मेरी बेकरार वीवी और मैं वेचारा पति
Re: मेरी बेकरार वीवी और मैं वेचारा पति
अब मैं नीचे उतर बिना नहाये केवल हाथ मुह धोकर ही बाहर आ गया]
हाँ थोड़े से बाल जरूर भिगो लिए जिससे नहाया हुआ लगूं]
बाहर सब कुछ नॉर्मल था जूली फिर से किचन में थी और विजय शायद अपने कमरे में था]
हाँ बाहर एक कुर्सी पर जूली कि ब्रा जरुर पड़ी थी]
जो उनकी कहानी वयां कर रही थी]
वो कितना भी छुपाएँ पर जूली ब्रा को बाहर ही भूल गई थी]
मैंने उससे थोडा मस्ती करने कि सोची और
जूली क्या हुआ तुम्हारी ब्रा कहाँ गई]
मगर बहुत चालाक हो गई थी वो अब
कहते हैं न कि जब ऐसा वैसा कोई काम किया जाता है तो चालाकी अपने आप आ जाती है]
वो तुरंत बोली अरे काम करते हुए तनी टूट गई तो निकाल दी]
मैंने फिर उसको सताया कौन सा काम बेबी
वो अब भी नॉर्मल थी
जूली अरे ऊपर स्लैप से सामान उतारते हुए जान
मैं अब कुछ नहीं कह सकता था हाँ उसके चूसे हुए होंटो को एक बार चूमा और अपने कमरे में आ गया]
तो ये था मेरा पहला कड़वा या मीठा अनुभव, कि मेरी प्यारी जान कैसे मेरे भाई से चुदवाई]
हाँ एक अफ़सोस जरुर था कि में उसको देख नहीं पाया
मगर फिर भी सब कुछ लाइव ही था]
मैं तैयार होकर बाहर आया, नास्ता लग चुका था]
विजय भी तैयार हो गया था]
मैं विजय आज कहाँ जाना है मैं छोड़ दूँ]
विजय नहीं भैया कहीं नहीं आज आराम ही करूँगा, आज रात कि गाड़ी से तो वापसी है]
मैं हाँ आज तो तुझको जाना ही है कुछ दिन और रुक जाता]
विजय आउंगा न भैया अगली छुट्टी मिलते ही यहीं आउंगा] अब तो आप लोगो के बिना मन ही नहीं लगेगा]
कह मेरे से रहा था जबकि देख जुली को रहा था]
फिर जूली ने ही कहा सुनो मुझे जरा बाज़ार जाना है कुछ कपडे लेने हैं]
मैं यार मेरे पास तो टाइम ही नहीं है तुम विजय के साथ चली जाना]
जूली ठीक है कुछ पैसे दे जाना]
मैं ठीक है क्या लेना है, कितने दे दूँ]
जूली अब दो तीन जोड़ी तो अंडरगार्मेन्ट्स ही लाने हैं १ तो अभी ही टूट गई अब कोई बची ही नहीं] थोड़े ज्यादा ही दे देना]
वो मुस्कुराते हुए विजय को ही देख रही थी] पहले तो मैं कोई ध्यान नहीं देता था मगर अब उन दोनों की ये बाते सुन सब समझ रहा था]
जूली अच्छा ५००० दे देना अब की बार अच्छी और महंगे वाले चड्डी ब्रा लाऊंगी]
वो बिना शरमाये अपने कपड़ो के नाम बोल रही थी]
मैं ठीक है जान ज़रा अच्छे लाना और पहन भी लिया करना]
विजय हा हा हा भैया ठीक कहा आपने] हाँ भाभी ऐसे लाना जिनको पहन भी लो आपको तो पता नहीं ऐसे कपड़ो में दूसरों को कितनी परेशानी होती होगी]
जूली अच्छा बच्चू (उसके कान पकड़ते हुए) बहुत बड़ा हो गया है तू अब] ऐसी नजर रखता है अपनी भाभी पर
बेटा सोच साफ़ होनी चाहिए कपड़ो से कोई फर्क नहीं पड़ता]
विजय हाँ भाभी आपने ठीक कहा मैंने तो मजाक किया था]
मैं उन दोनों की नोकझोंक सुनकर मुस्कुरा रहा था कुछ बोला नहीं बस सोच रहा था कि कैसे इन दोनों कि आज कि हरकतें देखि जाएँ]
ये अब घर पर तो सम्भव नहीं था]
तभी मेरे दिमाग में एक आईडिया आया मैंने जूली के पर्स में रु० रखते हुए सोचा]
उसका ये पर्स मेरी समस्या कुछ हद तक दूर कर सकता है]
मैंने कुछ समय पहले एक voice recorder लिया था जो एक पेन कि शेप में था]
मैंने उसको ऑन कर जूली के पर्स में नीचे की ओर डाल दिया]
उसकी छमता लगभग ८ घंटे की थी अब जो कुछ भी होगा, कम से कम उनकी आवाजें तो रिकॉर्ड हो ही जाएंगी]
मैंने ये पहले भी चेक किया था जबर्दस्त पॉवर वाला था और १०० मीटर की रेंज की आवाजें रिकॉर्ड कर लेता था]
अब मैं निश्चिंत हो सब को बाय कर ऑफिस के लिए निकल गया]
अब देखते हैं क्या होता है पूरे दिन……..
