उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, Novel

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 16:57

Quote of the day -

Don't go around saying the world owes you a living; the world owes you nothing; it was here first.

--- Mark Twain [Samuel Langhornne Clemens] (1835-1910)


स्टेला फिरसे 'C2' कुंएकी तरफ जाने लगी, जहां उसने उस कुंएके किनारेपर कुछ कपडेके धागे लगे हूए देखे थे. 'C2' कुंएके पास आतेही वह निचे झुककर उन धागोंकी तरफ गौरसे देखने लगी.

कपडेके धागे ...

गिब्सनके कपडोंके तो नही होगे ?...

एक विचार उसके मनमें आया. कुछ क्षण वह सोचती रही और फिर उसके मनमें न जाने क्या आगया. वह कुंएके किनारेसे एकदमसे उठ खडी हो गई और दो कदम पिछे चलकर उसने उस कुंएमें छलांग लगाई.

स्टेला 'D' लेव्हलके एक पथरीले गुंफामें निचे जमिनपर गिर गई. उठकर खडी होते हूए डर के मारे उसके रोंगटे खडे होगए क्योंकी उसे वहा किसी जानवरका कुछ चबानेका आवाज आने लगा था.

वह वही हिंस्त्र पशू होगा ...

जिसने वह आदमीका शव काटकर खाया था...

एक डरकी सिरहन उसके पुरे शरीरसे गुजर गई. उसने आसपासके परिस्थीतीका जायजा लेनेके लिए वही बैठकर टॉर्चके रोशनीमें चारो तरफ देखा. टॉर्च शुरु करतेही वह आवाज रुक गया. वह अब उठकर खडी होगई और धीरे धीरे वही पासमें एक दुसरे कुंएकी तरफ जाने लगी. वह जानवरका, कुछ खानेका आवाज अब फिरसे आने लगा, इस बार साथमें हड्डीया चबानेका और तोडनेका आवाजभी आ रहा था. उसके चेहरेपर डर अब साफ झलक रहा था. उसने उसके टॉर्चकी रोशनी गुंफामें चारो तरफ घुमाई. एक जगह जमिनपर कुछ सफेद चिज उसे गिरी हूई दिखाई दी. वह धीरे धीरे सतर्कताके साथ उधर चलने लगी. उसने वह सफेद चिज उठाकर देखी तो वह एक कपडेका टूकडा था. और उस कपडेपर लाल खुनके धब्बे थे. उसका शरीर अब डरके मारे ठंडा गिरता जा रहा था. एक बातसे उसे सुकून महसूस हुवा था की वह कपडा गिब्सनका नही था. लेकिन गिब्सनका ऐसाही खुनसे सना हुवा कपडा कही और, या किसी और गुफामें कही गिरा हो सकता है. इस संभावनासे इन्कार नही किया जा सकता था.

उसने उसके सामने एक कुंआ था, उसके किनारेपर अपने टॉर्चकी रोशनी डाली. इस कुंएके किनारेपरभी वैसाही एक कपडेका टूकडा अटका हूवा था. वह उस कुंएके पास गई और किनारेपर खडी होकर नजदिकसे वह कपडेका टूकडा गौरसे देखने लगी. आधा कपडेका टूकडा कुंएके बाहर था तो आधा कुंएके अंदर लटक रहा था. उसने वह टूकडा खिंचकर अपने हाथमें लिया और अपने पास रखे खुनके धब्बोंसे सने कपडेके साथ मिलाकर देखा. वे दोनो एकही कपडेके टूकडे थे. उस कपडेके टूकडेके वजहसे उस ब्लॅकहोलमें क्या है यह देखनेकी उसकी इच्छा प्रबल हुई. अगला पिछला कुछ ना सोचते हुए वह कुंएके पास गई और अंदर छलांग लगानेके बारेंमे सोचते हूए किनारेपर खडी होकर झुककर अंदर देखने लगी. उस कुंएके पासभी एक पत्थर था और उस पत्थरपर 'D3' ऐसा खुदा हूवा था. और उसके निचेही लाल अक्षरोंमें 'खतरा' ऐसा लिखा हूवा था. लेकिन स्टेलाका कहां उधर ध्यान था.

