मेरा योंन शोषण
Re: मेरा योंन शोषण
विक्की ने अलमारी से एक cd निकाली ओर dvd player में डाल दी। फिल्म शुरू हो गयी ओर साथ ही साथ उन तीनो की अय्याशी भी।
... अब आगे ...
सोनल उन दोनों को बड़ी आसानी से संभाले हुए थी। एक तरफ विक्की का लंड हाथों में सहलाते सहलाते और तगड़ा कर रही थी दूसरी तरफ योगी से अपने होंठो को चुसवा चुसवा के मदमस्त कर रही थी। ब्लू-फिल्म on हो चुकी थी ओर मेरा सारा ध्यान उसमे होने वाले हवस के प्रदर्शन पे चला गया। एक इंडियन सी दिखने वाली लड़की को दो अंग्रेजो ने घेर रखा था ओर बारी बारी से उसके जिस्म से खिलवाड़ कर रहे थे। कभी मम्मे चूसते तो कभी होंठो का मदिरापान करके उसकी मदहोशी बढ़ाते। इधर विक्की ओर योगी पूरे नंगे हो के सोनलप्रीत को भी नग्न करने में जुट गये।
यह सब देख के मेरे दिल-o-दिमाग पे गहरा असर पढ़ रहा था। प्यार ओर हवस के बीच का फर्क अब बेमानी हो गया था। जिस विक्की से पहले मुझे प्यार हुआ ओर जिस योगी के लिए मेरे दिल में नये जज्बात उभर रहे थे वह दोनों मेरी आँखों के सामने मेरी सहेली ओर स्कूल की सबसे चालू ओर बदनाम सरदारनी के साथ हवस का नंगा नाच खेल रहे थे।
पर मैं भी तो सोनल प्रीत कौर की राह पे चल पड़ी थी, अब मेरे लिए पीछे हटना संभव नही था। दो-दो हवस भरे नज़ारे देख के मेरा दिमाग मेरे काबू से बाहिर होता जा रहा था। मैंने भी अब अयाशी के समुन्द्र में डुबकी लगाने की ठान ली ओर उन तीनो के देखते देखते अपने जिस्म से स्कूल यूनिफार्म की स्कर्ट ओर शर्ट उतार के बिस्तर पे उनके साथ जा मिली।
... अब आगे ...
सोनल उन दोनों को बड़ी आसानी से संभाले हुए थी। एक तरफ विक्की का लंड हाथों में सहलाते सहलाते और तगड़ा कर रही थी दूसरी तरफ योगी से अपने होंठो को चुसवा चुसवा के मदमस्त कर रही थी। ब्लू-फिल्म on हो चुकी थी ओर मेरा सारा ध्यान उसमे होने वाले हवस के प्रदर्शन पे चला गया। एक इंडियन सी दिखने वाली लड़की को दो अंग्रेजो ने घेर रखा था ओर बारी बारी से उसके जिस्म से खिलवाड़ कर रहे थे। कभी मम्मे चूसते तो कभी होंठो का मदिरापान करके उसकी मदहोशी बढ़ाते। इधर विक्की ओर योगी पूरे नंगे हो के सोनलप्रीत को भी नग्न करने में जुट गये।
यह सब देख के मेरे दिल-o-दिमाग पे गहरा असर पढ़ रहा था। प्यार ओर हवस के बीच का फर्क अब बेमानी हो गया था। जिस विक्की से पहले मुझे प्यार हुआ ओर जिस योगी के लिए मेरे दिल में नये जज्बात उभर रहे थे वह दोनों मेरी आँखों के सामने मेरी सहेली ओर स्कूल की सबसे चालू ओर बदनाम सरदारनी के साथ हवस का नंगा नाच खेल रहे थे।
पर मैं भी तो सोनल प्रीत कौर की राह पे चल पड़ी थी, अब मेरे लिए पीछे हटना संभव नही था। दो-दो हवस भरे नज़ारे देख के मेरा दिमाग मेरे काबू से बाहिर होता जा रहा था। मैंने भी अब अयाशी के समुन्द्र में डुबकी लगाने की ठान ली ओर उन तीनो के देखते देखते अपने जिस्म से स्कूल यूनिफार्म की स्कर्ट ओर शर्ट उतार के बिस्तर पे उनके साथ जा मिली।
Re: मेरा योंन शोषण
