मारवाड़ की मस्त मलाई पार्ट --10
गतांक से आगे........................
शाम मे 7 बजे के करीब फोन से मेरी आँख खुली तो मम्मी थी मैं ने कहा के मम्मी यहा सब ठीक है आप इतमीनान से रहिए मैं हॉलिडेज़ मे अपनी पढ़ाई कर रहा हू टुशण वाघहैरा को भी जा रहा हू आप फिकर ना करे तो उन्हो ने इतमीनान की साँस ली और बोली के खाने का क्या कर रहे हो तो मैं ने बोला के कभी होटेल कभी दोस्तो के साथ ही खा ले रहा हू और फिर वो बे फिकर हो गयी तो मैं ने फोन रख दिया. फोन रखा ही था के पिंकी का फोन आ गया और मैं ने टेबल पर मेरी और आंटी की जो जो बातें हुई थी सब बता दिया फिर हम कुछ देर तक फोन सेक्स करते रहे, मैं मूठ मारता रहा और पिंकी चूत मे उंगली डाल के अपनी चूत को चोद्ती रही मैं मूठ मारते मारते अपनी क्रीम को आंटी की पॅंटी मे गिरा दिया और आंटी की पॅंटी से ही अपने लंड को पोंछ के लंड साफ किया और आंटी की वाइट सिल्की पॅंटी को अपने वॉर्डरोब मे रख दिया.
रात 9 बजे मैं बाहर निकला होटेल से खाना खा के घर वापस आया तो साढ़े दस बजे के करीब आंटी का फोन आया और इधर उधर की बातें करती रही तो मैं ने बोला के आंटी आप थोड़ी सी शराब पी कर ही आउट हो जाती हो इसी लिए आज पहले मालिश करेंगे उसके बाद ही आप शॅंपेन पी लेना और मैं वापस आ जाउ तो फिर आप सो जाना तो उन्हो ने कहा के ठीक है तुम जैसे कहते हो वैसे ही करेंगे फिर उन्हो ने पूछा के क्या तुम ने सच मुझे नंगा देखा है तो मैं ने कहा के हा आंटी पर एक बात है आप बोहोत खूबसूरत हो आंटी और आपका बदन भी बोहोत ही अछा है और आपके दूध तो वंडरफुल है लगता है किसी 20 साल की कुँवारी लड़की के हो. आंटी खामोशी से सुनती रही. फिर मैं ने बोला के आपको पता नही आपने मेरे हाथ पकड़ के अपने दूध पे रख लिया और मुझे बोला के दबाओ इनको तो मैं ने दबाया सच मैं बोहोत टाइट है और फिर आपने मुझे झुका के अपने दूध को मेरे मूह मे
डाल दिया और बोला के चूसो इनको तो मैं ने कुछ देर तक चूसा मुझे बोहोत अछा लगा मज़ा भी आया आंटी तो उन्हो ने कहा के चल शैतान झूट बोलता है तो मैं ने कहा सच आंटी आपकी कसम तो उन्हो ने एक ठंडी साँस भरी और बोली के चलो आज थोड़ा जल्दी आ जाओ सब लोग सो गये है तो मैं ने कहा के ठीक है मैं अभी आधे घंटे के अंदर पहुँच जाता हू आंटी तो उन्हो ने कहा के ठीक है मैं डोर्स खुले रखूँगी तुम कल की तरह अंदर आ जाना इसके बाद फोन बंद कर दिया. मैं ने इमीडीयेट्ली पिंकी को सारे प्रोग्राम के बारे मे बता दिया और आंटी के घर जाने की तय्यरी करने लगा.
मैंन टाइम पे उनके घर आ गया. प्लान के मुताबिक सारे डोर्स मेरे लिए खुले हुए थे. मैं अंदर आ गया तो देखा आंटी एक ट्रॅन्स्परेंट नाइटी पहेने रूम मैं इधर से उधर टेहल रही है मुझे देखते ही मेरे पास आ गयी और मेरा हाथ पकड़ के सोफे पे ले गयी. मेरे हाथ मे कल की तरह बॅग था जिस्मै कल की बाकी बची हुई शॅंपेन थी जिसे देख के आंटी खिल्ल उठी और पूछा के कितनी बची है तो मैं ने बोला के शाएद दो या तीन ग्लास के करीब होगी आंटी तो उन्हो ने कहा के राज थोड़ी सी पी लेने दो ना फिर तुम मालिश कर देना तो मैं ने कहा के ठीक है लैकिन सिर्फ़ एक ही ग्लास नही तो आप फिर से आउट हो जाओगी आंटी तो उन्हो ने बोला के ठीक है और सामने टेबल पे रखे ग्लास मे शॅंपेन डाल दिया तो आंटी चुस्की लेते हुए पीने लगी एक चुस्की लेने के बाद बोली के राज यह कैसा मज़ा हो गया है इसका तो मैं ने बोला के आंटी इस मे थोड़ी सी विस्की भी मिला दिया ताके आपको और मज़ा आए तो उन्हो ने बोला के ठीक है कोई बात नही विस्की भी चलेगी बहुत सालो बाद पी रही हू ना इसी लिए जल्दी ही नशा चढ़ रहा है और फिर आंटी ने एक ही घूँट मे पूरी शराब अपने हलक मे गटक गई और होटो पे ज़ुबान फिराने लगी . आज भी कमरे मे कल की तरह धीमी रोशनी का बल्ब जल रहा था ऑलमोस्ट अंधेरा ही था.
आंटी एक ग्लास शराब पी चुकी तो मैं ने बोला के आंटी कैसा फील कर रहे हो आप तो बोली के बोहोत मस्त दिख रहा तुम्हारी विस्की ने तो कमाल ही कर दिया है सारा बदन हल्का हो गया है जैसे मैं हवा मे उड़ रही हू बोहोत ही मज़ा आ रहा है तो मैं ने बोला आंटी मसाज करने से और ज़ियादा मज़ा आएगा तो उन्हो ने बोला कि चलो फिर आ जाओ और सोफे से उठ गयी. आज आंटी को थोड़ा थोड़ा नशा चढ़ा रहा था वो झूमते और धीमे चलते हुए मेरा हाथ पकड़ के बिस्तर पे लेट गयी और अपनी आँखें बंद करते हुए बोली के देखो राज यह लाइट भी बंद करदो मुझे शरम आती है तो मैं ने बोला के कोई बात नही आंटी पहले तेल तो ले लो ना तो उन्हो ने बोला के वाहा साइड टेबल पे रखा है तो मैं ने साइड टेबल से तेल की बॉटल उठा ली और लाइट के बल्ब का स्विच जो बेड पे पिल्लो के पास ही पड़ा हुआ
था तो आंटी ने उसको ऑफ कर दिया और कमरे मैं अंधेरा छा गया. आज भी आंटी ने जो नाइटी पहनी थी वो भी सामने से खुली हुई थी और आज भी आंटी ने ब्रस्सिएर नही पहनी थी बलके सिर्फ़ सिल्क पॅंटी ही पहने हुए थी तो मैं ने बोला के अरे आंटी याद आया आपकी पॅंटी भी तो है मेरे पास तो उन्हो ने बोला के लाओ दो मुझे तो मैं ने उनकी पॅंटी को उन्हे दे दिया जिसे उन्हो ने हाथ मे ले लिया अंधेरे की वजह से दिखाई तो कुछ नही दे रहा था लैकिन आंटी की पॅंटी मेरी क्रीम से कक़ची हो रही थी. उन्हो ने पूछा के यह क्या है राजा यह तो गीली है तो मैं ने बोला के आंटी सॉरी आंटी मैं ने उसको पहेन लिया था ना रात मे और फिर इस्मै मेरी मलाई निकल गयी आंटी तो वो हंस के पॅंटी को सूंघने लगी और बोली के वाह स्मेल तो अछी है और फिर मुझे अंधेररे मे ही हल्का सा नज़र आया के आंटी ने उसको थोड़ा सा ज़ुबान से टच भी किया और मेरी मलाई का स्वाद चख लिया और फिर मुझे वापस करते हुए बोली के तुम ने बोला था ने तुमको चाहिए यह पॅंटी तो अब इसे तुम ही रख लो तो मैं ने वो पॅंटी उसके हाथ से ले के अपने पॅंट की जेब मे रख दी.. आंटी बोली के राज्ज ओके चलो अब तुम मालिश स्टार्ट करो यह कहते हुए उन्हो ने अपनी टांग थोड़ी खोल ली जिस से उनकी नाइटी हट गयी और उनकी मस्त चिकने थाइस दिखाई देने लगे. कमरे मे फुल अंधेरा छाया हुआ था आंटी ने कमरे के कर्टन्स भी गिराए हुए थे. आंटी ने बोला के प्लीज़ राज थोड़ी सी और पीला दो ना तो मैं ने बोला के ठीक है आंटी लैकिन हाफ ग्लास बस उस से ज़ियादा नही तो उन्हो ने बल्ब ओन कर दिया और मैं आधा ग्लास विस्की मिली हुई शॅंपेन ले के आगेया और आंटी ने एक ही घूँट मे ग्लास खाली कर दिया और अपने होटो पर अपनी ज़ुबान फेरते हुए थॅंक्स राज बोला और फिर लाइट बंद कर दी.
मैं आंटी के पैरो के बीच मैं बैठ गया और दोनो हाथ उनकी टांगो पे रख दिए तो आंटी की मूह से एक सिसकारी निकल गयी आअहह तो मैं ने पूछा क्या आंटी कुछ दरद वाघहैरा तो नही है तो उन्हो ने कहा के नही राज ऐसा कुछ नही है बोहोत दीनो बाद किसी मर्द का हाथ लगा है ना मेरी टांगो पे तो बोफोत अछा महसूस हुआ. चलो तुम मसाज करो तो मैं ने पहले तो आंटी के पैरो को बिना तेल लगाए हुए ही उनके थाइस तक थोड़ा सा दबाया और जब मेरा हाथ उनके थिग्स पे चला गया तो मैने ने महसूस किया के उन्हो ने अपनी टाँगें थोड़ी खोल दी और उनका बदन थोड़ा सा अकड़ गया है पर उन्हो ने कुछ बोला नही. अब मेरी आँखें थोड़ा सा अंधेरे मे देखने के काबिल हो गयी थी लैकिन फिर भी उतना सॉफ दिखाई नही दे रहा था. मैने आयिल की बॉटल से उनकी दोनो टाँगो पे नीचे से ऊपेर थाइस तक आयिल की एक लंबी धार डाल दिया और आयिल की बॉटल को ढक्कन लगा के बाज़ू मे रख दिया और उनकी दोनो टाँगो पे दोनो हाथो से तेल को फैला दिया और नीचे से ऊपेर तक मालिश करने लगा. थोड़ी देर के
बाद आंटी के बदन ने पूरा तेल चूस लिया तो फिर से खूब बोहोत सारा तेल आंटी के दोनो टाँगो पे लगा दिया और इस से पहले के तेल नीचे बिस्तर पे गिरता मैं बॉटल को बंद कर के फिर से मालिश करना स्टार्ट कर दिया इसी बीच आंटी ने अपनी टाँगें कुछ और स्प्रेड कर दी थी और जब मैं उनकी रानो ( थाइस ) की मसाज कर रहा था तो उन्हो ने अपनी टाँगें घुटनो से थोड़ी से मोड़ ली जिस की वजह से आयिल उनकी पॅंटी तक उतर रहा था तो मैने बोला के आंटी तेल आपकी पॅंटी तक उतर रहा है कही आपकी कीमती पॅंटी तेल से खराब ना हो जाए तो उन्हो ने कहा तो क्या करू तो मैं ने बोला के आंटी अभी तो कमरे मे बिल्कुल ही अंधेरा है मुझे कुछ दिखाई भी नही दे रहा है अगर आप पॅंटी और नाइटी भी निकाल दो तो यह दोनो तेल से खराब नही होगी तो उन्हो ने कुछ बोला नही बस अपनी गंद थोड़ी से बिस्तर से ऊपेर उठा के मुझे पॅंटी निकालने का सिग्नल दे दिया और मैं ने तुरंत ही उनकी पॅंटी को निकाल दिया और आंटी ने अपनी नाइटी को ऊपेर तक खेच के उठा लिया और अपने शोल्डर से बाहर करते हुए नाइटी को पूरा निकाल दिया. अब मेरे सामने आंटी पूरी नंगी पड़ी थी मुझे आंटी के मस्त बूब्स और चिकनी चूत दिखाई देने लगी आहह क्या मस्त चूत थी थोड़े से मोटे पंखदिओं वाली चिकनी चूत. अब मैं सिर्फ़ आंटी के रानो का मसाज कर रहा था और और अब मेरे अंगूठे (थंब) आंटी की चूत के करीब तक जा रहे थे और आंटी के मूह से आअहह जैसी सिसकारियाँ निकल रही थी तो मैं ने पूछा के आंटी कैसा लग रहा है आंटी तो उन्हो ने बोला के बोहोत मस्त लग रहा है राज्ज बोहोत अछा लग रहा है बोहोत मज़ा आ रहा है मुन्नी भी ऐसा मसाज नही करती तुम्हारे हाथ मे तो जादू है तो मैं खुश हो गया और अपने हाथो मे थोडा और तेल लगा के आंटी के रानो पे डाल दिया और उनकी चूत तक बिंदास मालिश करने लगा. मैं उनकी खुली टाँगो के बीच घुटनो के बल बैठा था और मेरे लंड का तो बुरा हाल था वो मेरे पॅंट मे बोहोत ज़ोर से अकड़ चुका था. मेरी बेचैनी देख के आंटी ने पूछा के क्या हुआ राज ऐसे क्या कर रहे हो तो मैं ने बोला के आंटी यह पॅंट थोड़ा टाइट है ना इसी लिए तकलीफ़ हो रही है तो उन्हो ने नशेली आवाज़ मे बोला तकलीफ़ दे रहा है तो निकाल दो ना यहाँ कों देख रहा है हमै. मुझे उनकी आवाज़ सुन के लग गया के आंटी को अब नशा चढ़ने लगा है तो मैं ने पूछा के आंटी आप कुछ फील तो नही करोगी ना तो उन्हो ने कहा मुझे भी तो आख़िर शरम आ रही थी तुम्हारे कहने पे ही तो मैं ने भी अपनी पॅंटी निकाल दी है और अब तुम भी अपने पॅंट से मुक्त हो जाओ और वैसे भी अंधेरा ही तो है तो मैं ने दिल मे सोचा के मौका अछा है और अपनी जगह से उठ कर अपने पॅंट और शर्ट को निकाल के सोफे पे फेंक दिया और फिर बिस्तर पे बैठ गया और मालिश करने लगा. अब मैं बिंदास उनकी चूत तक का मसाज उंगलिओ से कर रहा था तो उन्हो ने बोला के बोहोत दीनो बाद एक
मर्द का हाथ मेरे बदन पे बोहोत अछा लग रहा है तो मैं ने मोका देख के पूछ लिया के क्यों आंटी सेठ साहिब आपको हाथ नही लगाते है क्या तो उन्हो ने खराब मूह बनाया और बोली के उनको अपने काम और पैसे से फ़ुर्सत मिले तो अपनी बीवी की तरफ देखेंगे ना हाथ लगाना तो दूर की बात है. अब मैं उनकी चूत के पंखदिओं की मालिश करने लगा तो आंटी ने अपनी गंद बेड से थोड़ा ऊपेर उठा लिया और सस्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकली तो मैं ने पूछा आंटी यहा भी मालिश करू तो आपको बुरा तो नही लगेगा तो उन्हो ने पैरो को थोडा और स्प्रेड करते हुए कहा के अरे नही मुझे तो बोहोत ही मज़ा आ रहा है बस अब तुम ज़रा अछी तरह से मालिश करदो तो मैं ने अपनी एक उंगली उनकी चूत के अंदर डाल दी और उनकी गंद एक दम से ऊपेर उठ गयी और मूह से आआआहह राआज्जजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज निकल गया तो मैं ने पूछा क्या आंटी तो लध खड़ाती आवाज़मे बोली हहाअईए ऐसे ही करो तो मैं ने उनकी चूत की अछी तरह से मालिश शुरू करदी और आंटी ने पैर घुटनो से कंप्लीट मोड़ लिए अब मैं सिर्फ़ आंटी की चिकनी चूत की मालिश कर रहा था अंगूठे से उनकी क्लाइटॉरिस को दबा रहा था और नीचे से ऊपेर तक मालिश और अब आंटी की गंद बिस्तर से उठ रही थी और मेरी उंगली को अंदर लेना चाहती थी और फिर मैं दोनो अंगूठो से क्लाइटॉरिस को मसाज करते करते दोनो अंगूठे उनकी चूत के अंदर घुसा दिए तो आंटी की गंद एक दम से ऊपेर उठ गयी और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ आहह राअज्जजज्ज बोहोत अछा लग रहा है ऐसे ही करो प्लीज़ और मैं ऐसे ही अंगूठे से उनकी चूत की मालिश करता रहा और देखते देखते वो अपनी गंद हवा मे उछलने लगी और उनकी चूत से रस बहने लगा सारे कमरे मे उनकी चूत के जूस की खुसबू महेकने लगी और जब उनका झड़ना ख़तम हुआ तो उनकी गंद अपनी जगह पे वापस आ गयी और उनकी साँसें तेज़ी से चल रही थी. मैं थोड़ी देर के लिए रुक गया. थोड़ी देर के बाद आंटी ने बोला के राज्ज तुम तो बड़ी मस्त मालिश करते हो तो मैं ने कहा आप जब बोलॉगी आंटी मैं आपकी इस से भी अछी तरह से मालिश कर दूँगा. अभी तो आपके आधे बदन की मालिश बाकी है वो भी कर दूँगा आप देखना आपको बोहोत ही मज़ा आएगा तो उन्हो ने कहा के पहले मुझे आधा ग्लास और बना के दो उसके बाद करना तो मैं उठ गया और आधा ग्लास शराब ला के आंटी को दिया जिसे उन्हो ने फिर से एक ही घूँट मे पी लिया.
मैं वापस उनकी टाँगो के बीच बैठ गया और उनकी मूडी हुई टाँगो को खेच को सीधा कर के स्प्रेड कर दिया और मैं दोनो टाँगो के बीचे मे थोड़ा और अंदर तक आगेया उनके थाइस को उठा के अपने थाइस के ऊपेर रख दिया और झुक के उनके पेट पे आयिल की धार डाल दिया और दोनो हाथ उनके पेट पे रखते ही उनका पेट अंदर को चला गया यह एक तरह का रे आक्षन था मेरे हाथो के स्पर्श का और मैं दोनो हाथ उनके पेट पे गोल गोल
घुमा के तेल को उनके पेट पे स्प्रेड करने लगा. अब मैं और आंटी दोनो फुल नंगे थे और मेरा लंड तो जोश से हिल हिल के आंटी की चिकनी चूत को सल्यूट कर रहा था. पेट पे धीरे धीरे हाथ घुमाते घुमाते मेरे हाथ आंटी के बूब्स को भी टच कर रहे थे और फिर मैं ने आंटी के बूब्स को अपने दोनो हाथो से ले के दबाना शुरू कर दिया तो एक बार फिर से आंटी के मूह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकली अब मैं सिर्फ़ आंटी के बूब्स को ही मसल रहा था और उनकी निपल्स को अंगूठे और उंगली के बीच मे पकड़ के मसल भी रहा था और ऐसी पोज़िशन मैं मुझे अपनी जगह से थोडा ऊपेर उतना पड़ रहा था जिस से आंटी की गंद थोड़ी ऊपेर उठ गयी थी और मेरा लंड आंटी की चूत के करीब आ गया था और कभी कभी तो लंड का सूपड़ा आंटी की चूत के ऊपेर ही क्लाइटॉरिस को रगड़ खा रहा था अब हम दोनो मे से कोई भी कुछ बात नही कर रहा था दोनो एक दम से खामोश थे कमरे मे सिर्फ़ हम दोनो की गहरी गहरी सांसो की आवाज़ ही आ रही थी. मेरा लंड आंटी की चूत पे लग रहा था तो आंटी ने अपना हाथ आगे बढ़ा दिया और मेरे लंड के डंडे को अपने हाथ से पकड़ लिया और बोली वाउ राज्ज यह तो बोहोत ही बड़ा है मोटा और लोहे जैसा सख़्त भी है और फिर खुद ही लंड के सूपदे को चूत की पंखदिओं के बीच मे ले के रगड़ने लगी. तेल से और उनके जूस से उनकी चूत एक दम से गीली और चिकनी हो चुकी थी अब मैं उनके ऊपेर थोड़ा सा झुक गया और जैसे हमारे बीच मे एक साइलेंट अग्रीमेंट हो गया और आंटी के बूब्स को अपने मूह मे ले के चूसने लगा और आंटी मेरे लंड को अपनी चूत मे रगड़ रही थी और मेरे लंड से प्री कम भी निकल रहा था मैं बूब्स को छोड़ के आंटी को किस करने लगा आहह बोहोत मज़ा आ रहा था. अब आंटी को फुल नशा चढ़ चुका था और वो अपने आप मे नही थी. थोड़ी देर के बाद आंटी अपने मूह हटा ते हुए मेरे कान मे आहिस्ता से बोली के राज डाल दो ना अपना लंड मेरी प्यसि चूत के अंदर फाड़ डालो यह साली को यह सेठ मदेर्चोद तो जैसे चोदना ही भूल गया है. आंटी के मूह से गलियाँ सुन कर मुझे मालूम हो गया के पहले तो आंटी को शराब का नशा और फिर उनकी चूत के मालिश का नशा और अब एक मूसल लंड के सूपदे का नशा वो तो पूरी तरह से आउट हो चुकी थी और मुझे चोदने का बोल रही थी.
मैं ने अपने लंड को थोडा सा अंदर दबाया तो लंड का सूपड़ा उनकी चूत के सुराख के अंदर अटक गया और मैं आंटी के कान का लटकता हुआ हिस्सा मूह मे ले के चूसने लगा जिस से आंटी मस्ती मई पागल ही गयी और बोली के राज्ज चोद डाल अपनी आंटी की चूत को फाड़ डाल चोद दे आंटी की चूत तो मैं ने अपने लंड के सूपदे को ऐसे ही थोडा सा अंदर बाहर अंदर बाहर
करते करते एक ही झटका मार जिस से एक पकच की आवाज़ आए और ऐसा लगा जैसे चूत के अंदर की सारी हवा बाहर निकल गयी हो और लंड आंटी के चूत को चीरता हुआ चूत के गहराइयों मे उतर गया और आंटी के मूह से ऊऊऊऊऊऊऊओिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई हहाआआआआआअ सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की तेज़ आवाज़
निकल गयी उनकी आँखें बाहर को आ गयी और मेरे बदन को ज़ोर से पकड़ लिया उनकी टाँगें मेरे बॅक पे लिपट गयी थी मेरी पीठ को ज़ोर से पकड़ लिया. आंटी की चूत अंदर से भट्टी जैसी गरम थी और बोहोत टाइट भी थी क्यॉंके पता नही आंटी की चूत मे कोई लंड कितने सालो से नही घुसा होगा. लंड चूत के गहराइयों मे था और अब आंटी थोड़ा रिलॅक्स हुई तो चुदाई शुरू कर दी तो आंटी को मज़ा आने लगा आआहह रर्राआज्जजज्ज्ज आआईईइस्स्स्स्सीईए हीईए ज़्ज़्ज़्ज़ूऊरररर सस्स्सीईई हूऊऊ ययययएहह. मैं आने से पहले ही मूठ मार के उनकी पॅंटी मे अपनी मलाई निकाल चुका था इसी लिए जल्दी झड़ने वाला भी नही था. मस्त चोद रहा था आंटी की चूत अछी ख़ासी टाइट थी. आंटी बोल रही थी के चोद डाल राजा चोद डाल आज भुजा दे इस प्याससीईई चूतततत ककक्कीईइ प्प्पयय्याअसस.
उनके बगल से हाथ डाल के उनके शोल्डर्स को टाइट ग्रिप से पकड़ा हुआ था और पूरा लंड बाहर निकाल निकाल के बोहोत ज़ोर ज़ोर से पवरफुल झटको से चोद रहा था. इतनी देर मे आंटी 3 - 4 बार झाड़ चुकी थी उनकी चूत समांदेर जैसी गीली हो गयी थी. कमरे मे चुदाई की पच पच की आवाज़ ही गूँज रही थी. लंड को पूरा सूपदे तक निकाल निकाल के बोहोत ही ज़ोर ज़ोर से चोद रहा था मेरे एक एक धक्के से लंड आंटी की बचे दानी से टकरा जाता था तो उनके मूह से आअहह ऊऊओिईई म्म्माआ और उउउउउउफ्फ्फ्फ्फ्फ्फ्फ सस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स जैसी आवाज़ें निकल रही थी. मैं आंटी को दीवानो की तरह से चोद रहा था. कितने दीनो की कोशिश के बाद आंटी की चूत मिली थी चोदने के लिए तो बड़ी बेदर्दी से उनकी प्यासी चूत को चोद रहा था लंड पूरा अंदर तक डाल के पूरी ताक़त से चोद रहा था आअहह छ्छूड्ड़ूऊव प्पफहाआड्द्ड़ दददाालल्ल्ल्लूऊऊ प्प्पयय्यासस्सिईइ हहाऐईइ आआआअहह ईईहह और फिर मेरी क्रीम भी अब निकलने को रेडी थी और मेरी स्पीड बढ़ गयी 100 झटके पर मिनिट की स्पीड से चोद रहा था लंड चूत के अंदर बाहर अंदर बाहर और फिर एक झटका पूरी ताक़त से मारा तो आंटी का पूरा बदन हिलने लगा और उनके मूह से चीख ही निकल गयी आआआआऐययईईईईईईईईईईईईईईई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ और लंड का सूपड़ा उनकी बचे दानी के भी अंदर घुस्स गया और मेरे लंड मे से गरम गरम मलाई का मोटा फव्वारा उड़ उड़ के उनकी चूत को भरने लगा. आंटी ने मुझे बोहोत टाइट पकड़ा हुआ था और मेरी मलाई उनकी चूत
मे गिरते ही उनकी चूत भी एक बार फिर से झड़ने लगी वो काँपने लगी और उनका ऑर्गॅज़म चलता रहा चूत झड़ती रही जूस निकलता रहा और आंटी कांपति रही. मेरी क्रीम निकलने के बावजूद मैं धक्के ही मार रहा था जो धीरे धीरे कम हो गये और मैं आंटी के बदन पे गहरी गहरी साँसें लेते हुए ढेर हो गया. हम दोनो के बदन पसीने मे शराबूर हो चुके थे हम दोनो की साँसें बोहोत ही तेज़ी से चल रही थी. थोड़ी देर ऐसे ही उनके उपर पड़े रहने के बाद मैं ने आंटी के कान मे आहिस्ता से पूछा आंटी मज़ा आया क्या ?? तो आंटी मुझे बे तहाशा चूमने लगी और फिर मेरे कान मे आहिस्ता से बोली के राज्ज्ज वाह क्या मस्त चुदाई की है तुम ने मेरी के मैं बता नही सकती. आज ज़िंदगी मे पहली बार मुझे किसी मर्द का लंड मिला है मेरी चूत की ऐसी चुदाई आज से पहले कभी नही हुई मेरी चूत का तो बुरा हाल कर दिया तुम्हारे लौदे ने बोहोत मस्त चोदा है मुझे भगवान ने कितना शानदार लौदा दिया है तुम्हे और यह कहते हुए एक बार फिर मुझे बे तहाशा चूमने लगी.
