एक हसीन रात - Hindi sex story
एक हसीन रात - Hindi sex story
दोस्तों , i am amit.मैं आज अपनी कहानी सुनाता हूँ . मैं एक प्रायवेट हॉस्पिटल में डॉक्टर हूँ . मेरी उमर होगी 26 साल . जिस हॉस्पिटल में मैं काम करता हूँ वहाँ मेरे साथ बहोत सारी मलयाली नुर्सेस भी काम करती हैं . उनमे से सीनियर nurses मर्रिएद हैं और ज़्यादातर उनके हुस्बंड्स gulf countries में job करते हैं . वैसे तो मैं शरीफ स्वाभाव का हूँ पर क्या करूं जवानी का गरम खून और उसके ऊपर ICU में घंटों तक मलयाली सुंदरियों के बीच घिरे रहना . लंड कितने बार खरा हो ही जता है . वैसे मेरे शकल से किसी को अंदाजा भी नहीं लगता होगा की मेरा लंड खरा हो गया है . वैसे मेरे लंड का स्वाभाव भी बरा विचित्र है . दोस्तों आज तक कभी भी मेरा लंड नुर्सेस की चुचिओं को देख कर खरा नहीं हुआ . मेरा Lund हमेशा से 3 चीजों से खरा होता है : पहला तो आंखों मे मासूमियत और शरारत , दूसरा sexy परफ्यूम की गंध और तीसरा चूत्र्दों के उभार . यह तीन चीज़ दोस्तों यदि किसी एक सुंदरी में हो तो फिर क्या कहना . फिर तो मेरा दिमाग बंद और लंड खरा हो जाता है .
तो दोस्तों , मेरे हॉस्पिटल में अभी भी nurses सफ़ेद स्किर्ट ही पहनती हैं . जब भी मरीज का blood टेस्ट लेना हो या मेडीसिन देनी हो तो 4-5 नुर्सेस आगे मरीज की तरफ़ झुक कर काम करती हैं और मैं उनके पीछे खरा होकर उन्हें directions देता हूँ . उस वक्त सभी नुर्सेस की पीठ मेरी तरफ़ होती हैं और झुकने से उनके buttocks के shape tight skirts से दिखते हैं . अक्सर मेरा लंड इस नज़ारे से 3-4 इंच की दुरी पर रहता है . दोस्तों , अक्सर ऐसे मौके पे मैं मन ही मन उनके मोटी गांड को सहलाता हूँ और फंतासी में skirt को ऊपर उठाकर पैंटी खोलकर दोनों चुत्तारों को सहला कर लंड उनकी चूत में दाल देता हूँ . पुरा जिस्म यारों गरम हो जता है . जीं में आता है की कास ज़माने का डर नहीं होता तो कमर को पकर्द कर पीछे से खरे खरे जम कर चुदाई कर देता सबकी बारी बारी से . लेकिन यारों , सारा मामला ख्वाबों तक ही था . लेकिन सब कुछ बदल गया जब लाली नाम की nurse ICU में आई . उसकी आंखें बिल्कुल नत्खाती और शराबी थी .
उसका perfume बिल्कुल मदहोश कर देता था . लंबे बाल थे . चूचियां बिल्कुल छोटी थी पर दोनों चुत्तर ( butts) फूली हुई थी और tight स्किर्ट से शेप एकदम sexy दिखता था . उसकी आदत थी की कभी सीधी नहीं खरी होती थी . हमेशा table पे झुक कर और गांड को table से दूर और पैर को सीधा कर के खरी होती थी . यह लगभग आधी Doggy position होता था . हाल ये हो गया था की मेरा लंड सिर्फ़ उसके perfume और पसीने के गंध से खरा हो जता था . और जब भी मेरा लंड खरा होता तो मैं डोक्टोर्स चयेर पे बैठ कर गहरी गहरी साँस लेता था . एक दिन दोस्तों , मैंने एक single room के मरीज को दवा देने के लिए nurse को बुलाया तो लाली आ गई . मैं दीवाल से कर खरा था और दवा देने के लिए जब वोह आई तो मेरे सामने खरी हो कर झुकी . फिर वही समां . लंड से 3 inch आगे उसकी skirt में कसमसाती हुई गांड . लंड खरा हो गया और मैं गहरी साँस लेने लगा . फिर वोह जान बुझ कर थोरा पीछे खिसकी और उसकी गांड बिल्कुल मेरे खरे लंड को दबाने लगी . पुरे जिस्म में बिजली कौंध गई . पर मैंने अपने पर काबू रखा . मेरा पुरा लुंड ध्राद्क रहा था और उसे भी मेरे लंड की धर्कन अपनी गांड पे feel हुई होगी . करीब 3 minute तक ऐसे रहने के बाद वोह वहाँ से हट गई और बिल्कुल एक शरारती मुस्कान फेक के चली गई . मैं फिर डोक्टोर्स chair पे आकर बैठ गया . गहरी साँस ले रहा था . जैसे तैसे अपने को कंट्रोल किया था .रात के 11.00 बजे थे . सारी नुर्सेस अपने अपने मरीज के रूम में थी . मैं अकेला बीच के हॉल में doctor chair पे बैठा था . तभी लाली आकर सामने के टेबल पर झुक कर खरी हो गई और मेरी आंखों में घूरने लगी . मैं भी अब बेसरम होता जा रहा था .
