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Girl friend sex stories collection

Posted: 31 Jul 2015 10:19
by sexy
शादीशुदा गर्लफ्रेंड - Shadishuda Girlfriend


मैं आपका दोस्त संदीप एक बार फिर हाजिर हूँ कुंवारी चाची की चुदाई की स्टोरी के बाद .. कैसे मैंने अपनी शादीशुदा गर्लफ्रेंड को चोदा ...

जब मैं बी.टेक. कर रहा था तभी पायल नाम की लड़की से मेरी दोस्ती फोन पर हुई। मैंने उसे देखा नहीं था पर मैं उसे बहुत प्यार करने लगा था। धीरे-२ हम लोगों में इतना प्यार हो गया था कि हम एक दूसरे से फोन पर ४ घंटे तक रोज बात करते थे और जैसे -२ प्यार बढ़ता गया, हम मन से होते हुए तन पर चले गये। हम लोग फोन पर ही सेक्स करते थे। वो इतनी सेक्सी बातें करती थी कि वो वहाँ उंगली डाल कर अपनी आग बुझाती थी और मैं मुठ मार कर अपनी जवानी की तड़प शांत करता था। पर जब भी मैं उससे मिलने को कहता था वो कोई न कोई बाहना बना कर मुझे चुप करा देती थी। मुझे समझ में नहीं आता था कि उसके मन में क्या था ...

धीरे-२ वक़्त गुजरता गया। हमारे इस चक्कर को २ साल हो गये थे पर मैं उसे देख भी न सका था। मैं सुल्तानपुर से बी टेक कर रहा था और वो बनारस की थी। फिर भी मैं उसकी चाहत में मजबूर था।

मेरा यह भ्रम तो तब टूटा जब मैंने अपना कोर्स पूरा कर लिया और मेरी जॉब लग गई।

तो मैंने उससे शादी के लिए कहा तो उसने अचानक ही अपने सारे नंबर बंद कर लिए। मेरा दिमाग आपे से बाहर हो गया, मैं उसे ऐसे कैसे जाने देता जिसके लिए मैंने कितनी बार मुठ मारी थी। मैंने अपने कुछ दोस्तों की मदद ले के उसके नम्बर की आईडी निकलवाई और बनारस आ गया ...

अपने दोस्तों को नीचे खड़ा करके जैसे ही मैं उस पते पर पहुंचा, वहाँ मेरे सपनों की मल्लिका ने नहीं, एक ३५ साल की औरत ने दरवाजा खोला। फोन पर वो मुझे हमेशा २२ साल की लड़की बताती रही थी। मुझे बहुत तकलीफ हुई, मैंने उससे बदला लेने की अपने दिमाग में ठान ली...

वैसे मैं आपको बता दूँ कि वो ३५ साल की औरत भी इतनी माल थी कि १८ साल की लड़कियों को पानी भरा दे। उसका फिगर ३४-३०-३८ का था। मेरा तो लंड देख के ही फनफना गया पर जब सब बातें सामने आई तो वो रोने लगी, बोली- चाहे जो कर लो, पर मेरे पति को कुछ मत बताना, मेरा घर बर्बाद हो जायेगा..

मैंने कहा- ठीक है मुझे खुश करना होगा सारी जिन्दगी !

और वो राजी हो गई...

वो मुझे अपने बेडरूम में ले गई। उसकी गांड और उभरे हुए स्तनों के उभरे हुए चुचूक देख कर मेरे लंड महाराज आपे से बाहर हो रहे थे। बेडरूम में आते मैंने उसको अपनी बाहों भर लिया और उसके रसीले होटों पर अपने होंट टिका दिए। मै १० मिनट तक उसके होटों को चूसता रहा। मेरा एक हाथ उसके पिछवाड़े को सहला रहा था तो दूसरा उसकी चूची को मसल रहा था।

मैंने उसको बेड पर गिरा दिया और उसके पल्लू को हटाया। जोश-२ में मैंने उसके ब्लाउज़ के बटन को तोड़ दिए। अन्दर वो काली ब्रा पहने हुई थी और चूचियां तो जैसे ब्रा को फाड़ कर निकलने को बेताब थी। मैंने उसको उल्टा लिटा कर ब्रा का हुक खोल दिया, एक चूची को मुँह में ले कर दूसरी को दबाना शुरु कर दिया...

