एक विदेशी औरत - indian hindi sex story
Posted: 28 Oct 2015 16:13
हाय दोस्तों मैं शाहिद एक बार फिर आपके सामने अपनी बीती बातें रखने आया हूँ। बस इसी तरह हमारा साथ दीजिये। यह कहानी पिछले साल की है। अब मैं कहानी शुरू करता हूँ।
एक बार वार्षिक परीक्षा के बाद मैं बनारस गया। वहां मेरे मामा रहते हैं। मामा एक छोटी सी प्राइवेट कुरियर कंपनी में काम करते हैं। उनके बेटे यानी मेरा ममेरा भाई हमसे एक साल बड़ा है। उसका नाम जमाल उद्दीन है। जब यह नाम लेकर उसे कोई बुलाता है तो उसे कुछ ख़ास खुशी नहीं होती है। इसलिए वो अपना नाम जमाल ना बताकर जिमी बताता है। अब सब लोग बनारस में उसे जिमी ही बुलाते हैं। वह एक साधारण सा टूरिस्ट गाइड है। मेरा भाई दिखने में भी अच्छा है, मेरा मतलब काफी आकर्षक है। हम दोनों हर तरह की बातें कर लेते हैं।
एक रात हम बाज़ार में घूम रहे थे कि अचानक एक विदेशी औरत आकर मेरे भाई से बात करने लगी। मेरा भाई भी उससे बातें करने लगा। कुछ समय बाद मुझे पता चला कि वो एक दूसरे को कुछ दिनों से जानते थे। मैंने भी उससे हाथ मिलाया और अपने बारे में बताया। काफी देर बाद बातें समाप्त होने पर वो चली गई। यारों मेरी इंग्लिश फास्ट तो नही है पर अगर कोई धीरे-धीरे बातें करता है तो समझ लेता हूँ।
वह देखने में काफी सेक्सी लग रही थी। वह करीब ३० साल की होगी पर भाई ने बताया की उसकी उम्र ४० साल है। मैं हैरान हो गया कि वह लग नहीं रही थी कि ४० साल की है। मेरे अनुसार वह ३० की होगी। जब मैं उसे देख रहा था तब मेरा भाई भी मुझे देख रहा था। घर जाने पर मैंने उससे कहा बहुत अच्छी थी। मेरे बोलने का मतलब वह समझ गया था। उसने मुस्कुराते हुए कहा कल देखते हैं। कल का मतलब मैं समझ गया था।
बस और क्या, मैं सुबह-सुबह तैयार होकर अपने भाई के साथ निकल गया। जल्द ही हम तीनों की मुलाक़ात हुई। उसने जींस और टी-शर्ट पहन रखी थी। काफी देर बातें होने पर मुझे पता चला कि उसका नाम जेन्नी है और वह जर्मनी की रहने वाली है। उस दिन पूरा दिन इधर-उधर घूमते रहे। शाम में उसने दो बियर की बोतल एक दूकान से खरीद ली।
जब हम उसे उसके होटल के कमरे तक छोड़ने गए तो उसने मेरे भाई से अन्दर आने को कही सो हम लोग अन्दर गए। फिर उसने अपने बैग से कुछ चाकलेट और मिक्स्चेर निकाली और मेज़ पर रख दी। फिर मेरा भाई नीचे ग्लास लेने के लिए चला गया। फिर मैंने उससे कुछ बातें की, जिस दौरान मुझे पता चला कि वह शादी-शुदा है और उसका एक १० साल का बेटा भी है। उस समय वह मुस्कुराकर बातें कर रही थी। तब तक मेरा भाई नीचे से तीन ग्लास लेकर आया और फिर बियर पीने का दौर चला। मैं तो बियर पीता नहीं हूँ पर मेरे भाई के कहने पर दो ग्लास पी ली। मैं ज्यादातर उन दोनों की बातें ही सुनता रहा था।