उसके एकदम पिछे एक पत्थरके पिछेसे अंधेरेमें दो चमकती हूई पिली आंखे उसकी तरफ घूरकर देख रही थी. वे उसी हिंस्त्र पशूकी होगी. लेकिन स्टेलाका उधरभी खयाल नही था.

स्टेला अब 'D3' ब्लॅकहोलमें छलांग लगानेके लिए दो कदम पिछे हट गई और छलांग लगानेके लिए दौड पडी. इतनेमें उसके पिछेसे कुछ उसपर झपट पडा और उसने उसे कसकर पकडकर पिछे खिंचा. डरके मारे स्टेलाके मुंहसे चिख निकल गई, जो सारे गुंफामें गुंज उठी. जब स्टेलाने पिछे मुडकर देखा, वह जाकोब था. उसने उसे उस ब्लॅकहोलमें छलांग लगानेसे रोकनेके लिए पिछेसे पकडकर पिछे खिंचा था. अब वे दोनो जमिनपर पडे हूए थे. जाकोब अबभी उसे कसकर पकडे हूए था.

'' कही तुम पागल तो नही हो ? ... मैने तुम्हे बताया था की जिस ब्लॅकहोलमें तूम पहले कभी नही गई हो ऐसे ब्लॅकहोलमें मत जावो करके ... '' जाकोबने गुस्सेसे कहा.

'' हां लेकिन ... इस ब्लॅकहोलमें क्या प्रॉब्लेम है ?'' उसने आश्चर्यसे पुछा.

'' वह उधर उस पत्थरपर क्या लिखा है जरा देखो... खतरा... अच्छा खासा लाल अक्षरोंमें लिखा है... '' जाकोब उस पत्थरकी तरफ उसका ध्यान खिंचते हूए बोला. अबभी वह गुस्सेमें था.

जाकोब अबभी उसे कसकर पकडे हूए था. स्टेलाने खुदको उसकी पकडसे छूडा लेनेकी कोशीश की, लेकिन जाकोबने उसे और कसकर पकड लिया. वह शरमा गई और उसने अपनी गर्दन झुकाई. जैसेही जाकोब की पकड ढीली हो गई उसने अपने आपको छूडा लिया.

जाकोब उठ खडा हो गया. स्टेलाभी लाल अक्षरोंसे जहां 'खतरा' लिखा था उस पत्थरकी तरफ देखते हूए खडी हो गई. वह ऐसा लिखा हूवा पत्थर इस गुंफामें पहली बार देख रही थी. जाकोबने अपने टॉर्चकी रोशनी उस पत्थरपर डालते हूए कहा,

''देखो..''

टॉर्चके रोशनीमें वहा पत्थरपर 'D4' और उसके निचे लाल अक्षरोंमे लिखा - 'खतरा' ऐसा दिख रहा था.

'' यह ब्लॅक होल... और ...'' जाकोब वही बाजुमें एक ब्लॅकहोलपर , जहां बगलके पत्थरपर 'D5' और उसके निचे 'खतरा' ऐसा लिखा हूवा था, उधर टॉर्चकी रोशनी डालते हूए बोला, '' ... और यह 'D5'.. 'D3' तो खतरनाक है ही लेकिन यह दो ब्लॅकहोल 'D4' और 'D5' भी खतरनाक है ...''

जाकोबने फिरसे अपने टॉर्चकी रोशनी जिस ब्लॅकहोलमें थोडी देर पहले स्टेला छलांग लगाने वाली थी उस 'D3' पर डालते हूए कहा, '' इस ब्लॅकहोलमें जिसमें तुम अब छलांग लगाने वाली थी उसमें तुम दम घूंटकर मर गई होती... क्योंकी उसमें हवा नही है ... ''

'' आय ऍम सॉरी... मेरा सचमुछ उस पत्थरकी तरफ खयाल नही गया. '' स्टेला शर्मींदा होकर बोली.

