filmi style sex story - शालू की बाहों में
Posted: 22 Aug 2016 10:11
आज मैं आपको अपनी एक सहेली की कहानी सुनाने जा रही हूँ।
मेरी एक बहुत ही प्यारी सहेली है शालिनी।
उसकी उमर कोई 28 साल, कद 5’6″, फ़ीगर 34-28-36, गुलाबी रंग, बड़ी-बड़ी आँखें, गुलाबी होंठ, खूब फूले हुए स्तन, भरे-भरे चूतड़ और उनसे नीचे उतरती सुडौल जांघें। बहुत ही प्यारी और सेक्सी लड़की है वो। हम दोनों कॉलेज से एक साथ हैं और कोई बात एक दूसरे से छुपी हुई नहीं है। और हो भी कैसे सकती है क्योंकि कॉलेज के ज़माने से ही हम दोनों के बीच एक रिश्ता और बन गया।
एक रोज़ मैं उसके साथ उसके घर गई तो घर मैं कोई नहीं था। हम दोनों मज़े से बातें कर रहे थे और मैं उसे सता रही थी कि रविवार को तुम कपिल से मिली थी तो तुम दोनों ने क्या किया था बताओ न मुझे !
शालू शरमा रही थी। कपिल उसका चचेरा भाई था और दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे। दोनों अक्सर घूमने और पिक्चर देखने जाते थे। मेरे आग्रह करने पर उसने बड़े शरमाते हुए बताया कि उस दिन कपिल ने उसका चुम्बन लिया था।
मैंने उसे लिपटा कर उसका गुलाबी गाल चूम लिया- हे बेईमान ! अब बता रही हो?
तो वो शरमा कर हंस दी।
हे शालू ! बता ना और क्या किया था तुम दोनों ने?
बस ना ! सिर्फ़ चुम्मा लिया था उसने ! वो शरमा कर मुस्कराई।
ऐ शालू ! बता न प्लीज ! कैसे किया था?
हट बदतमीज़ ! वो प्यार से मुझे धक्का देकर हंस दी।
मैं उसकी भरी-भरी जांघों पर सिर रख कर लेट गई, उसके गोल गोल दूध मेरे चेहरे के ऊपर थे, मैंने धीरे से उसके दाएँ दूध पर उंगली फेरी- क्यों शालू ! ये नहीं दबाये कपिल ने?
तो उसके चेहरा शरम से लाल हो गया और धीरे से बोली- हाँ !
तो मैंने उसका खूबसूरत गुलाबी चेहरा अपने दोनों हाथों में लेकर गाल चूम लिये- कैसा लगा था शालू?
हाय आइना ! क्या बताऊँ ! मेरी तो जैसे जान निकल गई थी जब उनकी गर्म-गर्म ज़बान मेरे मुँह में आई ! मैं मदहोश हो गई ! उसने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और एकदम से अपना हाथ यहाँ रख दिया !
वो आइना का हाथ अपनी बाईं चूची पर रख कर सिसकी।
मैं तड़प उठी और बहुत मना किया पर वो न माने और दबाते रहे।
फिर शालू ?
आइना, बड़ी मुश्किल से कपिल ने मुझे छोड़ा।
शालू की बातें सुनकर मेरी हालत अजीब होने लगी, ऐसा लग रहा था कि जैसे पूरे जिस्म पर चीटियां दौड़ रही हों।
मेरा यह हाल देख कर शालू मुस्कुराई और मेरे गाल सहला कर बोली- तुमको क्या हो गया आइना?
तो मैंने शरमा कर उसकी जांघों में मुँह छुपा लिया। वो मेरी पीठ सहला रही थी और मेरी हालत खराब हो रही थी क्योंकि मेरा चेहरा बिल्कुल उसकी चूत के ऊपर था जो खूब गर्म हो रही थी और महक रही थी।
मैंने धीरे से उसकी चूत पर प्यार कर लिया तो वो सिसक उठी- आह ! आह आह ! आइना उफ़ ! नहीं ! ना ! प्लीज मत करो !
