मेरी बेकरार वीवी और मैं वेचारा पति
Re: मेरी बेकरार वीवी और मैं वेचारा पति
लड़का साहब पीछे का ध्यान रखना, फीता चूतड़ पर ऊपर नीचे न हो, फीता सीधा करके कसकर पकडना]
कमर के चारों ओर कहीं से भी इधर उधर ना हो वरना सही नाप नहीं आएगा…..
विजय ओह ….ये तो बहुत मुस्किल है, मैं सब ओर कैसे देखूं] यार तुम खुद ही देखकर बताओ….
जूली नहीं ये नहीं होगा, मैं नहीं देती नाप… तुम पागल हो क्या…. मैंने कुछ पहना भी नहीं है]
विजय अरे यार स्कर्ट तो पकड़ो…. फीता हिल जायेगा … यार क्या फर्क पड़ता है … ये तो रोज सभी लड़कियों का ऐसे ही नाप लेते होंगे ना….
लड़का हाँ साहब, पाता नहीं मैडम जी क्यूँ शरमा रहीं हैं]
विजय जानू प्लीज स्कर्ट ऊपर उठाओ] नाप तो मैं ही लूंगा] पर ये सिर्फ बतायेगा…
अच्छा ऐसा करो तुम अपनी आँखे बंद कर लो ये सिर्फ बतायेगा]
जूली नहीईईईइ बिलकुल नहीं मैं इसके सामने नंगी नहीं होउंगी]
विजय अरे मेरी जान, नंगी कौन कर रहा है ये सब तो तुम्हारे अच्छे फिटिंग वाले कपड़ो के लिए ही है, मेरी अच्छी जानेमन बस २ मिनट की बात है और मैं खुद ले रहा हूँ ना………
जूली नैइइइइइइइइइइइइइइइइ
विजय प्लीज जान बस ऐसे ही, मेरी प्यारी जानेमन हाँ बस कुछ ही देर………हाँ ऐसे पकड़ो बस स्स्स्स्स
हाँ भैया ……. देखना नहीं इधर बस बताओ अब कैसे लेना है नाप …….देखो और बाताओ ठीक है ना फीता …….
लड़का हाँ साहब बस यहाँ से कसकर ये हो गया, अब देखिये कितना आया…..ये इंच में देखना ,…..
विजय हाँ ये यहाँ तो पूरा २६ आ रहा है…….
लड़का हाँ साहब बहुत अच्छा नाप है मैडम जी का…
विजय अब अगला ४ इंच पर ना …….
लड़का हाँ साहब…..
विजय देखो ठीक है……..
लड़का हाँ साहब, और कसकर…..
विजय कोई ज्यादा अंतर नहीं साढ़े २६ होगा]
लड़का नहीं साहब ये २७ ही आएगा] फीता कुछ ज्यादा कस गया है….
विजय ओके
लड़का अब ५ इंच का और ले लीजिये साहब…..
विजय अरे हाँ ये साढ़े या आएगा, है ना] ये तो बहुत अंतर आ गया]
लड़का हाँ साहब आजकल लड़कियां कमर से नीचे वाली जीन्स पहनती हैं, तो उनको चड्डी भी इतनी नीचे वाली चाहिए होती है] इसमें चूतड़ के उठान आ जाते हैं जिससे नाप में अंतर आ जाता है]
विजय पर इसमें तो पीछे से चूतड़ की दरार भी दिखती होगी यार…
लड़का क्या साहब आप भी, यही तो फैसन है आजकल….
विजय ओके
……….
…………..
अब क्या…….
लड़का साहब मैडम जी को टोंग भी अच्छा लगेगा…
जूली हाँ जानू, टोंग तो मुझे चाहिए….
लड़का साहब मैडमजी के चूत का नाप बता दीजिये…
हम बिलकुल उसी नाप के कपडे का टोंग बनवा देंगे…
जूली क्याआआआआ
विजय वो कैसे यार, यहाँ आ बता…..
लड़का साहब ये यहाँ से यहाँ तक…….
जूली स्स्श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
लड़का सो र्र्र्र्र्र ईईईईईईईई मेमसाहब, हाँ बस यही
विजय वाह यार तुम्हारा काम तो बहुत मजेदार है]
लड़का क्या साहब …. बहुत महनत का काम है …
विजय वो तो है यार देख मेरे कैसे पसीने छूट गए…
और तेरे भी जाने कहाँ कहाँ से, सब जगह से गीला हो गया तू तो ……
जूली बस अब तो हो गया ना
विजय हाँ जानेमन हो गया,, अब स्कर्ट तो नीचे कर लो, क्या ऐसे ही ऊपर पकडे खड़े रहोगी… हा हा
लड़का हा हा क्या साहब
जूली उउउउउऊऊऊनन्न्नन मारूंगी मैं अब तुमको ..