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 16:58

Valuable quotes -

Life is the art of drawing sufficient conclusions from insufficient premises.

--- Samuel Butler (1612-1680)


स्टेलाने बारी बारीसे अपने टॉर्चकी रोशनी 'D4' और 'D5' कुंएपर डालते हूए जाकोबसे पुछा,

'' 'D3' में हवा नही है उसकी वजहसे वह खतरनाक है, यह मै समझ सकती हूं , लेकिन इन 'D4' और 'D5' कुंएमें ऐसा क्या है की वेभी खतरनाक है ? ''

जाकोब चलते हूए 'D5' कुंएके पास गया. वहां जिस पत्थरपर निचे 'D5' और 'खतरा' ऐसा लिखा था उसी पत्थरपर एक पुरानी घडी रखी हूई थी.

'' इस दोनो ब्लॅकहोलमें हवातो है लेकिन फिरभी ये दोनो ब्लॅकहोल्स उतनेही खतरनाक है ..'' जाकोबने कहा. जाकोब स्टेलाके कलाईको पकडकर उसे उस घडी के पास ले गया, '' आवो... इधर तो आवो ''

स्टेला उसकी तरफ देखते हूए उसे क्या कहना है यह समझनेका प्रयास कर रही थी. वहां निचे पत्थरपर 'खतरा' ऐसा लिखा हुवा होनेसे वह डरते हूएही उसके साथ गई.

'' डरो मत ... सिर्फ ध्यान रखो... की मै जोभी निर्देश दुंगा उसे वैसेही और तुरंत अंमलमें लाना जाना चाहिए ... ...'' जाकोबने उसका डर दूर करनेके उद्देशसे कहा.

जाकोबने वह उस पत्थरपर रखी हूई घडी उठाई और अपनी घडीके साथ मिलाई.

'' देखो अब दोनो घडीमें रातके 9.00 बज चूके है '' जाकोबने कहा.

उसने वह पुरानी घडी फिरसे उस पत्थरपर उसकी पहली जगहपर रख दी और स्टेलाको लेकर वह अब कुंएके पास गया.

'' अब मेरे साथ इस कुंएमें छलांग लगावो ... और जैसे मैने पहले कहा ... अंदर हमेशा मेरे साथही रहो... '' जाकोबने उसे आगाह किया.

स्टेलाने हांमे अपनी गर्दन हिलाई और दोनोंने एकदूसरेका हाथ पकडकर उस कुंएमें छलांग लगाई.

जाकोब और स्टेलाको थोडी देरमें वे एक दुसरे पथरीले गुंफामें जमिनपर गिरे है ऐसा मालूम पडा.

'' चलो जल्दी उठो और मेरे साथ दौडना शुरु करो...'' जाकोब जल्दी जल्दी उठकर खडा हो गया और स्टेलाका हाथ अपने हाथमें लेकर उसे उठनेके लिए मदद करते हूए बोला.

जब वह उठकर खडी हो गई, जाकोब उसका हाथ अपने हाथमें कसकर पकडते हूए उसे अपने साथ लेते हूए , लगभग खिंचते हूए, दौडने लगा. वह जोरसे दौड रहा था और स्टेला उसके साथ दौडनेकी जी जानसे कोशीश कर रही थी.

'' चल जल्दी ... मेरे साथ दौडो ...'' वह दौडते हूए बोल रहा था.

आखिर दौडते हूए वे एक कुंएके पास आकर पहूंच गए. उस कुंएके बगलमें खडे पत्थरपर ' एक्सीट' ऐसा लिखा हूवा था.

'' चलो जल्दी .. जल्दसे जल्द मेरे साथ छलांग लगावो '' जाकोबने कहा.

दोनोंने एक दूसरेका हाथ पकडकर उस 'एक्सीट' कुंएमें छलांग लगाई.

