जब साहिल ने पायल को इस हालत में देखा तो, वो अपनी पलके अपना झपकाना भी भूल गया…पायल ने मुस्कराते हुए उसकी ओर देखा, और फिर एक तरफ पड़े बिस्तर को उठाने लगी…साहिल किसी बुत की तरह खड़ा ये सब देख रहा था…पायल ने बिस्तर उठा कर डोर के बिल्कुल बीच में बिछा दिया…रूम की छत रूम से थोड़ा ज़्यादा आगे तक बनाई गई थी…जिसके कारण बारिश तो अंदर नही आ रही थी…..
पर तेज हवा चलने के कारण पानी की ठंडी फुहार हवा के साथ आकर डोर के पास गिर रही थी…पायल ने वैसे ही वहाँ लेटे हुए साहिल की तरफ देखते हुए कहा…”पुत्तर लाइट बंद कर के 0 वाट दा बल्ब जगा दे…
साहिल को जैसे होश सा आया पायल की आवाज़ सुन कर, वो काँपते हुए लाइट के स्विच के पास गया…और ट्यूब लाइट ऑफ करके, 0 वाट का बल्ब जला कर पायल के पास आकर खड़ा हो गया…0 वॉट के बल्ब से रेड कलर की रोशनी निकल कर पूरे कमरे में फेल चुकी थी….पायल ने अपनी बाहों को उठा कर साहिल को अपने पास आने के लिए कहा…
साहिल बिस्तर पर बैठते हुए, पायल की बाहों में जाने लगा…जैसे ही साहिल पायल की बाहों की पहुच में पहुचा, पायल ने थोड़ा सा उठते हुए साहिल को अपनी बाहों में भर कर अपने ऊपेर खेंच कर अपने से चिपका लिया. और बेतहासा साहिल के गालो और गर्दन को चूमते हुए चाटने लगी…क्योंकि साहिल भी ऊपेर से नंगा था.जैसे ही साहिल के बदन और चाची पायल के बदन आपस में सटे…पायल को मस्ती की खुमारी सी छाने लगी….उसने साहिल को सिसकते हुए कहा…
पायल: पुत्तर मेरी लेनी है….
साहिल: (काँपति आवाज़ में)की चाची…
पायल: मेरे फुद्दि लेंगा….
साहिल ने हां में सर हिला दिया….पायल ने अपनी बाँहो को साहिल की नंगी पीठ पर कसते हुए कहा “पुत्तर अपनी चाची दे माममे खाली कर दे आज” देख किन्ना दूध बचा के रखया है तेरे लाये “ साहिल तो जैसे इस पल के इंतजार में था….उसने झुक कर पायल के राइट मम्मे को मूह में भर कर चूसना शुरू कर दिया…..पायल अपने निपल पर साहिल के होंठो के दबाव को महसूस करते सिसक उठी….”ओह्ह्ह साहिल पुत्तर हां चूस ले उंह सीईइ हइई”
साहिल अपनी चाची के नंगे जिस्म के ऊपेर था….भले ही पायल का जिस्म पानी से भीगा हुआ था…पर उसके बदन से उठ रही गरमी को साहिल सॉफ-2 महसूस कर पा रहा था….और जब तेज हवा के साथ बारिश के पानी की फुँहार पायल के बदन पर पड़ती….तो वो साहिल को अपने से और ज़ोर से चिपका लेती…..
साहिल पूरे जोश में आकर पायल चाची की निपल को चूस रहा था… पायल के मम्मे से गरम-2 दूध निकल कर साहिल के मूह में जा रहा था. “हाईए हां पी ले….मेरीए शेर आह जोर्र से चूस मेरे शेर पुत्तर” पायल के हाथ तेज़ी से साहिल की पीठ पर घूम रहे थे…पायल इतनी चुदास से भर चुकी थी कि, वो उसी पल साहिल के लंड को अपनी चूत में ले लेना चाहती थी….पर आज पायल जी भर कर इस रात का मज़ा लेने के मूड में थी…
इसीलिए पायल बीच-2 में अपने हाथों को साहिल की पीठ से हटा कर, उसके सर को अपने दोनो हाथों में पकड़ ऊपेर उठा देती…और उसका तना हुआ आधे इंच का निपल पक की आवाज़ से साहिल के मूह से बाहर आ जाता.. और फिर अपनी मदमस्त हो चुकी आँखों से साहिल की ओर देखते हुए कहती…
पायल: (मदहोशी भरी लड़खड़ाती आवाज़ में) साहिल्ल ओह्ह्ह तेनू किद्दा लग रहा है.मज़ा आ रहा है ना….
