Hindi Sex Stories By raj sharma

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raj..
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Re: Hindi Sex Stories By raj sharma

Unread post by raj.. » 01 Nov 2014 13:16

'कैसी लगी रात की चुदाई '


दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक और कहानी लेकर हाजिर हूँ दोस्तो मैं रक्षाबन्धन की छुट्टी मे घर पर अकेला था. सनडे को मैं अपने दोस्त के घर गया. उसकी एक बहन है जिसका नाम है भावना. देखने मे बिल्कुल ही डॉल लगती थी. उसकी हाइट 5 फिट 6 इंच थी. मैं अक्सर अपने दोस्त के घर उसके पास जाता था. वो इतनी सुंदर और गोरी थी कि मैं उसे बयान नही कर सकता हू. मैने उसके साथ सेक्स करने का प्लान तो कयि बार बनाया लेकिन मौका ही नही मिलता था. उस दिन मेरे दोस्त के मम्मी,पापा नोएडा गये हुए थे,मेरा दोस्त और उसकी बहन घर पर अकेली थे जब मैं पहुचा तो मेरे दोस्त ने मुझसे कहा कि वो भी नोएडा जाना चाहता था पर भावना के एग्ज़ॅम(यूनिट टेस्ट)के वजह से नही जा पाया, फिर उसने कहा कि तुम कुछ दिन मेरे घर रुक जाओ तो मैं नोएडा चला जाउन्गा, मेरे तो दिल की हसरत जैसे पूरी हो गयी लेकिन उसे शक ना हो इस लिए मैं हिचकिचाने लगा पर वो रिक्वेस्ट करने लगा तो मैं तैयार हो गया मेरा दोस्त दोपहर की ट्रेन से नोएडा चला गया.उसे स्टेशन छोड़ने के बाद मैं जब वाहा पहुँचा तो मैने भावना को हाफ पैंट और टी शर्ट मे बेड पर बैठा पाया. मैं उसकी गोरी टाँगो पर देखता रहता था. लेकिन उसने कभी ध्यान नही दिया. मैं कुच्छ देर तक उसके साथ बात करता रहा. अब मैं सोने के लिए तैयार होने लगा. मैने अपनी पैंट खोल के तावेल पहन लिया और बेड पर लेट गया.उसके घर मे सिर्फ़ दो रूम ही थे चुकी इस रूम मे ए.सी.था इस लिए वो भी उस रूम मे आ गयी.

भावना भी सीधी रूम के दरवाजा को बंद कर के लाइट बुझा के नाइट बल्ब को जलाकर के मेरे बगल मे आके लेट गयी. उसने अपनी पीठ को मेरे तरफ कर रखा था. मैं कुच्छ देर तक सोचता रहा. कुच्छ देर के बाद मैने फाइनल डिसाइड कर लिया कि अब मुझे सोचना नही चाहिए. मैने अब अपनी कमर को उसकी कमर से सटा दिया. उसने अपनी कमर को थोड़ा सा खिचा. मैने फिर थोड़ी देर के बाद अपनी कमर को उसकी कमर से सताया. अब वो दीवाल मे सॅट चुकी थी. सो मैने अपनी कमर को उसकी कमर मे सताने के बाद जैसे ही अपने हाथ को उसकी कमर पर रखा तो उसने बोला 'ये क्या कर रहे हो' मैने बोला वही जो एक जवान लड़का एक सुंदर जवान और हसीन लड़की को अकेले मे पाकर करता है. वो बोली ' नही मैं ये नही करूँगी'. मैने बोला कि 'क्यो तुम्हारा मन नही करता' वो बोली नही ये ग़लत है. मैने बोला कि ग़लत क्या है. ये तो बिल्कुल सत्य है. अब मैं ने ये कहते हुए उसकी पैंट के एक बटन को खोल दिया. उसने मेरे हाथ को पकड़ के अपने कमर से हटा दिया. मैने पिछे से उसके पैंट को खिच दिया. वो पैंट को खिच के पहनने लगी तो मैने उसके हाथ को हटा दिया और उससे बोला ' क्यो दिखावा कर रही है, तुम्हारा मन भी तो है., और मैने उसकी पैंट को दोनो हाथो से पकड़ के खोल दिया. उसने मुझे धक्का दे दिया और रूम का डोर खोलने लगी मैने उसे पक्कड़ कर बेड पर गिरा दिया और उसके बूब्स दबाने लगा. अब मैं अपने एक हाथ से लंड को पकड़ के दूसरे हाथ को उसके गंद पर फेरते हुए अपने लंड को उसके गंद के होल के पास ले गया. अब मैने एक हाथ से उसके गंद को फैलाते हुए अपने लंड को उसकी गंद मे जाने के लिए रास्ता दिखाया. अपने लंड को.