उसकी गंध से ऐसा लगता था जैसे हम दोनों जानवर हैं वोह भी गरमाये हुए . मैं bh i उसकी आंखों में घूरने लगा और उसकी गंध का मजा लेने लगा . फिर उसने आंखें नीचे कर ली . मैंने हिम्मत करी और अपने अंगुली से उसके होंठों को सहलाने लगा . उसने झटके से मुहँ खोल कर मेरी अंगुली को अन्दर ले लिया और चूसने लगी . फिर मैं दोनों हाथों से उसके कन्धों , और गले को और उसके चहरे को सहलाया . लाली फिर सामने से हट कर मेरे बगल में आकर खरी हो गई वैसे ही झुक कर . अब हम दोनों टेबल के पीछे थे . वोह मेरे सामने खुली किताब को पढने का दिखावा करने लगी . और मैं अपने दांये हाथ को उसके पीठ को सहलाने के बद उसके गांड पे सहलाने लगा . उसके बाद उसकी जंघा सह्लायी और skirt के अन्दर से हाथ ऊपर ले गया . और उसकी पैंटी के ऊपर से उसके फूली फूली चुत्तारों को दबाने लगा . दोनों गहरी गहरी साँस फेक रहे थे तभी अचानक एक मरीज को पेशाब की tube डालने की जरूरत आ गई . मैंने झट अपना हाथ पैंटी के अन्दर से निकला और वोह तुरंत दूर हट गई . दोस्तों , उस रात ऐसा लग रहा था k i मेरा लंड दर्द से फट जाएगा . फिर मैं मरीज के लंड को पाकर कर साफ किया और मरीज के लंड को लाली की तरफ़ घुमाया और फिर उसकी चूत की तरफ़ कर के हिलाया . वोह शरमा रही थी . दोस्तों , हमारे काम के जगह में एक nurses का private कमरा होता है जिस में फ़ोन होता है और अन्दर से lock करने की facility होती है और हाथ धोने के लिए हम लोग कभी कभी उसमें जाते हैं .
मैं यह बता दूँ की अक्सर रात में nurses के husbands के फ़ोन आते हैं कुवैत से और nurses उस private रूम को बंद करके काफी गरमा गरम बातें करती हैं तो मैं मरीज की पेशाब नाली डालने के बाद nurses के private रूम में आराम से हाथ धोने लगा . तभी लाली के husband का फ़ोन आ गया और वोह बिना मुझे देखे अन्दर आकर दरवाजा बंद कर के फ़ोन उठा कर बात करने लगी . आदत के मुताबिक वोह half doggy स्टाइल में थी . टेबल पे झुकी हुई , कमर 90 डिग्री पे मुरी हुई , पैर एकदम सीधे table से दूर और कुर्सी खली . दोस्तों मैं बता दूँ की nurses कम से कम एक घंटे जरूर बात करती हैं अपने husbands से और तब तक बाकी nurses उनको disturb नहीं करती . अब मैं लाली के साथ बंद था उस कमरे में और लाली फ़ोन पे kiss कर रही थी और मलयाली में कुछ बात कर रही थी . मैंने खली चिर उठायी और उसकी गांड के पीछे रख कर उसपर comfortably बैठ गया . अब मैं उसकी कमर को पाकर कर उसके गांड पे skirt के ऊपर से किस किया . उसने मेरी तरफ़ देखा और उसकी आह निकली . उसके husband ने कुछ नहीं समझा होगा क्यौंकी वोह लोग फ़ोन सेक्स कर रहे थे . उसने अपनी टांगें सीढ़ी कर ली और उसकी गांड मेरे चहरे के सामने आ गई .मैंने अपनी नाक उसके गांड पे सता कर गंध ली और साथ साथ उसकी दोनों मोटी जांघों को सहलाने लगा .
