उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, Novel

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 16:40

Encouraging thoughts -

Never worry about the size of your Christmas tree. In the eyes of children, they are all 30 feet tall.

----- Larry Wilde, The Merry Book of Christmas


स्टेला जब फिरसे उसके भूतकालसे वर्तमानमें आगई तब जाकोबने कारकी गती एकदम कम की थी. उनकी कार अब एक हवेलीके तरफ धीरे धीरे चल रही थी. स्टेला किसी सपनेमें खोईसी उस हवेलीकी तरफ देखने लगी.

अरे यहतो वही हवेली है जो सपनेमें आई थी...

उसके आंखोके सामनेसे गिब्सन उस हवेलीसे बाहर आ रहा है ऐसा एक सपने का चित्र गुजर गया.

'' यह तो वही हवेली है ...'' स्टेलाके मुंहसे यकायक निकल गया.

स्टेलाने चारो तरफ नजरे घुमाकर देखा. हवेलीके इर्दगीर्द खेतोंमे सब तरफ घने पेढ और घास बढ चूकी थी. .

'' ... और जगहभी वही '' स्टेलाने आगे कहा.

जाकोबने हवेलीके सामने रास्तेपर एक किनारे अपनी कार खडी की. स्टेला और जाकोब दोनों कारसे उतर गए. जाकोबने उतरे बराबर कारसे अपने साथ दो टॉर्च लिए. एक उसने खुदके पास रखा और दुसरा स्टेलाके पास देते हूए कहा, '' यह लो... अंदर जरुरत पडेगी .''

जाकोब हवेलीकी तरफ जाने लगा. स्टेला संभ्रमसी अवस्थामें अपने हाथमेंका टॉर्च उलट पुलटकर देखते हूए उसके पिछे पिछे चलने लगी.

'' तूम यहां पहलेभी आये हो शायद ?'' स्टेलाने वह जिस आत्मविश्वाससे हवेलीकी तरफ जा रहा था उससे अंदाजा लगाते हूए पुछा.

'' हां ... एकबार .. गिब्सनके साथ..'' जाकोबने चलते हूए जवाब दिया.

'' कब?'' स्टेलाने आश्चर्यसे पुछा.

'' लगभग 15 दिन पहले... '' जाकोबने सिधा हवेलीकी तरफ ना जाते हूए दाई तरफ मुडते हूए कहा, '' इधरसे आवो ... ऐसे''

वह उसे हवेलीसे सटकर जो एक कुंआ था उसके पास ले गया. कुंएके पास आतेही स्टेला फिरसे अचरजमें पड गई. फिरसे उसकी आंखोके सामनेसे उसके सपनेका एक एक प्रसंग किसी चलचित्रकी भांती गुजरने लगा जिसमें वह कुंएके किनारे खडी थी. स्टेलाको गिब्सनकी फाईलमें रखा हुवा कुंएका चित्रभी याद आया.

जाकोब उसे कुंएके और पास ले गया.

'' यह कुंआ काफी दिनोंसे कोई इस्तेमाल नही करता ऐसा दिख रहा है ..'' स्टेलाने कहा.

'' यह कुंआ नही है .... '' जाकोबने बिचमेंही टोका.

'' इधर आकर अंदर झांककर तो देखो ..'' जाकोबने उसे और आगे ले जाते हूए कहा.

स्टेला डरती सहमती कुंएके किनारेतक गई. जॉकोब निचे झुंककर कुंएके अंदर झांकते हूए उसेभी निचे अंदर देखनेमें मदद करने लगा.

'' तुम जरा टॉर्च शुरु कर अंदर रोशनी डालोगे ?'' स्टेलाने उसे सुझाया.

जॉकोबने टॉर्च शुरु कर कुंएके अंदर रोशनी डाली. स्टेला और झुककर अंदर देखने लगी.

'' तुम्हे अंदर अंधेरेके सिवा कुछ नही दिखेगा .. यहां आसपासके लोग इस कुंएको 'ब्लॅक होल' कहते है '' जाकोबने कहा.

स्टेलाने उसकी तरफ आश्चर्यसे देखते हूए पुछा, '' ब्लॅक होल?... मतलब?... ऐसा क्या है इस कुंएमें ?''

जॉकोब कुछभी जवाब ना देते हूए दो कदम पिछे हट गया. स्टेलाभी उसके साथ पिछे हट गई.

'' अब तैयार हो जावो ... हमें इस कुंएमें कुदना है '' जाकोबने कहा.

