मेहन्दी वाली रात दुल्हन के साथ
हल्लो दोस्तो कैसे हैं आप सब मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक बार फिर आपके लिए एक और नई कहानी लेकर हाजिर हूँ आशा करता हूँ पहली कहानियो की तरह ये कहानी भी आपको पसंद आएगी
ये बात है 9 एप्रिल 2009 की जब हमारे मुहल्ले मे एक लड़की की शादी थी क्योंकि हमारी मुहल्ले मे सब से बनती है इस लिए उन्हो ने हमे भी इन्वाइट किया था हम सब भी गये थे उस रात मेहन्दी की रसम थी जेसा की आप सब जानते हो की मेहन्दी की रस्म मे सब कितने फ्री हो जाते हें ओर हर तरहा का मज़ाक चलता है मैं भी सब के साथ काफ़ी मज़ाक कर रहा था इसी तरहा से वो फंक्षन ख़तम हो गया ओर ये कोई 12 बजे का टाइम हो गा मैं अपने घर आगया बाकी घर वाले अभी उन्ही के घर थे मैं ने घर आ कर कपड़े चेंज किए ओर अपनी शॉर्ट पहन कर अपने मोबाइल अपनी गर्ल फ्रेंड से बात करनी शुरू कर दी. मे अपने रूम मे बैठा बातें कर रहा था ओर अपने पीसी पर सेक्स मूवी देख रहा था मेरे रूम की सेट्टिंग ऐसी है की जब डोर ओपन करो तो राइट हॅंड पर पीसी रखा है. मैं अपनी गर्ल फ्रेंड से हमेशा सेक्सी बातें करता हूँ उस रात भी हम सेक्सी बातें कर रहे थे की मे ने अपनी शॉर्ट उतार दी ओर मेरा लंड फुल खड़ा था ओर मे सेक्शी मूवी देख रहा था .मेरे रूम मे कोई भी नही आता था इस लिए मुझे कोई टेन्षन नही थी . ये कोई रात के एक बजे का टाइम था मुझे नही पता की घर वाले कब वापिस आए मे अपने रूमकी लाइट बंद करके सेक्स मूवी देख रहा था ओर मेरा लंड फुल खड़ा था ओर मे अपने हाथ से मूठ मार रहा था लेकिन मेरा दिल नही कर रहा था मे ने अपनी गर्ल फ्रेंड को कहा की बस बहुत हो गया मुझे अब नींद आरही हे बाकी कल को करें गे वो नही मानी ओर हम फ़ोन सेक्स करने लगे मुझे बोहत प्यास लग रही थी मे पानी पीने क लिए उठा ओर जब मे ने डोर की तरफ़ देखा तो मेरे तो होश ही ओर गये वो लड़की जिस की मेहन्दी थी वो खड़ी थी ओए सेक्स मूवी देख रही थी मुझे देख कर वो फॉरन चली गई ओर मैं घबरा गया कही ये किसी को बता ना दे मे ने फॉरन फोन बंद किया ओर डोर की तरफ़ गया वो मेरे साथ वाले रूम मे चली गई थी मुझे नही पता था की वो हमारे घर मे आई हुई है वो तो उस ने बाद मे बताया था की उन के घर मे गेस्ट्स बोहत ज़ियादा आए हें इस लिए वो हमारे घर आगाई थी सो जब वो साथ वाले रूम मे चली गई तो मे भी ईज़ी हो गया ओर पानी पीने लगा पानी पी कर मे बाथरूम मे से फ्रेश हो कर आया मे काफ़ी चितित था की क्या हो गा फिर मे ने सोचा की जो हो गा देखा जाए गा ओर सेक्स मूवी देखने लगा मेरा लंड फिर से खड़ा हो रहा था कि अचानक मुझे लगा कि कोई मेरे रूम का डोर खोल रहा है मे फॉरन उठा ओर डोर के पीछे जा कर खड़ा हो गया कि अचानक डोर खोला ओर अनु(नेम चेंज्ड) अंदर आई अभी वो थोड़ी ही सेक्स मूवी देख पाई थी कि मे ने उस को पकड़ा ओर अंदर खींच लिया वो एक दम घबरा सी गई ओर कहने लगी कि मुझे माफ़ कर दो मे आइन्दा कभी ऐसा नहीं करू गी लेकिन मेरा दिल उस पर खराब हो चुका था वो शर्म क मारे नज़रे नहीं उठा पा रही थी एक तो परी जेसा मासूम चेहरा ओर उस पर इतनी शर्म मे ने उस को कहा कि
