मारवाड़ की मस्त मलाई - indian long sex story hindi
Re: मारवाड़ की मस्त मलाई - indian long sex story hindi
कर आपके बदन पे गिरने लगा और फिर आप बिस्तर मे लेट गई और गहरी नींद सो गयी तो मैं ने आपको चदडार उधाई और शॅंपेन की बॉटल के कही रखने की जगह समझ मे नही आई तो उसको अपने साथ घर ले गया और आपकी पॅंटी को पहेन के सो गया पर आंटी सुबह मैने देखा तो आपकी पॅंटी खराब हो चुकी थी शाएद मेरी क्रीम उस्मै निकल गयी तो उन्हो ने मुस्कुराते हुए कहा “शैतान” फिर बोली के ठीक है तुम ले के आ जाओ मैं उसको धूल वा लूँगी तो मैने ने कहा के आंटी रहने दो ना मेरे पास आपकी निशानी रहेगी तो उन्हो ने पूछा के क्या करोगे तुम अपने पास रख के तो
मैं ने हंसते हुए बोला के कभी कभी रात मे पहेन के आपको याद कर के सो जाउन्गा या कभी कल रात की याद आई तो खुद ही अपना मूठ मारके अपनी मलाई इस्मै निकाल के सो जाउन्गा तो वो भी हस्ने लगी और बोली के बड़े शैतान हो तुम चलो ठीक है रख लो और फिर आँख मार के बोली के जो मर्ज़ी आए करो.
फिर आंटी ने पूछा के अभी बॉटल मे कुछ बाकी है या सारी ख़तम हो गयी तो मैं ने बोला के नही सारी ख़तम नही हुई अभी तकरीबन आधी से कुछ कम बॉटल बाकी है तो उन्हो ने कहा के ठीक है मैं तुमको रात मे फोन करूँगी तो मैं ने कहा ठीक है आंटी मैं आपके फोन का वेट करूँगा और फिर मैं लंच तक रुका रहा और साथ मे भी लंच खाने के बाद मैं अपने घर वापस आ के सो गया.
शाम मे 7 बजे के करीब फोन से मेरी आँख खुली तो मम्मी थी मैं ने कहा के मम्मी यहा सब ठीक है आप इतमीनान से रहिए मैं हॉलिडेज़ मे अपनी पढ़ाई कर रहा हू टुशण वाघहैरा को भी जा रहा हू आप फिकर ना करे तो उन्हो ने इतमीनान की साँस ली और बोली के खाने का क्या कर रहे हो तो मैं ने बोला के कभी होटेल कभी दोस्तो के साथ ही खा ले रहा हू और फिर वो बे फिकर हो गयी तो मैं ने फोन रख दिया. फोन रखा ही था के पिंकी का फोन आ गया और मैं ने टेबल पर मेरी और आंटी की जो जो बातें हुई थी सब बता दिया फिर हम कुछ देर तक फोन सेक्स करते रहे, मैं मूठ मारता रहा और पिंकी चूत मे उंगली डाल के अपनी चूत को चोद्ती रही मैं मूठ मारते मारते अपनी क्रीम को आंटी की पॅंटी मे गिरा दिया और आंटी की पॅंटी से ही अपने लंड को पोंछ के लंड साफ किया और आंटी की वाइट सिल्की पॅंटी को अपने वॉर्डरोब मे रख दिया.
रात 9 बजे मैं बाहर निकला होटेल से खाना खा के घर वापस आया तो साढ़े दस बजे के करीब आंटी का फोन आया और इधर उधर की बातें करती रही तो मैं ने बोला के आंटी आप थोड़ी सी शराब पी कर ही आउट हो जाती हो इसी लिए आज पहले मालिश करेंगे उसके बाद ही आप शॅंपेन पी लेना और मैं वापस आ जाउ तो फिर आप सो जाना तो उन्हो ने कहा के ठीक है तुम जैसे कहते हो वैसे ही करेंगे फिर उन्हो ने पूछा के क्या तुम ने सच मुझे नंगा देखा है तो मैं ने कहा के हा आंटी पर एक बात है आप बोहोत खूबसूरत हो आंटी और आपका बदन भी बोहोत ही अछा है और आपके दूध तो वंडरफुल है लगता है किसी 20 साल की कुँवारी लड़की के हो. आंटी खामोशी से सुनती रही. फिर मैं ने बोला के आपको पता नही आपने मेरे हाथ पकड़ के अपने दूध पे रख लिया और मुझे बोला के दबाओ इनको तो मैं ने दबाया सच मैं बोहोत टाइट है और फिर आपने मुझे झुका के अपने दूध को मेरे मूह मे
डाल दिया और बोला के चूसो इनको तो मैं ने कुछ देर तक चूसा मुझे बोहोत अछा लगा मज़ा भी आया आंटी तो उन्हो ने कहा के चल शैतान झूट बोलता है तो मैं ने कहा सच आंटी आपकी कसम तो उन्हो ने एक ठंडी साँस भरी और बोली के चलो आज थोड़ा जल्दी आ जाओ सब लोग सो गये है तो मैं ने कहा के ठीक है मैं अभी आधे घंटे के अंदर पहुँच जाता हू आंटी तो उन्हो ने कहा के ठीक है मैं डोर्स खुले रखूँगी तुम कल की तरह अंदर आ जाना इसके बाद फोन बंद कर दिया. मैं ने इमीडीयेट्ली पिंकी को सारे प्रोग्राम के बारे मे बता दिया और आंटी के घर जाने की तय्यरी करने लगा.