तो दोस्तों , मेरे हॉस्पिटल में अभी भी nurses सफ़ेद स्किर्ट ही पहनती हैं . जब भी मरीज का blood टेस्ट लेना हो या मेडीसिन देनी हो तो 4-5 नुर्सेस आगे मरीज की तरफ़ झुक कर काम करती हैं और मैं उनके पीछे खरा होकर उन्हें directions देता हूँ . उस वक्त सभी नुर्सेस की पीठ मेरी तरफ़ होती हैं और झुकने से उनके buttocks के shape tight skirts से दिखते हैं . अक्सर मेरा लंड इस नज़ारे से 3-4 इंच की दुरी पर रहता है . दोस्तों , अक्सर ऐसे मौके पे मैं मन ही मन उनके मोटी गांड को सहलाता हूँ और फंतासी में skirt को ऊपर उठाकर पैंटी खोलकर दोनों चुत्तारों को सहला कर लंड उनकी चूत में दाल देता हूँ . पुरा जिस्म यारों गरम हो जता है . जीं में आता है की कास ज़माने का डर नहीं होता तो कमर को पकर्द कर पीछे से खरे खरे जम कर चुदाई कर देता सबकी बारी बारी से . लेकिन यारों , सारा मामला ख्वाबों तक ही था . लेकिन सब कुछ बदल गया जब लाली नाम की nurse ICU में आई . उसकी आंखें बिल्कुल नत्खाती और शराबी थी .
उसका perfume बिल्कुल मदहोश कर देता था . लंबे बाल थे . चूचियां बिल्कुल छोटी थी पर दोनों चुत्तर ( butts) फूली हुई थी और tight स्किर्ट से शेप एकदम sexy दिखता था . उसकी आदत थी की कभी सीधी नहीं खरी होती थी . हमेशा table पे झुक कर और गांड को table से दूर और पैर को सीधा कर के खरी होती थी . यह लगभग आधी Doggy position होता था . हाल ये हो गया था की मेरा लंड सिर्फ़ उसके perfume और पसीने के गंध से खरा हो जता था . और जब भी मेरा लंड खरा होता तो मैं डोक्टोर्स चयेर पे बैठ कर गहरी गहरी साँस लेता था . एक दिन दोस्तों , मैंने एक single room के मरीज को दवा देने के लिए nurse को बुलाया तो लाली आ गई . मैं दीवाल से कर खरा था और दवा देने के लिए जब वोह आई तो मेरे सामने खरी हो कर झुकी . फिर वही समां . लंड से 3 inch आगे उसकी skirt में कसमसाती हुई गांड . लंड खरा हो गया और मैं गहरी साँस लेने लगा . फिर वोह जान बुझ कर थोरा पीछे खिसकी और उसकी गांड बिल्कुल मेरे खरे लंड को दबाने लगी . पुरे जिस्म में बिजली कौंध गई . पर मैंने अपने पर काबू रखा . मेरा पुरा लुंड ध्राद्क रहा था और उसे भी मेरे लंड की धर्कन अपनी गांड पे feel हुई होगी . करीब 3 minute तक ऐसे रहने के बाद वोह वहाँ से हट गई और बिल्कुल एक शरारती मुस्कान फेक के चली गई . मैं फिर डोक्टोर्स chair पे आकर बैठ गया . गहरी साँस ले रहा था . जैसे तैसे अपने को कंट्रोल किया था .रात के 11.00 बजे थे . सारी नुर्सेस अपने अपने मरीज के रूम में थी . मैं अकेला बीच के हॉल में doctor chair पे बैठा था . तभी लाली आकर सामने के टेबल पर झुक कर खरी हो गई और मेरी आंखों में घूरने लगी . मैं भी अब बेसरम होता जा रहा था .