साहिल बिना कुछ बोले हां में सर हिला देता…और पायल फिर से उसके होंठो को अपने निपल पर लगा देती…साहिल भी बिना एक पल रुके उसके मम्मे को मूह में भर लेता “आह ओह्ह्ह्ह साहिल चुस्स्स पुत्तर हां पूरा खा जा अपनी चाची दे मम्मे….सीईईई हाईए ओईए तू तां बहुत वाडया मम्मा चूस्दा है” पायल की सिसकारियाँ पूरे रूम में गूंजने लगी थी…
अब पायल से बर्दास्त करना मुस्किल होता जा रहा था….उसकी चूत ने भी अपने प्यार के मोतियों को चूत के छेद पर ला दिया था…पायल ने फिर से अपने हाथों में साहिल के सर को पकड़ कर ऊपेर उठाया…पायल के मम्मे का निपल खिंचते हुए पक की आवाज़ से साहिल के मूह से बाहर आ गया…
पायल: (सिसकारियाँ लेते हुए) साहिल मेरी लेनी है…
इस बार साहिल को अपनी चाची की बात का मतलब पता था…..उसने भी काँपते हुए अपने सर को हां में हिला दिया….पायल के होंठो पर वासना से भरी मुस्कान फेल गई…उसने अपने हाथों को नीचे लेजा कर साहिल की कमर से टवल को हटा कर रूम के अंदर की तरफ फेंक दिया….
फिर पायल ने अपनी टाँगों को पूरा खोल कर फेला दिया और साहिल के कंधो पर हाथ रखते हुए, उसे पीछे की ओर उठाते हुए, उसे घुटनो के बल बैठा दिया….साहिल अपनी आँखों को फाडे, चाची की जाँघो के बीच उस चीज़ को देख रहा था….जिसे देखने की ललक उसके मन में कब से थी…
एक दम काले और घने बालो से भरी हुई चूत…साहिल का तो देख कर ही बुरा हाल था…अजीब सी उत्सकता के कारण उसके हाथ पैर काँप रहे थे.. पायल ने साहिल की तरफ देख कर मुस्कराते हुए कहा….”अपनी चाची दी फुददी मारेंगा….” साहिल ने अपनी नज़रे चाची की चूत से हटा कर पायल के फेस की तरफ देख कर हां में सर हिला दिया….
पायल: आजा मेरे शेर पुत्तर…मार ले अपनी चाची दी फुद्दि…
पर साहिल को क्या पता कि, छूट कैसे मारी जाती है…..साहिल वैसे ही बुत बने हुए बैठा था…पायल भी इस बात से अंजान ना थी…उसने मुस्कराते हुए, अपनी टाँगों को घुटनो से मोड़ कर ऊपेर उठाया, और फिर अपनी जाँघो को दोनो ओर फेला दिया….जिससे पायल की चूत की फांके जो पहले आपस में सटी हुई थी…एक दम से खुल गई….और साहिल की फांको के अंदर गुलाबी भाग दिखाई देने लगा…
पायल जानती थी, कि साहिल ऐसा पहली बार कर रहा है….इसीलिए वो अपने आप कुछ नही कर पाएगा…उसने साहिल की ओर देखते हुए अपने दोनो हाथों को अपनी चूत की फांको पर ले आए, और अपनी चूत की फांको को फेलाते हुए, अपनी चूत का गुलाबी छेद साहिल की आँखों के सामने कर दिया…
पायल की चूत का छेद पायल की चूत से निकले कामरस से लबलबा रहा था. और कभी सिकुरता और कभी फैलता…जिससे उसके कामरस की ओस की बूंदे चूत के छेद से बाहर बहने लगती..”आ देख पुत्तर तेरे चाची दी फुद्दि. तेनू इस्स्दे विच छेद दिखाई दे रहा है ना” साहिल की नज़रे चाची की चूत पर थी….और कान चाची की बातों को सुन रहे थे….