मैने उसकी गंद के होल के दरवाजे पर रखते हुए उसके कमर को पकड़ के अपनी कमर को ज़ोर का झटका मारा और वो आआऔऊक्कककककककााआआअ कर के सिसक उठी. मैने पुछा क्या हुआ गया है. वो बोली हाआआआआअ अब मैने अपने हाथ से उसकी कमर को पकड़ के अपने तरफ खीच के अपने लंड को उसकी गंद मे जल्दी से जल्दी ले जाने के लिए ज़ोर ज़ोर के झटके मारने लगा. वो मेरे हर झटके के साथ आआआआआआआआआआअहह ऊऊऊऊऊओह हाआआआआआत की आवाज़ निकालती जो मेरे मन को और भी बढ़ाती थी. कुच्छ देर मे मैने अपने पूरे लंड को उसके गंद मे घुसा दिया था. दस मिनट के ठेलम पेल के बाद मेरा संपूर्ण लंड उसकी गंद मे घुस गया था मैने कुछ ही धक्के लगाए थे की मेरा वीर्य निकल गया फिर मैने अपने लंड को निकाल दिया और कुच्छ देर तक वैसे ही लेटे रहने के बाद उठ के बाथ रूम मे चला गया. मैने पेशाब करने के बाद अपने लंड को पूरी तारह से सॉफ किया और तब मे रूम मे आया. आने के बाद मैने भावना को वैसे ही बेड पर पड़ा पाया. मैने बोला जाओ बाथरूम नही जाना.' वो बिना कुच्छ बोले बाथ रूम मे चली गयी . मैने अब अगले दौर की तैयारी करना सुरू कर दिया. मैने अपने लंड को तेल के डिबे मे डाल दिया. जैसे ही भावना रूम मे आई मैने उससे पूरे कपड़े उतारने के लिए बोला वो बोली कि 'अब चोदोगे भी?' मैने बोला हा ये तो अभी ट्रेलर था अभी फाइनल तो बाकी है. उसने अपनी टी शर्ट और ब्रा को खोल के बेड के पास रख दिया. मैने देखा कि उसकी चूत पर तो एक भी बाल नही था. मैं इसी तरह के चूत को चोदना पसंद करता हू. मैने उसके हाथ को पकड़ के अपने लंड को उसके हाथ मे पकड़ाते हुए उसे मूह मे लेने के लिए बोला क्योकि मैं अभी पूरी तरह से तैयार नही हुआ था. उसने मेरे लंड को अपने हाथ मे लेलिया और अब झुक के मेरे लंड को अपने मूह मे लेने के बाद चूसने लगी.

raj..
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Re: Hindi Sex Stories By raj sharma