उसकी गंध से ऐसा लगता था जैसे हम दोनों जानवर हैं वोह भी गरमाये हुए . मैं bh i उसकी आंखों में घूरने लगा और उसकी गंध का मजा लेने लगा . फिर उसने आंखें नीचे कर ली . मैंने हिम्मत करी और अपने अंगुली से उसके होंठों को सहलाने लगा . उसने झटके से मुहँ खोल कर मेरी अंगुली को अन्दर ले लिया और चूसने लगी . फिर मैं दोनों हाथों से उसके कन्धों , और गले को और उसके चहरे को सहलाया . लाली फिर सामने से हट कर मेरे बगल में आकर खरी हो गई वैसे ही झुक कर . अब हम दोनों टेबल के पीछे थे . वोह मेरे सामने खुली किताब को पढने का दिखावा करने लगी . और मैं अपने दांये हाथ को उसके पीठ को सहलाने के बद उसके गांड पे सहलाने लगा . उसके बाद उसकी जंघा सह्लायी और skirt के अन्दर से हाथ ऊपर ले गया . और उसकी पैंटी के ऊपर से उसके फूली फूली चुत्तारों को दबाने लगा . दोनों गहरी गहरी साँस फेक रहे थे तभी अचानक एक मरीज को पेशाब की tube डालने की जरूरत आ गई . मैंने झट अपना हाथ पैंटी के अन्दर से निकला और वोह तुरंत दूर हट गई . दोस्तों , उस रात ऐसा लग रहा था k i मेरा लंड दर्द से फट जाएगा . फिर मैं मरीज के लंड को पाकर कर साफ किया और मरीज के लंड को लाली की तरफ़ घुमाया और फिर उसकी चूत की तरफ़ कर के हिलाया . वोह शरमा रही थी . दोस्तों , हमारे काम के जगह में एक nurses का private कमरा होता है जिस में फ़ोन होता है और अन्दर से lock करने की facility होती है और हाथ धोने के लिए हम लोग कभी कभी उसमें जाते हैं .
मैं यह बता दूँ की अक्सर रात में nurses के husbands के फ़ोन आते हैं कुवैत से और nurses उस private रूम को बंद करके काफी गरमा गरम बातें करती हैं तो मैं मरीज की पेशाब नाली डालने के बाद nurses के private रूम में आराम से हाथ धोने लगा . तभी लाली के husband का फ़ोन आ गया और वोह बिना मुझे देखे अन्दर आकर दरवाजा बंद कर के फ़ोन उठा कर बात करने लगी . आदत के मुताबिक वोह half doggy स्टाइल में थी . टेबल पे झुकी हुई , कमर 90 डिग्री पे मुरी हुई , पैर एकदम सीधे table से दूर और कुर्सी खली . दोस्तों मैं बता दूँ की nurses कम से कम एक घंटे जरूर बात करती हैं अपने husbands से और तब तक बाकी nurses उनको disturb नहीं करती . अब मैं लाली के साथ बंद था उस कमरे में और लाली फ़ोन पे kiss कर रही थी और मलयाली में कुछ बात कर रही थी . मैंने खली चिर उठायी और उसकी गांड के पीछे रख कर उसपर comfortably बैठ गया . अब मैं उसकी कमर को पाकर कर उसके गांड पे skirt के ऊपर से किस किया . उसने मेरी तरफ़ देखा और उसकी आह निकली . उसके husband ने कुछ नहीं समझा होगा क्यौंकी वोह लोग फ़ोन सेक्स कर रहे थे . उसने अपनी टांगें सीढ़ी कर ली और उसकी गांड मेरे चहरे के सामने आ गई .मैंने अपनी नाक उसके गांड पे सता कर गंध ली और साथ साथ उसकी दोनों मोटी जांघों को सहलाने लगा .
