नैना
ज़िंदगी अचानक से तब्दील हो गयी थी. सब कुछ ऐक दम से बदल गया था. बहारें
अच्छी नही लगती थी और ना ही किसी चीज़ मे कोई मज़ा आ रहा था. बेडरूम की
खिड़की से आने वाली सूरज की रोशनी पहले कितनी अच्छी लगा करती थी लेकिन अब
इस रोशनी मे भी वो खूबसूरती नही रही थी.
नैना अभी इन्ही सोचों मे गुम थी कि बाहर से शान की ज़ोरे दार आवाज़ ने
जैसे नैना को डरा सा दिया. शान ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रहे थे कि जल्दी
नाश्ता लगाओ मुझे ऑफीस से देर कर्वाओ गी क्या?
यह सुनते ही नैना भागती हुई किचन की तरफ़ गयी और फ़ौरन टेबल पे नाश्ता लगा दिया.
रोज़ की तरह आज भी शान का मूड ठीक नही था. ऐक वो दिन थे जब शान सुबह का
आगाज़ नैना के लिप्स पे ऐक लोंग डीप किस के साथ करते थे और जब तक यह किस
ना होजाता शान को नाश्ता करने का मज़ा ना आता था. और ऐक यह दिन थे कि शान
और नैना नाश्ता की टेबल पे खामोशी से बैठे नाश्ता कर रहे थे कि जैसे ऐक
दूसरे को जानते ही ना हों.
नैना उमर मैं कोई 28 बरस की थी. ज़िश्म बिल्कुल 22 साल की जवान लर्की की
तरह. पतली कमर, दिखने मैं लगे कि अभी झुकने से जिसम दो टुकड़े हो जाए गा.
हिप्स भरे हुए और ब्रेस्ट ऐसे कि देखने वाला देखता ही रह जाए. नीले रंग
की शलवार कमीज़ मे बहोत ही प्यारी लग रही थी नैना. शान भी कोई कम खूबसूरत
नही थे 5-10 इंच कद चौड़ा सीना और बहोत की खूबूरत स्मार्ट जिस्म कि कोई
भी लर्की फिदा हो जाए. लेकिन यह खूबसूरती सिर्फ़ बाहर के लोगों के लिये
थी ना कि इन दोनो के आपस के बीच.
नाश्ता करते हुए नैना ने खामोशी को तोड़ते हुए पूछा कि आज ऑफीस से कितने
बजे वापसी होगी? शान ने गुस्से मे जवाब दिया क्यूँ?
नैना: जी वो मुझे कुछ कपड़े लाने बाज़ार जाना था तो सोचा आप आ जाए तो
इकट्ठे चले. शान ने दोबारा घुसे से कहा क तुम्हारा फज़ूल खर्ची क एलवा और
कोई काम हे भी या नही. और गुस्से से नाश्ता छोड़ते हुए ऑफीस की तरफ़ निकल
गये. नैना बस पीछे से जैसे आवाज़ ही देती रह गयी कि नाश्ता तो करते जाओ.
नैना फिर वहाँ नाश्ते की टेबल पे बैठ गयी और कुछ सोचने लगी. ऐक वक़्त था
कि नाश्ते की टेबल पे शान की बाते ही ख़तम नही होती थी. सुबह का आगाज़ इस
तरहा से होता था कि जैसे पूरे साल की खुशियाँ आज ही मिल गयी हों. ऑफीस
जाने से पहले शान नैना को ज़ोर से गले लगाते और डीप लीप किस करने के बाद
रवाना होते.
यही सोचते हुए नैना ने टेबल से तमाम बर्तन उठाए और किचन मे रख के दोबारा
अपने कमरे मे आ गयी और अपना बिस्तेर ठीक करने लगी. और सफाई के दौरान बेड
के तकिये के नीचे से शान की तस्वीर निकाली और इस तस्वीर को देख के ऐक
दफ़ा फिर नैना कहीं खो गयी.
यह तस्वीर आज से 3 साल पुरानी थी जब शान का रिश्ता नैना क लिये माँगा गया
था और यह तस्वीर नैना को दिखाने के लिये दी गयी थी. शान पिक्चर मैं बहोत
खूबसूरत लग रहे थे. शान और उन के पेरेंट्स आज से 3 साल पहले नैना की
फॅमिली के साथ मिले थे और उन्है पहली नज़र मे ही नैना अच्छी लग गयी और
रिश्ता माँग लिया.
नैना की अम्मी और शान की अम्मी ऐक ही स्कूल ओर कॉलेज मैं पढ़ती थी और
शादी के बाद फिर दोबारा उस वक़्त मिली जब दोनो के बचे जवान हो चुके थे.
नैना इक्लोति बेटी जब कि शान भी इक्लोता ही बेटा था. दोनो फॅमिलीस की
मुलाक़ात अचानक ऐक दिन एरपोर्ट पे होगयी शान की फॅमिली अमेरिका से आ रही
थी और नैना और उस की फॅमिली नैना के अब्बू को सी ऑफ करने गये थे.
नैना उस दिन ब्लॅक शलवार कमीज़ मे थी. एर पोर्ट पे हर बंदा बस नैना को ही
देखे जा रहा था. जिस्म ऐसा कि जैसे किसी ने संगे-मरमर को तराश के ऐक मूरत
बना दी हो. काले लिबास मे नैना का सॉफ शॅफॉफ चेहरा सब को आकर्षक दिख रहा
था. पतली कमर, राउंड हिप्स, बूब्स ऐसे कि दिल करे कि नज़र ही ना हटे. और
ऐसे मैं शान की नज़र उस पे पड़ी तो बस जैसे दीवाना से होगया और एरपोर्ट
पे ही अपने पेरेंट्स से कह दिया कि मुझे तो बस नैना से ही शादी करनी है.
नैना को भी को शान ऐक नज़र मे जैसे पसंद आ गया हो. और इस तरह एरपोर्ट पे
ढेर सारी बाते करते हुए दोनो फॅमिलीस अपने अपने घरों को चली गयीं.
नेक्स्ट डे नैना सो के उठी तो अम्मी ने उसे बताया कि जल्दी से तैय्यार हो
जाओ तुम्हारे रिश्ते के लिये आ रहे हैं शान और उस की फॅमिली. यह सोच के
जैसे हैरान सी हो गयी कि अभी कल ही मुलाक़ात हुई और आज रिश्ता. इतने मे
नैना की अम्मी ने दोबारा शान की अम्मी से बात की और कहा कि शान की कुछ
पिक्चर्स भी साथ ले आइये गा फॅमिली वालों को दिखाने के लिये. और यह कह के
किचन मे चली गयीं.
