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गुरु दक्षिणा compleet

Posted: 15 Oct 2014 08:02
by rajaarkey
गुरु दक्षिणा पार्ट--1

मेरा नाम राज है प्यार से रिश्तेदार, जाने वाले और दोस्त वाघहैरा मुझे
राज्ज्ज और मेरे घर के हाउस्म्ड वाघहैरा मुझे राजा बाबू भी कहते हैं. मैं
27 साल का एक बोहोत ही हॉट मेल हू. रीज़्नब्ली फेर कलर का हू. ब्रॉड हेरी
चेस्ट जो लड़कियो को बोहोत पसंद आता है. अथलेटिक ( अपने फार्मेसी कॉलेज
का अथलेटिक चॅंपियन भी रह चुका हू ) और मस्क्युलर बॉडी और 8 इंच लंबा और
3 इंच मोटा मस्त लंड जब पूरी तरह से खड़ा हो जाता है तो लोहे के मूसल
जैसे बन जाता है और जब किसी लड़की की चुदाई करता है तो किसी मिज़ाइल की
तरह से चूत और गंद मे घुस के धूम मचाता है. ऐसे मस्त लंड से लड़कियाँ
बड़े शोक से चुदवाती है.
दोस्तो मेरी एक नेट फ्रेंड है जिसका नाम नम्रता जोशी है और उसका पेट नेम
है किट्टू. किट्टू ऐसे पड़ा के नम्रता एक बोहोट ही खूबसूरत लड़की है जिसे
पहले तो लोग प्यार से क्यूटी क्यूटी कह के बुलाते थे पर वक़्त के साथ यह
क्यूटी क्यूटी जा के किट्टू किट्टू बन गयी. हा दोस्तो मेरी नेट फ्रेंड
किट्टू से मैं सेक्सी चाटिंग करता हू और वो मुझ से चाटिंग करते करते अपनी
चूत का मसाज भी करती रहती है और एक टाइम की चाटिंग मे कम से कम 3 या 4
बार वो झड़ती है और जब वाय्स चॅट होती है तो वो बड़ी मस्ती मे सेक्सी
आवाज़ें निकालते निकालते झड़ने लगती है. किट्टू अपनी सेक्सी फॅंटसीस मुझे
सुनाती रहती है और अपने एक्सपीरियेन्सस भी सुनाए है.
अब मैं आपको किट्टू की ऐसे ही एक एक्सपीरियेन्स की कहानी किट्टू की
ज़ुबानी सुनाता हू. पढ़िए और मज़े लीजिए.
मेरा नाम किट्टू है. मैं इंडोर मे रहती हू. मैं 23 साल की एक खूबसूरत
लड़की हू. बड़ी बड़ी भूरी आँखें, मेरा रंग बोहोत ही गोरा है, लाइट ब्राउन
लंबे बाल जो मेरी कमर तक आते हैं और मेरा फिगर 32-27-30 है. है ना मस्त.
32 का साइज़ हॅंडफुल आंड माउतफुल और मेरे निपल्स छोटे किशमिश जैसे गुलाबी
कलर के और हा मेरे राइट बूब पे एक काला तिल है जो बड़ा सेक्सी दिखाई देता
है. मेरा रंग इतना गोरा है के मेरी चुचिओ पे ब्लू कलर की वेन्स बड़ी सॉफ
नज़र आती है. मेरे बूब्स की गोलाई तकरीबन 16" – 17" है और मेरी चुचियाँ
एक दम से कड़क है जिन्है मैं अक्सर रात मे सोने से पहले दबाती हू. मेरी
चूत पे काले लंबे बाल है जो मुझे बोहोत अच्छे लगते है और एस्पेशली जब कुछ
बाल एस्पेशली वॉकिंग
करते हुए या साइकल चलाने के टाइम पे जब चूत के अंदर चले जाते है और मेरी
चूत के दाने को टच करते है तो मुझे बड़ा मज़ा आता है और जब मैं अपनी चूत
की मसाज करती हू तो वो झांतें मुझे एक अजीब सा मज़ा देती मुझे मेरी झातें
बोहोत ही पसंद है और जब मैं स्नान करके बाहर आती हू और अपने सर मे कंघी (
कोंब ) करती हू तो बड़े प्यार से अपनी झांतो की भी कोमबिंग करती हू. मैं
अपनी झातें 2 से 3 मंत्स तक बड़े कर के सॉफ करती हू और जिस्दिन मैं चूत
के बाल साफ करती हू उस दिन मुझे अपने चूत कुछ अजीब सी लगती है और ऐसी
चिकनी चूत का मसाज करने का भी एक अनोखा मज़ा है.
