It is not enough to do your best; you must know what to do, and THEN do your best.
--- W. Edwards Deming
आखिर किसी तरह स्टेला शांत हो गई. लेकिन फिरभी उसके जहनसे जाकोबके बारेमें शक वैसेही मौजूद था. काफी देरभी हो चूकी थी. इसलिए बादमें फिर कभी जाकोबसे इस बारेंमें बात करेंगे यह सोचकर वह ब्लॅकहोलसे वापस जानेके लिए तैयार हो गई. 'A' लेव्हलके 'एक्झीट कुंएसे छलांग लगाकर वे दोनोभी बाहर निकल गए.
जब जाकोब और स्टेला बाहर निकले, वे हवेलीके सामने, कुंएके बगलमें जमिनपर पडे हूए थे. दोनों उठ खडे हो गए. उनके टॉर्चेस अबभी बंद थे. वे अपने अपने टॉर्चेस शुरुही करनेही वाले थे इतनेमें उनके सामने दो चमकते हूए फ्लॅशलाईटस कुंए की तरफ आते हूए उन्हे दिखाई दिए. और साथमेंही टायर्सका रेतसे और पथरीले जमिनसे उनकी तरफ आनेका आवाज सुनाई दिया. वह एक कार थी, जो उनकी तरफ आ रही थी. उनकी तरफ आते हूए उन कारके टायर्स मानो रास्तेमें आनेवाली रेत और पत्थर निर्दयतासे कुचलते हूए आगे बढ रहे थे.
'' इस वक्त कौन होगा ?'' स्टेलाने घबराकर पुछा.
'' आवो इधर आवो... हमें जल्दसे जल्द कहीं छिपना चाहिए'' जाकोब उसे एक तरफ ले जाते हूए बोला.
उसने स्टेलाके हाथको पकडकर उसे एक बडे पत्थरके ढेरके पिछे छिपाया. उस ढेरके पिछेसे छूपकर वे दोनों गाडीसे कौन आया वह देखने लगे.
कार रुक गई और कारका दरवाजा खुल गया. सामनेका दृष्य स्टेला सांसे रोककर उत्सुकतासे देख रही थी. उसकी उत्सुकता अब आश्चर्यमें बदल गई थी. उसका आश्चर्यसे खुला हूवा मुंह खुला की खुलाही रह गया. वही स्थिती जाकोबकीभी थी.
'' यह ऐसा कैसे मुमकिन है ?'' स्टेलाके खुले मुंहसे निकल गया.
गाडीसे उतरे हूए दूसरे तिसरे कोई ना होकर... वे दोनों ... स्टेला और जाकोब थे. वही दोनों एकही समय दो जगह. एक पत्थरके ढेरके पिछेसे छुपकर देखने वाले तो दुसरे गाडीसे उतरनेवाले.
'' माय गॉड... वे तो हमही है '' जाकोबके मुंहसे निकल गया.
यह ऐसे कैसे हो गया ?...
सोचते हूए, कुछ खयालमें आये जैसे जाकोबने अपने कलाईपर बंधी घडीकी तरफ देखा. घडी स्टेलाको दिखाकर वह बोला, '' देखो ... हम यहां 8.00 बजे आये थे. ... और अब बराबर आठ बज चूके है ''
उनके सामने दूसरे जाकोब और स्टेला अब गाडीसे उतरकर टॉर्च हाथमें लेकर कुंएकी तरफ जाने लगे.
'' एकदम वही ... वही हम ... और दो अलग अलग शरीरमें ... वहभी एकही समय और एकही जगह ... सबकुछ कैसे विस्मयकारी लग रहा है .. '' स्टेला अबभी उसकी आश्चर्यकी स्थितीसे बाहर नही आई थी.
उनके सामने स्टेला अब कुंएके किनारेपर जाकोबके साथ खडी हो गई.
पत्थरोंके ढेरके पिछेसे झांककर देखते हूए स्टेला लडखडाई और संभलनेके प्रयासमें उस ढेरसे एक पत्थर ढूलकता हूवा निचे आगया. पत्थरके ढुलकनेका और निचे गिरनेका आवाज होगया और वह दूसरी स्टेला, जो कुंएमें छलांग लगानेके लिए तैयार थी, उसने पिछे मुडकर देखा.