नैना अभी उस तस्वीर को ले के ख़यालों मे गुम थी कि अचानक डोर बेल बजी और
उसे ख़याल आया कि दूध वाला कब से बेल दे रहा था और वो उस तस्वीर के अतीत
मे ही गुम हुई पड़ी है. जल्दी से किचन से बर्तन लिया और दूध ले के किचन
मे चूल्हे पर चढ़ाया बाय्ल करने के लिये. और दोबारा रूम मे आ के चीज़े
समेटने लगी. सारा कमरा साफ करने के बाद वो फोटो आल्बम ले के बैठ गयी और
अपनी एंगेज्मेंट के फोटो देखने लगी.
--------------
रिश्ते से तो इनकार जैसे किया ही नही था नैना या उस की फॅमिली ने और झट
से दोनो खानदान ऐक हो गये थे. और नेक्स्ट वीक ही एंगेज्मेंट की रसम रख
दी. एंग़ेज़मेंट वाले दिन तो जैसे नैना ने क़यामत ही ढा दी थी शान पे.
गुलाबी रंग के जोड़े मे किसी गुलाब से कम नही लग रही थी. शान का तो जैसे
दिल कर रहा था कि अभी उठे और यहाँ सब के सामने नैना को अपनी बाँहों मे ले
दुनिया से बेख़बर हो के प्यार मे गुम हो जाए. लेकिन ऐसा हो नही सकता था.
नैना भी शान की आँखों मे यह देख के समझ गयी थी कि शान के दिमाग़ मे क्या
चल रहा है और दुपट्टे से अपना सीना छुपा लिया और थोड़ा शर्मा सी गयी. वो
रात तो जैसे नैना और शान के लिये ज़िंदगी की सब से लंबी रात थी. इधर शान
नैना को सोच सोच के तडप रहा था और उधर नैना खुशी से फूले नही समा रही थी.
बस टाइम था कि जैसे गुज़र ही नही रहा था. ऐक दम से जैसे ज़िंदगी मे बहोत
कुछ हासिल हो गया हो.
-------------
नैना अभी इसी सोच मे गुम थी कि किचन से कोई आवाज़ आइ. और ऐक दम से दौड़ते
हुए वो किचेन मे गयी और देखा कि दूध बाय्ल हो के बर्तन से बाहर गिर गया
था. और अपने आप को कोसते हुए चूल्हा सॉफ करने लगी.........
नैना किचन से वापिस आइ और दोबारा पिक्चर्स देखने लगी और फिर अपने अतीत मे खो गयी.
----------
एंगेज्मेंट के बाद शान का नैना के घर आना जाना शुरू हो गया. शान को ऐक
कंपनी मे प्रॉजेक्ट मॅनेजर की पोस्ट पे जॉब मिल गयी थी और नैना का घर उस
की कंपनी के रास्ते मे ही पड़ता था. शान हर दूसरे दिन ऑफीस से वापसी पे
नैना के घर से चक्कर लगाता हुआ जाता था. एंगेज्मेंट को कोई 3 महीने गुज़र
गये थे और शान अब नैना के घर ऐक फॅमिली मेंबर की तरह हो गया था. सो अगर
कभी शान नैना के कमरे मे चला जाए या दोनो अकेले बैठ के बाते कर रहे हों
तो नैना के पेरेंट्स मे से किसी कोई ऑब्जेक्षन ना होता था.
----------
नैना अभी पिक्चर्स देख ही रही कि नेक्स्ट पिक्चर ने जैसे ऐक दम से ऐक नयी
दास्तान सुना दी हो. पिक्चर मे नैना ऐक हाथ मे फूलों का गुलदस्ता लिये
खड़ी थी और ऐक हाथ मे आइस क्रीम थी. यह वो रात थी जिस मे नैना की ज़िंदगी
मैं ऐक बहोत बड़ा ट्विस्ट आया था. यह वो रात थी जब नैना और शान फर्स्ट
टाइम डिन्नर के लिये अकेले गये थे.
--------
नैना के अबू बिज़्नेसमॅन थे इस लिये उन्है हर महीने इंटरनॅशनल विज़िट के
लिये जाना पड़ता था और शायद यही वजह थी कि शान और नैना का मिलाप भी एर
पोर्ट पर ही हुआ था नैना और उसकी अम्मी सी ऑफ करने गये थे और शान और उस
की फॅमिली अमेरिका से आ रही थी. आज भी कुछ ऐसा ही हुआ था नैना के अबू को
3 दिन के लिये आउट ऑफ कंट्री जाना था और वो सुबह की पहली फ्लाइट से चले
गये. शान ने रात को नैना और उस की अम्मी के साथ डिन्नर का प्लान किया और
उन्है फोन पे बता दिया की वो आज कहीं आउट डिन्नर करेंगे .
नैना की अम्मी ने तो जाने से इनकार कर दिया और कहा कि उन्हों ने अपनी उमर
गुज़ार ली अब तुम दोनो चले जाओ और कहाँ मैं कबाब मे हड्डी बन क तुम दोनो
को डिस्टर्ब करती रहूं गी. शान की तो जैसे चाँदी ही हो गयी. ठीक रात 8
बजे वो नैना क घर पहॉंच गया. और जा के नैना की अम्मी से गुप शुप करने
लगा. नैना कहीं नही दिख रही थी. शान के पूछने पे नैना की अम्मी ने कहा वो
तैय्यार हो रही हे अपने रूम मे और बस आती ही होगी.
क्रमशः..........
Naina-नैना compleet
Re: Naina-नैना
naina--paart-1
Zingadi achanak say tabdeel ho gayee thi. sab kuch aik dum say badal
gaya tha. Baharain achi nahi lagti thien aur na hi kisi cheez mai koi
maza aa raha tha. Bedroom ki khirki say aanay wali suraj ki roshni
pehlay kitni achi laga karti thi lakin ab is roshni
mai bhi wo khoobsurti nahi rahi thi.
Naina abhi inhi sochon mai gum thi k bahir say Shaan ki zore daar awaz
nay jaisay naina ko dara sa dia. Shaan zore zore say chila rahay thay
k jaldi nashta lagao mujhay office say dair karwao gi kia?
Yeh suntay hi Naina bhagti hui kitchen ki tarf gayee aur fauran table
pay nashta laga dia.
Roz ki tarah aaj bhi Shaan ka mood theek nahi tha. Aik wo din thay jab
Shaan subha ka aaghaz naina k lips pay aik long deep kiss k saath
kartay thay aur jab tak yeh kiss na hojata Shaan ko Nashta karnay ka
maza na aata tha. Aur aik yeh din thay k Shaan aur Naina nashta ki
table pay Khamoshi say baithay nashta kar rahay thay k jaisay Aik
doosray ko jantay he na hon.
Naina umar main koi 28 baras ki thi. Jisam bilkul 22 saal ki jawan
larki ki tarha. Patli kamar, k dikhnay main lagay k abhi jhuknay say
Jisam do tukray ho jaye ga. Hips bharay huay aur Breast aisay k
daikhnay wala daikhta he reh jaye. Neelay rang ki shalwar kamiz main
bahot hi piari lag rahi thi Naina. Shaan bhi koi kam khoobsurat nahi
thay 5-10 inch Kad chaura seena aur bahot ki khooburat smart jism k
koi bhi larki fida ho jaye. Laiken Yeh khoobsurti sirf bahir k logon k
liay thi na k in dono k apas k beech.