उसके मुँह से आह आह ऊ ऊह आह..की आवाजें आ रही थी... उसकी गांड बहुत ही ज्यादा मस्त थी, उसको सहलाते हुए मैंने उसका पेटीकोट नीचे खिसका दिया... क्या माल थी ! मै कैसे बयाँ करूँ शब्द नहीं है मेरे पास ! गोरी संगमरमर जैसी जांघें ... काली पैंटी में बहुत ही खूबसूरत लग रही थी। मैंने महसूस किया कि उसकी पैंटी गीली हो चुकी थी। मैंने अपने दाँतों से उसकी पैंटी नीचे खिसका दी। उसकी चूत पर हल्के-२ काल बाल थे। मैंने अपने होटों को उसके नीचे के होटों से मिला दिया.. और जी भर के चूसने लगा .... वो आह अहः आह ओह्ह के साथ बोल रही थी- आज तुम्हीं मेरे मालिक हो ! मेरी प्यास बुझा दो ! मेरे पति से कुछ नहीं होता ! मुझे गरम कर के खुद लुढ़क जाते हैं .. आज तुम मिले हो, मेरी आग बुझा दो ...

मैं उसकी चूत चूस रहा था, तभी वो पलटी और मेरी जींस उतार दी, अंडरवियर भी और मेरे ७ इंच के लंड को मुँह में ले कर लॉलीपोप की तरह चूसने लगी...

मैं भी जोश में आ कर उसके मुँह में धक्के मारने लगा। कुछ देर बाद मैं झड़ गया और यहाँ इसकी चूत ने भी पानी फेंक दिया... वो मेरा और मैं उसका सारा अमृत जल पी गये...

इसके बाद मैंने उसे कुतिया स्टाइल में होने को कहा। शायद वो सब जानती थी, झट से अपनी गांड खोल कर झुक गई। मैंने पीछे से उसकी चूत में लंड पेल दिया। कई सालों से लंड खा रही थी सो आराम से झेल गई मेरा ७ इंच का लौडा...

मैंने भी जोर जोर से चुदाई शुरु कर दी...

उसके मुँह से पता नहीं क्या-२ निकल रहा था ...चोदो मेरे राजा... मेरे पति का तो अब खड़ा भी नहीं होता ! सही से मुझे तुम से जवान मर्द की तलाश थी ... भोसड़ा बना दो आज मेरी चूत का ... आह्ह ... ऊह ... उम्म्म ... राजा .... आह्ह ... उम्म्म ... सीई ... सीई .. मेरे राजा मेरे मालिक ...

मैं भी अपनी मस्ती में पेले जा रहा था... अचानक उसका जिस्म अकड़ने लगा- और जोर से मेरे राजा ! मेरा होने वाला है ! आज तीन साल बाद मेरी आग बुझेगी और जोर से.. आह ... उम्म्म्म... सीई .... आः....

और उसकी चूत ने लावा फेंक दिया.. मैं भी मंजिल पर पहुँचने वाला था ... मैंने स्पीड बढ़ा दी ...१०-१५ झटकों में ही मैंने अपनी आग उसके भोंसड़े में भर दी...

यह थी मेरी दूसरी चुदाई चाची की चुदाई के बाद ...

आपको मेरी यह वास्तविक कहानी कैसी लगी, जरुर जवाब दें ! खासकर हर शादीशुदा और कुंवारी लड़की जो अन्तर्वासना से जुड़ी है ...

