कमीना--1
writer-RKS
hindi font by me
दोस्तो आपके लिए एक और कहानी पेश है
चेतावनी ........... ये कहानी समाज के नियमो के खिलाफ है क्योंकि हमारा समाज मा बेटे और भाई बहन और बाप बेटी के रिश्ते को सबसे पवित्र रिश्ता मानता है अतः जिन भाइयो को इन रिश्तो की कहानियाँ पढ़ने से अरुचि होती हो वह ये कहानी ना पढ़े क्योंकि ये कहानी एक पारवारिक सेक्स की कहानी है
सुबह-सुबह रोहित अपने जूते पहनता हुआ अपने छोटे भाई रवि को आवाज़ लगाते हुए
रोहित- अरे रवि ज़रा मेरा बॅग दे दे मुझे ऑफीस के लिए देर हो रही है,
रवि- लाया भैया
रवि अपने भैया के रूम से उसका बॅग लेने जाता है तभी उसे रोहित के बेड के उपर एक बुक नज़र आती है जिसके बीच मे
कोई फोटो रखी हुई थी, रवि उत्सुकता से उस बुक को उठाता है और उसमे रखी तस्वीर को देखता है तो देखता ही रह जाता है, वह तस्वीर किसी लड़की की थी जो कि बला की खूबसूरत थी, वह लड़की ब्लू कलर की साडी पहने हुए थी और साडी उसने अपनी नाभि के काफ़ी नीचे बाँधी हुई थी, थोड़ी मोटी थी जिसके कारण उसका पेट थोड़ा उभरा हुआ लग रहा था और गहरी नाभि के कारण बहुत ही मस्ताना दिखाई दे रहा था, कोई भी उसके भरे हुए गदराए पेट को देखे तो उसका लंड खड़ा हुए बिना
नही रह पाएगा, उसके दूध का कसा हुआ उभार उसके पल्लू के उपर से भी नज़र आ रहा, उसके दूध लगभग 38 के नज़र
आ रहे थे, उसका गोरा रंग, 5.9 के लगभग हाइट, और उसकी कमर के नीचे का पूरा पोर्षन काफ़ी जबरदस्त और भारी
नज़र आ रहा था, लेकिन उसकी लंबी हाइट होने की वजह से वह मोटी नज़र नही आती थी बल्कि एक भरी पूरी गदराई औरत नज़र आ रही थी, उसका चेहरा साउत आक्ट्रेस नामिता जैसा था या यू कह लीजिए वह पूरी नामिता जैसी ही दिखाई दे रही थी,
और उसकी उमर भी करीब 28 साल के आसपास नज़र आ रही थी.
रवि उसके हुस्न और गदराई जवानी को देख कर मस्त हो गया और जब उसने उसके गदराए गोरे पेट और गहरी नाभि को देखा
तो उसका लंड खड़ा हो गया और रवि अपने लंड को मसल कर अपने पाजामे मे अड्जस्ट करता हुआ मन ही मन सोचने लगा कि
जब यह हुस्न की मालिका केवल फोटो से ही मेरा लंड टनटना सकती है तो अगर यह मेरे सामने आ जाएगी तो मेरा क्या होगा,
और रवि उस लड़की को फोटो के उपर से ही चूमता हुआ, हे मेरी रानी पता नही तू कौन है एक बार मिल जा तुझे पूरी नंगी
करके इस कदर चोदुन्गा कि तू अपनी सारी जिंदगी केवल मेरे ही मोटे लंड को याद कर के बिता देगी और फिर रवि ने जल्दी से
उस तस्वीर को बुक के अंदर रख दिया और अपने भाई का बॅग लेकर बाहर आ गया,
तभी दूसरी और से वाइट कलर की पतली सी मॅक्सी पहने हुए पायल एक हाथ मे अपने भैया का टिफिन और दूसरे हाथ मे
कॉफी की ट्रे लेकर मुस्कुराती हुई लीजिए भैया आपका टिफिन और कॉफी दोनो रेडी है,
रोहित- कॉफी लेते हुए थॅंक्स पायल तू हम सब का कितना केर करती है तू ना होती तो पता नही हम दोनो भाइयो का गुज़ारा कैसे होता,
पायल- इसीलिए तो कहती हू भैया अब जल्दी से हमारे लिए एक भाभी ले आइए तो मज़ा आ जाएगा, क्यो रवि मे ठीक कह रही
हू ना,