साहिल ने हां में सर हिला दिया “बस फेर पा डी अपना लंड मेरी फुद्दि छ फाड़ दे अपनी चाची दी फुद्दि…” साहिल चाची की बातों को सुन कर पूरे जोश में आ चुका था…उसने अपने लंड को हाथ में पकड़ और थोड़ा आगे सरकते हुए, अपने लंड के सुपाडे को चाची की चूत के छेद पर लगा दिया..
छोटी सी जान चूतो का तूफान
Re: छोटी सी जान चूतो का तूफान
हालाकी साहिल का लंड सिर्फ़ 5 इंच ही लंबा था, और पतला सा था….पर फिर भी उसका सुपाडा गरम होकर दहक रहा था…जैसे ही साहिल के लंड का सुपाडा चाची की ऊट के छेद पर लगा…पायल एक दम से सिसक उठी “उंह अह्ह्ह्ह साहिल मार दे ले लयी मेरी आजाअ आह उंह हाईए साहिल जल्दी अंदर कर दे पुत्तर” साहिल ने अपने लंड के सुपाडे को धीरे-2 पायल की चूत के छेद पर दबाना शुरू कर दिया…..
और उसके लंड का सुपाडा पायल की गीली चूत के अंदर चूत की दीवारो को फेलाता हुआ अंदर घुसने लगा….”वंश के जनम के समय कुछ कॉंप्लिकेशन्स आ गई थी…इसीलिए वंश के जनम के दिन पायल का ऑपरेशन करवाना पड़ा था….इसीलिए वंश उसकी चूत से नही निकाला था… पायल की चूत अभी भी टाइट थी….और ऊपेर से शादी के बाद रवि बहुत कम बार पायल को चोद पाया था…
जब शादी के 1 महीने बाद ही पायल और रवि को ये पता चला कि, पायल अब पेट से है, तो उसके बाद से लेकर आज तक उन दोनो के बीच कोई जिस्मानी रिस्ता नही बना था…इसीलिए पायल की चूत अभी तक टाइट थी….साहिल के लंड का सुपाडा पायल की चूत के अंदर जा चुका था…पायल की आँखें मस्ती में बंद होने लगी थी…उसने अपनी बंद होती आँखों से साहिल की तरफ देखते हुए कहा….
पायल: उंह साहिल ज़ोर नाल धक्का मार…
साहिल ने अपने दोनो हाथों को पायल की कमर पर रखा, और अपनी कमर को पूरी ताक़त के साथ आगे की तरफ झटका दिया..साहिल का पतला सा लंड सरसराता हुआ, पायल की चूत में जा घुसा…पायल के पूरे बदन में मस्ती की लहर दौड़ गई….और उसका पूरा बदन मस्ती में काँप गया…साहिल वैसे ही बैठे हुए, अपनी चाची के फेस को देख रहा था…
पायल अपनी आँखें बंद किए हुए, अपने नीचले होंठ को दांतो में दबा रखा था….और पायल अपने नथुनो से गहरी साँसे ले रही थी…थोड़ी देर बाद पायल ने अपनी आँखे खोल कर साहिल की तरफ देखा….पायल की आँखो में आँसू की बूंदे देख कर साहिल थोड़ा सा घबरा गया…
साहिल: चाची की हुआ दर्द हो रहा है ?
पायल: (अपनी आँखों को सॉफ करते हुए अपने होंठो पर कातिल मुस्कान ले आई और अपनी बाहों को फेला कर साहिल को अपनी बाहों में आने के इशारा किया) नही साहिल आजा मेरा शेरा
साहिल अपनी चाची के ऊपेर झुक गया…पायल ने दोनो हाथों से साहिल के कंधो को पकड़ कर अपने बदन से चिपका लिया…”साहिल में तो वो कुछ ज़्यादा ही खुस हो गई थी…इसीलिए मेरी आँखो से ख़ुसी के आँसू आ गए तू फिकर ना कर “ फिर चाची ने साहिल के फेस को अपनी हाथों में लेकर बेतहासा चूमना शुरू कर दिया….