मेरे डॅडी का लॅडीस के रेडी मेड ड्रेसस का बिज़्नेस है जहा शाम के टाइम
पे जब कस्टमर्स' ज़ियादा होते है तो मेरी मोम भी मेरे डॅडी की हेल्प के
लिए दुकान पे ही बैठ जाती है. हमारा घर दुकान के बॅकसाइड पे है जिस से
मेरी मोम अक्सर दुकान पे चली जाती है एस्पेशली जब मेरे डॅड ड्रेसस के
परचेसस के लिए मुंबई, देल्ही या कोलकाता चले जाते है तब मम्मी ही
बिज़्नेस संभालती है. मेरी एक छोटी बहेन है अश्मिता जोशी वो अभी +1 मे
पढ़ती है वो भी बोहोत ही खूबसूरत है उसके बूब्स भी तकरीबन 30 के है मैं
कभी कभी उसका टॉप भी पहेन लेती हू तो मुझे थोड़ा टाइट तो होता है पर मेरे
बूब्स बोहोत उभर के दिखाई देते हैं और निपल्स भी साफ दिखाई देते हैं.
मैं बी.कॉम के 2न्ड एअर मे पढ़ती हू. मैं अकाउंटेन्सी और एकनॉमिक्स मे
थोड़ी वीक हू इसी लिए एक सर के पास टुशण के लिए जाती हू जिनका नाम पवन
कुमार वर्मा है जिन्है स्टूडेंट पीके सर के नाम से पुकारते है. पीके सर
के पास 2न्ड एअर और फाइनल एअर के स्टूडेंट्स' टूवुशन के लिए आते हैं. पीक
सर अपने घर पे ही पढ़ाते हैं. पीके सर की हाइट तकरीबन 5' 8" होगी, मीडियम
रंग है काले घुन्ग्रियले बाल. ऑन दा होल सर एक नॉर्मलसे सिंपल और साधारण
व्यक्ति हैं पीके सर की शादी तकरीबन 2 साल पहले हुई थी. उनकी पत्नी
मोस्ट्ली अपने गाओं मे रहती है और महीने या दो महीने मे 5 – 7 दिन के लिए
आ जाती थी. मेरा पर्सनल ख़याल यह है के जब उनकी वाइफ को चुदवाना होता
होगा और उनकी चूत मे खुजली होती होगी तो चुदवाने आ जाती होगी या फिर सर
को जब चोदना होता तो बुला लेते होंगे क्यॉंके उनकी पत्नी जिनका नाम
सुनीता है एक टिपिकल हाउसवाइफ जैसी हैं देखने मे भी अछी ख़ासी खूबसूरत है
5' 4" के करीब हाइट होगी, गोरा रंग भरे भरे बदन वाली. टाइट ब्लाउस
पेहेन्ति है उनके टाइट ब्लाउस से उनकी चुचियाँ बड़ी मस्त लगती है कई
बार मेरा जी चाहा के उनकी 36 साइज़ की चुचिओ को पकड़ के चूसना शुरू कर
दू. उनका बदन तो बोहोत ही सेक्सी है बट वो बोहोत इनोसेंट लगती है. अक्सर
ऐसे लॅडीस जो देखने मे मासूम दिखाई देती है वो बिस्तर मे बोहोत गरम होती
है और बड़े मस्त तरीके से चुदवाती है और सेक्स का भरपूर मज़ा लेती हैं अब
यह नही पता के सर की पत्नी बिस्तर मे कितनी सेक्सी है और कैसे चुदवाती
हैं.

Re: गुरु दक्षिणा compleet

Posted: 15 Oct 2014 08:02
by rajaarkey

पीके सर का घर मीडियम साइज़ का है 2 कमरे और एक छोटा कमरा है जिस्मै वो
हमै टशन पढ़ाते है और एक छोटा सा हॉल है, हॉल के साथ ही एक छोटा सा आँगन
(ओपन स्पेस) है जहा सर अपनी बाइक रखते है. यह आँगन थोड़ा सा खुला है अगर
बारिश होती है तो इस आँगन मे भी थोड़ा पानी आ जाता है.. एक रूम उनका
बेडरूम है जिस्मै एक मीडियम साइज़ का डबल बेड है, एक कपबोर्ड जिसमे सर के
कपड़े रहते है और एक ड्रेसिंग टेबल जिस पे बड़ा सा मिरर लगा हुआ है. उनके
कमरे मे ड्रेसिंग टेबल बाथरूम के डोर के सामने वाली ऑपोसिट दीवार से लगा
हुआ है और ऐसी पोज़िशन मे है के हॉल मे एक ऐसी टिपिकल जगह है के वाहा से
यह मिरर के थ्रू बाथरूम साफ दिखाई देता है.
