गन्ने की मिठास compleet

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rajaarkey
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Re: गन्ने की मिठास

Unread post by rajaarkey » 27 Oct 2014 19:55

गन्ने की मिठास--36

गतान्क से आगे......................

रति- चूस आई खूब गन्ने, बड़ा मज़ा आया होगा तुझे,

संगीता- सच मम्मी खूब मस्त मीठे गन्ने है आप एक बार चूस लोगि तो आपका बार बार चूसने का मन करेगा

रति- हस्ते हुए चल हट मुझे नही चूसना गन्ना वान्ना

संगीता- मम्मी सीधे रस पीने मे मज़ा नही आता है जब तक कि गन्ने को खूब दबा दबा कर ना चूसो,

रति- अब बाते बंद करो और जाओ हाथ मूह धोकर मेरी हेल्प करो उसके बाद संगीता वहाँ से चली गई और मैं

मम्मी की गुदाज जवानी को देखने लगा, मम्मी ने एक वाइट कलर की पतली सी मॅक्सी पहने हुए थी और उसकी मोटी

गंद खूब चौड़ी होकर मॅक्सी को उपर तक उठाए हुई थी फिर मम्मी जैसे ही थोड़ा आगे झुकी उसकी मॅक्सी मे से

उसकी पॅंटी का पूरा शॅप और यहाँ तक की उसका गुलाबी रंग भी नज़र आने लगा, मेरा तो अपनी मम्मी की मोटी गंद

मे फसि पॅंटी देख कर लंड झटके देने लगा,

रति- मुस्कुराकर, क्या हुआ बेटे भूख लगी है क्या,

राज- नही मम्मी ऐसी कोई बात नही है,

रति- अच्छा जा तू भी मूह हाथ धो ले मैं अभी तेरे लिए चाइ बनाती हू, मेरा मन तो मम्मी की मोटी गंद देख

कर जाने का नही कर रहा था लेकिन फिर मैं वहाँ से आ गया और अपनी पॅंट शर्ट उतार कर जैसे ही बाथ रूम मे

गया वहाँ संगीता केवल टीशर्ट और पॅंटी पहन कर झुकी हुई साबुन से अपना मूह

धो रही थी, मेरा लंड तो

मम्मी की मोटी गंद देख कर वैसे ही खड़ा था और उपर से संगीता की काली कलर की पॅंटी मे कसी उसकी गोरी गोरी

मोटी गंद देख कर मेरा लंड और भी ताव मे आ गया और मैने आगे बढ़ कर संगीता की मोटी गंद को कस कर

दबोचते हुए उसे चूम लिया,

संगीता- भैया क्या कर रहे हो मम्मी देख लेगी,

राज- देख लेने दे, तुझे अपनी गंद चत्वाते देख मम्मी की चूत भी फूल जाएगी,

संगीता- बड़े आए मम्मी की चूत फुलाने वाले अगर देख लिया तो समझ लेना हम दोनो की खेर नही,

तभी मैने संगीता की पॅंटी पकड़ कर उसकी मोटी गुदाज गंद से नीचे सरका दी और अपने लंड को उसकी चूत और

गंद को फैलाते हुए सीधे संगीता की गुलाबी चूत मे कस कर धक्का मार कर फसा दिया और संगीता ने सामने

के पाइप को पकड़ कर एक हल्की सी सिसकारी मारते हुए कहा

संगीता- ओह भैया आप बहुत खराब है, सीधे खड़ा लंड फसा दिया मेरी चूत मे, अभी तो मुझे चोद के आए

हो और कितना चोदोगे,

राज- क्या करू मेरी रानी जब मैने मम्मी की उठी हुई गंद और उसकी पॅंटी जो उसकी मॅक्सी से नज़र आ रही है उसने

मुझे पागल कर दिया है देख तेरे भैया का लंड इस समय कितना सख़्त हो गया है लगता है आज मैं तेरी चूत

और गंद फाड़ कर रख दू,

संगीता- अब बाते करना छ्चोड़ो और जल्दी से कस कस कर धक्के मार दो नही तो मम्मी आ जाएगी

मैने संगीता की चूत मे खूब कस कस कर धक्के मारना शुरू कर दिया और संगीता अपनी आवाज़ को दबाए हुए

मेरे लंड को अपनी चूत मे लेने लगी,

संगीता- आह भैया आप बहुत जालिम हो थोड़ा धीरे मारो बहुत दर्द हो रहा है, संगीता की चूत मे मेरा लंड