मैंन टाइम पे उनके घर आ गया. प्लान के मुताबिक सारे डोर्स मेरे लिए खुले हुए थे. मैं अंदर आ गया तो देखा आंटी एक ट्रॅन्स्परेंट नाइटी पहेने रूम मैं इधर से उधर टेहल रही है मुझे देखते ही मेरे पास आ गयी और मेरा हाथ पकड़ के सोफे पे ले गयी. मेरे हाथ मे कल की तरह बॅग था जिस्मै कल की बाकी बची हुई शॅंपेन थी जिसे देख के आंटी खिल्ल उठी और पूछा के कितनी बची है तो मैं ने बोला के शाएद दो या तीन ग्लास के करीब होगी आंटी तो उन्हो ने कहा के राज थोड़ी सी पी लेने दो ना फिर तुम मालिश कर देना तो मैं ने कहा के ठीक है लैकिन सिर्फ़ एक ही ग्लास नही तो आप फिर से आउट हो जाओगी आंटी तो उन्हो ने बोला के ठीक है और सामने टेबल पे रखे ग्लास मे शॅंपेन डाल दिया तो आंटी चुस्की लेते हुए पीने लगी एक चुस्की लेने के बाद बोली के राज यह कैसा मज़ा हो गया है इसका तो मैं ने बोला के आंटी इस मे थोड़ी सी विस्की भी मिला दिया ताके आपको और मज़ा आए तो उन्हो ने बोला के ठीक है कोई बात नही विस्की भी चलेगी बहुत सालो बाद पी रही हू ना इसी लिए जल्दी ही नशा चढ़ रहा है और फिर आंटी ने एक ही घूँट मे पूरी शराब अपने हलक मे गटक गई और होटो पे ज़ुबान फिराने लगी . आज भी कमरे मे कल की तरह धीमी रोशनी का बल्ब जल रहा था ऑलमोस्ट अंधेरा ही था.
मैं ने हंसते हुए बोला के कभी कभी रात मे पहेन के आपको याद कर के सो जाउन्गा या कभी कल रात की याद आई तो खुद ही अपना मूठ मारके अपनी मलाई इस्मै निकाल के सो जाउन्गा तो वो भी हस्ने लगी और बोली के बड़े शैतान हो तुम चलो ठीक है रख लो और फिर आँख मार के बोली के जो मर्ज़ी आए करो.
फिर आंटी ने पूछा के अभी बॉटल मे कुछ बाकी है या सारी ख़तम हो गयी तो मैं ने बोला के नही सारी ख़तम नही हुई अभी तकरीबन आधी से कुछ कम बॉटल बाकी है तो उन्हो ने कहा के ठीक है मैं तुमको रात मे फोन करूँगी तो मैं ने कहा ठीक है आंटी मैं आपके फोन का वेट करूँगा और फिर मैं लंच तक रुका रहा और साथ मे भी लंच खाने के बाद मैं अपने घर वापस आ के सो गया.
शाम मे 7 बजे के करीब फोन से मेरी आँख खुली तो मम्मी थी मैं ने कहा के मम्मी यहा सब ठीक है आप इतमीनान से रहिए मैं हॉलिडेज़ मे अपनी पढ़ाई कर रहा हू टुशण वाघहैरा को भी जा रहा हू आप फिकर ना करे तो उन्हो ने इतमीनान की साँस ली और बोली के खाने का क्या कर रहे हो तो मैं ने बोला के कभी होटेल कभी दोस्तो के साथ ही खा ले रहा हू और फिर वो बे फिकर हो गयी तो मैं ने फोन रख दिया. फोन रखा ही था के पिंकी का फोन आ गया और मैं ने टेबल पर मेरी और आंटी की जो जो बातें हुई थी सब बता दिया फिर हम कुछ देर तक फोन सेक्स करते रहे, मैं मूठ मारता रहा और पिंकी चूत मे उंगली डाल के अपनी चूत को चोद्ती रही मैं मूठ मारते मारते अपनी क्रीम को आंटी की पॅंटी मे गिरा दिया और आंटी की पॅंटी से ही अपने लंड को पोंछ के लंड साफ किया और आंटी की वाइट सिल्की पॅंटी को अपने वॉर्डरोब मे रख दिया.