चलें अब ……….
विजय अभी कहाँ जान, क्या ब्रा नहीं लेनी]
लड़का हाँ मैडमजी, मम्मो का तो सही नाप आपको बहुत सेक्सी दिखाता है]
जूली अब क्या यहाँ इसके सामने खुले में पूरी नंगी हूँ मैं]
विजय अरे क्या जान बस ऊपर से स्कर्ट नीचे कर लो, ऐसे, ठीक है मास्टरजी इतने मम्मो से काम चल जायेगा ना]
लड़का हाँ साहब, पहले मम्मो के ऊपर और नीचे वाले हिस्से से कमर का नाप लीजिये]
विजय ओह जान, कितना हिल रहे हैं तुम्हारे मम्मे]
लड़का नहीं साहब ये तो पूरा फीता हिल गया]
विजय यार तू ले ये नाप, मैं इन मम्मो को पकड़ कर रखता हूँ]
जूली ओह नहीं विजय, ये तुम क्या कह रहे हो]
विजय कुछ नहीं जान मैं हूँ न, मैं अपना हाथ रखे रहूँगा, वो केवल फीता पकड़ेगा]
लड़का हाँ साहब, बस ये ऐसे इतना ही ,,,,
,,,ये यहाँ ३२ और
…………….
…..यहाँ ३० ………..वाओ बहुत सेक्सी नाप है मैडमजी आपका….
साहब जरा हाथ हटाइये ….अब ये ऊपर से बस यहाँ से ………….
विजय यहाँ से
जूली ऊऊऊऊउईईईईईईईई क्या करते हो …..
विजय ओह सॉरी डिअर
लड़का वाओ साहब ऊंचाई ३७ …. बहुत मस्त है …
मैडम जी आप देखना अब ये वाली ब्रा पहनकर आपकी सभी कपडे कितने मस्त दिखेंगे…..आप पूरी हिरोइन दिखोगी…..
कमर के चारों ओर कहीं से भी इधर उधर ना हो वरना सही नाप नहीं आएगा…..
विजय ओह ….ये तो बहुत मुस्किल है, मैं सब ओर कैसे देखूं] यार तुम खुद ही देखकर बताओ….
जूली नहीं ये नहीं होगा, मैं नहीं देती नाप… तुम पागल हो क्या…. मैंने कुछ पहना भी नहीं है]
विजय अरे यार स्कर्ट तो पकड़ो…. फीता हिल जायेगा … यार क्या फर्क पड़ता है … ये तो रोज सभी लड़कियों का ऐसे ही नाप लेते होंगे ना….
लड़का हाँ साहब, पाता नहीं मैडम जी क्यूँ शरमा रहीं हैं]
विजय जानू प्लीज स्कर्ट ऊपर उठाओ] नाप तो मैं ही लूंगा] पर ये सिर्फ बतायेगा…
अच्छा ऐसा करो तुम अपनी आँखे बंद कर लो ये सिर्फ बतायेगा]
जूली नहीईईईइ बिलकुल नहीं मैं इसके सामने नंगी नहीं होउंगी]
विजय अरे मेरी जान, नंगी कौन कर रहा है ये सब तो तुम्हारे अच्छे फिटिंग वाले कपड़ो के लिए ही है, मेरी अच्छी जानेमन बस २ मिनट की बात है और मैं खुद ले रहा हूँ ना………
जूली नैइइइइइइइइइइइइइइइइ
विजय प्लीज जान बस ऐसे ही, मेरी प्यारी जानेमन हाँ बस कुछ ही देर………हाँ ऐसे पकड़ो बस स्स्स्स्स
हाँ भैया ……. देखना नहीं इधर बस बताओ अब कैसे लेना है नाप …….देखो और बाताओ ठीक है ना फीता …….
लड़का हाँ साहब बस यहाँ से कसकर ये हो गया, अब देखिये कितना आया…..ये इंच में देखना ,…..
विजय हाँ ये यहाँ तो पूरा २६ आ रहा है…….
लड़का हाँ साहब बहुत अच्छा नाप है मैडम जी का…
विजय अब अगला ४ इंच पर ना …….
लड़का हाँ साहब…..
विजय देखो ठीक है……..
लड़का हाँ साहब, और कसकर…..
विजय कोई ज्यादा अंतर नहीं साढ़े २६ होगा]
लड़का नहीं साहब ये २७ ही आएगा] फीता कुछ ज्यादा कस गया है….
विजय ओके
लड़का अब ५ इंच का और ले लीजिये साहब…..
