Meri Kahani – Cricket Me Chudai - hindi sex story

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sexy
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Meri Kahani – Cricket Me Chudai - hindi sex story

Unread post by sexy » 23 Oct 2015 10:28

हेलो दोस्तो मै बंगलोरे मे रहता हू मेरा नाम राहुल है (बदला हुआ नाम ) 29 साल का थोड़ा गोरा हू हाइट 5 फुट 9 इंच है और एक सॉफ्टवेर इंजिनियर हू, 8 महीने पहले बंगलोरे शिफ्ट किया हू, इसके पहले मई हयदेराबाद की बड़ी कंपनी मे काम करता था, अभी मै बंगलोरे मे ही रहता हू, मेरे साथ अभी एक रोचक घटना हुई है मै जिसको आपसे शेयर करना चाहता हू, ये आप हवस के लिए लिए ना पढ़े ये सची स्टोरी है हो सकता है उम्मीद करता हू उसके बाद आपको बहुत पसंद आईगी।

बहुत पहले से सोचा था की मै भी अपने साथ हुई घटनाओ को आप लोगो के साथ शेयर करू ,लेकिन अभी यहा अकेले हू तो मै पहली बार यह लिख रहा हू इंग्लीश कम ही उपयोग करने का प्रयास करूँगा आप लोगो को मात्रा मे असुविधा हो तो माफ़ करना।

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ये घटना जिस लड़की के साथ हुई वो मेरे ही ऑफीस मे साथ मे ही काम करती थी उसका नाम श्रुति (बदला हुआ नाम), हम दोनो अलग अलग टीम मे काम करते थे। वो दिखने मे एकदम सुंदर हाइट 5’3.. एकदम ज़्यादा गोरी नही थी और सावली भी नही थी वो एक बंगाली लड़की थी, फिगर तो एकदम मस्त कोई भी देखे तो दुबारा देखे बिना नही रहे।

मेरे टीम मे 8 लड़के थे और हमारे टीम मे कोई भी लड़की नही थी, हम जिस फ्लोर मे वर्क करते थे उसमे बहुत सी लड़किया थी, लेकिन सब दूसरे टीम मे थे। मेरे टीम के सभी लड़के किसी ना किसी को लाइन मरते थे, लकिन मेरे को श्रुति और एक और लड़की थी बस वही पसंद आते थे। हमारे ऑफीस मे क्रिकेट मॅच हुआ जिसमे लड़के लड़किया मिल के टीम बनाते कंपनी का रूल था सब को समान अधिकार देने का। मेरी किस्मत अच्छी थी की वो मेरे ही टीम मे आ गयी, मई बचपन से ही बहुत क्रिकटेट खेलता था।

यहा मै आराम से सेलेक्ट होगया मेरे टीम मे ३ लड़किया और ९ लड़के थे एक लड़का एक्सट्रा प्लेयर था। मेरे टीम मे सब सिनियर थे 45 साल से ज़्यादा के और उनका शादी हो गया था एक ही और लड़का था जो 25 साल का था उसका नाम शानू था उसकी भी एक गर्लफ्रेंड थी क्रिकेट मैच के पहले हमेँ प्रैक्टिस करना वही मुझसे पहली बार श्रुति से बात हुई थी उसे भी स्पोर्ट्स बहुत पसंद था मेरे टीम के सभी लोग जल्दी घर चले आते थे क्योंकि उनकी शादी हो गई थी और शानू भी छह बजे चले जाता था अपनी गर्लफ्रेंड के साथ घूमता था शाम मेँ बाकी दो लड़कियोँ का भी इतना इंटरेस्ट नहीँ था क्रिकेट मेँ वो तो मजबूरी मेँ टीम मेँ आ गई थी क्योंकि तीन लड़कियोँ को रखना जरुरी था।

शाम को हम लोग प्रेक्टिस करते थे श्रुति भी जब प्रेक्टिस करती थी तो उस के बूब्स मस्त ऊपर नीचे होते थे उनके बूब्स मुझे मदहोश कर देते थे मैँ तो जैसे पागल ही हो जाता था मैँ उसे सिखाने के बहाने कभी कभी उसके बूब्स टच कर लिया करता था वह भी ज्यादा ध्यान नही देती थी क्योकि सिखाने मे हाथ तो लग ही जाता था उससे भी पता था। उसी समय से मैँ उसे चोदने की सोचने लगा मै माओके की तलाश मे था लेकिन रोज ही बस उसके बूब्स देखके और तोड़ा टच करके ही काम चलाना पड़ता था। मॅच को अब ७ दिन ही बचे थे। मैँ तो सोच रहा था गया माओका हाथ से तभी एक दिन प्रॅक्टीस के बाद जब वॉश रूम मे कपड़े बदलने गये लड़कीयो का टाय्लेट लड़को के टाय्लेट के सामने ही था।