मैं थोड़ी देर उनके ऊपेर ऐसे ही पड़ा रहा उनके बूब्स मेरे सीने से चिपके हुए थे और फिर मैं आहिस्ता से रोल हो के आँखें बंद कर के उनके साइड मे लेट गया.
थोड़ी देर के बाद मैं करवट ले के आंटी के बूब्स को सहलाने लगा जिस से उनके निपल्स एक बार फिर से एरेक्ट होना शुरू हो गये और फिर मैं उनके निपल्स को मसल्ने लगा तो आंटी ने हाथ बढ़ा के मेरे लंड को पकड़ लिया जो फिर से लोहे के मूसल की तरह खड़ा हो गया था अरे बाप रे राज्ज्ज क्या मस्त लंड है यार तुम्हारा और यह तो फिर से अकड़ गया है क्या इरादा है आख़िर इसका तो मैं आंटी के छूतदो पे हाथ फिराते हुए हंस के बोला आंटी शाएद यह अब किसी दूसरे सुराख की खोज मे है तो उन्हो ने पूछा क्या मतलब तो मैं ने बोला के आंटी शाएद यह आपकी गंद मे घुसना चाहता है अब तो उन्हो ने कहा !!! क्या ?? कही तुम्हारा दिमाग़ तो नही खराब हो गया मैं लुगी इस घहोड़े (हॉर्स) जैसे लंड को अपनी गंद मे ? ना बा बा मैं तो मर ही जाउन्गि अगर यह मेरे पीछे घुस गया तो !! मैं बोला के आंटी कुछ नही होगा मैं आपको गॅरेंटी देता हू ना आप बिल्कुल भी फिकर ना करो मैं बोहोत धीरे धीरे ही अंदर डालुगा और तेल या जेल्ली लगा लूँगा तो आपको कोई तकलीफ़ नही होगी. फिर भी आंटी नही मानी पर थोड़ी देर के बाद आख़िर आंटी मान ही गयी और फिर मैने आंटी को उल्टा पेट के बल लिटा दिया और टेबल पे से जेल्ली का डिब्बा उठा लिया और खुद उनके ऊपेर आ गया. उनकी दोनो टांगो के बीचे मैं अपनी दोनो टाँगें रख के उनकी टाँगो को फैला दिया और पहले तो पीछे से एक ही धक्के मैं अपने लंड को उनकी चूत मे घुसा दिया उनके मूह
से हप्प्प्प की आवाज़ निकली और उनका बदन एक सेकेंड के लिए अकड़ गया और फिर रिलॅक्स हो गयी. थोड़ी देर तक उनकी गीली चूत को चोद्ता रहा और फिर उनके बूब्स को दबाते हुए बोला के आंटी गंद मरवाने के लिए रेडी हो तो उन्हो ने अपना सर हा मे हिला दिया तो मैने अपना लंड बाहर निकाल लिया और जेल्ली के डिब्बे से चारो उंगलियाँ भर के जेल्ली निकाल के आंटी की गंद मैं लगा दिया और थोड़ी जेल्ली उनकी गंद के पिंक होल के अंदर भी उंगली घुमा के लगा दिया जिस से उनकी गंद का छेद थोड़ा रिलॅक्स हुआ और उनकी गंद जेल्ली से भर गयी और अपने लंड को जेल्ली के डिब्बे मे ही घुसा दिया जिस से बोहोत सारी जेल्ली मेरे लंड पे लग गयी. लंड कुछ ज़ियादा ही फूला हुआ लग रहा था. अपने पैरो से आंटी के पैरो को खोल दिया और अपने पैर पीछे मिशनरी पोज़िशन मे पीछे कर लिया और आंटी ऊपेर झुक गया और आंटी की नेक पे चूमने लगा और दोनो हाथ अंदर डाल के आंटी के कड़क चुचिओ को दबाने लगा और लंड के सूपदे को उनकी गंद मे घुसाते घुसाते उनके कान मे आहिस्ता से बोला के आंटी अपने बदन को रिलॅक्स रखना नही तो आपको दरद होगा तो उन्हो ने ओके कहा. ऐसी पोज़िशन मे आंटी उल्टा लेटी थी और उनकी गंद थोड़ा ऊपेर को उठी हुई थी. थोड़े से प्रेशर से मेरे मूसल लंड का सूपड़ा आंटी की गंद के छेद मे स्लिप हो गया. लंड का सूपड़ा आंटी की गंद के अंदर घुसते ही आंटी का बदन थोड़ा सा अकड़ गया फिर मैं अपने हाथ से आंटी के बदन को सहलाने लगा जिस से वो रिलॅक्स होने लगी और फिर इसी तरह से थोड़ा और घुसाया तो लंड तकरीबन 3 इंच और अंदर घुस गया. आंटी की गंद और मेरे लंड मे जेल्ली लगाने से गंद बोहोत ही चिकनी हो गयी थी और जिस्मै लंड आसानी से घुस भी रहा था. अब मैं ऐसे ही आधे लंड से आंटी की गंद मारने लगा और थोड़ा थोड़ा अंदर घुसेड भी रहा था जिस से आधा लंड तो अंदर घुस ही गया था और अब ऐसे करने से आंटी की गंद का छेद भी थोड़ा रिलॅक्स हो चुका था और फिर पूरा लंड को सूपदे तक बाहर निकाल के एक ज़ोर का झटका मारा तो पूरे का पूरा लंड आंटी की गंद मे घुस्स गया और वो हल्की आवाज़ से चिल्लाई आआआआआआआईईईईईईईई और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स मैं आंटी के ऊपेर ऐसे ही लेटा रहा थोड़ी देर के बाद उनकी गंद मारने लगा धना धन गंद मार रहा था अब औती भी मज़े से गंद मरवा रही थी और बोली के लाला के बाप ने तो कभी भी मेरी गंद नही मारी तो मैं खुश हो गया के चलो आंटी की वर्जिन चूत नही मिली तो क्या हुआ वर्जिन गंद तो मिल गयी. थोड़ी देर तक गंद मारने के बाद मैं उनकी गंद के अंदर ही झाड़ गया और आंटी भी झाड़ गयी.
फिर आंटी बोली के चलो राज्ज हमाम मे चलो साबुन से धो लेते है क्यॉंके उनकी गंद और मेरा लंड जेल्ली से लसा हुआ था. हम दोनो उठ के हमाम मे घुस गये और शवर खोल दिया तो आंटी ने मेरे लंड पे साबुन लगा दिया और मल मल के
धोने लगी जिस से एक मिनिट के अंदर ही मेरा लंड फिर से लहरा के खड़ा हो गया आंटी मेरे लंड को हैरत से देख रही थी और बोली के राज्ज यह काइया है कितना पवर है तुम्हारे लंड मई तो मई हंस दिया और कुछ बोला नही आंटी साबुन से मेरे लंड को धो ती रही जब मेरे लंड पे से साबुन निकल गया तो मैं ने आंटी की चूत पे साबुन लगाया और हम दोनो का मिला जुला कुम्म अछी तरह से सॉफ कर दिया और फिर उनको झुकने के लिए बोला तो वो झुक गयी तो मैं साबुन से उनके गंद पे लगी पूरी जेल्ली को धो दिया और. आंटी मेरे सामने डॉगी स्टाइल मे खड़ी थी और उनकी गंद मे साबुन लगा हुआ था तो मैं ने अपने लंड पे भी थोड़ा साबुन लगाया और बिना आंटी को सिग्नल दिए अपने लंड को उनकी गंद के छेद मे अड्जस्ट किया और एक ही धक्के मे पूरे का पूरा लंड उनकी गंद के अंदर पेल दिया वो एक दम से चिल्ला पड़ी हहाआआआआऐईईईईईईई निकाल्ल्लूऊऊऊ जाल्ल रहा है निक्काअलल्ल्ल्लूऊऊ बाआहीईररररर तो मैं ने पूछा क्या हुआ आंटी तो बोली के साबुन गंद के अंदर घुस गया जिस से जलन हो रही है तो फिर मैं ने भी महसूस किया के थोड़ा साबुन मेरे लंड के सुराख मे भी घुस चुका है जिस से मेरे लंड के पिशब वाले सुराख मे भी जलन हो रही है तो मैने अपना लंड उनकी गंद से बाहर निकाल लिया और फिर शवर से पानी तो गिर ही रहा था जिस की वजह से लंड पे लगा साबुन तो साफ हो गया आंटी को ऐसे झुके हुए ही अपनी तरफ पलटा दिया और उनके मूह मे अपना लंड घुसेड दिया और उनके सर को पकड़ के उनके मूह को चोदने लगा. आंटी का मूह मेरे लंड से भर गया था और मैं उनके हलक तक अपने लंड को पेल रहा था उनके मूह से गगगगगघह ग्ग्गह जैसी आवाज़े निकल रही थी और फिर ऐसे ही चोद्ते चोद्ते जब मैं झड़ने की कगार पर आ गया तो लंड को उनके हलाक के अंदर तक घुसा दिया जिस से उनकी आँखें बाहर को निकल गयी और फिर मेरे लंड मे से गरम गरम मलाई का फव्वारा निकल के डाइरेक्ट उनके हलक मे गिरने लगा जितनी देर तक मेरा कुम्म निकलता रहा मेरा लंड उनके हलक के अंदर तक ही घुसाए रखा और फिर आंटी के मूह से अपने लंड को बाहर निकाल लिया देखा तो उनका चेहरा और आँखें लाल हो गयी थी. फिर हम दोनो शवर से बाहर निकल के वापस कमरे मे आ गये और एक दूसरे को टवल से ड्राइ किया और फिर आंटी को 2 ग्लास फुल विस्की के पीला दिया तो आंटी को कुछ सुकून महसूस हुआ और आंटी बेड पे लेट गयी और 2 मिनिट के अंदर ही खर्राटे मारते हुए सो गयी. मैं धीमे पैरो से कमरा बंद कर के वापस बाहर निकल गया.
Sham mai 7 baje ke karib phone se meri aankh khuli to mummy thi mai ne kaha ke mummy yaha sab theek hai aap itmenan se rahiye mai holidays mai apni padhai kar raha hu tution waghaira ko bhi ja raha hu aap fikar na kare to unho ne itmenan ki saans li aur boli ke khaane ka kia kar rahe ho to mai ne bola ke kabhi hotel kabhi dosto ke sath hi kha le raha hu aur phir wo be fikar ho gayi to mai ne phone rakh dia. Phone rakha hi tha ke Pinky ka phone aa gaya aur mai ne table par meri aur aunty ki jo jo batein hui thi sab bata dia phir ham kuch der tak phone sex karte rahe, mai muth marta raha aur pinky choot mai ungli dal ke apni choot ko chodti rahi mei muth marte marte apni cream ko aunty ki panty mai gira diya aur aunty ki panty se hi apne Lund ko poch ke Lund saaf kia aur aunty ki white silky panty ko apne wardrobe mai rakh dia.
Raat 9 baje mai baher nikla hotel se khana kha ke ghar wapas aaya to saadhe das baje ke kareeb aunty ka phone aaya aur idhar udhar ki batein karti rahi to mai ne bola ke aunty aap thodi si sharab pi kar hi out ho jati ho isi liye aaj pehle maalish karenge uske bad hi aap champaign pi lena aur mai wapas aa jaun to phir aap so jana to unho ne kaha ke theek hai tum jaise kehte ho waise hi karenge phir unho ne poocha ke kia tum ne sach mujhe nanga dekha hai to mai ne kaha ke haa aunty par ek baat hai aap bohot khubsurat ho aunty aur aapka badan bhi bohot hi acha hai aur aapke doodh to wonderful hai lagta hai kisi 20 saal ki kunwari ladki ke ho. Aunty khamoshi se sunti rahi. Phir mai ne bola ke aapko pata nahi aapne mere hath pakad ke apne doodh pe rakh lia aur mujhe bola ke dabao inko to mai ne dabaya sach mai bohot tight hai aur phir aapne mujhe jhuka ke apne doodh ko mere muh mai
dal dia aur bola ke chooso inko to mai ne kuch der tak choosa mujhe bohot acha laga maza bhi aaya aunty to unho ne kaha ke chal shaitan jhoot bolta hai to mai ne kaha sach aunty aapki kasam to unho ne ek thandi saans bhari aur boli ke chalo aaj thoda jaldi aa jao sab log so gaye hai to mai ne kaha ke theek hai mai abhi aadhe ghante ke ander pohoch jata hu aunty to unho ne kaha ke theek hai mai doors khule rakhungi tum kal ki tarah ander aa jana iske bad phone band kar diya. Mai ne immediately Pinky ko sare programme ke bare mai bata dia aur aunty ke ghar jane ki tayyari karne laga.
Mai time pe unke ghar aa gaya. Plan ke mutabik saare doors mere liye khule hue the. Mai ander aa gaya to dekha aunty ek transparent nighty pehene room mai idhar se udhar tehel rahi hai mujhe dekhte hi mere pas aa gayi aur mera hath pakad ke sofe pe le gayi. Mere hath mei kal ki tarah bag tha jismai kal ki baki bachi hui champaign thi jise dekh ke aunty khill uthi aur poocha ke kitni bachi hai to mai ne bola ke shaed do ya teen glass ke kareeb hogi aunty to unho ne kaha ke Raj thodi si pi lene do na phir tum malish kar dena to mai ne kaha ke theek hai laikin sirf ek hi glass nahi to aap phir se out ho jaogi aunty to unho ne bola ke theek hai aur samne table pe rakhe glass mai champaign dal dia to aunty chuski lete hue pine lagi ek chuski lene ke baad boli ke Raj yeh kaisa maza ho gya hai iska to mei ne bola ke aunty iss mai thodi si whisky bhi mila dia taake aapko aur maza aye to unho ne bola ke theek hai koi bat nahi whisky bhi chalegi bohto saalo baad pi rahi hu na isi liye jaldi hi nasha chadh raha hai aur phir aunty ne ek hi ghoont mai poori sharab apne halak mai ghatak gai aur hoto pe zuban phrine lagi . Aaj bhi kamre mai kal ki taray dheemi roshni ka bulb jal raha tha almost andhera hi tha.
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Mai aunty ke pairo ke beech mai baith gaya aur dono hath unki tango pe rakh diye to aunty ki muh se ek siskari nikal gayee aaahhh to mai ne poocha kia aunty kuch darad waghaira to nahi hai to unho ne kaha ke nahi Raj aisa kuch nahi hai bohot dino bad kisi mard ka hath laga hai na meri tango pe to bophot acha mehsoos hua. Chalo tum massage karo to mai ne pehle to aunty ke pairo ko bina tel lagaye hue hi unke thighs tak thoda sa dabaya aur jab mera hath unke thigs pe chala gaya to mei ne mehsoos kia ke unho ne apni tangein thodi khol di aur unka badan thoda sa akad gaya hai par unho ne kuch bola nahi. Ab meri aankhein thoda sa andhere mai dekhne ke kabil ho gayee thi laikin phir bhi utna saaf dikhayee nahi de raha tha. Mai oil ki bottle se unki dono tango pe neeche se ooper thighs tak oil ki ek lambi dhaar dal dia aur oil ki bottle ko dhakkan laga ke bazu mai rakh dia aur unki dono tango pe dono hatho se tel ko phaila dia aur neeche se ooper tak malish karne laga. Thodi der ke
bad aunty ke badan ne poora tel choos lia to phir se khub bohot sara tel aunty ke dono tango pe laga dia aur is se pehle ke tel neeche bistar pe girta mai bottle ko band kar ke phir se malish karna start kar dia isi beech aunty ne apni tangein kuch aur spread kar di thi aur jab mai unki rano ( thighs ) ka massage kar raha tha to unho ne apni tangein ghutno se thodi se mod li jis ki wajah se oil unki panty tak utar raha tha to mei ne bola ke aunty tel aapki panty tak utar raha hai kahi aapki keemti panty tel se kharab na ho jaye to unho ne kaha to kia karu to mai ne bola ke aunty abhi to kamre mai bilkul hi andhera hai mujhe kuch dikhayee bhi nahi de raha hai agar aap panty aur nighty bhi nikal do to yeh dono tel se kharab nahi hogi to unho ne kuch bola nahi bass apni gand thodi se bistar se ooper utha ke mujhe panty nikalne ka signal de dia aur mai ne turant hi unki panty ko nikal dia aur aunty ne apni nighty ko ooper tak khech ke utha lia aur apne shoulder se baher karte hue nighty ko poora nikal dia. Ab mere saamne aunty poori nangi padi thi mujhe aunty ke mast boobs aur chikni choot dikhayee dene lagi aahhh kia mast choot thi thode se mote pankhadion wali chikni choot. Ab mai sirf aunty ke rano ka massage kar raha tha aur aur ab mere angoothe (thumb) aunty ki choot ke kareeb tak ja rahe the aur aunty ke muh se aaahhhh jaisi siskariyan nikal rahi thi to mai ne poocha ke aunty kaisa lag raha hai aunty to unho ne bola ke bohot mast lag raha hai Rajj bohot acha lag raha hai bohot maza aa raha hai Munni bhi aisa massage nahi karti tumhare hath mai to jadoo hi to mai khush ho gaya aur apne hatho mai thoda aur tel laga le aunty ke rano pe dal dia aur unki choot tak bindas malish karne laga. Mai unki khuli tangeon ke beech ghutno ke bal baitha tha aur mere Lund ka to bura haal tha wo mere pant mai bohot zor se akad chuka tha. Meri bechaini dekh ke aunty ne poocha ke kia hua Raj aise kia kar rahe ho to mai ne bola ke aunty yeh pant thoda tight hai na isi liye takleef ho rahi hai to unho ne nasheli awaz mai bola takleef de raha hai to nikal do nay aha kon dekh raha hai hamai. Mujhe unki awaz sun ke lag gaya ke aunty ko ab nasha chadne laga hai to mai ne poocha ke aunty aap kuch feel to nahi karogi na to unho ne kaha mujhe bhi to aakhir sharam aa rahi thi tumhare kehne pe hi to mai ne bhi apni panty nikal di hai aur ab tum bhi apne pant se mukt ho jao aur waise bhi andhera hi to hai to mai ne dil mai socha ke mouka acha hai aur apni jagah se uth kar apne pant aur shirt ko nikal ke sofe pe phenk dia aur phir bistar pe baith gaya aur malish karne laga. Ab mai bindas unki choot tak ka massage unglio se kar raha tha to unho ne bola ke bohot dino bad ek
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nikal gayi unki aankhein baher ko aa gayee aur mere badan ko zor se pakad lia unki tangein mere back pe lipat gayee thi meri peeth ko zor se pakad lia. Aunty ki choot ander se bhatti jaisi garam thi aur bohot tight bhi thi kyonke pata nahi aunty ki choot mai koi Lund kitne saalo se nahi ghusa hoga. Lund choot ke gehraiyon mei tha aur ab aunty thoda relax hui to chudai shuru kar dia to aunty ko maza aane laga aaaahhhh rrraaaajjjjjj aaaaiiiiissssseeeee hhheeeee zzzzoooorrrr sssseeeeee hhhhhhhoooooo yyyyeeehhhhhhh. Mai aane se pehle hi muth mar ke unki panty mai apni malai nikal chuka tha isi liye jaldi jhadne wala bhi nahi tha. Mast chod raha tha aunty ki choot achi khaasi tight thi. Aunty bol rahi thi ke chod dal rajaa chod dal aaj bhujaa de iss pyaassiii chhhootttt kkkkiiii pppyyyaaass.
Unke baghal se hath dal ke unke shoulders ko tight grip se pakada hua tha aur poora lund baher nikal nikal ke bohot zor zor se powerful jhatko se chod raha tha. Itni der mai aunty 3 - 4 baar jhad chuki thi unki choot samaander jaisi geeli ho gayi thi. kamre mai chudai ki pach pach ki awaz hi goonj rahi thi. Lund ko poora supade tak nikal nikal ke bohot hi zor zor se chod raha tha mera ek ek dhakke se Lund aunty ki bache dani se takra jata tha to unke muh se aaahhhhhhh oooooiiiii mmmaaaa aur uuuuuuffffffff sssssssssssss jaisi awazein nikal rahi thi. Mai aunty ko deewano ki tarah se chod raha tha. Kitne dino ki koshish ke bad aunty ki choot mili thi chodne ke liye to badi bedardi se unki pyasi choot ko chod raha tha Lund poora ander tak dal ke poori takat se chod raha tha aaahhhhh chhooddooooo ppphhhhaaaddd dddaaaallllloooooo pppyyyaasssiiii hhhaaaiii aaaaaaahhhh yeeeehhhhhh aur phir meri cream bhi ab nikalne ko ready thi aur meri speed badh gayee 100 jhatke per minute ki speed se chod raha tha Lund choot ke ander baher ander baher aur phir ek jhatka poori takat se mara to aunty ka poora badan hilne laga aur unke muh se cheekhh hi nikal gayee aaaaaaaaaiiiiiiiiiiiiiiiiii ssssssssssssss uffffffffffffffffffffffffff aur Lund ka supada unki bache dani ke bhi ander ghuss gaya aur mere Lund mai se garam garam malai ka mota fawwara ud ud ke unki choot ko bharne laga. Aunty ne mujhe bohot tight pakda hua tha aur meri malayi unke choot
mai girte hi unki choot bhi ek baar phir se jhadne lagi wo kaampne lagi aur unka orgasm chalta raha choot jhadti rahi juice nikalta raha aur aunty kaanpti rahi. Meri cream nikalne ke bawajood mai dhakke hi maar raha tha jo dheere dheere kam ho gaye aur mai aunty ke badan pe gehri gehri saansein lete hue dher ho gaya. Ham dono ke badan paseene mai sharaaboor ho chuke the ham dono ki saansein bohot hi tezi se chal rahi thi. Thodi der aise hi unke padan pe pade rehne ke bad mai ne aunty ke kaan mai aahista se poocha Aunty Maza Aaya kia ?? to aunty mujhe be tahaashaa choomne lagi aur phir mere kaan mai aahista se boli ke Rajjj waah kia mast chudai ki hai tum ne meri ke mai bata nahi sakti. Aaj Zindagi mai pehli bar mujhe kisi mard ka Lund mila hai meri choot ki aisi chudai aaj se pehle kabhi nahi hui meri choot ka to bura haal kar dia tumhare loude ne bohot mast choda hai mujhe Bhagwan ne kitna shandaar louda dia hai tumhai aur yeh kehte hue ek baar phir mujhe be tahaasha choomne lagi.
Mai thodi der unke ooper aise hi pada raha unke boobs mere seene se chipke hue the aur phir mai aahista se roll ho ke aankhein band kar ke unke side mai let gaya.
Thodi der ke bad mai karwat le ke aunty ke boobs ko sehlaane laga jis se unke nipples ek bar phir se erect hona shuru ho gaye aur phir mai unke nipples ko masalne laga to aunty ne hath badha ke mere Lund ko pakad lia jo phir se lohe ke musal ki tarah khada ho gaya tha arey baap re Rajjj kia mast Lund hai yaar tumhara aur yeh to phir se akad gaya hai kia irada hai aakhir iska to mai aunty ke chootado pe hath phirate hue hans ke bole ke aunty shaed yeh ab kisi doosre surakh ki khoj mai hai to unho ne poocha kia matlab to mai ne bola ke aunty shaed yeh aapki gand mai ghusna chahta hai ab to unho ne kaha !!! kia ?? kahi tumhara dimagh to nahi kharab ho gaya mai lugi iss ghhode (horse) jaise Lund ko apni gand mai ? na ba ba mai to mar hi jaungi agar yeh mere peeche ghus gaya to !! mai bola ke aunty kuch nahi hoga mai aapko guarantee deta hu na aap bilkul bhi fikar na karo mai bohot dheere dheere hi ander daluga aur tel ya jelly laga lunga to aapko koi takleef nahi hogi. Phir bhi aunty nahi maani par thodi der ke bad aakhir aunty maan hi gayee aur phir mai aunty ko ulta pet ke bal lita dia aur table pe se jelly ka dibba utha lia aur khud unke ooper aa gaya. Unki dono tango ke beeche mai apni dono tangein rakh ke unki tango ko phaila dia aur pehle to peeche se ek hi dhakke mai apne Lund ko unki choot mai ghusa dia unke muh
se hhhhpppp ki awaz nikli aur unka badan ek second ke liye akad gaya aur phir relax ho gayi. Thodi der tak unki geeli choot ko chodta raha aur phir unke boobs ko dabate hue bola ke aunty gand marwane ke liye ready ho to unho ne apna sar haa mai hila dia to mai apna Lund baher nikal lia aur jelly ke dibbe se charo unglian bhar ke jelly nikal ke aunty ki gand mai laga dia aur thodi jelly unki gand ke pink hole ke ander bhi ungli ghuma ke laga dia jis se unki gand ka ched thoda relax hua aur unki gand jelly se bhar gayee aur apne Lund ko jelly ke dibbe mai hi ghusa dia jis se bohot sari jelly mere Lund pe lag gayee. Lund kuch ziada hi phoola hua lag raha tha. Apne pairo se aunty ke pairo ko khol dia aur apne pair peeche missionary position mai peeche kar lia aur aunty ooper jhuk gaya aur aunty ki neck pe choomne laga aur dono hath ander dal ke aunty ke kadak chuchion ko dabane laga aur Lund ke supade ko unki gand mai ghusaate ghusaate unke kaan mai aahista se bola ke aunty apne badan ko relax rakhna nahi to aapko darad hoga to unho ne ok kaha. Aisi position mai aunty ulta leti thi aur unki gand thoda ooper ko uthi hui thi. Thode se pressure se mere musal Lund ka supada aunty ki gand ke ched mai slip ho gaya. Lund ka supada aunty ki gand ke ander ghuste hi aunty ka badan thoda sa akad gaya phir mai apne hath se aunty ke badan ko sehlaane laga jis se wo relax hone lagi aur phir isi tarah se thoda aur ghusaya to lund takreeban 3 inch aur ander ghus gaya. Aunty ki gand aur mere Lund mai jelly lagane se gand bohot hi chikni ho gayi thi aur jismai Lund aasaani se ghus bhi raha tha. Ab mai aise hi aadhe Lund se aunty ki gand marne laga aur thoda thoda andere ghused bhi raha tha jis se aadha lund to ander ghus hi gaya tha aur ab aise karne se aunty ki gand ka ched bhi thoda relax ho chuka tha aur phir poora Lund ko supade tak baher nikal ke ek zor ka jhatka mara to poore ka poora Lund aunty ki gand mai ghuss gaya aur wo halki awaz se chillayee aaaaaaaaaaaaaaeeeeeeeeeeeeeeeee aur ssssssssssssssssssssss mai aunty ke ooper aise hi leta raha thodi der ke bad unki gand marne laga dhana dhan gand maar raha tha ab auty bhi maze se gand marwa rahi thi aur boli ke Lala ke baap ne to kabhi bhi meri gand nahi mari to mai khush ho gaya ke chalo aunty ki virgin choot nahi mili to kia hua virgin gand to mil gayee. Thodi der tak gand marne ke bad mai unki gand ke ander hi jhad gaya aur aunty bhi jhad gayee.