विजय अरे हाँ ये साढ़े या आएगा, है ना] ये तो बहुत अंतर आ गया]
लड़का हाँ साहब आजकल लड़कियां कमर से नीचे वाली जीन्स पहनती हैं, तो उनको चड्डी भी इतनी नीचे वाली चाहिए होती है] इसमें चूतड़ के उठान आ जाते हैं जिससे नाप में अंतर आ जाता है]
विजय पर इसमें तो पीछे से चूतड़ की दरार भी दिखती होगी यार…
लड़का क्या साहब आप भी, यही तो फैसन है आजकल….
विजय ओके
……….
…………..
अब क्या…….
लड़का साहब मैडम जी को टोंग भी अच्छा लगेगा…
जूली हाँ जानू, टोंग तो मुझे चाहिए….
लड़का साहब मैडमजी के चूत का नाप बता दीजिये…
हम बिलकुल उसी नाप के कपडे का टोंग बनवा देंगे…
जूली क्याआआआआ
विजय वो कैसे यार, यहाँ आ बता…..
लड़का साहब ये यहाँ से यहाँ तक…….
जूली स्स्श्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
लड़का सो र्र्र्र्र्र ईईईईईईईई मेमसाहब, हाँ बस यही
विजय वाह यार तुम्हारा काम तो बहुत मजेदार है]
लड़का क्या साहब …. बहुत महनत का काम है …
विजय वो तो है यार देख मेरे कैसे पसीने छूट गए…
और तेरे भी जाने कहाँ कहाँ से, सब जगह से गीला हो गया तू तो ……
जूली बस अब तो हो गया ना
विजय हाँ जानेमन हो गया,, अब स्कर्ट तो नीचे कर लो, क्या ऐसे ही ऊपर पकडे खड़े रहोगी… हा हा
लड़का हा हा क्या साहब
जूली उउउउउऊऊऊनन्न्नन मारूंगी मैं अब तुमको ..
चलें अब ……….
विजय अभी कहाँ जान, क्या ब्रा नहीं लेनी]
लड़का हाँ मैडमजी, मम्मो का तो सही नाप आपको बहुत सेक्सी दिखाता है]
जूली अब क्या यहाँ इसके सामने खुले में पूरी नंगी हूँ मैं]
विजय अरे क्या जान बस ऊपर से स्कर्ट नीचे कर लो, ऐसे, ठीक है मास्टरजी इतने मम्मो से काम चल जायेगा ना]
लड़का हाँ साहब, पहले मम्मो के ऊपर और नीचे वाले हिस्से से कमर का नाप लीजिये]
विजय ओह जान, कितना हिल रहे हैं तुम्हारे मम्मे]
लड़का नहीं साहब ये तो पूरा फीता हिल गया]
विजय यार तू ले ये नाप, मैं इन मम्मो को पकड़ कर रखता हूँ]
जूली ओह नहीं विजय, ये तुम क्या कह रहे हो]
विजय कुछ नहीं जान मैं हूँ न, मैं अपना हाथ रखे रहूँगा, वो केवल फीता पकड़ेगा]
लड़का हाँ साहब, बस ये ऐसे इतना ही ,,,,
,,,ये यहाँ ३२ और
…………….
…..यहाँ ३० ………..वाओ बहुत सेक्सी नाप है मैडमजी आपका….
साहब जरा हाथ हटाइये ….अब ये ऊपर से बस यहाँ से ………….
विजय यहाँ से
जूली ऊऊऊऊउईईईईईईईई क्या करते हो …..
विजय ओह सॉरी डिअर
लड़का वाओ साहब ऊंचाई ३७ …. बहुत मस्त है …
मैडम जी आप देखना अब ये वाली ब्रा पहनकर आपकी सभी कपडे कितने मस्त दिखेंगे…..आप पूरी हिरोइन दिखोगी…..
Re: मेरी बेकरार वीवी और मैं वेचारा पति
विजय चल वे चल मेरी जान तो हमेसा से ही हिरोइन को भी मात देती है …..
जूलीअच्छा ठीक है अब हो गया….
लड़का बस मैडमजी इन दोनों कि गोलाई का नाप और ले लूँ]
जूली वो क्यों]
लड़का अरे मैडम जी दोनों का नाप अलग-अलग होता है फिर देखना आपको कितना आराम मिलेगा]
विजय अरे यार ये सही ही तो कह रहा होगा, कौन सा तुम्हारे मम्मो को खा जायेगा]
जूली धत्त्त्त जल्दी करो अच्छा….
लड़का साहब जरा यहाँ से पकड़ लीजिये… बस देखा आपने साहब पुरे १ इंच का अंतर है] किसी किसी का तो ३-४ इंच तक का होता है
जूली अब तो ऊपर कर लूँ कपडे,,,हो गया ना
विजय तुम्हारी मर्जी जान, वैसे ऐसे ही बहुत गजब ढा रही हो] चाहो तो ऐसे ही चलें घर….
जूली हो हो …. बड़े आये…. तुम तो घर चलो फिर बताती हूँ….
लड़का हाहाहा क्या साहब आप भी बहुत मजाकिया हो….
