ससुर बने साजन पार्ट --1
हेलो फ्रेंड्स मैं हाजिर हूँ आपनी नई स्टोरी के साथ. दोस्तो आपने
पहचान ही लिया होगा मैं हूँ कुसुम.बात उन दिनो की है जब मेरे देवर
की शादी थी. मेरी शादी के कोई 2 साल बाद मेरे देवर की शादी हो गई
थी.मैं ज़यादा लंबी बातचीत ना करके सीधा स्टोरी पे आती हूँ.
बात शादी वाली रात की है मैं ओर मेरी बड़ी ननद शालु दोनो मेरे
रूम मैं बैठे हुए थे टाइम था कोई रात के 12 बजे के करीब हम
दोनो गप्पे मार रहे थे. घर के सभी लोग ओर मेहमान सो चुके
थे.मेरी आपनी इस ननद के साथ बहुत बनती थी वो मुजसे आपनी हर
बात खुल के कर लेती थी ओर मैं भी आपनी हर बात उसे खुल के बता
देती थी लेकिन मैने अपने नाजाएज संबंधों के बारे मैं उसे कभी
नही बताया था. हम दोनो यू ही आपस मैं बाते कर रहे थे कि
अक्चानक वो बोली भाभी....
शालु- भाभी आज तो नीरज की मौज हो जाएगी
मैं - वो कैसे
शालु - आज उसकी सुहाग रात जो है
मैं - वो तो है ही
शालु - आप की सुहाग रात कैसी थी भाभी
मैं - चलिए दीदी ऐसी बातें नही करते
शालु - इसमे शरम की क्या बात है भाभी ये तो सब के साथ होता है
मैं - अब मैं क्या बताउ तुझे
शालु - ये ही कि भैया ने आप के साथ क्या क्या किया था
मैं - बहुत गंदी बातें करती हो आप
शालु - इस्मै गंदी बात क्या है भैया ने जो आप के साथ किया होगा वो
ही मेरे साथ मेरे पति करते हैं ओर आज हमारा नीरज भी करेगा है
ना.
मैं - दीदी आप भी ना बस
शालु _ अच्छा एक बात बताओ भाभी अगर कहो तो पूछ लू
मैं - कहिए अगर मैं ना भी कहूँगी तो भी आप पूछ ही लेंगी
शालु - हमारे जतिन का कितने इंच का होगा
मैं - क्या पूछ रही हैं आप दीदी
शालु - अरे भाभी मैं लंड की बात कर रही हूँ
मैं - अब मुझे क्या पता दीदी
शालु - मैने सोचा कि श्ययाद आप ने कभी देख लिया हो को कि देवर
भाभी मैं बहुत प्यार है ना
मैं - दीदी आप कैसी बातें करती हैं मैं एक दम सकपका गई थी
शालु - अरे मैं तो मज़ाक कर रही थी
मैं - दीदी आप भी ना बस
शालु - मैं तो सोच रही थी कि आज नई भाभी खूब चीखेगी.भाभी
एक बात बताओ कि भैया के लंड का साइज़ क्या है
मैं - दीदी आप क्या बातें कर रही हो
शालु - अरे जब मैं आप से हर बात कर लेती हूँ तो शरमाती क्यू हो भाभी
मैं - ओके बाबा बोलो
शालु - भाभी भैया के लंड का साइज़ क्या है
मैं - 7इंच लंबा ओर 3इंच मोटा होगा
शालु - फिर तो नीरज का भी इतना ही साइज़ होगा
मैं - मुझे क्या पता पर आप कैसे कह सकती हैं ( एक बार को तो
मेरा मन किया के कह दू कि अरे पगली वो तो 8 इंच का है ओर मैने तो
उसका स्वाद बहुत ही ज़यादा चखा है) लेकिन मैं चुप रही