पत्थरोंके ढेरके पिछे छुपे जाकोबने स्टेलाको झटसे सहारा देकर फिरसे उस ढेरके पिछे छुपाया.
'' हिलो मत .. '' जाकोबने उसे धीमे स्वरमें कहा.
कुंएके किनारे खडे जाकोबनेभी पिछे स्टेला जिधर देख रही थी उधर देखा. उन्हे हवाके झोंकोकी वजहसे पेढोंके पत्ते हिलते हूए दिखाई दिए. फिरसे कुंएकी तरफ पलटकर जाकोबने कुंएमें छलांग लगानेके लिए स्टेलाका हाथ पकड लिया. स्टेलानेभी पेढोंके पत्तोंका आवाज होगा ऐसा समझकर, कंधे उचकाकर जाकोबके साथ कुंएमें छलांग लगाई.
पत्थरोंके ढेरके पिछे छिपे हूए जाकोब और स्टेला राहतकी सांस लेकर बाहर आ गए और जिस गाडीसे दुसरे स्टेला और जाकोब आये थे उस अपने गाडीकी तरफ चलने लगे.
उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, Novel
Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N
Inspirational thoughts -
All my life I've wanted to be someone; I guess I should have been more specific.
--- Jane Wagner/Lily Tomlin (1939- )
सुझान और डॅनियल हनिमूनके लिए भारतमें आये थे. सुझानको पहलेसेही भारतके बारेमें, वहांके लोगोंके बारेमें और भारतीय रेसीपीजके बारेंमे एक आकर्षण रहा था. भारतमें हनीमूनके लिए जानेका उसका सपना आज वास्तवमें आ रहा था.
वे जिस रेल्वेके कंपार्टमेंटमें बैठे थे उस कंपार्टमेंटकी खिडकीसे हरे हरे खेत उनके नजरोंके सामनेसे गुजर रहे थे. उस हरे भरे इलाकेमेही एक पर्बतकी गोदमें एक गाव बसा हूवा दिख रहा था. और एक संकरी नदी उस गांवको और उस पर्बतको किसी सांपकी तरह फेरा लगाती हूई टेढे मेढे ढंगसे बह रही थी. नदीके किनारे मवेशीयोंके बच्चे अपने पशूओंके उनको चरानेके लिये लाये थे.
बाहर दिख रहे सारे नजारे रेल्वेमें एकदूसरेसे चिपककर बैठे सुझान और डॅनियल खिडकीसे आरामसे देख रहे थे, और अपनी आखोंसे मानो उन नजारोंको पी रहे थे. देखते हूए वे रेल्वेके चलनेसे होनेवाले कंपनसे धीरे धीरे डोलभी रहे थे.
'' मुझे तो अबभी विश्वास नही हो रहा है की मेरी भारतमें हनिमुनके लिए आनेकी इच्छा पुरी हो रही है .'' सुझानने कहा.
डॅनियलने खिडकीसे बाहर देखते हूए शरारतसे अपना गाल उसके गालसे घिसा. उसने पलटकर प्यारसे उसकी तरफ देखा. वहभी प्रेमभरी नजरसे उसकी आंखोमें देखने लगा.
'' मुझे मालूम नही क्यो? लेकिन हमेशासेही मुझे भारतके बारेमें बडा आकर्षण रहा है ... यहांकी संस्कृती... यहांके लोग, हमेशासेही मेरे कौतूहलका विषय रहे है ...'' सुझानने कहा.
डॅनियलने फिरसे उसकी तर एक प्यारभरा और आकर्षनसे युक्त, उसे आवाहन करता दृष्टीक्षेप डालते हूए कहा,
'' लेकिन मुझे अब जिसके बारेमें आकर्षण लग रहा है उसका क्या ?''
सुझानने उसकी आंखोमें देखते हूए उसके भाव पढ लिए और शर्मसे अपनी नजरे झुका ली.
'' तुम्हे पता है ... कभी कभी ऐसा लगता है की हम सालोसाल मानो साथही रह रहे है ... लेकिन कभी कभी ऐसा लगता है की हम कितने अजनबी है .. जैसे अब इसी क्षण मिले है ...'' सुझानने कहा.
हलकेही डॅनियलका सर उसके कंधेपर टीक गया.