मेमसाब आपकी निप्पल बहुत सेक्सी हैं…मैं आपको नोक वाले ब्रा दिखाऊंगा….आप वही पहनना…देखा कितनी मस्त दिखोगी…
जूली हाँ, मैंने देखी थीं वो एक अपनी दोस्त के पास… मैं तो उस जैसी ही चाहती थी, अच्छा हुआ तुमने याद दिल दिया…. चलो अब जल्दी से दो …..
लड़का मैडम जी ये वाली तो मैं तैयार करवा दूंगा… २-३ दिन लगेंगे…
जूली तो अभी मैं क्या लुंगी….
विजय तब तक जान ऐसे ही घूमो, किसे पता चलता है कि तुमने चड्डी नहीं पहनी]
जूली मारूंगी अब मैं तुमको…..
लड़का हाहा साहब मुझे पता है…..साहब एक बात बताऊँ….हमारे पहनने या न पहनने से किसी को फर्क नहीं पड़ता, पर लड़की का सबको पता चल जाता है, क्युकि सब घूर घूर कर वहीँ देखते हैं…
जूली हाँ तो अब मैं क्या लूँ,
लड़का मैडमजी जो पहले आपने देखे थे उसी में से पसंद कर लीजिये]
जूली ठीक है…
विजय ये और ये ले लो…..
जूली ओके भैया ये वाले दे दो …..
……….
……….
ओके फिर चलते हैं……
मैं ३-४ दिन बाद आउंगी…..
…………
…………..
विजय ओह भाभी फिर भूल गई वैसे ही बैठो न…
जूलीहाँ हाँ, मगर सब इधर ही देख रहे हैं, कितनी भीड़ है यहाँ….
……..
विजय तो क्या हुआ?
…………
…..
कोई दूर से आवाज आ रही थी …..जैसे कोई पीछे से बोल रहा हो ….
अननोन….. ओययययीईईए बो देख उसने कच्छी नहीं पहनी….
कोई दूसरा……क्याआआआ
अननोन… हाँ यार मैंने उसकी फ़ुद्दी देखी पूरी नंगी थी यार………
चल पीछा करते हैं………
जूली…….देखा मना कर रही थी ना…. क्या कह रहा वो……….
विजय हा हा हाहाहाहा मजा आया या नहीं… आपने सुना नहीं….. कह रहा था कि “मैंने उसकी फ़ुद्दी देखी” हा हा हाहाहा
जूली तू आज सबको मेरी चूत दिखा दिखा कर ही खुश होते रहना…. पागल… सरफिरा….
विजय भाभी वो पीछे आ रहे हैं…. जरा कास कर पकड़ लो, मैं बाइक तेज भागने वाला हूँ….
जूली माए गॉड, तू मरवा देगा आज…. जल्दी चला…
विजय अरे कुछ नहीं होगा भाभी… बस कसकर चिपक जाओ…
जूली देख कितना चिल्ला रहे हैं वो….
विजय भाभी अपनी स्कर्ट पकड़ो… वो गांड…गांड..क्या मस्त गांड है करके चिल्ला रहे हैं…
जूली अब तुझे पकड़ू या स्कर्ट, तू तो भगा जल्दी और इन सबसे पीछा छुड़वा….
विजय ओके भाभी ……ये लोऊऊऊओ
आआआआआआआआ
………….
………
विजय अब तो ठीक है ना भाभी, जरा देखो पीछे, अब तो नहीं आ रहे………..
जूली हाँ अब तो कोई नहीं दिख रहा…… थैंक्स गॉड..
आज तो बच गई…
विजय हा हा क्या भाभी, आप या गांड….
जूली हाँ हाँ तुझे तो बहुत मस्ती सूझ रही है ना… ही ही वैसे दोनों ही बच गई… कितना चिल्ला रहे थे वो, ना जाने क्या हाल करते….
विजय यहाँ पर आप गलत हो भाभी, आप तो बच गई परन्तु गांड नहीं बचेगी…देखो मेरे लण्ड का क्या हांल है….
जूली माई गॉड, ये तो जनाब पुरे तनतना रहे हैं…
विजय हाँ भाभी प्लीज, जरा चैन खोलकर सहला दो न… अंदर दम घुट रहा है वेचारे का….
जूली इस चलती रोड पर….
विजय तो क्या हुआ भाभी… टी-शर्ट तो है न ऊपर…
जूली वाओ… ये तो कुछ ज्यादा ही बड़े और गर्म हो गए हैं…..
विजय आःआआ हा ह्ह्ह्हह्ह कितना नरम हाथ है आपका….. मजा आ गया…..भाभी इसे अपनी गांड माई ले लो न….