'' क्या ? ... कुदना है ?... कुछभी मत बोलो '' स्टेला वह जैसे मजाक कर रहा हो इस अंदाजमें बोली.

जाकोब उसके पास खडा होकर उसके सहमतीकी राह देखते हूए एकटक उसकी तरफ देखने लगा.

'' मजाक मत करो ...'' उसने कहा.

'' नही मै मजाक नही कर रहा हूं ... सचमुछ हमें अंदर छलांग लगानी है .. चलो जल्दी करो... मेरे साथ अंदर छलांग लगानेके लिए तैयार हो जावो '' जाकोब गंभीरतासे बोला.

जाकोबने हलकेही उसका हाथ पकडकर उसे कुंएके पास ले जानेका प्रयास किया. स्टेला झटसे अपना हाथ छूडाते हूए पिछे हट गई.

'' नही .. नही मै नही आऊंगी '' वह घबराकर बोली.

जाकोबने अपना सर खुजाते हूए कुछ सोचा और कहा, '' ठिक है ... एक काम करो ... तुम यही रुको .. मै तुम्हे छलांग लगाकर दिखाता हूं ...''

जाकोब कुंएकी तरफ एक एक कदम बढाता हूवा जाने लगा. स्टेला अविश्वासके साथ उसकी तरफ देखने लगी. जाकोबने एकबार मुडकर उसकी तरफ देखा, उसकी तरफ देखकर वह मुस्कुराया और अचानक उसने कुंएमें छलांग लगा दी.

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 16:40

Quote of the day

It is in your moments of decision that your destiny is shaped.

--- Anonymous


स्टेला कुंएके किनारे खडी होकर डरी सहमीसी कुंएमें झांककर देख रही थी. अंदर कुछभी नही दिखाई दे रहा था, ना कुछ आवाज आ रहा था ना जाकोब अंदर होनेका कोई चिन्ह दिख रहा था.

जाकोबने कुंएमे छलांग तो लगाई ...

लेकिन वह गया कहा ?...

स्टेला कुंएके किनारेसे अंदर झांककर देखते हूए अचानक उसके पिछेसे किसीने धीरेसे उसके कंधेपर हाथ रख दिया. स्टेला एकदम घबराकर जोरसे चिल्लाई. उसने पलटकर, डरके मारे आंखे मुंदते हूए, वह हाथ अपने शरीरसे जितना दूर हो सकता है उतना झटक दिया.

'' डरो मत ... मै ही हूं '' उसे जाकोबका आवाज सुनाई दिया. तब कहा स्टेलाने अपनी आंखे खोली. आंखे फाड फाडकर आश्चर्यसे वह उसकी तरफ देखने लगी. जाकोब उसके सामने खडा था और उसकी तरफ देखकर मुस्कुरा रहा था.

'' ओह माय गॉड!... मै कितनी डर गई... मेरा तो हृदयही लगभग रुकनेको आया था....'' स्टेला राहत की सांस लेते हूए बोली.

'' देखो मै पुरी तरह सुरक्षीत हूं ... एकभी जख्म नही की कही खरोचभी नही ...'' जाकोब उसकी तरफ देखते हूए, मुस्कुराते हूए बोला.

'' हां ना... सचमुछ ... '' स्टेला अबभी आश्चर्यचकीत थी.

'' अब तो कुंएमें छलांग लगाने के लिए तैयार हो ना ?'' जाकोबने पुछा.

'' लेकिन... तुम कैसे... कहांसे बाहर आगए ? '' स्टेलाने अविश्वासभरे स्वरमें पुछा.

'' वह एक जादू है ...'' जाकोबभी अब भाव खाने जैसा अविर्भाव करके बोला.

'' सिर्फ मेरे साथ कुंएमें छलांग लगावो... सबकुछ तुम्हे अपने आप समझमें आयेगा '' उसने कहा.

जाकोबने आखिर उसे छलांग लगानेके लिए मानसिक तौरपर तैयार किया और वह उसे उसका हाथ पकडकर कुंएके किनारे और पास ले आया. उसमें अबभी थोडी हिचकिचाहट बाकी थी.

स्टेलाने आंखे मुंदकर उसके साथ कुंएमें छलांग लगाई. उसकी चिखका आवाज वह जैसे जैसे निचे जा रही थी वैसे वैसे कम होते हूए एक जगह एकदमसे पुरी तरह बंद हो गया.