मैं शाम ७ बजे वापस आया घर का माहौल थोडा शांत था] जूली कुछ पैक कर रही थी] विजय अपने कमरे में था]
मैं भी अपने कमरे में जाकर चेंज करता हूँ तभी मुझे जूली का पर्स दिखता है]
मैं तुरंत उसे खोलकर voice recorder निकाल लेता हूँ वो अपने आप ऑफ हो गया था]
मुझे ३-४ बिल दिखते हैं मैं उनको चेक करता हूँ जूली ने काफी शॉपिंग की थी]
उसकी २ लिंगेरी, कुछ कॉस्मेटिक और विजय की
टी-शर्ट, नेकर और अंडरवियर भी था]
हाँ थोड़े से बाल जरूर भिगो लिए जिससे नहाया हुआ लगूं]
बाहर सब कुछ नॉर्मल था जूली फिर से किचन में थी और विजय शायद अपने कमरे में था]
हाँ बाहर एक कुर्सी पर जूली कि ब्रा जरुर पड़ी थी]
जो उनकी कहानी वयां कर रही थी]
वो कितना भी छुपाएँ पर जूली ब्रा को बाहर ही भूल गई थी]
मैंने उससे थोडा मस्ती करने कि सोची और
जूली क्या हुआ तुम्हारी ब्रा कहाँ गई]
मगर बहुत चालाक हो गई थी वो अब
कहते हैं न कि जब ऐसा वैसा कोई काम किया जाता है तो चालाकी अपने आप आ जाती है]
वो तुरंत बोली अरे काम करते हुए तनी टूट गई तो निकाल दी]
मैंने फिर उसको सताया कौन सा काम बेबी
वो अब भी नॉर्मल थी
जूली अरे ऊपर स्लैप से सामान उतारते हुए जान
मैं अब कुछ नहीं कह सकता था हाँ उसके चूसे हुए होंटो को एक बार चूमा और अपने कमरे में आ गया]
तो ये था मेरा पहला कड़वा या मीठा अनुभव, कि मेरी प्यारी जान कैसे मेरे भाई से चुदवाई]
हाँ एक अफ़सोस जरुर था कि में उसको देख नहीं पाया
मगर फिर भी सब कुछ लाइव ही था]
मैं तैयार होकर बाहर आया, नास्ता लग चुका था]
विजय भी तैयार हो गया था]
मैं विजय आज कहाँ जाना है मैं छोड़ दूँ]
विजय नहीं भैया कहीं नहीं आज आराम ही करूँगा, आज रात कि गाड़ी से तो वापसी है]
मैं हाँ आज तो तुझको जाना ही है कुछ दिन और रुक जाता]
विजय आउंगा न भैया अगली छुट्टी मिलते ही यहीं आउंगा] अब तो आप लोगो के बिना मन ही नहीं लगेगा]
कह मेरे से रहा था जबकि देख जुली को रहा था]
फिर जूली ने ही कहा सुनो मुझे जरा बाज़ार जाना है कुछ कपडे लेने हैं]
मैं यार मेरे पास तो टाइम ही नहीं है तुम विजय के साथ चली जाना]
जूली ठीक है कुछ पैसे दे जाना]
मैं ठीक है क्या लेना है, कितने दे दूँ]
जूली अब दो तीन जोड़ी तो अंडरगार्मेन्ट्स ही लाने हैं १ तो अभी ही टूट गई अब कोई बची ही नहीं] थोड़े ज्यादा ही दे देना]
वो मुस्कुराते हुए विजय को ही देख रही थी] पहले तो मैं कोई ध्यान नहीं देता था मगर अब उन दोनों की ये बाते सुन सब समझ रहा था]
जूली अच्छा ५००० दे देना अब की बार अच्छी और महंगे वाले चड्डी ब्रा लाऊंगी]