हम 5 लड़के और 6 लड़कियाँ ट्यूशन के लिए सर के पास आते हैं. छुट्टी वाले
दिन सुबह 10 से 11 बजे तक और नॉर्मल डेज़ मे शाम 5 से 6 तक या अगर कभी सर
को कोई काम हो तो पहले से बता देते हैं और ट्यूशन थोड़ा आगे पीछे कर लेते
है. मेरा घर सर के घर से तकरीबन 1 किमी की दूरी पे है. मैं कभी बाइ वॉक
चली जाती हू और कभी अपनी बाइसिकल पे आती हू. मुझे बाइसिकल चलाना बोहोत
अछा लगता है और ख़ास तोर पे पॅड्ल मारने के टाइम पे जब पैर ऊपेर नीचे
होते है तो साइकल की सीट का सामने वाला नोकेला हिस्सा चूत से लगता है तो
बोहोत ही मज़ा आता है चूत अक्सर गीली हो जाती है और कभी कभी तो मेरा जूस
भी निकल जाता है. मैं ने कभी किसी के साथ सेक्स नही किया पर नेट पे
पिक्चर्स ज़रूर देखी है. कभी कभी मंन करता है के किसी फ्रेंड से चुदवा के
देखु के सेक्स मे कितना मज़ा आता है फिर अपने आप को रोक लेती हू. ऑन दा
होल मैं एक सीधी साधारण सी लड़की हू.
हम टोटल 11 स्टूडेंट्स है जो ट्यूशन पढ़ते है जिस्मै से सिर्फ़ दो
लड़किया ही मेरे कॉलेज की है बाकी के सारे लड़के और लड़कियाँ दूसरे कॉलेज
की है. मैं ट्यूशन को मोस्ट्ली सलवार कमीज़ पहेन कर जाती हू कभी कभी
स्कर्ट और टॉप या जीन्स आंड टॉप भी पहेन के जाती हू. मेरे पास नेट वाली
दो ड्रेस है एक वाइट और एक
ब्लॅक मुझे कभी सर को अपनी बॉडी दिखाने का मंन करता है तो वो जाली वाली
पहेन लेती हू और सर को अपनी बॉडी दिखानी की पूरी कोशिश करती हू.
सर अपने घर का डोर ट्यूशन के टाइम पे हमेशा खुला ही रखते है और हम लोग
बिना बेल बजाए ही अंदर आ जाते हैं क्यॉंके सब को पता है के सर घर मे
अकेले ही रहते है. एक दिन मैं वक़्त से कुछ पहले ही आ गयी और हॉल मे बैठ
गयी और अपनी नोट बुक निकाल के एक क्वेस्चन को रिवाइज़ करने लगी. सर के
बेडरूम से कोई गाना गुनगुनाने की आवाज़ आ रही थी शाएद सर को पता नही चला
के मैं अंदर आ चुकी हू क्यॉंके पीके सर बोहोत रिज़र्व रहते है लड़कियों
की तरफ ज़ियादा ध्यान नही देते सम्टाइम्ज़ मुझे लगता था के सर को शाएद
सेक्स मे इंटेरेस्ट नही है क्यॉंके जितनी भी लड़कियाँ ट्यूशन के लिए आती
थी वो बोहोत ही खूबसूरत थे. और सर भी यंग थे और मुझे पता है के मेरी 2
फ्रेंड्स तो सर को लाइन भी मारने की कोशिश कर चुकी है पर उन्है सक्सेस
नही मिली थी. सर ने किसी लड़की को भी लिफ्ट नही दी वरना अब तक वो लग भग
हम सब को ही चोद चुके होते शाएद. वो अपनी वाइफ के सिवा किसी की तरफ आँख
उठा के भी नही देखते थे. हा तो मैं सर के घर मे अंदर आ गयी थी और अभी मैं
अकेली ही थी मेरी फ्रेंड अभी नही आई थी और मैं बोर भी हो रही थी. इतने मे
इत्तेफ़ाक से मेरी नज़र सर के रूम के खुले डोर से उनके ड्रेसिंग टेबल के
मिरर पे पड़ी. मैं तो देख के दंग रह गयी के सर बाथरूम मे नंगे नहा रहे
हैं और अपने गधे जैसे लंबे और मोटे लंड को साबुन लगा रहे हैं. मैं ने
देखा के उनका लंड खड़ा हो गया है मैं तो देख के हक्का बक्का रह गयी और बे
इंतेहा डर ही गयी एक दम से मेरा बदन कप्कपाने लगा और पसीना छूटना शुरू हो
गया. वो अपने गधे जैसे लंबे और मूसल जैसे मोटे लंड को साबुन लगा के
रगड़ते रहे उनका लंड एक दम से लोहे जैसा हो गया था और ऊपेर नीचे हिल रहा
