Hindi Sex Stories By raj sharma
Re: Hindi Sex Stories By raj sharma
"चलो राज हम भी डॅन्स करते है." प्रीति राज का हाथ पकड़ उसे
डॅन्स फ्लोर पर ले आई. प्रीति राज को खींच रश्मि और जीत के
एकदम पास ले आई और डॅन्स करने लगी. प्रीति ने देखा कि जीत ने
रश्मि के कूल्हे पकड़ उसे अपने और नज़दीक कर लिया और उसके कुल्हों
को सहलाने लगा. फिर से उस रात का नज़ारा प्रीति की आँखों के आगे
घूम गया.
प्रीति ने अपनी आँखें बंद कर अपना सिर राज के कंधे पर रख दिया.
जब किसी ने राज के कंधों को ठप थपाया तो उसने आँख खोली.
"क्या में तुम्हारी बीवी के साथ डॅन्स कर सकता हूँ?" जीत ने राज से
पूछा.
"एक ही शर्त पर अगर में रश्मि के साथ डॅन्स करूँ." राज ने कहा.
दोनो एक दूसरे की बीवी के साथ डॅन्स करने लगे. जीत ने मुझे खींच
कर नज़दीक कर लिया. मुझे उसके शरीर से निकलती डियो की खुश्बू
बहोत ही अच्छी लग रही थी. इतने में जीत मेरे कूल्हे सहलाने लगा.
डॅन्स करते हुए प्रीति ने देखा की रश्मि और राज एक दूसरे से चिपत
कर डॅन्स कर रहे थे. एक मीठी सी जलन उसके दिल में उठी पर
उसने उसे बढ़ने दिया वो भी तो किसी और के साथ डॅन्स कर रही थी.
इतने में जीत ने उसे खींच कर अपने से एकदम सटा लिया. उसका
खड़ा लंड प्रीति की जांघों पर ठोकर मार रहा था.
"ओह में किसी और भी अछी लगती हूँ." ये सोच कर में मन ही मन
मुस्कुरा दी.
पता नही ड्रिंक्स का असर था जो खाने के साथ ली थी या कुछ और.
जीत को अपने से दूर हटाने के बजाय प्रीति और उसके नज़दीक आ गयी
और अपनी चूत को उसके लंड पर रगड़ने लगी. उसने अपनी आँखें बंद
की और फिर उस अंजान व्यक्ति के ख्यालो मे खो गयी.
"राज ये तुमने मुझे क्या कर दिया है !" प्रीति ने सोचा.
जब म्यूज़िक ख़त्म हुआ तो हम सब अपने टेबल पे लौट आए.
"क्या तुम लोग हमारे घर एक दो ड्रिंक लेना पसंद करोगे?" जीत ने
राज से पूछा.
"हां क्यों नही, चलो चलते है यहाँ से." राज ने जवाब दिया.
कार में उनके घर जाते हुए प्रीति ने राज से पूछा, "जीत तुम्हे
कैसा इंसान लगा?"
Re: Hindi Sex Stories By raj sharma
"काफ़ी अच्छा और हस्मुख इंसान है, मुझे अछा लगा." राज ने जवाब
दिया, "और तुम्हारी सहेली रश्मि मी भी काफ़ी सुन्दर है."
"चलो अच्छा है हम ऐसे लोगों से तो मिले जो हम दोनो को पसंद
है." प्रीति ने कहा.
रश्मि का मकान छोटा ज़रूर था पर काफ़ी अच्छा बना हुआ था. जब हम
लोग हॉल में पहुँचे तो जीत अपनी सीडी लाइब्ररी से कोई मूवी ढूँडने
लगा. "प्रीति आओ और ड्रिंक बनाने मे मेरी मदद करो." रश्मि ने
कहा.
प्रीति रश्मि के पीछे पीछे किचन मे गयी और राज सोफे पर ढेर
हो गया.
रश्मि ने कॅबिनेट में से ग्लास निकालते हुए प्रीति से पूछा "क्या में
तुमसे कुछ पूछ सकती हूँ?"