Phir aunty boli ke chalo Rajj hammam mai chalo sabun se dho lete hai kyonke unki gand aur mera Lund jelly se lasa hua tha. Ham dono uth ke hammamm mai ghus gaye aur shower khol dia to aunty ne mere Lund pe sabun laga dia aur mal mal ke
dhone lagi jis se ek minute ke ander hi mera Lund phir se lehraa ke khada ho gaya aunty mere Lund ko hairat se dekh rahi thi aur boli ke Rajj yeh kia hai kitna power hai tumhare Lund mai to mai hans dia aur kuch bola nahi aunty sabun se mere Lund ko dho ti rahi jab mere Lund pe se sabun nikal gaya to mai ne aunty ki choot pe sabun lagaya aur ham dono ka mila jula cumm achi tarah se saaf kar dia aur phir unko jhukne ke liye bola to woh jhuk gayee to mai sabun se unke gand pe lagi poori jelly ko dho dia aur. Aunty mere samne doggy style mai khadi thi aur unki gand mai sabun laga hua tha to mai ne apne Lund pe bhi thoda sabun lagaya aur bina aunty ko signal diye apne Lund ko unki gand ke ched mai adjust kia aur ek hi dhakke mai poore ka poora lund unki gand ke ander pel dia wo ek dum se chilla padi hhhhhhhhaaaaaaaaaaaeeeeeeeeeeeeeee nikaallloooooooo jall raha hai nikkaaallllloooooo baaaahhheeeerrrrr to mai ne poocha kia hua aunty to boli ke sabun gand ke ander ghus gaya jis se jalan ho rahi hai to phir mai ne bhi mehsoos kia ke thoda sabun mere Lund ke surakh mai bhi ghus chuka hai jis se mere Lund ke pishab wale surakh mai bhi jalan ho rahi hai to mai apna Lund unki gand se baher nikal lia aur phir shower se pani to gir hi raha tha jis ki wajah se Lund pe laga sabun to saaf ho gaya aunty ko aise jhuke hue hi apni taraf palta dia aur unke muh mai apna Lund ghused dia aur unke sar ko pakad ke unke muh ko chodna laga. Aunty ka muh mere Lund se bhar gaya tha aur mai unke halak tak apne lund ko pel raha tha unke muh se gggggghhhhhhh ggghhh jaisi awazin nikal rahi thi aur phir aise hi chodte chodte jab mai jhadne ki kagaar par aa gaya to Lund ko unke halak ke ander tak ghusa dia jis se unki aankhein baher ko nikal gayee aur phir mere Lund mai se garam garam malayee ka fawwara nikal ke direct unke halak mai girne laga jitni der tak mera cumm nikalta raha mera Lund unke halak ke ander tak hi ghusaye rakha aur phir aunty ke muh se apne Lund ko baher nikal lia dekha to unka chehra aur aankhein laal ho gayi thi. phir ham dono shower se baher nikal ke wapas kamre mai aa gaye aur ek doosre ko towel se dry kia aur phir aunty ko 2 glass full whiskey ke pila dia to aunty ko kuch sukoon mehsoos hua aur aunty bed pe let gayee aur 2 minute ke ander hi kharrate maarte hue so gayee. Mai dheeme pairo se kamra band kar ke wapas baher nikal gaya.
Marwar ki mast malaai-मारवाड़ की मस्त मलाई compleet
Re: Marwar ki mast malaai-मारवाड़ की मस्त मलाई
मारवाड़ की मस्त मलाई पार्ट --११
गतांक से आगे........................
रात बोहोत देर से घर वापस आया सोच रहा था के पिंकी को फोन करू इतने मे उसका खुद ही फोन आ गया तो मैं ने बता दिया के आंटी के तीनो सुराखो मे अपनी क्रीम निकाल चुका
हू तो उसने पूछा सच राजा तो मैं ने कहा हा सच मेरी जान अब बॅस थोड़े ही दीनो की बात है जब आंटी को मैं कुछ दिन तक और चोद लेता हू फिर जब वो कमरे के डोर की तरफ से उनका ध्यान हट जाए तो मैं दरवाज़ा खुला रखूँगा और तुम हम को चुदाई करते हुए रंगे हाथो पकड़ लेना उसके बाद फिर हम तीनो मिल के एक टाइम थ्रीसम करेंगे उसके बाद रास्ता सॉफ और फिर मैं तुम्है तुम्हारी ससुराल मे ही बिंदास चोदुन्गा तो वो खुश हो गयी और मुझे फोन पर ही किस करने लगी और फिर फोन सेक्स करते करते वो अपनी चूत मई उंगली डाल के अपनी चूत को चोद चोद के झाड़ गयी और फिर दोनो सो गये.
सुबह फिर मैं देर तक सोता रहा और आंटी के फोन से ही उठा. आंटी से पूछा आंटी कहा हो आप बेड पे ही हो या स्नान कर चुकी हो तो बोली के राज्ज अभी तक बेड मे ही लेटी हू यह क्या कर दिया तुम ने मुझे मेरे सारे बदन मे मीठा मीठा दरद हो रहा है ऐसा मीठा दरद और ऐसा मज़ा तो मुझे सुहाग रात के बाद भी नही आया था तो मैं हंस दिया और बोला के आंटी आप तो जवानो से ज़ियादा जवान हो तो उन्हो ने बोला के राज्ज एक बात मनोगे तो मैं ने बोला के अरे आंटी आप ऑर्डर करो बस तो बोली के राज्ज मुझे तुम्हारे साथ ज़िंदगी का वो मज़ा मिला है जो मुझे आज तक कभी नही मिला था बस तुम से इतनी रिक्वेस्ट है के तुम मेरी चुदाई की इच्छा को पूरी करते रहना तो मैं ने बोला के आंटी आप क्यों फिकर करती हो मैं डेली रात को आपके पास आ जाउन्गा तो उन्हो ने थॅंक्स बोला और हस्ते हुए बोली के सुनो वो बॉटल नही भूलना तो मैं हंस के बोला के आंटी आप फिकर ना करो मैं आपके बदन का और बॉटल का कोटा पूरा करूँगा तो उन्हो ने मुझे फोन पे ही किस किया तो मैं ने पूछा आंटी अभी तक नंगी ही लेटी हो या कपड़े पहेन लिए तो बोली के नही मुन्नी आई थी उठाने वो चली गयी है पर मैं अभी तक नंगी ही लेटी हू तो मैं ने बोला के आंटी मैं जैसा बोलू वैसे ही करते जाओ और फिर मैं ने उनको फर्स्ट टाइम फोन सेक्स करना सिखाया और फिर आंटी अपनी चूत मे उंगली डाल के चोद्ति चली गयी और थोड़ी ही देर मे झड़ने लगी जिसे मैं ने फोन पर सुना. जब उनका जूस निकलना बंद हो गया तो उन्हो ने बड़ी सेक्सी आवाज़ मे बोला के यहा आ जाओ ना मेरे राजा और लंच हमारे साथ ही कर लो तो मैं ने बोला के आंटी अभी नही क्यॉंके आपकी बॉटल तो ख़तम हो गयी है मैं शाम तक आपकी बॉटल ले का आ जाउन्गा और फिर रात को जल्दी ही आ जाउन्गा और फिर कंप्लीट रात हमारी होगी तो उन्हो ने ठंडी साँस ले के पूछा राज्ज यह रात कब आएगी तो मैं हंस पड़ा और फिर थोड़े से फोन किस के बाद फोन रख दिया और मैं फिर से सो गया.
इसी तरह से आंटी की चुदाई और शराब की इच्छा मैं पूरी करता रहा और अब मैं और आंटी बिल्कुल किसी यंग लवर्स की तरह ही रहने लगे. मैं जब कमरे मे आता तो आंटी नंगी ही मेरा वेट
करती रहती और जैसी ही मैं अंदर आ जाता तो आंटी किसी नये लवर्स और किसी कुँवारी लड़की की तरह मुझ से लिपट जाती और फिर वोही शराब के बाद आंटी की जम्म कर चुदाई और गंद भी मारता और आंटी के मूह को भी चोद्ता और 69 भी करते और अब हम एक दम से बिंदास हो के करने लगे थे जैसे किसी का भी डर ना हो और अब तो कमरे को अंदर से बंद करने का भी होश नही रहता आंटी को चुदने की इतनी जल्दी होती थी के उनको परवाह ही नही होती के कमरा अंदर से बोल्ट किया हुआ है या नही तो मैं ने एक दिन पिंकी से टाइम सेट कर लिया और बोला के मैं तुम्है तुम्हारे मोबाइल पे कॉल करूँगा तुम आन्सर नही करना और कॉल को बंद कर के उसके 5 – 7 मिनिट के अंदर ही कमरे के अंदर चली आना.
और फिर उस दिन मैं अंदर आ गया, आंटी नंगी ही कमरे मे टेहल के मेरा वेट कर रही थी और उस दिन मैं विस्की और शॅंपेन दोनो की एक एक बॉटल ले के आया था और टेबल पे रख दिया जिसे आंटी बड़ी बे चैनि से खोल के दोनो मिला के पीने लगी. इतने दीनो से पीते पीते अब आंटी 1 ग्लास मे आउट नही होती थी बलके 2 या 3 ग्लास पीने के बाद ही आउट होती थी. उस रात को कमरे के अंदर आने के बाद मैं डोर को अंदर से बोल्ट नही किया और खुला ही छोड़ दिया था और आंटी को 3 – 4 ग्लास मिक्स कर के शराब पीला दिया और शराब पीते पीते ही आंटी के पैरो के बीच मे बैठ के उनकी चूत को चूस चूस के उनका जूस निकल दिया और फिर खड़े हो के उनके मूह के अंदर अपना लंड डाल के उनका मूह को चोदने लगा.
आंटी के हाथ मे शराब का ग्लास था और वो मेरे लंड को चूस रही थी और थोड़ी थोड़ी देर मे लंड अपने मूह से बाहर निकाल के शराब के ग्लास से चुस्की भी ले रही थी. एक टाइम आंटी ने लंड को मूह से बाहर निकाला और मेरे लंड को अपने शराब की ग्लास मे डुबो दिया और बाहर निकाल के मेरे लंड पे से शराब चाटने लगी वाह क्या मज़ा आ रहा था. अब आंटी को ऐसा करना बोहोत ही अछा लग रहा था जिसकी वजह से वो अब बार बार मेरे लंड को अपने ग्लास मे डालती और जो शराब मेरे लंड पे लगती उसको चूस्ति मुझे भी बोहोत ही मज़ा आ रहा था और कभी तो मेरे लंड को अपनी मुथि मे पकड़ के मूठ भी मार देती और इसी बीच जब मैं झड़ने को आ गया तो मैं अब उनके मूह मे ही लंड को घुसेड के चोदने लगा और दीवानो की तरह से चोद रहा था और ऐसा करने से लंड उनके हलक के अंदर तक घुस्स रहा था और फिर जब मेरी क्रीम निकलने के लिए रेडी हो गयी तो अपना लंड उनके मूह से बाहर निकाल लिया और खुद ही अपने लंड का मूठ मारने लगा और फिर एक ही मिनिट के अंदर जब क्रीम निकलने लगी तब मैं ने अपने लंड को आंटी के शराब के ग्लास की दिशा मे मोड़ दिया और उनके
शराब के ग्लास मे मेरी मलाई की मोटी मोटी गरम गरम धारियाँ गिरने लगी और आंटी मुस्कुरा के कभी अपने ग्लास की तरफ देखती तो कभी मेरे चेहरे की तरफ. मेरे लंड से निकली गाढ़ी गाढ़ी मलाई ग्लास के पेन्दे मे सेट्ल हो चुकी थी जिसे आंटी ने अपनी उंगली से हिलाया और जब मेरी मलाई और शराब अछी तरह से मिक्स हो गये तो फिर बची हुई सारी शराब एक ही घूँट मे पी गयी और होटो पे ज़ुबान फेरते हुए चटखारा लेते हुए नशीली आँखो से मुझे देखते हुए बोली के वाह राजा ऐसी शराब का तो नशा और मज़ा ही कुछ और है और फिर हम दोनो हस्ने लगे.
आंटी को अब थोडा थोड़ा नशा चढ़ने लगा था और अब आंटी को चुदाई की इच्छा हो रही थी. उनकी चूत को चूस्ते चूस्ते एक बार तो वो झाड़ ही चुकी थी और अब वो गरम भी होने लगी और सोफे से उठ ते हुए बोली के चल राजा आजा और चोद डाल अपनी आंटी की प्यासी चूत को. इतनी देर मे मेरा लंड फिर से किसी रॉकेट की तरह से खड़ा हो चुका था तो आंटी मेरे लंड को पकड़ के खीचते हुए मुझे बिस्तर की तरफ ले गयी और मैं उनके साथ चलने लगा पर साथ मे टेबल से अपना मोबाइल जिसमे पिंकी के मोबाइल के नंबर को डाइयल पे रेडी रखा था. अब आंटी काफ़ी ला परवाह हो गयी थी और धीमी लाइट जलाने लगी थी. पहले तो आंटी ने मुझे बेड पे लिटा दिया और मेरे ऊपेर उल्टा 69 की पोज़िशन मे आ गयी और मेरे लंड को चूसने लगी और अपनी चूत को मेरे मूह मे रगड़ने लगी. उनकी चूत अंदर से लाल हो गयी थी और इतने दीनो से लंड की मार झेलते झेलते उनकी चूत के पंखाड़ियान भी थोड़े से सूज कर मोटे हो चुके थे. उनकी चूत मे से जूस कंटिन्यू निकल रहा था और मेरे दाँत उनकी चूत के अंदर लगने से उनको बोहोत ही मज़ा आ रहा था जिसे से वो बोहोत ही जोश मे आ गयी थी और अपनी गंद उठा उठा के मेरे मूह पे अपनी चूत को ज़ोर ज़ोर से मार रही थी और देखते ही देखते आंटी की चूत का दबाव मेरे मूह पे बढ़ने लगा और वो काँपते हुए झड़ने लगी. जब अछी तरह से झाड़ गयी तो थोड़ी देर तक मेरे लंड को चूस्ति रही और मैने भी चाट चाट कर उनकी चूत को सॉफ कर दिया और वो फिर से गरम होने लगी. मैने अब पोज़िशन चेंज कर के आंटी को नीचे लिटा दिया और आंटी अपने घुटने मोड़ के लेटी थी. मैं उनके पैरो के बीचे मे आ गया और अपने पैर पीछे कर के लंड को एक ही झटके मे उनकी चूत के अंदर घुसेड दिया जिस से लंड डाइरेक्ट चूत मे घुसते हुए उनकी बचे दानी से टकरा गया और मस्ती मे आंटी की आँख बंद होते ही मोबाइल पे जो पिंकी का नंबर रेडी था उसका कॉल बटन दबा दिया जो पिंकी को इशारा था अंदर आने का. मैं आंटी को धना धन चोद रहा था और आंटी मुझे टाइट पकड़े हुए थी उनके पैर अब मेरी बॅक पे लपेटे हुए थे और मेरी गर्दन मे हाथ डाल के मेरे से लिपटी हुई थी. आंटी चुदाई का फुल मज़ा ले रही थी और अपनी गंद उठा उठा के मस्ती
मे चुदवा रही थी और साथ मे चिल्ला भी रही थी चोद डाल राजा चोद डाल अपनी आंटी की चूत को आअहह ऊऊहह ब्ब्बाअद्द्दाआअ म्म्माआज़्ज़्ज़्ज़ाआ हीईएईईईई र्र्रररीई त्त्तीईर्र्रीए सीखहूवुड्न्नेयियी म्म्मीइ और आंटी यह कहते हुए मेरे से बड़ी ज़ोर से चिपकी हुई थी मुझे टाइट पकड़ा हुआ था और उनका बदन काँप रहा था और वो मस्ती मे चिल्ला रही थी कच्छूड्दद राअज्जजाअ आहह आऐईीइसस्सीए हहिईीईई माअरररर ज़्ज़्ज़ूओररर सस्सीई आआओउन्न्ञट्त्तिईइ क्क्कीईइ कक्चहूवततत्त ककककूऊ और उनका बदन किसी सूखे पत्ते की तरह काँपने लगा और वो मुझे बोहोत टाइट पकड़ के झड़ने लगी पिंकी अंदर आ चुकी थी और उसने वो सब कुछ देख भी लिया था और सुन भी लिया था पिंकी ने लाइट का बल्ब जला दिया और कमरे मे रोशनी फैल गयी पर आंटी की आँखें तो उनके ऑर्गॅज़म के चलते बंद ही थी इसी लिए उनको पता नही चला और फिर जैसे ही उनका ऑर्गॅज़म ख़तम हुआ और उन्हो ने आँखें खोली तो देखा कमरे मे रोशनी फैली हुई है, मेरा लंड आंटी की चूत के अंदर घुसा हुआ है और हम दोनो नंगे ही एक दूसरे से लिपटे हुए है और पिंकी बेड के साइड मे खड़ी है, उसका मूह खुला हुआ है, और वो कभी हम दोनो को और कभी टेबल पे रखी शराब की बॉटल को हैरत से आँखें फाड़ फाड़ के देख रही है, पिंकी को अपने सामने देखते ही आंटी की आँखें हैरत और डर से फैल गयी और बोली के ““अरे बहू तूमम ?? . मैं ने अपना लंड उनकी चूत से बाहर निकाल लिया और उनके ऊपेर से उठ गया और मेरा लंड अभी भी आकड़ा हुआ था और जोश मे हिल रहा था. इतनी जल्दी चूत से बाहर निकाल ने की वजह से लंड मे से मलाई अभी भी टपक रही थी और आंटी की चूत और पेट पे गिर रही थी.
आंटी नंगी ही फॉरन बिस्तर से उठने की कोशिश करने लगी पर कुछ ऑर्गॅज़म का असर और कुछ शराब का नशा वो जल्दी उठ नही पायी और फिर जैसे ही बिस्तर से नीचे उतर गयी और नंगी ही झुक के पिंकी के पैर पकड़ लिए और बोली के बहू मेरी इज़्ज़त अब तुम्हारे हाथ मे है प्लीज़ किसी को कुछ ना बताना तो पिंकी ने आंटी को बगल से पकड़ के उठा लिया और बोली के नही मम्मी आप फिकर ना करो मैं किसी को कुछ भी नही बताउन्गि और फिर उठ ते हुए बोली के तू बड़ी अछी है तू मेरी बहू नही मेरी बेटी है तो पिंकी ने अपनी नाक बंद करली आंटी समझ गयी के पिंकी को उनके मूह से शराब की बू आ रही होगी तो वो खुद भी थोड़ा सा पीछे हट गयी और अपने कपड़े ढूँदने लगी तो पिंकी ने बोला के डॉन’ट वरी मम्मी मैं जा रही हू आप ऐसे ही सो जाओ मैं सुबह आपके पास आ जाउन्गि और आंटी को बेड पे लिटा के चदडार उधा दिया और फिर पिंकी मेरा हाथ पकड़ के नंगा ही मुझे दूसरे कमरे मे ले गयी और फॉरन ही मेरे लंड को पकड़ के दबाने लगी. वो मेरे लंड मे से टपकते क्रीम को
देख कर ही पागल हो गयी थी. पिंकी की नाइटी उतार के वही खड़े खड़े ही उसकी एक टांग उठा के उसकी गीली चूत मे अपने मूसल कोपेल दिया. लंड मेरे और आंटी की क्रीम से गीला हो कर चमक रहा था और पिंकी के गीली चूत के अंदर घुसते ही बोला के तुम्हारी सास का जूस अब तुम्हारी चूत के अंदर है तो वो मुस्कुरा के मुझे किस करने लगी. मैने पिंकी को उसकी गंद पकड़ के उठा लिया और खड़े खड़े ही उसको चोदने लगा और वो मस्ती मैं आआग्ग्ग्ग्घ्ह्ह्ह्ह्ह र्र्र्राआअज्ज्ज्ज्ज आऐईएसस्स्सीई ह्ह्ह्हीईइ कक्चहूऊद्ददड़ूऊव उउउफफफफफफ्फ़ और मेरी गर्दन मे हाथ डाले मेरे लंड पे उछलती रही और थोड़ी ही देर मे उसका बदन काँपने लगा और वो झड़ने लगी और मेरी मलाई भी निकल के उसकी चूत मे गिरने लगी और जैसे ही उसको नीचे उतारा उसकी चूत से हम दोनो की क्रीम टपक टपक के फ्लोर पे गिरने लगी. उसकी आवाज़ें उसकी सास के कानो तक पहुँच रही थी. उसकी सास को पता चल गया था के मैं पिंकी को चोद रहा हू पर वो कुछ बोल ही नही सकती थी और खामोश रही. मैं थोड़ी देर के बाद अपने घर वापस आ गया.
सुबह आंटी का फोन आया तो उन्हो ने चिंता से पूछा के अब क्या होगा राजा तो मैं ने बोला के कुछ नही होगा आंटी आप फिकर ना करो पहले तो मैं ने भी कल रात पिंकी को चोद दिया और आज उसको भी हमारे साथ बुला लेते है रात मे और हम तीनो मिल कर !!!! तो मेरी बात काट ते हुए बोली के क्या ख़याल है तुम्हारा वो आ जाएगी तो मैं ने कहा के क्यों नही आएगी अब आपको भी तो पता चल गया है ना के मैं ने उसको भी चोदा है तो वो इस बात का ख़याल रखेगी और शुवर आएगी आप फिकर ना करो मैं बात करके उसको रात मे बुला लूँगा तो उनकी चिंता ख़तम हुई. मैने फॉरन ही पिंकी को फोन कर के अपनी पूरी बात बता दिया और बोला के आज हम थ्रीसम करेंगे जब मैं आंटी के कमरे से फोन करू तो तुम आ जाना तो उसने ठीक है कहा और फिर थोड़ी देर इधर उधर की बातें कर के फोन बंद कर दिया.
उस रात मैं जल्दी ही उनके घर चला गया हमेशा की तरह से सारे डोर्स मेरे लिए खुले हुए थे. मैं कमरे के अंदर आया तो आंटी नाइटी पहने सोफे पे चिंतित बैठी थी मुझे विश किया तो मैं ने बोला के आंटी आप अभी तक चिंतित हो तो उन्हो ने अपना सर हा मे हिला दिया. मैं ने विस्की की बॉटल टेबल पे रखी तो आंटी ने फॉरन ही उसको उठा के सोफे के पीछे रख दिया तो मैं ने बोला के आंटी आप घबराओ नही कुछ नही होगा और आइ आम शुवर के पिंकी कोई माइंड नही करेगी क्यों के वो भी एक आज़ाद ख़याल की लड़की है और मैं बॉटल सोफे के पीछे से उठा के वापस टेबल पे रख दिया और पिंकी को फोन किया तो वो आ गयी.
मैं ने उसको अपने करीब बिठा लिया और आंटी के सामने ही उसको एक ज़बरदस्त फ्रेंच किस कर दिया. हम थोड़ी देर तक इधर उधर
की बातें करने लगे ता के आंटी जो टेन्स बैठी थी उनकी हालत ठीक हो सके और फिर मैं ने पिंकी से पूछा के पिंकी क्या आंटी थोड़ी सी विस्की पिए तो तुम माइंड तो नही करोगी तो पिंकी ने बोला के मैं क्यों माइंड करूँगी मम्मी इतमीनान से पी सकती है तो मैं ने बोला के ठीक है एक काम करो तुम ही एक ग्लास मे निकाल के मम्मी को पिलाओ तो वो मेरे पास से उठ के टेबल से बॉटल उठा के ग्लास मे विस्की डाल के मम्मी के होटो से लगा दिया और प्यार से बोली के मम्मी आप चिंतित ना हो मम्मी मुझे पता है के यह बाप बेटे कैसे रहते है इन्है तो जैसी किसी चीज़ की परवाह ही नही वो ना घर की ज़रूरतो का ख़याल करते है और ना ही घरवालो की ज़रूरतो का उनको तो बॅस अपना काम और पैसा ही चाहिए उनको परवाह ही नही के उनकी बीवी वासना की आग मे जलती है तो जले उनको तो बस अपने पैसे से ही मतलब है और मम्मी सच काहु तो आपके बेटे ने मुझे सही ढंग से एक किस तक नही किया मेरे जलते बदन की प्यास बुझाना तो दूर की बात है. वो कमरे मे आता है और इधर उधर हाथ लगा के मुझे गरम कर देता है और खुद खर्राटे मारते हुए सो जाता है यह तो है आपके बेटे का हाल तो मैं समझ सकती हू के आपका भी ऐसा ही कुछ हाल होगा तो आंटी ने कहा के हा बेटा क्या करू और इसी के चलते मैं राजा की जवानी पे अपना दिल हार बैठी और वो सब कुछ हो गया जो तुम ने देखा तो पिंकी ने कहा के कोई बात नही मम्मी आज हम दोनो मिल के राजा को रात भर सोने नही देंगे और इतनी देर मे पिंकी ने शराब पिलाते पिलाते ग्लास खाली कर दिया था तो आंटी ने पिंकी से बोला के तू भी तो थोड़ी सी पीले बेटा सारा बदन गरमा जाएगा तो उसने कहा के गरम क्या मम्मी मेरा बदन तो किसी भाटि की तरह जल रहा है और आंटी ने विस्की का ग्लास पिंकी के हाथ से ले लिया और एक घूँट पिंकी को भी पीला दिया जिसे पिंकी ना ना करते पी गयी और इसी तरह से आंटी ने तकरीबन आधा ग्लास पिंकी को भी पीला दिया. अब पिंकी को भी मज़ा आने लगा था और थोड़ी सी ही शराब से उसको नशा चढ़ने लगा था.