साहिल के गाल पायल के थूक से गीले हो गए….पर साहिल को इसकी कोई परवाह नही थी….थोड़ी ही देर में पायल की चूत की दीवारों ने साहिल के लंड को अपने अंदर दबाना शुरू कर दिया….पायल की चूत तो कब से बेताब थी…जिस चीज़ के लिए वो वंश के जनम से पहले से तरस रही थी..आज साहिल उसे वो ख़ुसी दे रहा था…
पायल ने उसके गालो को चूमते हुए, एक पल के लिए रुकी, फिर एक दम से साहिल के होंठो को अपने होंठो में भर लिया….बाहर आसमान में फिर से बिजली कोंध गई…पूरा आसमान बिजली के कोंधने की आवाज़ से गड़गड़ा उठा. और नीचे पायल और साहिल के होंठो के मिलन में भी वैसी ही उन्मक्ता थी…जैसे ही पायल ने साहिल के होंठो को अपने होंठो में लेकर चूमा…
साहिल को अपना पहला किस याद आ गया….जब उसने और गीता ने बहुत देर तक एक दूसरे के होंठो को चूसा था…साहिल ने उसी ख्यालो में खोए हुए, पायल के नीचले होंठ को अपने होंठो में भर लिया, और ज़ोर-2 से उसके होंठो को चूस्ते हुए उसके होंठो का रस पीने लगा…साहिल की इस हरकत से पायल एक दम से हैरान रह गई….पर उसने साहिल को बिना कुछ कहे अपने होंठो को रस पीने के लिए खुली आज़ादी दे दी…
साहिल पायल के निचले होंठ को बड़े ज़ोर-2 से चूस रहा था…पायल को इस बात का अंदाज़ा नही था कि, साहिल उसके होंठो को इतने जबरदस्त तरीके से चूस सकता है..पर साहिल के इस तरह होंठ चूसने से उसके जिस्म में वासना की खुमारी और बढ़ गई थी….पायल की चूत साहिल के लंड को अंदर ही अंदर कस के दबाती तो कभी ढीला छोड़ देती….
पायल के मूह से घुटि हुई सिसकारियाँ लगातार निकल रही थी…और पायल अपने दोनो हाथों से साहिल के सर को सहलाते हुए, अपने होंठो को चूसा कर निहाल हो रही थी….पायल की चूत अब आग उगलने लगी थी….और अब उससे सबर नही हो रहा था…उसने नीचे से अपनी गांद को धीरे-2 ऊपेर की तरफ उठाना शुरू किया…पर साहिल वैसे ही लेटा हुआ चाची के होंठो को चूस रहा था….
जब पायल ने नीचे से अपनी गांद को हिलाना शुरू किया तो, पायल की चूत की दीवारे साहिल के लंड पर रगड़ खाने लगी…..एक अजीब से सरसराहट साहिल के लंड में दौड़ गई….उसने पायल के होंठो से अपने होंठो को अलग किया, और पायल के फेस की तरफ देखने लगा….पायल ने अपनी आँखो को खोल कर साहिल की तरफ देखा…उसने अपनी कमर नीचे से हिलानी बंद कर दी….
जैसे ही पायल ने अपनी आँखों को खोला….साहिल फिर से पायल के होंठो पर झुक गया, और इस बार पायल के ऊपेर वाले होंठ को अपने होंठो में भर कर चूसना शुरू कर दिया….पायल के लिए ये एक और चौंका देने वाला था. वो समझ नही पा रही थी कि, उसने इस तरह किस करना कैसे सीखा होगा..