वो बिना शरमाये अपने कपड़ो के नाम बोल रही थी]
मैं ठीक है जान ज़रा अच्छे लाना और पहन भी लिया करना]
विजय हा हा हा भैया ठीक कहा आपने] हाँ भाभी ऐसे लाना जिनको पहन भी लो आपको तो पता नहीं ऐसे कपड़ो में दूसरों को कितनी परेशानी होती होगी]
जूली अच्छा बच्चू (उसके कान पकड़ते हुए) बहुत बड़ा हो गया है तू अब] ऐसी नजर रखता है अपनी भाभी पर
बेटा सोच साफ़ होनी चाहिए कपड़ो से कोई फर्क नहीं पड़ता]
विजय हाँ भाभी आपने ठीक कहा मैंने तो मजाक किया था]
मैं उन दोनों की नोकझोंक सुनकर मुस्कुरा रहा था कुछ बोला नहीं बस सोच रहा था कि कैसे इन दोनों कि आज कि हरकतें देखि जाएँ]
ये अब घर पर तो सम्भव नहीं था]
तभी मेरे दिमाग में एक आईडिया आया मैंने जूली के पर्स में रु० रखते हुए सोचा]
उसका ये पर्स मेरी समस्या कुछ हद तक दूर कर सकता है]
मैंने कुछ समय पहले एक voice recorder लिया था जो एक पेन कि शेप में था]
मैंने उसको ऑन कर जूली के पर्स में नीचे की ओर डाल दिया]
उसकी छमता लगभग ८ घंटे की थी अब जो कुछ भी होगा, कम से कम उनकी आवाजें तो रिकॉर्ड हो ही जाएंगी]
मैंने ये पहले भी चेक किया था जबर्दस्त पॉवर वाला था और १०० मीटर की रेंज की आवाजें रिकॉर्ड कर लेता था]
अब मैं निश्चिंत हो सब को बाय कर ऑफिस के लिए निकल गया]
अब देखते हैं क्या होता है पूरे दिन……..
मैं शाम ७ बजे वापस आया घर का माहौल थोडा शांत था] जूली कुछ पैक कर रही थी] विजय अपने कमरे में था]
मैं भी अपने कमरे में जाकर चेंज करता हूँ तभी मुझे जूली का पर्स दिखता है]
मैं तुरंत उसे खोलकर voice recorder निकाल लेता हूँ वो अपने आप ऑफ हो गया था]
मुझे ३-४ बिल दिखते हैं मैं उनको चेक करता हूँ जूली ने काफी शॉपिंग की थी]
उसकी २ लिंगेरी, कुछ कॉस्मेटिक और विजय की
टी-शर्ट, नेकर और अंडरवियर भी था]
Re: मेरी बेकरार वीवी और मैं वेचारा पति
जनरली मैं कभी ये सब नहीं देखता था इसलिए जूली की सब हरकतें आसानी से दिख रही थी]
अब मेरा दिल उनकी सभी बातें जान्ने का था आज तो उनके बीच बहुत कुछ हुआ होगा]
मगर ये सब अभी सम्भव नहीं था मैंने पेन से चिप निकाल कर अपने पर्स में रख ली सोचा बाद में सुन लूंगा]
वाहर विजय जूली को मना रहा था मत उदास हो भाभी, फिर जल्दी ही आउंगा]
ओह जूली इसलिए उदास थी मैंने भी उसको हसाने की कोशिश की मगर वो नॉर्मल ही रही]
मैं विजय कितने बजे की ट्रैन है तेरी
विजय भैया ८५० की है मैं ८ बजे ही निकल जाऊँगा
मैं पागल है क्या मैं छोड़ दूंगा आराम से चलेंगे]
चल खाना खा लेते हैं]
विजय आप क्यों परेसान होते हो भैया मैं चला जाऊँगा]
मैं नहीं, तुझसे कहा न] जूली तुम भ आओगी क्या]
जूली नहीं मुझे अभी बहुत काम है और मैं इसको जाते नहीं देख पाउंगी इसलिए तुम ही जाओ]
मैं मन ही मन मुस्कुरा उठा, ओह इतना प्यार
और तभी मन में एक कोतुहल भी जागा कि विजय को छोड़ने के बाद मेरे पास इन दोनों की बात सुनने का समय होगा]
और हम जल्दी जल्दी खाना खाने लगे]
मैंने बाथरूम में जा चिप अपने फ़ोन में लगा ली और रिकॉर्डिंग चेक की]
थैंक्स गॉड सब कुछ ठीक था और बहुत कुछ उसमे लग रहा था]
फिर सब कुछ जल्दी ही हो गया और हम जाने के लिए तैयार हो हो गए]
मैं बाहर गाड़ी निकालने आ गया विजय अपनी भाभी को अच्छी तरह मिलकर १० मिनट बाद बाहर आया]
मैं क्या हुआ बड़ी देर लगा दी]
विजय हाँ भैया, भाभी रोने लगी थीं]
मैं हाँ वो तो पागल है सभी को दिल से चाहती है]
विजय हाँ भैया, भाभी बहुत अच्छी हैं उनका बहुत ख्याल रखना]
मैं अच्छा बच्चू अभी तक कौन रख रहा था]
विजय नहीं भैया मेरा ये मतलब नहीं था] आप काम में बिजी रहते हो न तभी कह रहा था]
मैं हाँ वो तो है चल अच्छा अपना ध्यान रखना और किसी चीज की जरुरत हो तो बता देना]
विजय हाँ भैया आपसे नहीं तो किस्से कहूंगा]
मुझे उसके जाने की ना जाने क्यों बहुत जल्दी थीं मैं आप लोगों की तरह उस टेप को सुन्ना चाह रहा था]
और कुछ ही देर मैं विजय की ट्रैन चली गई मैं जल्दी से गाड़ी में आकर वैठ गया और फ़ोन निकाल कर रिकॉर्डिंग ऑन की ……
दोस्तों अब आपसे क्या छुपाना, इस टेप को सुनने में पूरे ३ घंटे लगे और मैंने २ बार मुठ मारी] टेप सुनने में ही मेरी हालत खराब हो गई]
मैं सपने में भी नहीं सोच सकता था कि जूली इस कदर सेक्सी हो सकती है उसने एक नारी कि सारी हदें पार कर दी थीं]
मुझे लगा कि शायद मैं अपने बिज़नस में कुछ ज्यादा ही बिजी हो गया था जो उसकी इच्छाएं नहीं समझ पाया]
मैं विजय को छोड़ने के बाद गाड़ी में आकर बैठ गया और सब शीशे बंद कर अपना फ़ोन निकाल रिकॉर्डिंग ऑन की]
उसका एक एक शब्द आगे वर्णित है ……
…………..
मैं अच्छा जान मैं चलता हूँ विजय तैयार रहना शाम को मिलते हैं]
जूली बाय जान अपना ध्यान रखना]
…………
जूली ओह विजय क्या करते हो रुको तो अर्र्राआ दरबाजा तो बंद करने दो] लगता है आज तो पगला गए हो]
विजय हाँ भाभी आज मेरा आखरी दिन है तुमको तो पता है फिर ६ महीने के बाद आ पाउँगा]
जूली ओह मुझे पता है बेबी मैं खुद उदास हूँ पर ओह रुको न उतार रही हूँ न क्या पजामी फ़ाड़ोगे,
ये लो आज तुम्हारा जो दिल चाहे कर लो आज मेरी ओर से तुमको हर तरह की आजादी..
विजय यू आर ग्रेट भाभी आई लव यू पुच पुच
जूली अब तुमने मुझे पूरा नंगा तो कर दिया है देखो सुवह तुमने कितना गन्दा कर दिया था पहले मैं नहा लूँ फिर जो तुम्हारी मर्जी कर लेना]
विजय आज तो मैं आपको एक पल भी नहीं छोडूंगा चलो मैं आपको नहलाता हूँ]
जूली क्या करते हो विजय अभी तो नहाये हो तुम फिर से गीले हो जाओगे]
आआअ ऊऊऊउईईईईई क्या कर रहे हो
ह्ह्ह्ह्हाआआआ खिलखिलाने की आवाजें आ
ओहूऊऊओ
विजय भाभी सच बताओ तुम्हारी चूत इतनी प्यारी कैसे है कितनी छोटी वउउउउउउउ कितनी चिकनी
ये तो बिलकुल छोटी सी बच्ची जैसी है
पुच पुच च च च पुच च च
जूली अहाआआ ह्हह्हाआ अब नहाने भी दे न या चट्टा ही रहेगा ओहूऊऊ ओह हा हा हे हेह ही ही
अब मेरा दिल उनकी सभी बातें जान्ने का था आज तो उनके बीच बहुत कुछ हुआ होगा]
मगर ये सब अभी सम्भव नहीं था मैंने पेन से चिप निकाल कर अपने पर्स में रख ली सोचा बाद में सुन लूंगा]
वाहर विजय जूली को मना रहा था मत उदास हो भाभी, फिर जल्दी ही आउंगा]
ओह जूली इसलिए उदास थी मैंने भी उसको हसाने की कोशिश की मगर वो नॉर्मल ही रही]
मैं विजय कितने बजे की ट्रैन है तेरी
विजय भैया ८५० की है मैं ८ बजे ही निकल जाऊँगा
मैं पागल है क्या मैं छोड़ दूंगा आराम से चलेंगे]
चल खाना खा लेते हैं]
विजय आप क्यों परेसान होते हो भैया मैं चला जाऊँगा]
मैं नहीं, तुझसे कहा न] जूली तुम भ आओगी क्या]
जूली नहीं मुझे अभी बहुत काम है और मैं इसको जाते नहीं देख पाउंगी इसलिए तुम ही जाओ]
मैं मन ही मन मुस्कुरा उठा, ओह इतना प्यार
और तभी मन में एक कोतुहल भी जागा कि विजय को छोड़ने के बाद मेरे पास इन दोनों की बात सुनने का समय होगा]
और हम जल्दी जल्दी खाना खाने लगे]
मैंने बाथरूम में जा चिप अपने फ़ोन में लगा ली और रिकॉर्डिंग चेक की]
थैंक्स गॉड सब कुछ ठीक था और बहुत कुछ उसमे लग रहा था]
फिर सब कुछ जल्दी ही हो गया और हम जाने के लिए तैयार हो हो गए]
मैं बाहर गाड़ी निकालने आ गया विजय अपनी भाभी को अच्छी तरह मिलकर १० मिनट बाद बाहर आया]
मैं क्या हुआ बड़ी देर लगा दी]
विजय हाँ भैया, भाभी रोने लगी थीं]
मैं हाँ वो तो पागल है सभी को दिल से चाहती है]
विजय हाँ भैया, भाभी बहुत अच्छी हैं उनका बहुत ख्याल रखना]
मैं अच्छा बच्चू अभी तक कौन रख रहा था]
विजय नहीं भैया मेरा ये मतलब नहीं था] आप काम में बिजी रहते हो न तभी कह रहा था]
मैं हाँ वो तो है चल अच्छा अपना ध्यान रखना और किसी चीज की जरुरत हो तो बता देना]
विजय हाँ भैया आपसे नहीं तो किस्से कहूंगा]
मुझे उसके जाने की ना जाने क्यों बहुत जल्दी थीं मैं आप लोगों की तरह उस टेप को सुन्ना चाह रहा था]
और कुछ ही देर मैं विजय की ट्रैन चली गई मैं जल्दी से गाड़ी में आकर वैठ गया और फ़ोन निकाल कर रिकॉर्डिंग ऑन की ……
दोस्तों अब आपसे क्या छुपाना, इस टेप को सुनने में पूरे ३ घंटे लगे और मैंने २ बार मुठ मारी] टेप सुनने में ही मेरी हालत खराब हो गई]
मैं सपने में भी नहीं सोच सकता था कि जूली इस कदर सेक्सी हो सकती है उसने एक नारी कि सारी हदें पार कर दी थीं]
मुझे लगा कि शायद मैं अपने बिज़नस में कुछ ज्यादा ही बिजी हो गया था जो उसकी इच्छाएं नहीं समझ पाया]
मैं विजय को छोड़ने के बाद गाड़ी में आकर बैठ गया और सब शीशे बंद कर अपना फ़ोन निकाल रिकॉर्डिंग ऑन की]
उसका एक एक शब्द आगे वर्णित है ……
…………..
मैं अच्छा जान मैं चलता हूँ विजय तैयार रहना शाम को मिलते हैं]
जूली बाय जान अपना ध्यान रखना]
…………
जूली ओह विजय क्या करते हो रुको तो अर्र्राआ दरबाजा तो बंद करने दो] लगता है आज तो पगला गए हो]
विजय हाँ भाभी आज मेरा आखरी दिन है तुमको तो पता है फिर ६ महीने के बाद आ पाउँगा]
जूली ओह मुझे पता है बेबी मैं खुद उदास हूँ पर ओह रुको न उतार रही हूँ न क्या पजामी फ़ाड़ोगे,
ये लो आज तुम्हारा जो दिल चाहे कर लो आज मेरी ओर से तुमको हर तरह की आजादी..