Re: एक हसीन रात - Hindi sex story
उसे हलकी गुदगुदी होने लगी और वोह खिलखिला कर कसमसाने लगी . मैं उसकी स्किर्ट को ऊपर कमर पे कर के कमर को कस कर पकढ़ लिया और पैंटी पर किस करने लगा और उसके दोनों चुत्तारों को दांतों से हलके हलके काटने लगा . वोह कसमसाते हुए मेरी तरफ़ देखी और बोली यू आर वैरी naughty. ऐसी बेशरम wife मैंने और नही देखी जो मजे से husband को उल्लू बाना रही थी . मैंने फिर पास मे रखे scissor से उसकी पैंटी को कमर के पास कटा और फिर चूत के पास . पैंटी से जबर्दस्त गंध आरही थी उसके पसीने और perfume की . अब उसकी फूली हुई गांड मेरे सामने माखन की तरह मुलायम दिख रही थी . दोनों चुत्त्रों को हाथ से हटाने के बाद उसके गांड की घटीं , गांड का छेद और चूत का छेद साफ दिख रहा था . वोह भी मस्त होकर सिस्कारी भर भरकर मलयाली में कुछ बात किए चली जा रही थी . मैंने भी उसकी दोनों चुत्तारों के बीच में अपनी नाक घुसा दी . अब मेरा पुरा चेहरा उसकी झाँतों के बीच था . मेरी नाक उसकी गांड के छेद पे और मुँह उसकी चूत पे था और मैंने दोनों हाथों से उसकी दोनों जंघा को कस कर दबा रखा था . अब मैं बेतहाशा उसके चूत और गांड को चाटने लगा और बीच में उसकी चुत्त्रों के बाइट्स भी लेता था . अब मैं doctor नहीं एक कुत्ता बन चुका था जो एक गरमाई हुई कुतिया की चूत को चाट रहा था और तभी लाली ने फ़ोन पे कहा “fuck यू”. फिर क्या था मैंने कुर्सी को पीछे धकेला . उसके पीछे उठ कर खरा हुआ और पैंट की चैन खोली , लंड को बाहर किया .
उसकी कमर को कस कर grip में लिया और लंड को उसके गीले चूत पे दाल दिया . फिर मैंने हौले हौले उसके दोनों चुत्तारों को खूब अच्छे से थपथपाया . धीरे धीरे उसकी चूत ढीली हो गई और लंड आराम से फिसलता हुआ उसकी चूत मे चला गया . वह क्या गरम गीला और रेशमी अहसास हो रहा था मेरे लंड को . वाकई मेरा लंड तपकर कुंदन हो रहा था . मैंने पुरी ताकत से लंड को लाली की चूत की गहराइयों में उतार दिया और उसकी चूत को दबाये हुए अपने कमर को ऊपर नीचे दांये बायें गोल गोल हिला हिला कर नाचने लगा .हम दोनों बिल्कुल कामदेव के गुलाम हो गए . उसकी टांगें ढीली परने लगी तो मैंने कमर के नीचे से हाथ लगा कर उसे सहारा दिया और कमर को हिला हिला कर उसकी चुदाई करने लगा . उसके चूत की गरमी मेरे लंड से होते हुए सारे शरीर में फैल रही थी और हम दोनों की आंखें बंद थी और लाली सिर्फ़ ओओओह्छ आह्ह्ह ही कर प रही थी . मैं उसके clit की massage भी करी और तभी लाली की शरीर अकरने लगा और उसकी चूत मेरे लंड पे बिल्कुल कड़क हो कर चिपकने लगी . और फिर उसकी चूत ने पानी छोर दी . लंड भी अब गंगा स्नान कर पवित्र हो चुका था . अब बारी थी चूत के गंगास्नान की . मैंने उसके कमर को pakar कर fix किया और छठा चाट लंड से stroke मरने लगा . उसकी आंखें बंद थी और चूत ढीली और बेहद चिकनी . लंड से धारा धर stroke लग रहे थे और तब 5 minute बाद लंड ने भी पानी छोर दिया . हम दोनों तृप्त हो चुके थे . मैंने उसके चूत से गिरते हुए पानी को पास मे रखे
एक bottle में रख लिया . 40 minute बीत चुके थे .
लाली की मलयाली चूत मेरे लंड की फेन बन चुकी थी . मैं वहीँ chair पे बैठ गया . लाली मेरे तरफ़ Face करके मेरी जंघा पर बैठ गई . मैंने अपने सिकुरे हुए लंड को सावधानी से उसकी चूत में दाल दिया और मैं पीछे की तरफ़ झुक कर बैठ गया . वोह मेरे लंड को अपने चूत मे लिए हुए थी , उसकी one piece skirt कमर के ऊपर थी , उसकी छाती मेरी छाती से सटी हुई थी और उसका चेहरा मेरे चहरे के सामने था और अब वोह धीरे धीरे फिर से फ़ोन से बात कर रही थी .मैंने उसको गले लगाया . और अपनी बाँहों में कास लिया . फिर उसके दोनों चुत्तारों के ऊपर हाथ फेरने लगा और फिर skirt के अन्दर से हाथ को उसकी नंगी पीठ पे रख कर सहलाने लगा . फिर उसकी ब्रा की हूक खोल दी . उसके पुरे कप्रे को उतर कर अलग कर दिया और अपने कप्रे भी निकाल लिए . फिर से उसे गले लगाये उसकी गले को , कंधे को , पीठ को , दोनों चुत्तारों को , दोनों जांघों को , खूब सहलाया . साथ ही साथ उसके दोनों कान को जीभ से चाट चाट कर चूसा . उसके गाल को चूमा .
