गतांक से आगे .............वो बोला, मेरा बहुत बड़ा है, अगर आपने किसी और का देखा होता तो आप जान जाती.
मैं समझ नही पा रही थी कि क्या काहु.
वो बोला, मेडम जी, क्या आप इसे छू कर देखना चाहोगी ?
मैने कहा, नही ?
पर उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपने पेनिस को मेरे हाथ मे थमा दिया.
दीप्ति फिर चिल्ला पड़ी, क्या तूने उसका पकड़ लिया ?
तुझे बिल्कुल शरम नही आई क्या ?
नेहा ने कहा, यार मैं क्या करती, पहली बार मैने पेनिस देखा था, उसे छू कर देखने का मन तो मेरा भी हो रहा था, पर मैं डर रही थी, पर जब उसने खुद मेरे हाथ में अपना पेनिस थमा दिया तो मैं उसे महसूस करने लगी.”
दीप्ति बोली, पर तुझे ऐसा नही करना चाहिए था.
मैं सब कुछ बड़ी हैरानी से सुन रही थी.
नेहा ने कहा, यार मैं मदहोश हो गयी थी, ऐसा सब कुछ मेरे साथ पहली बार हो रहा था, मैं सही ग़लत की परिभासा भूल गयी थी, मैं ये भी भूल गयी थी की वो मेरा बॉय फ्रेंड नही बल्कि मेरे कॉलेज का पीयान है.
दीप्ति बोली, ह्म्म, अछा आगे क्या हुवा ?
नेहा ने बताया,
“अशोक ने मुझ से पूछा, मेडम जी क्या आपको पता है ये किश काम आता है.
मैं शर्मा गयी
वो बोला, लगता है आपको सब पता है, अछी बात है इन बातो की जानकारी होनी चाहिए.
मैने अपनी नज़रे झुका ली
फिर उसने मेरे हाथ को पकड़ा और उसे आछे से अपने पेनिस पर फिराया, और बोला, आप आछे से छुओ शरमाओ मत.
मैं फिर उसे ठीक से चारो और से छू कर देखने लगी.
वो बोला, मेडम जी आप बहुत सुंदर हो, आज तक आप जैसी लड़की कॉलेज में नही देखी.
मैने कुछ नही कहा.
वो बोला, मेडम जी बुरा ना मानो तो क्या मैं आपके बूब्स देख सकता हू.
मैने कहा, नही मैं ऐसा नही कर सकती.
वो बोला, मेडम जी यहा कोई नही है, बारिश भी तेज है, कोई नही देखेगा.
और ये कहते हुवे उसने अपने दोनो हाथो से मेरी ब्रेस्ट्स को थाम लिया, और उन्हे मसल्ने लगा.
मैं कोई विरोध नही कर पाई. पहली बार किसी ने मेरी ब्रेस्ट्स को छुवा था, और मुझे कुछ कुछ हो रहा था.
मेरे होश उड़ गये और मेरे हाथो से उसका पेनिस छूट गया.
उसने मेरी शर्ट उपर उठा दी और मेरी ब्रा को सरका कर मेरे निपल्स को मूह मे लेकर सक करने लगा.
मैं नही जानती थी कि ब्रेस्ट पर किसी के होंटो का ऐसा अहसास होगा.
मैं मदहोश होती चली गयी.
वो बोला, मेडम जी आपको डर तो नही लग रहा, आप कहे तो मैं रुक जाता हू.
मैं कुछ भी कह पाने की सिचुयेशन में नही थी.
छोटी सी भूल compleet
Re: छोटी सी भूल
तभी अचानक वो मेरा नाडा खोलने लगा पर मैने उसे रोक दिया.
मैने कहा, बस रुक जाओ.
पर वो नही माना और बोला, मेडम जी क्या आप अपनी नही दीखाओगि, मैने भी तो आपको अपना दीखया है.