Re: Girl friend sex stories collection

Posted: 31 Jul 2015 10:20
by sexy
कुछ दिन सबर करो ! - Kuchh Din Sabr Karo


दोस्तो, मेरा नाम रोहित है और मैं अंबिकापुर का रहने वाला हूँ। आज मैं आप लोगो को अपनी सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ।

बात आज से दो साल पहले की है, मेरी दोस्ती नेट से अंबिकापुर के पास में ही रहने वाली एक लड़की से हुई, वो अंबिकापुर से २५ किलोमीटर दूर रहती थी और रोज सुबह अंबिकापुर के कॉलेज आती थी।

पहले २-३ दिन तो हमने नेट में ही ४-५ बजे तक बात की, उसके बाद मैंने उससे उसका मोबाइल नंबर माँगा जो कि उसने देने से मना कर दिया। फिर मैंने उसे अपना नंबर दिया और कहा कि जब तुम्हें लगे कि हमें फ़ोन से बात करनी चाहिए तुम खुद मुझे कॉल कर लेना !

उसने बोला- ठीक है !

जैसा मैंने सोचा था, दो दिन बाद उसका कॉल आया, उससे पहली बार बात करके ही मुझे लगा कि उसमें चुदाई की बहुत प्यास है। मैंने भी देर ना करते हुये पहले ही दिन उसके साथ फ़ोन सेक्स किया, फिर हम रोज ही फ़ोन सेक्स करने लगे।

कुछ दिनों बाद मैंने उसे बोला- मैं तुमसे मिलना चाहता हूँ !

तो वो पहले तो ना नुकुर करने लगी, फिर मान गईइ। मंगलवार की दोपहर को वो अपने घर में कुछ बहाना करके अंबिकापुर आई, उसने मुझे कॉल करके बोला कि वो एक रेस्टोरेंट में है। मैं जैसे ही रेस्टोरेंट के नीचे पहुंचा, वो मेरी कार में आकर बैठ गई। उसने जींस और टी-शर्ट पहन रखी थी और बहुत ही सेक्सी दिख रही थी। जैसे ही मैने कार टाऊन से बाहर निकाली, वो मुझसे लिपट गई और मुझे पागलों के जैसे चूमने लगी। मैंने भी देर न करते हुए कार को सुनसान जगह में रोक दिया और उसे चूमने लगा।

वो मदहोश होने लगी थी, मैंने मौके का फायदा उठाते हुए उसके मम्मों को कपड़ो के ऊपर से दबाना शुरु कर दिया। उसने पहले बोला कि यह क्या कर रहे हो?

तो मैंने बोला- तुझे प्यार कर रहा हूँ मेरी जान !

तो उसने मुझे दिखाने के लिए बोला- ये सब गलत है !

तो मैने बोला- प्यार में कुछ सही-गलत नहीं होता !

फिर वो मान गई, मैंने उसका टॉप ऊपर कर दिया। उसने सफ़ेद रंग की ब्रा पहनी थी। जैसे ही मैंने उसकी ब्रा खोलनी चाही, उसने मुझे अपनी बाहों में कस लिया और बोली- आज नहीं कुछ दिन सबर करो !

मैंने भी जल्दबाजी नहीं की और उस दिन सिर्फ चुम्बन और मम्मों को दबा के काम चला लिया। फिर तो हम रोज मिलने लगे, वो रोज कॉलेज आती और मैं उसे कॉलेज के सामने से अपनी कार में बैठा के ले जाता और कॉलेज ख़त्म होने के पहले कॉलेज के सामने छोड़ देता था, सुबह ७ बजे से लेकर दोपहर को २ बजे तक हम घूमते रहते थे मैं उसके मम्मे चूसता था वो मेरा लौड़ा चूसती थी। मैं कार चलाता रहता और वो मुझे चलती कार में किस करती और मेरे लौड़े से खेलती रहती थी, पर कभी कार में चुदाई का मौका नहीं मिला।

एक दिन नवरात्र की रात को मैं जगराते में घर से बाहर था, रात को ११ बजे उसका कॉल आया कि प्लीज़, आज रात मेरे घर आ जाओ !

मैंने बोला- तू पागल हो गई है? खुद भी मरेगी और मुझे भी मरवाएगी !