Nashta kartay huay naina nay khamoshi ko tortay huay poocha k aaj
office say kitnay bajay wapsi hogi? Shaan nay ghusay mai jawab dia
kiun?
Naina: ji wo mujhay kuch Kapray lainay bazar jana tha to socha aap aa
jain to ikathay chalain. Shaan nay dobara ghusay say kaha k tumhara
fazool kharchi k elawa aur koi kaam hay bhi ya nahi. Aur ghusay say
nashta chortay huay Office ki tarf nikal gaye. Naina bus peechay say
jaisay awaz hi daiti reh gayee k nashta to kartay jain.
Naina phir wahan nashtay ki table pay baith gayee aur kuch sochnay
lagi. Aik waqt tha k nashtay k table pay Shaan ki batain he khatam
nahi hoti thien. Subha ka aghaaz is tarha say hota tha k jaisay pooray
saal ki khushian aaj hi mil gayee hoon. Office janay say pehlay Shaan
Naina ko zor say galay lagatay aur deep lip kiss karnay k baad rawana
hotay.
Yehi sochtay huay Naina nay table say tamam bartan uthaye aur kitchen
main rakh k dobara apnay kamray main aa gayee aur apna bister theek
karnay lagi. Aur safai k dauran Bed k takiay k neechay say shaan ki
tasweer nikali aur is tasweer ko daikh k aik dafa phir Naina kahin
maazi mai kho gayee.
Yeh tasweer aaj say 3 saal purani thi jab Shaan ka rishta naina k liay
manga gaya tha aur Yeh tasweer Naina ko dikhanay k liay di gayee thi.
Shaan picture main bahot khoobsurat lag rahay thay. Shaan aur un k
parents aaj say 3 saal pehlay Naina ki family k saath milay thay aur
unhain pehli nazar mai hi naina achi lag gayee aur rishta maang lia.
Naina ki ami aur Shaan ki ami Aik hi school or college main parhi
thien aur shadi k baad phir dobara us waqt milien jab dono k bachay
jawan ho chukay thay. Naina ikloti baiti jab k shaan bhi iklota hi
baita tha. Dono families ki mulaqat achanak Aik din airport pay
hogayee Shaan ki family america say aa rahi thi aur Naina aur us ki
family Naina k abu ko see off karnay gaye the.
Naina us din Black shalwar kameez mai thi. Air port pay har banda bus
naina ko hi daikhay ja raha tha. Jism aisa k jaisay kisi nay
Sangay-Marmar ko tarash k aik moorat bana di ho. Kalay libas main
naina ka saaf shafaf chehra sab ko wazeh dikh raha tha. Patli kamar,
Round Hips, Boobs aisay k dil karay k nazar hi na hatay. Aur aisay
main shaan ki nazar us pay pari to bus jaisay deewana say hogaya aur
airport pay hi apnay parents say keh dia k mujhay to bus Naina say hi
shadi karni hay.
Naina ko bhi ko shaan aik nazar main jaisay pasand aa gaya ho. Aur is
tarah airport pay dhair saari batain kartay huay dono families apnay
apnay gharon ko chali gayeen.
Next day Naina so k uthi to ami nay usay bataya k jaldi say tayar ho
jao tumharay rishtay k liay aa rahay hain shaan aur us ki family. Yeh
soch k jaisay hairan c ho gayee k abhi kal hi mulaqat hui aur aaj
rishta. Itnay main Naina ki ami nay dobara Shaan ki ami say baat ki
aur kaha k Shaan ki kuch pictures bhi saath lay aiay ga family walon
ko dikhanay k liay. Aur yeh keh k kitchen main chali gayeen.
Naina abhi us tasweer ko lay k khayalon main gum thi k achank door
bell baji aur usay khayal aya k doodh wala kab say bell day raha tha
aur wo us tasweer k maazi main hi gum hui pari hay. Jaldi say kitchen
say bartan lia aur Doodh lay k kitchen main choolhay par charha i boil
karnay k liay. aur dobara room main aa k cheezain samaitnay lagi. Sara
kamra saaf karnay k baad wo photo album lay k baith gayee aur apni
engagement k photo daikhnay lagi.
--------------
Rishtay say to inkar jaisay kia he nahi tha Naina ya us ki family nay
aur jhat say dono khandan aik ho gaye the. aur Next week he Engagement
ki rasam rakh di. Engament walay din to jaisay Naina nay qayamat hi
dha di thi shaan pay. Gulabi rang k joray main kisi gulab say kam nahi
lag rahi thi. Shaan ka to jaisay dil kar raha tha k abhi uthay aur
yahan sab k samnay naina ko apni banhon main lay dunia say bekhabar ho
k piar main gum ho jaye. Laiken aisa ho nahi sakta tha. Naina bhi
Shaan ki aankhon main yeh daikh k samaj gayee thi k Shaan k demagh mai
kia chal raha hay aur Dopatay say apna seena chupa lia aur thora
sharma c gayee. Wo raat to jaisay Naina aur shaan k liay Zindagi ki
sab say lambi raat thi. Idhar Shaan Naina ko soch soch k tarap raha
tha aur udhar Naina khushi say phoolay nahi sama rahi thi. Bus time
tha k jaisay guzar hi nahi raha tha. Aik dum say jaisay zindagi main
bahot kuch hasil ho gaya ho.
-------------
Naina abhi isi soch main gum thi k kitchen say koi awaz i. Aur aik dum
say daurtay huay wo kichen main gayee aur daikha k doodh boil ho k
bartan say bahir gir gaya tha. Aur apnay aap ko kostay huay Choolha
saaf karnay lagi.........
Naina kitchen say wapis i aur dobara pictures daikhnay lagi aur mazi
main kho gayee.
----------
Engagement k baad Shaan ka naina k ghar aana jana shuru ho gaya. Shaan
Ko aik company main project manager ki post pay job mil gaye thi aur
aur Naina ka ghar us ki company k rastay main he parta tha. Shaan har
doosray din Office say wapsi pay naina k ghar say chakar lagata hua
jata tha. Engagement ko koi 3 mahinay guzar gaye thay aur shaan ab
naina k ghar aik family member ki tarah ho gaya tha. So agar kabhi
shaan naina kay kamray main chala jaye ya dono aikailay baith k batain
kar rahay hon to naina k parents main say kisi koi objection na hota
tha.
----------
Naina abhi pictures daikh hi rahi k next picture nay jaisay aik dum
say aik nayee dastaan suna di ho. Picture main naina aik haath main
phoolon ka guldasta liay khari thi aur aik haath main ice cream thi.