रवि - अरे दीदी तुम कह तो ठीक रही हो पर भैया को अपने काम से फ़ुर्सत मिले तब ना
रोहित- अरे बाबा क्या करू काम भी तो देखना पड़ेगा ना पर तुम लोगो की इच्छा अब मे जल्दी ही पूरी कर दूँगा
पायल- चहक्ती हुई सच भैया
रोहित- हा भाई हा
पायल- तो बताओ ना क्या तुमने कही अपनी बात चलाई है
रोहित- सोफे से उठता हुआ चलो बाइ अभी मे जा रहा हू शाम को बात करेगे और घर से बाहर निकल जाता है
पायल रवि को देखती है तो वह बैठा-बैठा पायल को ही घूर रहा था,
पायल- अब बैठा -बैठा मेरा मुँह क्या देख रहा है चल जल्दी से तैयार हो जा हमे भी कॉलेज जाना है ना,
और फिर पायल उठ कर किचन मे जाती है और रवि बैठा-बैठा पायल को देखने लगता है और फिर उसकी नज़रे पायल की मॅक्सी
मे लहराते गदराए मोटे-मोटे चुतडो पर चली जाती है और उसका लंड फिर से अकड़ने लगता है, तभी पायल एक दम से
चलते हुए पलट कर रवि की ओर देखती है और रवि की नज़रे अपनी मोटी गान्ड की ओर पाकर एक दम रुक जाती है और रवि
सकपका कर अपनी नज़रे दूसरी ओर कर लेता है, और पायल के चेहरे पर एक हल्की सी स्माइल आ जाती है और वह फिर से पलट
कर किचन मे चली जाती है,
पायल एक 25 साल की बहुत खूबसूरत और भरे बदन की लड़की थी लेकिन वह काफ़ी तेज मिज़ाज की थी उसका पूरा फिगुर एक निश्चित
साँचे मे ढला हुआ था उसकी कमर और दूध 36 के थे और वह काफ़ी गोरी थी और उसकी भी हाइट लगभग 5.8" की थी,
वह अड्वान्स लाइफ पसंद करती थी, उसका छोटा भाई रवि उससे 2 साल छोटा था लेकिन उसका बड़ा भाई रोहित उससे करीब 5 साल
बड़ा था, रोहित एक कोम्पनी मे सेल्स मॅनेजर की पोस्ट पर था और उसकी सॅलरी से ही उसके घर का खर्च चलता था, उसके
मा - बाप बीमारी के चलते 4 साल पहले गुजर चुके थे,
कमीना compleet
Re: कमीना
रवि अपने रूम मे जाकर अपनी खिड़की से वेट करने लगा कि कब पायल बाथरूम मे नहाने के लिए जाए, और जैसे ही पायल अपनी ब्रा और पेंटी और एक टॉवेल लेकर बाथरूम मे घुसती है, रवि चुपचाप बाथरूम के दरवाजे के पास जाकर की होल से अपनी आँखे दरवाजे के की होल से सटा देता है, पायल अपनी ब्रा-पेंटी और टॉवेल को टांग कर अपनी वाइट कलर की मॅक्सी को अपने परो के पास से पकड़ कर अपने गले से जैसे ही उतारती है उसकी ब्लॅक कलर की उसके मोटे चुतडो मे कसी पेंटी और
ब्लॅक कलर की उसके मोटे-मोटे दूध को बँधे ब्रा नज़र आ जाती है और रवि का लोड्ा पूरी तरह भनभाना जाता है, पायल
का दूधिया बदन उसकी ब्लॅक पेंटी और ब्रा मे बहुत ही खूबसूरत लग रहा था उसकी पेंटी से उसकी चूत का फूला हुआ
उभार देख कर रवि के मुँह मे पानी आ गया, उसकी गोरी-गोरी मोटी गुदाज जाँघो ने रवि को पागल कर दिया और उसके
खूबसूरत पेट और गहरी नाभि को देख कर रवि का मन होने लगा कि अभी अपनी दीदी को अपनी गोद मे उठा कर अपने सीने से
लगा कर खूब कस कर उसकी चूत मारे, फिर जैसे ही पायल शॅंपू लेने के लिए दूसरी और घूमी तो रवि को अपनी दीदी के
मोटे-मोटे फैले हुए भारी- भारी गोरे चुतड नज़र आ गये उसकी भारी गान्ड की मोटी दरार के बीच उसकी पेंटी पूरी
तरह फसि हुई थी,
रवि ने अपने लंड को निकाल कर सहलाते हुए अपनी दीदी की मोटी गदराई गान्ड को देखने लगा, पायल ने अपने बालो पर शॅंपू