वोह बिल्कुल एक छोटे बचे की तरह मेरे सीने से चिपकी हुई थी . फिर मैंने उसे अपने सीने से अलग किया और उसके दोनों छोटे छोटे nipples को चूमा और ख़ूब चूसा और साथ में उसकी दोनों बहूं को सहलाता रहा . तब तक उसके phone की बात चीत खत्म हो चुकी थी और वोह मेरे चहरे को हाथों मे लेकर मेरे होंठों को अपने होंठों से किस करने लगी . उसने अपनी जीभ मेरे मुहँ मे दाल दी और फिर मुझसे चिपक गई और अपनी जांघों को मेरे कमर को कस लिया . मैं उसके जीभ को चूसने लगा और साथ में उसके नंगी पीठ को सहला कर उसकी गांड को सहलाने लगा . मैंने अपने हाथों में bottle से उसकी चूत का पानी निकाल कर उसकी गांड पे मलने लगा . क्या कहूं दोस्तों , मैं किस कदर मस्त हो रहा था ऊपर से मैं फ्रेंच किस चल रहा था , छाती पे उसकी चूचियों की गरमी और नरमी कहर ढा रही थी और नीचे उसके चूत की पानी से उसकी गांड की मालिश हो रही थी .
उसकी कमर को कस कर grip में लिया और लंड को उसके गीले चूत पे दाल दिया . फिर मैंने हौले हौले उसके दोनों चुत्तारों को खूब अच्छे से थपथपाया . धीरे धीरे उसकी चूत ढीली हो गई और लंड आराम से फिसलता हुआ उसकी चूत मे चला गया . वह क्या गरम गीला और रेशमी अहसास हो रहा था मेरे लंड को . वाकई मेरा लंड तपकर कुंदन हो रहा था . मैंने पुरी ताकत से लंड को लाली की चूत की गहराइयों में उतार दिया और उसकी चूत को दबाये हुए अपने कमर को ऊपर नीचे दांये बायें गोल गोल हिला हिला कर नाचने लगा .हम दोनों बिल्कुल कामदेव के गुलाम हो गए . उसकी टांगें ढीली परने लगी तो मैंने कमर के नीचे से हाथ लगा कर उसे सहारा दिया और कमर को हिला हिला कर उसकी चुदाई करने लगा . उसके चूत की गरमी मेरे लंड से होते हुए सारे शरीर में फैल रही थी और हम दोनों की आंखें बंद थी और लाली सिर्फ़ ओओओह्छ आह्ह्ह ही कर प रही थी . मैं उसके clit की massage भी करी और तभी लाली की शरीर अकरने लगा और उसकी चूत मेरे लंड पे बिल्कुल कड़क हो कर चिपकने लगी . और फिर उसकी चूत ने पानी छोर दी . लंड भी अब गंगा स्नान कर पवित्र हो चुका था . अब बारी थी चूत के गंगास्नान की . मैंने उसके कमर को pakar कर fix किया और छठा चाट लंड से stroke मरने लगा . उसकी आंखें बंद थी और चूत ढीली और बेहद चिकनी . लंड से धारा धर stroke लग रहे थे और तब 5 minute बाद लंड ने भी पानी छोर दिया . हम दोनों तृप्त हो चुके थे . मैंने उसके चूत से गिरते हुए पानी को पास मे रखे
एक bottle में रख लिया . 40 minute बीत चुके थे .