तो उसने बोला- घर में सब सो गए हैं, आज मुझे रात भर जी भर के चोदना ! बस एक बार आ जाओ !

उसकी ऐसी बातें सुन कर मेरा भी लौड़ा खड़ा हो गया। मैंने जाकर वोदका के चार पैग पिए और दो पैग कोल्ड ड्रिंक के साथ मिलाकर पैक करवा के उसके घर ले गया। पहली बार उसके घर जाने में मेरी गांड तो फट रही थी पर सामने वो नंगी भी दिख रही थी। मैने सोचा- आज जो भी हो जाये, आज तो उसको चोद के रहूँगा !

मैं जैसे ही उसके घर पहुंचा, वो मुझसे लिपट गई। मैने बोला- मैने तेरी बात मानी, अब तुझे भी मेरी बात माननी होगी और ये वोदका पीनी पड़ेगी !

वो मान गई, उसने एक ही बार में दोनों पैग वोदका पी लिए। फिर वोदका के नशे में झूमते हुए उसने मेरी जींस में हाथ डाल दिया और मेरा लौड़ा बाहर निकाल के चूसने लगी.....

दोस्तो, रात के दो बज गए हैं और यह कहानी लिखते लिखते मेरा लौड़ा खड़ा हो चुका है, आगे की कहानी आपके विचारों के बाद जारी रहेगी…

Re: Girl friend sex stories collection

Posted: 31 Jul 2015 10:20
by sexy
मैं और शेफाली जयपुर में - Mai Aur Shefali


मेरा नाम रोहित है, मैं जयपुर में रहता हूँ। मैं दिखने में सामान्य हूँ। हर लड़की को देख कर उसे चोदने का मन करता है मेरा।

मुझे एक लड़की पसंद थी लेकिन मैं कभी उसे कह नहीं पाया।

अब काम की बात हो जाए !

मुझे अपने पड़ोस में एक लड़की पसंद है। अक्सर वो मुझे देख कर मुस्करा जाती थी, मैं भी मुस्कुरा देता था, लेकिन कभी बात नहीं हो पाई थी। बस उसका नाम शेफाली है यही जान पाया था। करीब ४ महीने पहले वो मुझे बाज़ार में दिखी। मैंने उसे हाय किया और बात करनी शुरु कर दी।

मैंने उसी मित्रता का निमन्त्रण दिया और उसने स्वीकार कर लिया। हम दोनों एक दूसरे का मोबाइल नम्बर लेकर घर चले गए। मैं रात को भी सपनों में उसी को ही देखता था। अब हम फ़ोन पर बातें करने लगे, उसे भी ये सब अच्छा लगने लगा। हम लोग हर रोज़ घंटों फ़ोन पर बातें करने लगे।

एक दिन उसने मुझे अपने घर में बुलाया। मैं उसके घर गया तब वो घर में अकेली थी और जींस-टॉप में थी। क्या सेक्सी लग रही थी- उसे देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया। मैंने अपने आप को सँभालने की कोशिश की। शेफ (शेफाली) ने मेरा लंड देख कर अनदेखा कर दिया। हम इधर उधर की बातें करने लगे।

तभी मैंने उससे उसके बॉयफ़्रेन्ड के बारे में पूछा तो बोली- उसका कोई बॉयफ़्रेन्ड नहीं है। मुझे लगा अब तो कुंवारी चूत मिल जाएगी। लेकिन मैंने सम्हालते हुए बात जारी रखी। उसके बाद हम दोनों बाइक पर घूमने चले गए। वो मेरे पीछे बैठी थी तब उसके स्तन मेरी पीठ को लगते तो बड़ा मजा आता। मेरा लंड बार बार खड़ा होने लगा। मुझे सहन नहीं हो रहा था तब मैंने तय किया शेफ को आज तो जरुर करुँगा, उसकी चुदाई के मजे लूँगा।

पहले हम एक रेस्तराँ में गए। वहाँ खाने का आर्डर देने के बाद मैंने उससे कहा- मैं तुमसे एक बात कहना चाहता हूँ !

तो बोली- बोलो !