और मेरे चेहरा उठाया। हम दोनों के चेहरे लाल हो रहे थे, शालू के गुलाबी होंठ कांप रहे थे, मेरे चेहरे को अपने हाथों में लेकर वो सिसकी- आइना !
और मैं भी अपने को ना रोक सकी और उसके गुलाबी कांपते होंठ चूम लिये।
एक आग सी लगी हुई थी हम दोनों के जिस्मों में !
मैं उसके होंठों पर होंठ रख कर सिसक उठी- शालू ! प्लीज मुझे बताओ न कपिल ने कैसे चूमे थे ये प्यारे होंठ?
तो अपने नाज़ुक गुलाबी होंठ दांतों में दबा कर मुस्कुराई- आइना, उसके लिये तो तुमको शालू बनना पड़ेगा।
मैं हंस दी !
उसके गाल चूम कर बोली- चलो ठीक है ! तुम कपिल बन जाओ।
शालू ने अपनी बाहें फैला दी तो मैं उनमें समा गई और वो मेरे गाल, होंठ, आँखें, नाक और गर्दन पर प्यार करने लगी।
तो मैं तड़प उठी- आह आ आह शा शाआलू ऐ ए मा नहीं ओह ओह ओह ऐ री उफ़ ये अह ओह ऊ ऊम अह अह क्या कर रही हो अह है है बस बस नहीं न ऊफ और उसके होंठ मेरे होंठों से चिपक गये और उसकी गुलाबी ज़बान मेरे होंठों पर मचलने लगी।
उसका एक हाथ जैसे ही मेरे दूध पर आया तो मेरी चीख निकल गई- नाआ हि आअ ह अह शाअलु ऊफ़ मत करो प्लीज ये आअह क्या कर रही हो, तो मेरे होंठ चूस तु !
शालू बोली- वो ही तो कर रही हूँ जो कपिल ने मेरे साथ किया था।
मेरी एक बहुत ही प्यारी सहेली है शालिनी।
उसकी उमर कोई 28 साल, कद 5’6″, फ़ीगर 34-28-36, गुलाबी रंग, बड़ी-बड़ी आँखें, गुलाबी होंठ, खूब फूले हुए स्तन, भरे-भरे चूतड़ और उनसे नीचे उतरती सुडौल जांघें। बहुत ही प्यारी और सेक्सी लड़की है वो। हम दोनों कॉलेज से एक साथ हैं और कोई बात एक दूसरे से छुपी हुई नहीं है। और हो भी कैसे सकती है क्योंकि कॉलेज के ज़माने से ही हम दोनों के बीच एक रिश्ता और बन गया।
एक रोज़ मैं उसके साथ उसके घर गई तो घर मैं कोई नहीं था। हम दोनों मज़े से बातें कर रहे थे और मैं उसे सता रही थी कि रविवार को तुम कपिल से मिली थी तो तुम दोनों ने क्या किया था बताओ न मुझे !
शालू शरमा रही थी। कपिल उसका चचेरा भाई था और दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे। दोनों अक्सर घूमने और पिक्चर देखने जाते थे। मेरे आग्रह करने पर उसने बड़े शरमाते हुए बताया कि उस दिन कपिल ने उसका चुम्बन लिया था।
मैंने उसे लिपटा कर उसका गुलाबी गाल चूम लिया- हे बेईमान ! अब बता रही हो?
तो वो शरमा कर हंस दी।
हे शालू ! बता ना और क्या किया था तुम दोनों ने?
बस ना ! सिर्फ़ चुम्मा लिया था उसने ! वो शरमा कर मुस्कराई।
ऐ शालू ! बता न प्लीज ! कैसे किया था?