"हां क्यों नही." प्रीति ने जवाब दिया.
"में समझती हू तुम्हारा पति काफ़ी हॅंडसम है और ये भी जानती हू
कि जीत तुम्हे चोद्ना चाहता है. क्या तुमने कभी स्वापिंग के बारे
में सुना है." रश्मि ने कहा.
"सुना तो है लेकिन कभी किया नही है," प्रीति ने जवाब
दिया. "हमने आपस में बात भी की है कि कभी मोका मिला तो कर के
देखेंगे."
"क्या आज अपने पति बदलना चाहोगी." रश्मि ने पूछा.
कुछ तो पहले की शराब का सुरूर और कुछ उस अंजान व्यक्ति की देन
प्रीति ने तुरंत कहा "हां क्यों नही."
"तो ठीक है जब हम ड्रिंक्स लेके हॉल में जाएँगे तो तुम मेरे पति
के पास बैठना और में तुम्हारे पति के पास फिर देखते है क्या होता
है." रश्मि ने ड्रिंक्स के ग्लास भरते हुए कहा.
"चलो देखते है क्या होता है." प्रीति ने जवाब दिया.
प्रीति रश्मि के पीछे हॉल में पहुँची तो देखा की हॉल में
एकदम अंधेरा है सिवाय टीवी की रोशनी के. रश्मि ने राज को ग्लास
पकड़ाया और उसके बगल में बैठ गयी. प्रीति ने जीत को ग्लास
पकड़ाया और वो भी उसके बगल में बैठ गयी.
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"काफ़ी अच्छा और हस्मुख इंसान है, मुझे अछा लगा." राज ने जवाब
दिया, "और तुम्हारी सहेली रश्मि मी भी काफ़ी सुन्दर है."
"चलो अच्छा है हम ऐसे लोगों से तो मिले जो हम दोनो को पसंद
है." प्रीति ने कहा.
रश्मि का मकान छोटा ज़रूर था पर काफ़ी अच्छा बना हुआ था. जब हम
लोग हॉल में पहुँचे तो जीत अपनी सीडी लाइब्ररी से कोई मूवी ढूँडने
लगा. "प्रीति आओ और ड्रिंक बनाने मे मेरी मदद करो." रश्मि ने
कहा.
प्रीति रश्मि के पीछे पीछे किचन मे गयी और राज सोफे पर ढेर
हो गया.
रश्मि ने कॅबिनेट में से ग्लास निकालते हुए प्रीति से पूछा "क्या में
तुमसे कुछ पूछ सकती हूँ?"
"हां क्यों नही." प्रीति ने जवाब दिया.
"में समझती हू तुम्हारा पति काफ़ी हॅंडसम है और ये भी जानती हू
कि जीत तुम्हे चोद्ना चाहता है. क्या तुमने कभी स्वापिंग के बारे
में सुना है." रश्मि ने कहा.
"सुना तो है लेकिन कभी किया नही है," प्रीति ने जवाब
दिया. "हमने आपस में बात भी की है कि कभी मोका मिला तो कर के
देखेंगे."
"क्या आज अपने पति बदलना चाहोगी." रश्मि ने पूछा.
कुछ तो पहले की शराब का सुरूर और कुछ उस अंजान व्यक्ति की देन
प्रीति ने तुरंत कहा "हां क्यों नही."
"तो ठीक है जब हम ड्रिंक्स लेके हॉल में जाएँगे तो तुम मेरे पति
के पास बैठना और में तुम्हारे पति के पास फिर देखते है क्या होता
है." रश्मि ने ड्रिंक्स के ग्लास भरते हुए कहा.
"चलो देखते है क्या होता है." प्रीति ने जवाब दिया.
प्रीति रश्मि के पीछे हॉल में पहुँची तो देखा की हॉल में
एकदम अंधेरा है सिवाय टीवी की रोशनी के. रश्मि ने राज को ग्लास
पकड़ाया और उसके बगल में बैठ गयी. प्रीति ने जीत को ग्लास
पकड़ाया और वो भी उसके बगल में बैठ गयी.