Unread post by raj.. » 01 Nov 2014 13:17



मैं कुछ देर मे बिल्कुल ही हॉट हो गया, मैने उससे लंड छ्चोड़ के बेड पर लेटने के लिए बोला. उसने अपने मुँह से लंड को निकाल दिया और बेड पर सीधे लेट गयी. मैने डिबे से तेल निकाल के उसके छूट पर लगा दिया. उसके चूत की साइज़ 3 इंच होगी.मैं अब उसकी जाँघ पर बैठ के उससे चूत को फैलाने के लिए बोला. भावना की चूत इतना सुंदर थी कि मैं अपने लंड को जो कि लगभाड़ 8 इंच लंबा और 2 इंच चौड़ा है, एक झटके मे पूरा अंदर डाल देना चाहता था. मैने अपने लंड को जैंसे ही उसकी चूत के उपर रखा उसने अपने दोनो हाथो से अपनी चूत को फैला दिया. मैने अपने लंड के फ्रंट पार्ट को एक हल्के से झटके के साथ जैसे ही चूत के अंदर किया वो आआ आआआ एयाया ऊऊओ ऊऊ ऊ आआआ अहह नहियीईई धेरेय्य्य्य्य्य्य धेरेय्य्य्य्य्य्य्य धेरेय्य्य्य्य्य्य्य्य आआ ऊऊऊऊओ ऊऊऊऊऊ स्लॉवववव बाबययययययी गो स्लॉवववववववव लग जय्गीईईई स्लॉववववववववव की आवाज़ के साथ पूरी तरह से सिहर उठी. उसने अपने दोनो पैरो को पूरी तरह से टाइट कर दिया. मैने अब उसकी दोनो तनी हुए चुचिओ को अपनी दोनो हथेलियो मे लेते हुए हल्का हल्का दबाना सुरू किया. मैने कुछ देर के बाद जब देखा कि उसके पैर अब धीरे धीरे ढीले पड़ने लगे तो मैने अपनी कमर को फिर से हिलाना सुरू कर दिया. अब उसके मूह से फिर से आआअहह आअहह ऊऊसस ऊआाअ अहह अहह की आवाज़ निकलने लगी. मैने उसकी चुचिओ को ज़ोर ज़ोर से मसलना सुरू कर दिया. कुच्छ देर पर मैने एक ज़ोर का झटका मारा तो वो आअऊओ ऊऊऊऊऊओ नहियीईईईईईईईईई माआआआअ लगगगगगगगगगगगग गैिईईईईईईईईईईईईई नहियीईईईईईईईईईई निकालूऊऊऊऊऊऊ दर्द्द्दद्ड हूऊओ रहा हाईईईईईईईई आआआआअ बसस्स्स्स्स्स्सस्स ऊऊऊऊ मात्त्तटटटटटटतत्त करूऊऊऊओ आआहनाईईईईईईईईईईईईई कर के चिल्ला उठी. मैने पुछा क्या हुआ वो बोली कि लगता है चूत फॅट गयी. मैने अपने लंड के तीन हिस्से मे से दो हिस्से को उसकी चूत मे डाल दिया था. अब मैने उसके पैर को फैलाने के लिए उठ के के बैठ गया और उसके पैरो को पकड़ के समेटते हुए फैला दिया. अब मैं अपने लंड को उसके चूत के अंदर ले जाने का पूरा फ़ैसला कर लिया.