लाली की मलयाली चूत मेरे लंड की फेन बन चुकी थी . मैं वहीँ chair पे बैठ गया . लाली मेरे तरफ़ Face करके मेरी जंघा पर बैठ गई . मैंने अपने सिकुरे हुए लंड को सावधानी से उसकी चूत में दाल दिया और मैं पीछे की तरफ़ झुक कर बैठ गया . वोह मेरे लंड को अपने चूत मे लिए हुए थी , उसकी one piece skirt कमर के ऊपर थी , उसकी छाती मेरी छाती से सटी हुई थी और उसका चेहरा मेरे चहरे के सामने था और अब वोह धीरे धीरे फिर से फ़ोन से बात कर रही थी .मैंने उसको गले लगाया . और अपनी बाँहों में कास लिया . फिर उसके दोनों चुत्तारों के ऊपर हाथ फेरने लगा और फिर skirt के अन्दर से हाथ को उसकी नंगी पीठ पे रख कर सहलाने लगा . फिर उसकी ब्रा की हूक खोल दी . उसके पुरे कप्रे को उतर कर अलग कर दिया और अपने कप्रे भी निकाल लिए . फिर से उसे गले लगाये उसकी गले को , कंधे को , पीठ को , दोनों चुत्तारों को , दोनों जांघों को , खूब सहलाया . साथ ही साथ उसके दोनों कान को जीभ से चाट चाट कर चूसा . उसके गाल को चूमा .
वोह बिल्कुल एक छोटे बचे की तरह मेरे सीने से चिपकी हुई थी . फिर मैंने उसे अपने सीने से अलग किया और उसके दोनों छोटे छोटे nipples को चूमा और ख़ूब चूसा और साथ में उसकी दोनों बहूं को सहलाता रहा . तब तक उसके phone की बात चीत खत्म हो चुकी थी और वोह मेरे चहरे को हाथों मे लेकर मेरे होंठों को अपने होंठों से किस करने लगी . उसने अपनी जीभ मेरे मुहँ मे दाल दी और फिर मुझसे चिपक गई और अपनी जांघों को मेरे कमर को कस लिया . मैं उसके जीभ को चूसने लगा और साथ में उसके नंगी पीठ को सहला कर उसकी गांड को सहलाने लगा . मैंने अपने हाथों में bottle से उसकी चूत का पानी निकाल कर उसकी गांड पे मलने लगा . क्या कहूं दोस्तों , मैं किस कदर मस्त हो रहा था ऊपर से मैं फ्रेंच किस चल रहा था , छाती पे उसकी चूचियों की गरमी और नरमी कहर ढा रही थी और नीचे उसके चूत की पानी से उसकी गांड की मालिश हो रही थी .
Re: एक हसीन रात - Hindi sex story
फिर उसने नटखट चेहरा बाना के बोला मुझे सब मालूम है आप मेरा गांड छोड़ना चाहते हैं . मैं पूछा वोह कैसे ? तो बोली simple, चूत तो आप चोद चुके है . मैं बोला sister आप बहोत सेकसी हो इसीलिये आपकी गांड भी चोदना चाहता हूँ . तो बोली , मेरे freind का husband भी उसकी गांड चोदता है पर मेरे husband को यह गन्दा लगता है . मैंने बोला यह बताओ मेरी लाली को गांड चुदवाने में कैसा लगता है ? वोह हँस कर बोली वोह तो doctor के चोदने के बाद पता चला . तभी मैंने अपनी एक अंगुली लाली के गांड मे दाल दी और अंगुली से उसकी गांड चोदने लगा . उसकी गांड मे अंगुली दाल कर मैंने अन्दर ही अन्दर उसकी चूत में खरे लंड को भी दबाने लगा . वोह सिस्कारी भरने लगी और जोर से सीने से चिपक गई . मैंने कहा अब बताओ लाली कैसा लग रहा है double चुदाई . अच्छा ! बोल कर उसने मेरे गाल पे एक पप्पी दी . मैंने बोला लाली जब तुम मेरे लंड को अपने गांड मे लोगी तो और अच्छा लगेगा ? मेरे लिए तुम doggy position में आओगी ? वोह बोली ठीक है और फिर table पर doggy posture मे आ गई . मैं भी उसके पीछे घुटनों पे table पे उसकी गांड के पीछे आ गया . उसकी पीठ सह्लायी . कमर सह्लायी और कमर के नीचे अपनी दो अंगुली उसकी चूत मे दाल कर अंगुली से उसकी चुदाई करनी शुरू कर दी .