विजय यू आर ग्रेट भाभी आई लव यू पुच पुच
जूली अब तुमने मुझे पूरा नंगा तो कर दिया है देखो सुवह तुमने कितना गन्दा कर दिया था पहले मैं नहा लूँ फिर जो तुम्हारी मर्जी कर लेना]
विजय आज तो मैं आपको एक पल भी नहीं छोडूंगा चलो मैं आपको नहलाता हूँ]
जूली क्या करते हो विजय अभी तो नहाये हो तुम फिर से गीले हो जाओगे]
आआअ ऊऊऊउईईईईई क्या कर रहे हो
ह्ह्ह्ह्हाआआआ खिलखिलाने की आवाजें आ
ओहूऊऊओ
विजय भाभी सच बताओ तुम्हारी चूत इतनी प्यारी कैसे है कितनी छोटी वउउउउउउउ कितनी चिकनी
ये तो बिलकुल छोटी सी बच्ची जैसी है
पुच पुच च च च पुच च च
जूली अहाआआ ह्हह्हाआ अब नहाने भी दे न या चट्टा ही रहेगा ओहूऊऊ ओह हा हा हे हेह ही ही
Re: मेरी बेकरार वीवी और मैं वेचारा पति
विजय पुच चाप चप चपर पुच
जूली अच्छा ये बता तूने कितनी बच्ची की चूत देखी हैं जो तुझे पता है की वो ऐसी होती है]
विजय क्या भाभी ये तो पता ही है न और मैंने तो कई की देखी है और सहलाया भी है]
जूली अच्छा बच्चू इसका भी दीवाना है लेकिन गलत बात अब ऐसा नहीं करना…
विजय ओह भाभी ठीक है नहीं करूँगा मगर कान तो छोड़ो]
जूली नहीं छोड़ूंगी तुम छोड़ते हो जब मेरे दूध पाकर लेते हो तो हा हा अब मैं भी नहीं छोड़ती ]
विजय ठीक है मत छोड़ो लो में भी पकड़ लेता हूँ
जूली हीईई हूऊऊऊऊ अहाआआ उईईईईईईइ
विजय अहाआआआअ
जूली ओहूऊऊ यहाँ नहीं राजा ओहू हो अहाआआ
निकाल न अहाआआ नहा तो लेने दे न अहाआआ
विजय नहला ही तो रहा हूँ ये तो आपकी चूत की अंदर की सफाई कर रहा है आहा आहा
जूली हाँ हाँ मुझे सब पता है ये कोण सी सफाई कर रहा है आहा आ अ अ आ अ आ ओह ओह
अहाआआ आहा आ अ आ अ आ हा हा हा आह
विजय ओह भाभी कितनी गर्म है चूत आपकी आहा हा ओह आहा हा ओह
अह्ह्हा ओह हह ह्ह्ह्हह्ह
जूली बस्स्स्स्स्स्स्स राजाआआआ ओहोहह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
विजय आआआह्हह्हह्हह्ह बस्स भाभी हो गया आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
आआआआआआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
विजय आहा भाभी मजा आ गया, तुम बहुत हॉट हो जानम, तुम्हारी इस चूत को चोदकर मेरे लण्ड को पूरा करार मिल जाता है]
जूली हाँ लाला तुमने भी मेरी जिंदगी में पूरे रंग भर दिए हैं] तुम्हारे भैया तो बेडरूम और बिस्तर के अलावा मुझे कहीं हाथ भी नहीं लगाते, अहा और तुमने इस घर में हर जगह मुझे चोदा है] मैं निहाल हो गई तुम्हारी चुदाई पर]
विजय हाँ भाभी चुदाई का मजा तो जगह और तरीके बदल बदल कर करने में ही आता है]
जूली सही कहा तुमने आज यहाँ बाथरूम में मजा आ गया]
विजय अच्छा और कल जब बालकोनी मई किया था]
जूली धत्त पागल वो तो मैं बहुत डर गई थी] लेकिन सच बोलू तो बहुत मजा आया था] सूरज की रोशनी में खुले में, ना जाने किस किसने देखा होगा]
विजय अरे भाभी वही तो मजा है और आपने देखा नहीं कल आपकी चूत सबसे ज्यादा गरम थी और कितना पानी छोड़ रही थी]
जूली हाँ हाँ चल अब तेरी सारी इच्छा पूरी हो गई न, बेडरूम से लेकर बाथरूम, बालकोनी, किचन सब जगह तूने अपने मन की कर ली ना, और मुझे ये गन्दी भाषा भी सिखा दी, अब तो तू खुश है ना]
विजय अभी कहाँ मेरी जान अभी तो दिल में सैकड़ों अरमान हैं आप तो बस देखती जाओ हा हा हा
जूली तू पूरा पागल है चल अब हट्ट
ट्रनन्न्नन ट्रन्नन्नन्नन्नन्नन्न
जूली अरे कौन आया इस वक्त…..