करने के बाद शावर ऑन कर दिया और उसके गोरे बदन को पानी ने पूरा भिगो कर और सेक्सी बना दिया था फिर पायल ने अपनी
मोटी छातियो पर कसी हुई ब्रा का हुक खोल कर उसे अलग कर दिया और उसके मोटे-मोटे दूध एक दम से आज़ाद हो गये, पायल
के दूध काफ़ी बड़े और किसी बॉल की तरह ठोस नज़र आ रहे थे, रवि अपने मन मे सोचता हुआ कितनी कड़ी-कड़ी चुचिया
है दीदी की एक बार दबाने को मिल जाए तो उनको दबा-दबा कर सारा रस निकाल लूँगा और अपने लंड को सहलाने लगा,
पायल अपने दूध और अपनी बगल, अपने पेट और पीठ पर साबुन लगा-लगा कर मलने लगी जब वह अपने दूध पर साबुन
लगाती तो उसके मोटे -मोटे दूध के निप्पल तन जाते थे उसके निप्पल काफ़ी बड़े और गुलाबी नज़र आ रहे थे, फिर जैसे ही
पायल ने अपनी पेंटी मे हाथ डाल कर उसे नीचे सरका दिया तो रवि ने अपनी दीदी की बिना बालो वाली चिकनी चूत को देख कर
पागल हो गया और अपने लंड को ज़ोर -ज़ोर से हिलाने लगा, पायल ने जल्दी से अपनी चूत और मोटी गान्ड पर साबुन लगाया और फिर
शावर ऑन कर के अपने बदन को धोने लगी और उसका गोरा बदन फिर से चमकने लगा, पायल घूम-घूम कर अपने बदन
को पानी से धो रही थी,
ब्लॅक कलर की उसके मोटे-मोटे दूध को बँधे ब्रा नज़र आ जाती है और रवि का लोड्ा पूरी तरह भनभाना जाता है, पायल
का दूधिया बदन उसकी ब्लॅक पेंटी और ब्रा मे बहुत ही खूबसूरत लग रहा था उसकी पेंटी से उसकी चूत का फूला हुआ
उभार देख कर रवि के मुँह मे पानी आ गया, उसकी गोरी-गोरी मोटी गुदाज जाँघो ने रवि को पागल कर दिया और उसके
खूबसूरत पेट और गहरी नाभि को देख कर रवि का मन होने लगा कि अभी अपनी दीदी को अपनी गोद मे उठा कर अपने सीने से
लगा कर खूब कस कर उसकी चूत मारे, फिर जैसे ही पायल शॅंपू लेने के लिए दूसरी और घूमी तो रवि को अपनी दीदी के
मोटे-मोटे फैले हुए भारी- भारी गोरे चुतड नज़र आ गये उसकी भारी गान्ड की मोटी दरार के बीच उसकी पेंटी पूरी
तरह फसि हुई थी,
रवि ने अपने लंड को निकाल कर सहलाते हुए अपनी दीदी की मोटी गदराई गान्ड को देखने लगा, पायल ने अपने बालो पर शॅंपू
करने के बाद शावर ऑन कर दिया और उसके गोरे बदन को पानी ने पूरा भिगो कर और सेक्सी बना दिया था फिर पायल ने अपनी
मोटी छातियो पर कसी हुई ब्रा का हुक खोल कर उसे अलग कर दिया और उसके मोटे-मोटे दूध एक दम से आज़ाद हो गये, पायल
के दूध काफ़ी बड़े और किसी बॉल की तरह ठोस नज़र आ रहे थे, रवि अपने मन मे सोचता हुआ कितनी कड़ी-कड़ी चुचिया
है दीदी की एक बार दबाने को मिल जाए तो उनको दबा-दबा कर सारा रस निकाल लूँगा और अपने लंड को सहलाने लगा,
पायल अपने दूध और अपनी बगल, अपने पेट और पीठ पर साबुन लगा-लगा कर मलने लगी जब वह अपने दूध पर साबुन
लगाती तो उसके मोटे -मोटे दूध के निप्पल तन जाते थे उसके निप्पल काफ़ी बड़े और गुलाबी नज़र आ रहे थे, फिर जैसे ही
पायल ने अपनी पेंटी मे हाथ डाल कर उसे नीचे सरका दिया तो रवि ने अपनी दीदी की बिना बालो वाली चिकनी चूत को देख कर
पागल हो गया और अपने लंड को ज़ोर -ज़ोर से हिलाने लगा, पायल ने जल्दी से अपनी चूत और मोटी गान्ड पर साबुन लगाया और फिर