हम लोग साथ मे टाय्लेट की तरफ जा रहे थे समय करीब 8 बज रहे थे वाहा केवल नौकर ही थे सभी एंप्लायी जा चुके थे। हमने उस्सदिन बहुत ही ज़्यादा प्रॅक्टीस किया था। दोनो ही पसीने से गीले हो गये थे उसके ब्रा कपड़ो के बाहर से दिख रहे थे उसने रेड कलर का ब्रा पहना था। जब वो कपड़े बदल के आई तो उसने ब्रा निकाल लिया था क्योकि वो गीला हो गया था।

मैँ तो बाहर आने के बाद उसके चुची ही देखते रह गया उसने कहा क्या हुआ क्या देख रहे हो, मैँ मौका हाथ से जाने नही देना चाहता था मैने उससे कहा बहुत ही सुंदर लग रही हो तुम वो हसी और धन्यवाद कहा और बोली चले, मैँ सोचा ये आसानी से हाथ नही आने वाली मैँ उससे कॉफी के लिए पूछा उसने माना कर दिया और कहा आज बहुत थक्क गयी हू फिर कभी चलेंगे मेरा तो चेहरा उतर गया मैने ओक बाइ बोला और वो चले गयी।

मैने रात मे उससे व्ट्सॅप मे मेसेज किया 30 मिनिट बाद रिप्लाइ किया सॉरी बोली और बोली अज्ज तुम वापस आते समय इत्ता उदास क्यू हो गये (मैँ समझ गया ऑफीस मे ज़्यादा भाव खा रही थी) मैने रिप्लाइ किया नही ऐसा कुछ नही है मैँ तो बस तुम्हारे साथ कॉफी के लिए जाना चाहता था, तुम बहुत सुंदर लग रही थी और स्माइली भेज दिया। उसने कहा तुम बहुत बाड़िया क्रिकेट खेलते हो मैने थॅंकआइयू कहा और पूछा की जल्दी चले गयी बाय्फ्रेंड से मिलना था

क्या? उसने कहा कोई बाय्फ्रेंड नही है थकावट लग रही थी बहुत ज़्यादा। फिर उसने कहा बहुत नींद आ रही है, फिर हम लोग उस दिन और ज़्यादा बात नही किए मैँने सोचा ये अपने हाथ नही आने वाली।

उसके बाद टूर्नमेंट स्टार्ट हुआ और हम लोग फाइनल मे हार गये बाकी सभी लोग ख़ुस थे की फाइनल तक तो आगये कम से कम। लेकिन मैँ उदास था क्योकि स्पोर्ट्स मे हारना पसंद नही था और श्रुति तो रो पड़ी मैँ उसके पास गया वो मेरे गले से लग के रोंने लगी मेरा तो हारने का पूरा गम ही गया और मेरा लंड खड़ा हो गया था जो उस स्पोर्ट ड्रेस से सॉफ खड़ा दिखा रहा था और श्रुति को भी वो चुभ रहा था उसने भी महसूस किया होगा उसने और टाइट पकड़ किया और रो रही थी।

तभी शानू और उसकी गिर्ल्फ्रेंड जो मॅच देखने आई थी वो पास आए और समझाया वो शांत हुई फिर हुमलोग चारो आइस्क्रीम और कॉफी के लिए बाहर चले गये। वाहा शानू के गर्लफ्रेंड के ज़िद्द करने पर हुमलोग अगले दिन पिक्चर के लिए तैयार हो गये।

मेरे दिमाग़ मे ख़याल आया की इससे अछा मौका और क्या मिलेगा। मैने रात मे श्रुति को मेसेज किया और हम लोग रात के २ बजे तक बात किए, उसने लास्ट मे थॅंक्स कहा क्रिकेट मे साथ देने और सीखने के लिए, फिर अगले दिन पिक्चर मे मिले टिकेट शानू ने बुक किया था और उसने कॉर्नर की सीट बुक किया था क्योकि उसको तो गर्लफ्रेंड से मज़े करना था, वैसे तो वो अपनी गर्लफ्रेंड को रूम मे भी लेजाता था।