पर इस समाए पायल ना तो कुछ बोलने के मूड में थी, और ना ही कुछ पूछने के, वो तो अपनी चूत की आग को बुझाने के मूड में थी. उसने फिर से अपनी आँखें बंद कर ली, पायल के होंठ खुले हुए थे....फिर अचानक साहिल ने अपनी जीभ पायल के मूह में डाल दी, पायल को एक के बाद एक शॉक पर शॉक लग रहे थे….
और उसके लंड का सुपाडा पायल की गीली चूत के अंदर चूत की दीवारो को फेलाता हुआ अंदर घुसने लगा….”वंश के जनम के समय कुछ कॉंप्लिकेशन्स आ गई थी…इसीलिए वंश के जनम के दिन पायल का ऑपरेशन करवाना पड़ा था….इसीलिए वंश उसकी चूत से नही निकाला था… पायल की चूत अभी भी टाइट थी….और ऊपेर से शादी के बाद रवि बहुत कम बार पायल को चोद पाया था…
जब शादी के 1 महीने बाद ही पायल और रवि को ये पता चला कि, पायल अब पेट से है, तो उसके बाद से लेकर आज तक उन दोनो के बीच कोई जिस्मानी रिस्ता नही बना था…इसीलिए पायल की चूत अभी तक टाइट थी….साहिल के लंड का सुपाडा पायल की चूत के अंदर जा चुका था…पायल की आँखें मस्ती में बंद होने लगी थी…उसने अपनी बंद होती आँखों से साहिल की तरफ देखते हुए कहा….
पायल: उंह साहिल ज़ोर नाल धक्का मार…
साहिल ने अपने दोनो हाथों को पायल की कमर पर रखा, और अपनी कमर को पूरी ताक़त के साथ आगे की तरफ झटका दिया..साहिल का पतला सा लंड सरसराता हुआ, पायल की चूत में जा घुसा…पायल के पूरे बदन में मस्ती की लहर दौड़ गई….और उसका पूरा बदन मस्ती में काँप गया…साहिल वैसे ही बैठे हुए, अपनी चाची के फेस को देख रहा था…
पायल अपनी आँखें बंद किए हुए, अपने नीचले होंठ को दांतो में दबा रखा था….और पायल अपने नथुनो से गहरी साँसे ले रही थी…थोड़ी देर बाद पायल ने अपनी आँखे खोल कर साहिल की तरफ देखा….पायल की आँखो में आँसू की बूंदे देख कर साहिल थोड़ा सा घबरा गया…
साहिल: चाची की हुआ दर्द हो रहा है ?
पायल: (अपनी आँखों को सॉफ करते हुए अपने होंठो पर कातिल मुस्कान ले आई और अपनी बाहों को फेला कर साहिल को अपनी बाहों में आने के इशारा किया) नही साहिल आजा मेरा शेरा
साहिल अपनी चाची के ऊपेर झुक गया…पायल ने दोनो हाथों से साहिल के कंधो को पकड़ कर अपने बदन से चिपका लिया…”साहिल में तो वो कुछ ज़्यादा ही खुस हो गई थी…इसीलिए मेरी आँखो से ख़ुसी के आँसू आ गए तू फिकर ना कर “ फिर चाची ने साहिल के फेस को अपनी हाथों में लेकर बेतहासा चूमना शुरू कर दिया….
साहिल के गाल पायल के थूक से गीले हो गए….पर साहिल को इसकी कोई परवाह नही थी….थोड़ी ही देर में पायल की चूत की दीवारों ने साहिल के लंड को अपने अंदर दबाना शुरू कर दिया….पायल की चूत तो कब से बेताब थी…जिस चीज़ के लिए वो वंश के जनम से पहले से तरस रही थी..आज साहिल उसे वो ख़ुसी दे रहा था…
पायल ने उसके गालो को चूमते हुए, एक पल के लिए रुकी, फिर एक दम से साहिल के होंठो को अपने होंठो में भर लिया….बाहर आसमान में फिर से बिजली कोंध गई…पूरा आसमान बिजली के कोंधने की आवाज़ से गड़गड़ा उठा. और नीचे पायल और साहिल के होंठो के मिलन में भी वैसी ही उन्मक्ता थी…जैसे ही पायल ने साहिल के होंठो को अपने होंठो में लेकर चूमा…
साहिल को अपना पहला किस याद आ गया….जब उसने और गीता ने बहुत देर तक एक दूसरे के होंठो को चूसा था…साहिल ने उसी ख्यालो में खोए हुए, पायल के नीचले होंठ को अपने होंठो में भर लिया, और ज़ोर-2 से उसके होंठो को चूस्ते हुए उसके होंठो का रस पीने लगा…साहिल की इस हरकत से पायल एक दम से हैरान रह गई….पर उसने साहिल को बिना कुछ कहे अपने होंठो को रस पीने के लिए खुली आज़ादी दे दी…
साहिल पायल के निचले होंठ को बड़े ज़ोर-2 से चूस रहा था…पायल को इस बात का अंदाज़ा नही था कि, साहिल उसके होंठो को इतने जबरदस्त तरीके से चूस सकता है..पर साहिल के इस तरह होंठ चूसने से उसके जिस्म में वासना की खुमारी और बढ़ गई थी….पायल की चूत साहिल के लंड को अंदर ही अंदर कस के दबाती तो कभी ढीला छोड़ देती….
पायल के मूह से घुटि हुई सिसकारियाँ लगातार निकल रही थी…और पायल अपने दोनो हाथों से साहिल के सर को सहलाते हुए, अपने होंठो को चूसा कर निहाल हो रही थी….पायल की चूत अब आग उगलने लगी थी….और अब उससे सबर नही हो रहा था…उसने नीचे से अपनी गांद को धीरे-2 ऊपेर की तरफ उठाना शुरू किया…पर साहिल वैसे ही लेटा हुआ चाची के होंठो को चूस रहा था….
जब पायल ने नीचे से अपनी गांद को हिलाना शुरू किया तो, पायल की चूत की दीवारे साहिल के लंड पर रगड़ खाने लगी…..एक अजीब से सरसराहट साहिल के लंड में दौड़ गई….उसने पायल के होंठो से अपने होंठो को अलग किया, और पायल के फेस की तरफ देखने लगा….पायल ने अपनी आँखो को खोल कर साहिल की तरफ देखा…उसने अपनी कमर नीचे से हिलानी बंद कर दी….
जैसे ही पायल ने अपनी आँखों को खोला….साहिल फिर से पायल के होंठो पर झुक गया, और इस बार पायल के ऊपेर वाले होंठ को अपने होंठो में भर कर चूसना शुरू कर दिया….पायल के लिए ये एक और चौंका देने वाला था. वो समझ नही पा रही थी कि, उसने इस तरह किस करना कैसे सीखा होगा..
पर इस समाए पायल ना तो कुछ बोलने के मूड में थी, और ना ही कुछ पूछने के, वो तो अपनी चूत की आग को बुझाने के मूड में थी. उसने फिर से अपनी आँखें बंद कर ली, पायल के होंठ खुले हुए थे....फिर अचानक साहिल ने अपनी जीभ पायल के मूह में डाल दी, पायल को एक के बाद एक शॉक पर शॉक लग रहे थे….
Re: छोटी सी जान चूतो का तूफान
उसे यकीन नही हो रहा था…..जिस साहिल के अभी झांट के बाल नही उगे, वो इतनी सी उमर में इतना सब कैसे सीख गया….पर जो भी था….पायल को साहिल की हर हरक़त मस्त कर देती….और पायल अपनी गांद को धीरे-2 ऊपेर उछालने लगी….मस्ती में आकर आख़िर जब उससे बर्दास्त नही हुआ, तो उसने साहिल के कान में काँपति हुई आवाज़ में कहा…..
पायल: साहिल पुत्तर मार ना मेरी….
साहिल: (अपने होंठो को पायल के होंठो से हटाते हुए) कैसे चाची ?
पायल : ओह्ह साहिल अपना लंड मेरे फुददी दे अंदर बाहर कर…..
साहिल ने धीरे-2 अपने लंड को बाहर निकाला…जैसे ही, साहिल का लंड सुपाडे तक पायल की चूत से बाहर आया…पायल एक दम से सिसकते हुए “बस साहिल.. उंह आहह अब फिर से डाल दे पूरा अंदर अह्ह्ह्ह” साहिल ने जैसे ही अपनी कमर को आगे की तरफ दबाया….साहिल का लंड फिर से फिसलता हुआ पायल की गीली चूत में समा गया….
पायल अपनी चूत की दीवारो पर साहिल के लंड की रगड़ को महसूस करते हुए सिसक उठी…उसने भी अपनी जीभ को साहिल के मूह में डाल दिया…और साहिल भी जैसे इस पल का इंतजार कर रहा था….उसने पायल की जीभ को अपने मूह में भर कर चूसना शुरू कर दिया……पायल एक दम से मस्त हो गई.. उसके मूह से उन्घ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह जैसी घुटि सिसकारियाँ निकलने लगी….
साहिल धीरे-2 अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा….पायल तो जैसे सवर्ग में पहुच गई थी….बाहर से जब ठंडी और तेज हवा के साथ बारिश की बोछार आकर पायल के जिस्म से टकराती….पायल एक दम से मस्त होकर साहिल को अपने से और चिपका देती….
पायल भी अपनी गांद को तेज़ी से ऊपेर उछाल कर अपनी चूत को साहिल के लंड पर पटाकने लगी….साहिल ने अपने होंठो को पायल के होंठो से अलग किया…और फिर अपनी कमर को आगे पीछे करते हुए, पायल की चूत के अंदर बाहर करने लगा…..
पायल: ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह साहिल मार ले अपनी चाची दी फुद्दि….आहह मार ज़ोर दे मार फाड़ दे मेरे फुद्दि…
साहिल चाची की बातें सुन कर और जोश में आ गया…और अपनी कमर को और तेज़ी से हिलाने लगा….उसका लंड पायल की चूत में रगड़ ख़ाता हुआ, अंदर बाहर होने लगा….पायल की चूत से निकल रहे पानी से साहिल का लंड एक दम गीला हो गया था…और बिना किसी बाधा के अंदर बाहर हो रहा था….
पायल: आह हां मेरे शेरा ऐसी मार अपनी चाची दी फुदी आह मार ले …..में अपने शेर नू रोज दूँगी अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह सीईईई माआअ……तू तू आह लेंगी ना मेरी रोज्ज्ज……
साहिल तो जैसे कुछ सुन ही नही रहा था….वो लगतार कमर हिलाते हुए, चाची की चूत में अपना लंड ठोके जा रहा था.तभी अचानक से पायल का बदन अकड़ने लगा….उसने साहिल के कंधो को कस के पकड़ लिया….और तेज़ी से अपनी गांद को ऊपेर की ओर उछालने लगी..”आहह साहिल अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह देख मेरी फुद्दि दा काम होने वाला अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सी जोर्र नाअलल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल मार अपनी चाची दी फुद्दि…
पायल ने अपनी दोनो टाँगों को साहिल की कमर पर लपेटते हुए, अपनी गांद को पूरी ताक़त से उछलाते हुए अपनी चूत को साहिल के लंड पर पटकना शुरू कर दिया…साहिल बेचारे का तो हिलना भी मुस्किल हो गया….पर अपनी चाची को इस तरह चुदवाते देख साहिल भी मदहोश हो गया….
पायल: अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह साहिल यीईईईईईईईईईईईईईह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ले में आइईईईईईईईईईईईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हइईए ओयीईईईईईईईईईईईईईईई मेरीएईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई फुद्दि अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह गई में……
पायल काँपते हुए झड़ने लगी….उसने अपनी बाहों में साहिल को ज़ोर से कस लिया….उसे अपनी चूत के अंदर एक सैलाब सा उमड़ता हुआ महसूस हुआ….पर साहिल तो अभी तक झाड़ा नही था…..
क्रमशः............................................
पायल: साहिल पुत्तर मार ना मेरी….
साहिल: (अपने होंठो को पायल के होंठो से हटाते हुए) कैसे चाची ?
पायल : ओह्ह साहिल अपना लंड मेरे फुददी दे अंदर बाहर कर…..
साहिल ने धीरे-2 अपने लंड को बाहर निकाला…जैसे ही, साहिल का लंड सुपाडे तक पायल की चूत से बाहर आया…पायल एक दम से सिसकते हुए “बस साहिल.. उंह आहह अब फिर से डाल दे पूरा अंदर अह्ह्ह्ह” साहिल ने जैसे ही अपनी कमर को आगे की तरफ दबाया….साहिल का लंड फिर से फिसलता हुआ पायल की गीली चूत में समा गया….
पायल अपनी चूत की दीवारो पर साहिल के लंड की रगड़ को महसूस करते हुए सिसक उठी…उसने भी अपनी जीभ को साहिल के मूह में डाल दिया…और साहिल भी जैसे इस पल का इंतजार कर रहा था….उसने पायल की जीभ को अपने मूह में भर कर चूसना शुरू कर दिया……पायल एक दम से मस्त हो गई.. उसके मूह से उन्घ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह जैसी घुटि सिसकारियाँ निकलने लगी….
साहिल धीरे-2 अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा….पायल तो जैसे सवर्ग में पहुच गई थी….बाहर से जब ठंडी और तेज हवा के साथ बारिश की बोछार आकर पायल के जिस्म से टकराती….पायल एक दम से मस्त होकर साहिल को अपने से और चिपका देती….
पायल भी अपनी गांद को तेज़ी से ऊपेर उछाल कर अपनी चूत को साहिल के लंड पर पटाकने लगी….साहिल ने अपने होंठो को पायल के होंठो से अलग किया…और फिर अपनी कमर को आगे पीछे करते हुए, पायल की चूत के अंदर बाहर करने लगा…..
पायल: ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह साहिल मार ले अपनी चाची दी फुद्दि….आहह मार ज़ोर दे मार फाड़ दे मेरे फुद्दि…
साहिल चाची की बातें सुन कर और जोश में आ गया…और अपनी कमर को और तेज़ी से हिलाने लगा….उसका लंड पायल की चूत में रगड़ ख़ाता हुआ, अंदर बाहर होने लगा….पायल की चूत से निकल रहे पानी से साहिल का लंड एक दम गीला हो गया था…और बिना किसी बाधा के अंदर बाहर हो रहा था….
पायल: आह हां मेरे शेरा ऐसी मार अपनी चाची दी फुदी आह मार ले …..में अपने शेर नू रोज दूँगी अह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह सीईईई माआअ……तू तू आह लेंगी ना मेरी रोज्ज्ज……
साहिल तो जैसे कुछ सुन ही नही रहा था….वो लगतार कमर हिलाते हुए, चाची की चूत में अपना लंड ठोके जा रहा था.तभी अचानक से पायल का बदन अकड़ने लगा….उसने साहिल के कंधो को कस के पकड़ लिया….और तेज़ी से अपनी गांद को ऊपेर की ओर उछालने लगी..”आहह साहिल अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह देख मेरी फुद्दि दा काम होने वाला अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सी जोर्र नाअलल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल मार अपनी चाची दी फुद्दि…
पायल ने अपनी दोनो टाँगों को साहिल की कमर पर लपेटते हुए, अपनी गांद को पूरी ताक़त से उछलाते हुए अपनी चूत को साहिल के लंड पर पटकना शुरू कर दिया…साहिल बेचारे का तो हिलना भी मुस्किल हो गया….पर अपनी चाची को इस तरह चुदवाते देख साहिल भी मदहोश हो गया….
पायल: अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह साहिल यीईईईईईईईईईईईईईह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ले में आइईईईईईईईईईईईईई अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हइईए ओयीईईईईईईईईईईईईईईई मेरीएईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई फुद्दि अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह गई में……
पायल काँपते हुए झड़ने लगी….उसने अपनी बाहों में साहिल को ज़ोर से कस लिया….उसे अपनी चूत के अंदर एक सैलाब सा उमड़ता हुआ महसूस हुआ….पर साहिल तो अभी तक झाड़ा नही था…..
क्रमशः............................................