Yeh wo raat thi jis main naina ki zindagi main aik bahot bara twist
aaya tha. Yeh wo raat thi jab Naina aur Shaan first time dinner k liay
akailay gaye thay.
--------
Naina k abu businessman thay is liay unhain har mahinay international
visit k liay jana parta tha aur shaid yehi waja thi k Shaan aur naina
ka milaap bhi air port par hi hua tha k naina aur uski ami see off
karnay gaye thay aur Shaan aur us ki family america say aa rahi thi.
Aaj bhi kuch aisa hi hua tha Naina k abu ko 3 din k liay Out of
country jana tha aur wo subha ki pehli flight say chalay gaye. Shaan
nay raat ko naina aur us ki ami k saath dinner ka plan kia aur unhain
phone pay bata dia k wo aaj kahin out dinner karain gay.
Naina ki ami nay to janay say inkaar kar dia aur kaha k unhon nay apni
umar guzar li ab tum dono chalay jao aur kahan main kabab main haddi
ban k tum dono ko disturb karti rahoon gi. Shaan ki to jaisay chaandi
hi ho gayee. Theek raat 8 bajay wo naina k ghar pahonch gaya. Aur ja k
naina ki ami say gup shup karnay laga. Naina kahin nahi dikh rahi thi.
Shaan k poochnay pay naina ki ami nay kaha ko tayar ho rahi hay apnay
room main aur bus aati hi hogi.
kramashah..........
Zingadi achanak say tabdeel ho gayee thi. sab kuch aik dum say badal
gaya tha. Baharain achi nahi lagti thien aur na hi kisi cheez mai koi
maza aa raha tha. Bedroom ki khirki say aanay wali suraj ki roshni
pehlay kitni achi laga karti thi lakin ab is roshni
mai bhi wo khoobsurti nahi rahi thi.
Naina abhi inhi sochon mai gum thi k bahir say Shaan ki zore daar awaz
nay jaisay naina ko dara sa dia. Shaan zore zore say chila rahay thay
k jaldi nashta lagao mujhay office say dair karwao gi kia?
Yeh suntay hi Naina bhagti hui kitchen ki tarf gayee aur fauran table
pay nashta laga dia.
Roz ki tarah aaj bhi Shaan ka mood theek nahi tha. Aik wo din thay jab
Shaan subha ka aaghaz naina k lips pay aik long deep kiss k saath
kartay thay aur jab tak yeh kiss na hojata Shaan ko Nashta karnay ka
maza na aata tha. Aur aik yeh din thay k Shaan aur Naina nashta ki
table pay Khamoshi say baithay nashta kar rahay thay k jaisay Aik
doosray ko jantay he na hon.
Naina umar main koi 28 baras ki thi. Jisam bilkul 22 saal ki jawan
larki ki tarha. Patli kamar, k dikhnay main lagay k abhi jhuknay say
Jisam do tukray ho jaye ga. Hips bharay huay aur Breast aisay k
daikhnay wala daikhta he reh jaye. Neelay rang ki shalwar kamiz main
bahot hi piari lag rahi thi Naina. Shaan bhi koi kam khoobsurat nahi
thay 5-10 inch Kad chaura seena aur bahot ki khooburat smart jism k
koi bhi larki fida ho jaye. Laiken Yeh khoobsurti sirf bahir k logon k
liay thi na k in dono k apas k beech.
Nashta kartay huay naina nay khamoshi ko tortay huay poocha k aaj
office say kitnay bajay wapsi hogi? Shaan nay ghusay mai jawab dia
kiun?
Naina: ji wo mujhay kuch Kapray lainay bazar jana tha to socha aap aa
jain to ikathay chalain. Shaan nay dobara ghusay say kaha k tumhara
fazool kharchi k elawa aur koi kaam hay bhi ya nahi. Aur ghusay say
nashta chortay huay Office ki tarf nikal gaye. Naina bus peechay say
jaisay awaz hi daiti reh gayee k nashta to kartay jain.
Naina phir wahan nashtay ki table pay baith gayee aur kuch sochnay
lagi. Aik waqt tha k nashtay k table pay Shaan ki batain he khatam
nahi hoti thien. Subha ka aghaaz is tarha say hota tha k jaisay pooray
saal ki khushian aaj hi mil gayee hoon. Office janay say pehlay Shaan
Naina ko zor say galay lagatay aur deep lip kiss karnay k baad rawana
hotay.
Yehi sochtay huay Naina nay table say tamam bartan uthaye aur kitchen
main rakh k dobara apnay kamray main aa gayee aur apna bister theek
karnay lagi. Aur safai k dauran Bed k takiay k neechay say shaan ki
tasweer nikali aur is tasweer ko daikh k aik dafa phir Naina kahin
maazi mai kho gayee.
Yeh tasweer aaj say 3 saal purani thi jab Shaan ka rishta naina k liay
manga gaya tha aur Yeh tasweer Naina ko dikhanay k liay di gayee thi.
Shaan picture main bahot khoobsurat lag rahay thay. Shaan aur un k
parents aaj say 3 saal pehlay Naina ki family k saath milay thay aur
unhain pehli nazar mai hi naina achi lag gayee aur rishta maang lia.
Naina ki ami aur Shaan ki ami Aik hi school or college main parhi
thien aur shadi k baad phir dobara us waqt milien jab dono k bachay
jawan ho chukay thay. Naina ikloti baiti jab k shaan bhi iklota hi
baita tha. Dono families ki mulaqat achanak Aik din airport pay
hogayee Shaan ki family america say aa rahi thi aur Naina aur us ki
family Naina k abu ko see off karnay gaye the.
Naina us din Black shalwar kameez mai thi. Air port pay har banda bus
naina ko hi daikhay ja raha tha. Jism aisa k jaisay kisi nay
Sangay-Marmar ko tarash k aik moorat bana di ho. Kalay libas main
naina ka saaf shafaf chehra sab ko wazeh dikh raha tha. Patli kamar,
Round Hips, Boobs aisay k dil karay k nazar hi na hatay. Aur aisay
main shaan ki nazar us pay pari to bus jaisay deewana say hogaya aur
airport pay hi apnay parents say keh dia k mujhay to bus Naina say hi
shadi karni hay.
Naina ko bhi ko shaan aik nazar main jaisay pasand aa gaya ho. Aur is
tarah airport pay dhair saari batain kartay huay dono families apnay
apnay gharon ko chali gayeen.
Next day Naina so k uthi to ami nay usay bataya k jaldi say tayar ho
jao tumharay rishtay k liay aa rahay hain shaan aur us ki family. Yeh
soch k jaisay hairan c ho gayee k abhi kal hi mulaqat hui aur aaj
rishta. Itnay main Naina ki ami nay dobara Shaan ki ami say baat ki
aur kaha k Shaan ki kuch pictures bhi saath lay aiay ga family walon
ko dikhanay k liay. Aur yeh keh k kitchen main chali gayeen.