विक्की ने अलमारी से एक cd निकाली ओर dvd player में डाल दी। फिल्म शुरू हो गयी ओर साथ ही साथ उन तीनो की अय्याशी भी।
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सोनल उन दोनों को बड़ी आसानी से संभाले हुए थी। एक तरफ विक्की का लंड हाथों में सहलाते सहलाते और तगड़ा कर रही थी दूसरी तरफ योगी से अपने होंठो को चुसवा चुसवा के मदमस्त कर रही थी। ब्लू-फिल्म on हो चुकी थी ओर मेरा सारा ध्यान उसमे होने वाले हवस के प्रदर्शन पे चला गया। एक इंडियन सी दिखने वाली लड़की को दो अंग्रेजो ने घेर रखा था ओर बारी बारी से उसके जिस्म से खिलवाड़ कर रहे थे। कभी मम्मे चूसते तो कभी होंठो का मदिरापान करके उसकी मदहोशी बढ़ाते। इधर विक्की ओर योगी पूरे नंगे हो के सोनलप्रीत को भी नग्न करने में जुट गये।
यह सब देख के मेरे दिल-o-दिमाग पे गहरा असर पढ़ रहा था। प्यार ओर हवस के बीच का फर्क अब बेमानी हो गया था। जिस विक्की से पहले मुझे प्यार हुआ ओर जिस योगी के लिए मेरे दिल में नये जज्बात उभर रहे थे वह दोनों मेरी आँखों के सामने मेरी सहेली ओर स्कूल की सबसे चालू ओर बदनाम सरदारनी के साथ हवस का नंगा नाच खेल रहे थे।
पर मैं भी तो सोनल प्रीत कौर की राह पे चल पड़ी थी, अब मेरे लिए पीछे हटना संभव नही था। दो-दो हवस भरे नज़ारे देख के मेरा दिमाग मेरे काबू से बाहिर होता जा रहा था। मैंने भी अब अयाशी के समुन्द्र में डुबकी लगाने की ठान ली ओर उन तीनो के देखते देखते अपने जिस्म से स्कूल यूनिफार्म की स्कर्ट ओर शर्ट उतार के बिस्तर पे उनके साथ जा मिली।
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सोनल उन दोनों को बड़ी आसानी से संभाले हुए थी। एक तरफ विक्की का लंड हाथों में सहलाते सहलाते और तगड़ा कर रही थी दूसरी तरफ योगी से अपने होंठो को चुसवा चुसवा के मदमस्त कर रही थी। ब्लू-फिल्म on हो चुकी थी ओर मेरा सारा ध्यान उसमे होने वाले हवस के प्रदर्शन पे चला गया। एक इंडियन सी दिखने वाली लड़की को दो अंग्रेजो ने घेर रखा था ओर बारी बारी से उसके जिस्म से खिलवाड़ कर रहे थे। कभी मम्मे चूसते तो कभी होंठो का मदिरापान करके उसकी मदहोशी बढ़ाते। इधर विक्की ओर योगी पूरे नंगे हो के सोनलप्रीत को भी नग्न करने में जुट गये।
यह सब देख के मेरे दिल-o-दिमाग पे गहरा असर पढ़ रहा था। प्यार ओर हवस के बीच का फर्क अब बेमानी हो गया था। जिस विक्की से पहले मुझे प्यार हुआ ओर जिस योगी के लिए मेरे दिल में नये जज्बात उभर रहे थे वह दोनों मेरी आँखों के सामने मेरी सहेली ओर स्कूल की सबसे चालू ओर बदनाम सरदारनी के साथ हवस का नंगा नाच खेल रहे थे।
पर मैं भी तो सोनल प्रीत कौर की राह पे चल पड़ी थी, अब मेरे लिए पीछे हटना संभव नही था। दो-दो हवस भरे नज़ारे देख के मेरा दिमाग मेरे काबू से बाहिर होता जा रहा था। मैंने भी अब अयाशी के समुन्द्र में डुबकी लगाने की ठान ली ओर उन तीनो के देखते देखते अपने जिस्म से स्कूल यूनिफार्म की स्कर्ट ओर शर्ट उतार के बिस्तर पे उनके साथ जा मिली।
Re: मेरा योंन शोषण