और एक झटके में उसहने मेरा नाडा खोल दिया और मेरी सलवार नीचे सरका दी.
वो नीचे बैठ गया और मेरी पॅंटी नीचे सरकाने लगा.
मैं आँखे बंद कर के खड़ी हो गयी.
वो बोला, सबसे सुंदर, मैने एक से एक, चूत देखी है पर आपकी तो बस पूछो मत, जो भी आपसे शादी करेगा उसे तो जन्नत मिल जाएगी.
मैने अपने चेहरे पर हाथ रख लिए.
फिर मुझे महसूस हुवा की वो मुझे वाहा चूम रहा है.
मैने आँखे खोल कर देखा तो पाया कि वो बड़े प्यार से मेरी योनि को चूम रहा था.
फिर उसने अपनी जीभ बाहर निकाली और मेरी योनि को चाटने लगा.
मुझे बिल्कुल नही पता था कि ओरल सेक्स ऐसा होगा. मुझे बहुत अछा लग रहा था. मैं जानती थी कि जो भी हो रहा है ग़लत है पर मैं सब कुछ भुला कर अपने पहले सेक्स के अनुभव का मज़ा ले रही थी.
मेरी योनि कब अंदर तक गीली हो गयी पता ही नही चला.
अचानक अशोक उपर उठा और अपने पेनिस को मेरी योनि के पास ले आया.
मैने कहा, प्लीज़ अब रुक जाओ, मैं वर्जिन हू
वो बोला, मेडम जी, इसे भी आपकी चूत की एक किस ले लेने दो, ये इननी सुंदर चूत चूम कर धन्य हो जाएगा.
और उसने अपने पेनिस का मूह मेरी योनि के होल पर रख दिया.
वो बोला, देखो मेडम कितने प्यार से दोनो किस कर रहे है.
मैने नीचे झाँक कर देखा तो पाया कि उसका पेनिस मेरी योनि पर बिल्कुल सटा हुवा था.
मैने कहा, बस अब हटा लो, कोई देख लेगा.
वो बोला, यहा कोई नही है, बारिश बहुत तेज है, कोई भी हमे यहा नही देख पाएगा.
मैने कुछ नही कहा और उशके पेनिस को अपने वाहा फील करने लगी.
वो बोला, मेडम जी थोड़ा अंदर लेकर देखोगी.
मैने कहा, नही मैं अपनी वर्जिनिटी नही खोना चाहती.
वो बोला, बस एक इंच से कुछ नही बिगड़ेगा थोडा सा
अंदर ले लो ना.
मैने कहा, नही ये नही हो सकता, मेरी वर्जिनिटी चली जाएगी.
वो बोला, मेडम जी मेरा विश्वास करो ऐसा कुछ नही होगा, बस थोडा से अंदर ले कर तो देखो.
और ये कह कर उसने एक हल्का सा धक्का मारा और उसका अचानक मेरे अंदर घुस्स गया, मैं चिल्ला उठी आआआआआआयययययययययययययीी
ईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई
मुझे यकीन हो गया कि उष्का वाकाई में बड़ा है, क्योंकि इतना दर्द छोटे से नही हो सकता था.”
ये सब सुन कर दीप्ति और मैं हैरान रह गये.
मैने कहा, बस रुक जाओ.
पर वो नही माना और बोला, मेडम जी क्या आप अपनी नही दीखाओगि, मैने भी तो आपको अपना दीखया है.
और एक झटके में उसहने मेरा नाडा खोल दिया और मेरी सलवार नीचे सरका दी.
वो नीचे बैठ गया और मेरी पॅंटी नीचे सरकाने लगा.
मैं आँखे बंद कर के खड़ी हो गयी.
वो बोला, सबसे सुंदर, मैने एक से एक, चूत देखी है पर आपकी तो बस पूछो मत, जो भी आपसे शादी करेगा उसे तो जन्नत मिल जाएगी.