मैने उसके कमर को पकड़ के एक ज़ोर का झटका मारा इस बार तो वोआाहह नाहहिईीईईईईईईईईईईईईईई लगगगगगगगग रहाआआआआअ है ईईईईईईईईईईईईईई माआआआआआअ आआअहबब्ब्ब्बबबाआआआअपरीए आआआआअ करके जैसे बुरी तरह से छटपटा उठी. मैने जब उसके चूत पर देखा पाया कि मेरा पूरा लंड उसके गोरी चूत के अंदर जा चुका था. मैने जब देखा कि वो ऐसे शांत नही होगी तो मैं उसके उपर लेट गया और उसके होंठो को अपने होटो मे लेके दबा लिया और अपने दोनो हाथो से उसकी दोनो चुचिओ को मसल्ने लगा. मैने ज़ोर ज़ोर से झटका लगाना भी सुरू कर दिया. मैं कुच्छ देर के बाद अपनी कमर के नीचे देखा तो पाया कि वो भी अब अपनी कमर को हिलाने लगी थी. सयद उसे भी अब मज़ा आ रहा था. मैने पुछा कि मज़ा आ रहा है तो उसने मुस्कुरा के सर को हिलाया. कुच्छ देर तक इसी तरह से चुदाई करने के बाद मैने अपने स्पर्म को जैसे ही उसकी चूत मे गिराया तो मैने उसके होटो को कुछ देर तक चुसता रहा और एक तरफ उसकी दोनो चुचिओ को मसलता रहा तो दूसरी तरफ उसके होटो को चूस्ता रहा और उसने भी पूरा साथ दिया. अब हम दोनो बुरी तरह से थक चुके थे. मैं कुच्छ देर तक उसके उपर लेटा रहा तब उठ के अपने लंड को निकाल के भावना के बगल मे लेट गया. और कुच्छ देर मे हम दोनो वैसे ही सो गये. सुबह जब नींद खुली तो दिन के 9 बज रहे थे. मुझे अपने काम से जाना था. मैं उठ के तैयार हो गया. भावना भी उठ गयी थी. वो भी खुस थी. मैने मुस्कुराते हुए पुछा 'कैसी लगी रात की घटना' वो मुस्कुराते हुए बोली 'बहुत अच्छा लगा तुमने तो मेरी चूत ही फाड़ डाली.' मैने उसके कपड़ा पहनने के बाद दरवाज़ा खोला और अपने रूम के लिए निकल गया. इसके बाद भावना को 3 दिन और चोदा. दोस्तो कैसी लगी ये दास्तान ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा

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Re: Hindi Sex Stories By raj sharma

Unread post by raj.. » 01 Nov 2014 13:19

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मेरी कज़िन नीलिमा


दोस्तों मैं यानि आपका दोस्त राज शर्मा एक और नई कहानी के साथ हाजिर हूँ ये कहानी तब की है जब मेरी उमर मेरी उमर 25 साल थी और मैं ग्रॅजुयेशन कर के नौकरी तलाश रहा था ,मेरी दो कज़िन है पहली की उमर 16 और दूसरी की 21 साल है . एक का नाम रीता है और दूसरी का नाम नीलिमा है.ये अभी कुछ दिन पहले की बात है. मेरी दोनो कज़िन छूत्टियाँ बिताने हमारे घर आई हुई थी. मेरे मोम और डॅड दोनो ही सर्विस करते है. सो सुबह दोनो ड्यूटी पर निकल जाते है. मैं घर पर अकेला थे .मेरी बड़ी कज़िन नीलिमा(21 एअर) शॉपिंग के लिए गयी थी और छोटी कज़िन रीता(16 एअर) इसी शहर मे हमारे एक रिलेटिव के घर गयी थी. रीता का अड्मिशन हो गया था फॅशिन डिज़ाइनिंग मे और उसे अगले दिन हॉस्टिल जाना था. उस दिन मैं अपने रूम मे बैठ कर चतिंग कर रहा था. उसी समय मैने बाहर देखा तो आसमान मे बड़े घने बदल दिखे. मैने फोन से नीलिमा और रीता से बात की रीता ने कहा कि वो शाम तक आएगी लेकिन नीलिमा ने कहा कि बस थोड़े देर मैं वो घर आ जाएगी ,शी ईज़ ऑन दा वे. फिर मैने देखा कि जोरो से पानी पड़ना स्टार्ट हो गया. मुझे बरसात मे नहाना बहुत अच्छा लगता है इस लिए तुरंत हाफ पॅंट पहन कर छत पर चला गया और बारिश मे भीग कर बारिश का मज़्ज़ा लेने लगा.थोड़े देर मे दरवाजे की घंटी बजी. मैं भीगा हुआ ही नीचे आया और डोर को खोला मैने देखा कि दरवाज़े पर नीलिमा खड़ी है और वो पूरी तरह से भींगी हुई है


जब मैने दरवाज़ा खोला तो वो अपने दुपट्टे को हाथ मे लेकर उससे पानी निचोड़ रही थी इस लिए उसके बूब्स मुझे दिखे पानी मे भीगने की वज़ह से उसकी पूरी ड्रेस उसके बदन से चिपक गयी थी.