हम चारों नंगे बेड पे ब्लू-फिल्म का आनंद ले रहे थे। मुझे नंगी देख योगी ने सोनल को छोड़ के मेरे पास आ गया था। ओर फिर मेरी नंगी कमर में हाथ डाल के अपने चिकने नंगे गोरे बदन से चिपका लिया। मैं भी शरम लाज की सभी सीमओं को लाँघ के योगी से चिपक गयी। फिर योगी ने मेरे रसीले होंठो का रसपान शुरू किया, ओर निचे से एक ऊँगली मेरी योनि में घुसा दी। मेरी चीख निकली ओर तभी विक्की ओर सोनलप्रीत का ध्यान मेरी ओर गया।
मैं योगी से अलग हो के अपनी योनि को पकडे हुए लेटी थी, योगी परेशान ओर विक्की हैरान था। योगी ने पुछा की तेरी इतनी टाइट क्यों हे, विक्की तो बोलता हे की खूब ली हे। इस्पे मेने कहा की सामने से कुवारी हूँ, विक्की पीछे से लेता हैं। सोनल यह बात सुन के हस दी ओर बोली, विक्की तो बस पीछे से लेने का शोकीन हे, सामने से योगी ही लेगा तेरी। यह सुन के मैंने योगी की ओर देखा तो वोह चमकती आँखों से मेरी ओर देख के बोला, तयार हो जा अपनी सील तुडवाने को। मैं थोडा सा घबरा गयी ओर प्रेगनेंसी के डर से उनको अवगत करवाया। मुझे माँ नही बनना था इसलिए मेने उनसे बता दिया जो मेरे दिल में था।
सोनल ने हस्ते हुए कहा की घबरा मत कुछ नही होगा, में भी तो चूत देती हूँ इनको, मैं कभी प्रेग्नेंट नही हुई। मेने पुछा केसे तो वो बोली की हम लडकियों के पेट से होने के चांस महवारी के 7 दिन बाद बोहत कम होते हैं, उन दिनों में चूत मरवाया करना। मेरे दिल में ओर जितने सवाल थे में उनसे पूछती गयी, वीर्य को लेके या कंडोम को लेके, माला-डी और एबॉर्शन, शादी ओर बच्चे, प्यार और हवस.... हर मुद्दे पे हमने खुक के बात की ओर जब मुझे संतुष्टि हो गयी तो में भी योनी संभोग के आनंद का मज़ा लेने को व्याकुल हो गयी
मैं योगी से अलग हो के अपनी योनि को पकडे हुए लेटी थी, योगी परेशान ओर विक्की हैरान था। योगी ने पुछा की तेरी इतनी टाइट क्यों हे, विक्की तो बोलता हे की खूब ली हे। इस्पे मेने कहा की सामने से कुवारी हूँ, विक्की पीछे से लेता हैं। सोनल यह बात सुन के हस दी ओर बोली, विक्की तो बस पीछे से लेने का शोकीन हे, सामने से योगी ही लेगा तेरी। यह सुन के मैंने योगी की ओर देखा तो वोह चमकती आँखों से मेरी ओर देख के बोला, तयार हो जा अपनी सील तुडवाने को। मैं थोडा सा घबरा गयी ओर प्रेगनेंसी के डर से उनको अवगत करवाया। मुझे माँ नही बनना था इसलिए मेने उनसे बता दिया जो मेरे दिल में था।
सोनल ने हस्ते हुए कहा की घबरा मत कुछ नही होगा, में भी तो चूत देती हूँ इनको, मैं कभी प्रेग्नेंट नही हुई। मेने पुछा केसे तो वो बोली की हम लडकियों के पेट से होने के चांस महवारी के 7 दिन बाद बोहत कम होते हैं, उन दिनों में चूत मरवाया करना। मेरे दिल में ओर जितने सवाल थे में उनसे पूछती गयी, वीर्य को लेके या कंडोम को लेके, माला-डी और एबॉर्शन, शादी ओर बच्चे, प्यार और हवस.... हर मुद्दे पे हमने खुक के बात की ओर जब मुझे संतुष्टि हो गयी तो में भी योनी संभोग के आनंद का मज़ा लेने को व्याकुल हो गयी