मैने अपने चेहरे पर हाथ रख लिए.
फिर मुझे महसूस हुवा की वो मुझे वाहा चूम रहा है.
मैने आँखे खोल कर देखा तो पाया कि वो बड़े प्यार से मेरी योनि को चूम रहा था.
फिर उसने अपनी जीभ बाहर निकाली और मेरी योनि को चाटने लगा.
मुझे बिल्कुल नही पता था कि ओरल सेक्स ऐसा होगा. मुझे बहुत अछा लग रहा था. मैं जानती थी कि जो भी हो रहा है ग़लत है पर मैं सब कुछ भुला कर अपने पहले सेक्स के अनुभव का मज़ा ले रही थी.
मेरी योनि कब अंदर तक गीली हो गयी पता ही नही चला.
अचानक अशोक उपर उठा और अपने पेनिस को मेरी योनि के पास ले आया.
मैने कहा, प्लीज़ अब रुक जाओ, मैं वर्जिन हू
वो बोला, मेडम जी, इसे भी आपकी चूत की एक किस ले लेने दो, ये इननी सुंदर चूत चूम कर धन्य हो जाएगा.
और उसने अपने पेनिस का मूह मेरी योनि के होल पर रख दिया.
वो बोला, देखो मेडम कितने प्यार से दोनो किस कर रहे है.
मैने नीचे झाँक कर देखा तो पाया कि उसका पेनिस मेरी योनि पर बिल्कुल सटा हुवा था.
मैने कहा, बस अब हटा लो, कोई देख लेगा.
वो बोला, यहा कोई नही है, बारिश बहुत तेज है, कोई भी हमे यहा नही देख पाएगा.
मैने कुछ नही कहा और उशके पेनिस को अपने वाहा फील करने लगी.
वो बोला, मेडम जी थोड़ा अंदर लेकर देखोगी.
मैने कहा, नही मैं अपनी वर्जिनिटी नही खोना चाहती.
वो बोला, बस एक इंच से कुछ नही बिगड़ेगा थोडा सा
अंदर ले लो ना.
मैने कहा, नही ये नही हो सकता, मेरी वर्जिनिटी चली जाएगी.
वो बोला, मेडम जी मेरा विश्वास करो ऐसा कुछ नही होगा, बस थोडा से अंदर ले कर तो देखो.
और ये कह कर उसने एक हल्का सा धक्का मारा और उसका अचानक मेरे अंदर घुस्स गया, मैं चिल्ला उठी आआआआआआयययययययययययययीी
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मुझे यकीन हो गया कि उष्का वाकाई में बड़ा है, क्योंकि इतना दर्द छोटे से नही हो सकता था.”
ये सब सुन कर दीप्ति और मैं हैरान रह गये.
Re: छोटी सी भूल
दीप्ति बोली, बड़ी चालाकी से उसने तेरे अंदर डाल दिया और तू खामोशी से खड़ी रही.
नेहा बोली, यार मुझे कुछ नही पता था कि ऐसा हो जाएगा, मैं तो बस एक अजीब से नशे में थी.
दीप्ति ने पूछा फिर क्या उसने निकाल लिया या फिर……..
नेहा ने कहा,
“ थोड़ा सा डाल कर वो रुक गया और बोला, बस मेडम जी थोड़ी देर में दर्द ख़तम हो जाएगा.
मैने कहा प्लीज़ निकाल लो इसे मैं मर जाउन्गि.
वो बोला, आज तक कोई नही मरा मेडम जी और धीरे से थोड़ा सा और अंदर सरका दिया.
मैं फिर से चीख उठी आआआहह
बस रुक जाओ, और नही
वो बोला, मेडम जी कुछ नही होगा बस थोड़ा सा और जाने दो.
ये कहते हुवे इस बार उसने पूरा मेरे अंदर घुस्सा दिया.