पहली बार विस्की पीने की वजह से पिंकी जल्दी ही आउट भी हो गयी थी और उसका बदन शराब की और चूत की गर्मी से जलने लगा था उसने आंटी के हाथ पकड़ के उठाया और नशे मे झूमते हुए बोली के मम्मी मुझे तो बोहोत ही गर्मी लग रही है और अपनी नाइटी के बटन खोलने लगी और देखते ही देखते उतार भी दिया. उसने पॅंटी और ब्रस्सिएर नही पहनी थी और यही हम ने प्लान भी किया हुआ था पहले से. नंगी पिंकी ने आंटी से पूछा मम्मी आपको गर्मी नही लग रही है तो उन्हो ने मुस्कुराते हुए बोला के अरे बेटा मैं तो अपने बदन की आग मे जल रही हू तो पिंकी ने बोला के तो आप भी अपने कपड़े निकाल दो ना तो आंटी ने बोला के तुम ही निकाल दो तो पिंकी ने हाथ बढ़ा के आंटी की नाइटी भी उतार दी और अंदर से आंटी भी नंगी थी औरे मेरे सामने दो दो नंगे वासना की आग मे जलते बदन
खड़े थे जिन्है देख के मेरा मूसल लंड भी लोहे हैसा सख़्त हो गया और बे इंतेहा गरम भी अब वो दो दो चूतो की गर्मी को शांत करने के लिए तय्यार था.
कमरे मे धीमी लाइट जल रही थी कमरे का महॉल बोहोत ही रोमॅंटिक हो गया था. आंटी उठ ते उठ ते 1 ग्लास भर के शराब और पी गयी थी. पिंकी ने मुझे देखा और लड़खड़ाती आवाज़ मे बोली के राजा तुम्है शरम नही आती यहा मैं और ममी दोनो नंगे खड़े है और तुम अभी तक कपड़े पहने हुए हो तो मैं ने बोला के ठीक है जैसा तुम ने आंटी के कपड़े निकाले है मेरे भी निकाल दो तो वो मेरे करीब आ गयी और मेरी टी शर्ट हाथ ऊपेर कर के निकाल दी और फिर मेरे लूस बर्म्यूडा को फ्लोर पे बैठ ते हुए नीचे खीचा और जैसे ही बर्म्यूडा नीचे हुआ मेरा लंड किसी स्प्रिंग की तरह से उसके मूह के सामने हिलने लगा तो उसने मेरे हिलते हुए मूसल को अपने हाथ से पकड़ लिया और चूमने लगी और देखते ही देखते अपने मूह मे डाल के चूसने लगी. थोड़ी देर उसको चूसने दिया उसके बाद उसको बगल से पकड़ के उठाया और बेड पे लिटा दिया मैं उसके टांगो के बीच मे बैठ गया. अपने सेम दो नंगे बदन देख के तो मैं पहले ही जोश मे आ चुका था और फिर मेरी प्यारी पिंकी की प्यारी चिकनी छोटी सी चूत को देख के तो मैं एक दम से पागल ही हो गया और झुक के उसकी चूत को चूमने और चाटने लगा और पिंकी ने मेरा सर पकड़ के अपनी चूत मे घुसेड लिया आंटी खड़े खड़े यह सब देख रही थी और अपने टाँगो को फैलाए हुए अपनी चूत को अपने ही हाथो से सहलाने लगी थी और साथ मे शराब भी पी रही थी. पिंकी की चूत को पूरे मूह मे भर के दांतो से काटा तो उसका मूह ऊऊऊऊऊऊओिईईईईईईईईईईईईईईई और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ की साथ खुल गया तो आंटी ने ग्लास मे की बची हुई शराब को पिंकी के मूह मे डाल दिया जिसे वो आराम से पी गयी. मैं अपनी जगह से उठा और पिंकी के ऊपेर लेट गया और उसके चुचिओ को चूसने लगा. मेरा लंड उसकी चूत के पंखदिओं के बीच उसकी चूत के सुराख मे अटका हुआ था एक ज़ोर से धक्का मारा तो मेरा मूसल लंड उसकी चूत को चीरता हुआ पूरे का पूरा उसकी गीली और टाइट चूत के अंदर जड़ तक उतर गया फिर से उसका मूह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ के साथ खुल गया तो मैं ने आंटी से बोला के आंटी आप पिंकी के मूह पे बैठ जाओ और उसको अपनी चूत का जूस पिलाओ तो आंटी बेड के ऊपेर आ गयी और मेरी तरफ पीठ करके पिंकी के मूह के ऊपेर बैठ गयी और उसके मूह मे अपनी चूत को रगड़ने लगी और पिंकी अपनी सास की चूत को चाटने लगी जिसमे से जूस निकल रहा था. मैं ने आंटी से बोला के आंटी इधर पलट जाओ मैं आपके बूब्स को मसलना और चूसना चाहता हू तो आंटी पलट के पिंकी के मूह पे ऐसे बैठी के उनके मूह अब मेरी तरफ
हो गया. मैं पिंकी को घपा घाप चोद रहा था और साथ मे आंटी के बूब्स को अपने मूह मे ले के चूस रहा था. आंटी भी मस्ती मे अपनी चूत से अपनी बहू को चोद रही थी और देखते ही देखते आंटी का बदन काँपने लगा और वो अपनी बहू के मूह मे झड़ने लगी जिसे पिंकी जोश मे पी गयी और चाट चाट कर उनकी चूत को सॉफ कर दिया. इसी बीच मे पिंकी को धना धन चोद रहा था उसकी चूत मे से कंटिन्यू जूस निकल रहा था और फिर मेरे धक्के तेज़ होते चले गये और पिंकी का बदन काँपने लगा उसने मेरी पीठ पे अपने पैर ज़ोर से लपेट लिए और झड़ने लगी. जैसे ही पिंकी झड़ने लगी उसकी चूत बोहोत टाइट हो गयी और उसकी चूत के मसल्स मेरे मूसल को निचोड़ने लगे और मैं भी उसकी गरम चूत के अंदर ही अपना सारा गरम गरम वीर्या डाल दिया और पिंकी के बदन पे ही ढेर हो गया इस बीच आंटी की चूत से जूस निकल गया था और वो भी खल्लास हो चुकी थी और गहरी गहरी साँसें लेती हुई वो पिंकी के ऊपेर से लुढ़क के उसके साइड मे लेट गयी थी.
पिंकी ने अपनी सास से बोला के पता है मम्मी अगर यह राजा नही होता ना तो मे तो आपके बेटे लाला को कब का डाइवोर्स दे चुकी होती. यह सुन के सुनीता देवी की आँखें फटी की फटी रह गयी और बोली वो क्यों बेटा तो पिंकी ने बोला के पता है आपको आपका बेटा आज तक मेरी चूत के अंदर अपना लंड नही डाल पाया वो तो चूत के ऊपेर ही थूक के हट जाता है और मैं अपनी उंगली से ही अपने चूत की आग को शांत करती हू यहा आपको बता दू के राजा मुझे पहले से ही चोद्ता है और अगर मुझे राजा का लंड नही मिलता तो मैं शुवर आपके बेटे को डाइवोर्स दे चुकी होती थी. यह सुन के सुनीता देवी बोली के बेटा प्लीज़ ऐसा नही करना नही तो मेरे खानदान पे बदनामी का दाग लग जाएगा तुम जब चाहो राजा से चुदवा लिया करना मैं कोई माइंड नही करूगी पर डाइवोर्स की बात अब कभी मूह से नही निकालना. पिंकी ने बोला के ठीक है मम्मी आप फिकर ना करो मैं ऐसा कुछ नही करूँगी और हा मैं सच कह रही हू के लाला का लौदा थोड़ा सा उठ ता है पर अंदर घुसने से पहले ही उसका पानी निकल जाता है मैं ने उसको बोला के किसी डॉक्टर से कन्सल्ट करो तो उसने बोला के नही वो ऐसा नही कर सकता नही तो उसकी बदनामी होगी. अब मैं थोड़े ही दीनो मैं उसको भी बता दूँगी के अगर वो मेरी चूत की आग नही बुझा सकता तो मैं राजा से चुदवा के अपनी प्यासी चूत की प्यास मिताउन्गी तो उसकी सास ने बोला के ठीक है बेटा उसको उसकी वीकनेस बताओ और आइ आम शुवर के वो भी डाइवोर्स का नाम सुन के डर जाएगा और तुमको राजा से चुदवाने का पर्मिशन भी मिल जाएगा तो पिंकी ने कहा के ठीक है मम्मी आप फिकर ना करो मैं सब संभाल लूँगी तो उसकी सास के चेहरे पे इत्मेनान झलकने लगा और वो ग्लास मे विस्की निकल के एक ही घूँट मे पी गयी और बिस्तर पे गिर के नंगी ही सो गयी.
Raat bohot der se ghar wapas aaya soch raha tha ke pinky ko phone karu itne mei uskha khud hi phone aa gaya to mai ne bata dia ke aunty ke teeno surakho mai apni cream nikal chuka
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Isi tarah se aunty ki chudai aur sharab ki iccha mai poori karta raha aur ab mai aur aunty bilkul kisi young lovers ki tarah hi rehne lage. Mai jab kamre mai aata to aunty nangi hi mera wait
karti rehti aur jaisi hi mai ander aa jata to aunty kisi naye lovers aur kisi kunwari ladki ki tarah mujh se lipat jati aur phir wohi sharab ke bad aunty ki jamm kar chudai aur gand bhi marta aur aunty ke muh ko bhi chodta aur 69 bhi karte aur ab ham ek dum se bindaas ho ke karne lage the jaise kisi ka bhi darr na ho aur ab to kamre ko ander se band karne ka bhi hosh nahi rehta aunty ko chudne ki itni jaldi hoti thi ke unko parwah hi nahi hoti ke kamra ander se bolt kia hua hai ya nahi to mai ne ek din pinky se time set kar lia aur bola ke mai tumhai tumhare mobile pe call karunga tum answer nahi karna aur call ko band kar ke uske 5 – 7 minute ke ander hi kamre ke ander chali aana.
Aur phir uss din mai as usual ander aa gya, aunty nangi hi kamre mai tehel ke mera wait kar rahi thi aur us din mai whisky aur Champaign dono ki ek ek bottle le ke aaya tha aur table pe rakh dia jise aunty badi be chaini se khol ke dono mila ke peene lagi. Itne dino se peete peete ab aunty 1 glass mai out nahi hoti thi balke 2 ya 3 glass peene ke bad hi out hoti thi. Uss raat ko kamre ke ander aane ke baad main door ko ander se bolt nahi kia aur khula hi chhor dia tha aur aunty ko 3 – 4 glass mix kar ke sharab pila dia aur sharab peete peete hi aunty ke pairo ke beecchmai baithe ke unki choot ko choos choos ke unka juice nikal dia aur phir khade ho ke unke muh ke ander apna Lund dal ke une muh ko chodne laga.
Aunty ke hath mai sharab ka glass tha aur wo mere Lund ko choos rahi thi aur thodi thodi der mai Lund apne muh se baher nikal ke sharab ke glass se chuski bhi le rahi thi. Ek time aunty ne Lund ko muh se baher nikala aur mere Lund ko apne sharab ki glass mai dubo dia aur baher nikal ke mere Lund pe se sharab chaatne lagi waah kia maza aa raha tha. Ab aunty ko aisa karna bohot hi acha lag raha thia jiski wajah se wo ab baar baar mere Lund ko apne glass mai dalti aur jo sharab mere Lund pe lagti usko choosti mujhe bhi bohot hi maza aa raha tha aur kabhi to mere Lund ko apni muthi mai pakad ke muth bhi mar deti aur isi beeceh jab mai jhadne ko aa gaya to mai ab unke muh mai hi Lund ko ghused ke chodne laga aur deewano ki tarah se chod raha tha aur aisa karne sse Lund unke halak ke ander tak ghuss raha tha aur phir jab meri cream nikalne ke liye ready ho gayee to apna Lund unke muh se baher nikal lia aur khud hi apne Lund ka muth marne laga aur phir ek hi minute ke ander jab cream nikalne lagi tab mai ne apne Lund ko aunty ke sharab ke glass ki disha mai mod dia aur unke
sharab ke glass mai meri malayee ki moti moti garam garam dhariyan girne lagi aur aunty muskura ke kabhi apne glass ki taraf dekhti to kabhi mere chehre ki taraf. Mere Lund se nikli gaadhi gaadhi malayee glass ke pende mai settle ho chuki thi jise aunty ne apni ungli se hilaya aur jab meri malayee aur sharab achi taah se mix ho gaye to phir bachi hui sari sharab ek hi ghoont mai pi gayee aur hoto pe zuban pherte hue chitkhaare lete hue nasheeli aankho se mujhe dekhte hue boli ke wah Raja aisi sharab ka to nasha aur maza hi kuch aur hai aur phir ham dono hasne lage.
Aunty ko ab thoda thoda nasha chhadhne laga tha aur ab aunty ko chudai ki iccha ho rahi thi. unki choot ko chooste chooste ek baar to wo jhad hi chuki thi aur ab wo garam bhi hone lagi aur sofe se uth te hue boli ke chal Raja aaja aur chod dal apni aunty ki pyaasi choot ko. Itni der mai mera Lund phir se kisi rocket ki tarah se khada ho chuka tha to aunty mere Lund ko pakad ke khechte hue mujhe bistar ki taraf le gayi aur mai unke sath chalne laga par sath mai table se apna mobile jismei Pinky ke mobile ke number ko dial pe rady rakha tha. Ab aunty kaafi laa parwah ho gayee thi aur dheemi light jalane lagi thi. Pehle to mai aunty ne mujhe bed pe lita dia aur mere ooper ulta 69 ki position mai aa gayi aur mere Lund ko choosne lagi aur apni choot ko mere muh mai ragadne lagi. Unki choot ander se laal ho gayee thi aur itne dino se Lund ki maar jhelte jhelte unki choot ke pankhadiyan bhi thode se sooj kar mote ho chuke the. Unki choot mai se juice continue nikal raha tha aur mere dant unki choot ke ander lagne se unko bohot hi maza aa raha tha jise se wo bohot hi josh mai aa gayee thi aur apni gand utha utha ke mere muh pe apni choot ko zor zor se maar rahi thi aur dekhte hi dekhte aunti ki choot ka dabau mere muh pe badhne laga aur wo kaanpte hue jhadne lagi. Jab achi tarah se jhad gayee to thodi der tak mere Lund ko choosti rahi aur mai bhi chaat chaat kar unki choot ko saaf kar dia aur wo phir se garam hone lagi. Mai ab position change kar ke aunty ko neeche lita dia aur aunty apne ghutne mod ke leti thi. mai unke pairo ke beeche mai aa gaya aur apne pair peeche kar ke Lund ko ek hi jhatke mei unki choot ke ander ghused dia jis se Lund direct choot mai ghuste hue unki bache dani se takra gaya aur masti mai aunty ki aankh band hote hi mobile pe jo Pinky ka number ready tha uska call button daba dia jo pikny ko ishara tha ander aane ka. Mai aunty ko dhana dhan chod raha tha aur aunty mujhe tight pakde hue thi unke pair ab meri back pe lapete hue the aur meri gardan mai hath dal ke mere se lipti hui thi. Aunty chudai ka full maza le rahi thi aur apni gand utha utha ke masti
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khade the jinhai dekh ke mera musal Lund bhi lohe haisa sakht ho gaya aur be inteha garam bhi ab wo do do chooton ki garmi ko shaant karne ke liye tayyar tha.
Kamre mai dheemi light jal rahi thi kamre ka mahol bohot hi romantic ho gaya tha. Aunty uth te uth te 1 glass bhar ke sharab aur pee gayee thi. Pinky ne mujhe dekha aur ladkhadati awaz mai boli ke Raja tumhai sharam nahi aati yaha mai aur mumy dono nange khade hai aur tum abhi tak kapde pehne hue ho to mai ne bola ke theek hai jaisa tum ne aunty ke kapde nikale hai mere bhi nikal do to wo mere kareeb aa gayee aur meri T shirt hath ooper kar ke nikal di aur phir mere loose Bermuda ko floor pe baith te hue neeche kheecha aur jaise hi Bermuda neeche hua mera Lund kisi spring ki tarah se uske muh ke saamne hilne laga to usne mere hilte hue musal ko apne hath se pakad lia aur choomne lagi aur dekhte hi dekhte apne muh mai dal ke choosne lagi. Thodi der usko choosne dia uske bad usko baghal se pakad ke uthaya aur bed pe lita dia mai uske tango ke beech mai baith gaya. Apne same do nange badan dekh ke to mai pehle hi josh mai aa chuka tha aur phir meri pyari pinky ki pyari chikni choti si choot ko dkeh ke to mai ek dum se pagal hi ho gaya aur jhuk ke uski choot ko choomne aur chaatne laga aur pinky ne mera sar pakad ke apni choot mai ghused lia aunty khad khade yeh sab dekh rahi thi aur apne tango ko phailaye hue apni choot ko apne hi hatho se sehlaane lagi thi aur sath mai sharab bhi pi rahi thi. Pinky ki choot ko poore muh mai bhar ke dato se kaata to uska muh oooooooooooooiiiiiiiiiiiiiiiiii aur sssssssssssssssss ki awaz ki sath khul gaya to aunty ne glass mai ki bachi hui sharab ko pinky ke muh mai dal dia jise wo araam se pi gayee. Mai apni jagah se utha au pinky ke ooper let gaya aur uske chuchion ko choosne laga. Mera Lund uski choot ke pankhadion ke beeceh uski choot ke surakh mai atka hua tha ek zor se dhakka maara to mera musal Lund uski choot ko cheerta hua poore ka poora uski geeli aur tight choot ke ander jadd tak utar gaya phir se uska muh sssssssssssssss ki awaz ke sath khul gaya to mai ne aunty se bola ke aunty aap Pinky ke muh pe baith jao aur usko apni choot ka juice pilao to aunty bed ke ooper aa gayee aur meri taraf peeth karke Pinky ke muh ke ooper baith gayee aur uske muh mai apni choot ko ragadne lagi aur Pinky apni saas ki choot ko chaatne lagi jismei se juice nikal raha tha. Mai ne aunty se bola ke aunty idhar palat jao mai aapke boobs ko masalna aur choosna chahta hu to aunty palat ke pinky ke muh pe aise baithi ke unke muh ab meri taraf
ho gaya. Mai Pinky ko ghapa ghap chod raha tha aur sath mai aunty ke boobs ko apne muh mai le ke choos raha tha. Aunty bhi masti mai apni choot se apni bahu ko chod rahi thi aur dekhte hi dekhte aunty ka badan kaampne laga aur wo apni bahu ke muh mai jhadne lagi jise pinky josh mai pi gayee aur chaat chaat kar unki choot ko saaf kar dia. Isi beech mai pinky ko dhana dhan chod raha tha uski choot mei se continue juice nikal raha tha aur phir mere dhakke tez hote chale gaye aur pinky ka badan kaampne laga usne meri peeth pe apne pair zor se lapet liye aur jhadne lagi. Jaise hi pinky jhadne lagi uski choot bohot tight ho gayee aur uski choot ke muscles mere musal ko nichodne lage aur mai bhi uski garam choot ke ander hi apna sara garam garam virya dal dia aur pinky ke badan pe hi dher ho gaya is beech aunty ki choot se juice nikal gaya tha aur wo bhi khallas ho chuki thi aur gehri gehri saansein leti hui wo pinky ke ooper se ludhak ke uske side mai let gayi thi.
Pinky ne apni saas se bola ke pata hai mummy agar yeh Raja nahi hota na to mai to aapke bête Lala ko kab ka divorce de chuki hoti. Yeh sun ke Sunita Devi ki aankhein phati ki phati reh gayi aur boli wo kyon beta to Pinky ne bola ke pata hai aapko aapka beta aaj tak meri choot ke ander apna Lund nahi dal paya wo to choot ke ooper hi thook ke hat jata hai aur mai apni ungli se hi apne choot ki aag ko shant karti hu yaha aapko bata du ke Raja mujhe pehle se hi chodta hai aur agar mujhe raja ka Lund nahi milta to mai sure aapke bête ko divorce de chuki hoti thi. Yeh sun ke Sunita Devi boli ke beta please aisa nahi karna nahi to mere khandaan pe badnaami ka daagh lag jayega tum jab chaho Raja se chudwa lia karna mai koi mind nahi karugi par divorce ki baat ab kabhi muh se nahi nikalna. Pinky ne bola ke theek hai mummy aap fikar na karo mai aisa kuch nahi karungi aur haa mai sach keh rahi hu ke Lala ka Louda thod sa uth ta hai par ander ghusane se pehle hi uska pani nikal jata hai mai ne usko bola ke kisi doctor se consult karo to usne bola ke nahi wo aisa nahi kar sakta nahi to uski badnami hogi. Ab mai thode hi dino mai usko bhi bata dungi ke agar wo meri choot ki aag nahi bujha sakta to mai Raja se chudwa ke apni pyasi choot ki pyas mitaugi to uski saas ne bola ke theek hai beta usko uski weakness batao aur I am sure ke wo bhi divorce ka naam sun ke darr jaega aur tumko Raja se chudwane ka permission bhi mil jaega to pinky ne kaha ke theek hai mummy aap fikar na karo mai sab sambhal lungi to uski saas ke chehre pe itmenan jhalakne laga aur wo glass mai whiskey nikal ke ek hi ghoont mai pi gayi aur bistar pe gir ke nangi hi so gayee.
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गतांक से आगे........................
रात बोहोत देर से घर वापस आया सोच रहा था के पिंकी को फोन करू इतने मे उसका खुद ही फोन आ गया तो मैं ने बता दिया के आंटी के तीनो सुराखो मे अपनी क्रीम निकाल चुका
हू तो उसने पूछा सच राजा तो मैं ने कहा हा सच मेरी जान अब बॅस थोड़े ही दीनो की बात है जब आंटी को मैं कुछ दिन तक और चोद लेता हू फिर जब वो कमरे के डोर की तरफ से उनका ध्यान हट जाए तो मैं दरवाज़ा खुला रखूँगा और तुम हम को चुदाई करते हुए रंगे हाथो पकड़ लेना उसके बाद फिर हम तीनो मिल के एक टाइम थ्रीसम करेंगे उसके बाद रास्ता सॉफ और फिर मैं तुम्है तुम्हारी ससुराल मे ही बिंदास चोदुन्गा तो वो खुश हो गयी और मुझे फोन पर ही किस करने लगी और फिर फोन सेक्स करते करते वो अपनी चूत मई उंगली डाल के अपनी चूत को चोद चोद के झाड़ गयी और फिर दोनो सो गये.
सुबह फिर मैं देर तक सोता रहा और आंटी के फोन से ही उठा. आंटी से पूछा आंटी कहा हो आप बेड पे ही हो या स्नान कर चुकी हो तो बोली के राज्ज अभी तक बेड मे ही लेटी हू यह क्या कर दिया तुम ने मुझे मेरे सारे बदन मे मीठा मीठा दरद हो रहा है ऐसा मीठा दरद और ऐसा मज़ा तो मुझे सुहाग रात के बाद भी नही आया था तो मैं हंस दिया और बोला के आंटी आप तो जवानो से ज़ियादा जवान हो तो उन्हो ने बोला के राज्ज एक बात मनोगे तो मैं ने बोला के अरे आंटी आप ऑर्डर करो बस तो बोली के राज्ज मुझे तुम्हारे साथ ज़िंदगी का वो मज़ा मिला है जो मुझे आज तक कभी नही मिला था बस तुम से इतनी रिक्वेस्ट है के तुम मेरी चुदाई की इच्छा को पूरी करते रहना तो मैं ने बोला के आंटी आप क्यों फिकर करती हो मैं डेली रात को आपके पास आ जाउन्गा तो उन्हो ने थॅंक्स बोला और हस्ते हुए बोली के सुनो वो बॉटल नही भूलना तो मैं हंस के बोला के आंटी आप फिकर ना करो मैं आपके बदन का और बॉटल का कोटा पूरा करूँगा तो उन्हो ने मुझे फोन पे ही किस किया तो मैं ने पूछा आंटी अभी तक नंगी ही लेटी हो या कपड़े पहेन लिए तो बोली के नही मुन्नी आई थी उठाने वो चली गयी है पर मैं अभी तक नंगी ही लेटी हू तो मैं ने बोला के आंटी मैं जैसा बोलू वैसे ही करते जाओ और फिर मैं ने उनको फर्स्ट टाइम फोन सेक्स करना सिखाया और फिर आंटी अपनी चूत मे उंगली डाल के चोद्ति चली गयी और थोड़ी ही देर मे झड़ने लगी जिसे मैं ने फोन पर सुना. जब उनका जूस निकलना बंद हो गया तो उन्हो ने बड़ी सेक्सी आवाज़ मे बोला के यहा आ जाओ ना मेरे राजा और लंच हमारे साथ ही कर लो तो मैं ने बोला के आंटी अभी नही क्यॉंके आपकी बॉटल तो ख़तम हो गयी है मैं शाम तक आपकी बॉटल ले का आ जाउन्गा और फिर रात को जल्दी ही आ जाउन्गा और फिर कंप्लीट रात हमारी होगी तो उन्हो ने ठंडी साँस ले के पूछा राज्ज यह रात कब आएगी तो मैं हंस पड़ा और फिर थोड़े से फोन किस के बाद फोन रख दिया और मैं फिर से सो गया.