Naina abhi us tasweer ko lay k khayalon main gum thi k achank door
bell baji aur usay khayal aya k doodh wala kab say bell day raha tha
aur wo us tasweer k maazi main hi gum hui pari hay. Jaldi say kitchen
say bartan lia aur Doodh lay k kitchen main choolhay par charha i boil
karnay k liay. aur dobara room main aa k cheezain samaitnay lagi. Sara
kamra saaf karnay k baad wo photo album lay k baith gayee aur apni
engagement k photo daikhnay lagi.
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Rishtay say to inkar jaisay kia he nahi tha Naina ya us ki family nay
aur jhat say dono khandan aik ho gaye the. aur Next week he Engagement
ki rasam rakh di. Engament walay din to jaisay Naina nay qayamat hi
dha di thi shaan pay. Gulabi rang k joray main kisi gulab say kam nahi
lag rahi thi. Shaan ka to jaisay dil kar raha tha k abhi uthay aur
yahan sab k samnay naina ko apni banhon main lay dunia say bekhabar ho
k piar main gum ho jaye. Laiken aisa ho nahi sakta tha. Naina bhi
Shaan ki aankhon main yeh daikh k samaj gayee thi k Shaan k demagh mai
kia chal raha hay aur Dopatay say apna seena chupa lia aur thora
sharma c gayee. Wo raat to jaisay Naina aur shaan k liay Zindagi ki
sab say lambi raat thi. Idhar Shaan Naina ko soch soch k tarap raha
tha aur udhar Naina khushi say phoolay nahi sama rahi thi. Bus time
tha k jaisay guzar hi nahi raha tha. Aik dum say jaisay zindagi main
bahot kuch hasil ho gaya ho.
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Naina abhi isi soch main gum thi k kitchen say koi awaz i. Aur aik dum
say daurtay huay wo kichen main gayee aur daikha k doodh boil ho k
bartan say bahir gir gaya tha. Aur apnay aap ko kostay huay Choolha
saaf karnay lagi.........
Naina kitchen say wapis i aur dobara pictures daikhnay lagi aur mazi
main kho gayee.
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Engagement k baad Shaan ka naina k ghar aana jana shuru ho gaya. Shaan
Ko aik company main project manager ki post pay job mil gaye thi aur
aur Naina ka ghar us ki company k rastay main he parta tha. Shaan har
doosray din Office say wapsi pay naina k ghar say chakar lagata hua
jata tha. Engagement ko koi 3 mahinay guzar gaye thay aur shaan ab
naina k ghar aik family member ki tarah ho gaya tha. So agar kabhi
shaan naina kay kamray main chala jaye ya dono aikailay baith k batain
kar rahay hon to naina k parents main say kisi koi objection na hota
tha.
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Naina abhi pictures daikh hi rahi k next picture nay jaisay aik dum
say aik nayee dastaan suna di ho. Picture main naina aik haath main
phoolon ka guldasta liay khari thi aur aik haath main ice cream thi.
Yeh wo raat thi jis main naina ki zindagi main aik bahot bara twist
aaya tha. Yeh wo raat thi jab Naina aur Shaan first time dinner k liay
akailay gaye thay.
--------
Naina k abu businessman thay is liay unhain har mahinay international
visit k liay jana parta tha aur shaid yehi waja thi k Shaan aur naina
ka milaap bhi air port par hi hua tha k naina aur uski ami see off
karnay gaye thay aur Shaan aur us ki family america say aa rahi thi.
Aaj bhi kuch aisa hi hua tha Naina k abu ko 3 din k liay Out of
country jana tha aur wo subha ki pehli flight say chalay gaye. Shaan
nay raat ko naina aur us ki ami k saath dinner ka plan kia aur unhain
phone pay bata dia k wo aaj kahin out dinner karain gay.
Naina ki ami nay to janay say inkaar kar dia aur kaha k unhon nay apni
umar guzar li ab tum dono chalay jao aur kahan main kabab main haddi
ban k tum dono ko disturb karti rahoon gi. Shaan ki to jaisay chaandi
hi ho gayee. Theek raat 8 bajay wo naina k ghar pahonch gaya. Aur ja k
naina ki ami say gup shup karnay laga. Naina kahin nahi dikh rahi thi.
Shaan k poochnay pay naina ki ami nay kaha ko tayar ho rahi hay apnay
room main aur bus aati hi hogi.
kramashah..........
Re: Naina-नैना
गतान्क से आगे.......
थोड़ी ही देर मे नैना अपने कमरे से निकली और शान को तो जैसे रात मे ही
दिन लगने लगा. नैना रेड कलर के बहोत ही फिटिंग वाले ड्रेस मे थी. ऊँची
कमीज़, शलवार जैसे हिप्स से चिपक सी गयी हो. और आज तो कमीज़ का गला भी
काफ़ी डीप था के नैना का सीना भी दिख रहा था. शान तो जैसे देखता ही रह
गया नैना की खूबसूरती को और दिल ही दिल मे जैसे शुकर अदा करने लगा ऊपेर
वाले का के उस ने उसे इंतहा खूबसूरत जीवन साथी दिया.
---------------
नैना इन्ही सोचों मे गुम थी कि फोन की घंटी बजी. दूसरी तरफ़ शान ने
गुस्से से कहा कि तुम्है कितनी दफ़ा कहा है कि मेरी चीज़ों को मत छेड़ा
करो जहाँ पड़ी होती हैं वहाँ ही पड़ी रहने दिया करो. मेरी ऐक फाइल थी वो
अब गाड़ी मे नही है कहाँ गयी? नैना ने निहायत धीमी आवाज़ मे कहा कि वो
फाइल तो आप ने कल वापिस ऑफीस भिजवा दी थी क्योंकि आप के अकाउंटेंट ने उस
पे कुछ वर्किंग करनी थी. बजाय इस के, कि शान नैना को सॉरी कहता अपने इस
रवैये पे उल्टा नैना को ही गुस्सा हो के बोला तो सुबह बता नही सकती थी
मुझे??????? और गुस्से से फोन बंद कर दिया. नैना तो जैसे अल्फ़ाज़ मूँह
मे दबाए ही रह गयी.
----------------
वापिस आ के दोबारा पिक्चर को देखने लगी. शान ने नैना को पिक किया और
डिन्नर के लिये निकलने लगे. गाड़ी मे बैठे ही थे कि नैना की अम्मी की
आवाज़ आइ कि एहतियातन घर की चाबी ले जाओ. मैं मेडिसिन ले के सो जाउन्गि .
कहीं ऐसा ना हो कि तुम लोग आओ और मैं सोती रहूं. सो लॉक खोल के अंदर आ
जाना. नैना ने घर की चाबी ली और गाड़ी मे बैठ गयी. शान की गाड़ी सीधा ऐक
बहोत ही अच्छे रेस्टोरेंट मे पहॉंच गयी और वहाँ वो डिन्नर करने लगे.