रात 9 बजे मैं बाहर निकला होटेल से खाना खा के घर वापस आया तो साढ़े दस बजे के करीब आंटी का फोन आया और इधर उधर की बातें करती रही तो मैं ने बोला के आंटी आप थोड़ी सी शराब पी कर ही आउट हो जाती हो इसी लिए आज पहले मालिश करेंगे उसके बाद ही आप शॅंपेन पी लेना और मैं वापस आ जाउ तो फिर आप सो जाना तो उन्हो ने कहा के ठीक है तुम जैसे कहते हो वैसे ही करेंगे फिर उन्हो ने पूछा के क्या तुम ने सच मुझे नंगा देखा है तो मैं ने कहा के हा आंटी पर एक बात है आप बोहोत खूबसूरत हो आंटी और आपका बदन भी बोहोत ही अछा है और आपके दूध तो वंडरफुल है लगता है किसी 20 साल की कुँवारी लड़की के हो. आंटी खामोशी से सुनती रही. फिर मैं ने बोला के आपको पता नही आपने मेरे हाथ पकड़ के अपने दूध पे रख लिया और मुझे बोला के दबाओ इनको तो मैं ने दबाया सच मैं बोहोत टाइट है और फिर आपने मुझे झुका के अपने दूध को मेरे मूह मे
डाल दिया और बोला के चूसो इनको तो मैं ने कुछ देर तक चूसा मुझे बोहोत अछा लगा मज़ा भी आया आंटी तो उन्हो ने कहा के चल शैतान झूट बोलता है तो मैं ने कहा सच आंटी आपकी कसम तो उन्हो ने एक ठंडी साँस भरी और बोली के चलो आज थोड़ा जल्दी आ जाओ सब लोग सो गये है तो मैं ने कहा के ठीक है मैं अभी आधे घंटे के अंदर पहुँच जाता हू आंटी तो उन्हो ने कहा के ठीक है मैं डोर्स खुले रखूँगी तुम कल की तरह अंदर आ जाना इसके बाद फोन बंद कर दिया. मैं ने इमीडीयेट्ली पिंकी को सारे प्रोग्राम के बारे मे बता दिया और आंटी के घर जाने की तय्यरी करने लगा.
मैंन टाइम पे उनके घर आ गया. प्लान के मुताबिक सारे डोर्स मेरे लिए खुले हुए थे. मैं अंदर आ गया तो देखा आंटी एक ट्रॅन्स्परेंट नाइटी पहेने रूम मैं इधर से उधर टेहल रही है मुझे देखते ही मेरे पास आ गयी और मेरा हाथ पकड़ के सोफे पे ले गयी. मेरे हाथ मे कल की तरह बॅग था जिस्मै कल की बाकी बची हुई शॅंपेन थी जिसे देख के आंटी खिल्ल उठी और पूछा के कितनी बची है तो मैं ने बोला के शाएद दो या तीन ग्लास के करीब होगी आंटी तो उन्हो ने कहा के राज थोड़ी सी पी लेने दो ना फिर तुम मालिश कर देना तो मैं ने कहा के ठीक है लैकिन सिर्फ़ एक ही ग्लास नही तो आप फिर से आउट हो जाओगी आंटी तो उन्हो ने बोला के ठीक है और सामने टेबल पे रखे ग्लास मे शॅंपेन डाल दिया तो आंटी चुस्की लेते हुए पीने लगी एक चुस्की लेने के बाद बोली के राज यह कैसा मज़ा हो गया है इसका तो मैं ने बोला के आंटी इस मे थोड़ी सी विस्की भी मिला दिया ताके आपको और मज़ा आए तो उन्हो ने बोला के ठीक है कोई बात नही विस्की भी चलेगी बहुत सालो बाद पी रही हू ना इसी लिए जल्दी ही नशा चढ़ रहा है और फिर आंटी ने एक ही घूँट मे पूरी शराब अपने हलक मे गटक गई और होटो पे ज़ुबान फिराने लगी . आज भी कमरे मे कल की तरह धीमी रोशनी का बल्ब जल रहा था ऑलमोस्ट अंधेरा ही था.