इसी तरह से आंटी की चुदाई और शराब की इच्छा मैं पूरी करता रहा और अब मैं और आंटी बिल्कुल किसी यंग लवर्स की तरह ही रहने लगे. मैं जब कमरे मे आता तो आंटी नंगी ही मेरा वेट
करती रहती और जैसी ही मैं अंदर आ जाता तो आंटी किसी नये लवर्स और किसी कुँवारी लड़की की तरह मुझ से लिपट जाती और फिर वोही शराब के बाद आंटी की जम्म कर चुदाई और गंद भी मारता और आंटी के मूह को भी चोद्ता और 69 भी करते और अब हम एक दम से बिंदास हो के करने लगे थे जैसे किसी का भी डर ना हो और अब तो कमरे को अंदर से बंद करने का भी होश नही रहता आंटी को चुदने की इतनी जल्दी होती थी के उनको परवाह ही नही होती के कमरा अंदर से बोल्ट किया हुआ है या नही तो मैं ने एक दिन पिंकी से टाइम सेट कर लिया और बोला के मैं तुम्है तुम्हारे मोबाइल पे कॉल करूँगा तुम आन्सर नही करना और कॉल को बंद कर के उसके 5 – 7 मिनिट के अंदर ही कमरे के अंदर चली आना.
और फिर उस दिन मैं अंदर आ गया, आंटी नंगी ही कमरे मे टेहल के मेरा वेट कर रही थी और उस दिन मैं विस्की और शॅंपेन दोनो की एक एक बॉटल ले के आया था और टेबल पे रख दिया जिसे आंटी बड़ी बे चैनि से खोल के दोनो मिला के पीने लगी. इतने दीनो से पीते पीते अब आंटी 1 ग्लास मे आउट नही होती थी बलके 2 या 3 ग्लास पीने के बाद ही आउट होती थी. उस रात को कमरे के अंदर आने के बाद मैं डोर को अंदर से बोल्ट नही किया और खुला ही छोड़ दिया था और आंटी को 3 – 4 ग्लास मिक्स कर के शराब पीला दिया और शराब पीते पीते ही आंटी के पैरो के बीच मे बैठ के उनकी चूत को चूस चूस के उनका जूस निकल दिया और फिर खड़े हो के उनके मूह के अंदर अपना लंड डाल के उनका मूह को चोदने लगा.
आंटी के हाथ मे शराब का ग्लास था और वो मेरे लंड को चूस रही थी और थोड़ी थोड़ी देर मे लंड अपने मूह से बाहर निकाल के शराब के ग्लास से चुस्की भी ले रही थी. एक टाइम आंटी ने लंड को मूह से बाहर निकाला और मेरे लंड को अपने शराब की ग्लास मे डुबो दिया और बाहर निकाल के मेरे लंड पे से शराब चाटने लगी वाह क्या मज़ा आ रहा था. अब आंटी को ऐसा करना बोहोत ही अछा लग रहा था जिसकी वजह से वो अब बार बार मेरे लंड को अपने ग्लास मे डालती और जो शराब मेरे लंड पे लगती उसको चूस्ति मुझे भी बोहोत ही मज़ा आ रहा था और कभी तो मेरे लंड को अपनी मुथि मे पकड़ के मूठ भी मार देती और इसी बीच जब मैं झड़ने को आ गया तो मैं अब उनके मूह मे ही लंड को घुसेड के चोदने लगा और दीवानो की तरह से चोद रहा था और ऐसा करने से लंड उनके हलक के अंदर तक घुस्स रहा था और फिर जब मेरी क्रीम निकलने के लिए रेडी हो गयी तो अपना लंड उनके मूह से बाहर निकाल लिया और खुद ही अपने लंड का मूठ मारने लगा और फिर एक ही मिनिट के अंदर जब क्रीम निकलने लगी तब मैं ने अपने लंड को आंटी के शराब के ग्लास की दिशा मे मोड़ दिया और उनके
शराब के ग्लास मे मेरी मलाई की मोटी मोटी गरम गरम धारियाँ गिरने लगी और आंटी मुस्कुरा के कभी अपने ग्लास की तरफ देखती तो कभी मेरे चेहरे की तरफ. मेरे लंड से निकली गाढ़ी गाढ़ी मलाई ग्लास के पेन्दे मे सेट्ल हो चुकी थी जिसे आंटी ने अपनी उंगली से हिलाया और जब मेरी मलाई और शराब अछी तरह से मिक्स हो गये तो फिर बची हुई सारी शराब एक ही घूँट मे पी गयी और होटो पे ज़ुबान फेरते हुए चटखारा लेते हुए नशीली आँखो से मुझे देखते हुए बोली के वाह राजा ऐसी शराब का तो नशा और मज़ा ही कुछ और है और फिर हम दोनो हस्ने लगे.
आंटी को अब थोडा थोड़ा नशा चढ़ने लगा था और अब आंटी को चुदाई की इच्छा हो रही थी. उनकी चूत को चूस्ते चूस्ते एक बार तो वो झाड़ ही चुकी थी और अब वो गरम भी होने लगी और सोफे से उठ ते हुए बोली के चल राजा आजा और चोद डाल अपनी आंटी की प्यासी चूत को. इतनी देर मे मेरा लंड फिर से किसी रॉकेट की तरह से खड़ा हो चुका था तो आंटी मेरे लंड को पकड़ के खीचते हुए मुझे बिस्तर की तरफ ले गयी और मैं उनके साथ चलने लगा पर साथ मे टेबल से अपना मोबाइल जिसमे पिंकी के मोबाइल के नंबर को डाइयल पे रेडी रखा था. अब आंटी काफ़ी ला परवाह हो गयी थी और धीमी लाइट जलाने लगी थी. पहले तो आंटी ने मुझे बेड पे लिटा दिया और मेरे ऊपेर उल्टा 69 की पोज़िशन मे आ गयी और मेरे लंड को चूसने लगी और अपनी चूत को मेरे मूह मे रगड़ने लगी. उनकी चूत अंदर से लाल हो गयी थी और इतने दीनो से लंड की मार झेलते झेलते उनकी चूत के पंखाड़ियान भी थोड़े से सूज कर मोटे हो चुके थे. उनकी चूत मे से जूस कंटिन्यू निकल रहा था और मेरे दाँत उनकी चूत के अंदर लगने से उनको बोहोत ही मज़ा आ रहा था जिसे से वो बोहोत ही जोश मे आ गयी थी और अपनी गंद उठा उठा के मेरे मूह पे अपनी चूत को ज़ोर ज़ोर से मार रही थी और देखते ही देखते आंटी की चूत का दबाव मेरे मूह पे बढ़ने लगा और वो काँपते हुए झड़ने लगी. जब अछी तरह से झाड़ गयी तो थोड़ी देर तक मेरे लंड को चूस्ति रही और मैने भी चाट चाट कर उनकी चूत को सॉफ कर दिया और वो फिर से गरम होने लगी. मैने अब पोज़िशन चेंज कर के आंटी को नीचे लिटा दिया और आंटी अपने घुटने मोड़ के लेटी थी. मैं उनके पैरो के बीचे मे आ गया और अपने पैर पीछे कर के लंड को एक ही झटके मे उनकी चूत के अंदर घुसेड दिया जिस से लंड डाइरेक्ट चूत मे घुसते हुए उनकी बचे दानी से टकरा गया और मस्ती मे आंटी की आँख बंद होते ही मोबाइल पे जो पिंकी का नंबर रेडी था उसका कॉल बटन दबा दिया जो पिंकी को इशारा था अंदर आने का. मैं आंटी को धना धन चोद रहा था और आंटी मुझे टाइट पकड़े हुए थी उनके पैर अब मेरी बॅक पे लपेटे हुए थे और मेरी गर्दन मे हाथ डाल के मेरे से लिपटी हुई थी. आंटी चुदाई का फुल मज़ा ले रही थी और अपनी गंद उठा उठा के मस्ती
मे चुदवा रही थी और साथ मे चिल्ला भी रही थी चोद डाल राजा चोद डाल अपनी आंटी की चूत को आअहह ऊऊहह ब्ब्बाअद्द्दाआअ म्म्माआज़्ज़्ज़्ज़ाआ हीईएईईईई र्र्रररीई त्त्तीईर्र्रीए सीखहूवुड्न्नेयियी म्म्मीइ और आंटी यह कहते हुए मेरे से बड़ी ज़ोर से चिपकी हुई थी मुझे टाइट पकड़ा हुआ था और उनका बदन काँप रहा था और वो मस्ती मे चिल्ला रही थी कच्छूड्दद राअज्जजाअ आहह आऐईीइसस्सीए हहिईीईई माअरररर ज़्ज़्ज़ूओररर सस्सीई आआओउन्न्ञट्त्तिईइ क्क्कीईइ कक्चहूवततत्त ककककूऊ और उनका बदन किसी सूखे पत्ते की तरह काँपने लगा और वो मुझे बोहोत टाइट पकड़ के झड़ने लगी पिंकी अंदर आ चुकी थी और उसने वो सब कुछ देख भी लिया था और सुन भी लिया था पिंकी ने लाइट का बल्ब जला दिया और कमरे मे रोशनी फैल गयी पर आंटी की आँखें तो उनके ऑर्गॅज़म के चलते बंद ही थी इसी लिए उनको पता नही चला और फिर जैसे ही उनका ऑर्गॅज़म ख़तम हुआ और उन्हो ने आँखें खोली तो देखा कमरे मे रोशनी फैली हुई है, मेरा लंड आंटी की चूत के अंदर घुसा हुआ है और हम दोनो नंगे ही एक दूसरे से लिपटे हुए है और पिंकी बेड के साइड मे खड़ी है, उसका मूह खुला हुआ है, और वो कभी हम दोनो को और कभी टेबल पे रखी शराब की बॉटल को हैरत से आँखें फाड़ फाड़ के देख रही है, पिंकी को अपने सामने देखते ही आंटी की आँखें हैरत और डर से फैल गयी और बोली के ““अरे बहू तूमम ?? . मैं ने अपना लंड उनकी चूत से बाहर निकाल लिया और उनके ऊपेर से उठ गया और मेरा लंड अभी भी आकड़ा हुआ था और जोश मे हिल रहा था. इतनी जल्दी चूत से बाहर निकाल ने की वजह से लंड मे से मलाई अभी भी टपक रही थी और आंटी की चूत और पेट पे गिर रही थी.
आंटी नंगी ही फॉरन बिस्तर से उठने की कोशिश करने लगी पर कुछ ऑर्गॅज़म का असर और कुछ शराब का नशा वो जल्दी उठ नही पायी और फिर जैसे ही बिस्तर से नीचे उतर गयी और नंगी ही झुक के पिंकी के पैर पकड़ लिए और बोली के बहू मेरी इज़्ज़त अब तुम्हारे हाथ मे है प्लीज़ किसी को कुछ ना बताना तो पिंकी ने आंटी को बगल से पकड़ के उठा लिया और बोली के नही मम्मी आप फिकर ना करो मैं किसी को कुछ भी नही बताउन्गि और फिर उठ ते हुए बोली के तू बड़ी अछी है तू मेरी बहू नही मेरी बेटी है तो पिंकी ने अपनी नाक बंद करली आंटी समझ गयी के पिंकी को उनके मूह से शराब की बू आ रही होगी तो वो खुद भी थोड़ा सा पीछे हट गयी और अपने कपड़े ढूँदने लगी तो पिंकी ने बोला के डॉन’ट वरी मम्मी मैं जा रही हू आप ऐसे ही सो जाओ मैं सुबह आपके पास आ जाउन्गि और आंटी को बेड पे लिटा के चदडार उधा दिया और फिर पिंकी मेरा हाथ पकड़ के नंगा ही मुझे दूसरे कमरे मे ले गयी और फॉरन ही मेरे लंड को पकड़ के दबाने लगी. वो मेरे लंड मे से टपकते क्रीम को
देख कर ही पागल हो गयी थी. पिंकी की नाइटी उतार के वही खड़े खड़े ही उसकी एक टांग उठा के उसकी गीली चूत मे अपने मूसल कोपेल दिया. लंड मेरे और आंटी की क्रीम से गीला हो कर चमक रहा था और पिंकी के गीली चूत के अंदर घुसते ही बोला के तुम्हारी सास का जूस अब तुम्हारी चूत के अंदर है तो वो मुस्कुरा के मुझे किस करने लगी. मैने पिंकी को उसकी गंद पकड़ के उठा लिया और खड़े खड़े ही उसको चोदने लगा और वो मस्ती मैं आआग्ग्ग्ग्घ्ह्ह्ह्ह्ह र्र्र्राआअज्ज्ज्ज्ज आऐईएसस्स्सीई ह्ह्ह्हीईइ कक्चहूऊद्ददड़ूऊव उउउफफफफफफ्फ़ और मेरी गर्दन मे हाथ डाले मेरे लंड पे उछलती रही और थोड़ी ही देर मे उसका बदन काँपने लगा और वो झड़ने लगी और मेरी मलाई भी निकल के उसकी चूत मे गिरने लगी और जैसे ही उसको नीचे उतारा उसकी चूत से हम दोनो की क्रीम टपक टपक के फ्लोर पे गिरने लगी. उसकी आवाज़ें उसकी सास के कानो तक पहुँच रही थी. उसकी सास को पता चल गया था के मैं पिंकी को चोद रहा हू पर वो कुछ बोल ही नही सकती थी और खामोश रही. मैं थोड़ी देर के बाद अपने घर वापस आ गया.
सुबह आंटी का फोन आया तो उन्हो ने चिंता से पूछा के अब क्या होगा राजा तो मैं ने बोला के कुछ नही होगा आंटी आप फिकर ना करो पहले तो मैं ने भी कल रात पिंकी को चोद दिया और आज उसको भी हमारे साथ बुला लेते है रात मे और हम तीनो मिल कर !!!! तो मेरी बात काट ते हुए बोली के क्या ख़याल है तुम्हारा वो आ जाएगी तो मैं ने कहा के क्यों नही आएगी अब आपको भी तो पता चल गया है ना के मैं ने उसको भी चोदा है तो वो इस बात का ख़याल रखेगी और शुवर आएगी आप फिकर ना करो मैं बात करके उसको रात मे बुला लूँगा तो उनकी चिंता ख़तम हुई. मैने फॉरन ही पिंकी को फोन कर के अपनी पूरी बात बता दिया और बोला के आज हम थ्रीसम करेंगे जब मैं आंटी के कमरे से फोन करू तो तुम आ जाना तो उसने ठीक है कहा और फिर थोड़ी देर इधर उधर की बातें कर के फोन बंद कर दिया.
उस रात मैं जल्दी ही उनके घर चला गया हमेशा की तरह से सारे डोर्स मेरे लिए खुले हुए थे. मैं कमरे के अंदर आया तो आंटी नाइटी पहने सोफे पे चिंतित बैठी थी मुझे विश किया तो मैं ने बोला के आंटी आप अभी तक चिंतित हो तो उन्हो ने अपना सर हा मे हिला दिया. मैं ने विस्की की बॉटल टेबल पे रखी तो आंटी ने फॉरन ही उसको उठा के सोफे के पीछे रख दिया तो मैं ने बोला के आंटी आप घबराओ नही कुछ नही होगा और आइ आम शुवर के पिंकी कोई माइंड नही करेगी क्यों के वो भी एक आज़ाद ख़याल की लड़की है और मैं बॉटल सोफे के पीछे से उठा के वापस टेबल पे रख दिया और पिंकी को फोन किया तो वो आ गयी.
मैं ने उसको अपने करीब बिठा लिया और आंटी के सामने ही उसको एक ज़बरदस्त फ्रेंच किस कर दिया. हम थोड़ी देर तक इधर उधर
की बातें करने लगे ता के आंटी जो टेन्स बैठी थी उनकी हालत ठीक हो सके और फिर मैं ने पिंकी से पूछा के पिंकी क्या आंटी थोड़ी सी विस्की पिए तो तुम माइंड तो नही करोगी तो पिंकी ने बोला के मैं क्यों माइंड करूँगी मम्मी इतमीनान से पी सकती है तो मैं ने बोला के ठीक है एक काम करो तुम ही एक ग्लास मे निकाल के मम्मी को पिलाओ तो वो मेरे पास से उठ के टेबल से बॉटल उठा के ग्लास मे विस्की डाल के मम्मी के होटो से लगा दिया और प्यार से बोली के मम्मी आप चिंतित ना हो मम्मी मुझे पता है के यह बाप बेटे कैसे रहते है इन्है तो जैसी किसी चीज़ की परवाह ही नही वो ना घर की ज़रूरतो का ख़याल करते है और ना ही घरवालो की ज़रूरतो का उनको तो बॅस अपना काम और पैसा ही चाहिए उनको परवाह ही नही के उनकी बीवी वासना की आग मे जलती है तो जले उनको तो बस अपने पैसे से ही मतलब है और मम्मी सच काहु तो आपके बेटे ने मुझे सही ढंग से एक किस तक नही किया मेरे जलते बदन की प्यास बुझाना तो दूर की बात है. वो कमरे मे आता है और इधर उधर हाथ लगा के मुझे गरम कर देता है और खुद खर्राटे मारते हुए सो जाता है यह तो है आपके बेटे का हाल तो मैं समझ सकती हू के आपका भी ऐसा ही कुछ हाल होगा तो आंटी ने कहा के हा बेटा क्या करू और इसी के चलते मैं राजा की जवानी पे अपना दिल हार बैठी और वो सब कुछ हो गया जो तुम ने देखा तो पिंकी ने कहा के कोई बात नही मम्मी आज हम दोनो मिल के राजा को रात भर सोने नही देंगे और इतनी देर मे पिंकी ने शराब पिलाते पिलाते ग्लास खाली कर दिया था तो आंटी ने पिंकी से बोला के तू भी तो थोड़ी सी पीले बेटा सारा बदन गरमा जाएगा तो उसने कहा के गरम क्या मम्मी मेरा बदन तो किसी भाटि की तरह जल रहा है और आंटी ने विस्की का ग्लास पिंकी के हाथ से ले लिया और एक घूँट पिंकी को भी पीला दिया जिसे पिंकी ना ना करते पी गयी और इसी तरह से आंटी ने तकरीबन आधा ग्लास पिंकी को भी पीला दिया. अब पिंकी को भी मज़ा आने लगा था और थोड़ी सी ही शराब से उसको नशा चढ़ने लगा था.
पहली बार विस्की पीने की वजह से पिंकी जल्दी ही आउट भी हो गयी थी और उसका बदन शराब की और चूत की गर्मी से जलने लगा था उसने आंटी के हाथ पकड़ के उठाया और नशे मे झूमते हुए बोली के मम्मी मुझे तो बोहोत ही गर्मी लग रही है और अपनी नाइटी के बटन खोलने लगी और देखते ही देखते उतार भी दिया. उसने पॅंटी और ब्रस्सिएर नही पहनी थी और यही हम ने प्लान भी किया हुआ था पहले से. नंगी पिंकी ने आंटी से पूछा मम्मी आपको गर्मी नही लग रही है तो उन्हो ने मुस्कुराते हुए बोला के अरे बेटा मैं तो अपने बदन की आग मे जल रही हू तो पिंकी ने बोला के तो आप भी अपने कपड़े निकाल दो ना तो आंटी ने बोला के तुम ही निकाल दो तो पिंकी ने हाथ बढ़ा के आंटी की नाइटी भी उतार दी और अंदर से आंटी भी नंगी थी औरे मेरे सामने दो दो नंगे वासना की आग मे जलते बदन
खड़े थे जिन्है देख के मेरा मूसल लंड भी लोहे हैसा सख़्त हो गया और बे इंतेहा गरम भी अब वो दो दो चूतो की गर्मी को शांत करने के लिए तय्यार था.
कमरे मे धीमी लाइट जल रही थी कमरे का महॉल बोहोत ही रोमॅंटिक हो गया था. आंटी उठ ते उठ ते 1 ग्लास भर के शराब और पी गयी थी. पिंकी ने मुझे देखा और लड़खड़ाती आवाज़ मे बोली के राजा तुम्है शरम नही आती यहा मैं और ममी दोनो नंगे खड़े है और तुम अभी तक कपड़े पहने हुए हो तो मैं ने बोला के ठीक है जैसा तुम ने आंटी के कपड़े निकाले है मेरे भी निकाल दो तो वो मेरे करीब आ गयी और मेरी टी शर्ट हाथ ऊपेर कर के निकाल दी और फिर मेरे लूस बर्म्यूडा को फ्लोर पे बैठ ते हुए नीचे खीचा और जैसे ही बर्म्यूडा नीचे हुआ मेरा लंड किसी स्प्रिंग की तरह से उसके मूह के सामने हिलने लगा तो उसने मेरे हिलते हुए मूसल को अपने हाथ से पकड़ लिया और चूमने लगी और देखते ही देखते अपने मूह मे डाल के चूसने लगी. थोड़ी देर उसको चूसने दिया उसके बाद उसको बगल से पकड़ के उठाया और बेड पे लिटा दिया मैं उसके टांगो के बीच मे बैठ गया. अपने सेम दो नंगे बदन देख के तो मैं पहले ही जोश मे आ चुका था और फिर मेरी प्यारी पिंकी की प्यारी चिकनी छोटी सी चूत को देख के तो मैं एक दम से पागल ही हो गया और झुक के उसकी चूत को चूमने और चाटने लगा और पिंकी ने मेरा सर पकड़ के अपनी चूत मे घुसेड लिया आंटी खड़े खड़े यह सब देख रही थी और अपने टाँगो को फैलाए हुए अपनी चूत को अपने ही हाथो से सहलाने लगी थी और साथ मे शराब भी पी रही थी. पिंकी की चूत को पूरे मूह मे भर के दांतो से काटा तो उसका मूह ऊऊऊऊऊऊओिईईईईईईईईईईईईईईई और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ की साथ खुल गया तो आंटी ने ग्लास मे की बची हुई शराब को पिंकी के मूह मे डाल दिया जिसे वो आराम से पी गयी. मैं अपनी जगह से उठा और पिंकी के ऊपेर लेट गया और उसके चुचिओ को चूसने लगा. मेरा लंड उसकी चूत के पंखदिओं के बीच उसकी चूत के सुराख मे अटका हुआ था एक ज़ोर से धक्का मारा तो मेरा मूसल लंड उसकी चूत को चीरता हुआ पूरे का पूरा उसकी गीली और टाइट चूत के अंदर जड़ तक उतर गया फिर से उसका मूह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ के साथ खुल गया तो मैं ने आंटी से बोला के आंटी आप पिंकी के मूह पे बैठ जाओ और उसको अपनी चूत का जूस पिलाओ तो आंटी बेड के ऊपेर आ गयी और मेरी तरफ पीठ करके पिंकी के मूह के ऊपेर बैठ गयी और उसके मूह मे अपनी चूत को रगड़ने लगी और पिंकी अपनी सास की चूत को चाटने लगी जिसमे से जूस निकल रहा था. मैं ने आंटी से बोला के आंटी इधर पलट जाओ मैं आपके बूब्स को मसलना और चूसना चाहता हू तो आंटी पलट के पिंकी के मूह पे ऐसे बैठी के उनके मूह अब मेरी तरफ
हो गया. मैं पिंकी को घपा घाप चोद रहा था और साथ मे आंटी के बूब्स को अपने मूह मे ले के चूस रहा था. आंटी भी मस्ती मे अपनी चूत से अपनी बहू को चोद रही थी और देखते ही देखते आंटी का बदन काँपने लगा और वो अपनी बहू के मूह मे झड़ने लगी जिसे पिंकी जोश मे पी गयी और चाट चाट कर उनकी चूत को सॉफ कर दिया. इसी बीच मे पिंकी को धना धन चोद रहा था उसकी चूत मे से कंटिन्यू जूस निकल रहा था और फिर मेरे धक्के तेज़ होते चले गये और पिंकी का बदन काँपने लगा उसने मेरी पीठ पे अपने पैर ज़ोर से लपेट लिए और झड़ने लगी. जैसे ही पिंकी झड़ने लगी उसकी चूत बोहोत टाइट हो गयी और उसकी चूत के मसल्स मेरे मूसल को निचोड़ने लगे और मैं भी उसकी गरम चूत के अंदर ही अपना सारा गरम गरम वीर्या डाल दिया और पिंकी के बदन पे ही ढेर हो गया इस बीच आंटी की चूत से जूस निकल गया था और वो भी खल्लास हो चुकी थी और गहरी गहरी साँसें लेती हुई वो पिंकी के ऊपेर से लुढ़क के उसके साइड मे लेट गयी थी.
पिंकी ने अपनी सास से बोला के पता है मम्मी अगर यह राजा नही होता ना तो मे तो आपके बेटे लाला को कब का डाइवोर्स दे चुकी होती. यह सुन के सुनीता देवी की आँखें फटी की फटी रह गयी और बोली वो क्यों बेटा तो पिंकी ने बोला के पता है आपको आपका बेटा आज तक मेरी चूत के अंदर अपना लंड नही डाल पाया वो तो चूत के ऊपेर ही थूक के हट जाता है और मैं अपनी उंगली से ही अपने चूत की आग को शांत करती हू यहा आपको बता दू के राजा मुझे पहले से ही चोद्ता है और अगर मुझे राजा का लंड नही मिलता तो मैं शुवर आपके बेटे को डाइवोर्स दे चुकी होती थी. यह सुन के सुनीता देवी बोली के बेटा प्लीज़ ऐसा नही करना नही तो मेरे खानदान पे बदनामी का दाग लग जाएगा तुम जब चाहो राजा से चुदवा लिया करना मैं कोई माइंड नही करूगी पर डाइवोर्स की बात अब कभी मूह से नही निकालना. पिंकी ने बोला के ठीक है मम्मी आप फिकर ना करो मैं ऐसा कुछ नही करूँगी और हा मैं सच कह रही हू के लाला का लौदा थोड़ा सा उठ ता है पर अंदर घुसने से पहले ही उसका पानी निकल जाता है मैं ने उसको बोला के किसी डॉक्टर से कन्सल्ट करो तो उसने बोला के नही वो ऐसा नही कर सकता नही तो उसकी बदनामी होगी. अब मैं थोड़े ही दीनो मैं उसको भी बता दूँगी के अगर वो मेरी चूत की आग नही बुझा सकता तो मैं राजा से चुदवा के अपनी प्यासी चूत की प्यास मिताउन्गी तो उसकी सास ने बोला के ठीक है बेटा उसको उसकी वीकनेस बताओ और आइ आम शुवर के वो भी डाइवोर्स का नाम सुन के डर जाएगा और तुमको राजा से चुदवाने का पर्मिशन भी मिल जाएगा तो पिंकी ने कहा के ठीक है मम्मी आप फिकर ना करो मैं सब संभाल लूँगी तो उसकी सास के चेहरे पे इत्मेनान झलकने लगा और वो ग्लास मे विस्की निकल के एक ही घूँट मे पी गयी और बिस्तर पे गिर के नंगी ही सो गयी.