'' ऐसा होता है ... प्यारमें ऐसा होता है कभी कभी '' डॅनियल उसे और चिपकता हूवा बोला.
'' प्यारमें कभी कभी ... हमें एक क्षण कितने सालोंजैसा लगता है ... और कभी कभी कितने साल एक पल जैसे लगते है ... मानो वक्तका परिमान पुरी तरहसे बदल गया हो ... '' डॅनियलने आगे कहा.
'' और अब पता है ... मै वैसे प्रेमसे भरे उस पलका बडी बेताबीसे इंतजार कर रहा हूं '' डॅनियल एकदम शरारती होते हूए बोला.
डॅनियलने उसे अपनी बाहोंमे खिंच लिया और वे आवेशसे आलिंगणबद्ध होकर एक दूसरेपर चुंबनोंका वर्षाव करने लगे.
All my life I've wanted to be someone; I guess I should have been more specific.
--- Jane Wagner/Lily Tomlin (1939- )
सुझान और डॅनियल हनिमूनके लिए भारतमें आये थे. सुझानको पहलेसेही भारतके बारेमें, वहांके लोगोंके बारेमें और भारतीय रेसीपीजके बारेंमे एक आकर्षण रहा था. भारतमें हनीमूनके लिए जानेका उसका सपना आज वास्तवमें आ रहा था.
वे जिस रेल्वेके कंपार्टमेंटमें बैठे थे उस कंपार्टमेंटकी खिडकीसे हरे हरे खेत उनके नजरोंके सामनेसे गुजर रहे थे. उस हरे भरे इलाकेमेही एक पर्बतकी गोदमें एक गाव बसा हूवा दिख रहा था. और एक संकरी नदी उस गांवको और उस पर्बतको किसी सांपकी तरह फेरा लगाती हूई टेढे मेढे ढंगसे बह रही थी. नदीके किनारे मवेशीयोंके बच्चे अपने पशूओंके उनको चरानेके लिये लाये थे.
बाहर दिख रहे सारे नजारे रेल्वेमें एकदूसरेसे चिपककर बैठे सुझान और डॅनियल खिडकीसे आरामसे देख रहे थे, और अपनी आखोंसे मानो उन नजारोंको पी रहे थे. देखते हूए वे रेल्वेके चलनेसे होनेवाले कंपनसे धीरे धीरे डोलभी रहे थे.
'' मुझे तो अबभी विश्वास नही हो रहा है की मेरी भारतमें हनिमुनके लिए आनेकी इच्छा पुरी हो रही है .'' सुझानने कहा.
डॅनियलने खिडकीसे बाहर देखते हूए शरारतसे अपना गाल उसके गालसे घिसा. उसने पलटकर प्यारसे उसकी तरफ देखा. वहभी प्रेमभरी नजरसे उसकी आंखोमें देखने लगा.
'' मुझे मालूम नही क्यो? लेकिन हमेशासेही मुझे भारतके बारेमें बडा आकर्षण रहा है ... यहांकी संस्कृती... यहांके लोग, हमेशासेही मेरे कौतूहलका विषय रहे है ...'' सुझानने कहा.
डॅनियलने फिरसे उसकी तर एक प्यारभरा और आकर्षनसे युक्त, उसे आवाहन करता दृष्टीक्षेप डालते हूए कहा,
'' लेकिन मुझे अब जिसके बारेमें आकर्षण लग रहा है उसका क्या ?''
सुझानने उसकी आंखोमें देखते हूए उसके भाव पढ लिए और शर्मसे अपनी नजरे झुका ली.
'' तुम्हे पता है ... कभी कभी ऐसा लगता है की हम सालोसाल मानो साथही रह रहे है ... लेकिन कभी कभी ऐसा लगता है की हम कितने अजनबी है .. जैसे अब इसी क्षण मिले है ...'' सुझानने कहा.
हलकेही डॅनियलका सर उसके कंधेपर टीक गया.
'' ऐसा होता है ... प्यारमें ऐसा होता है कभी कभी '' डॅनियल उसे और चिपकता हूवा बोला.
'' प्यारमें कभी कभी ... हमें एक क्षण कितने सालोंजैसा लगता है ... और कभी कभी कितने साल एक पल जैसे लगते है ... मानो वक्तका परिमान पुरी तरहसे बदल गया हो ... '' डॅनियलने आगे कहा.
