नही, शादी के बाद भी तो करोगी.
मैने कहा, हां पर यहा कैसे कर सकते है ?
वो बोला, ठीक है फिर तुम्हारे ऑफीस के बाहर मेरी कार खड़ी है, कही और चलते है.
मैने कहा, महेश मुझे इंपॉर्टेंट मीटिंग में भी जाना है.
वो बोला, मीटिंग मुझ से ज़्यादा इंपॉर्टेंट है क्या, कोई बहाना बना दो.
आइ वाज़ वेरी कन्फ्यूज़्ड, व्हाट टू डू ?
ही सेड, कम ऑन यार डॉन’ट बी सो रूड टू मी.
मैने कहा, इट्स वेरी इंपॉर्टेंट महेश, इश् मीटिंग में मेरा जाना बहुत ज़रूरी है. फिर कभी देखेंगे.
वो बोला, तो फिलहाल, मेरे लंड को थोड़ा सा मूह में ले लो, बस एक मिनूट के लिए. मैं तड़प रहा हूँ, प्लीज़…. !!
मैं कुछ समझ नही पा रही थी कि क्या करूँ, मैं वापस अपनी शीट पर आ कर बैठ गयी.