जाकोब और स्टेला फिरसे पहले वे जिस लेव्हलपर थे उस 'D' लेव्हलके पथरीली गुंफामें आकर जमिनपर गिर गए. तेजीसे दौडनेकी वजहसे दोनोंकी सासें फुली हूई थी. वे धीरे धीरे जमिनसे उठ गए. जाकोबने अपने टॉर्चकी रोशनी जिस पत्थरपर वह पुरानी घडी रखी थी उसपर डाली, और वह उधर जाने लगा. स्टेलाभी उसके पिछे पिछे उसके साथ हो ली. टॉर्चके रोशनीमें उस पत्थपर निचे 'D5' और 'खतरा' ऐसा लिखा हूवा दिख रहा था. .

जाकोबने उस पत्थरपर रखी वह पुरानी घडी उठाई और अपने कलाईपर बंधे घडीके साथ जोडकर देखी. स्टेलाभी उस दोनो घडीयोंकी तरफ गौर से देख रही थी.

''देखो इस घडीमें रातके 7 बजकर 15 मिनट हो गए है और मेरे घडीमे शामके 9 बजकर 3 मिनट हो गए है '' जाकोबने कहा.

'' बापरे... लगभग 2 घंटेका फर्क ... इसका मतलब क्या है ?'' स्टेला आश्चर्यसे अपने कलाईपर बंधे घडीकी तरफ देखते हूए बोली.

उसकीभी घडीमें 9 बजकर 3 मिनट हो गए थे.

'' इसका मतलब यही है की ... उस ब्लॅकहोलमें वक्तके मायने अलग है ... वहा वक्त उलटी दिशामें दौडता है ...'' जाकोब खुलासा करते हूए बोला.

'' लेकिन हमने तो सिर्फ तिनही मिनट उस ब्लॅकहोलमें गुजारे है .'' स्टेला फिरसे अपने घडीकी तरफ देखते हूए बोली.

'' वहां अंदर 3 मिनीट बाद मतलब यहां 2 घंटे पहले '' जाकोबने कहा.

'' सचमुछ कितना अविश्वनिय!'' स्टेलाके मुंहसे आश्चर्यसे निकला.

'' अगर हमने वहां उस ब्लॅकहोलमें जादा समय बिताया तो मुमकिन है की हम ऐसे वक्तमें पहूंच जाएंगे की जब ब्लॅकहोलकाभी अस्तित्व नही होगा ...'' जाकोबने कहा.

'' उससे क्या फर्क पडेगा ?'' स्टेलाने कुछ ना समझते हूए कहा.

'' पडेगा ना ... अगर 'एक्सीट' कुंएकाही अस्तित्व नही रहेगा तो तूम वापस कैसे आवोगी.. .. तूम वहा हमेशाके लिए अटक जावोगी... '' जाकोबने बताया.

जाकोबने अपनी खुदकी घडी जिसमें 9.03 बजे थे पिछे कर दी. अब उसके घडीमें 7 बजकर 16 मिनट हुए दिख रहे थे. स्टेलानेभी उसका देखकर अपनी घडीभी पिछे कर ली.

क्रमश:...

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Re: उपन्यास - ब्लैकहोल (संपूर्ण)Black Hole - Hindi horror, N

Unread post by novel » 16 Aug 2015 16:58

Valuable thoughts -

If you can't describe what you are doing as a process, you don't know what you're doing.

---- W. Edwards Deming


'उस ब्लॅकहोलमें समय कैसे उलटा दौडता होगा' यह सोचते हूए स्टेलाने अपनीभी घडी दो घंटे पिछे 7.16 पर लाकर रख दी. लेकिन उसके दिमागमें अचानक एक बात आ गई.

'' मुझे तो चिंता हो रही है की अगर गिब्सनभी ऐसेही किसी ब्लॅकहोलमें खो गया हो तो ?'' उसने अपना डर जाहिर किया.

'' मुझे नही लगता की ऐसा हो सकता है ..'' जाकोबने कहा.

'' तूम इतने यकिनके साथ कैसे कह सकते हो ?'' स्टेलाने पुछा.

'' क्योंकी गिब्सनको सब पता है ... उसे इन सब ब्लॅकहोलके नियम अच्छी तरहसे पता है ...'' जाकोबने कहा.