'' और अब पता है ... मै वैसे प्रेमसे भरे उस पलका बडी बेताबीसे इंतजार कर रहा हूं '' डॅनियल एकदम शरारती होते हूए बोला.
डॅनियलने उसे अपनी बाहोंमे खिंच लिया और वे आवेशसे आलिंगणबद्ध होकर एक दूसरेपर चुंबनोंका वर्षाव करने लगे.
Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N
Valuable thoughts -
Do the right thing. It will gratify some people and astonish the rest.
--- Mark Twain [Samuel Langhornne Clemens] (1835-1910)
स्टेला और जाकोबका अब उस पथरीले गुफामें गिब्सनको तलाशने के लिए इधर उधर घूमना अब रोजकाही हो गया था.
स्टेलाने और जाकोबने अपना टॉर्च शुरु कर उसकी रोशनी उस गुंफामें इधर उधर घुमाई. सब तरफ भयानक सन्नाटा था. उस भयानक सन्नाटे को तोडा उससेभी भयानक एक आवाजने - किसी खुंखार जानवरकी कुछ खानेकी आवाजने. शायद वही हिंस्त्र पशू था, जो उन गुंफामें गुम हूए आदमीयोंका मांस खाता था. उस खुंखार जानवरका खयाल आतेही उनके चेहरेपर भय दिखने लगा. स्टेला काफी डरी और सहमी हूई थी. उसने जाकोबका हाथ कसकर पकड लिया. जाकोबने अपने टॉर्चकी रोशनी जिधरसे आवाज आ रहा था उधर घुमाई. रोशनीका रुख उधर होतेही उधरसे गुर्रानेका आवाज आने लगा. उनके रोंगटे खडे हो गए थे. थोडी देर बाद वह गुर्रानेका आवाज बंद हो गया.
गुंफामें दुसरीतरफ टॉर्चकी रोशनीका रुख करनेके बाद उन्हे एक जगह एक नुकीले पत्थरको किसी कपडेका टूकडा अटका हूवा दिखाई दिया. वे धीरे धीरे, बडी सावधानीसे उस कपडेके टूकडेकी तरफ जाने लगे, क्योंकी उस जानवरका डर अबभी उनके दिलमें घर किए हूए था. वे उधर चलही रहे थे जब उस जानवरके कुछ चबानेका आवाज फिरसे, इस बार जरा जोरसे, वही कही नजदिकसे आने लगा. जाकोबने उधर रोशनी डाली तो उन्हे एक भयानक जबडा किसी मृत शरीरका मांस तोडकर खाते हूए दिखाई दिया. वे मानो डरसे अपनी जगहपर किसी बर्फकी तरह जम गए थे. उस जबडेने मांस खाना रोका. एक अनैसर्गीक सन्नाटा वातावरणमें फैल गया. वे खुदको संभाल पाते इसके पहलेही वह जानवर उनकी तरफ लपक पडा. जाकोब और स्टेला दोनों डरके मारे चिल्लाए . लेकिन वह जानवर उनके उपर ना झपटते हूए उनके सामनेसे भाग गया था. उनके टॉर्चके रोशनीने उसका पिछा किया तब कहा उन्हे पता चला की वह एक जंगली कुत्ता था. उस कुत्तेने चालाकीसे बराबर 'डी-एक्झीट' कुंएमें छलांग लगाई. वे कुत्ता है यह समझनेके बाद जाकोब और स्टेलाने राहतकी सांस ली. उन्हे पल भरके लिए उस कुत्तेका अचरज लगा.
उस कुत्तेको कैसे पता होगा की वह कुंआही 'डी' लेव्हलसे बाहर जानेका रास्ता है ...
'' क्या बुद्धीमान जानवर है !..'' जाकोबके मुंहसे निकल गया.
'' हां ना.. '' स्टेलाने तुरंत अपने अबभी आश्चर्यसे खुले मुंहसे कहा.
'' लेकिन वह कैसे इस गुंफामें जिवित रह सकता होगा ?'' स्टेलाने पुछा.
'' क्यो?... वह एक बुद्धीमान जानवर है ... उसे जिंदा रहनेका पुरा हक है ... मुझे लगता है कुत्ता उसकी सुंघनेकी शक्तीसे यहां अपना गुजारा करता होगा....'' जाकोबने अपनी राय व्यक्त की.