शालु - क्या सोचने लगी
मैं - कुछ भी नही
शालु - एक भाई का भी दूसरे के बराबर ही होगा थोड़ा बहुत बड़ा या
छोटा हो सकता है
मैं - आप कैसे कह सकती हैं
शालु - बस यू ही अंदाज़ा लगा रही हूँ
मैं - मैने सोचा शायद आप ने देखा हो
शालु - भाभी सुधर जाओ
मैं - ये बताओ आप के पति का किस साइज़ का है
शालु - 9 इंच लंबा ओर 3.5 इंच मोटा
मैं - हाई मैं मर गई
शालु - क्या हुआ
मैं - अरे मेरी तो ये 7इंच वाला ही जान निकाल देता है तुम 9इंच का
कैसे लेती होगी
शालु - पहले पहले डर लगता था भाभी अभी तो कोई डर नही लगता
अभी तो बहुत मज़ा आता है जितना बड़ा लंड उतना ही ज़यादा माजा आता
है
ससुर बने साजन (sasur bane sajan) compleet
Re: ससुर बने साजन
मैं - वो कैसे
शालु - क्यो कि ज़यादा बड़ा लंड ज़यादा अंदर तक जा के पूरी तसल्ली
करा देता है
मैं - तो क्या किसी का इससे भी बड़ा हो सकता है
शालु - हो सकता नही भाभी है ओर मैने देखा भी है
मैं - किसका है ओर तूने कब देख लिया दीदी ये क्या चक्कर है क्या किसी
ओर पे भी मेहरबान हो आप
शालु - अरे नही भाभी वो तो अपने घर मैं ही देखा है
मैं - (उतावली हो कर) किसका देखा है घर पे तुमने इतना बड़ा
शालु - बाबू जी का
मैं - बाबू जी का
शालु - हाँ भाभी बाबू जी का
मैं - तुमने कब देखा है क्या तूने बाबू जी के साथ ये सब किया है
शालु - अरे नही भाभी सिरफ़ देखा ही है
मैं - कब ओर कितना बड़ा है
शालु - क्या बात है बड़ी उतावली हो रही हो क्या तुम्हे भी देखना है
मैं - (सकपका गई) अरे मैं तो यू ही पूछ रही थी
शालु - 11इंच लंबा ओर 4इंच मोटा है
मैं - हाई माआ
शालु - सच मैं भाभी
मैं - लेकिन तुम ने कब देख लिया
शालु - मेरी शादी के 2 दिन पहले की बात है मोम ओर बाबूजी आपने रूम
मैं थे मैं रात को बाथरूम के लिए उठी तो मैने उनके रूम से कुछ
आवाज़े आती सुनी जब मैं पास गई तो समझ गई कि ये आवाज़े क्यो आ
रही है क्यो कि उस वक़्त बाबूजी मोम को गरम कर रहे थे उनकी चूत
चाट रहे थे ओर वो सिसकियाँ भर रही थी मेरे से रहा नही गया ओर
मैने के होल मैं आँखे लगा दी और अंदर का नज़ारा देख कर दंग
रह गई क्यो कि मैने नोट किया कि बाबूजी का लंड 11 इंच लंबा ओर 4 इंच
मोटा होगा जिसे मोम चूस रही थी ओर बाबूजी कह रहे थे कि डार्लिंग आज
रात जी भर के देदो फिर तो शालु की शादी मैं बिज़ी हो जाएँगे फिर
तो कितने दिन टाइम भी नही लगेगा ओर हम तरसते रहेंगे ओर फिर बाबूजी
ने मोम को जी भर के चोदा ये नज़ारा मैने नेक्स्ट डे भी देखा ओर मेरे
मन मैं भी पूरी आग लगी हुई थी जो फिर दो दिन बाद तुम्हारे जीजा
जी ने भुज़ाई.