था. मेरी चूत मे एक दम से चईटियाँ. (आंट्स) रेंगने लगी और एक दम से गीली
हो गयी और बिना सोचे ही मेरा हाथ मेरी चूत पे चला गया और मैं चूत का मसाज
करने लगी और उनके फन्फनते लंड को देखते देखते एक ही मिनिट के अंदर झाड़
गयी. मेरे झड़ने के बाद भी मैं अंजाने मे फिर से चूत का मसाज ही कर रही
थी मेरा हाथ झड़ने के बावजूद चूत से नही हटा था. सर अपने लंड की मालिश कर
रहे थे और फिर अपने लंबे मोटे लंड को अपनी मुट्ठी मे पकड़ के मास्टरबेशन
करने लगे उनकी आँखें बंद हो गयी थी उनका हाथ तेज़ी से चल रहा था और मैं
ने देखा के उनके लंड मे से मलाई की एक मोटी और लंबी पिचकारी निकली जो शवर
के सामने वाली दीवार से लगी और उसके बाद 3 – 4 और
पिचकारियाँ निकली उसके बाद उन्हो ने पानी से लंड को सॉफ किया और स्नान
करने लगे.

Re: गुरु दक्षिणा compleet

Posted: 15 Oct 2014 08:03
by rajaarkey
उनके लंड से पहली पिचकारी निकलते देख के मैं इतनी मस्त हो गयी
के एक बार फिर से झाड़ गयी. मैं अक्सर अपनी चूत का मसाज करती हू पर इतनी
जल्दी मेरा जूस कभी नही निकला जितनी जल्दी आज निकल गया और आज तो 2 टाइम
निकला और वो भी इतनी जल्दी जल्दी. मैं बोहोत ही मस्त हो चुकी थी. सर का
नहाना ख़तम हुआ और वो बिना टवल लपेटे ही बाथरूम से बाहर निकले अपने
कपबोर्ड को खोलने लगे जिसे मैं मिरर मे देख रही थी. मैं अपनी जगह से
ऑटोमॅटिकली उठ गयी और सर के बेडरूम की विंडो के पास चली गयी और अंदर झाँक
के देखने लगी. सर ने अपनी अलमारी मे से अपना बॉक्सर्स शॉर्ट्स निकाला
उनका लंड अब थोड़ा सा नरम पड़ गया था और उनकी जा. के बीच मे थाइस तक लटक
रहा था मैं डर भी रही थी पर अपने आप को रोक भी नही पा रही थी और सर को
चेंज करते देखती रही.
जैसे ही सर ने चेंज कर लिया अब वो बॉक्सर्स शॉर्ट्स मे और टी शर्ट मे थे
और मिरर के सामने था. के अपने बाल सेट कर रहे थे तो मैं अपनी मस्ती से
चोंक गयी और वापस आ के अपनी सीट पे बैठ गयी. मेरा चेहरा लाल हो गया था और
साँसें तेज़ी से चल रही थी और एक मात्रा मे हॉल मे मेरे जूस की स्मेल भी
आ रही थी. थोड़ी देर के बाद सर धीमे सुरो मे सीटे बजाते हुए बाहर निकल के
आ गये और मुझे देख के पूछा के अरे किट्टू तुम कब आई और कोई नही आया क..
मुझे लग रहा था के मेरी ज़ुबान मोटी हो गयी है और मेरे मूह से एक शब्द भी
निकलना मुश्किल हो गया था इस से पहले के मैं कोई जवाब देती 2 लड़के और
अंदर आ गये और उसके 5 मिनट के अंदर ही बाकी के सारे स्टूडेंट्स आ गयी और
सर ने पढ़ाना शुरू कर दिया. मेरा दिमघ. तो सर का लेक्चर सुनने को तय्यार
ही नही था बार बार उनका फंफनाता हुआ लंबा मोटा लंड ही मेरे मूह के सामने
आ जा. था और मेरे दिमघ. मे हल चल मचा रहा था. जब सर ने देखा के मैं कुछ
खोई खोई सी हू तो सर ने पूछा के क. हुआ किट्टू तुम्हारी तबीयत तो ठीक है
मैं ने कहा के सर अब तक ठीक थी पर अचानक पता नही क्यों मेरी तबीयत अजीब
सी हो रही है तो उन्हो ने कहा के घर वापस जाओगी क. तो मैं ने कहा नही सर
मैं ठीक हो. आप स्टार्ट कीजिए तो उन्हो ने लेक्चर जारी रखा और पढ़ाते रहे
और मैं ख़यालो मे सर के मूसल जैसे लंड से खेलती रही..