Re: मारवाड़ की मस्त मलाई - indian long sex story hindi
आंटी एक ग्लास शराब पी चुकी तो मैं ने बोला के आंटी कैसा फील कर रहे हो आप तो बोली के बोहोत मस्त दिख रहा तुम्हारी विस्की ने तो कमाल ही कर दिया है सारा बदन हल्का हो गया है जैसे मैं हवा मे उड़ रही हू बोहोत ही मज़ा आ रहा है तो मैं ने बोला आंटी मसाज करने से और ज़ियादा मज़ा आएगा तो उन्हो ने बोला कि चलो फिर आ जाओ और सोफे से उठ गयी. आज आंटी को थोड़ा थोड़ा नशा चढ़ा रहा था वो झूमते और धीमे चलते हुए मेरा हाथ पकड़ के बिस्तर पे लेट गयी और अपनी आँखें बंद करते हुए बोली के देखो राज यह लाइट भी बंद करदो मुझे शरम आती है तो मैं ने बोला के कोई बात नही आंटी पहले तेल तो ले लो ना तो उन्हो ने बोला के वाहा साइड टेबल पे रखा है तो मैं ने साइड टेबल से तेल की बॉटल उठा ली और लाइट के बल्ब का स्विच जो बेड पे पिल्लो के पास ही पड़ा हुआ
था तो आंटी ने उसको ऑफ कर दिया और कमरे मैं अंधेरा छा गया. आज भी आंटी ने जो नाइटी पहनी थी वो भी सामने से खुली हुई थी और आज भी आंटी ने ब्रस्सिएर नही पहनी थी बलके सिर्फ़ सिल्क पॅंटी ही पहने हुए थी तो मैं ने बोला के अरे आंटी याद आया आपकी पॅंटी भी तो है मेरे पास तो उन्हो ने बोला के लाओ दो मुझे तो मैं ने उनकी पॅंटी को उन्हे दे दिया जिसे उन्हो ने हाथ मे ले लिया अंधेरे की वजह से दिखाई तो कुछ नही दे रहा था लैकिन आंटी की पॅंटी मेरी क्रीम से कक़ची हो रही थी. उन्हो ने पूछा के यह क्या है राजा यह तो गीली है तो मैं ने बोला के आंटी सॉरी आंटी मैं ने उसको पहेन लिया था ना रात मे और फिर इस्मै मेरी मलाई निकल गयी आंटी तो वो हंस के पॅंटी को सूंघने लगी और बोली के वाह स्मेल तो अछी है और फिर मुझे अंधेररे मे ही हल्का सा नज़र आया के आंटी ने उसको थोड़ा सा ज़ुबान से टच भी किया और मेरी मलाई का स्वाद
चख लिया और फिर मुझे वापस करते हुए बोली के तुम ने बोला था ने तुमको चाहिए यह पॅंटी तो अब इसे तुम ही रख लो तो मैं ने वो पॅंटी उसके हाथ से ले के अपने पॅंट की जेब मे रख दी.. आंटी बोली के राज्ज ओके चलो अब तुम मालिश स्टार्ट करो यह कहते हुए उन्हो ने अपनी टांग थोड़ी खोल ली जिस से उनकी नाइटी हट गयी और उनकी मस्त चिकने थाइस दिखाई देने लगे. कमरे मे फुल अंधेरा छाया हुआ था आंटी ने कमरे के कर्टन्स भी गिराए हुए थे. आंटी ने बोला के प्लीज़ राज थोड़ी सी और पीला दो ना तो मैं ने बोला के ठीक है आंटी लैकिन हाफ ग्लास बस उस से ज़ियादा नही तो उन्हो ने बल्ब ओन कर दिया और मैं आधा ग्लास विस्की मिली हुई शॅंपेन ले के आगेया और आंटी ने एक ही घूँट मे ग्लास खाली कर दिया और अपने होटो पर अपनी ज़ुबान फेरते हुए थॅंक्स राज बोला और फिर लाइट बंद कर दी.
मैं आंटी के पैरो के बीच मैं बैठ गया और दोनो हाथ उनकी टांगो पे रख दिए तो आंटी की मूह से एक सिसकारी निकल गयी आअहह तो मैं ने पूछा क्या आंटी कुछ दरद वाघहैरा तो नही है तो उन्हो ने कहा के नही राज ऐसा कुछ नही है बोहोत दीनो बाद किसी मर्द का हाथ लगा है ना मेरी टांगो पे तो बोफोत अछा महसूस हुआ. चलो तुम मसाज करो तो मैं ने पहले तो आंटी के पैरो को बिना तेल लगाए हुए ही उनके थाइस तक थोड़ा सा दबाया और जब मेरा हाथ उनके थिग्स पे चला गया तो मैने ने महसूस किया के उन्हो ने अपनी टाँगें थोड़ी खोल दी और उनका बदन थोड़ा सा अकड़ गया है पर उन्हो ने कुछ बोला नही. अब मेरी आँखें थोड़ा सा अंधेरे मे देखने के काबिल हो गयी थी लैकिन फिर भी उतना सॉफ दिखाई नही दे रहा था. मैने आयिल की बॉटल से उनकी दोनो टाँगो पे नीचे से ऊपेर थाइस तक आयिल की एक लंबी धार डाल दिया और आयिल की बॉटल को ढक्कन लगा के बाज़ू मे रख दिया और उनकी
दोनो टाँगो पे दोनो हाथो से तेल को फैला दिया और नीचे से ऊपेर तक मालिश करने लगा. थोड़ी देर के