तुम क्या देख रहीं थी तो उस ने कहा वो फिल्म जो तुम देख रहे थे मे ने कहा की सब को बता दूं गा कि तुम चुप चुप कर ये सब देखती हो तो उस ने कहा क प्लीज़ किसी को मत बताना कल मेरी शादी है प्लीज़ मत बताना मे ने कहा कि नहीं बताउ गा तो वो कुछ रेलेक्स हो गई ओर जाने लगी तो मे ने कहा कि एक बात पूंच्छू तो उस ने कहा क पूच्छो तो मैने कहा कि तुम्हें ये सब केसा लगा तो उस ने डरते डरते कहा - अछा लगा तब मे ने कहा ,, तो चलो साथ मे बैठ कर देखते हैं तो उस ने कहा थॅंक्स फिर हम दोनो साथ मे ही नीचे कार्पिट पर बैठ कर मूवी देखने लगे मेरा लंड फुल खड़ा था वो बड़े गोर से सेक्शी मूवी देख रही थी मेरा उस के साथ सेक्स करने का कोई इरादा नहीं था क्योंकि मे जानता था कि कल उस की शादी है ओर उस को बोहत प्राब्लम हो सकती हे लेकिन अब होनी को कॉन टाल सकता है अचानक मेरे दिमाग़ मे शैतान जाग गया ओर मेरा कंट्रोल ख़तम होने लगा मे वहाँ से उठ कर बाथ रूम मे गया ओर पेशाब कर के वापिस आया तो देखा वो अपनी चूत को मसल रही है मैं आराम से उस के पीछे जाकर बैठ गया ओर अपना हाथ उस की चूत पर रखा तो उस ने जल्दी से हाथ हटा लिया ओर कहने लगी , ये क्या कर रहे हो तो मे ने कहा जो तुम कर रही हो वही कर रहा हूँ तो वो उठ कर जाने लगी तो मे ने उसे अपने सिने से लगा लिया ओर उस के होंटो पर अपने होंठ रख दिए ओर उसे किस करने लगा वो मुझ से छूटने की कोशिश कर रही थी लेकिन मे ने उसे बोहत ज़ोर से पकड़ रखा था कुछ देर इसी तरहा किस करने के बाद वो भी मेरा साथ देने लगी ओर मे ने उसे हल्का छोड़ दिया उस ने अपने दोनो हाथ मेरी गर्दन के पीछे रखे ओर मुझे ज़ोर ज़ोर से किस करने लगी मुझे अब बोहत मज़ा अरहा था मेने अपनी ज़ुबान उस के मुँह मे डाल दी ओर वो मेरी ज़ुबान को सक करने लगी मुझे बड़ा मज़ा अरहा था मेने अपने हाथ उस की गंद पर रखे ओर उसे सहलाने लगा वो ओर ज़ोर से मेरी ज़ुबान सक करने लगी फिर मे ने अपना एक हाथ उस की शलवार के अंडर डाला ओर उस की गंद पर फेरा ओर उस की चूत पर रखा तो उस ने मुझे ज़ोर के साथ अपनी बाँहों मे जाकड़ लिया फिर मे ने उसे कहा वो नीचे बैठ जाए वो नीचे बैठ गई ओर मे ने अपने रूम का डोर लॉक किया ओर उस के पास आ कर बैठ गया ओर उसे किस करने लगा ओर एक हाथ से उस के बूब्स प्रेस करने लगा हम दोनो को बोहत मज़ा अरहा था मे ने उस का हाथ पकड़ा ओर अपने लंड पर रख दिया उस ने मेरे लंड को ज़ोर से पकड़ लिया फिर मे ने उस की कमीज़ उतार दी उस ने पिंक कलर की ब्रा पहनी हुई थी उस के बॉंब्स 34 साइज़ के थे मे ने उनको ब्रा के उपेर से ही अपने मुँह मे लेने लगा फिर मे ने ब्रा की हुक भी खोल दी तो उस के बिल्कुल गोल शेप बॉंब्स मेरे सामने थे मे ने उसे लिटाया ओर उस के बॉंब्स को सक करने लगा उस के मुँह मे से सिसकियाँ निकल रही थी मैं उस के बॉंब्स को पागलों की तरहा सक कर रहा था वो मेरे बालों मे अपने हाथ फेर रही थी थी फिर मे ने एक हाथ उस की शलवार के अंदर डाला ओर उस की चूत पर रखा तो उस ने मुझे ज़ोर से जाकड़ लिया फिर मे ने अपनी एक उंगली उस की चूत मे कर दी जो कि बोहत ही गर्म थी उस की चूत बिल्कुल साफ थी ऐसा लग रहा था जेसे आज ही साफ की हो मुझे बोहत मज़ा अरहा था फिर मे ने उठ कर अपने सारे कपड़े उतारे ओर उस की शलवार भी उतार दी अब हम दोनो एक दूसरे के सामने बिल्कुल नंगे थे उस ने मेरे लंड को पकड़ा ओर हाथ मे ले कर उसे प्यार करने लगी ओर फिर उस ने नीचे हो कर अपने होंठ मेरे लंड पर रखे ओर लंड को सक करने लगी मे ने भी एक हाथ से उस की गंद ओर दूसरे से उस के बूब्स मसालने लगा मुझ से ओर वेट नही हो रहा था मे ने उसे सीधा किया ओर 69 पोज़िशन मे होने को कहा उस की चूत पर जब मे ने अपनी ज़ुबान रखी तो मुझे ