ससुर बने साजन पार्ट --3
गतान्क से आगे.............
मैने कहा सच बताना कि क्या आप को लड़के छेड़ते भी हैं क्यू कि आप
की फिगुर बहुत ही गजब की है तो वो बोली कि हाँ जब मैं बाजार जाती
हूँ तो मैने चोर आँखों से देखा है कि कई लड़के मुझे देखते ही
अपने लंड को सहलाने लगते हैं तो मैने कहा कि आप का मन नही
करता उनसे चुदने का तो वो बोली कि करता तो है लेकिन मैं उनकी उमर
के हिसाब से जानती हूँ की उनके लंड का साइज़ 7 या 8 इंच से ज़यादा नही
होगा ओर तुम्हारे जीजू का 9.5इंच का है तो मैं अगर चुदवाना चाहती हूँ
तो 10 या 11इंच के लंड से चुदवाना चाहती हूँ इससे छोटे से नही तो
मैने कहा कि दीदी आप तो हो ही इतनी कमाल कि अगर मैं लड़का होता तो
अभी चोद देता आप को. फिर दीदी ने कहा कि तुम कोन सी कम हो अगर मैं
लड़का होता तो सारी रात तुम्हारी चूत से लंड नही निकालता बहुत मज़े
से चोद्ता तुम्हे हम आपस मे यू ही बातें कर रही थी और एक दूसरे के
बूब्स को सहला रही थी तभी मैने चोर आँखों से देखा कि बाबूजी
आँखे फाड़ फाड़ कर हम दोनो के बूब्स को निहार रहे थे और हमारी बातें
सुन रहे थे हम अपनी तरफ से तो ये शो कर रही थी कि हम बहुत
धीरेबातें कर रही हैं लेकिन इतनी आवाज़ ज़रूर थी कि बाबूजी हमारी
बातें पूरी सुन सकें. फिर दीदी ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए अब मैं
रूम मैं बिल्कुल नंगी थी और दीदी मेरे बूब्स सहला रही थी मेरी
चूत को भी दूसरे हाथ से सहला रही थी मेरे मूह से सिसकियाँ निकल
रही थी.
ससुर बने साजन (sasur bane sajan) compleet
Re: ससुर बने साजन
फिर दीदी ने मेरी चूत को चाटना शुरू कर दिया अब मेरी हालत अजीब सी
हो रही थी मेरे मुँह से किलकरियाँ सी चूत रही थी और दीदी पूरे ज़ोर
से मेरी चूत को चाट रही थी और मेरी चूत मे अपनी जीब घुमा रही
थी. ओर मैं सिसक रही थी हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई दिदीईईइ
यी आपप्प्प्प क्याआआआआआआ कर रायियैयियी हययेयैयिन्न्न.
ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआईईईई म्म्म्ममाआआअ उउउउउईईईईईई म्म्माआआआआअ
और दीदी पूरे मज़े से मेरी चूत चाट रही थी फिर दीदी ने मुझे कहा कि
अब तुम मेरी चूत चॅटो और मैने उनकी चूत चाटनी शुरू कर दी और फिर
दीदी सिसकने लगी वो बॉलीभाभी आप तो कमाल की चूत चाटती हो इतनी
बढ़िया तो कभी तुम्हारे जीजू ने भी मेरी चूत नही चॅटी फिर तो तुम
भैया का लंड भी बड़े मज़े से चुस्ती होगी तो मैने कहा कि हाँ दीदी
वो तो मुझे कई बार कहते हैं कि कुसम मेरा दिल तो कई बार करता है
की तुम्हे चोदु ना बस सारी रात तुम मेरा लंड ही चुस्ती रहो और कई
बार तो मैं 3 3 घंटे भी उनका लंड चुस्ती हूँ ओर फिर दीदी ने
दुबारा से मेरी चूत चाटनी शुरू कर दी मेरे मुख से सिसकियाँ निकलने
लगी हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मैईईईईईईईईईईईईईई मार्र गािईईईईईईईईईईई
डीईईईईईईईययड्डिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई आआआअप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प नीईएए
कैसी आग लगा दी है प्ल्ज़ अब इसे शांत भी कर दीजिए चाहे अपनी उंगली
से ही भुजा दीजिए वो बोली कि भाभी काश कि अभी भैया और तुम्हारे जीजू
यहाँ आ जाए और हमे जी भर के चोदे तो मैने कहा कि दीदी अभी तो
मैं मरी जा रही हूँ अभी तो यहाँ पे कोई भी मरद आ जाए और मुझे
चोद कर मेरी प्यास भुजा दे तो मैं सारी रात उससे चुदवाने को तैयार
हूँ अगर कोई आज या कल मैं भी मुझे चोद दे तो भी मैं सारी रात
उससे चुद जाउन्गि हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईई दडिईईयययद्ड्द्डिईइ
माइईईईईईईईईईईईई मररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर राहहीी हूओन्न मैं क्या करूँ
और फिर हम दोनो 69 के पॉज़ मे आ गई ओर एक दूसरे के चूत चाटने लगी
ओर फिर हम दोनो ही खलास हो गई तो मैने कहा की दीदी आप ने तो बहुत
तंग किया है आज मुझे. है मेरी चूत तो अभी भी लंड को तरस रही
है. वो बोली कि हाँ भाभी दो चूत हैं जो लंड को तरस रही हैं
और इस घर मैं उनकी प्यास भुजाने वाला या उनकी फरियाद सुनने वाला कोई
लंड नही है कैसी विडंबना है.मैने कहा कि काश मुझे कोई खड़ा हुआ
लंड दिख जाए तो मैं तो चूम लूँ उसे और जी भर के चुदवाउ उससे.
यू ही बातें करती हुई हम दोनो लेट गई और सोने का नाटक करने लगी तो
मैने देखा कि बाबूजी अपने रूम की तरफ जा रहे हैं तो मैं और
दीदी भी उठ गई ओर जल्दी से नंगी ही उनके पीछे उनके रूम की तरफ
चल पड़ी.
हो रही थी मेरे मुँह से किलकरियाँ सी चूत रही थी और दीदी पूरे ज़ोर
से मेरी चूत को चाट रही थी और मेरी चूत मे अपनी जीब घुमा रही
थी. ओर मैं सिसक रही थी हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई दिदीईईइ
यी आपप्प्प्प क्याआआआआआआ कर रायियैयियी हययेयैयिन्न्न.
ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआईईईई म्म्म्ममाआआअ उउउउउईईईईईई म्म्माआआआआअ
और दीदी पूरे मज़े से मेरी चूत चाट रही थी फिर दीदी ने मुझे कहा कि
अब तुम मेरी चूत चॅटो और मैने उनकी चूत चाटनी शुरू कर दी और फिर
दीदी सिसकने लगी वो बॉलीभाभी आप तो कमाल की चूत चाटती हो इतनी
बढ़िया तो कभी तुम्हारे जीजू ने भी मेरी चूत नही चॅटी फिर तो तुम
भैया का लंड भी बड़े मज़े से चुस्ती होगी तो मैने कहा कि हाँ दीदी
वो तो मुझे कई बार कहते हैं कि कुसम मेरा दिल तो कई बार करता है
की तुम्हे चोदु ना बस सारी रात तुम मेरा लंड ही चुस्ती रहो और कई
बार तो मैं 3 3 घंटे भी उनका लंड चुस्ती हूँ ओर फिर दीदी ने
दुबारा से मेरी चूत चाटनी शुरू कर दी मेरे मुख से सिसकियाँ निकलने
लगी हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईई मैईईईईईईईईईईईईईई मार्र गािईईईईईईईईईईई
डीईईईईईईईययड्डिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई आआआअप्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प्प नीईएए
कैसी आग लगा दी है प्ल्ज़ अब इसे शांत भी कर दीजिए चाहे अपनी उंगली
से ही भुजा दीजिए वो बोली कि भाभी काश कि अभी भैया और तुम्हारे जीजू
यहाँ आ जाए और हमे जी भर के चोदे तो मैने कहा कि दीदी अभी तो
मैं मरी जा रही हूँ अभी तो यहाँ पे कोई भी मरद आ जाए और मुझे
चोद कर मेरी प्यास भुजा दे तो मैं सारी रात उससे चुदवाने को तैयार
हूँ अगर कोई आज या कल मैं भी मुझे चोद दे तो भी मैं सारी रात
उससे चुद जाउन्गि हाईईईईईईईईईईईईईईईईईईई दडिईईयययद्ड्द्डिईइ
माइईईईईईईईईईईईई मररर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर राहहीी हूओन्न मैं क्या करूँ
और फिर हम दोनो 69 के पॉज़ मे आ गई ओर एक दूसरे के चूत चाटने लगी
ओर फिर हम दोनो ही खलास हो गई तो मैने कहा की दीदी आप ने तो बहुत
तंग किया है आज मुझे. है मेरी चूत तो अभी भी लंड को तरस रही
है. वो बोली कि हाँ भाभी दो चूत हैं जो लंड को तरस रही हैं
और इस घर मैं उनकी प्यास भुजाने वाला या उनकी फरियाद सुनने वाला कोई
लंड नही है कैसी विडंबना है.मैने कहा कि काश मुझे कोई खड़ा हुआ
लंड दिख जाए तो मैं तो चूम लूँ उसे और जी भर के चुदवाउ उससे.
यू ही बातें करती हुई हम दोनो लेट गई और सोने का नाटक करने लगी तो
मैने देखा कि बाबूजी अपने रूम की तरफ जा रहे हैं तो मैं और
दीदी भी उठ गई ओर जल्दी से नंगी ही उनके पीछे उनके रूम की तरफ
चल पड़ी.
Re: ससुर बने साजन
हमने दिन मे ही बाबूजी के रूम की एक खिड़की खुली छोड़ कर उसका परदा
इस तारहे से कर दिया था ता कि हम अंदर का नज़ारा देख सके जब
हमने अंदर देखा तो बाबूजी बेड पे बैठे हुए थे और उन्होने अपना
11इंच का तना हुआ लंड आपने हाथ मे पकड़ रखा था और उसे हिला
रहे थे. दीदी ने मेरे कान मे कहा कि भाभी मैं अंदर जा रही
हूँ मैं अब नही रह सकती बाबूजी से चुदे बिना मेरे मूह मे पानी
आ रहा है उनका खड़ा हुआ लंड देख कर मैं नही रह सकती चुदे
बिना भाभी देखो ना बाबूजी का लंड भी चूत के लिए तड़फ़ रहा है ओर
उन्हे मूठ मारनी पड़ रही है लेकिन मैं उसे आपने रूम मे ले गई ओर
उसे समझाया की अगर तुम अब बाबूजी के सामने गई तो बाबूजी समझ
जाएँगे के ये हमारी चाल थी उन्हे फसाने की हमे खुद उनके पास नही
जाना है बल्कि ये करना है कि वो हमे चोदने को तड़प उठें और तुम ये
क्यू भूल रही हो कि वो मूठ भी तो हमारा नाम ले कर ही मार रहे
होंगे ओर फिर मैने दीदी को समझा भुजा कर सुला दिया. मैने दीदी को
करीब 4 बजे फिर उठा दिया कपड़े तो हम लोगों ने पहने हुए ही नही थे
दीदी ने पूछा कि अब क्या करना है तो मैने उसके कान मे सारी बात
समझा दी और खुद बाबूजी के रूम की तरफ गई और देखा कि वो सो रहे
हैं मैने जान बूझ कर किचन मे से एक गिलास ले कर नीचे गिरा
दिया और अपने रूम मे भाग कर आ गई मेरे अंदाज़े के मुताबिक बाबूजी
उठे ओर किचॅन मे गये और वहाँ देखा कि एक गिलास नीचे गिरा हुआ
है ओर सोचा कि कोई बिल्ली गिरा गई होगी ओर फिर वो हमारे रूम की तरफ
आने लगे उन्हे आता हुआ देख कर मैं ओर दीदी फिर शुरू हो गई और एक
दूसरे के बूब्स सहलाने लगी और चूत चाटने लगी एक दूसरी की.बाबूजी
पर्दे के पीछे खड़े हुए सब देख ओर सुन रहे थे. दीदी बोली कि भाभी
प्लीज़्ज़ज्ज्ज्ज्ज्ज या तो एक या दो दिन मे अपने जीजू को एक रात के लिए यहाँ बुला लो
नही तो मैं किसी और लंड से चुद जाउन्गि अब मुझसे रहा नही जा रहा
है मैं किसी को पकड़ के ही ले आउन्गि यहाँ दिन मे मुझे चोदने के
लिए तो मैने कहा कि और किस लंड से चुदवाने का इरादा है दीदी तो वो
बोली कि भाभी यही तो प्रॉबलूम है कि इस घर मे अभी कोई भी लंड
मोजूद नही है और फिर मैं बोली कि हे भगवान सुबह मुझे किसी खड़े
हुए लंड का दीदार करवा दे. और फिर हम दोनो एक दूसरे को चूमती ओर
चाटती हुई सोने का नाटक करने लगी. सुबह जब मैं उठी और बाबूजी के
लिए चाइ ले कर गई तो मैने देखा कि पहले के विपरीत आज बाबूजी नहा
कर तैयार हुए नही बैठे थे बल्कि लूँगी पहने हुए बैठे थे. मैने
टेबल पे चाइ रख दी ओर पूछा कि नाश्ते मे क्या लेंगे तो वो बोले कि
जो भी हो बना लो. बाबूजी बैठे हुए न्यूसपेपर पढ़ रहे थे. मैने
दीदी को नस्ता बनाने को कहा और खुद रोज की तारहे सफाई करने मे लग
गई. जब मैं बाबूजी के रूम मे झाड़ू लगाने गई तो भी वो सोफे पे
बैठे हुए न्यूसपेपर पढ़ रहे थे. जब मैं उनके सामने सफाई कर रही
थी तो मैने देखा कि अचानक उन्होने आपनी टाँगें थोड़ी सी खोल दी और
उनकी लूँगी थोड़ी सी सरक गई जिस की वजह से बाबूजी के तने हुए लंड
का सूपड़ा दिख रहा था. मैने उसे देखा तो देखती ही रह गई और जल्दी
से सफाई कर के किचॅन मे गई.
इस तारहे से कर दिया था ता कि हम अंदर का नज़ारा देख सके जब
हमने अंदर देखा तो बाबूजी बेड पे बैठे हुए थे और उन्होने अपना
11इंच का तना हुआ लंड आपने हाथ मे पकड़ रखा था और उसे हिला
रहे थे. दीदी ने मेरे कान मे कहा कि भाभी मैं अंदर जा रही
हूँ मैं अब नही रह सकती बाबूजी से चुदे बिना मेरे मूह मे पानी
आ रहा है उनका खड़ा हुआ लंड देख कर मैं नही रह सकती चुदे
बिना भाभी देखो ना बाबूजी का लंड भी चूत के लिए तड़फ़ रहा है ओर
उन्हे मूठ मारनी पड़ रही है लेकिन मैं उसे आपने रूम मे ले गई ओर
उसे समझाया की अगर तुम अब बाबूजी के सामने गई तो बाबूजी समझ
जाएँगे के ये हमारी चाल थी उन्हे फसाने की हमे खुद उनके पास नही
जाना है बल्कि ये करना है कि वो हमे चोदने को तड़प उठें और तुम ये
क्यू भूल रही हो कि वो मूठ भी तो हमारा नाम ले कर ही मार रहे
होंगे ओर फिर मैने दीदी को समझा भुजा कर सुला दिया. मैने दीदी को
करीब 4 बजे फिर उठा दिया कपड़े तो हम लोगों ने पहने हुए ही नही थे
दीदी ने पूछा कि अब क्या करना है तो मैने उसके कान मे सारी बात
समझा दी और खुद बाबूजी के रूम की तरफ गई और देखा कि वो सो रहे
हैं मैने जान बूझ कर किचन मे से एक गिलास ले कर नीचे गिरा
दिया और अपने रूम मे भाग कर आ गई मेरे अंदाज़े के मुताबिक बाबूजी
उठे ओर किचॅन मे गये और वहाँ देखा कि एक गिलास नीचे गिरा हुआ
है ओर सोचा कि कोई बिल्ली गिरा गई होगी ओर फिर वो हमारे रूम की तरफ
आने लगे उन्हे आता हुआ देख कर मैं ओर दीदी फिर शुरू हो गई और एक
दूसरे के बूब्स सहलाने लगी और चूत चाटने लगी एक दूसरी की.बाबूजी
पर्दे के पीछे खड़े हुए सब देख ओर सुन रहे थे. दीदी बोली कि भाभी
प्लीज़्ज़ज्ज्ज्ज्ज्ज या तो एक या दो दिन मे अपने जीजू को एक रात के लिए यहाँ बुला लो
नही तो मैं किसी और लंड से चुद जाउन्गि अब मुझसे रहा नही जा रहा
है मैं किसी को पकड़ के ही ले आउन्गि यहाँ दिन मे मुझे चोदने के
लिए तो मैने कहा कि और किस लंड से चुदवाने का इरादा है दीदी तो वो
बोली कि भाभी यही तो प्रॉबलूम है कि इस घर मे अभी कोई भी लंड
मोजूद नही है और फिर मैं बोली कि हे भगवान सुबह मुझे किसी खड़े
हुए लंड का दीदार करवा दे. और फिर हम दोनो एक दूसरे को चूमती ओर
चाटती हुई सोने का नाटक करने लगी. सुबह जब मैं उठी और बाबूजी के
लिए चाइ ले कर गई तो मैने देखा कि पहले के विपरीत आज बाबूजी नहा
कर तैयार हुए नही बैठे थे बल्कि लूँगी पहने हुए बैठे थे. मैने
टेबल पे चाइ रख दी ओर पूछा कि नाश्ते मे क्या लेंगे तो वो बोले कि
जो भी हो बना लो. बाबूजी बैठे हुए न्यूसपेपर पढ़ रहे थे. मैने
दीदी को नस्ता बनाने को कहा और खुद रोज की तारहे सफाई करने मे लग
गई. जब मैं बाबूजी के रूम मे झाड़ू लगाने गई तो भी वो सोफे पे
बैठे हुए न्यूसपेपर पढ़ रहे थे. जब मैं उनके सामने सफाई कर रही
थी तो मैने देखा कि अचानक उन्होने आपनी टाँगें थोड़ी सी खोल दी और
उनकी लूँगी थोड़ी सी सरक गई जिस की वजह से बाबूजी के तने हुए लंड
का सूपड़ा दिख रहा था. मैने उसे देखा तो देखती ही रह गई और जल्दी
से सफाई कर के किचॅन मे गई.