बाद आंटी के बदन ने पूरा तेल चूस लिया तो फिर से खूब बोहोत सारा तेल आंटी के दोनो टाँगो पे लगा दिया और इस से पहले के तेल नीचे बिस्तर पे गिरता मैं बॉटल को बंद कर के फिर से मालिश करना स्टार्ट कर दिया इसी बीच आंटी ने अपनी टाँगें कुछ और स्प्रेड कर दी थी और जब मैं उनकी रानो ( थाइस ) की मसाज कर रहा था तो उन्हो ने अपनी टाँगें घुटनो से थोड़ी से मोड़ ली जिस की वजह से आयिल उनकी पॅंटी तक उतर रहा था तो मैने बोला के आंटी तेल आपकी पॅंटी तक उतर रहा है कही आपकी कीमती पॅंटी तेल से खराब ना हो जाए तो उन्हो ने कहा तो क्या करू तो मैं ने बोला के आंटी अभी तो कमरे मे बिल्कुल ही अंधेरा है मुझे कुछ दिखाई भी नही दे रहा है अगर आप पॅंटी और नाइटी भी निकाल दो तो यह दोनो तेल से खराब नही होगी तो उन्हो ने कुछ बोला नही बस अपनी गंद थोड़ी से बिस्तर से ऊपेर उठा के मुझे पॅंटी निकालने का सिग्नल दे दिया और मैं ने तुरंत ही उनकी पॅंटी को निकाल दिया और आंटी ने अपनी नाइटी को ऊपेर तक खेच के उठा लिया और अपने शोल्डर से बाहर करते हुए नाइटी को पूरा निकाल दिया. अब मेरे सामने आंटी पूरी नंगी पड़ी थी मुझे आंटी के मस्त बूब्स और चिकनी चूत दिखाई देने लगी आहह क्या मस्त चूत थी थोड़े से मोटे पंखदिओं वाली चिकनी चूत. अब मैं सिर्फ़ आंटी के रानो का मसाज कर रहा था और और अब मेरे अंगूठे (थंब) आंटी की चूत के करीब तक जा रहे थे और आंटी के मूह से आअहह जैसी सिसकारियाँ निकल रही थी तो मैं ने पूछा के आंटी कैसा लग रहा है आंटी तो उन्हो ने बोला के बोहोत मस्त लग रहा है राज्ज बोहोत अछा लग रहा है बोहोत मज़ा आ रहा है मुन्नी भी ऐसा मसाज नही करती तुम्हारे हाथ मे तो जादू है तो मैं खुश हो गया और अपने हाथो मे थोडा और तेल लगा के आंटी के रानो पे डाल दिया और उनकी चूत तक बिंदास मालिश करने लगा. मैं उनकी खुली टाँगो के बीच घुटनो के बल बैठा था और मेरे लंड का तो बुरा हाल था वो मेरे पॅंट मे बोहोत ज़ोर से अकड़ चुका था. मेरी बेचैनी देख के आंटी ने पूछा के क्या हुआ राज ऐसे क्या कर रहे हो तो मैं ने बोला के आंटी यह पॅंट थोड़ा टाइट है ना इसी लिए तकलीफ़ हो रही है तो उन्हो ने नशेली आवाज़ मे बोला
था तो आंटी ने उसको ऑफ कर दिया और कमरे मैं अंधेरा छा गया. आज भी आंटी ने जो नाइटी पहनी थी वो भी सामने से खुली हुई थी और आज भी आंटी ने ब्रस्सिएर नही पहनी थी बलके सिर्फ़ सिल्क पॅंटी ही पहने हुए थी तो मैं ने बोला के अरे आंटी याद आया आपकी पॅंटी भी तो है मेरे पास तो उन्हो ने बोला के लाओ दो मुझे तो मैं ने उनकी पॅंटी को उन्हे दे दिया जिसे उन्हो ने हाथ मे ले लिया अंधेरे की वजह से दिखाई तो कुछ नही दे रहा था लैकिन आंटी की पॅंटी मेरी क्रीम से कक़ची हो रही थी. उन्हो ने पूछा के यह क्या है राजा यह तो गीली है तो मैं ने बोला के आंटी सॉरी आंटी मैं ने उसको पहेन लिया था ना रात मे और फिर इस्मै मेरी मलाई निकल गयी आंटी तो वो हंस के पॅंटी को सूंघने लगी और बोली के वाह स्मेल तो अछी है और फिर मुझे अंधेररे मे ही हल्का सा नज़र आया के आंटी ने उसको थोड़ा सा ज़ुबान से टच भी किया और मेरी मलाई का स्वाद
चख लिया और फिर मुझे वापस करते हुए बोली के तुम ने बोला था ने तुमको चाहिए यह पॅंटी तो अब इसे तुम ही रख लो तो मैं ने वो पॅंटी उसके हाथ से ले के अपने पॅंट की जेब मे रख दी.. आंटी बोली के राज्ज ओके चलो अब तुम मालिश स्टार्ट करो यह कहते हुए उन्हो ने अपनी टांग थोड़ी खोल ली जिस से उनकी नाइटी हट गयी और उनकी मस्त चिकने थाइस दिखाई देने लगे. कमरे मे फुल अंधेरा छाया हुआ था आंटी ने कमरे के कर्टन्स भी गिराए हुए थे. आंटी ने बोला के प्लीज़ राज थोड़ी सी और पीला दो ना तो मैं ने बोला के ठीक है आंटी लैकिन हाफ ग्लास बस उस से ज़ियादा नही तो उन्हो ने बल्ब ओन कर दिया और मैं आधा ग्लास विस्की मिली हुई शॅंपेन ले के आगेया और आंटी ने एक ही घूँट मे ग्लास खाली कर दिया और अपने होटो पर अपनी ज़ुबान फेरते हुए थॅंक्स राज बोला और फिर लाइट बंद कर दी.