शावर ऑन कर के अपने बदन को धोने लगी और उसका गोरा बदन फिर से चमकने लगा, पायल घूम-घूम कर अपने बदन
को पानी से धो रही थी,
Re: कमीना
रवि की आँखो के सामने कभी पायल की मोटी गान्ड आ जाती कभी उसकी फूली हुई उभरी चूत आ जाती ,
उसकी चिकनी चूत की लकीर खड़े होने पर भी काफ़ी खुली हुई नज़र आ रही थी जिसके कारण उसका उठा हुआ दाना भी नज़र
आरहा था, पायल ने जल्दी से नाहकार अपने बदन को टॉवेल से पोछा और अपनी ब्रा और पेंटी पहन कर टॉवेल लपेटने लगी
तभी रवि जल्दी से अपने रूम के अंदर चला गया और पायल बाथरूम से निकल कर,
पायल- रवि जा जल्दी से नहा कर रेडी हो जा कहती हुई अपने रूम मे चली गई,
रवि से रहा नही गया और वह बाथरूम मे जाकर पूरा नंगा हो गया और अपनी दीदी की उतरी हुई ब्रा और पेंटी को अपने
हाथो मे लेकर देखता हुआ अपनी दीदी की चूत की कल्पना करते हुए अपने लंड को हिलाने लगा और अपनी आँखे बंद करके
कभी सोचता कि वह अपनी दीदी के नंगे बदन से चिपक रहा है कभी सोचता कि वह अपनी दीदी की चूत को खूब ज़ोर-ज़ोर से
फैला कर चाट रहा है, कभी सोचता कि अपनी दीदी की मोटी जंघे फैला कर अपने मोटे लंड से उसकी चूत मार रहा है,
उसने अपनी दीदी की मस्त गोरी चिकनी चूत को सोचते हुए अपनी दीदी की चूत को चोदने की कल्पना करते हुए अपना वीर्य निकाल
दिया और फिर दो मिनिट तक अपने लंड से अपना वीर्य दबा-दबा कर निचोड़ता हुआ शावर को ऑन करके नहाने लगा और
फिर नहा कर रेडी हो गया,
दरअसल एक दिन रवि ने अपनी दीदी को अपनी ब्रा और पेंटी हाथ मे लेकर बाथरूम मे घुसते देखा तो उसके मन मे
अचानक ख्याल आया कि दीदी को क्यो ना नंगी नहाते देखा जाए और उसने जब बाथरूम के दरवाजे को गौर से देखा तो उसे
की होल नज़र आ गया और उसने जब अपनी आँख उस के होल से लगा कर अंदर देखा तो अपनी बहन को नंगी देख कर
उसके होश उड़ गये उसने पहली बार किसी जवान लड़की को पूरी नंगी देखा था बस वो दिन था और आज का दिन तब से रवि
लगभग रोज अपनी दीदी को नंगी नहाते हुए देखने लगा था केवल सनडे ही ऐसा दिन था जिस दिन वह अपनी दीदी को नंगी
नही देख पाता था क्यो की सनडे को उसके भाई की छुट्टी होती थी और वह घर पर ही रहता था,
रवि अपनी बाइक पर अपनी दीदी का इंतजार करने लगा थोड़ी देर बाद पायल जब बाहर आई तो रवि उसको देख कर जल भुन गया क्यो
कि पायल ने एक छोटी सी स्कर्ट और शॉर्ट शर्ट पहन रखी थी जिसमे उसकी मोटी -मोटी गदराई जंघे साफ नज़र आ रही थी और
अगर थोड़ी तेज हवा चल जाए तो उसकी मस्तानी चूत और गान्ड मे कसी पेंटी भी नज़र आने लगे,
रवि- अपना मुँह पर गुस्सा दिखाते हुए क्या ये कपड़े पहन कर कॉलेज जाओगी,
पायल- उसे घूर कर गुस्से से देखती हुई, क्यो क्या बुराई है इसमे,
रवि- दीदी ये सब तुम पर नही अच्छा लगता है
पायल- मुझ पर क्या अच्छा लगता है और क्या नही ये मे तुझसे बेहतर जानती हू, मुझे ज़्यादा समझाने की कोशिश मत
किया कर मेरी जो मर्ज़ी होगी मे पहनूँगी समझे,
रवि -उसके लाल तमतमाए चेहरे को देख रहा था