जूली तो घर तो चल पागल… क्या यही डालेगा…
विजय काश भाभी आप आगे आकर दोनों पैर इधर-उधर कर मेरी गोदी में बैठ जाओ और मैं तुमको चोदता हुआ बाइक चलाऊं…. आःआआ ह्ह्हह्ह्ह्ह
जूली अच्छा अच्छा अब न तो सपना देख और ना दिखा… जल्दी से घर चल मुझे बहुत तेज सुसु आ रही है….
विजय वाओ भाभी … क्या कह रही ही… आज तो आपको खुले में मुत्ती करवाएंगे…
जूलीअच्छा ठीक है अब हो गया….
लड़का बस मैडमजी इन दोनों कि गोलाई का नाप और ले लूँ]
जूली वो क्यों]
लड़का अरे मैडम जी दोनों का नाप अलग-अलग होता है फिर देखना आपको कितना आराम मिलेगा]
विजय अरे यार ये सही ही तो कह रहा होगा, कौन सा तुम्हारे मम्मो को खा जायेगा]
जूली धत्त्त्त जल्दी करो अच्छा….
लड़का साहब जरा यहाँ से पकड़ लीजिये… बस देखा आपने साहब पुरे १ इंच का अंतर है] किसी किसी का तो ३-४ इंच तक का होता है
जूली अब तो ऊपर कर लूँ कपडे,,,हो गया ना
विजय तुम्हारी मर्जी जान, वैसे ऐसे ही बहुत गजब ढा रही हो] चाहो तो ऐसे ही चलें घर….
जूली हो हो …. बड़े आये…. तुम तो घर चलो फिर बताती हूँ….
लड़का हाहाहा क्या साहब आप भी बहुत मजाकिया हो….
मेमसाब आपकी निप्पल बहुत सेक्सी हैं…मैं आपको नोक वाले ब्रा दिखाऊंगा….आप वही पहनना…देखा कितनी मस्त दिखोगी…
जूली हाँ, मैंने देखी थीं वो एक अपनी दोस्त के पास… मैं तो उस जैसी ही चाहती थी, अच्छा हुआ तुमने याद दिल दिया…. चलो अब जल्दी से दो …..
लड़का मैडम जी ये वाली तो मैं तैयार करवा दूंगा… २-३ दिन लगेंगे…
जूली तो अभी मैं क्या लुंगी….
विजय तब तक जान ऐसे ही घूमो, किसे पता चलता है कि तुमने चड्डी नहीं पहनी]
जूली मारूंगी अब मैं तुमको…..
लड़का हाहा साहब मुझे पता है…..साहब एक बात बताऊँ….हमारे पहनने या न पहनने से किसी को फर्क नहीं पड़ता, पर लड़की का सबको पता चल जाता है, क्युकि सब घूर घूर कर वहीँ देखते हैं…
जूली हाँ तो अब मैं क्या लूँ,
लड़का मैडमजी जो पहले आपने देखे थे उसी में से पसंद कर लीजिये]
जूली ठीक है…
विजय ये और ये ले लो…..
जूली ओके भैया ये वाले दे दो …..
……….
……….
ओके फिर चलते हैं……
मैं ३-४ दिन बाद आउंगी…..
…………
…………..
विजय ओह भाभी फिर भूल गई वैसे ही बैठो न…
जूलीहाँ हाँ, मगर सब इधर ही देख रहे हैं, कितनी भीड़ है यहाँ….
……..
विजय तो क्या हुआ?
…………
…..
कोई दूर से आवाज आ रही थी …..जैसे कोई पीछे से बोल रहा हो ….
अननोन….. ओययययीईईए बो देख उसने कच्छी नहीं पहनी….
कोई दूसरा……क्याआआआ
अननोन… हाँ यार मैंने उसकी फ़ुद्दी देखी पूरी नंगी थी यार………
चल पीछा करते हैं………
जूली…….देखा मना कर रही थी ना…. क्या कह रहा वो……….
विजय हा हा हाहाहाहा मजा आया या नहीं… आपने सुना नहीं….. कह रहा था कि “मैंने उसकी फ़ुद्दी देखी” हा हा हाहाहा
जूली तू आज सबको मेरी चूत दिखा दिखा कर ही खुश होते रहना…. पागल… सरफिरा….
विजय भाभी वो पीछे आ रहे हैं…. जरा कास कर पकड़ लो, मैं बाइक तेज भागने वाला हूँ….
जूली माए गॉड, तू मरवा देगा आज…. जल्दी चला…
विजय अरे कुछ नहीं होगा भाभी… बस कसकर चिपक जाओ…
जूली देख कितना चिल्ला रहे हैं वो….
विजय भाभी अपनी स्कर्ट पकड़ो… वो गांड…गांड..क्या मस्त गांड है करके चिल्ला रहे हैं…
जूली अब तुझे पकड़ू या स्कर्ट, तू तो भगा जल्दी और इन सबसे पीछा छुड़वा….