स्टेलाने अपने टॉर्चकी रोशनी वही बगलमें स्थित और एक ब्लॅकहोलपर डाली. वहा एक पत्थरपर 'D4' ऐसा लिखा हूवा था और निचे लाल अक्षरोंमें 'खतरा ' ऐसा लिखा हूवा था. उस पत्थरपर सबसे निचे प्रिझम जैसी कुछ आकृती तराशकर बनाई थी, जिसने स्टेलाका ध्यान खिंचा. उसे याद आ गया की उसके सपनेमेंभी एक बार ऐसाही प्रिझमजैसा कुछ पत्थरकी दिवारपर तराशा हूवा दिखा था, जिसे हाथ लगाकर उसने अहसास किया था.

'' D3 में हवा नही है और D5 मे वक्त उलटी दिशामें चलता है तो फिर इस D4 में ऐसा क्या है की वह खतरनाक है ?'' स्टेलाने पुछा.

जाकोब अचानक जल्दी करते हूए विषय बदलकर बोला, '' चलो अब निकलना चाहिए ... पहलेही बहुत देर हो चूकी है ''

जाकोब अब 'एक्सीट' कुंएकी तरफ चलने लगा था. स्टेलाभी उसके पिछे पिछे जाने लगी. उसके अचानक बदले मुडका उसे आश्चर्य लग रहा था.

'' जाकोब तूमने मेरे सवालका जवाब नही दिया '' स्टेला उसके पिछे पिछे चलते हूए बोली.

वहभी उसे ऐसेही नही जाने देने वाली थी.

जाकोब अबभी आगे आगे उस 'एक्झीट' कुंएकी तरफ चल रहा था. स्टेला अब पिछे रुककर उसे जाते हूए एकटक देख रही थी.

'' जाकोब ... यह ब्लॅकहोल खतरनाक क्यो है ... जरा मुझे बतावोगे ?'' स्टेला लगभग चिल्लाते हूए बोली.

जाकोब चलते हूए अपनी जगह पर रुक गया और मुडकर पिछे उसकी तरफ देखकर बोला,

'' अब फिलहाल मै नही बता पाऊंगा... अब इस वक्त मै इतनाही बता सकता हूं की वह ब्लॅकहोलभी बाकी दोनों ब्लकहोल इतनाही खतरनाक है ...''

'' फिर कब बताओगे ?'' स्टेलाभी अपने हठ पर टीकी रही.

'' जब उचित समय आएगा तब '' जाकोबने कहा.

जाकोब अब फिरसे आगे उस 'एक्झीट' कुंएकी तरफ जाने लगा.

'' तूम मुझसे कुछ छिपा रहे हो ... '' स्टेला फिर जोरसे बोली.

फिरभी जाकोब रुका नही.

'' मुझे तो शक हो रहा है की कही तुमनेही गिब्सनका कत्ल ना किया हो '' स्टेला सिधे उसपर आरोप लगाते हूए बोली.

अब वह रुक गया.

'' मैने गिब्सनको मारा ? ... क्यो भला मै उसे मारुंगा ... जरा बताओतो ?'' जाकोबने प्रतिप्रश्न किया.

स्टेला उसके पास गई और उसकी आंखोमें गंभीरतासे सिधे देखते हूए बोली,

'' मुझे हासिल करनेके लिए ''

जाकोबने व्यंगात्मक ढंगसे जोरसे ठहाका लगाया.

'' मैने उसका कत्ल किया ... और क्यो भला?.. तो तूम्हे हासिल करनेके लिए ? .. तूम एक बात भूल रही हो की वह गायब होनेके बाद अपनी मुलाकात हूई '' जाकोबने अपना तर्क प्रस्तूत किया.

जाकोब उसकी तरफ चलते हूए उसके और करीब गया , अपना तस्सलीभरा हाथ उसके कंधेपर रखते हूए उसका कंधा थपथपाते हूए बोला , '' स्टेला... मेरा विश्वास करो ''

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