मैं - दीदी क्या सस्च मैं बाबूजी का इतना बड़ा है या मज़ाक कर रही हो
शालु - मुझ पे यकीन नही है तो खुद देख लो
मैं - दीदी आप बड़ी खराब हैं (लेकिन मन ही मन मे मैं बाबूजी का
लंड देखने को तरस रही थी क्यो की शालु के मुख से उसका वर्णन सुन
के मेरे मन मैं उसे देखने ओर पाने की चाहत बढ़ गई थी ओर मैने
निश्चय कर लिया था कि किसी भी कीमत पे उसे हासिल कर के ही दम
लूँगी)
शालु - क्यो कि ज़यादा बड़ा लंड ज़यादा अंदर तक जा के पूरी तसल्ली
करा देता है
मैं - तो क्या किसी का इससे भी बड़ा हो सकता है
शालु - हो सकता नही भाभी है ओर मैने देखा भी है
मैं - किसका है ओर तूने कब देख लिया दीदी ये क्या चक्कर है क्या किसी
ओर पे भी मेहरबान हो आप
शालु - अरे नही भाभी वो तो अपने घर मैं ही देखा है
मैं - (उतावली हो कर) किसका देखा है घर पे तुमने इतना बड़ा
शालु - बाबू जी का
मैं - बाबू जी का
शालु - हाँ भाभी बाबू जी का
मैं - तुमने कब देखा है क्या तूने बाबू जी के साथ ये सब किया है
शालु - अरे नही भाभी सिरफ़ देखा ही है
मैं - कब ओर कितना बड़ा है
शालु - क्या बात है बड़ी उतावली हो रही हो क्या तुम्हे भी देखना है
मैं - (सकपका गई) अरे मैं तो यू ही पूछ रही थी
शालु - 11इंच लंबा ओर 4इंच मोटा है
मैं - हाई माआ
शालु - सच मैं भाभी
मैं - लेकिन तुम ने कब देख लिया
शालु - मेरी शादी के 2 दिन पहले की बात है मोम ओर बाबूजी आपने रूम
मैं थे मैं रात को बाथरूम के लिए उठी तो मैने उनके रूम से कुछ
आवाज़े आती सुनी जब मैं पास गई तो समझ गई कि ये आवाज़े क्यो आ
रही है क्यो कि उस वक़्त बाबूजी मोम को गरम कर रहे थे उनकी चूत
चाट रहे थे ओर वो सिसकियाँ भर रही थी मेरे से रहा नही गया ओर
मैने के होल मैं आँखे लगा दी और अंदर का नज़ारा देख कर दंग
रह गई क्यो कि मैने नोट किया कि बाबूजी का लंड 11 इंच लंबा ओर 4 इंच
मोटा होगा जिसे मोम चूस रही थी ओर बाबूजी कह रहे थे कि डार्लिंग आज
रात जी भर के देदो फिर तो शालु की शादी मैं बिज़ी हो जाएँगे फिर
तो कितने दिन टाइम भी नही लगेगा ओर हम तरसते रहेंगे ओर फिर बाबूजी
ने मोम को जी भर के चोदा ये नज़ारा मैने नेक्स्ट डे भी देखा ओर मेरे
मन मैं भी पूरी आग लगी हुई थी जो फिर दो दिन बाद तुम्हारे जीजा
जी ने भुज़ाई.
मैं - दीदी क्या सस्च मैं बाबूजी का इतना बड़ा है या मज़ाक कर रही हो
शालु - मुझ पे यकीन नही है तो खुद देख लो
मैं - दीदी आप बड़ी खराब हैं (लेकिन मन ही मन मे मैं बाबूजी का
लंड देखने को तरस रही थी क्यो की शालु के मुख से उसका वर्णन सुन
के मेरे मन मैं उसे देखने ओर पाने की चाहत बढ़ गई थी ओर मैने
निश्चय कर लिया था कि किसी भी कीमत पे उसे हासिल कर के ही दम
लूँगी)
Re: ससुर बने साजन
शालु - इस मैं खराब वाली क्या बात है अच्छा ये बताओ तुम्हारा दिल
नही करता कि तुम्हे ओर बड़ा लंड मिले
मैं - दीदी आप कैसी बातें करती हो
शालु - शरमाओ मत भाभी मेरा तो बहुत दिल करता है कि मुझे भी
बाबूजी वाले जितना बड़ा मिले ओर मेरा दिल तो कभी कभी बाबूजी के लंड को लेने
का भी करता है
मैं - दीदी तुम्हे शरम नही आती क्या
शालु - शरम की क्या बात है जब अंदर घुसता है तो सब शरम भाग जाती है
मैं - (मेरा भी मन मचलने लगा था सो बोली)दीदी दिल तो मेरा भी
बहुत करता है लेकिन मैं तुम्हारे भैया को धोखा नही दे सकती वरना
मेरा भी मन करता है कि मुझे बड़ा लंड चोदे
शालु - इस्मै धोखे की कोई बात नही है भाभी
मैं - दीदी अब तो मेरा मन भी मचल रहा है कि तुम्हारे भैया को
बुला लूँ यहाँ पे ओर तुम जाओ जीजा जी के पास आप ने तो मन मैं एक
आग सी लगा दी है
शालु - भाभी एक बात बोलू बुरा तो नही मनोगी
मैं - बोलो
शालु - भाभी हो सके तो तुम बाबूजी को पटा लो फिर मैं ओर तुम दोनो
मज़े करेंगी
मैं - ये तुम क्या कह रही हो दीदी तुम्हे लाज नही आती वो ससुर जी
हैं मेरे ओर तुम्हारे बाबू जी है
शालु - मुझे पता है पर सच मैं भाभी अगर तुमने भी उनका लंड
देख लिया तो ये ही कहोगी कि तुम्हे बस वो ही चोदे
मैं - बहुत गंदी हो आप ( अंदर से मैं पूरी तैयार हो गई थी कि
एकबार बाबूजी के लंड का दीदार तो ज़रूर करना है लेकिन प्रकट नही
करना चाहती थी शालु के सामने)
शालु - भाभी देखो जब भी तुम्हेमौका मिले तुम कोशिश करना बाबूजी
को पटाने की जब भैया बाहर गये हो तब कोशिश करना ओर अगर काम
बन जाए तो मुझे भी बता देना मैं कोई ना कोई बहाना बना के आ
जाउन्गि अगर कोई मौका लगे तो मुझे बुला लेना हम दोनो मिल के बाबू जी
को पटा लेंगी ओर मज़ा ले लेंगी लेकिन आप यहाँ पे ज़यादा रहती हो इस
लिए आप को पहल करनी होगी ओर मुझे बुलाना होगा.