विजय लगता है कूरियर वाला है]
जूली जा तू ले ले तोलिया बांध लेना कमर में या होने इसी पेन से साइन करेगा] हा हा हा हा हा
विजय हे हे हंसों मत भाभी आज आपको एक ओर मजा कराता हूँ] जाओ कूरियर आप लो बहुत मजा आएगा]
जूली पागल है क्या मुझे कपडे पहनने में आधा घंटा लग जायेगा, जल्दी जा न तू ले ले]
ट्रनन्न्नन ट्रन्नन्नन्नन्नन्नन्न
विजय नहीं भाभी देखो न बहुत मजा आएगा तुमको कपडे नहीं पहनने ऐसे ही लेना है कूरियर]
जूली हट्ट पागल मारूंगी तुझे नंगी जाउंगी मैं उस आदमी के सामने, कभी नहीं करुँगी मैं ऐसा तू तो पूरा पगला गया है] हाए राम क्या हो गया है तुझको, मुझे क्या समझा है तूने]
विजय पुच पुच, तुम तो मेरी जान हो अगर मुझ पर विस्वास है और मुझसे जरा भी प्यार है तो आज सारी बात आप मानोगी] चलो जल्दी करो]
जूली अरे बुद्धू कैसे वो पागल हो जायेगा]
ट्रनन्न्नन ट्रन्नन्नन्नन्नन्नन्न
जूली कौन, कौन है भाई
…. कूरियर है भाभी
जूली रुको भैया अभी आती हूँ मैं नहा रहीं हूँ]
हाँ अब बोल कैसे जाऊं….
विजय लो ये टॉवेल ऐसे बाँध लो जैसे बांधती हो अपनी चूची से और गीली तो हो ही, वो यही समझेगा कि नहाते हुए आई हो]
और घबराती क्यों हो वो कौन का किसी से कहेगा उसकी तो आज किस्मत खुल जायेगी]
जूली तू वाकई पूरा पागल है मरवाएगा तू आज, मैं पूरा दिन अकेली ही रहती हूँ अगर किसी दिन चढ़ आया न वो तो मैं क्या करुँगी]
विजय अरे कुछ नहीं होगा तुम देखना कितना मजा आएगा और आपको एक बार उसके सामने ये टॉवेल सरका देना फिर देखना मजा]
जूली पागल है धत्त मैं ऐसा कुछ नहीं करुँगी] चल हट अब तू]
जूली अच्छा ये बता तूने कितनी बच्ची की चूत देखी हैं जो तुझे पता है की वो ऐसी होती है]
विजय क्या भाभी ये तो पता ही है न और मैंने तो कई की देखी है और सहलाया भी है]
जूली अच्छा बच्चू इसका भी दीवाना है लेकिन गलत बात अब ऐसा नहीं करना…
विजय ओह भाभी ठीक है नहीं करूँगा मगर कान तो छोड़ो]
जूली नहीं छोड़ूंगी तुम छोड़ते हो जब मेरे दूध पाकर लेते हो तो हा हा अब मैं भी नहीं छोड़ती ]
विजय ठीक है मत छोड़ो लो में भी पकड़ लेता हूँ
जूली हीईई हूऊऊऊऊ अहाआआ उईईईईईईइ
विजय अहाआआआअ
जूली ओहूऊऊ यहाँ नहीं राजा ओहू हो अहाआआ
निकाल न अहाआआ नहा तो लेने दे न अहाआआ
विजय नहला ही तो रहा हूँ ये तो आपकी चूत की अंदर की सफाई कर रहा है आहा आहा
जूली हाँ हाँ मुझे सब पता है ये कोण सी सफाई कर रहा है आहा आ अ अ आ अ आ ओह ओह
अहाआआ आहा आ अ आ अ आ हा हा हा आह
विजय ओह भाभी कितनी गर्म है चूत आपकी आहा हा ओह आहा हा ओह
अह्ह्हा ओह हह ह्ह्ह्हह्ह
जूली बस्स्स्स्स्स्स्स राजाआआआ ओहोहह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
विजय आआआह्हह्हह्हह्ह बस्स भाभी हो गया आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
आआआआआआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