'' लेकिन पाणीका क्या ?'' स्टेलाने पुछा.
'' यहां पाणीभी है ... 'बी' लेव्हलके किसी ब्लॅकहोलमें पाणीभी है.. '' जाकोबने जानकारी दी.
जिस पत्थरके पिछेसे वह कुत्ता बाहर निकला था, अब वे उधर जाने लगे. वहां उस पत्थरके पिछे एक मृत देह औंधे मुंह गिरा हूवा था. जाकोब उस मुर्देके और नजदिक गया. स्टेलानेतो अपनी सांस लगभग रोक रखी थी. जब जाकोबने उस मुर्देको सिधा किया तो वह एक आदमीका मृतदेह था, जिसका चेहरा कहीं कही उस जानवरने काटकर खाया था और उसकी आंखे बाहर आई हूई दिख रही थी. स्टेलाने डरके मारे और उसकी घीन आकर अपना चेहरा दोनो हाथोंसे ढक लिया. जब जाकोबने वह आधा अधूरा कही कही काटा हूवा चेहरा ध्यानसे देखा तो उसके खयालमें आ गया की वह तो उस गांवके आदमीका शव था जिसका लडका बॉल खेलते हूए कुंएमें गिरा था.
बादमें स्टेला और जाकोब जहां उन्हे एक पत्थरके नुकीले सिरेको एक कपडेका टूकडा अटका हूवा दिखा था वहा चले गए. स्टेलाने वह कपडेका टूकडा वहांसे निकाला और वह अपने टॉर्चके रोशनीमें उसे ध्यानसे देखने लगी. अचानक उसका चेहरा सफेद पड गया, हाथ पैर कांपने लगे और आंखोमें आंसू आगए.
'' यह तो गिब्सनका शर्ट है '' उसकें मुंहसे रोनेको आया आवाज निकला.
उसे अहसास हो गया की उसके पैरकी पुरी शक्ती मानो खतम होने लगी है . वह झटसे निचे जमिनपर बैठ गई. उसने दोनो हांथोसे अपना मुंह ढक लिया और घुटनोंमे अपना सर छिपाकर फुटफुटकर रोने लगी. जाकोबभी उसके पास, उसके करीब घुटनोपर बैठ गया और उसके कंधे थपथपाते हूए उसे ढांढस बंधानेका प्रयास करने लग़ा.
Do the right thing. It will gratify some people and astonish the rest.
--- Mark Twain [Samuel Langhornne Clemens] (1835-1910)
स्टेला और जाकोबका अब उस पथरीले गुफामें गिब्सनको तलाशने के लिए इधर उधर घूमना अब रोजकाही हो गया था.
स्टेलाने और जाकोबने अपना टॉर्च शुरु कर उसकी रोशनी उस गुंफामें इधर उधर घुमाई. सब तरफ भयानक सन्नाटा था. उस भयानक सन्नाटे को तोडा उससेभी भयानक एक आवाजने - किसी खुंखार जानवरकी कुछ खानेकी आवाजने. शायद वही हिंस्त्र पशू था, जो उन गुंफामें गुम हूए आदमीयोंका मांस खाता था. उस खुंखार जानवरका खयाल आतेही उनके चेहरेपर भय दिखने लगा. स्टेला काफी डरी और सहमी हूई थी. उसने जाकोबका हाथ कसकर पकड लिया. जाकोबने अपने टॉर्चकी रोशनी जिधरसे आवाज आ रहा था उधर घुमाई. रोशनीका रुख उधर होतेही उधरसे गुर्रानेका आवाज आने लगा. उनके रोंगटे खडे हो गए थे. थोडी देर बाद वह गुर्रानेका आवाज बंद हो गया.