कुछ समय बाद वो एक दूसरे को छेड़ने लगे थे। उस औरत ने हम दोनो को अलग नजरों से देखा और फिर अचानक वो मेरे भाई के होंठो पर किस करने लगी। किस अब धीरे-धीरे तेज होती जा रही थी। अब वो दोनों एक दूसरे के कपड़े उतारने लगे थे। फिर देखते ही देखते उसने अपना टी-शर्ट और भाई का शर्ट उतार दी। मेरा भाई उसकी चुचियों को हलकी हलकी चुटकी में पकड़ रहा था। अचानक वो औरत घुटने के बल बैठकर मेरे भाई के पैंट के जिप खोलकर उसके तने हुए लण्ड अपने हाथों में लेकर सहलाने लगी और फट से अपने मुंह में ले लिया।
शायद इतने जोश के कारण दोनों को याद भी नहीं रहा होगा कि मैं वहीं पर खड़ा होकर सारी क्रिया देख रहा हूँ। मैं उसके चूचों को गौर से देख रहा था जो कि काफी बड़े बड़े थे। यकीं मानो यार यह सब देखकर मेरा शेर पैन्ट में ही दहाड़ मार रहा था। मानो कह रहा था कि मुझे भी शिकार करना है। एक दम लोहे के जैसे लंबा और टाइट हो गया था। वो औरत मेरे भाई के लण्ड को काफी तेजी से चाट रही थी। मेरे भाई के मुंह से सिस्कारियां निकल रही थी। मेरे भाई को अपना लण्ड चुसवाने में पैन्ट से थोडी तकलीफ हो रही थी जिस कारण वह पैन्ट निकालने लगा।
इतने में उस औरत की नज़र मुझ पर पड़ी। वह मेरे लण्ड के उभरे भाग को पैंट पर देखने लगी और आगे बढ़कर मेरा पैंट फट से खोल दिया। फिर अन्डरवीयर खोलने पर मेरा लण्ड उसके मुंह के करीब था। जिसको फट से पकड़कर अपने मुंह में ले कर तेजी से चाटने लगी। कुछ मिनटों के बाद मुझे ऐसा लगा जैसे मैं झड़ने वाला हूँ। मैंने फट से अपना लण्ड उसके मुंह से बाहर निकाला। क्योकि अभी तो काफी खेल बाकी था।
एक बार वार्षिक परीक्षा के बाद मैं बनारस गया। वहां मेरे मामा रहते हैं। मामा एक छोटी सी प्राइवेट कुरियर कंपनी में काम करते हैं। उनके बेटे यानी मेरा ममेरा भाई हमसे एक साल बड़ा है। उसका नाम जमाल उद्दीन है। जब यह नाम लेकर उसे कोई बुलाता है तो उसे कुछ ख़ास खुशी नहीं होती है। इसलिए वो अपना नाम जमाल ना बताकर जिमी बताता है। अब सब लोग बनारस में उसे जिमी ही बुलाते हैं। वह एक साधारण सा टूरिस्ट गाइड है। मेरा भाई दिखने में भी अच्छा है, मेरा मतलब काफी आकर्षक है। हम दोनों हर तरह की बातें कर लेते हैं।
एक रात हम बाज़ार में घूम रहे थे कि अचानक एक विदेशी औरत आकर मेरे भाई से बात करने लगी। मेरा भाई भी उससे बातें करने लगा। कुछ समय बाद मुझे पता चला कि वो एक दूसरे को कुछ दिनों से जानते थे। मैंने भी उससे हाथ मिलाया और अपने बारे में बताया। काफी देर बाद बातें समाप्त होने पर वो चली गई। यारों मेरी इंग्लिश फास्ट तो नही है पर अगर कोई धीरे-धीरे बातें करता है तो समझ लेता हूँ।
वह देखने में काफी सेक्सी लग रही थी। वह करीब ३० साल की होगी पर भाई ने बताया की उसकी उम्र ४० साल है। मैं हैरान हो गया कि वह लग नहीं रही थी कि ४० साल की है। मेरे अनुसार वह ३० की होगी। जब मैं उसे देख रहा था तब मेरा भाई भी मुझे देख रहा था। घर जाने पर मैंने उससे कहा बहुत अच्छी थी। मेरे बोलने का मतलब वह समझ गया था। उसने मुस्कुराते हुए कहा कल देखते हैं। कल का मतलब मैं समझ गया था।