तभी फिल्म मे एक हॉट सीन आया शानू अपनी गर्लफ्रेंड को किस करने लगा तभी अचानक मेरे हाथ के उपर मैने किसी का हाथ महसूस किया श्रुति मे अपना हाथ रख दिया मैने भी उसका हाथ हल्के से पकड़ लिया उधर शानू अपने गर्लफ्रेंड को किस्स पे किस्स कर रहा था और बूब्स भी दबा रहा था, उनकी इस हरकटो से मेरे को लाभ मिला, मैने भी अंधेरे का फयादा उठाटे हुए अपने हाथ श्रुति की पैरो पे रख के उसको सहला रहा था, श्रुति वो दोनो को देख के गरम हो चुकी थी उसने मेरे हाथ रखने का कोई विरोध नही किया।

अब मैँ भी अपने आप को कंट्रोल नही कर पा रहा था, मैँने अपना हाथ धीरे से श्रुति के कपड़े के अंदर डाला और उसके पेट और धीरे से उसके नाभि पे हाथ फेरने लगा वो और भी गरम हो गयी उसने अचानक से मेरा लंड जोकि खड़ा हो चुका था उसको दबा दिया मेरे मूह से आह की हल्की से आवाज़ निकली क्योकि पैठ के चैन से लंड दबा उसने हाथ हटा दिया, तभी शानू पूछा क्या हुआ मैने कहा कुछ नही वो पैर मूड गया था, वो फिर से अपनी गर्लफ्रेंड से लग गया।

इधर श्रुति हल्के हल्के हसने लगी, मैने फिर धीरे से श्रुति के बूब्स को कपड़ो के उपर से ही दबाना चालू किया क्या मस्त टाइट बूब्स से उसके, उसने कुछ नही कहा उसको भी अछा लग रहा था उसके निपल बहुत ही कड़े हो गये थे मैँ उसे मसल रहा था श्रुति से रहा नही जा रहा था मई और जोरो से उसके निप्पल दबाने लगा वो मेरा एक हाथ ज़ोर से दबा रही थी तभी वो सह नही पाई और उसने मेरे हाथ मे नाख़ून भी मार दिया, मेरा हाथ सायद छील्ल गया था मैँ इन सब की परवाह किए बिना उसके बूब्स को दबा रहा था, मैँ हल्का सा उसके ओर मुड़ा ताकि उसके टाइट बूब्स को दबाने मे आसानी हो।

अब मैँ उसके बूब्स को और ज़ोर से दबाने लगा, वो तो जैसे पागल सी हो गयी मैने अपना हाथ उसके कपड़े के अंदर डाला और बूब्स दबाने लगा, मेरा भी अब अपने पे कंट्रोल नही था।
मैने उसके कपड़े उठाने का प्रयास किया लेकिन इस बार उसने मेरा हाथ पकड़ के हटा दिया, मैने फिर से प्रयास किया वो मेरा हाथ वही पकड़ ली और छोड़ी नही

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Re: Meri Kahani – Cricket Me Chudai - hindi sex story

Unread post by sexy » 23 Oct 2015 10:28

मैने उसके कपड़े उठाने का प्रयास किया लेकिन इस बार उसने मेरा हाथ पकड़ के हटा दिया। मैने फिर से प्रयास किया वो मेरा हाथ वही पकड़ लीया और छोड़ा नही..

अब आगे..

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इस पार्ट मे शानू की गर्लफ्रेंड का नाम बताना ज़रूरी हो गया क्यूकी आगे जो हुआ उसमे उसने मेरी बहुत मदद किया, शानू की गर्लफ्रेंड का नाम रिया था वो मढ़यप्रदेश से थी वो भी दिखने मे बहुत मस्त माल थी वो श्रुति से भी खूबसूरत दिखती थीऔर खुले विचारो वाली थी।