कुंएमें छलांग लगानेके बाद थोडीही देरमें स्टेला और गिब्सनको वे अंधेरेमें कही निचे जमीनपर पडे हूए है ऐसा मालूम पडा. जाकोबने और स्टेलाने तुरंत अपने अपने टॉर्चेस शुरु किए. तब उनके खयालमें आगया की वे एक पथरीले गुंफामें निचे जमिनपर पडे हूए है . जाकोबने अपने टॉर्चकी रोशनी उस गुंफामें चारो ओर घुमाई. चारो ओर, आसपास पथरीली दिवारें, उपरका छतभी पथरीला, और आसपास सब तरफ उस गुंफामें पत्थरके ढेर इधर उधर फैले हूए थे. .

जैसे स्टेलाने अपने टॉर्चकी रोशनी इधर उधर दौडाई वैसे वह एकदमसे जोरसे चिल्लाई. वह डरके मारे जाकोबसे किसी लताकी तरह चिपक गई और अपना चेहरा जितना हो सके उतना जाकोबके सिनेमें छूपानेका प्रयास करने लगी. जाकोबने उसे बाहोंमें भरकर वह जिधर देखकर इतना डर गई थी उधर अपने टॉर्चकी रोशनी डाली. वहभी एक पलके लिए घबरा गया. वहा आंशिक रुपसे सडा हूवा एक मानवी मृत शरीर पडा हूवा था. जाकोब उसका और अपना डर दूर करनेके लिए लंबी सांस भरते हूए बोला, '' वह सडा हूवा सिर्फ एक मुर्दा है ... यह उस पासवाले गांवके गायब हूए और फिरसे कभी वापस नही जा पाये ऐसे लोग है ... ''

स्टेला अब काफी संभलकर सामान्य होगई थी लेकिन वह अबभी जाकोबको चिपकी हूई थी. जाकोब अपना हाथ उसके बालोंमें फेरकर उसे हिम्मत बटानेकी कोशीश कर रहा था. वह जब होशमें आ गई तब वह शरमा गई और खुदको जाकोबसे अलग करते हूए उठकर खडी हो गई. जैसेही वह खडी हो गई वैसे चिखते हूए फिरसे जाकोबसे चिपक गई.

जाकोबने उसे पकडते हूए पुछा, '' अब क्या हो गया ?''

स्टेलाने अपने कांपते हूए उंगलीसे एक तरफ निर्देश किया. जाकोबने उधर टॉर्चकी रोशनी डालते हूए देखा तो उसकेभी शरीरसे एक डर भरी सिरहन दौड गई. उस सडे हूए मुर्देके जांघका हिस्सा किसी हिंस्त्र पशूने खाया हो ऐसे काटा हूवा दिख रहा था.

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 16:41

जाकोब और स्टेला अब उस अंधेरी गुंफामें अपने टॉर्चकी रोशनीमें धीरे धीरे आगे बढ रहे थे. अबभी उस हिंस्त्र जानवरके अस्तित्वका अहसास उनके मनमें घर बनाये हूए था.

'' लेकिन हम यहां कहां है ?'' स्टेलाने पुछा.

जाकोबने अपने टॉर्चकी रोशनी एक पत्थरपर डाली. उस पत्थरपर बडे अक्षरोंमें 'A' ऐसा खुदा हूवा था.

'' अब हम एक पुरी तरह अलग दुनियामें पहूंच गए है ... बहुत साल पहले एक भौतिकशास्त्रके वैज्ञानिकने यह दुनिया बनाई है ...'' जाकोबने कहा.

स्टेला आश्चर्यसे और अविश्वासके साथ उसकी तरफ देख रही थी.

'' अलग दुनिया ? ... लेकिन कैसे ?'' स्टेलाने पुछा.

अब वे बाते करते हूए उस गुंफामें उपस्थित उस हिंस्त्र जानवरके बारेमें भूल गए हो ऐसा लग रहा था.

'' उसका जिस चिजपर विश्वास था ... उसने वह बनाया '' जाकोबने कहा.

'' सचमुछ ... कितना अविश्वसनिय लग रहा है सब '' स्टेलाके मुंहसे उस गुंफामें इधर उधर नजरे दौडाते हूए आश्चर्यसे निकल गया.

जाकोबने उसके टॉर्चकी रोशनी उस गुंफामें फिरसे चारो ओर घुमाई. रोशनीमें उनको औरभी कुछ कुंए दिखाई दिए. उसने उनमेंसे एक कुंएके बगलमें स्थित एक पत्थरपर अपने टॉर्चकी रोशनी डाली. उस पत्थरपर बडे अक्षरोंमें 'A1' ऐसा खुदा हूवा था. दुसरे एक कुंएके पास रखे पत्थरपर 'A2' तो और एक कुंएके पास रखे पत्थरपर 'A3' ऐसा लिखा हूवा था.