मैने देखा कि उसकी ब्लॅक ब्रा उसके पिंक सूट से नज़र आ रहा था और उसकी चुचि (बूब्स) उपर से आधे वाइट और गोल नज़र आ रहे थे. मुझे तो देखते ही मदहोशी छाने लगी और मेरा लंड खड़ा होने लगा.तभी वो अंदर की तरफ आई मैने पीछे से उसकी गांद(आस)को बड़े गौर से देखा वाउ एक दम गोल गोल और मस्त लग रही थी. मैं उसके पीछे भीतर गया और पूछा कि पानी मे भीगने की क्या ज़रूरत थी तो नीलिमा ने कहा कि मैं पास मे ही थी तो बारिश स्टार्ट हो गयी और वैसे भी मुझे पानी मे भीगना अच्छा लगता है.


तो मैने कहा कि ठीक है मैं छत पर जा रहा हू बरसात मे नहाने. ये कह कर मैं उपर आ गया और नहाते हुआ नीलिमा के फिगर के बारे मे सोचने लगा.तभी मैने देखा की नीलिमा भी उपर आ गयी और पानी मे भीगने लगी. इधर पानी पूरे ज़ोर से बरस रहा था मैं तो यही चाह रहा था कि वो उपर आ जाए.मैं नीलिमा से नज़रे बचा कर उसके भीगे बदन को देख रहा था मैने देखा कि उसके गुलाबी होंठ एक दम लाल हो गये है और उसकी आधी चुचि उसके सूट से निकलने को बेताब है और उसके सुडौल पैर एक दम मस्त लग रहे थे .मेरा तो मूड खराब होने लगा और मैने सोचा कि अब तक अपनी प्यारी कज़िन को सिर्फ़ ख्यालो मे चोदा आज इससे रियल मे मज़्ज़ा लिया जाए. जो होगा देखा जाएगा ये सोच कर मेरा लंड खड़ा होने लगा इधर नीलिमा पूरे मध्होशि मे भींग रही थी. थोड़ी ही देर मे मेरा लंड मेरे हाफ पॅंट मे खड़ा हो गया था और उपर से साफ दिख रहा था ,मैने देखा कि नीलिमा की नज़र मेरे पॅंट पड़ रही उसने देखा और फिर थोड़ी सी मुस्करा कर भीगने मे मस्त हो गयी. उसके पूरे बदन पर बरसात का पानी पड़ रहा था और उसके होंठ एक दम गुलाबी होते जा रहे थे ,इधर मुझसे रहा नही जा रहा था मैं धीरे से नीलिमा के पीछे गया और उसे पीछे से कमर मे हाथ डाल कर उठा लिया इससे मेरा लंड उसकी गांद से एक दम सॅट गया. नीलिमा तुरंत मुझे झटकते हुआ आलग हो गयी और बोली कि "ये क्या कर रहे हो भैया" ,तो मैने उससे बोला "नीलिमा आज तुम ग़ज़ब की लग रही हो मैं तुम्हे प्यार करना चाहता हू"मैं तुम्हे बचपन से चाहता हू और तुमसे प्यार करना चाहता हू" तो नीलिमा ने "बोला कि आपको शरम नही आती अपनी कज़िन के बारे मे ऐसा सोचते है" तो मैने कहा मेरी रानी जब तुम्हे मेरे लंड देखने मे और मेरे सामने आधे नंगे बदन नहाने मे शरम नही आ रही तो मुझे कैसे आईगी .

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