मैं आंटी के पैरो के बीच मैं बैठ गया और दोनो हाथ उनकी टांगो पे रख दिए तो आंटी की मूह से एक सिसकारी निकल गयी आअहह तो मैं ने पूछा क्या आंटी कुछ दरद वाघहैरा तो नही है तो उन्हो ने कहा के नही राज ऐसा कुछ नही है बोहोत दीनो बाद किसी मर्द का हाथ लगा है ना मेरी टांगो पे तो बोफोत अछा महसूस हुआ. चलो तुम मसाज करो तो मैं ने पहले तो आंटी के पैरो को बिना तेल लगाए हुए ही उनके थाइस तक थोड़ा सा दबाया और जब मेरा हाथ उनके थिग्स पे चला गया तो मैने ने महसूस किया के उन्हो ने अपनी टाँगें थोड़ी खोल दी और उनका बदन थोड़ा सा अकड़ गया है पर उन्हो ने कुछ बोला नही. अब मेरी आँखें थोड़ा सा अंधेरे मे देखने के काबिल हो गयी थी लैकिन फिर भी उतना सॉफ दिखाई नही दे रहा था. मैने आयिल की बॉटल से उनकी दोनो टाँगो पे नीचे से ऊपेर थाइस तक आयिल की एक लंबी धार डाल दिया और आयिल की बॉटल को ढक्कन लगा के बाज़ू मे रख दिया और उनकी
दोनो टाँगो पे दोनो हाथो से तेल को फैला दिया और नीचे से ऊपेर तक मालिश करने लगा. थोड़ी देर के
बाद आंटी के बदन ने पूरा तेल चूस लिया तो फिर से खूब बोहोत सारा तेल आंटी के दोनो टाँगो पे लगा दिया और इस से पहले के तेल नीचे बिस्तर पे गिरता मैं बॉटल को बंद कर के फिर से मालिश करना स्टार्ट कर दिया इसी बीच आंटी ने अपनी टाँगें कुछ और स्प्रेड कर दी थी और जब मैं उनकी रानो ( थाइस ) की मसाज कर रहा था तो उन्हो ने अपनी टाँगें घुटनो से थोड़ी से मोड़ ली जिस की वजह से आयिल उनकी पॅंटी तक उतर रहा था तो मैने बोला के आंटी तेल आपकी पॅंटी तक उतर रहा है कही आपकी कीमती पॅंटी तेल से खराब ना हो जाए तो उन्हो ने कहा तो क्या करू तो मैं ने बोला के आंटी अभी तो कमरे मे बिल्कुल ही अंधेरा है मुझे कुछ दिखाई भी नही दे रहा है अगर आप पॅंटी और नाइटी भी निकाल दो तो यह दोनो तेल से खराब नही होगी तो उन्हो ने कुछ बोला नही बस अपनी गंद थोड़ी से बिस्तर से ऊपेर उठा के मुझे पॅंटी निकालने का सिग्नल दे दिया और मैं ने तुरंत ही उनकी पॅंटी को निकाल दिया और आंटी ने अपनी नाइटी को ऊपेर तक खेच के उठा लिया और अपने शोल्डर से बाहर करते हुए नाइटी को पूरा निकाल दिया. अब मेरे सामने आंटी पूरी नंगी पड़ी थी मुझे आंटी के मस्त बूब्स और चिकनी चूत दिखाई देने लगी आहह क्या मस्त चूत थी थोड़े से मोटे पंखदिओं वाली चिकनी चूत. अब मैं सिर्फ़ आंटी के रानो का मसाज कर रहा था और और अब मेरे अंगूठे (थंब) आंटी की चूत के करीब तक जा रहे थे और आंटी के मूह से आअहह जैसी सिसकारियाँ निकल रही थी तो मैं ने पूछा के आंटी कैसा लग रहा है आंटी तो उन्हो ने बोला के बोहोत मस्त लग रहा है राज्ज बोहोत अछा लग रहा है बोहोत मज़ा आ रहा है मुन्नी भी ऐसा मसाज नही करती तुम्हारे हाथ मे तो जादू है तो मैं खुश हो गया और अपने हाथो मे थोडा और तेल लगा के आंटी के रानो पे डाल दिया और उनकी चूत तक बिंदास मालिश करने लगा. मैं उनकी खुली टाँगो के बीच घुटनो के बल बैठा था और मेरे लंड का तो बुरा हाल था वो मेरे पॅंट मे बोहोत ज़ोर से अकड़ चुका था. मेरी बेचैनी देख के आंटी ने पूछा के क्या हुआ राज ऐसे क्या कर रहे हो तो मैं ने बोला के आंटी यह पॅंट थोड़ा टाइट है ना इसी लिए तकलीफ़ हो रही है तो उन्हो ने नशेली आवाज़ मे बोला