अब आगे की कहानी – मैने फिर से प्रयास किया वो मेरा हाथ वही पकड़ ली और छोड़ी नही,जैसे ही उसने मेरा मेरा हाथ पकड़ा मेरे को समझ नई आया की अचानक इसे क्या हो गया. मैं उसकी ओर देखने लगा तभी उसने मेरे कान के पास आकर कहा पिक्चर ख़तम होने वाली है और ये सब यहा नही, ये सुन के मेरे को तोड़ा रिलॅक्स लगा मैने अपने हाथ उसके गाल पर फेरते हुए धीरे से ठीक है डार्लिंग कहा.. और हल्का सा स्माइल दिया वो भी सर्माते हुए नीचे देखने लगी उसी समय पिक्चर ख़तम हो गया।

हम लोग बाहर निकले वो मेरा हाथ पकड़ी हुए थी मैने भी उसका हाथ पकड़ा मेरे को बहुत ही अच्छा लगा जब उसने मेरा हाथ पकड़ा (अगर आप भी लड़की को पसंद करते हो और जब उसने आपका हाथ पहली बार पकड़ा होगा तो आपको भी बहुत मस्त लगा होगा, आपको समझ आ गया होगा की मैं उस समय कैसा महसूस किया होऊँगा ) शानू मेरे को और उसको देख के तोड़ा सा अचंभित सा हो गया उसे समझ नि आया की ये क्या हो रहा है लेकिन उसकी गर्लफ्रेंड रिया समझ गयी थी.

अब हम वहा से बाहर निकले हम लोग फिर बाहर आके डिसाइड किए की खाना भी बाहर खाएँगे और मैं श्रुति की ओर देखा वो बोली ठीक है , मैने कहा तुम्हे लेट हो जायगा तभी शानू की गर्लफ्रेंड रिया ने कहा वो मेरे साथ जा सकती है अगर प्राब्लम ना होतो. तभी श्रुति ने भी तपाक से हा मे जवाब दिया मैं समझ गया मेरा मामला सेट हो गया है।

फिर हम खाना खाने चले गये, वहा शानू की गर्लफ्रेंड रिया ने हमारी बहुत खिचाई की इधर श्रुति ठीक मेरे सामने बैठी थी और पैर से मेरे पैर को मारने लगी अपनी उंगलियो से वो मेरे पैरो पे चिम्ती कांत रही थी मै कुछ बोल भी नई पा रहा था तभी रिया ने हमे देख लिया और उसने शानू को इशारा किया और इसरो मे ही कुछ कहा।

फिर शानू ने खाना खाने के बाद कहा राहुल चल हॅंड वॉश करके आते है, मैं उसके साथ चला गया वॉशरूम मे उसने मुज़से पूछा कहा जाएगा अभी मैंने कहा और कहा रूम जाऊँगा यार, फिर उसने कहा चल हमारे साथ, (ऑफीस मे उसने पहले ही बताया था की वो अपनी गर्लफ्रेंड को अपने रूम मे लाते रहता है वीकेंड पे) तो मैने कहा कोई प्राब्लम तो नयी होगा ना उसने कहा मेरा फ्लॅट है।

किसी को कोई प्राब्लम नही और रिया और श्रुति भी साथ मे जा रही है मेरे को तो कुछ समझ ही नई आया, मैने पूछा सच मे वो बोला हा तो क्या मैं यहा तेरे को मज़ाक करने के लिए लाया हूँ, फिर मैने कहा श्रुति नई मानेगी उसने कहा उसकी मत सोच तू रिया उसको अब तक बता भी चुकी होगी।

हम जब वापस टेबल पे गये तो श्रुति के चेहरे पे एक अलग सी ही ख़ुसी थी मैं तो ख़ुसी से पागल हो गया, मुज़े विस्वास ही नई हो रहा था की मैं आज उसे आज चोदने वाला हूँ बहुत प्यार करने वाला हु मेरा लंड तो वही खड़ा हो गया था. फिर हमने बिल दिया और शानू के रूम चले गये।

शानू का रूम २ बेड रूम का था मेरा तो दिल ही खुस हो गया रूम मे पहुचते ही शानू की सेक्सी गर्लफ्रेंड ने शानू को किस किया तभी श्रुति ने कहा मेरे पास कपड़े नई है तो रिया ने मज़ाक मे कहा “आज तुम्हे कपड़े की ज़रूरत नई पड़ेगी” फिर हसी और कहा मेरा कुछ ड्रेस यही रहता है हमेशा उस रूम मे है जो चाहिए निकाल लो इतना बोल के वो दोनो एक रूम मे चले गये और कहा प्लीज़ डू नॉट डिस्टर्ब अस (हमे परेसांन मत करना) बाइ और उसने हल्की से स्माइल दी और ज़ोर से दरवाजा लगा दिया।