डिन्नर के बाद वो ऐक साइड पे पैदल चल दिये और फूलों वाली दुकान से नैना
के लिये कुछ फूल खरीदे शान ने. तब दोनों ने डिसाइड किया कि सामने
आइस्क्रीम पार्लर से आइस्क्रीम खाई जाए और वहाँ आइस्क्रीम खाने लगे. और
वहाँ शान ने यह पिक्चर अपने कॅमरा मे सेव कर ली. (जो कि इस वक़्त नैना के
सामने पूरी दास्तान सुना रही थी). रात के 11:30 बज रहे थे. नैना ने घड़ी
को देखा और शान को कहा कि काफ़ी देर हो गयी है अब घर चलना चाहिये. आप
मुझे ड्रॉप कर दें. इस पे शान ने कहा कि उस के पेरेंट्स भी घर पे नही हैं
सो वो भी नैना के घर ही रहे गा और आंटी को वो पहले बता के आया था. पहले
तो नैना थोड़ा डर सी गयी बट जब शान ने कहा कि वो आंटी को बता के आया है
तो नैना को तसल्ली हुई. ठीक 12 बजे वो दोनो घर पहॉंच गये. दोनो ने आराम
से मेन गेट ओपन किया और घर के अंदर दाखिल हो गये.
नैना की अम्मी गहरी नींद सो रही थी. नैना ने शान को उस का कमरा दिखा दिया
और खुद अपने कमरे मे चली गयी. बट शान को तो जैसे नींद ही नही आ रही थी और
वो भी नैना के कमरे मे चला गया. नैना घबरा सी गयी और नज़रों ही नज़रों मे
जैसे सवाल किया हो के मेरे रूम मे क्यूँ? तो शान ने कहा कि बैठो बाते
करते हैं ना. नींद नही आ रही. नैना ने कहा ओके बाबा बट पहले चेंज तो कर
लें ड्रेस. और नैना ने शान को ऐक ट्राउज़र शर्ट दे दिया जो उस के अब्बू
का था. और कहा कि अपने रूम मे जा के चेंज कर के आ जाए और खुद भी चेंज
करने चली गयी.
शान जल्दी से रूम मे गया और चेंज कर के नैना के रूम मे वापिस आ गया. नैना
अभी वॉशरूम मे ही थी और शायद बाथ ले रही थी. शान वहाँ बैठ गया और सामने
पड़ी बुक्स पे ऐक नज़र डालने लगा.
थोड़ी देर मे बाथरूम का दरवाज़ा खुला और नैना बाहर आइ. शान को ऐक दफ़ा
फिर 10000 वॉट का ज़ोर का झटका लगा. नैना गीले बालों मे नाइट ड्रेस पहले
बाहर निकली. उफ़फ्फ़ क्या क़यामत बरसा रही थी. नहा के तो जैसे ऐसे लग रही
थी जैसे गुलाब कि फूल के ऊपेर शबनम के क़तरे गिरे हुए हूँ. कपड़े जैसे
जिस्म के साथ चिपक से गये थे. जिस्म गीला होने की वजह से पूरा जिस्म ऐक
आग बरसा रहा था. थोड़ा सा गौर करने पे पता चला कि नैना के ब्रेस्ट्स मे
कुछ चेंज दिख रहा है. थोड़ा मज़ीद गौर किया तो पता चला कि नैना ने तो
ब्रा ही नही पहनी. ऐक और करेंट का झँकता शान को जैसे तडप सा गया.
नैना आ के बेड पे बैठ गये और बोली जी जनाब क्यू नही नींद आ रही आप को.
अभी नैना ने सवाल पूछा था तो शान ने कहा वो ऐक मिनट वॉशरूम से हो के आता
है. और सीधा नैना से इजाज़त ले कर नैना के रूम के वॉशरूम मे चला गया. डोर
लॉक करते ही सब से पहले उसने वहाँ लटके नैना के कपड़े देखे. और उस का शक
ठीक निकला नैना के कपड़ो के नीचे उसकी ब्रा भी मौजूद थी. आहह यह वोही
ब्रा थी जिस ने आज पूरा दिन नैना के दूध से सफैद ब्रेस्ट्स को अपने अंदर
छुपा रखा था. शान तो जैसे पूरी ब्रा का एक्स्रे कर रहा था कि अचानक नज़र
ब्रा पे लगी स्टिकर पे पड़ी. 36 कॉलेज गर्ल साइज़. यानी नैना का साइज़ 36
था. नैना के ब्रा को हाथ मे ले शान को अभी से नैना के ब्रेस्ट्स अपने
हाथों मे फील होने लगे और शान को ट्राउज़र के अंदर कुछ हरकत महसूस होने
लगी. शान ने फ़ौरन ब्रा को अपने जगह रखा और खुद पे कंट्रोल किया और मूँह
हाथ धो के वॉशरूम से बाहर आ के मुस्कुराने लगा.
--------------------
शान और नैना आपस मे बाते करने लगे और शान था कि उस से उस की मुस्कुराहट
कंट्रोल नही हो रही थी. क्योंकि बाथरूम के अंदर अभी अभी जो वो हरकत कर के
आया था वो उस के ज़हन मे बार बार आ रही थी. नैना भी शान को देख के शान की
मुस्कुराहट को अब्ज़र्व करते हुए आख़िर बोल ही पड़ी कि शान खैर तो है ना
मैं नोट कर रही हूँ जब से आप वॉशरूम से वापिस आए हैं मुस्कुराए जा रहे
हैं.
शान अब नैना को क्या बताए कि वो क्यू मुस्कुरा रहा है. बस कह दिया कि नही
कोई बात नही ऐसे ही मुस्कुरा रहा हूँ. ळैकेन नैना ने कहा कि शान कुछ तो
वजा हे जो आप ऐसे मुस्कुरा रहे हैं. शान ने कहा नही ऐसी वाक़ई कोई बात
नही. नैना ने कहा ओके अगर ऐसी कोई बात नही है तो आप अपने रूम मे जा सो
जाओ. यह सुन के शान ने सवालिया नज़रों से नैना को देखा, ऐक मिनट के लिये
कुछ सोचने लगा और फिर नैना को बोला. नही मैं नही बताऊं गा, मुझे डर है कि
तुम वजह सुन के नाराज़ ना हो जाओ.
नैना: अरे ऐसी भी क्या वजह है कि मैं नाराज़ हो जाऊं?
शान: नही ना प्ल्ज़. वजह है ही ऐसी कि मैं नही बता सकता और फिर मुस्कुरा
दिया. (दिल मैं सोच रहा था कि वो नैना को क्या बताए कि वो उस की ब्रा से
खेल कर आया है वॉश रूम मे?)
नैना: अरे डरिये नही वैसे भी रात का 1 बज रहा है और इस टाइम मेरे और आप
के अलावा रूम मे है भी कोई नही सो बी रिलॅक्स्ड आंड बता दे.