Doctor आप का लंड कहाँ है ? मैंने झट लंड उसके गांड के छेद पे रख कर कहा – लाली अब तुमको मेरा लंड अपने गांड मे लेना है . मुहँ खोल कर लंबा साँस लो और धीरे धीरे गांड को पीछे धक्का देकर लंड को अन्दर ले लो . OK DOCTOR – कह कर उसने धीरे से पुरा लंड अपनी गांड मे ले लिया . अब बिल्कुल बेशरमी से अपने गांड को जैसे चाहो नचाओ – मैंने कहा . फिर वोह बिल्कुल मस्त होकर आँख बंद कर गांड हिलाने लगी और मैं भी लंड को गांड मे डाले हुए धीरे धीरे stroke लगाने लगा .15 minute तक गांड चुदाई चलती रही और साथ में मैंने चूत की अंगुली चुदाई जारी रखी . उसके बाद मैं लाली की गांड में झर गया और वोह मेरे हाथों में पानी छोर दी . उसकी चूत के पानी को हाथ मे लगा कर मैं उसके चहरे पर लगा दिया और उसकी panty को लाली की यादगार बाना कर रख ली . फिर मैं जाकर सो गया . सबेरे उठा तो लंड फिर खरा था .
उठ कर नीचे गया तो उसके जाने का वक्त हो गया था और वोह doctors room के सामने से जा रही थी . मैंने उसे झट अन्दर खीचा , बेड पे पीठ के बल लिटाया . Skirt उठाया और फट अपने खरे लंड को चूत में दाल कर पलना शुरू कर दिया और 5 minute में हम लोग खल्लास हो गए . उसके बाद से कई महिनो तक हम लोग एक दुसरे के साथ मस्ती करते रहे . अक्सर वोह साथ duty वाले दिन पैंटी नहीं पहनती थी और मैं जब मौका मिलता उसके skirt उठाकर उसकी नंगी गांड को कभी सहला कर छोङ देता . कभी चूत में अंगुली दाल देता . कभी गांड में वोह अंगुली दाल लेती . कभी toilet में हम लाली की चूत चोदते तो कभी गांड . कभी जब वोह अकेले दवा देती मरीज को तो हम चैन खोल कर लंड को बहार निकाल लेते और वोह skirt उठा कर चूत मे लंड दाल लेती . बहोत मजे किए मैंने लाली के साथ . कभी वोह मेरे घर आजाती weekend पे और हम लोग खूब चुदाई करते .
Doctor आप का लंड कहाँ है ? मैंने झट लंड उसके गांड के छेद पे रख कर कहा – लाली अब तुमको मेरा लंड अपने गांड मे लेना है . मुहँ खोल कर लंबा साँस लो और धीरे धीरे गांड को पीछे धक्का देकर लंड को अन्दर ले लो . OK DOCTOR – कह कर उसने धीरे से पुरा लंड अपनी गांड मे ले लिया . अब बिल्कुल बेशरमी से अपने गांड को जैसे चाहो नचाओ – मैंने कहा . फिर वोह बिल्कुल मस्त होकर आँख बंद कर गांड हिलाने लगी और मैं भी लंड को गांड मे डाले हुए धीरे धीरे stroke लगाने लगा .15 minute तक गांड चुदाई चलती रही और साथ में मैंने चूत की अंगुली चुदाई जारी रखी . उसके बाद मैं लाली की गांड में झर गया और वोह मेरे हाथों में पानी छोर दी . उसकी चूत के पानी को हाथ मे लगा कर मैं उसके चहरे पर लगा दिया और उसकी panty को लाली की यादगार बाना कर रख ली . फिर मैं जाकर सो गया . सबेरे उठा तो लंड फिर खरा था .
उठ कर नीचे गया तो उसके जाने का वक्त हो गया था और वोह doctors room के सामने से जा रही थी . मैंने उसे झट अन्दर खीचा , बेड पे पीठ के बल लिटाया . Skirt उठाया और फट अपने खरे लंड को चूत में दाल कर पलना शुरू कर दिया और 5 minute में हम लोग खल्लास हो गए . उसके बाद से कई महिनो तक हम लोग एक दुसरे के साथ मस्ती करते रहे . अक्सर वोह साथ duty वाले दिन पैंटी नहीं पहनती थी और मैं जब मौका मिलता उसके skirt उठाकर उसकी नंगी गांड को कभी सहला कर छोङ देता . कभी चूत में अंगुली दाल देता . कभी गांड में वोह अंगुली दाल लेती . कभी toilet में हम लाली की चूत चोदते तो कभी गांड . कभी जब वोह अकेले दवा देती मरीज को तो हम चैन खोल कर लंड को बहार निकाल लेते और वोह skirt उठा कर चूत मे लंड दाल लेती . बहोत मजे किए मैंने लाली के साथ . कभी वोह मेरे घर आजाती weekend पे और हम लोग खूब चुदाई करते .