मैंने कहा- बुरा मत मानना !

वो बोली- ठीक है ! मैं बहुत कोशिश करके बोला- शेफ ! मैं तुमसे प्यार करता हूँ ! आय लव यू !

तो वो एक बार तो मुझे घूरती रही, मैं डर गया तो अचानक मुझे गले लगा कर बोली- आय लव यू ठू !

मैं बहुत खुश हुआ। उसके बाद हम दोनों अपने अपने घर चले गए।

अगले दिन भी उसके घर कोई नहीं था, मैंने उससे कहा कि मैं उसे चोदना चाहता हूँ !

वो खुश होकर बोली- मैं भी तो यही चाहती हूँ !

मैं उसे उसके कमरे में ले जाकर उसके स्तन चूमने लगा। फिर उसके वक्ष को पहले उसके टॉप फिर उसके ब्रा से आजाद किया।

क्या तो मस्त माल लग रही थी वो !

मैं उसके स्तन बहुत तेज़ दबाने लगा। वो चिल्लाने लगी- आआऽऽ आअह्ह्ह्ह्हऽऽ

मुझे भी मजा आ रहा था। वो मेरा लंड पकड़ कर दबाने लगी। मैं बोला- जान पहले जींस तो खोलने दो !

तो उसने एक बार में ही मेरी जींस खोल दी फ़िर मेरा बनियान उतारने लगी। अब मैं केवल अंडरवियर में था। मैंने भी उसकी जींस उतार कर फेंक दी और उसकी चूत को नंगा करने के लिए पैंटी भी उतार दी। अब वो पूर्ण-नग्न थी। उसकी चूत तो क्या मस्त थी, बाल से भरी हुई बिल्कुल नंगी चूत ! कुंवारी चूत ! जो अब चुदवाने वाली थी !

फिर उसने मेरी अंडरवियर खोल दी और मेरा ७ इंच का लौड़ा बाहर आ गया जो सिर्फ चूत को चोदना चाहता था।

मैं उसकी चूत को हाथ से चोदने लगा, वो आवाजें निकालने लगी- आऽऽ आहऽऽऽ मऽरऽ गऽऽऽऽईऽऽऽऽ रोहीईईईईईईत चोदू ऊओ !

मैं डर गया कि कहीं कोई आ न जाये तो मैंने उसको चुप कराया और चूत से हाथ निकाल लिया। थोड़ी देर बाद वो उठी और मेरा लंड पकड़ कर मुँह में लेने लगी।

मैंने कहा- अब चोदें?

तो बोली- जानू, चोदो, मगर धीरे से ! पहली बार कर रही हूँ.....

मैं बोला- अब दर्द नहीं होगा ! मैं ऐसा चोदूंगा कि कुछ पता ही नहीं चलेगा...

फिर मैं उसकी चूत में धीरे धीरे आराम से लण्ड डालने लगा, धीरे धीरे उसकी चूत फटने लगी........

वो धीरे धीरे आवाजें निकाल रही थी....अहऽऽ ओहऽऽअ

लेकिन ज्यादा तेज़ नहीं...

कुछ देर बाद वो सामान्य होकर मेरा साथ देने लगी। अब मैंने स्पीड बढ़ा दी.............

वो बोली- रोहित फास्ट करो ! मुझे चोदो......... प्ल्ज्ज्ज्ज्ज्ज तेज्ज करओ ऊऽऽ

मैं बोला- अभी करता हूँ मेरी जानेमन !

फिर मैं तेज़ तेज़ उसे चोदने लगा

१५ मिनट बाद वो झड़ गई लेकिन मैं तेजी से चोद रहा था ....

वो बोली- रुको !

पर मैं मानने वाला कहाँ था, मैं तेजी से करता रहा.... करीब १० मिनट बाद मैं भी झड़ गया .... फिर २० मिनट बाद हम फिर शुरू हो गए.... उस दिन ६ बार उसको चोदा !

मज़ा आ गया दोस्तो....

आप सब बतायें कि मेरी कहानी कैसी लगी आपको......