हट बदतमीज़ ! वो प्यार से मुझे धक्का देकर हंस दी।
मैं उसकी भरी-भरी जांघों पर सिर रख कर लेट गई, उसके गोल गोल दूध मेरे चेहरे के ऊपर थे, मैंने धीरे से उसके दाएँ दूध पर उंगली फेरी- क्यों शालू ! ये नहीं दबाये कपिल ने?
तो उसके चेहरा शरम से लाल हो गया और धीरे से बोली- हाँ !
तो मैंने उसका खूबसूरत गुलाबी चेहरा अपने दोनों हाथों में लेकर गाल चूम लिये- कैसा लगा था शालू?
हाय आइना ! क्या बताऊँ ! मेरी तो जैसे जान निकल गई थी जब उनकी गर्म-गर्म ज़बान मेरे मुँह में आई ! मैं मदहोश हो गई ! उसने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और एकदम से अपना हाथ यहाँ रख दिया !
वो आइना का हाथ अपनी बाईं चूची पर रख कर सिसकी।
मैं तड़प उठी और बहुत मना किया पर वो न माने और दबाते रहे।
फिर शालू ?
आइना, बड़ी मुश्किल से कपिल ने मुझे छोड़ा।
शालू की बातें सुनकर मेरी हालत अजीब होने लगी, ऐसा लग रहा था कि जैसे पूरे जिस्म पर चीटियां दौड़ रही हों।
मेरा यह हाल देख कर शालू मुस्कुराई और मेरे गाल सहला कर बोली- तुमको क्या हो गया आइना?
तो मैंने शरमा कर उसकी जांघों में मुँह छुपा लिया। वो मेरी पीठ सहला रही थी और मेरी हालत खराब हो रही थी क्योंकि मेरा चेहरा बिल्कुल उसकी चूत के ऊपर था जो खूब गर्म हो रही थी और महक रही थी।
मैंने धीरे से उसकी चूत पर प्यार कर लिया तो वो सिसक उठी- आह ! आह आह ! आइना उफ़ ! नहीं ! ना ! प्लीज मत करो !
और मेरे चेहरा उठाया। हम दोनों के चेहरे लाल हो रहे थे, शालू के गुलाबी होंठ कांप रहे थे, मेरे चेहरे को अपने हाथों में लेकर वो सिसकी- आइना !
और मैं भी अपने को ना रोक सकी और उसके गुलाबी कांपते होंठ चूम लिये।
एक आग सी लगी हुई थी हम दोनों के जिस्मों में !
मैं उसके होंठों पर होंठ रख कर सिसक उठी- शालू ! प्लीज मुझे बताओ न कपिल ने कैसे चूमे थे ये प्यारे होंठ?
तो अपने नाज़ुक गुलाबी होंठ दांतों में दबा कर मुस्कुराई- आइना, उसके लिये तो तुमको शालू बनना पड़ेगा।
मैं हंस दी !
उसके गाल चूम कर बोली- चलो ठीक है ! तुम कपिल बन जाओ।
शालू ने अपनी बाहें फैला दी तो मैं उनमें समा गई और वो मेरे गाल, होंठ, आँखें, नाक और गर्दन पर प्यार करने लगी।
तो मैं तड़प उठी- आह आ आह शा शाआलू ऐ ए मा नहीं ओह ओह ओह ऐ री उफ़ ये अह ओह ऊ ऊम अह अह क्या कर रही हो अह है है बस बस नहीं न ऊफ और उसके होंठ मेरे होंठों से चिपक गये और उसकी गुलाबी ज़बान मेरे होंठों पर मचलने लगी।
उसका एक हाथ जैसे ही मेरे दूध पर आया तो मेरी चीख निकल गई- नाआ हि आअ ह अह शाअलु ऊफ़ मत करो प्लीज ये आअह क्या कर रही हो, तो मेरे होंठ चूस तु !
शालू बोली- वो ही तो कर रही हूँ जो कपिल ने मेरे साथ किया था।