Raat bohot der se ghar wapas aaya soch raha tha ke pinky ko phone karu itne mei uskha khud hi phone aa gaya to mai ne bata dia ke aunty ke teeno surakho mai apni cream nikal chuka
hu to usne poocha sach Raja to mai ne kaha haa sach meri jaan ab bass thode hi dino ki baat hai jab aunty ko mai kuch din tak aur chod leta hu phir jab wo kamre ke door ki taraf se unka dhyan hat jaye to mai darwaza khula rakhunga aur tum ham ko chudai karte hue range hatho pakad lena uske baad phir ham teeno mil ke ek time threesome karenge uske bad rasta saaf aur phir mai tumhai tumhari sasural mai hi bindaas chodunga to wo khush ho gayee aur mujhe phone par hi kiss karne lagi aur phir phone sex karte karte wo apni choot mai ungli dal ke apni choot ko chod chod ke jhad gayee aur phir dono so gaye.
Subah phir mai der tak sota raha aur aunty ke phone se hi utha. Aunty se poocha aunty kaha ho aap bed pe hi ho ya snan kar chuki ho to boli ke Rajj abhi tak bed mai hi leti hu yeh kia kar dia tum ne mujhe mere sare badan mai meetha meetha darad ho raha hai aisa meetha darad aur aisa maza to mujhe suhag raat ke baad bhi nahi aya tha to mai hans dia aur bola ke aunty aap to jawano se ziada jawan ho to unho ne bola ke Rajj ek bat manoge to mai ne bola ke arey aunty aap order karo bass to boli ke Rajj mujhe tumhare sath zindagi ka wo maza mila hai jo mujhe aaj tak kabhi nahi mila tha bass tum se itni request hai ke tum meri chudai ki iccha ko poori karte rehna to mai ne bola ke aunty aap kyon fikar karti ho mai daily rat ko aapke pas aa jaunga to unho ne thanks bola aur haste hue boli ke suno woh bottle nahi bhulna to mai hans ke bola ke aunty aap fikar na karo mai aapke badan ka aur bottle ka quota poora karunga to unho ne mujhe phone pe hi kiss kia to mai ne poocha aunty abhi tak nangi hi leti ho ya kapde pehen lie to boli ke nahi Munni ayi thi uthane wo chali gayee hai par mai abhi tak nangi hi leti hu to mai ne bola ke aunty mai jaisa bolu wiase hi karte jao aur phir mai ne unko first time phone sex karna sikhaya aur phir aunty apni choot mai ungli dal ke chodti chali gayee aur thodi hi der mai jhadne lagi jise mai ne phone par suna. Jab unka juice nikalna band ho gaya to unho ne badi sexy awaz mai bola ke yaha aa jao na mere raja aur lunch hamare sath hi kar lo to mai ne bola ke aunty abhi nahi kyonke aapki bottle to khatam ho gayee hai mai sham tak aapki bottle le ka aa jaunga aur phir rat ko jaldi hi aa jaung aur phir complete raat hamari hogi to unho ne thandi saans le ke poocha Rajj yeh raat kab ayegi to mai hans pada aur phir thode se phone kiss ke bad phone rakh dia aur mai phir se so gaya.
Isi tarah se aunty ki chudai aur sharab ki iccha mai poori karta raha aur ab mai aur aunty bilkul kisi young lovers ki tarah hi rehne lage. Mai jab kamre mai aata to aunty nangi hi mera wait
karti rehti aur jaisi hi mai ander aa jata to aunty kisi naye lovers aur kisi kunwari ladki ki tarah mujh se lipat jati aur phir wohi sharab ke bad aunty ki jamm kar chudai aur gand bhi marta aur aunty ke muh ko bhi chodta aur 69 bhi karte aur ab ham ek dum se bindaas ho ke karne lage the jaise kisi ka bhi darr na ho aur ab to kamre ko ander se band karne ka bhi hosh nahi rehta aunty ko chudne ki itni jaldi hoti thi ke unko parwah hi nahi hoti ke kamra ander se bolt kia hua hai ya nahi to mai ne ek din pinky se time set kar lia aur bola ke mai tumhai tumhare mobile pe call karunga tum answer nahi karna aur call ko band kar ke uske 5 – 7 minute ke ander hi kamre ke ander chali aana.
Aur phir uss din mai as usual ander aa gya, aunty nangi hi kamre mai tehel ke mera wait kar rahi thi aur us din mai whisky aur Champaign dono ki ek ek bottle le ke aaya tha aur table pe rakh dia jise aunty badi be chaini se khol ke dono mila ke peene lagi. Itne dino se peete peete ab aunty 1 glass mai out nahi hoti thi balke 2 ya 3 glass peene ke bad hi out hoti thi. Uss raat ko kamre ke ander aane ke baad main door ko ander se bolt nahi kia aur khula hi chhor dia tha aur aunty ko 3 – 4 glass mix kar ke sharab pila dia aur sharab peete peete hi aunty ke pairo ke beecchmai baithe ke unki choot ko choos choos ke unka juice nikal dia aur phir khade ho ke unke muh ke ander apna Lund dal ke une muh ko chodne laga.
Aunty ke hath mai sharab ka glass tha aur wo mere Lund ko choos rahi thi aur thodi thodi der mai Lund apne muh se baher nikal ke sharab ke glass se chuski bhi le rahi thi. Ek time aunty ne Lund ko muh se baher nikala aur mere Lund ko apne sharab ki glass mai dubo dia aur baher nikal ke mere Lund pe se sharab chaatne lagi waah kia maza aa raha tha. Ab aunty ko aisa karna bohot hi acha lag raha thia jiski wajah se wo ab baar baar mere Lund ko apne glass mai dalti aur jo sharab mere Lund pe lagti usko choosti mujhe bhi bohot hi maza aa raha tha aur kabhi to mere Lund ko apni muthi mai pakad ke muth bhi mar deti aur isi beeceh jab mai jhadne ko aa gaya to mai ab unke muh mai hi Lund ko ghused ke chodne laga aur deewano ki tarah se chod raha tha aur aisa karne sse Lund unke halak ke ander tak ghuss raha tha aur phir jab meri cream nikalne ke liye ready ho gayee to apna Lund unke muh se baher nikal lia aur khud hi apne Lund ka muth marne laga aur phir ek hi minute ke ander jab cream nikalne lagi tab mai ne apne Lund ko aunty ke sharab ke glass ki disha mai mod dia aur unke
sharab ke glass mai meri malayee ki moti moti garam garam dhariyan girne lagi aur aunty muskura ke kabhi apne glass ki taraf dekhti to kabhi mere chehre ki taraf. Mere Lund se nikli gaadhi gaadhi malayee glass ke pende mai settle ho chuki thi jise aunty ne apni ungli se hilaya aur jab meri malayee aur sharab achi taah se mix ho gaye to phir bachi hui sari sharab ek hi ghoont mai pi gayee aur hoto pe zuban pherte hue chitkhaare lete hue nasheeli aankho se mujhe dekhte hue boli ke wah Raja aisi sharab ka to nasha aur maza hi kuch aur hai aur phir ham dono hasne lage.
Aunty ko ab thoda thoda nasha chhadhne laga tha aur ab aunty ko chudai ki iccha ho rahi thi. unki choot ko chooste chooste ek baar to wo jhad hi chuki thi aur ab wo garam bhi hone lagi aur sofe se uth te hue boli ke chal Raja aaja aur chod dal apni aunty ki pyaasi choot ko. Itni der mai mera Lund phir se kisi rocket ki tarah se khada ho chuka tha to aunty mere Lund ko pakad ke khechte hue mujhe bistar ki taraf le gayi aur mai unke sath chalne laga par sath mai table se apna mobile jismei Pinky ke mobile ke number ko dial pe rady rakha tha. Ab aunty kaafi laa parwah ho gayee thi aur dheemi light jalane lagi thi. Pehle to mai aunty ne mujhe bed pe lita dia aur mere ooper ulta 69 ki position mai aa gayi aur mere Lund ko choosne lagi aur apni choot ko mere muh mai ragadne lagi. Unki choot ander se laal ho gayee thi aur itne dino se Lund ki maar jhelte jhelte unki choot ke pankhadiyan bhi thode se sooj kar mote ho chuke the. Unki choot mai se juice continue nikal raha tha aur mere dant unki choot ke ander lagne se unko bohot hi maza aa raha tha jise se wo bohot hi josh mai aa gayee thi aur apni gand utha utha ke mere muh pe apni choot ko zor zor se maar rahi thi aur dekhte hi dekhte aunti ki choot ka dabau mere muh pe badhne laga aur wo kaanpte hue jhadne lagi. Jab achi tarah se jhad gayee to thodi der tak mere Lund ko choosti rahi aur mai bhi chaat chaat kar unki choot ko saaf kar dia aur wo phir se garam hone lagi. Mai ab position change kar ke aunty ko neeche lita dia aur aunty apne ghutne mod ke leti thi. mai unke pairo ke beeche mai aa gaya aur apne pair peeche kar ke Lund ko ek hi jhatke mei unki choot ke ander ghused dia jis se Lund direct choot mai ghuste hue unki bache dani se takra gaya aur masti mai aunty ki aankh band hote hi mobile pe jo Pinky ka number ready tha uska call button daba dia jo pikny ko ishara tha ander aane ka. Mai aunty ko dhana dhan chod raha tha aur aunty mujhe tight pakde hue thi unke pair ab meri back pe lapete hue the aur meri gardan mai hath dal ke mere se lipti hui thi. Aunty chudai ka full maza le rahi thi aur apni gand utha utha ke masti
mai chudwa rahi thi aur sath mai chilla bhi rahi thi chod dal Raja chod dal apni aunty ki choot ko aaahhhhhh oooohhhhhhhh bbbaaadddaaaaa mmmaaaazzzzaaaa hhhheeeeeiiiii rrrrreeee ttteeeerrreee ccchhhoooddnnnneee mmmeeiii aur aunty yeh kehte hue mere se badi zor se chipki hui thi mujhe tight pakda hua tha aur unka badan kaanp raha tha aur wo masti mai chilla rahi thi cchhooddd raaajjjaaa aahhhhh aaaiiissseee hhhhiiiiii maaarrrr zzzooorrr ssseeee aaaauunnntttiiii kkkiiii ccchhhoootttt kkkkoooo aur unka badan kisi sookhe patte ki tarah kaanpne laga aur wo mujhe bohot tight pakad ke jhadne lagi pinky ander aa chuki thi aur usne wo sab kuch dekh bhi lia tha aur sun bhi lia tha Pinky ne light ka bulb jala dia aur kamre mai roshni phail gayee par aunty ki aankhein to unke orgasm ke chalte band hi thi isi liye unko pata nahi chala aur phir jaise hi unka orgasm khatam hua aur unho ne aankhein kholi to dekha kamre mai roshni phaili hui hai, mera Lund aunty ki choot ke ander ghusa hua hai aur ham dono nange hi ek doosre se lipte hue hai aur Pinky bed ke side mai khadi hai, uska muh khula hua hai, aur wo kabhi ham dono ko aur kabhi table pe rakhi sharab ki bottle ko hairat se aankhein phaad phaad ke dekh rahi hai, Pinky ko apne saamne dekhte hi aunty ki aankhein hairat aur darr se phail gayee aur boli ke ““Arey Bahu Tumm ?? . Mai ne apna Lund unki choot se baher nikal lia aur unke ooper se uth gaya aur mera Lund abhi bhi akda hua tha aur josh mai hil raha tha. Itni jaldi choot se baher nikal ne ki wajah se Lund mai se malai abhi bhi tapak rahi thi aur aunty ki choot aur pet pe gir rahi thi.
Aunty nangi hi foran bistar se uthne ki koshish karne lagi par kuch orgasm ka asar aur kuch sharab ka nasha wo jaldi uth nahi payee aur phir jaise hi bistar se neeche utar gayee aur nangi hi jhuk ke Pinky ke pair pakad liye aur boli ke bahu meri izzat ab tumhare hath mai hai please kisi ko kuch na batana to pinky ne auty ko baghal se pakad ke utha lie aur boli ke nahi mummy aap fikar na karo mai kisi ko kuch bhi nahi bataugi aur phir uth te hue boli ke tu badi achi hai tu meri bahu nahi meri beti hai to Pinky ne apni naak band karli aunty samajh gayee ke Pinky ko unke muh se sharab ki boo aa rahi hogi to wo khud bhi thoda sa peeceh hat gayee aur apne kapde dhoondne lagi to Pinky ne bola ke don’t worry mummy mai ja rahi hu aap aise hi so jao mai subah aapke pas aa jaungi aur aunty ko bed pe lita ke chaddar udha dia aur phir Pinky mera hath pakad ke nanga hi mujhe doosre kamre mai le gayee aur foran hi mere Lund ko pakad ke dabaane lagi. Wo mere Lund mai se tapakte cream ko
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khade the jinhai dekh ke mera musal Lund bhi lohe haisa sakht ho gaya aur be inteha garam bhi ab wo do do chooton ki garmi ko shaant karne ke liye tayyar tha.
Kamre mai dheemi light jal rahi thi kamre ka mahol bohot hi romantic ho gaya tha. Aunty uth te uth te 1 glass bhar ke sharab aur pee gayee thi. Pinky ne mujhe dekha aur ladkhadati awaz mai boli ke Raja tumhai sharam nahi aati yaha mai aur mumy dono nange khade hai aur tum abhi tak kapde pehne hue ho to mai ne bola ke theek hai jaisa tum ne aunty ke kapde nikale hai mere bhi nikal do to wo mere kareeb aa gayee aur meri T shirt hath ooper kar ke nikal di aur phir mere loose Bermuda ko floor pe baith te hue neeche kheecha aur jaise hi Bermuda neeche hua mera Lund kisi spring ki tarah se uske muh ke saamne hilne laga to usne mere hilte hue musal ko apne hath se pakad lia aur choomne lagi aur dekhte hi dekhte apne muh mai dal ke choosne lagi. Thodi der usko choosne dia uske bad usko baghal se pakad ke uthaya aur bed pe lita dia mai uske tango ke beech mai baith gaya. Apne same do nange badan dekh ke to mai pehle hi josh mai aa chuka tha aur phir meri pyari pinky ki pyari chikni choti si choot ko dkeh ke to mai ek dum se pagal hi ho gaya aur jhuk ke uski choot ko choomne aur chaatne laga aur pinky ne mera sar pakad ke apni choot mai ghused lia aunty khad khade yeh sab dekh rahi thi aur apne tango ko phailaye hue apni choot ko apne hi hatho se sehlaane lagi thi aur sath mai sharab bhi pi rahi thi. Pinky ki choot ko poore muh mai bhar ke dato se kaata to uska muh oooooooooooooiiiiiiiiiiiiiiiiii aur sssssssssssssssss ki awaz ki sath khul gaya to aunty ne glass mai ki bachi hui sharab ko pinky ke muh mai dal dia jise wo araam se pi gayee. Mai apni jagah se utha au pinky ke ooper let gaya aur uske chuchion ko choosne laga. Mera Lund uski choot ke pankhadion ke beeceh uski choot ke surakh mai atka hua tha ek zor se dhakka maara to mera musal Lund uski choot ko cheerta hua poore ka poora uski geeli aur tight choot ke ander jadd tak utar gaya phir se uska muh sssssssssssssss ki awaz ke sath khul gaya to mai ne aunty se bola ke aunty aap Pinky ke muh pe baith jao aur usko apni choot ka juice pilao to aunty bed ke ooper aa gayee aur meri taraf peeth karke Pinky ke muh ke ooper baith gayee aur uske muh mai apni choot ko ragadne lagi aur Pinky apni saas ki choot ko chaatne lagi jismei se juice nikal raha tha. Mai ne aunty se bola ke aunty idhar palat jao mai aapke boobs ko masalna aur choosna chahta hu to aunty palat ke pinky ke muh pe aise baithi ke unke muh ab meri taraf
ho gaya. Mai Pinky ko ghapa ghap chod raha tha aur sath mai aunty ke boobs ko apne muh mai le ke choos raha tha. Aunty bhi masti mai apni choot se apni bahu ko chod rahi thi aur dekhte hi dekhte aunty ka badan kaampne laga aur wo apni bahu ke muh mai jhadne lagi jise pinky josh mai pi gayee aur chaat chaat kar unki choot ko saaf kar dia. Isi beech mai pinky ko dhana dhan chod raha tha uski choot mei se continue juice nikal raha tha aur phir mere dhakke tez hote chale gaye aur pinky ka badan kaampne laga usne meri peeth pe apne pair zor se lapet liye aur jhadne lagi. Jaise hi pinky jhadne lagi uski choot bohot tight ho gayee aur uski choot ke muscles mere musal ko nichodne lage aur mai bhi uski garam choot ke ander hi apna sara garam garam virya dal dia aur pinky ke badan pe hi dher ho gaya is beech aunty ki choot se juice nikal gaya tha aur wo bhi khallas ho chuki thi aur gehri gehri saansein leti hui wo pinky ke ooper se ludhak ke uske side mai let gayi thi.
Pinky ne apni saas se bola ke pata hai mummy agar yeh Raja nahi hota na to mai to aapke bête Lala ko kab ka divorce de chuki hoti. Yeh sun ke Sunita Devi ki aankhein phati ki phati reh gayi aur boli wo kyon beta to Pinky ne bola ke pata hai aapko aapka beta aaj tak meri choot ke ander apna Lund nahi dal paya wo to choot ke ooper hi thook ke hat jata hai aur mai apni ungli se hi apne choot ki aag ko shant karti hu yaha aapko bata du ke Raja mujhe pehle se hi chodta hai aur agar mujhe raja ka Lund nahi milta to mai sure aapke bête ko divorce de chuki hoti thi. Yeh sun ke Sunita Devi boli ke beta please aisa nahi karna nahi to mere khandaan pe badnaami ka daagh lag jayega tum jab chaho Raja se chudwa lia karna mai koi mind nahi karugi par divorce ki baat ab kabhi muh se nahi nikalna. Pinky ne bola ke theek hai mummy aap fikar na karo mai aisa kuch nahi karungi aur haa mai sach keh rahi hu ke Lala ka Louda thod sa uth ta hai par ander ghusane se pehle hi uska pani nikal jata hai mai ne usko bola ke kisi doctor se consult karo to usne bola ke nahi wo aisa nahi kar sakta nahi to uski badnami hogi. Ab mai thode hi dino mai usko bhi bata dungi ke agar wo meri choot ki aag nahi bujha sakta to mai Raja se chudwa ke apni pyasi choot ki pyas mitaugi to uski saas ne bola ke theek hai beta usko uski weakness batao aur I am sure ke wo bhi divorce ka naam sun ke darr jaega aur tumko Raja se chudwane ka permission bhi mil jaega to pinky ne kaha ke theek hai mummy aap fikar na karo mai sab sambhal lungi to uski saas ke chehre pe itmenan jhalakne laga aur wo glass mai whiskey nikal ke ek hi ghoont mai pi gayi aur bistar pe gir ke nangi hi so gayee.
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Re: Marwar ki mast malaai-मारवाड़ की मस्त मलाई
मारवाड़ की मस्त मलाई पार्ट --१२
लेखक-- दा ग्रेट वोरिअर
हिंदी फॉण्ट बाय राज शर्मा
गतांक से आगे........................
पिंकी की शादी को तकरीबन 2 महीने के करीब हो गये थे और इतना ही वक़्त पिंकी की सास को पटाने और चोदने मे लगा था. अब हम डेली चुदाई करने लगे. बड़े मज़े से दिन और रात गुज़र ते रहे. कभी पिंकी और उसकी सास को अलाग चोद्ता तो कभी थ्रीसम. अब हम तीनो एक दम से बे-शरम हो गये थे कभी कभी तो आंटी और पिंकी एक दूसरे की चूत भी चाटने लगी थी. आंटी को अपनी चूत चटवाने मे बोहोत ही मज़ा आता था. अब मैं बिंदास उनके घर आनने जाने लगा था और दोनो को चोदने लगा था. एक दिन पिंकी ने अपने हज़्बेंड लाला से बोल दिया के उसका लंड किसी काम का नही है और अब तुम्है डाइवोर्स दे रही हू तो वो घबरा गया और पिंकी के पैर पकड़ लिए और बोला के प्लीज़ पिंकी ऐसा ना करो तुम जो कहोगी मैं वैसे ही करूँगा तो पिंकी ने बोला के मुझे अछी तरह से चोद के मेरी प्यासी चूत की प्यास बुझा सकते हो तो लाला खामोश होगया और बोला के पिंकी तुम्है तो पता है के मेरी नुनु कमज़ोर है और मैं यह नही कर सकता तो पिंकी ने बोला के अगर मैं अपने किसी दोस्त से चुदवाउ तो तुम्है कोई प्राब्लम होगी तो उसने बोला के अगर किसी को पता चल जाएगा तो बोहोत मुस्किल हो जाएगी तो पिंकी ने बोला के नही होगी तुम उसकी फिकर ना करो तो लाला ने पूछा कोई है तुम्हारा ऐसा फ्रेंड तो पिंकी ने बोला के हा मेरा राजा है ना तो लाला ने बोला के कैसे करोगी तो पिंकी ने बोला के तुम उसकी फिकर ना करो मैं राजा को पटा लूँगी तुम्है कोई प्राब्लम तो नही है ना तो लाला ने बोला के अगर तुम राजा के साथ अपने बदन की प्यास को शांत करना चाहती हो तो मुझे कोई प्राब्लम नही है क्यॉंके वो तुम्हारे और हमारे घर का ही एक सदस्य है ठीक है तुम्है मेरी तरफ से पर्मिशन है तो पिंकी ने बोला के ठीक है लाला अब मैं तुम्है डाइवोर्स नही दूँगी पर तुम राजा को मेरे साथ सोने से रोकना नही और हा मैं तुम्हारे सामने ही उस से चुदवाना चाहुगी तो उसने बोला के अरे ऐसे कैसे तो पिंकी ने बोला के मैं उसको बोलूँगी के तुम्हारे सामने एक टाइम चोद ले ता के तुमको भी पता चले के उसका लंड कितना बड़ा मोटा और सख़्त है और वो कैसे चोद्ता है तो लाला ने बोला के तुम पहले भी राजा से चुदवा चुकी हो क्या तो पिंकी ने बोला के तो फिर तुम क्या समझते हो तुम जो मुझे रात मैं इधर उधर मसल के गरम कर के सो जाते हो तो मैं क्या करू. इसी गर्मी के चलते मैं ने राजा से चुदवा लिया है और अब मैं चाहती हू के तुम भी हमारी चुदाई देखो तो लाला राज़ी होगया. और फिर एक दिन मैं ने लाला के सामने ही पिंकी को खूब ज़ोर ज़ोर से चोदा तो लाला हैरत से मेरे लंड और मेरे चुदाई को देखने लगा और बोला के मुझे ताज्जुब है के इतना बड़ा और इतना मोटा लौदा इतनी छोटी चूत मे कैसे घुस जाता है. अब मैं पिंकी को उसके हज़्बेंड के सामने भी चोद लेता था और आंटी को भी पता
चल चुका था के मैं लाला के सामने ही पिंकी को चोद रहा हू तो उन्हो ने पूछा के लाला को कैसा लगा उसके सामने उसकी पत्नी को कोई और चोद रहा है तो पिंकी ने बोला के वो तो राजा का इतना बड़ा और मोटा लंड देख के घबरा ही गया और एक टाइम तो उसने राजा के लंड को अपने हाथ मे भी पकड़ के देखा तो आंटी हस्ने लगी और बोली के गन्दू का बेटा गन्दू है साला. इसी तरह से पिंकी की और आंटी की चुदाई करते टाइम पास होने लगा. अब वाहा सब हसी खुशी रहने लगे.
दोस्तो अब अपने दोस्त शांति लाल की तरफ चलते हैं
शाँतिलाल की शादी की तय्यारी
शांति लाल की शादी का टाइम करीब आने लगा था तय्यारिया ज़ोर ओ शोर से चल रही थी. पूजा आंटी खुद ही शादी की सारी परचेसिंग हयदेराबाद, कोलकाता और देल्ही से कर चुकी थी और अभी उनको मुंबई जाना था जहा उनका कोई भी रिश्तेदार नही था. अब तक तो उनके साथ कभी शांति होता था तो कभी वो अपनी किसी रिश्ते की कज़िन्स के साथ ही शॉपिंग करने के लिए जा रही थी. मुंबई जाने के लिए उनका और शांति का रिज़र्वेशन फर्स्ट क्लास ए/सी कॉमपार्टमेंट मे हो चुका था और होटल ओबेरोइ मे एक वीक के लिए भी एक सूयीट बुक करवा लिया गया था. इत्तेफ़ाक़ ऐसा हुआ के जिस रात उनकी ट्रेन थी उसी शाम को शांति मिल की सीढियो से नीचे गिर गया और उसके पैर मे हेरलाइन फ्रॅक्चर आ गया और उसको बॅंडेज कर दी गयी थी वो चलने फिरने के काबिल नही था और वो अपनी मम्मी के साथ मुंबई को भी नही जा सकता था. मुंबई को जाना भी ज़रूरी था. रिज़र्वेशन्स और दूसरे कंप्लीट अरेंज्मेंट्स हो चुके थे तो शांति ने बोला के राजा को ले जाओ मम्मी तो पूजा आंटी ने बोला के हा यह ठीक रहेगा और उन्हो ने मुझे बुलाया और बोला के मैं जल्दी से रेडी हो जाउ उनके साथ जाने के लिए तो मैं ने मम्मी को फोन किया तो मम्मी ने बोला के ठीक है तुम चले जाओ मैं तो अब शांति की शादी के करीब ही वापस आउन्गि तो मैं ने कहा के ठीक है मम्मी आप अपने टाइम से आओ यहा तो कोई प्राब्लम नही है.