बस और क्या, मैं सुबह-सुबह तैयार होकर अपने भाई के साथ निकल गया। जल्द ही हम तीनों की मुलाक़ात हुई। उसने जींस और टी-शर्ट पहन रखी थी। काफी देर बातें होने पर मुझे पता चला कि उसका नाम जेन्नी है और वह जर्मनी की रहने वाली है। उस दिन पूरा दिन इधर-उधर घूमते रहे। शाम में उसने दो बियर की बोतल एक दूकान से खरीद ली।
जब हम उसे उसके होटल के कमरे तक छोड़ने गए तो उसने मेरे भाई से अन्दर आने को कही सो हम लोग अन्दर गए। फिर उसने अपने बैग से कुछ चाकलेट और मिक्स्चेर निकाली और मेज़ पर रख दी। फिर मेरा भाई नीचे ग्लास लेने के लिए चला गया। फिर मैंने उससे कुछ बातें की, जिस दौरान मुझे पता चला कि वह शादी-शुदा है और उसका एक १० साल का बेटा भी है। उस समय वह मुस्कुराकर बातें कर रही थी। तब तक मेरा भाई नीचे से तीन ग्लास लेकर आया और फिर बियर पीने का दौर चला। मैं तो बियर पीता नहीं हूँ पर मेरे भाई के कहने पर दो ग्लास पी ली। मैं ज्यादातर उन दोनों की बातें ही सुनता रहा था।
कुछ समय बाद वो एक दूसरे को छेड़ने लगे थे। उस औरत ने हम दोनो को अलग नजरों से देखा और फिर अचानक वो मेरे भाई के होंठो पर किस करने लगी। किस अब धीरे-धीरे तेज होती जा रही थी। अब वो दोनों एक दूसरे के कपड़े उतारने लगे थे। फिर देखते ही देखते उसने अपना टी-शर्ट और भाई का शर्ट उतार दी। मेरा भाई उसकी चुचियों को हलकी हलकी चुटकी में पकड़ रहा था। अचानक वो औरत घुटने के बल बैठकर मेरे भाई के पैंट के जिप खोलकर उसके तने हुए लण्ड अपने हाथों में लेकर सहलाने लगी और फट से अपने मुंह में ले लिया।
शायद इतने जोश के कारण दोनों को याद भी नहीं रहा होगा कि मैं वहीं पर खड़ा होकर सारी क्रिया देख रहा हूँ। मैं उसके चूचों को गौर से देख रहा था जो कि काफी बड़े बड़े थे। यकीं मानो यार यह सब देखकर मेरा शेर पैन्ट में ही दहाड़ मार रहा था। मानो कह रहा था कि मुझे भी शिकार करना है। एक दम लोहे के जैसे लंबा और टाइट हो गया था। वो औरत मेरे भाई के लण्ड को काफी तेजी से चाट रही थी। मेरे भाई के मुंह से सिस्कारियां निकल रही थी। मेरे भाई को अपना लण्ड चुसवाने में पैन्ट से थोडी तकलीफ हो रही थी जिस कारण वह पैन्ट निकालने लगा।
इतने में उस औरत की नज़र मुझ पर पड़ी। वह मेरे लण्ड के उभरे भाग को पैंट पर देखने लगी और आगे बढ़कर मेरा पैंट फट से खोल दिया। फिर अन्डरवीयर खोलने पर मेरा लण्ड उसके मुंह के करीब था। जिसको फट से पकड़कर अपने मुंह में ले कर तेजी से चाटने लगी। कुछ मिनटों के बाद मुझे ऐसा लगा जैसे मैं झड़ने वाला हूँ। मैंने फट से अपना लण्ड उसके मुंह से बाहर निकाला। क्योकि अभी तो काफी खेल बाकी था।