विजय ओके भाभी ……ये लोऊऊऊओ
आआआआआआआआ
………….
………
विजय अब तो ठीक है ना भाभी, जरा देखो पीछे, अब तो नहीं आ रहे………..
जूली हाँ अब तो कोई नहीं दिख रहा…… थैंक्स गॉड..
आज तो बच गई…
विजय हा हा क्या भाभी, आप या गांड….
जूली हाँ हाँ तुझे तो बहुत मस्ती सूझ रही है ना… ही ही वैसे दोनों ही बच गई… कितना चिल्ला रहे थे वो, ना जाने क्या हाल करते….
विजय यहाँ पर आप गलत हो भाभी, आप तो बच गई परन्तु गांड नहीं बचेगी…देखो मेरे लण्ड का क्या हांल है….
जूली माई गॉड, ये तो जनाब पुरे तनतना रहे हैं…
विजय हाँ भाभी प्लीज, जरा चैन खोलकर सहला दो न… अंदर दम घुट रहा है वेचारे का….
जूली इस चलती रोड पर….
विजय तो क्या हुआ भाभी… टी-शर्ट तो है न ऊपर…
जूली वाओ… ये तो कुछ ज्यादा ही बड़े और गर्म हो गए हैं…..
विजय आःआआ हा ह्ह्ह्हह्ह कितना नरम हाथ है आपका….. मजा आ गया…..भाभी इसे अपनी गांड माई ले लो न….
जूली तो घर तो चल पागल… क्या यही डालेगा…
विजय काश भाभी आप आगे आकर दोनों पैर इधर-उधर कर मेरी गोदी में बैठ जाओ और मैं तुमको चोदता हुआ बाइक चलाऊं…. आःआआ ह्ह्हह्ह्ह्ह
जूली अच्छा अच्छा अब न तो सपना देख और ना दिखा… जल्दी से घर चल मुझे बहुत तेज सुसु आ रही है….
विजय वाओ भाभी … क्या कह रही ही… आज तो आपको खुले में मुत्ती करवाएंगे…
Re: मेरी बेकरार वीवी और मैं वेचारा पति
जूली फिर सनक गया तू… मैं यहाँ कहीं नहीं करने वाली….
विजय अरे रुको तो भाभी, मुझे एक जगह पता है… वहाँ कोई नहीं होता … आप चिंता मत करो…
जूली तू तो मुझे आज मरवा कर रहेगा.. सुवह से न जाने कितनो के सामने मुझे नंगा दिखा दिया… और तीन अनजाने मर्दो ने मेरे अंगो को भी छू लिया…
विजय क्या …किस किस ने क्या क्या छुआ…झूट मत वोलो भाभी…
जूली अच्छा बच्चू ….. मैं कभी झूट नहीं वोलती…
सुवह उस कूरियर वाले ने मेरी चूची को नहीं सहलाया.. और फिर रास्ते में उस कमीने ने कितनी कसकर मेरे चूतड़ों पर मारा..अभी तक लाल है…फिर तूने उस दुकानदार लड़के से …. सैतान कितनी देर तक मेरे सभी अंगों को छूता रहा… उसने तो मेरी चूत को सहलाया था …देख़ा था ना तूने…
विजय…. हाँ भाभी सच बताओ मजा आया था ना…
जूली अगर अच्छा नहीं लगता..तो हाथ भी नहीं लगाने देती उसको … हाआीाा उस सबको सोचकर अभी भी रोमांच आ रहा है ….
विजय ओके भाभी ठीक है ….चलो उतरो.. वो जो पार्क है ना वहाँ इस दोपहर में कोई अहि होता, आओ वहीँ झाड़ियों में मुत्ती करते हैं दोनों…
जूली पागल है, अगर किसी ने देख लिया तो…
विजय तो क्या हुआ गिनती में १ और बड़ा देना…
हा हा
जूली अरे तू अपना ये तो अंदर कर ले….
विजय अरे चलो न भाभी यहाँ कौन देख रहा है, फिर मूतने के लिए अभी बाहर निकालना ही है…
जूली हे हे सही से चल न, इसको अंदर क्यों नहीं करता, कितना मस्ती में हिलाता हुआ चल रहा है…
विजय किसको अंदर करूँ भाभी…..
जूली अरे अपने इस तनतनाते हुए पप्पू को जीन्स में कर न…. कितना अजीब लग रहा है….
विजय नहीं जानेमन, ये अब जीन्स में कहाँ जा पायेगा …ये अंदर ही जायेगा मगर अब तो आपकी इस गोलमटोल चिकनी गांड में……यहाँ….
जूली ऊऊईईईईईईईईईई क्या करता है …….
विजय अरे ऊँगली ही तो की है जान… लण्ड तो अभी तक बहार ही है …ये देखो….