ट्रेन रात के 10 बजे नामपल्ली रेलवे स्टेशन से निकली. हम रात का खाना तो खा चुके थे. यह फर्स्ट क्लास के कॉमपार्टमेंट मे 2 – 2 ही सीट्स थे एक ऊपेर और एक नीचे. बाहर की गर्मी से ए/सी कॉमपार्टमेंट के अंदर की ठंडक बोहोत अछी लग रही थी. पूजा आंटी नीचे की सीट पे सो गयी और मैं ऊपेर की सीट पे चला गया और थोड़ी ही देर मे सो गया. सुबह 4 बजे के आस पास ट्रेन वीटी स्टेशन पे रुक गयी और हम दोनो उतर गये. बाहर ओबेरोई की लिमज़ीन हमै पिक करने के लिए रेडी खड़ी थी. हम कार मे बैठ के होटेल चले गये. होटेल मे चेक इन किया. हमारा सूयीट 20थ फ्लोर पे था जहा से
दूर तक समंदर का नीला नीला पानी और ऊँची ऊँची बिल्डिंग्स बड़ी रोमॅंटिक लग रही थी. हमारा सूयीट 2 कमरो का था और एक छोटा सा सिट्टिंग रूम टाइप था जहा पर एक छोटी सी डाइनिंग टेबल थी और सोफा सेट विद सेंटर टेबल रखा हुआ था और एक कॉर्नर मे एक बड़ा सा फ्रिड्ज भी रखा था जिस मे मिनरल वॉटर के बॉटल्स, डिफ टाइप्स के जूसज़, कुछ बॉटल्स बियर, ब्रॅंडी, विस्की और शॅंपेन के भी रखे हुए थे. इन सब चीज़ो को जितना यूज़ करते उसका बिल बनता इस्तेमाल ना करो तो बिल नही बनता था. वाहा पे एक बड़ा सा केबल कनेक्टेड टीवी सेट भी रखा हुआ था.
दोनो कर्मरो मे अटॅच बाथरूम था. एक मास्टर बेडरूम जो थोड़ा बड़ा था जहा पे एक क्वीन साइज़ बेड था जिसपे एक दम से वाइट कलर की चदडार बिछी हुई थी और 2 पिल्लो और 4 स्क्वेर साइड पिल्लो भी थे जो प्रॉबब्ली सोने के टाइम पे पैरो के बीच मे दबाने के काम आते थे और वो मास्टर बेडरूम मे एक सोफा सेट और सेंटर टेबल और एक राइटिंग टेबल भी थी वो आंटी के लिए था और मेरे लिए दूसरा वाला थोड़ा छोटा था जहा एक डबल बेड पड़ा था और एक राइटिंग टेबल और एक चेर पड़ी हुई थी. सूयीट बड़ा ही शानदार था. दोनो बेडरूम्स के डोर्स सिट्टिंग रूम मे खुलते थे. इस से पहले भी मैं 5 स्टार होटेल्स मे ठहर चुका था लैकिन सूयीट मे यह फर्स्ट टाइम ही आया था. सूयीट मे अड्जस्ट होने होने तक सुबह के 6 बज गये थे. आंटी ने बोला के वो एक घंटा और सोना चाहती है तो मैं अपने कमरे मे आ गया और मैं भी सो गया. आँख खुली तो 8 बज चुके थे 2 घंटे की नींद से तबीयत काफ़ी फ्रेश लग रही थी. मैं बाथरूम मे चला गया और शवर ले के फ्रेश हो के बाहर आ गया इतनी देर मे आंटी भी नहा धो के फ्रेश हो चुकी थी. मैं आंटी को देखा तो देखता ही रह गया. एक तो आंटी का बोहोत ही गोरा रंग और उसके ऊपेर लाइट गुलाबी रंग की फ्लवर प्रिंटेड सारी और मॅचिंग ब्लाउस जो नवल तक नीचे उतरी हुई थी जहा से उनका पेट और बेल्ली बटन सॉफ नज़र आ रहा था. आंटी दूसरे मायनो मे गाज़ाब ढा रही थी मुझे अपनी तरफ ऐसे देखता पा कर हंस पड़ी और बोली हे राज्ज तुम तो मुझे ऐसे देख रहे हो जैसे आज पहले बार देख रहे हो तो मैं अपने ख़यालो से बाहर आ गया और मुस्कुराते हुए बोला के आंटी आप इतनी खूबसूरत हो यह मैं ने कभी भी धयान नही दिया था. आप तो बोहोत ही खूबसूरत हो और एक दम से किसी आकाश से उतरी हुई अप्सरा लग रही हो तो वो मुस्कुरा दी और बोली क्या राज अब मे इतनी खूबसूरत भी नही हू तो मैं ने बोला के नही आंटी आप सच मे बे इंतेहा खूबसूरत हो पता न्ही आज कितने लोग आपको देख के घायल हो जाए तो वो हंस के बोली चलो अब ज़ियादा ना बनाओ और नाश्ता करो. ब्रेकफास्ट अपने सूयीट पर ही मंगवा लिया था. नाश्ता कर के हम होटेल से बाहर आए और टॅक्सी कर के शॉपिंग के लिए निकल गये. शाम देर गये तक शॉपिंग करते
रहे. आंटी को मेरी चाय्स भी अछी लगी और वो मेरी पसंद के आइटम्स ही पर्चेस करती रही. शॉपिंग करते टाइम मेरे और आंटी के हाथ एक दूसरे के हाथो से टच हो रहे थे और मुंबई के रश मे हमारे बदन भी कभी कभी एक दूसरे के बदन से रगड़ खा जाते थे तो कभी जहा ज़ियादा भीड़ होती वाहा मुझे आंटी के बूब्स अपने हाथ पे लगते महसूस होते तो मेरे बदन मे एक सनसनाहट दौड़ जाती इसी तरह से शॉपिंग चलती रही.
शाम को हम वापस अपने कमरे मे आ गये और नहा धो कर फिर से फ्रेश हो गये तो मैं ने पूछा के आंटी क्या प्रोग्राम है अब तो उन्हो ने बोला के तुम जैसा बनाओगे वोही प्रोग्राम होगा तो मैं ने कहा के आंटी पिक्चर देखेगे या बीच पे फ्रेश एर तो उन्हो ने बोला के चलो आज समंदर की सैर ही करते है फिल्म कल देखेंगे तो मैं ने कहा के ठीक है आंटी आज हम डिन्नर भी बाहर ही करेंगे. थोड़ी देर मे हम होटेल से बाहर निकल गये और टहलते हुए नरीमन पॉइंट से चोपॅटी की तरफ चल दिए. सूरज समंदर के अंदर डूब रहा था हल्की हल्की हवा चल रही थी मौसम बोहोट अछा हो रहा था. हम दो घंटे तक ऐसे ही घूमते रहे. वाहा से चाट की बंदी से चाट खरीद के रेत (सांड) मे आ के बैठ गये और इधर उधर की बातें करने लगे. जब रात होने लगी तो आंटी ने बोला के चलो राज खाना खाते है तो हम दोनो फिर से वॉकिंग करते हुए ब्रबोवर्न स्टेडियम की तरफ चले गये जहा पे एक अछा रेस्टोरेंट था इस रेस्टोरेंट मे एक गोल वुडन प्लॅटफॉर्म भी बना हुआ था जहा पे शाम से ही कुछ लड़के और लड़कियाँ गाना सुनाते थे और कभी कोई लड़की डॅन्स भी कर जाती थी. आंटी को यह रेस्टोरेंट बोहोत पसंद आया. वही खाना खा के हम तकरीबन 11 बजे अपने सूयीट मे वापस आ गये. मुंबई के मौसम मे अच्छी ख़ासी ह्यूमिडिटी होती है और सारे बदन को चिप चिपा कर देती है. कमरे मे आने के बाद स्नान करना ज़रूरी था. आंटी शवर ले के आने तक टीवी देखता रहा और फिर मैं ने नीचे कॉफी शॉप से कॉफी का ऑर्डर दे दिया और अपने कमरे मे नहाने चला गया इतनी देर मे आंटी स्नान कर के बाहर आ चुकी थी और उन्हो ने शवर गाउन पहना हुआ था और अपने सर पे टवल लपेटा हुआ था और वेटर के कॉफी लाने का इंतेज़ार कर रही थी.
मैं अभी बाथरूम मे स्नान करके टब से बाहर निकल रहा था के नीचे रखे वाइट टवल पे मेरा पैर फिसल के मूड गया और मैं धप्प से नीचे गिर पड़ा, बतटब की छोटी सी दीवार मेरे थाइस के अन्द्रूनि भाग से लगी और मेरी स्किन वाहा से फॅट गयी और थोड़ा सा खून भी निकला मगर उतना ज़ियादा नही और गिरते ही दरद से मेरे मूह से एक लंबी चीख निकल गयी
और आंटी दौड़ते हुए बाथरूम तक आ गयी और दूर के बाहर से ही पुकार के पूछा के क्या हुआ राज्ज तो मैं ने बड़ी मुश्किल से बोला के मैं नीचे गिर गया हू आंटी और मेरा पैर मूड गया है उठ नही सकता. बाथरूम अंदर से बंद था. आंटी को सडन्ली याद आया के एक एमर्जेन्सी के बाथरूम के दूर फ्रेम मैं राइट साइड पे एक कील होती है जहा स्पेर के लटकी होती है तो उन्हो ने वो स्पेर चाबी दूर के फ्रेम से निकाली और बाथरूम का दूर खोल दिया. मुझे गिरा हुआ देख के आंटी जल्दी से मेरे पास आ गयी. मेरे बदन पे तो टवल भी नही था मैं नंगा ही नीचे गिरा पड़ा था लैकिन कुछ ऐसे स्टाइल मैं था के मेरी एक टाँग के ऊपेर दूसरी टांग रखी थी जिसकी वजह से मेरा लंड आंटी को इमीडीयेट्ली नज़र नही आ रहा था. आंटी मेरे करीब आ गयी और अपना हाथ मेरी तरफ बढ़ाया और बोली के उठो राज्ज चलो बाहर बेड पे लेट जाओ तो मैं उठने की कोशिश किया पर उठा नही गया. आंटी बड़ी मीठी नज़रो से मेरे नंगे बदन को देख रही थी. बड़ी मुश्किल से आंटी ने पीछे से मेरे बगल मे अपने दोनो हाथ डाल के उठाया. मैं तो अपने पैरो पे खड़ा होने के काबिल नही था और सारा वेट आंटी के ऊपेर ही था जिस से मेरे नंगे शोल्डर पे आंटी के बूब्स लग रहे थे. आंटी अभी भी शवर गाउन मैं ही थी जो सामने से ऑलमोस्ट खुला हुआ ही था और बीचे मैं फोल्ड कर के एक डोरी से बँधा हुआ था. मैं ने आंटी से बोला के आंटी मुझे एक टवल देदो तो आंटी ने बोला के बाहर तो चलो बेड पे लेट जाओ अभी तुम्है छोड़ा तो तुम नीचे गिर जाओगे. मैं नंगा ही आंटी के सहारे से उठ गया और ऐसे ही बड़ी मुश्किल से घसीट ते हुए आंटी मुझे बाथरूम से बाहर ले के बेड तक ले आई और मुझे बेड पे लिटा दिया मेरी नज़र आंटी पर पड़ी तो देखा के आंटी की नज़र मेरे लंड से हट नही रही थी वो मेरे लंड को खा जाने वाली नज़रो से देख रही थी. मेरे लंड की तरफ उनको इस तरह घूरते हुए देख कर मेरे लंड मे कुछ मूव्मेंट्स शुरू हो गयी और वो थोड़ा हिलने लगा. मैं अपने लंड को अपने हाथो से छुपाते हुए बोला के आंटी वो चदडार डाल दो मेरे ऊपर तो उन्हो ने कहा के ठहरो पहले मुझे देखने तो दो के कहा चोट लगी है. मेरे पास कुछ पेन किल्लर टॅब्लेट्स और आयंटमेंट है मैं लगा दूँगी तो मैं ने बोला के आंटी मुझे शरम आती है प्लीज़ चदडार डाल दो तो उन्हो ने कहा के अरे मेरे से शरम करोगे अब तुम, तुम्हे तो मैं एक हज़ार बार नंगा देख चुकी हू तो मैं ने हंस के बोला के हा आंटी तब मे बच्चा था लैकिन अब मैं बड़ा हो गया हू बच्चा नही रहा तो उन्हो ने कहा के तो क्या हुआ तुम कितने भी बड़े हो जाओ मेरे सामने तो बच्चे ही रहोगे. अब तुम चुप चाप लेते रहो मैं अभी आती हू और आंटी जैसे ही बेड से उठी मुझे उनकी लाइट क्रीम कलर की पॅंटी और ब्रस्सिएर नज़र आ गयी और फिर आंटी के जाने के बाद मैं ने च्छददर को खेच के ओढ़ लिया और
लेट के आंटी का वेट करने लगा.
आंटी 5 मिनिट के बाद कमरे मे आई तो उनके हाथ मे कॉफी के 2 कप्स भी थे एक कप मुझे दिया और एक कप से वो खुद कॉफी पीने लगी और बोली के राजा गरम गरम कॉफी पिलो थोड़ा आराम आजाएगा और साथ मे एक पेन किल्लर टॅबलेट भी दे दिया. कॉफी ख़तम करके आंटी कप्स ले गयी और आते समय एक मस्क्युलर क्रीम का ट्यूब ले के आ गयी इतनी देर मे मेरा लंड चदडार के अंदर टेंट बना चुका था जिसे आंटी बड़े गौर से देखते हुए बोली के चलो अब निकालो इसे तो मैं ने बोला के आप रहने दो आंटी मैं खुद ही लगा लूँगा तो आंटी बोली के क्यों मेरे लगाने से दरद कम नही होगा क्या तो मैं ने बोला के नही आंटी ऐसी बात नही बस मुझे शरम आती है तो उन्हो ने बोला के अरे मेरे से शरम करने की ज़रूरत नही और फिर यहा और कोई भी तो नही है किसी को क्या पता चलेगा तो मैं ने कहा के आंटी मुझे शरम आती है प्लीज़ कम से कम लाइट्स तो बंद करदो ना तो उन्हो ने कहा के अछा ठीक है और फिर बेड से उठ कर लाइट बंद करदी लैकिन ग्लास के विंडो से बाहर की थोड़ी थोड़ी रोशनी फिर भी कमरे के अंदर आ रही थी तो उन्हो ने पूछा के अभी भी शरम आ रही है या यह कर्टन्स भी बंद कर दू तो मैं ने बोला के हा आंटी बंद करदो कंप्लीट अंधेरा करदो प्लीज़ तो उन्हो ने बोला के अरे अगर कंप्लीट अंधेरा हो गया तो मुझे कैसे नज़र आएगा के दवा कहा लगानी है तो मैं ने बोला के आ जाएगा आंटी आप प्लीज़ सब कुछ बंद करदो तो उन्हो ने खिड़की के पर्दे भी गिरा दिए और बाहर सिट्टिंग रूम की लाइट्स भी बंद करदी जिस से कमरे मे अब एक दम से अंधेरा च्छा गया.
आंटी बेड पे मेरे राइट साइड के थाइस के करीब आके बैठ गयी और चादर को निकाल दिया. चादर के निकलते ही मेरा लंड जोश मे हिलने लगा. आंटी ने मेरे थाइस को टटोलना शुरू किया और पूछा के बताओ दरद कहा पे है तो मैं ने उनका हाथ अपने हाथ से पकड़ा और थाइ के इन्नर पोर्षन जो के मेरे गोल्फ बॉल के साइज़ के बॉल्स के करीब था उनका हाथ वाहा रख के बताया के यहा है. आंटी ने थोड़ा हाथ को इधर उधर घुमाया और बोली के ठीक है अब तुम चुप चाप लेते रहो मैं मस्क्युलर क्रीम लगाती हू और क्रीम का ट्यूब उठा के जहा मैने बताया था तकरीबन वाहा पे रख के ट्यूब को दबाया और ढेर सारी क्रीम मेरे इन्नर थाइ पे लग गयी. अब आंटी ने उसको स्प्रेड करना शुरू कर दिया. मेरे लंड का तो बुरा हाल हो गया था इतने दीनो बाद लंड के करीब किसी औरत के हाथो का स्पर्श मेरे लंड को दीवाना बना रहा था और मेरी गंद तो अपने आप ही ऊपेर उठ ने लगी थी. मैं चुप चाप लेटा रहा लैकिन मेरी साँसें बोहोट तेज़ी से चल रही थी. क्रीम लगाते
लगाते आंटी की उंगलियाँ मेरे बॉल्स को छू रही थी. हम दोनो मे से कोई भी बात नही कर रहा था कमरे मे अजीब सा सन्नाटा और रोमॅंटिक महॉल था. अब आंटी के उंगलियाँ मेरे बॉल्स को टटोलने लगी थी और फिर एक ही मिनिट के अंदर हाथ को थोड़ा ऊपेर कर के लंड को भी सहलाने लगी तो मैं ने बोला के अरे आंटी यह आप क्या कर रही हो तो उन्हो ने बोला के चुप लेटा रह मैं जो कर रही हू मुझे करने दे बॅस तो मैं ने बोला के आपकी मर्ज़ी आंटी मैं कुछ नही बोलूँगा आप जो करना चाहो सो करो. मेरे मूसल लंड पे उनका हाथ महसूस करके मस्ती से मेरी गंद एक दम से ऊपेर उठ गयी. लंड को सहलाते सहलाते आंटी ने मेरे लंड के डंडे को पकड़ के दबाया और फिर दोनो हाथो से पकड़ लिया फिर भी लंड का सूपड़ा उनके दोनो हाथो से बाहर ही निकला हुआ था और इतना मोटा था के उनकी मुति मे नही समा रहा था और उनकी उंगलियाँ नही मिल रही थी. इतनी देर तक हम दोनो खामोश ही थे फिर जब उन्हो ने मेरे लंड को अछी तरह से अपनी मुथि मे पकड़ लिया तो एक दम से उनका मूह सीटी बजाने वाली तरह से गोल खुल गया और हैरत से निकला अरे बाप रे राजा इतना लंबा इतना मोटा यह तो बड़ा ही शानदार है, लगता है भगवान ने तुम्हारे लिए स्पेशल लिंग बना के तुम्है गिफ्ट किया है. मैं कुछ बोला नही तो फिर आंटी बोली के इतना बड़ा और लोहे जैसा सख़्त भी है इस को पाने के लिए तो कोई भी लड़की या औरत सिर्फ़ सपने मे ही सोचा करती है और दोनो हाथो से लंड को पकड़ के ऊपेर नीचे करते हुए मूठ मारने लगी.
आंटी मेरे साइड मे ही बैठी हुई थी लैकिन शाएद उनको यह पोज़िशन कंफर्टबल नही लग रही थी इसी लिए वो साइड से उठ के मेरी दोनो टाँगो के बीच मे घुटने मोड़ के बैठ गयी और दोनो हाथो से मेरे लंड को पकड़ के मूठ मारने लगी. मैं खामोश ही लेटा रहा और आंटी के हाथो का मज़ा लेता रहा और यह सोच रहा था के क्या आंटी को चोदने का मोका मिलेगा या नही. अब आंटी क्रीम व्रीम सब भूल कर मेरे लंड की सेवा कर रही थी जो किसी मूसल की तरह से मोटा और लोहे जैसा सख़्त हो के किसी मिज़ाइल की तरह से खड़ा था. कमरे मे अंधेरा, और दो जलते बदन होने की वजह से कमरे का महॉल कुछ ज़ियादा ही गरम और सेक्सी हो गया था. आ राजा यह तो इतना शानदार है के इसको किस करने का मंन कर रहा है और बिना कुछ बोले वो झुकी और झुकते झुकते अपने हाथ पीछे कर के अपने बदन से शवर गाउन निकाल के फ्लोर पे फेक दिया और झुक के मेरे लंड को सूपदे पे किस किया और चूसना भी शुरू कर दिया. ऐसा लग रहा था जैसे आंटी मेरे लंड को देख के अपने होश ही खो बैठी है. मैं ने गौर किया तो देखा के आंटी की ब्रस्सिएर और पॅंटी गायब थी शाएद वो जब कॉफी, टॅब्लेट्स और क्रीम लाने के लिए अपने कमरे मैं गयी थी तब ही उन्हो ने ब्रा और पॅंटी को निकाल दिया होगा और शाएद मेरे लंड की सवारी का
मंन भी बना लिया होगा यह सोच कर मैं दिल ही दिल मे मुस्कुराने लगा.
आंटी दोनो हाथो से मूठ मार रही थी और सूपदे को चूस भी रही थी फिर उन्हो ने दोनो हाथ हटा लिए और पूरे लंड को अपने मूह मे ले के चूसने लगी तो मैने अपने पैर आंटी के बॅक पे लपेट लिए और उनका सर पकड़ के उनके मूह को चोदने लगा. मेरा लंड बोहोत बड़ा और मोटा है इसी लिए पूरा उनके मूह मे नही घुस रहा था उनके दाँत मेरे लंड के डंडे पे लग रहे थे. ऐसे ही चूस्ते चूस्ते आंटी का मूह मेरे लंड से अड्जस्ट हो गया और अब वो पूरा मूह के अंदर ले के चूस रही थी. मेरा लंड उनके हलक तक जा रहा था. मैं ने बोला के आंटी कुछ स्वाद मुझे भी तो दो, तो वो मेरा मतलब समझ गयी और पलट के मेरे ऊपेर 69 की पोज़िशन मे आ गयी. उनकी चूत तो बे इंतेहा गीली हो चुकी थी और उनकी चूत से बड़ी मस्त खुहबू भी आ रही थी. मैं आंटी की चूत को चाट रहा था ज़ुबान नीचे से ऊपेर और ऊपेर से नीचे और फिर क्लाइटॉरिस को दांतो से पकड़ा तो आंटी काँपने लगी और मेरे मूह मे ही झाड़ गयी. आंटी की चूत का जूस बोहोत मीठा था. आंटी बड़ी मस्ती से मेरा लंड चूस रही थी आंटी के बूब्स मेरे पेट से लग रहे थे तो मैं ने उनको अपने हाथो मे पकड़ लिया आहह क्या मस्त बूब्स थे आंटी के, इतनी एज मे भी इतने कड़क और निपल्स भी एरेक्ट हो गये थे मैं उनको पकड़ के मसल्ने लगा और अपने पेट से उनकी चुचिओ को रगड़ने लगा. मैं अपने पैर घुटनो से मोड अपनी गंद उठा उठा के उनके मूह को चोद रहा था और फिर मेरी मलाई भी रेडी हो गयी थी और फिर उनके सर को पकड़ के अपने लंड को पूरे का पूरा उनके हलक तक घुसा के पकड़ लिया और मेरे लंड मे से गरम गरम मलाई का फव्वारा निकल के आंटी के पेट मे डाइरेक्ट गिरने लगा जिसे वो एक ड्रॉप गिराए बिना पी गयी.
लेखक-- दा ग्रेट वोरिअर
हिंदी फॉण्ट बाय राज शर्मा
गतांक से आगे........................
पिंकी की शादी को तकरीबन 2 महीने के करीब हो गये थे और इतना ही वक़्त पिंकी की सास को पटाने और चोदने मे लगा था. अब हम डेली चुदाई करने लगे. बड़े मज़े से दिन और रात गुज़र ते रहे. कभी पिंकी और उसकी सास को अलाग चोद्ता तो कभी थ्रीसम. अब हम तीनो एक दम से बे-शरम हो गये थे कभी कभी तो आंटी और पिंकी एक दूसरे की चूत भी चाटने लगी थी. आंटी को अपनी चूत चटवाने मे बोहोत ही मज़ा आता था. अब मैं बिंदास उनके घर आनने जाने लगा था और दोनो को चोदने लगा था. एक दिन पिंकी ने अपने हज़्बेंड लाला से बोल दिया के उसका लंड किसी काम का नही है और अब तुम्है डाइवोर्स दे रही हू तो वो घबरा गया और पिंकी के पैर पकड़ लिए और बोला के प्लीज़ पिंकी ऐसा ना करो तुम जो कहोगी मैं वैसे ही करूँगा तो पिंकी ने बोला के मुझे अछी तरह से चोद के मेरी प्यासी चूत की प्यास बुझा सकते हो तो लाला खामोश होगया और बोला के पिंकी तुम्है तो पता है के मेरी नुनु कमज़ोर है और मैं यह नही कर सकता तो पिंकी ने बोला के अगर मैं अपने किसी दोस्त से चुदवाउ तो तुम्है कोई प्राब्लम होगी तो उसने बोला के अगर किसी को पता चल जाएगा तो बोहोत मुस्किल हो जाएगी तो पिंकी ने बोला के नही होगी तुम उसकी फिकर ना करो तो लाला ने पूछा कोई है तुम्हारा ऐसा फ्रेंड तो पिंकी ने बोला के हा मेरा राजा है ना तो लाला ने बोला के कैसे करोगी तो पिंकी ने बोला के तुम उसकी फिकर ना करो मैं राजा को पटा लूँगी तुम्है कोई प्राब्लम तो नही है ना तो लाला ने बोला के अगर तुम राजा के साथ अपने बदन की प्यास को शांत करना चाहती हो तो मुझे कोई प्राब्लम नही है क्यॉंके वो तुम्हारे और हमारे घर का ही एक सदस्य है ठीक है तुम्है मेरी तरफ से पर्मिशन है तो पिंकी ने बोला के ठीक है लाला अब मैं तुम्है डाइवोर्स नही दूँगी पर तुम राजा को मेरे साथ सोने से रोकना नही और हा मैं तुम्हारे सामने ही उस से चुदवाना चाहुगी तो उसने बोला के अरे ऐसे कैसे तो पिंकी ने बोला के मैं उसको बोलूँगी के तुम्हारे सामने एक टाइम चोद ले ता के तुमको भी पता चले के उसका लंड कितना बड़ा मोटा और सख़्त है और वो कैसे चोद्ता है तो लाला ने बोला के तुम पहले भी राजा से चुदवा चुकी हो क्या तो पिंकी ने बोला के तो फिर तुम क्या समझते हो तुम जो मुझे रात मैं इधर उधर मसल के गरम कर के सो जाते हो तो मैं क्या करू. इसी गर्मी के चलते मैं ने राजा से चुदवा लिया है और अब मैं चाहती हू के तुम भी हमारी चुदाई देखो तो लाला राज़ी होगया. और फिर एक दिन मैं ने लाला के सामने ही पिंकी को खूब ज़ोर ज़ोर से चोदा तो लाला हैरत से मेरे लंड और मेरे चुदाई को देखने लगा और बोला के मुझे ताज्जुब है के इतना बड़ा और इतना मोटा लौदा इतनी छोटी चूत मे कैसे घुस जाता है. अब मैं पिंकी को उसके हज़्बेंड के सामने भी चोद लेता था और आंटी को भी पता
चल चुका था के मैं लाला के सामने ही पिंकी को चोद रहा हू तो उन्हो ने पूछा के लाला को कैसा लगा उसके सामने उसकी पत्नी को कोई और चोद रहा है तो पिंकी ने बोला के वो तो राजा का इतना बड़ा और मोटा लंड देख के घबरा ही गया और एक टाइम तो उसने राजा के लंड को अपने हाथ मे भी पकड़ के देखा तो आंटी हस्ने लगी और बोली के गन्दू का बेटा गन्दू है साला. इसी तरह से पिंकी की और आंटी की चुदाई करते टाइम पास होने लगा. अब वाहा सब हसी खुशी रहने लगे.