मैं ज़ोर से चिल्ला उठी आबीयेयायीयियीयैआइयैयियैयीयीयीयियी… नही रुक जाओ,
वो बोला, बस थोड़ी देर में सब ठीक हो जाएगा.
मैने कहा, तुमने पूरा क्यो डाला.
वो बोला, मेडम आपकी बहुत चिकनी हो रखी है, उसी ने मेरे लंड को खींच लिया.
मैं शरमा गयी और बोली तुम एक नंबर के झुटे हो.
वो बोला, मेडम जी कुछ पाने के लिए कयि बार झूठ भी बोलना पड़ता है.
अब मुझे अपने वाहा दर्द महसूस नही हो रहा था.
वो बोला, मेडम जी आप कहे तो मैं अब आपकी मार लू.
मैने कहा तुमने सिर्फ़ किस की बात की थी और अब ये पूरा मेरे अंदर घुस्सा दिया, जल्दी निकालो.
वो बोला, ठीक है मेडम और अपने पेनिस को बाहर निकाल लिया.
पर फिर एक झटके में फिर से पूरा घुस्सा दिया.
मैं फिर से चीन्ख पड़ी.
वो बोला, अब में आपकी मारे बिना नही रह सकता, आप जैसी सुंदर लड़की रोज कहा मिलेगी.
वो अब पूरे जोश में आगे पीछे होने लगा.
मैं पहले सेक्स के खुमार में खोती चली गयी.
मैने उसे फिर रोकने की कोशिस नही की.
नेहा बोली, यार मुझे कुछ नही पता था कि ऐसा हो जाएगा, मैं तो बस एक अजीब से नशे में थी.
दीप्ति ने पूछा फिर क्या उसने निकाल लिया या फिर……..
नेहा ने कहा,
“ थोड़ा सा डाल कर वो रुक गया और बोला, बस मेडम जी थोड़ी देर में दर्द ख़तम हो जाएगा.
मैने कहा प्लीज़ निकाल लो इसे मैं मर जाउन्गि.
वो बोला, आज तक कोई नही मरा मेडम जी और धीरे से थोड़ा सा और अंदर सरका दिया.
मैं फिर से चीख उठी आआआहह
बस रुक जाओ, और नही
वो बोला, मेडम जी कुछ नही होगा बस थोड़ा सा और जाने दो.
ये कहते हुवे इस बार उसने पूरा मेरे अंदर घुस्सा दिया.
मैं ज़ोर से चिल्ला उठी आबीयेयायीयियीयैआइयैयियैयीयीयीयियी… नही रुक जाओ,
वो बोला, बस थोड़ी देर में सब ठीक हो जाएगा.
मैने कहा, तुमने पूरा क्यो डाला.
वो बोला, मेडम आपकी बहुत चिकनी हो रखी है, उसी ने मेरे लंड को खींच लिया.
मैं शरमा गयी और बोली तुम एक नंबर के झुटे हो.
वो बोला, मेडम जी कुछ पाने के लिए कयि बार झूठ भी बोलना पड़ता है.
अब मुझे अपने वाहा दर्द महसूस नही हो रहा था.
वो बोला, मेडम जी आप कहे तो मैं अब आपकी मार लू.
मैने कहा तुमने सिर्फ़ किस की बात की थी और अब ये पूरा मेरे अंदर घुस्सा दिया, जल्दी निकालो.
वो बोला, ठीक है मेडम और अपने पेनिस को बाहर निकाल लिया.
पर फिर एक झटके में फिर से पूरा घुस्सा दिया.
मैं फिर से चीन्ख पड़ी.
वो बोला, अब में आपकी मारे बिना नही रह सकता, आप जैसी सुंदर लड़की रोज कहा मिलेगी.
वो अब पूरे जोश में आगे पीछे होने लगा.
मैं पहले सेक्स के खुमार में खोती चली गयी.
मैने उसे फिर रोकने की कोशिस नही की.