क्लास ख़तम हो गयी और मैं अपने घर वापस आ गयी और मैं अपने घर तो आ गयी पर
मेरा सारा ध्यान सर के लंड मे ही अटक गया और मैं खोई खोई सी रही कुछ भी
करने को मंन
नही कर रहा था बॅस दिमघ. मे सर का लंड ही घुसा हुआ था और उस्मै से निकलती
हुई उनके लंड की लंबी पिचकारी.
डिन्नर के बाद मैं अपने कमरे मे आ गयी. हमारे यूज़ मे एक ही कमरा है
जिस्मै मैं और मेरी छोटी बहेन अश्मिता ही रहते है. रात मे जब मैं अपने
कमरे मे आई तो फिर भी खोई खोई सी थी तो अश्मिता ने पूछा के हे किट्टू क.
बात है ऐसी क्यों चुप्प है किसी ने कुछ कहा क. तो मैं ने कहा के नही रे
ऐसी कोई बात नही बस तबीयत थोड़ी ठीक नही है. अब मैं उसको क. बताती के सर
के लंड ने मुझे पागल बना दिया है. हमारे कमरे मे 2 सिंगल बेड है जो करीब
करीब पड़े हुए है और हम दोनो अलग अलग ही बेड पे सोते है. मैं अपने स्टडी
टेबल पे बैठी तो पढ़ने के लिए थी पर अपनी नोट बुक की तरफ घूर के देख रही
थी जिस्मै मुझे सिवाए सर के लंड के और कुछ नही दिखाई दे रहा था और अब मैं
सर से चुदवाने के तरीके सोचने लगी के कैसे सर को तय्यार किया जाए और उनके
लंड को अपनी चूत मे डलवाया जाए सर से चुदने को मैं पागल हो रही थी.
अश्मिता थोड़ी देर पढ़ के सो गयी थी फिर मैं टेबल पे से उठ गयी और अपने
बेड पे लेइट. गयी. ब्लंकेट ओढ़ लिया और मेरा हाथ ऑटोमॅटिकली एक मिनिट की
देर किए बिना मेरी नाइटी के अंदर चला गया ( हम दोनो सोने के टाइम पे
नाइटी पहेन लेते हैं ) और अपनी बालो भरी चूत का मसाज करने लगी. मेरी
झांतें मेरी क्लाइटॉरिस से लगी और मुझे मज़ा आने लगा. मैं अपने ख़यालो मे
सोच रही थी के सर अपने लंबे मोटे लंड से मेरी कुँवारी चूत को चोद रहे है
और मेरा हाथ और तेज़ी से चलने लगा और मेरा सारा बदन हिलने लगा और मैं
आआआग्ग्ग्ग्घ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और
सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ें
निकलते निकलते झड़ने लगी. यूयेसेस. रात मैं ने 3 टाइम अपनी चूत का मसाज
किया और खूब झड़ी उसके बाद पता नही मुझे कब नींद आ गयी और मैं थक्क के सो
गयी.
सुबह उठी तो बदन कुछ भारी सा लग रहा था. मैं बाथरूम मे घुस गयी और गरम
गरम पानी का शवर लेने लगी. शवर को देखते ही मुझे सर का लंड और उनका शवर
याद आ गया तो स्ट्रेट अवे मेरा हाथ फिर से मेरी चूत पे लग गया और मैं चूत
को रगड़ने लगी मेरी आँखें बंद हो गयी थी और बदन मे तनाव आ गया था और फिर
मेरे मूह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स
निकला और गिरते पानी के साथ ही मे झड़ने लगी. कॉलेज का टाइम हो रहा था
इसी लिए जल्दी से शवर लिया और बाहर निकल के आ गयी. ब्रेकफास्ट किया और
तय्यार हो के कॉलेज चली गयी. कॉलेज मे भी सर का लंड मेरा पीछा नही छोड़
रहा था मुझे उनके लंड के सिवा कुछ नही दिखाई दे रहा था और अपने ख़यालो मे
उनके लंड को पकड़ के मैं दबा रही थी.
खैर थोड़ी देर के बाद फ्रेंड्स मिले और हँसी मज़ाक मे टाइम निकल गया.
कॉलेज के बाद घर आ गयी और यह सारा टाइम मैं सर को पटाने के बारे मे और
उनसे चुदने के नये नये तरीके सोचने लगी.
क्रमशः...............