"" यहांतो काफी कुंए दिख रहे है..'' स्टेलाने कहा.

'' वे सिर्फ कुंए नही है ... तो वे और दुसरी दुनियामें प्रवेश करनेके रास्ते है... मतलब वे और दुसरे ब्लॅक होल्स है ...'' जाकोबने कहा.

'' ब्लॅकहोल्स... बापरे! मतलब ब्लॅकहोलके अंदर ब्लॅकहोल!...'' स्टेलाने आश्चर्यसे कहा.

'' हां बराबर है तुम्हारा... ब्लॅकहोलके अंदर ब्लॅक होल!'' जाकोबने हामी भरी.

'' और उन ब्लॅकहोल्सके अंदर ? '' स्टेलाने उत्सुकतावश और आश्चर्यसे पुछा.

'' उन ब्लॅकहोल्सके अंदर और ब्लॅक होल्स'' जाकोबने जवाब दिया.

'' उन ब्लॅकहोलके अंदरभी ब्लॅकहोल्स ! ... सचमुछ कितना अविश्वसनिय!'' स्टेलाके मुंहसे निकल गया.

'' बाहरके ब्लॅकहोलके अंदर यह सब ब्लॅकहोल्स... और उनके अंदर और ब्लॅकहोल्स... और उनकेभी अंदर ब्लॅकहोल्स ... लेकिन ऐसा कितनी बार ?... उसे कोई तो अंत होगा ?'' स्टेलाने पुछा.

'' है ना... ऐसा लगता है की उस वैज्ञानिकने A B C D और E ऐसी पांच लेव्हल्स बनाई हूई है ... मतलब A ब्लॅकहोलके अंदर B ब्लॅकहोल, B ब्लॅकहोल के अंदर C, C के अंदर D और D ब्लॅकहोल्सके अंदर E ब्लॅकहोल्स ऐसा ...'' जाकोबने उसे विस्तृत जानकारी दी.

'' पांच लेव्हल्स? ... मेरा तो विश्वासही नही हो रहा है ... सच कहूं तो किसीकाभी नही होगा.'' स्टेलाने आश्चर्यसे कहा.

जाकोब अब ब्लॅकहोल 'A3' की तरफ जाने लगा. स्टेलाभी उसके पिछे पिछे जाने लगी.

'' तुम्हे पता है ? ... इस ब्लॅकहोलके अंदर एक जादू है ... तुम्हे देखना है ?'' जाकोबने पुछा.

'' जादू... यह सबकुछ क्या कोई जादूसे कम है ?'' स्टेला अबभी चारो तरफ आश्चर्यसे देखते हूए बोली.

जाकोब उसे उसका हाथ पकडकर 'A3' कुंएके पास ले जाते हूए बोला,

'' वह तो कुछभी नही ... तुम्हे मै इससेभी बडी एक जादू दिखाता हूं ''

'A3' कुंएके पास आनेके बाद जाकोब रुक गया और स्टेलाकी तरफ मुडकर बोला, '' जरा तुम्हारे हाथमें बंधी घडी दोगी ?''

स्टेलाने जाकोबकी तरफ संभ्रमसे देखा.

'' तुम्हे मै जादू दिखानेही वाला हूं... पहले तुम्हारे पासकी वह घडी तो दोगी '' जाकोबने उसे गडबडाया हूवा देखकर कहा.

स्टेलाने अपने कलाईपर बंधी घडी निकालकर जाकोबके हाथमें थमा दी.

जाकोबने वह अपने कलाईपर बंधे घडीके साथ मिलाई और स्टेलाकी घडी ऍडजेस्ट करते हूए बोला, '' देखो अब दोनोभी घडीमे बराबर शामके 7 बज चूके है ''

स्टेला दोनो घडीकी तरफ एकके बाद एक देखकर मजाक करती हूई बोली, '' इसमें ऐसी कौनसी बडी जादू है ?''

'' थोडा सब्र तो करोगी .. अभी असली जादू शुरुही होनेकी है '' जाकोब उसकी तरफ देखकर मुस्कुराते हूए बोला.

वहभी उसकी तरफ देखकर मुस्कुरा रही थी.

'' ठिक है ... '' स्टेला गंभीर होनेकी चेष्टा करती हूए बोली.

जाकोब फिरसे उसकी तरफ देखकर मुस्कुराया और वहभी अपनी गंभीर होनेकी चेष्टा छोडते हूए खुलकर मुस्कुराने लगी.

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