Re: मारवाड़ की मस्त मलाई - indian long sex story hindi
तकलीफ़ दे रहा है तो निकाल दो ना यहाँ कों देख रहा है हमै. मुझे उनकी आवाज़ सुन के लग गया के आंटी को अब नशा चढ़ने लगा है तो मैं ने पूछा के आंटी आप कुछ फील तो नही करोगी ना तो उन्हो ने कहा मुझे भी तो आख़िर शरम आ रही थी तुम्हारे कहने पे ही तो मैं ने भी अपनी पॅंटी निकाल दी है और अब तुम भी अपने पॅंट से मुक्त हो जाओ और वैसे भी अंधेरा ही तो है तो मैं ने दिल मे सोचा के मौका अछा है और अपनी जगह से उठ कर अपने पॅंट और शर्ट को निकाल के सोफे पे फेंक दिया और फिर बिस्तर पे बैठ गया और मालिश करने लगा. अब मैं बिंदास उनकी चूत तक का मसाज उंगलिओ से कर रहा था तो उन्हो ने बोला के बोहोत दीनो बाद एक
मर्द का हाथ मेरे बदन पे बोहोत अछा लग रहा है तो मैं ने मोका देख के पूछ लिया के क्यों आंटी सेठ साहिब आपको हाथ नही लगाते है क्या तो उन्हो ने खराब मूह बनाया और बोली के उनको अपने काम और पैसे से फ़ुर्सत मिले तो अपनी बीवी की तरफ देखेंगे ना हाथ लगाना तो दूर की बात है. अब मैं उनकी चूत के पंखदिओं की मालिश करने लगा तो आंटी ने अपनी गंद बेड से थोड़ा ऊपेर उठा लिया और सस्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकली तो मैं ने पूछा आंटी यहा भी मालिश करू तो आपको बुरा तो नही लगेगा तो उन्हो ने पैरो को थोडा और स्प्रेड करते हुए कहा के अरे नही मुझे तो बोहोत ही मज़ा आ रहा है बस अब तुम ज़रा अछी तरह से मालिश करदो तो मैं ने अपनी एक उंगली उनकी चूत के अंदर डाल दी और उनकी गंद एक दम से ऊपेर उठ गयी और मूह से आआआहह राआज्जजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्
ज्ज निकल गया तो मैं ने पूछा क्या आंटी तो लध खड़ाती आवाज़मे बोली हहाअईए ऐसे ही करो तो मैं ने उनकी चूत की अछी तरह से मालिश शुरू करदी और आंटी ने पैर घुटनो से कंप्लीट मोड़ लिए अब मैं सिर्फ़ आंटी की चिकनी चूत की मालिश कर रहा था अंगूठे से उनकी क्लाइटॉरिस को दबा रहा था और नीचे से ऊपेर तक मालिश और अब आंटी की गंद बिस्तर से उठ रही थी और मेरी उंगली को अंदर लेना चाहती थी और फिर मैं दोनो अंगूठो से क्लाइटॉरिस को मसाज करते करते दोनो अंगूठे उनकी चूत के अंदर घुसा दिए तो आंटी की गंद एक दम से ऊपेर उठ गयी और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ आहह राअज्जजज्ज बोहोत अछा लग रहा है ऐसे ही करो प्लीज़ और मैं ऐसे ही अंगूठे से उनकी चूत की मालिश करता रहा और देखते देखते वो अपनी गंद हवा मे उछलने लगी और उनकी चूत से रस बहने लगा सारे कमरे मे उनकी चूत के जूस की खुसबू महेकने लगी और जब उनका झड़ना ख़तम हुआ तो उनकी गंद अपनी जगह पे वापस आ गयी और उनकी साँसें तेज़ी से चल रही थी. मैं थोड़ी देर के लिए रुक गया. थोड़ी देर के बाद आंटी ने बोला के राज्ज तुम तो बड़ी मस्त मालिश करते हो तो मैं ने कहा आप जब बोलॉगी आंटी मैं आपकी इस से भी अछी तरह से मालिश कर दूँगा. अभी तो आपके आधे बदन की मालिश बाकी है वो भी कर दूँगा आप देखना आपको बोहोत ही मज़ा आएगा तो उन्हो ने कहा के पहले मुझे आधा ग्लास और बना के दो उसके बाद करना तो मैं उठ गया और आधा ग्लास शराब ला के आंटी को दिया जिसे उन्हो ने फिर से एक ही घूँट मे पी लिया.