खूब कसा हुआ जा रहा था और उसकी चूत मेरे लंड को खूब जकड़े हुए थी

rajaarkey
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Re: गन्ने की मिठास

Unread post by rajaarkey » 27 Oct 2014 19:55

राज- मेरी रानी चिंता मत करो जब किसी औरत की ऐसी दर्द भरी चुदाई होती है तब उसे खूब मज़ा आता है, तेरा

भैया तेरी चूत मारते हुए तुझे जितना अपने लंड से दर्द पहुचाएगा देखना तुझे बाद मे उतना ही मज़ा

आएगा और तू कहेगी ओह भैया खूब कस कस कर चोदिये अपनी बहन की चूत को,

मैं आगे हाथ लेजाकार संगीता के दूध को खूब कस कर दबाते हुए उसकी चूत मे सतसट लंड पेलने लगा और

फिर जब संगीता की चूत खूब चिकनी हो गई तब मैने ताबड़तोड़ धक्के मार मार के जल्दी से अपना पानी उसकी गुलाबी

चूत मे छ्चोड़ दिया और फिर कुच्छ देर हाफने के बाद हम दोनो ने हाथ मूह धोया और बाहर आ गये,

थोड़ी देर

बाद मम्मी मेरे लिए चाइ लेकर आई और संगीता किचन मे जाकर काम करने लगी, मम्मी मेरे बगल मे बैठ

गई और मैं चाइ की चुस्किया लेते हुए मम्मी के बदन के उतार चढ़ाव को देखने लगा,

मेरे लंड मे थोड़ा सा ताव आ गया और मैने लूँगी के उपर से अपने लंड को जैसे ही चाइ पीते हुए मसला

मम्मी की नज़र एक दम से मेरे हाथ की ओर चली गई और उन्होने मुझे अपना लंड मसल्ते हुए देख लिया और

जब उनकी नज़रे मुझसे मिली तो उन्होने अपनी नज़रे चुराते हुए दूसरी तरफ नज़र घुमा ली,

मम्मी आज कुछ ज़्यादा

ही खूबसूरत लग रही थी दिल कर रहा था कि रंडी का मूह पकड़ कर चूम लू, मम्मी का गोरा गोरा पेट आज कुछ

ज़्यादा ही उठा हुआ लग रहा था और उसकी गहरी नाभि इतनी बड़ी लग रही थी कि लंड का टोपा उसकी नाभि मे घुसाना

चाहो तो घुस जाए,

कुच्छ देर ऐसे ही बाते करने के बाद मम्मी ने हम लोगो को खाना दिया और फिर जब काफ़ी

रात हो गई तो मम्मी और संगीता दोनो अपने रूम मे चली गई और मैं बैठ कर टीवी देखने लगा, कुच्छ देर बाद

मुझे पायल की आवाज़ सुनाई दी और मैने पलट कर देखा तो मम्मी मेरी ओर चली आ रही थी,

रति- बेटे आज नींद नही आ रही है क्या

राज- बस मम्मी अब सोने ही वाला था और फिर मैने मम्मी से कहा आओ बैठो ना,

रति- रुक जा ज़रा मैं बाथरूम होकर आती हू और फिर मम्मी बाथरूम मे घुस गई लेकिन दरवाजा थोड़ा सा ही

लगाया,

मैं जल्दी से उठ कर बाथरूम के पास जाकर खड़ा हो गया तभी मेरे कानो मे मम्मी के मूतने की

मस्त आवाज़ सुन कर मेरी आँखो के सामने मम्मी की फूली हुई चूत कैसे मोटी पेशाब की धार मार रही होगी यह

नज़ारा नाचने लगा और मेरा लंड अपनी मम्मी की चूत मारने के लिए तड़पने लगा, कुच्छ देर बाद मैं वापस

आकर बैठ गया और थोड़ी देर बाद मम्मी बाहर आ गई जब मम्मी बाहर आई तो उन्होने अपने हाथो से एक बार

मॅक्सी के उपर से अपनी चूत को दबोचा जैसे पानी पोछ रही हो और फिर मेरे बिल्कुल करीब मुझसे सॅट कर बैठ गई

और मेरे सर पर हाथ फेरते हुए कहने लगी बेटा अब तू जवान हो गया है अब तेरे लिए कोई सुंदर सी लड़की भी

देखनी पड़ेगी,

rajaarkey
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Re: गन्ने की मिठास