गुंफामें दुसरीतरफ टॉर्चकी रोशनीका रुख करनेके बाद उन्हे एक जगह एक नुकीले पत्थरको किसी कपडेका टूकडा अटका हूवा दिखाई दिया. वे धीरे धीरे, बडी सावधानीसे उस कपडेके टूकडेकी तरफ जाने लगे, क्योंकी उस जानवरका डर अबभी उनके दिलमें घर किए हूए था. वे उधर चलही रहे थे जब उस जानवरके कुछ चबानेका आवाज फिरसे, इस बार जरा जोरसे, वही कही नजदिकसे आने लगा. जाकोबने उधर रोशनी डाली तो उन्हे एक भयानक जबडा किसी मृत शरीरका मांस तोडकर खाते हूए दिखाई दिया. वे मानो डरसे अपनी जगहपर किसी बर्फकी तरह जम गए थे. उस जबडेने मांस खाना रोका. एक अनैसर्गीक सन्नाटा वातावरणमें फैल गया. वे खुदको संभाल पाते इसके पहलेही वह जानवर उनकी तरफ लपक पडा. जाकोब और स्टेला दोनों डरके मारे चिल्लाए . लेकिन वह जानवर उनके उपर ना झपटते हूए उनके सामनेसे भाग गया था. उनके टॉर्चके रोशनीने उसका पिछा किया तब कहा उन्हे पता चला की वह एक जंगली कुत्ता था. उस कुत्तेने चालाकीसे बराबर 'डी-एक्झीट' कुंएमें छलांग लगाई. वे कुत्ता है यह समझनेके बाद जाकोब और स्टेलाने राहतकी सांस ली. उन्हे पल भरके लिए उस कुत्तेका अचरज लगा.
उस कुत्तेको कैसे पता होगा की वह कुंआही 'डी' लेव्हलसे बाहर जानेका रास्ता है ...
'' क्या बुद्धीमान जानवर है !..'' जाकोबके मुंहसे निकल गया.
'' हां ना.. '' स्टेलाने तुरंत अपने अबभी आश्चर्यसे खुले मुंहसे कहा.
'' लेकिन वह कैसे इस गुंफामें जिवित रह सकता होगा ?'' स्टेलाने पुछा.
'' क्यो?... वह एक बुद्धीमान जानवर है ... उसे जिंदा रहनेका पुरा हक है ... मुझे लगता है कुत्ता उसकी सुंघनेकी शक्तीसे यहां अपना गुजारा करता होगा....'' जाकोबने अपनी राय व्यक्त की.
'' लेकिन पाणीका क्या ?'' स्टेलाने पुछा.
'' यहां पाणीभी है ... 'बी' लेव्हलके किसी ब्लॅकहोलमें पाणीभी है.. '' जाकोबने जानकारी दी.
जिस पत्थरके पिछेसे वह कुत्ता बाहर निकला था, अब वे उधर जाने लगे. वहां उस पत्थरके पिछे एक मृत देह औंधे मुंह गिरा हूवा था. जाकोब उस मुर्देके और नजदिक गया. स्टेलानेतो अपनी सांस लगभग रोक रखी थी. जब जाकोबने उस मुर्देको सिधा किया तो वह एक आदमीका मृतदेह था, जिसका चेहरा कहीं कही उस जानवरने काटकर खाया था और उसकी आंखे बाहर आई हूई दिख रही थी. स्टेलाने डरके मारे और उसकी घीन आकर अपना चेहरा दोनो हाथोंसे ढक लिया. जब जाकोबने वह आधा अधूरा कही कही काटा हूवा चेहरा ध्यानसे देखा तो उसके खयालमें आ गया की वह तो उस गांवके आदमीका शव था जिसका लडका बॉल खेलते हूए कुंएमें गिरा था.
बादमें स्टेला और जाकोब जहां उन्हे एक पत्थरके नुकीले सिरेको एक कपडेका टूकडा अटका हूवा दिखा था वहा चले गए. स्टेलाने वह कपडेका टूकडा वहांसे निकाला और वह अपने टॉर्चके रोशनीमें उसे ध्यानसे देखने लगी. अचानक उसका चेहरा सफेद पड गया, हाथ पैर कांपने लगे और आंखोमें आंसू आगए.
'' यह तो गिब्सनका शर्ट है '' उसकें मुंहसे रोनेको आया आवाज निकला.
उसे अहसास हो गया की उसके पैरकी पुरी शक्ती मानो खतम होने लगी है . वह झटसे निचे जमिनपर बैठ गई. उसने दोनो हांथोसे अपना मुंह ढक लिया और घुटनोंमे अपना सर छिपाकर फुटफुटकर रोने लगी. जाकोबभी उसके पास, उसके करीब घुटनोपर बैठ गया और उसके कंधे थपथपाते हूए उसे ढांढस बंधानेका प्रयास करने लग़ा.