मैं वापस उनकी टाँगो के बीच बैठ गया और उनकी मूडी हुई टाँगो को खेच को सीधा कर के स्प्रेड कर दिया और मैं दोनो टाँगो के बीचे मे थोड़ा और अंदर तक आगेया उनके थाइस को उठा के अपने थाइस के ऊपेर रख दिया और झुक के उनके पेट पे आयिल की धार डाल दिया और दोनो हाथ उनके पेट पे रखते ही उनका पेट अंदर को चला गया यह एक तरह का रे आक्षन था मेरे हाथो के स्पर्श का और मैं दोनो हाथ उनके पेट पे गोल गोल
घुमा के तेल को उनके पेट पे स्प्रेड करने लगा. अब मैं और आंटी दोनो फुल नंगे थे और मेरा लंड तो जोश से हिल हिल के आंटी की चिकनी चूत को सल्यूट कर रहा था. पेट पे धीरे धीरे हाथ घुमाते घुमाते मेरे हाथ आंटी के बूब्स को भी टच कर रहे थे और फिर मैं ने आंटी के बूब्स को अपने दोनो हाथो से ले के दबाना शुरू कर दिया तो एक बार फिर से आंटी के मूह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकली अब मैं सिर्फ़ आंटी के बूब्स को ही मसल रहा था और उनकी निपल्स को अंगूठे और उंगली के बीच मे पकड़ के मसल भी रहा था और ऐसी पोज़िशन मैं मुझे अपनी जगह से थोडा ऊपेर उतना पड़ रहा था जिस से
मर्द का हाथ मेरे बदन पे बोहोत अछा लग रहा है तो मैं ने मोका देख के पूछ लिया के क्यों आंटी सेठ साहिब आपको हाथ नही लगाते है क्या तो उन्हो ने खराब मूह बनाया और बोली के उनको अपने काम और पैसे से फ़ुर्सत मिले तो अपनी बीवी की तरफ देखेंगे ना हाथ लगाना तो दूर की बात है. अब मैं उनकी चूत के पंखदिओं की मालिश करने लगा तो आंटी ने अपनी गंद बेड से थोड़ा ऊपेर उठा लिया और सस्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकली तो मैं ने पूछा आंटी यहा भी मालिश करू तो आपको बुरा तो नही लगेगा तो उन्हो ने पैरो को थोडा और स्प्रेड करते हुए कहा के अरे नही मुझे तो बोहोत ही मज़ा आ रहा है बस अब तुम ज़रा अछी तरह से मालिश करदो तो मैं ने अपनी एक उंगली उनकी चूत के अंदर डाल दी और उनकी गंद एक दम से ऊपेर उठ गयी और मूह से आआआहह राआज्जजज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्ज्
ज्ज निकल गया तो मैं ने पूछा क्या आंटी तो लध खड़ाती आवाज़मे बोली हहाअईए ऐसे ही करो तो मैं ने उनकी चूत की अछी तरह से मालिश शुरू करदी और आंटी ने पैर घुटनो से कंप्लीट मोड़ लिए अब मैं सिर्फ़ आंटी की चिकनी चूत की मालिश कर रहा था अंगूठे से उनकी क्लाइटॉरिस को दबा रहा था और नीचे से ऊपेर तक मालिश और अब आंटी की गंद बिस्तर से उठ रही थी और मेरी उंगली को अंदर लेना चाहती थी और फिर मैं दोनो अंगूठो से क्लाइटॉरिस को मसाज करते करते दोनो अंगूठे उनकी चूत के अंदर घुसा दिए तो आंटी की गंद एक दम से ऊपेर उठ गयी और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ आहह राअज्जजज्ज बोहोत अछा लग रहा है ऐसे ही करो प्लीज़ और मैं ऐसे ही अंगूठे से उनकी चूत की मालिश करता रहा और देखते देखते वो अपनी गंद हवा मे उछलने लगी और उनकी चूत से रस बहने लगा सारे कमरे मे उनकी चूत के जूस की खुसबू महेकने लगी और जब उनका झड़ना ख़तम हुआ तो उनकी गंद अपनी जगह पे वापस आ गयी और उनकी साँसें तेज़ी से चल रही थी. मैं थोड़ी देर के लिए रुक गया. थोड़ी देर के बाद आंटी ने बोला के राज्ज तुम तो बड़ी मस्त मालिश करते हो तो मैं ने कहा आप जब बोलॉगी आंटी मैं आपकी इस से भी अछी तरह से मालिश कर दूँगा. अभी तो आपके आधे बदन की मालिश बाकी है वो भी कर दूँगा आप देखना आपको बोहोत ही मज़ा आएगा तो उन्हो ने कहा के पहले मुझे आधा ग्लास और बना के दो उसके बाद करना तो मैं उठ गया और आधा ग्लास शराब ला के आंटी को दिया जिसे उन्हो ने फिर से एक ही घूँट मे पी लिया.
मैं वापस उनकी टाँगो के बीच बैठ गया और उनकी मूडी हुई टाँगो को खेच को सीधा कर के स्प्रेड कर दिया और मैं दोनो टाँगो के बीचे मे थोड़ा और अंदर तक आगेया उनके थाइस को उठा के अपने थाइस के ऊपेर रख दिया और झुक के उनके पेट पे आयिल की धार डाल दिया और दोनो हाथ उनके पेट पे रखते ही उनका पेट अंदर को चला गया यह एक तरह का रे आक्षन था मेरे हाथो के स्पर्श का और मैं दोनो हाथ उनके पेट पे गोल गोल
घुमा के तेल को उनके पेट पे स्प्रेड करने लगा. अब मैं और आंटी दोनो फुल नंगे थे और मेरा लंड तो जोश से हिल हिल के आंटी की चिकनी चूत को सल्यूट कर रहा था. पेट पे धीरे धीरे हाथ घुमाते घुमाते मेरे हाथ आंटी के बूब्स को भी टच कर रहे थे और फिर मैं ने आंटी के बूब्स को अपने दोनो हाथो से ले के दबाना शुरू कर दिया तो एक बार फिर से आंटी के मूह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकली अब मैं सिर्फ़ आंटी के बूब्स को ही मसल रहा था और उनकी निपल्स को अंगूठे और उंगली के बीच मे पकड़ के मसल भी रहा था और ऐसी पोज़िशन मैं मुझे अपनी जगह से थोडा ऊपेर उतना पड़ रहा था जिस से