पहले मुझे ये सब झूठ लगता था कि कहीं ऐसा भी होता है… ?? पर एक दिन कुछ ऐसा ही मेरे साथ हुआ जिसे मैं आप लोगों के सामने रख रहा हूँ…
यकीन है, आप लोगों को बहुत मज़ा आएगा… …
अब मैं अपने बारे में बताता हूँ।
मेरा नाम सूरज है। उम्र 28 साल, रंग गोरा और मैं वाराणसी का रहने वाला हूँ।
ये कहानी मेरी भाभी “सपना” के साथ है!!!
वो देखने में बिल्कुल एक “परी” जैसी हैं और क्या फिगर है उनका “36-28-36”
जो एक बार ध्यान से उन्हें देख ले, उसका तो खड़े खड़े ही पानी निकल जाए!!!
खैर, अब मैं कहानी पर आता हूँ…
मेरे भाई की शादी कुछ साल पहले हुई थी और मेरे आस पड़ोस में शादी के बाद से मेरी भाभी की सुंदरता के बड़े ही चर्चे थे… …
इधर मैं अपनी भाभी का दुलारा देवर था क्यूंकी हम दो ही भाई थे और मैं उनको बहुत ही मानता था पर मेरे मन में उनके लिए कभी भी कोई ग़लत विचार नहीं था…
हम लोग अपनी दुनिया में खुश थे और मेरा कॉलेज का फाइनल एग्जाम चल रहा था।
मैं रात भर पढ़ाई करता था ताकि मेरे मार्क्स अच्छे आएँ!!
एक दिन पढ़ते समय मुझे नींद आ रही थी, तो मैंने सोचा की जाकर मुँह धो लूँ और मूत भी लूँ…
मैं उठकर अपना जाने लगा पर मुझे भाभी के कमरे में कुछ हलचल सुनाई दी और मैं उनके कमरे की तरफ चल दिया!!
करीब जाकर मैंने देखा कि भाभी अपनी साड़ी को उठा रखी हैं और अपनी चूत में उंगली कर रही हैं… …
पहले तो मुझे ये सब अजीब लगा पर जवान तो मैं भी था मेरे अंदर भी कुछ होने लगा और मैं अपने लण्ड को पकड़कर वहीं सहलाने लगा और भाभी की “सेक्सी अदाओं” को देखकर मूठ मारने लगा!!!
मैं ये भी भूल गया की मैं भाभी के रूम के बाहर ही खड़ा हूँ और भाभी ने भी मुझे देख लिया और तुरन्त बाहर आ गईं।
अब मेरी उनसे नज़र ही नहीं मिल रही थी।
उल्टा मैं डर रहा था कि वो ये सब घर वालों को बता देंगी पर उन्होंने पूछा – तुम यहाँ क्या कर रहे हो? और मेरे चेहरे की तरफ एकटक देखने लगीं…
मेरी नज़र मिलाने की हिम्मत ही नहीं हो रही थी और मैं चुपचाप अपने रूम में चला गया… …
अगले दिन मैं जल्दी से उठा और अपना अगला पेपर देने चला गया और जब दोपहर को लौटा तो भाभी का “अंदाज” कुछ बदला बदला लग रहा था… …
शाम हुई सब लोगों ने खाना खाया और मैं बैठकर टीवी देखने लगा और टीवी पर “ए एक्स एन” लगा लिया…
उस पर टाइटैनिक मूवी आ रही थी, वो मुझे बहुत ही पसंद है।
कुछ देर में भाभी भी आकर मेरे पास ही बैठ गईं!!!
कुछ देर बाद मूवी में शुरू हुआ “किस्सिंग सीन” और उसे देख कर मेरा लण्ड अपने आकार में आने लगा!!!
अभी कुछ ही देर हुई थी कि मूवी में हेरोइन ने अपने सारे कपड़े उतार दिए और “सेक्सी अंदाज” में एक दूसरे को चूमने लगे…
अब मेरे समझ में नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूँ… ??
मैं वहाँ से उठकर जाने लगा तो भाभी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और अपने ऊपर खींच लिया…
मैं कुछ समझ पता इससे पहले ही उन्होंने अपने होंठ मेरे होंठों पर रख कर उन्हें ज़ोर से चूसना शुरू कर दिया…
मैं भी उनका साथ देने लगा और मैंने भी उनके बूब्स को पकड़कर मसलना शुरू कर दिया!!!
उन्हें सेक्स का सुरूर छाने लगा और वो रिक्वेस्ट करने लगी – प्लीज़, सूरज मेरी प्यास बुझा दो… मैं कब से भूखी हूँ…
मैं भी “भूखे भेड़िए” की तरह उन पर टूट पड़ा और करीब आधे घंटे तक हमारा सेक्स का दौर चला… …
उस दिन के बाद तो मेरी दुनिया ही बदल गई!!! !!
अब तो हम दोनों जब भी घर में कोई नहीं होता भरपूर मज़ा लेते हैं… !!
भाभी की मेहरबानी से मैंने पड़ोस की एक आंटी को भी सेक्स का मज़ा दिया…
रात को लगी मूत और मिल गई भाभी की चूत
रात को लगी मूत और मिल गई भाभी की चूत
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A woman is like a tea bag - you can't tell how strong she is until you put her in hot water.
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