विजय आहा भाभी मजा आ गया, तुम बहुत हॉट हो जानम, तुम्हारी इस चूत को चोदकर मेरे लण्ड को पूरा करार मिल जाता है]
जूली हाँ लाला तुमने भी मेरी जिंदगी में पूरे रंग भर दिए हैं] तुम्हारे भैया तो बेडरूम और बिस्तर के अलावा मुझे कहीं हाथ भी नहीं लगाते, अहा और तुमने इस घर में हर जगह मुझे चोदा है] मैं निहाल हो गई तुम्हारी चुदाई पर]
विजय हाँ भाभी चुदाई का मजा तो जगह और तरीके बदल बदल कर करने में ही आता है]
जूली सही कहा तुमने आज यहाँ बाथरूम में मजा आ गया]
विजय अच्छा और कल जब बालकोनी मई किया था]
जूली धत्त पागल वो तो मैं बहुत डर गई थी] लेकिन सच बोलू तो बहुत मजा आया था] सूरज की रोशनी में खुले में, ना जाने किस किसने देखा होगा]
विजय अरे भाभी वही तो मजा है और आपने देखा नहीं कल आपकी चूत सबसे ज्यादा गरम थी और कितना पानी छोड़ रही थी]
जूली हाँ हाँ चल अब तेरी सारी इच्छा पूरी हो गई न, बेडरूम से लेकर बाथरूम, बालकोनी, किचन सब जगह तूने अपने मन की कर ली ना, और मुझे ये गन्दी भाषा भी सिखा दी, अब तो तू खुश है ना]
विजय अभी कहाँ मेरी जान अभी तो दिल में सैकड़ों अरमान हैं आप तो बस देखती जाओ हा हा हा
जूली तू पूरा पागल है चल अब हट्ट
ट्रनन्न्नन ट्रन्नन्नन्नन्नन्नन्न
जूली अरे कौन आया इस वक्त…..
विजय लगता है कूरियर वाला है]
जूली जा तू ले ले तोलिया बांध लेना कमर में या होने इसी पेन से साइन करेगा] हा हा हा हा हा
विजय हे हे हंसों मत भाभी आज आपको एक ओर मजा कराता हूँ] जाओ कूरियर आप लो बहुत मजा आएगा]
जूली पागल है क्या मुझे कपडे पहनने में आधा घंटा लग जायेगा, जल्दी जा न तू ले ले]
ट्रनन्न्नन ट्रन्नन्नन्नन्नन्नन्न
विजय नहीं भाभी देखो न बहुत मजा आएगा तुमको कपडे नहीं पहनने ऐसे ही लेना है कूरियर]
जूली हट्ट पागल मारूंगी तुझे नंगी जाउंगी मैं उस आदमी के सामने, कभी नहीं करुँगी मैं ऐसा तू तो पूरा पगला गया है] हाए राम क्या हो गया है तुझको, मुझे क्या समझा है तूने]
विजय पुच पुच, तुम तो मेरी जान हो अगर मुझ पर विस्वास है और मुझसे जरा भी प्यार है तो आज सारी बात आप मानोगी] चलो जल्दी करो]
जूली अरे बुद्धू कैसे वो पागल हो जायेगा]
ट्रनन्न्नन ट्रन्नन्नन्नन्नन्नन्न
जूली कौन, कौन है भाई
…. कूरियर है भाभी
जूली रुको भैया अभी आती हूँ मैं नहा रहीं हूँ]
हाँ अब बोल कैसे जाऊं….
विजय लो ये टॉवेल ऐसे बाँध लो जैसे बांधती हो अपनी चूची से और गीली तो हो ही, वो यही समझेगा कि नहाते हुए आई हो]
और घबराती क्यों हो वो कौन का किसी से कहेगा उसकी तो आज किस्मत खुल जायेगी]
जूली तू वाकई पूरा पागल है मरवाएगा तू आज, मैं पूरा दिन अकेली ही रहती हूँ अगर किसी दिन चढ़ आया न वो तो मैं क्या करुँगी]
विजय अरे कुछ नहीं होगा तुम देखना कितना मजा आएगा और आपको एक बार उसके सामने ये टॉवेल सरका देना फिर देखना मजा]
जूली पागल है धत्त मैं ऐसा कुछ नहीं करुँगी] चल हट अब तू]