हम दोनो दूसरे रूम मे गये और वाहा जाते ही श्रुति से रहा नई गया जैसे वो इसी समय का इंतज़ार कर रही थी और उसने मुज़े किस किया मेरा लंड तो पहले ही खड़ा हुआ था सायद श्रुति उनके सामने शर्मा रही थी उसने मुज़े आई ल्व यू कहा, फिर मैंने भी श्रुति को अपनी बाहो मे कस के जकद लिया और आई ल्व यू कह के किस करने लगा अब मैं उसे अपने बाहों मे उठा लिया और उसके लिप्स मे किस करना चालू कर दिया वो भी मेरा भरपूर साथ दे रही थी।

अब मैंने उसे नीचे खड़ा किया वो पहले दरवाजे की तरफ गयी और लॉक लगा दी, अब मैंने अपना शर्ट उतारा मेरा एथलीट, कसा हुआ सरीर देख के उसके चेहरे मे मुस्कान थी मानो उसको उसके पसंद की चीज़ मिल गयी हो और उसने अपने बाल घुमा कर बंद लिया अब तो जैसे वो चुदाई के लिए तैयार थी, मेरा भी यह पहली ही बार था लेकिन मैं रोमेंटिक पिक्चर बहुत देखता था तो कुछ कुछ तो वही से ही सीखा था.

मैंने उसे अपने हाथो मे फिर से उठाया अब तो जैसे बोलना बंद ही हो गया था बस सब आँखो से ही बात हो रहा था, मैने उसका टॉप निकाल दिया और फिर से उसके होंठों को चूमने लगा अब तो वो और भी ज़्यादा वाइल्ड और सेक्सी हो गयी वो भी बराबर साथ देने लगी मैने उसके होंठो को अपने दाँत से दबाया वो सिहर उठी अहह की हल्की सी आवाज़ ने माहौल और भी सेक्सी बना दिया मेरा तो जैसे जोस और बढ़ गया दिन भर का क्रिकेट, पिक्चर सब का थकान मिटा दी।

मैने उसके ब्रा निकाल दिया जल्दी जल्दी मे उसके ब्रा का हुक टूट गया मैने उसका ब्रा फेका और उसे बिस्तर मे लिटा दिया और मैने उसका जीन्स निकाला वो बहुत ही टाइट था उसको निकालने के बाद मेरे और उस्के चूत के बीच मे केवल एक पैंटी ही रह गयी थी।

मैंने अब उसके पैरो पे हाथ चलाया क्या नाज़ुक पैर थे उसे गुदगुदी हो रही थी मैं फिर से उसे किस करने लगा और मैने उसके बूब्स को दबाना चालू किया इस बार तो उसके बूब्स को देख भी पा रहा था क्या मस्त कड़े गोल गोल बूब्स से मैं उनपे पागलो की तरह टूट पड़ा और उसे बहुत जोरो से चूसने लगा उसने मेरा बाल पकड़ लिया मैं उसके निपल को काटने लगा वो मेरे बालो को ज़ोर से खींची और आहा आहह की आवाज़ निकाल रही थी।

अब नीचे की ओर इसरा किया मैं समझ गया और मैने उसे खड़े होने को कहा उसने मेरा पैठ निकाला और अंडरवियर भी निकाल दिया और मेरे लंड को हाथ मे लेलिया (मेरा लंड ६ इंच का लम्बा और 3 इंच मोटा होगा मैने नापा तो नई था आपको बता दूं की सेक्स करने मे लंड उतना जाड़ा इंपॉर्टेंट नई होता, इंपॉर्टेंट होता है आप कैसे सिचुयेशन को संभाल रहे हो और आपको लड़की की पसंद का ख़याल रखना होता हो और इस्पे मैं माहिर हूँ)

वो कुछ देर मेरे लंड को उपर नीचे की मैं तो जैसे जन्नत मे पहुच गया, मैंने उसको रोका और उसके पैंटीउतार दिया वो शेव की हुई थी हल्के बाल थे और उसका चूत तो इतना टाइट लग रहा था कोई भी बता देगा की इससे पहले वो नही चूदी थी(बाद मे उसने बताया की वो पहले ही उंगली से अपनी सील तोड़ चुकी थी ग़लती से) मैने उसके चूत मे उंगली डाला वो बहुत ही गरम और गीला था।