जूली तुझे हो क्या गया है आज….कितना बेशरम हो रहा है…. एक ये छोटी से स्कर्ट ही मेरी लाज बचाये है. और इसको भी बार बार हटा देता है….
विजय रुको भाभी….. ये जगह सही है… यहाँ आप आराम से मूत सकती हैं…. ये वहाँ उस पेड़ के पीछे कर लो…..
जूली हम्म्म्म ठीक है… तू क्या करेगा….
विजय हे हे मैं देखूंगा कि आप ने कितनी की ….
जूली पागल है क्या….. चल तू उधर देख …. कि कोई आ न जाए….पहले मैं कर लेती हूँ फिर तू भी कर लेना..
………………………….
…………..
विजय वाओ भाभी मूतते हुए पीछे से आपकी गांड कितनी प्यारी लग रही है…..
जूली तू अब इसे ही देखता रहेगा या इधर-उधर का भी ध्यान रखेगा…..
विजय आप तो फालतू में नाराज हो रही हो…. केवल अकेला मैं ही कौन सा देख रहा हूँ….
जूली उउउफ्फ्फ्फ्फ़ तो और कौन देख रहा है….
विजय हाहा वो देखो बेंच पर…..वो जो अंकल बैठे हैं इधर ही देख रहे हैं…..
जूलीदेख कितना बेशरम है…लगातार घूर रहा है…
विजय वाह भाभी….आपको करने में शर्म नहीं… मैं और वो देख रहे हैं तो बेशरम….
जूली अब आज तो तू पक्का पिटने वाला है….
अब जल्दी से चल यहाँ से….
विजय एक मिनट न भाभी जी….जरा मुझे भी तो फ्रेश होने दो……..
जूली हाँ हाँ जल्दी कर…..
………………….
जूली देख अब कैसे चला गया…जब मैंने उसको घूरा … शर्म नहीं आती इन बुड्ढों को…. राख में भी चिंगारी ढूँढ़ते रहते हैं……
विजय हा हा भाभी क्या बात की है… वैसे आज तो उसको मजा आ गया होगा..इतनी चिकनी गांड देखकर…..पता नहीं घर जाकर दादी का क्या हाल करेंगे…. हा हा
जूली हाहा तू भी ना….
विजय भाभी…प्लीज जरा इसको सही तो कर दो …देखो जीन्स में जा ही नहीं रहा….
जूली यहाँ……हाए क्या कर रहा है…. कितना गरम हो रहा है ये…..
विजय भाभी खुले में चुदाई करने का मजा ही अलग है….
जूली नहीं यहाँ तो बिलकुल नहीं…… मैं ये रिस्क नहीं लेने वाली……तू इसको अंदर कर जल्दी….
विजय अरे वही तो कर रहा हु भाभी… कोई नहीं है यहाँ बस इस पेड़ को पकड़ कर थोडा झुको … केवल ५ मिनट लगेंगे….
जूली आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआ क्या करता है …. मुझे दर्द हो रहा है ….. ओह मान जा ना प्लीज …. नहीईईईई आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मान जा नहीं न यहाँ कोई भी आ सकता है ……..
विजय श्ह्ह्ह्ह्ह्ह कोई नहीं आएगा ……… बस्स्स्स जरा सा …………. आज तो नहीं मानूंगा …..
जूली अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहीं ना क्या करता है …. हट ना ………..ओह
जूली ओहूऊऊऊऊऊ
विजय ज्यादा आवाज मत करो ना …..वरना …..सबको पता चल जायेगा……
विजय अरे रुको तो भाभी, मुझे एक जगह पता है… वहाँ कोई नहीं होता … आप चिंता मत करो…
जूली तू तो मुझे आज मरवा कर रहेगा.. सुवह से न जाने कितनो के सामने मुझे नंगा दिखा दिया… और तीन अनजाने मर्दो ने मेरे अंगो को भी छू लिया…
विजय क्या …किस किस ने क्या क्या छुआ…झूट मत वोलो भाभी…
जूली अच्छा बच्चू ….. मैं कभी झूट नहीं वोलती…
सुवह उस कूरियर वाले ने मेरी चूची को नहीं सहलाया.. और फिर रास्ते में उस कमीने ने कितनी कसकर मेरे चूतड़ों पर मारा..अभी तक लाल है…फिर तूने उस दुकानदार लड़के से …. सैतान कितनी देर तक मेरे सभी अंगों को छूता रहा… उसने तो मेरी चूत को सहलाया था …देख़ा था ना तूने…
विजय…. हाँ भाभी सच बताओ मजा आया था ना…
जूली अगर अच्छा नहीं लगता..तो हाथ भी नहीं लगाने देती उसको … हाआीाा उस सबको सोचकर अभी भी रोमांच आ रहा है ….