यह सुन के शान को थोड़ा हौसला हुआ और मुस्करा के बोला कि मैं बताउन्गा
नही बट कुछ कर के दिखाउन्गा जिस से तुम्हे वजह समझ आ जाए गी मेरे
मुस्कुराने की. नैना थोड़ा हैरान हुई लैकेन फिर बोली ओके. शान ओके वेट
हियर
मैं अभी आया और यह कह के वॉशरूम मे चला गया.
वॉशरूम मैं जा के शान ने अपनी शर्ट उतारी और नैना की ब्रा पहन ली. हुक तो
बॅक से बंद ना हो सकी बट ऐसी ही लटका ली जिस्म पे और वॉशरूम से ही नैना
को आवाज़ लगाई कि अपनी आँखे क्लोज़ करे. नैना ने कहा ओके. शान ने वॉशरूम
से पहले अपना मुँह बाहर निकाला जस्ट टू कन्फर्म कि नैना की आँखे क्लोज़
हैं कि नही. नैना की आँखे क्लोज़ नही थी. शान ने कहा चीटिंग नही आँखे
क्लोज़ करो पहले. सो नैना ने आँखे क्लोज़ की और शान नैना की ब्रा सीने पे
लटकाए वॉशरूम से बाहर आ गया और नैना को कहा ओपन युवर आँखे.
नैना ने जैसे ही आँखे ओपन की तो जैसे ऐक दम से घबरा सी गयी शान की इस
हरकत पे बट दूसरे ही लम्हे शान की हालत देख के अपने ज़ोर से हँसने पे
कंट्रोल ना कर सकी और पेट पे हाथ रख के ज़ोर ज़ोर से हँसने लगी. और साथ
साथ शान को बोलने लगी कि वेरी वेरी वेरी बॅड. भला कोई किसी के वॉशरूम मे
जा के वॉशरूम की तलाशी थोड़ी ही ना लेता है? और बेड से उठ के शान की तरफ़
बढ़ी और शान के सीने से अपनी ब्रा खींच के उतार ली और शरमाते हुए अलमारी
मे जा के रख दी. और शान को प्यार से डाँट-ते हुए वापिस बेड पे बैठ गयी
जैसे खफा सी हो.
क्रमशः..........
थोड़ी ही देर मे नैना अपने कमरे से निकली और शान को तो जैसे रात मे ही
दिन लगने लगा. नैना रेड कलर के बहोत ही फिटिंग वाले ड्रेस मे थी. ऊँची
कमीज़, शलवार जैसे हिप्स से चिपक सी गयी हो. और आज तो कमीज़ का गला भी
काफ़ी डीप था के नैना का सीना भी दिख रहा था. शान तो जैसे देखता ही रह
गया नैना की खूबसूरती को और दिल ही दिल मे जैसे शुकर अदा करने लगा ऊपेर
वाले का के उस ने उसे इंतहा खूबसूरत जीवन साथी दिया.
---------------
नैना इन्ही सोचों मे गुम थी कि फोन की घंटी बजी. दूसरी तरफ़ शान ने
गुस्से से कहा कि तुम्है कितनी दफ़ा कहा है कि मेरी चीज़ों को मत छेड़ा
करो जहाँ पड़ी होती हैं वहाँ ही पड़ी रहने दिया करो. मेरी ऐक फाइल थी वो
अब गाड़ी मे नही है कहाँ गयी? नैना ने निहायत धीमी आवाज़ मे कहा कि वो
फाइल तो आप ने कल वापिस ऑफीस भिजवा दी थी क्योंकि आप के अकाउंटेंट ने उस
पे कुछ वर्किंग करनी थी. बजाय इस के, कि शान नैना को सॉरी कहता अपने इस
रवैये पे उल्टा नैना को ही गुस्सा हो के बोला तो सुबह बता नही सकती थी
मुझे??????? और गुस्से से फोन बंद कर दिया. नैना तो जैसे अल्फ़ाज़ मूँह
मे दबाए ही रह गयी.
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वापिस आ के दोबारा पिक्चर को देखने लगी. शान ने नैना को पिक किया और
डिन्नर के लिये निकलने लगे. गाड़ी मे बैठे ही थे कि नैना की अम्मी की
आवाज़ आइ कि एहतियातन घर की चाबी ले जाओ. मैं मेडिसिन ले के सो जाउन्गि .
कहीं ऐसा ना हो कि तुम लोग आओ और मैं सोती रहूं. सो लॉक खोल के अंदर आ
जाना. नैना ने घर की चाबी ली और गाड़ी मे बैठ गयी. शान की गाड़ी सीधा ऐक
बहोत ही अच्छे रेस्टोरेंट मे पहॉंच गयी और वहाँ वो डिन्नर करने लगे.
डिन्नर के बाद वो ऐक साइड पे पैदल चल दिये और फूलों वाली दुकान से नैना
के लिये कुछ फूल खरीदे शान ने. तब दोनों ने डिसाइड किया कि सामने
आइस्क्रीम पार्लर से आइस्क्रीम खाई जाए और वहाँ आइस्क्रीम खाने लगे. और
वहाँ शान ने यह पिक्चर अपने कॅमरा मे सेव कर ली. (जो कि इस वक़्त नैना के
सामने पूरी दास्तान सुना रही थी). रात के 11:30 बज रहे थे. नैना ने घड़ी
को देखा और शान को कहा कि काफ़ी देर हो गयी है अब घर चलना चाहिये. आप
मुझे ड्रॉप कर दें. इस पे शान ने कहा कि उस के पेरेंट्स भी घर पे नही हैं
सो वो भी नैना के घर ही रहे गा और आंटी को वो पहले बता के आया था. पहले
तो नैना थोड़ा डर सी गयी बट जब शान ने कहा कि वो आंटी को बता के आया है
तो नैना को तसल्ली हुई. ठीक 12 बजे वो दोनो घर पहॉंच गये. दोनो ने आराम
से मेन गेट ओपन किया और घर के अंदर दाखिल हो गये.
नैना की अम्मी गहरी नींद सो रही थी. नैना ने शान को उस का कमरा दिखा दिया
और खुद अपने कमरे मे चली गयी. बट शान को तो जैसे नींद ही नही आ रही थी और
वो भी नैना के कमरे मे चला गया. नैना घबरा सी गयी और नज़रों ही नज़रों मे
जैसे सवाल किया हो के मेरे रूम मे क्यूँ? तो शान ने कहा कि बैठो बाते
करते हैं ना. नींद नही आ रही. नैना ने कहा ओके बाबा बट पहले चेंज तो कर
लें ड्रेस. और नैना ने शान को ऐक ट्राउज़र शर्ट दे दिया जो उस के अब्बू
का था. और कहा कि अपने रूम मे जा के चेंज कर के आ जाए और खुद भी चेंज
करने चली गयी.