अब हम 69 की पोज़िशन मे आ गये वो मेरा लंड मूह मे तो नही लिया मैने भी उसपर ज़ोर नही डाला वो हाथ से ही तेज़ी से लंड को उपर नीचे करने लगी मैं उसके चूत मे उंगली तो कभी अपना जीभ डाल रहा था थोड़ी देर बाद वो अपना माल छोड़ दी और जल्दी ही मेरा भी निकल गया इसके बाद तो ऐसा लग रहा था जैसे हम दोनो एक दूसरे के लिए ही बने है।

हम दोनो फिर से किस करने लगे इस बार तो दोनो एक दूसरे के जीभ को टच क्रर रहे थे मैं उसके होंठो को और वो मेरे होंठो को चूस रही थी इतने मे मेरा लंड फिर से तैयार हो गया इस बार मैं सीधे उसके चूत पे गया मैने अपना लंड उसके चूत मे टीका दिया बहुत ही टाइट था पहले मैने उपर से ही चूत पे अपना लंड रगड़ने लगा वो आह आअहह की आवाज़ हल्के हल्के निकल रही थी।

तभी मैने थोडा सा ज़ोर लगाया मेरा मोटा लंड का सुपाड़ा ही घुसा था की वो हल्के आवाज मे चीख पड़ी और मेरे हाथ को ज़ोर से पकड़ लिया मैने कोई जल्दबाज़ी नई किया और लंड को वैसे ही रहने दिया और नीचे झुक कर उसे किस किया थोड़े देर बार वो सामान्य हुई फिर मैने और अंदर डाला वो सह नही पा रही थी फिर मैने एक झटका मे अपना लंड डाल दिया इस बार उससे रहा नई गया वो ज़ोर से चिल्ला दी मैने जल्दी से उसका मूह हाथ से दबाया फिर हाथ हाथ हटा के अपने होंठ लगा दिए।

और फिर धीरे धीरे अंदर बाहर करना चालू किया अब उसको भी मज़ा आने लगा वो भी मेरा साथ देने लगी और फिर १० मिनट बाद मैं श्रुति के चूत में ही झड़ गया.. मैंने 5-6 पिचकारी श्रुति के चूत में भर दीं। इससे श्रुति की चूत भर गई.. और वो भी बहुत खुस लग रही थी फिर मैं उसके उपर ही पड़ा रहा थक चुका था पूरी तरह, हम ऐसे ही पड़े रहे और उस रात एक दूसरे की बाँहों मे लेटे रहे मैंने उसे पिलस (दवाई) लेने को कह दिया।

सुबह हुई सुबह को हम देरी से उठे रात का थकान मिट चुका था मैने उठते ही उसे किस किया और उसको उठाया और बस पैठ पहना और जब मैं रूम का दरवाजा खोला तो देखा शानू और रिया तो पहले ही उठ चुके है।

मैं वापस रूम मे गया और वहा एक टी शर्ट रखा था वो पह्न के आया रिया ने गुड मॉर्निंग कहा मैने भी उसे गुड मॉर्निंग कहा और मूह धोके आया और फिर रिया ने कॉफी बनाया था वो गरम किया और श्रुति के लिए भी लेजा रहा था श्रुति मूह धोके रूम के दरवाजे पे ही खड़ी थी।

तभी रिया ने मज़ाक मे कहा रात मे कुछ चिल्लाने की आवाज़ आई कुछ हुआ था क्या और फिर वो हस्स दी तो श्रुति जो रूम के दरवाजे पे खड़ी थी स्माइल के साथ शरमाते हुए अंदर चली गयी शानू ने कहा रिया उसे तंग मार करो यार फिर हम सबने बैठ के कही बाहर घूमने का प्लान बनाया तो डिसाइड हुआ की कुल्लू-मनाली या फिर मैसूर जाएँगे।

रिया भी खुस थी अब उसको भी एक दोस्त श्रुति मिल चुकी थी वो दोनो एक रूम मे गये और फिर बातें करने लगे रिया ने तो उसको वो दवाई उसी समय ही दे दिया ये बात बाद मे मेरे को श्रुति ने बताया की रिया उस रूम मे दवाई रखे रहती है हमेशा ताकि कभी भी उसे उपयोग करे ताकि बच्चा ना हो..

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