मैं - दीदी अगर किसी को पता चल गया तो मैं मारी जाउन्गि
शालु - अरे भाभी ऐसा कुछ नही होगा आप हिम्मत तो करो फिर मैं भी
तो आप के साथ हूँ.
नही करता कि तुम्हे ओर बड़ा लंड मिले
मैं - दीदी आप कैसी बातें करती हो
शालु - शरमाओ मत भाभी मेरा तो बहुत दिल करता है कि मुझे भी
बाबूजी वाले जितना बड़ा मिले ओर मेरा दिल तो कभी कभी बाबूजी के लंड को लेने
का भी करता है
मैं - दीदी तुम्हे शरम नही आती क्या
शालु - शरम की क्या बात है जब अंदर घुसता है तो सब शरम भाग जाती है
मैं - (मेरा भी मन मचलने लगा था सो बोली)दीदी दिल तो मेरा भी
बहुत करता है लेकिन मैं तुम्हारे भैया को धोखा नही दे सकती वरना
मेरा भी मन करता है कि मुझे बड़ा लंड चोदे
शालु - इस्मै धोखे की कोई बात नही है भाभी
मैं - दीदी अब तो मेरा मन भी मचल रहा है कि तुम्हारे भैया को
बुला लूँ यहाँ पे ओर तुम जाओ जीजा जी के पास आप ने तो मन मैं एक
आग सी लगा दी है
शालु - भाभी एक बात बोलू बुरा तो नही मनोगी
मैं - बोलो
शालु - भाभी हो सके तो तुम बाबूजी को पटा लो फिर मैं ओर तुम दोनो
मज़े करेंगी
मैं - ये तुम क्या कह रही हो दीदी तुम्हे लाज नही आती वो ससुर जी
हैं मेरे ओर तुम्हारे बाबू जी है
शालु - मुझे पता है पर सच मैं भाभी अगर तुमने भी उनका लंड
देख लिया तो ये ही कहोगी कि तुम्हे बस वो ही चोदे
मैं - बहुत गंदी हो आप ( अंदर से मैं पूरी तैयार हो गई थी कि
एकबार बाबूजी के लंड का दीदार तो ज़रूर करना है लेकिन प्रकट नही
करना चाहती थी शालु के सामने)
शालु - भाभी देखो जब भी तुम्हेमौका मिले तुम कोशिश करना बाबूजी
को पटाने की जब भैया बाहर गये हो तब कोशिश करना ओर अगर काम
बन जाए तो मुझे भी बता देना मैं कोई ना कोई बहाना बना के आ
जाउन्गि अगर कोई मौका लगे तो मुझे बुला लेना हम दोनो मिल के बाबू जी
को पटा लेंगी ओर मज़ा ले लेंगी लेकिन आप यहाँ पे ज़यादा रहती हो इस
लिए आप को पहल करनी होगी ओर मुझे बुलाना होगा.
मैं - दीदी अगर किसी को पता चल गया तो मैं मारी जाउन्गि
शालु - अरे भाभी ऐसा कुछ नही होगा आप हिम्मत तो करो फिर मैं भी
तो आप के साथ हूँ.