पायल - अब मेरी शकल क्या देख रहा है चल जल्दी से बाइक स्टार्ट कर,
रवि अपना सा मुँह लेकर बाइक स्टार्ट करता है और पायल उस पर बैठ जाती है और दोनो कॉलेज के लिए उड़ जाते है,
उसकी चिकनी चूत की लकीर खड़े होने पर भी काफ़ी खुली हुई नज़र आ रही थी जिसके कारण उसका उठा हुआ दाना भी नज़र
आरहा था, पायल ने जल्दी से नाहकार अपने बदन को टॉवेल से पोछा और अपनी ब्रा और पेंटी पहन कर टॉवेल लपेटने लगी
तभी रवि जल्दी से अपने रूम के अंदर चला गया और पायल बाथरूम से निकल कर,
पायल- रवि जा जल्दी से नहा कर रेडी हो जा कहती हुई अपने रूम मे चली गई,
रवि से रहा नही गया और वह बाथरूम मे जाकर पूरा नंगा हो गया और अपनी दीदी की उतरी हुई ब्रा और पेंटी को अपने
हाथो मे लेकर देखता हुआ अपनी दीदी की चूत की कल्पना करते हुए अपने लंड को हिलाने लगा और अपनी आँखे बंद करके
कभी सोचता कि वह अपनी दीदी के नंगे बदन से चिपक रहा है कभी सोचता कि वह अपनी दीदी की चूत को खूब ज़ोर-ज़ोर से
फैला कर चाट रहा है, कभी सोचता कि अपनी दीदी की मोटी जंघे फैला कर अपने मोटे लंड से उसकी चूत मार रहा है,
उसने अपनी दीदी की मस्त गोरी चिकनी चूत को सोचते हुए अपनी दीदी की चूत को चोदने की कल्पना करते हुए अपना वीर्य निकाल
दिया और फिर दो मिनिट तक अपने लंड से अपना वीर्य दबा-दबा कर निचोड़ता हुआ शावर को ऑन करके नहाने लगा और
फिर नहा कर रेडी हो गया,
दरअसल एक दिन रवि ने अपनी दीदी को अपनी ब्रा और पेंटी हाथ मे लेकर बाथरूम मे घुसते देखा तो उसके मन मे
अचानक ख्याल आया कि दीदी को क्यो ना नंगी नहाते देखा जाए और उसने जब बाथरूम के दरवाजे को गौर से देखा तो उसे
की होल नज़र आ गया और उसने जब अपनी आँख उस के होल से लगा कर अंदर देखा तो अपनी बहन को नंगी देख कर
उसके होश उड़ गये उसने पहली बार किसी जवान लड़की को पूरी नंगी देखा था बस वो दिन था और आज का दिन तब से रवि
लगभग रोज अपनी दीदी को नंगी नहाते हुए देखने लगा था केवल सनडे ही ऐसा दिन था जिस दिन वह अपनी दीदी को नंगी
नही देख पाता था क्यो की सनडे को उसके भाई की छुट्टी होती थी और वह घर पर ही रहता था,
रवि अपनी बाइक पर अपनी दीदी का इंतजार करने लगा थोड़ी देर बाद पायल जब बाहर आई तो रवि उसको देख कर जल भुन गया क्यो
कि पायल ने एक छोटी सी स्कर्ट और शॉर्ट शर्ट पहन रखी थी जिसमे उसकी मोटी -मोटी गदराई जंघे साफ नज़र आ रही थी और
अगर थोड़ी तेज हवा चल जाए तो उसकी मस्तानी चूत और गान्ड मे कसी पेंटी भी नज़र आने लगे,
रवि- अपना मुँह पर गुस्सा दिखाते हुए क्या ये कपड़े पहन कर कॉलेज जाओगी,
पायल- उसे घूर कर गुस्से से देखती हुई, क्यो क्या बुराई है इसमे,
रवि- दीदी ये सब तुम पर नही अच्छा लगता है
पायल- मुझ पर क्या अच्छा लगता है और क्या नही ये मे तुझसे बेहतर जानती हू, मुझे ज़्यादा समझाने की कोशिश मत
किया कर मेरी जो मर्ज़ी होगी मे पहनूँगी समझे,
रवि -उसके लाल तमतमाए चेहरे को देख रहा था
पायल - अब मेरी शकल क्या देख रहा है चल जल्दी से बाइक स्टार्ट कर,
रवि अपना सा मुँह लेकर बाइक स्टार्ट करता है और पायल उस पर बैठ जाती है और दोनो कॉलेज के लिए उड़ जाते है,