विजय ओके भाभी ठीक है ….चलो उतरो.. वो जो पार्क है ना वहाँ इस दोपहर में कोई अहि होता, आओ वहीँ झाड़ियों में मुत्ती करते हैं दोनों…
जूली पागल है, अगर किसी ने देख लिया तो…
विजय तो क्या हुआ गिनती में १ और बड़ा देना…
हा हा
जूली अरे तू अपना ये तो अंदर कर ले….
विजय अरे चलो न भाभी यहाँ कौन देख रहा है, फिर मूतने के लिए अभी बाहर निकालना ही है…
जूली हे हे सही से चल न, इसको अंदर क्यों नहीं करता, कितना मस्ती में हिलाता हुआ चल रहा है…
विजय किसको अंदर करूँ भाभी…..
जूली अरे अपने इस तनतनाते हुए पप्पू को जीन्स में कर न…. कितना अजीब लग रहा है….
विजय नहीं जानेमन, ये अब जीन्स में कहाँ जा पायेगा …ये अंदर ही जायेगा मगर अब तो आपकी इस गोलमटोल चिकनी गांड में……यहाँ….
जूली ऊऊईईईईईईईईईई क्या करता है …….
विजय अरे ऊँगली ही तो की है जान… लण्ड तो अभी तक बहार ही है …ये देखो….
जूली तुझे हो क्या गया है आज….कितना बेशरम हो रहा है…. एक ये छोटी से स्कर्ट ही मेरी लाज बचाये है. और इसको भी बार बार हटा देता है….
विजय रुको भाभी….. ये जगह सही है… यहाँ आप आराम से मूत सकती हैं…. ये वहाँ उस पेड़ के पीछे कर लो…..
जूली हम्म्म्म ठीक है… तू क्या करेगा….
विजय हे हे मैं देखूंगा कि आप ने कितनी की ….
जूली पागल है क्या….. चल तू उधर देख …. कि कोई आ न जाए….पहले मैं कर लेती हूँ फिर तू भी कर लेना..
………………………….
…………..
विजय वाओ भाभी मूतते हुए पीछे से आपकी गांड कितनी प्यारी लग रही है…..
जूली तू अब इसे ही देखता रहेगा या इधर-उधर का भी ध्यान रखेगा…..
विजय आप तो फालतू में नाराज हो रही हो…. केवल अकेला मैं ही कौन सा देख रहा हूँ….
जूली उउउफ्फ्फ्फ्फ़ तो और कौन देख रहा है….
विजय हाहा वो देखो बेंच पर…..वो जो अंकल बैठे हैं इधर ही देख रहे हैं…..
जूलीदेख कितना बेशरम है…लगातार घूर रहा है…
विजय वाह भाभी….आपको करने में शर्म नहीं… मैं और वो देख रहे हैं तो बेशरम….
जूली अब आज तो तू पक्का पिटने वाला है….
अब जल्दी से चल यहाँ से….
विजय एक मिनट न भाभी जी….जरा मुझे भी तो फ्रेश होने दो……..
जूली हाँ हाँ जल्दी कर…..
………………….
जूली देख अब कैसे चला गया…जब मैंने उसको घूरा … शर्म नहीं आती इन बुड्ढों को…. राख में भी चिंगारी ढूँढ़ते रहते हैं……
विजय हा हा भाभी क्या बात की है… वैसे आज तो उसको मजा आ गया होगा..इतनी चिकनी गांड देखकर…..पता नहीं घर जाकर दादी का क्या हाल करेंगे…. हा हा
जूली हाहा तू भी ना….
विजय भाभी…प्लीज जरा इसको सही तो कर दो …देखो जीन्स में जा ही नहीं रहा….
जूली यहाँ……हाए क्या कर रहा है…. कितना गरम हो रहा है ये…..
विजय भाभी खुले में चुदाई करने का मजा ही अलग है….
जूली नहीं यहाँ तो बिलकुल नहीं…… मैं ये रिस्क नहीं लेने वाली……तू इसको अंदर कर जल्दी….
विजय अरे वही तो कर रहा हु भाभी… कोई नहीं है यहाँ बस इस पेड़ को पकड़ कर थोडा झुको … केवल ५ मिनट लगेंगे….
जूली आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआ क्या करता है …. मुझे दर्द हो रहा है ….. ओह मान जा ना प्लीज …. नहीईईईई आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मान जा नहीं न यहाँ कोई भी आ सकता है ……..
विजय श्ह्ह्ह्ह्ह्ह कोई नहीं आएगा ……… बस्स्स्स जरा सा …………. आज तो नहीं मानूंगा …..
जूली अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह नहीं ना क्या करता है …. हट ना ………..ओह
जूली ओहूऊऊऊऊऊ
विजय ज्यादा आवाज मत करो ना …..वरना …..सबको पता चल जायेगा……