शान जल्दी से रूम मे गया और चेंज कर के नैना के रूम मे वापिस आ गया. नैना
अभी वॉशरूम मे ही थी और शायद बाथ ले रही थी. शान वहाँ बैठ गया और सामने
पड़ी बुक्स पे ऐक नज़र डालने लगा.
थोड़ी देर मे बाथरूम का दरवाज़ा खुला और नैना बाहर आइ. शान को ऐक दफ़ा
फिर 10000 वॉट का ज़ोर का झटका लगा. नैना गीले बालों मे नाइट ड्रेस पहले
बाहर निकली. उफ़फ्फ़ क्या क़यामत बरसा रही थी. नहा के तो जैसे ऐसे लग रही
थी जैसे गुलाब कि फूल के ऊपेर शबनम के क़तरे गिरे हुए हूँ. कपड़े जैसे
जिस्म के साथ चिपक से गये थे. जिस्म गीला होने की वजह से पूरा जिस्म ऐक
आग बरसा रहा था. थोड़ा सा गौर करने पे पता चला कि नैना के ब्रेस्ट्स मे
कुछ चेंज दिख रहा है. थोड़ा मज़ीद गौर किया तो पता चला कि नैना ने तो
ब्रा ही नही पहनी. ऐक और करेंट का झँकता शान को जैसे तडप सा गया.
नैना आ के बेड पे बैठ गये और बोली जी जनाब क्यू नही नींद आ रही आप को.
अभी नैना ने सवाल पूछा था तो शान ने कहा वो ऐक मिनट वॉशरूम से हो के आता
है. और सीधा नैना से इजाज़त ले कर नैना के रूम के वॉशरूम मे चला गया. डोर
लॉक करते ही सब से पहले उसने वहाँ लटके नैना के कपड़े देखे. और उस का शक
ठीक निकला नैना के कपड़ो के नीचे उसकी ब्रा भी मौजूद थी. आहह यह वोही
ब्रा थी जिस ने आज पूरा दिन नैना के दूध से सफैद ब्रेस्ट्स को अपने अंदर
छुपा रखा था. शान तो जैसे पूरी ब्रा का एक्स्रे कर रहा था कि अचानक नज़र
ब्रा पे लगी स्टिकर पे पड़ी. 36 कॉलेज गर्ल साइज़. यानी नैना का साइज़ 36
था. नैना के ब्रा को हाथ मे ले शान को अभी से नैना के ब्रेस्ट्स अपने
हाथों मे फील होने लगे और शान को ट्राउज़र के अंदर कुछ हरकत महसूस होने
लगी. शान ने फ़ौरन ब्रा को अपने जगह रखा और खुद पे कंट्रोल किया और मूँह
हाथ धो के वॉशरूम से बाहर आ के मुस्कुराने लगा.
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शान और नैना आपस मे बाते करने लगे और शान था कि उस से उस की मुस्कुराहट
कंट्रोल नही हो रही थी. क्योंकि बाथरूम के अंदर अभी अभी जो वो हरकत कर के
आया था वो उस के ज़हन मे बार बार आ रही थी. नैना भी शान को देख के शान की
मुस्कुराहट को अब्ज़र्व करते हुए आख़िर बोल ही पड़ी कि शान खैर तो है ना
मैं नोट कर रही हूँ जब से आप वॉशरूम से वापिस आए हैं मुस्कुराए जा रहे
हैं.
शान अब नैना को क्या बताए कि वो क्यू मुस्कुरा रहा है. बस कह दिया कि नही
कोई बात नही ऐसे ही मुस्कुरा रहा हूँ. ळैकेन नैना ने कहा कि शान कुछ तो
वजा हे जो आप ऐसे मुस्कुरा रहे हैं. शान ने कहा नही ऐसी वाक़ई कोई बात
नही. नैना ने कहा ओके अगर ऐसी कोई बात नही है तो आप अपने रूम मे जा सो
जाओ. यह सुन के शान ने सवालिया नज़रों से नैना को देखा, ऐक मिनट के लिये
कुछ सोचने लगा और फिर नैना को बोला. नही मैं नही बताऊं गा, मुझे डर है कि
तुम वजह सुन के नाराज़ ना हो जाओ.
नैना: अरे ऐसी भी क्या वजह है कि मैं नाराज़ हो जाऊं?
शान: नही ना प्ल्ज़. वजह है ही ऐसी कि मैं नही बता सकता और फिर मुस्कुरा
दिया. (दिल मैं सोच रहा था कि वो नैना को क्या बताए कि वो उस की ब्रा से
खेल कर आया है वॉश रूम मे?)
नैना: अरे डरिये नही वैसे भी रात का 1 बज रहा है और इस टाइम मेरे और आप
के अलावा रूम मे है भी कोई नही सो बी रिलॅक्स्ड आंड बता दे.
यह सुन के शान को थोड़ा हौसला हुआ और मुस्करा के बोला कि मैं बताउन्गा
नही बट कुछ कर के दिखाउन्गा जिस से तुम्हे वजह समझ आ जाए गी मेरे
मुस्कुराने की. नैना थोड़ा हैरान हुई लैकेन फिर बोली ओके. शान ओके वेट
हियर
मैं अभी आया और यह कह के वॉशरूम मे चला गया.
वॉशरूम मैं जा के शान ने अपनी शर्ट उतारी और नैना की ब्रा पहन ली. हुक तो
बॅक से बंद ना हो सकी बट ऐसी ही लटका ली जिस्म पे और वॉशरूम से ही नैना
को आवाज़ लगाई कि अपनी आँखे क्लोज़ करे. नैना ने कहा ओके. शान ने वॉशरूम
से पहले अपना मुँह बाहर निकाला जस्ट टू कन्फर्म कि नैना की आँखे क्लोज़
हैं कि नही. नैना की आँखे क्लोज़ नही थी. शान ने कहा चीटिंग नही आँखे
क्लोज़ करो पहले. सो नैना ने आँखे क्लोज़ की और शान नैना की ब्रा सीने पे
लटकाए वॉशरूम से बाहर आ गया और नैना को कहा ओपन युवर आँखे.
नैना ने जैसे ही आँखे ओपन की तो जैसे ऐक दम से घबरा सी गयी शान की इस
हरकत पे बट दूसरे ही लम्हे शान की हालत देख के अपने ज़ोर से हँसने पे
कंट्रोल ना कर सकी और पेट पे हाथ रख के ज़ोर ज़ोर से हँसने लगी. और साथ
साथ शान को बोलने लगी कि वेरी वेरी वेरी बॅड. भला कोई किसी के वॉशरूम मे
जा के वॉशरूम की तलाशी थोड़ी ही ना लेता है? और बेड से उठ के शान की तरफ़
बढ़ी और शान के सीने से अपनी ब्रा खींच के उतार ली और शरमाते हुए अलमारी
मे जा के रख दी. और शान को प्यार से डाँट-ते हुए वापिस बेड पे बैठ गयी
जैसे खफा सी हो.
क्रमशः..........