Unread post by rajaarkey » 27 Oct 2014 19:56

रति- पर कही तेरी शादी कर दी तो तू अपनी मम्मी को ही मत भूल जाना

राज- मैने मम्मी की बात सुन कर सोचा आज मम्मी इतनी रोमांटिक क्यो हो रही है मैं कुच्छ समझ नही पाया

और फिर मैने भी सोचा मैं बेकार इतना डर रहा हू आख़िर है तो मेरी मम्मी अगर मैने थोड़ा बहुत उसे च्छू

भी लिया तो वह कुच्छ नही कहेगी और अगर उसे बुरा लगा तो सॉरी कह दूँगा, मैने मम्मी के गालो को चूमते

हुए कहा,

राज- भला कोई बेटा अपनी मम्मी को भूल सकता है क्या

रति- मूह बनाते हुए रहने दे अभी बीबी नही है तो तेरे यह हाल है की कभी अपनी मम्मी का तुझे ध्यान ही

नही रहता है और कही बीबी आ गई तो क्या याद रखेगा,

मेरा मन मम्मी के गुदाज उठे हुए पेट और उसकी गहरी नाभि छुने का बहुत मन कर रहा था और मैने

बहाने से अपना हाथ मम्मी की चिकनी कमर मे फेर कर सहलाते हुए कहा, आप जैसी सुंदर मम्मी के लिए

तो ऐसी 100 बिबिया भी कुर्बान है मम्मी, और फिर मैने मम्मी की मोटी जाँघो को उसकी मॅक्सी के उपर से सहलाना

शुरू कर दिया,

रति- बहुत बड़ी बड़ी बाते करने लगा है पर कभी यह भी सोचा है तेरी मम्मी का भी मन कभी कभार

घूमने फिरने का होता है लेकिन तुझे मेरी और ध्यान ही कहाँ रहता है, अपनी बहन को तो घुमा फिरा लाता है

पर कभी मम्मी का भी ख्याल आता है,

राज- अच्छा बाबा सॉरी आइ अड्मिट माइ मिस्टेक अब आगे से आपका बेटा आपका पूरा ख्याल रखेगा और आपको कभी

शिकायत का मोका नही देगा, आप की जो भी इच्छाए है वह मुझे आप बता दो मैं आपकी सभी ख्वाहिशे पूरी

करने की कोशिश करूँगा,

रति- राज संगीता गाँव के गन्ने की बड़ी तारीफ कर रही थी क्या सचमुच बहुत मस्त और बड़े बड़े गन्ने है वहाँ

पर,

राज- हाँ मम्मी बहुत मस्त गन्ने है आप जब चुसोगी तो एक दम मस्त हो जाओगी,

रति- मुस्कुराते हुए अच्छा मुझे कब ले चलेगा अपने साथ गन्ने चुसवाने, या अपनी भरी भरकम मम्मी

को अपनी बाइक पर बैठा कर लेजाने मे तुझे शरम आएगी,

मैं मम्मी की जाँघो पर सर रख कर उसकी मोटी जाँघो को अपने हाथो मे भर कर उसकी जाँघो को चूमते

हुए,

मम्मी आप भी ना, आप इतनी सुंदर है और आपको लेकर जाने मे मुझे भला क्यो शरम आएगी मैं एक

दो दिन मे आपको भी ले कर चलता हू,

रति- मेरा मतलब था बेटे कि मैं एक तो इतनी मोटी हो गई हू तो मैने सोचा शायद तुझे अच्छा ना लगे मुझे ले

जाना,

राज- नही मम्मी आप नही जानती मुझे आपके जैसी औरते ही अच्छी लगती है, आप मेरी शादी भी करो तो अपने जैसे

भरे बदन वाली औरत से ही करना,

रति- मेरे सीने पर हाथ फेरते हुए मेरे सीने के बाल को सहलाते हुए मुस्कुराकर कहने लगी, मैं अपने जैसे

बदन वाली औरत तेरे लिए ला दूँगी तो तू कही मुझे अकेला छ्चोड़ कर उसके साथ ही मत चला जाना,

मैं उठ कर मम्मी के बगल मे बैठ कर उनकी चिकनी कमर मे हाथ डाल कर मैने उनको चूमते हुए कहा,

मम्मी आपको तो मैं जिंदगी भर अपने साथ ही रखूँगा चाहे मेरे लिए आप कितनी भी सुंदर औरत ले आओ,

रति- इतनी अच्छी लगती है क्या तेरी मम्मी तुझे

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