दोस्तो अब अपने दोस्त शांति लाल की तरफ चलते हैं
शाँतिलाल की शादी की तय्यारी
शांति लाल की शादी का टाइम करीब आने लगा था तय्यारिया ज़ोर ओ शोर से चल रही थी. पूजा आंटी खुद ही शादी की सारी परचेसिंग हयदेराबाद, कोलकाता और देल्ही से कर चुकी थी और अभी उनको मुंबई जाना था जहा उनका कोई भी रिश्तेदार नही था. अब तक तो उनके साथ कभी शांति होता था तो कभी वो अपनी किसी रिश्ते की कज़िन्स के साथ ही शॉपिंग करने के लिए जा रही थी. मुंबई जाने के लिए उनका और शांति का रिज़र्वेशन फर्स्ट क्लास ए/सी कॉमपार्टमेंट मे हो चुका था और होटल ओबेरोइ मे एक वीक के लिए भी एक सूयीट बुक करवा लिया गया था. इत्तेफ़ाक़ ऐसा हुआ के जिस रात उनकी ट्रेन थी उसी शाम को शांति मिल की सीढियो से नीचे गिर गया और उसके पैर मे हेरलाइन फ्रॅक्चर आ गया और उसको बॅंडेज कर दी गयी थी वो चलने फिरने के काबिल नही था और वो अपनी मम्मी के साथ मुंबई को भी नही जा सकता था. मुंबई को जाना भी ज़रूरी था. रिज़र्वेशन्स और दूसरे कंप्लीट अरेंज्मेंट्स हो चुके थे तो शांति ने बोला के राजा को ले जाओ मम्मी तो पूजा आंटी ने बोला के हा यह ठीक रहेगा और उन्हो ने मुझे बुलाया और बोला के मैं जल्दी से रेडी हो जाउ उनके साथ जाने के लिए तो मैं ने मम्मी को फोन किया तो मम्मी ने बोला के ठीक है तुम चले जाओ मैं तो अब शांति की शादी के करीब ही वापस आउन्गि तो मैं ने कहा के ठीक है मम्मी आप अपने टाइम से आओ यहा तो कोई प्राब्लम नही है.
ट्रेन रात के 10 बजे नामपल्ली रेलवे स्टेशन से निकली. हम रात का खाना तो खा चुके थे. यह फर्स्ट क्लास के कॉमपार्टमेंट मे 2 – 2 ही सीट्स थे एक ऊपेर और एक नीचे. बाहर की गर्मी से ए/सी कॉमपार्टमेंट के अंदर की ठंडक बोहोत अछी लग रही थी. पूजा आंटी नीचे की सीट पे सो गयी और मैं ऊपेर की सीट पे चला गया और थोड़ी ही देर मे सो गया. सुबह 4 बजे के आस पास ट्रेन वीटी स्टेशन पे रुक गयी और हम दोनो उतर गये. बाहर ओबेरोई की लिमज़ीन हमै पिक करने के लिए रेडी खड़ी थी. हम कार मे बैठ के होटेल चले गये. होटेल मे चेक इन किया. हमारा सूयीट 20थ फ्लोर पे था जहा से
दूर तक समंदर का नीला नीला पानी और ऊँची ऊँची बिल्डिंग्स बड़ी रोमॅंटिक लग रही थी. हमारा सूयीट 2 कमरो का था और एक छोटा सा सिट्टिंग रूम टाइप था जहा पर एक छोटी सी डाइनिंग टेबल थी और सोफा सेट विद सेंटर टेबल रखा हुआ था और एक कॉर्नर मे एक बड़ा सा फ्रिड्ज भी रखा था जिस मे मिनरल वॉटर के बॉटल्स, डिफ टाइप्स के जूसज़, कुछ बॉटल्स बियर, ब्रॅंडी, विस्की और शॅंपेन के भी रखे हुए थे. इन सब चीज़ो को जितना यूज़ करते उसका बिल बनता इस्तेमाल ना करो तो बिल नही बनता था. वाहा पे एक बड़ा सा केबल कनेक्टेड टीवी सेट भी रखा हुआ था.
दोनो कर्मरो मे अटॅच बाथरूम था. एक मास्टर बेडरूम जो थोड़ा बड़ा था जहा पे एक क्वीन साइज़ बेड था जिसपे एक दम से वाइट कलर की चदडार बिछी हुई थी और 2 पिल्लो और 4 स्क्वेर साइड पिल्लो भी थे जो प्रॉबब्ली सोने के टाइम पे पैरो के बीच मे दबाने के काम आते थे और वो मास्टर बेडरूम मे एक सोफा सेट और सेंटर टेबल और एक राइटिंग टेबल भी थी वो आंटी के लिए था और मेरे लिए दूसरा वाला थोड़ा छोटा था जहा एक डबल बेड पड़ा था और एक राइटिंग टेबल और एक चेर पड़ी हुई थी. सूयीट बड़ा ही शानदार था. दोनो बेडरूम्स के डोर्स सिट्टिंग रूम मे खुलते थे. इस से पहले भी मैं 5 स्टार होटेल्स मे ठहर चुका था लैकिन सूयीट मे यह फर्स्ट टाइम ही आया था. सूयीट मे अड्जस्ट होने होने तक सुबह के 6 बज गये थे. आंटी ने बोला के वो एक घंटा और सोना चाहती है तो मैं अपने कमरे मे आ गया और मैं भी सो गया. आँख खुली तो 8 बज चुके थे 2 घंटे की नींद से तबीयत काफ़ी फ्रेश लग रही थी. मैं बाथरूम मे चला गया और शवर ले के फ्रेश हो के बाहर आ गया इतनी देर मे आंटी भी नहा धो के फ्रेश हो चुकी थी. मैं आंटी को देखा तो देखता ही रह गया. एक तो आंटी का बोहोत ही गोरा रंग और उसके ऊपेर लाइट गुलाबी रंग की फ्लवर प्रिंटेड सारी और मॅचिंग ब्लाउस जो नवल तक नीचे उतरी हुई थी जहा से उनका पेट और बेल्ली बटन सॉफ नज़र आ रहा था. आंटी दूसरे मायनो मे गाज़ाब ढा रही थी मुझे अपनी तरफ ऐसे देखता पा कर हंस पड़ी और बोली हे राज्ज तुम तो मुझे ऐसे देख रहे हो जैसे आज पहले बार देख रहे हो तो मैं अपने ख़यालो से बाहर आ गया और मुस्कुराते हुए बोला के आंटी आप इतनी खूबसूरत हो यह मैं ने कभी भी धयान नही दिया था. आप तो बोहोत ही खूबसूरत हो और एक दम से किसी आकाश से उतरी हुई अप्सरा लग रही हो तो वो मुस्कुरा दी और बोली क्या राज अब मे इतनी खूबसूरत भी नही हू तो मैं ने बोला के नही आंटी आप सच मे बे इंतेहा खूबसूरत हो पता न्ही आज कितने लोग आपको देख के घायल हो जाए तो वो हंस के बोली चलो अब ज़ियादा ना बनाओ और नाश्ता करो. ब्रेकफास्ट अपने सूयीट पर ही मंगवा लिया था. नाश्ता कर के हम होटेल से बाहर आए और टॅक्सी कर के शॉपिंग के लिए निकल गये. शाम देर गये तक शॉपिंग करते
रहे. आंटी को मेरी चाय्स भी अछी लगी और वो मेरी पसंद के आइटम्स ही पर्चेस करती रही. शॉपिंग करते टाइम मेरे और आंटी के हाथ एक दूसरे के हाथो से टच हो रहे थे और मुंबई के रश मे हमारे बदन भी कभी कभी एक दूसरे के बदन से रगड़ खा जाते थे तो कभी जहा ज़ियादा भीड़ होती वाहा मुझे आंटी के बूब्स अपने हाथ पे लगते महसूस होते तो मेरे बदन मे एक सनसनाहट दौड़ जाती इसी तरह से शॉपिंग चलती रही.
शाम को हम वापस अपने कमरे मे आ गये और नहा धो कर फिर से फ्रेश हो गये तो मैं ने पूछा के आंटी क्या प्रोग्राम है अब तो उन्हो ने बोला के तुम जैसा बनाओगे वोही प्रोग्राम होगा तो मैं ने कहा के आंटी पिक्चर देखेगे या बीच पे फ्रेश एर तो उन्हो ने बोला के चलो आज समंदर की सैर ही करते है फिल्म कल देखेंगे तो मैं ने कहा के ठीक है आंटी आज हम डिन्नर भी बाहर ही करेंगे. थोड़ी देर मे हम होटेल से बाहर निकल गये और टहलते हुए नरीमन पॉइंट से चोपॅटी की तरफ चल दिए. सूरज समंदर के अंदर डूब रहा था हल्की हल्की हवा चल रही थी मौसम बोहोट अछा हो रहा था. हम दो घंटे तक ऐसे ही घूमते रहे. वाहा से चाट की बंदी से चाट खरीद के रेत (सांड) मे आ के बैठ गये और इधर उधर की बातें करने लगे. जब रात होने लगी तो आंटी ने बोला के चलो राज खाना खाते है तो हम दोनो फिर से वॉकिंग करते हुए ब्रबोवर्न स्टेडियम की तरफ चले गये जहा पे एक अछा रेस्टोरेंट था इस रेस्टोरेंट मे एक गोल वुडन प्लॅटफॉर्म भी बना हुआ था जहा पे शाम से ही कुछ लड़के और लड़कियाँ गाना सुनाते थे और कभी कोई लड़की डॅन्स भी कर जाती थी. आंटी को यह रेस्टोरेंट बोहोत पसंद आया. वही खाना खा के हम तकरीबन 11 बजे अपने सूयीट मे वापस आ गये. मुंबई के मौसम मे अच्छी ख़ासी ह्यूमिडिटी होती है और सारे बदन को चिप चिपा कर देती है. कमरे मे आने के बाद स्नान करना ज़रूरी था. आंटी शवर ले के आने तक टीवी देखता रहा और फिर मैं ने नीचे कॉफी शॉप से कॉफी का ऑर्डर दे दिया और अपने कमरे मे नहाने चला गया इतनी देर मे आंटी स्नान कर के बाहर आ चुकी थी और उन्हो ने शवर गाउन पहना हुआ था और अपने सर पे टवल लपेटा हुआ था और वेटर के कॉफी लाने का इंतेज़ार कर रही थी.
मैं अभी बाथरूम मे स्नान करके टब से बाहर निकल रहा था के नीचे रखे वाइट टवल पे मेरा पैर फिसल के मूड गया और मैं धप्प से नीचे गिर पड़ा, बतटब की छोटी सी दीवार मेरे थाइस के अन्द्रूनि भाग से लगी और मेरी स्किन वाहा से फॅट गयी और थोड़ा सा खून भी निकला मगर उतना ज़ियादा नही और गिरते ही दरद से मेरे मूह से एक लंबी चीख निकल गयी
और आंटी दौड़ते हुए बाथरूम तक आ गयी और दूर के बाहर से ही पुकार के पूछा के क्या हुआ राज्ज तो मैं ने बड़ी मुश्किल से बोला के मैं नीचे गिर गया हू आंटी और मेरा पैर मूड गया है उठ नही सकता. बाथरूम अंदर से बंद था. आंटी को सडन्ली याद आया के एक एमर्जेन्सी के बाथरूम के दूर फ्रेम मैं राइट साइड पे एक कील होती है जहा स्पेर के लटकी होती है तो उन्हो ने वो स्पेर चाबी दूर के फ्रेम से निकाली और बाथरूम का दूर खोल दिया. मुझे गिरा हुआ देख के आंटी जल्दी से मेरे पास आ गयी. मेरे बदन पे तो टवल भी नही था मैं नंगा ही नीचे गिरा पड़ा था लैकिन कुछ ऐसे स्टाइल मैं था के मेरी एक टाँग के ऊपेर दूसरी टांग रखी थी जिसकी वजह से मेरा लंड आंटी को इमीडीयेट्ली नज़र नही आ रहा था. आंटी मेरे करीब आ गयी और अपना हाथ मेरी तरफ बढ़ाया और बोली के उठो राज्ज चलो बाहर बेड पे लेट जाओ तो मैं उठने की कोशिश किया पर उठा नही गया. आंटी बड़ी मीठी नज़रो से मेरे नंगे बदन को देख रही थी. बड़ी मुश्किल से आंटी ने पीछे से मेरे बगल मे अपने दोनो हाथ डाल के उठाया. मैं तो अपने पैरो पे खड़ा होने के काबिल नही था और सारा वेट आंटी के ऊपेर ही था जिस से मेरे नंगे शोल्डर पे आंटी के बूब्स लग रहे थे. आंटी अभी भी शवर गाउन मैं ही थी जो सामने से ऑलमोस्ट खुला हुआ ही था और बीचे मैं फोल्ड कर के एक डोरी से बँधा हुआ था. मैं ने आंटी से बोला के आंटी मुझे एक टवल देदो तो आंटी ने बोला के बाहर तो चलो बेड पे लेट जाओ अभी तुम्है छोड़ा तो तुम नीचे गिर जाओगे. मैं नंगा ही आंटी के सहारे से उठ गया और ऐसे ही बड़ी मुश्किल से घसीट ते हुए आंटी मुझे बाथरूम से बाहर ले के बेड तक ले आई और मुझे बेड पे लिटा दिया मेरी नज़र आंटी पर पड़ी तो देखा के आंटी की नज़र मेरे लंड से हट नही रही थी वो मेरे लंड को खा जाने वाली नज़रो से देख रही थी. मेरे लंड की तरफ उनको इस तरह घूरते हुए देख कर मेरे लंड मे कुछ मूव्मेंट्स शुरू हो गयी और वो थोड़ा हिलने लगा. मैं अपने लंड को अपने हाथो से छुपाते हुए बोला के आंटी वो चदडार डाल दो मेरे ऊपर तो उन्हो ने कहा के ठहरो पहले मुझे देखने तो दो के कहा चोट लगी है. मेरे पास कुछ पेन किल्लर टॅब्लेट्स और आयंटमेंट है मैं लगा दूँगी तो मैं ने बोला के आंटी मुझे शरम आती है प्लीज़ चदडार डाल दो तो उन्हो ने कहा के अरे मेरे से शरम करोगे अब तुम, तुम्हे तो मैं एक हज़ार बार नंगा देख चुकी हू तो मैं ने हंस के बोला के हा आंटी तब मे बच्चा था लैकिन अब मैं बड़ा हो गया हू बच्चा नही रहा तो उन्हो ने कहा के तो क्या हुआ तुम कितने भी बड़े हो जाओ मेरे सामने तो बच्चे ही रहोगे. अब तुम चुप चाप लेते रहो मैं अभी आती हू और आंटी जैसे ही बेड से उठी मुझे उनकी लाइट क्रीम कलर की पॅंटी और ब्रस्सिएर नज़र आ गयी और फिर आंटी के जाने के बाद मैं ने च्छददर को खेच के ओढ़ लिया और
लेट के आंटी का वेट करने लगा.
आंटी 5 मिनिट के बाद कमरे मे आई तो उनके हाथ मे कॉफी के 2 कप्स भी थे एक कप मुझे दिया और एक कप से वो खुद कॉफी पीने लगी और बोली के राजा गरम गरम कॉफी पिलो थोड़ा आराम आजाएगा और साथ मे एक पेन किल्लर टॅबलेट भी दे दिया. कॉफी ख़तम करके आंटी कप्स ले गयी और आते समय एक मस्क्युलर क्रीम का ट्यूब ले के आ गयी इतनी देर मे मेरा लंड चदडार के अंदर टेंट बना चुका था जिसे आंटी बड़े गौर से देखते हुए बोली के चलो अब निकालो इसे तो मैं ने बोला के आप रहने दो आंटी मैं खुद ही लगा लूँगा तो आंटी बोली के क्यों मेरे लगाने से दरद कम नही होगा क्या तो मैं ने बोला के नही आंटी ऐसी बात नही बस मुझे शरम आती है तो उन्हो ने बोला के अरे मेरे से शरम करने की ज़रूरत नही और फिर यहा और कोई भी तो नही है किसी को क्या पता चलेगा तो मैं ने कहा के आंटी मुझे शरम आती है प्लीज़ कम से कम लाइट्स तो बंद करदो ना तो उन्हो ने कहा के अछा ठीक है और फिर बेड से उठ कर लाइट बंद करदी लैकिन ग्लास के विंडो से बाहर की थोड़ी थोड़ी रोशनी फिर भी कमरे के अंदर आ रही थी तो उन्हो ने पूछा के अभी भी शरम आ रही है या यह कर्टन्स भी बंद कर दू तो मैं ने बोला के हा आंटी बंद करदो कंप्लीट अंधेरा करदो प्लीज़ तो उन्हो ने बोला के अरे अगर कंप्लीट अंधेरा हो गया तो मुझे कैसे नज़र आएगा के दवा कहा लगानी है तो मैं ने बोला के आ जाएगा आंटी आप प्लीज़ सब कुछ बंद करदो तो उन्हो ने खिड़की के पर्दे भी गिरा दिए और बाहर सिट्टिंग रूम की लाइट्स भी बंद करदी जिस से कमरे मे अब एक दम से अंधेरा च्छा गया.
आंटी बेड पे मेरे राइट साइड के थाइस के करीब आके बैठ गयी और चादर को निकाल दिया. चादर के निकलते ही मेरा लंड जोश मे हिलने लगा. आंटी ने मेरे थाइस को टटोलना शुरू किया और पूछा के बताओ दरद कहा पे है तो मैं ने उनका हाथ अपने हाथ से पकड़ा और थाइ के इन्नर पोर्षन जो के मेरे गोल्फ बॉल के साइज़ के बॉल्स के करीब था उनका हाथ वाहा रख के बताया के यहा है. आंटी ने थोड़ा हाथ को इधर उधर घुमाया और बोली के ठीक है अब तुम चुप चाप लेते रहो मैं मस्क्युलर क्रीम लगाती हू और क्रीम का ट्यूब उठा के जहा मैने बताया था तकरीबन वाहा पे रख के ट्यूब को दबाया और ढेर सारी क्रीम मेरे इन्नर थाइ पे लग गयी. अब आंटी ने उसको स्प्रेड करना शुरू कर दिया. मेरे लंड का तो बुरा हाल हो गया था इतने दीनो बाद लंड के करीब किसी औरत के हाथो का स्पर्श मेरे लंड को दीवाना बना रहा था और मेरी गंद तो अपने आप ही ऊपेर उठ ने लगी थी. मैं चुप चाप लेटा रहा लैकिन मेरी साँसें बोहोट तेज़ी से चल रही थी. क्रीम लगाते
लगाते आंटी की उंगलियाँ मेरे बॉल्स को छू रही थी. हम दोनो मे से कोई भी बात नही कर रहा था कमरे मे अजीब सा सन्नाटा और रोमॅंटिक महॉल था. अब आंटी के उंगलियाँ मेरे बॉल्स को टटोलने लगी थी और फिर एक ही मिनिट के अंदर हाथ को थोड़ा ऊपेर कर के लंड को भी सहलाने लगी तो मैं ने बोला के अरे आंटी यह आप क्या कर रही हो तो उन्हो ने बोला के चुप लेटा रह मैं जो कर रही हू मुझे करने दे बॅस तो मैं ने बोला के आपकी मर्ज़ी आंटी मैं कुछ नही बोलूँगा आप जो करना चाहो सो करो. मेरे मूसल लंड पे उनका हाथ महसूस करके मस्ती से मेरी गंद एक दम से ऊपेर उठ गयी. लंड को सहलाते सहलाते आंटी ने मेरे लंड के डंडे को पकड़ के दबाया और फिर दोनो हाथो से पकड़ लिया फिर भी लंड का सूपड़ा उनके दोनो हाथो से बाहर ही निकला हुआ था और इतना मोटा था के उनकी मुति मे नही समा रहा था और उनकी उंगलियाँ नही मिल रही थी. इतनी देर तक हम दोनो खामोश ही थे फिर जब उन्हो ने मेरे लंड को अछी तरह से अपनी मुथि मे पकड़ लिया तो एक दम से उनका मूह सीटी बजाने वाली तरह से गोल खुल गया और हैरत से निकला अरे बाप रे राजा इतना लंबा इतना मोटा यह तो बड़ा ही शानदार है, लगता है भगवान ने तुम्हारे लिए स्पेशल लिंग बना के तुम्है गिफ्ट किया है. मैं कुछ बोला नही तो फिर आंटी बोली के इतना बड़ा और लोहे जैसा सख़्त भी है इस को पाने के लिए तो कोई भी लड़की या औरत सिर्फ़ सपने मे ही सोचा करती है और दोनो हाथो से लंड को पकड़ के ऊपेर नीचे करते हुए मूठ मारने लगी.
आंटी मेरे साइड मे ही बैठी हुई थी लैकिन शाएद उनको यह पोज़िशन कंफर्टबल नही लग रही थी इसी लिए वो साइड से उठ के मेरी दोनो टाँगो के बीच मे घुटने मोड़ के बैठ गयी और दोनो हाथो से मेरे लंड को पकड़ के मूठ मारने लगी. मैं खामोश ही लेटा रहा और आंटी के हाथो का मज़ा लेता रहा और यह सोच रहा था के क्या आंटी को चोदने का मोका मिलेगा या नही. अब आंटी क्रीम व्रीम सब भूल कर मेरे लंड की सेवा कर रही थी जो किसी मूसल की तरह से मोटा और लोहे जैसा सख़्त हो के किसी मिज़ाइल की तरह से खड़ा था. कमरे मे अंधेरा, और दो जलते बदन होने की वजह से कमरे का महॉल कुछ ज़ियादा ही गरम और सेक्सी हो गया था. आ राजा यह तो इतना शानदार है के इसको किस करने का मंन कर रहा है और बिना कुछ बोले वो झुकी और झुकते झुकते अपने हाथ पीछे कर के अपने बदन से शवर गाउन निकाल के फ्लोर पे फेक दिया और झुक के मेरे लंड को सूपदे पे किस किया और चूसना भी शुरू कर दिया. ऐसा लग रहा था जैसे आंटी मेरे लंड को देख के अपने होश ही खो बैठी है. मैं ने गौर किया तो देखा के आंटी की ब्रस्सिएर और पॅंटी गायब थी शाएद वो जब कॉफी, टॅब्लेट्स और क्रीम लाने के लिए अपने कमरे मैं गयी थी तब ही उन्हो ने ब्रा और पॅंटी को निकाल दिया होगा और शाएद मेरे लंड की सवारी का
मंन भी बना लिया होगा यह सोच कर मैं दिल ही दिल मे मुस्कुराने लगा.
आंटी दोनो हाथो से मूठ मार रही थी और सूपदे को चूस भी रही थी फिर उन्हो ने दोनो हाथ हटा लिए और पूरे लंड को अपने मूह मे ले के चूसने लगी तो मैने अपने पैर आंटी के बॅक पे लपेट लिए और उनका सर पकड़ के उनके मूह को चोदने लगा. मेरा लंड बोहोत बड़ा और मोटा है इसी लिए पूरा उनके मूह मे नही घुस रहा था उनके दाँत मेरे लंड के डंडे पे लग रहे थे. ऐसे ही चूस्ते चूस्ते आंटी का मूह मेरे लंड से अड्जस्ट हो गया और अब वो पूरा मूह के अंदर ले के चूस रही थी. मेरा लंड उनके हलक तक जा रहा था. मैं ने बोला के आंटी कुछ स्वाद मुझे भी तो दो, तो वो मेरा मतलब समझ गयी और पलट के मेरे ऊपेर 69 की पोज़िशन मे आ गयी. उनकी चूत तो बे इंतेहा गीली हो चुकी थी और उनकी चूत से बड़ी मस्त खुहबू भी आ रही थी. मैं आंटी की चूत को चाट रहा था ज़ुबान नीचे से ऊपेर और ऊपेर से नीचे और फिर क्लाइटॉरिस को दांतो से पकड़ा तो आंटी काँपने लगी और मेरे मूह मे ही झाड़ गयी. आंटी की चूत का जूस बोहोत मीठा था. आंटी बड़ी मस्ती से मेरा लंड चूस रही थी आंटी के बूब्स मेरे पेट से लग रहे थे तो मैं ने उनको अपने हाथो मे पकड़ लिया आहह क्या मस्त बूब्स थे आंटी के, इतनी एज मे भी इतने कड़क और निपल्स भी एरेक्ट हो गये थे मैं उनको पकड़ के मसल्ने लगा और अपने पेट से उनकी चुचिओ को रगड़ने लगा. मैं अपने पैर घुटनो से मोड अपनी गंद उठा उठा के उनके मूह को चोद रहा था और फिर मेरी मलाई भी रेडी हो गयी थी और फिर उनके सर को पकड़ के अपने लंड को पूरे का पूरा उनके हलक तक घुसा के पकड़ लिया और मेरे लंड मे से गरम गरम मलाई का फव्वारा निकल के आंटी के पेट मे डाइरेक्ट गिरने लगा जिसे वो एक ड्रॉप गिराए बिना पी गयी.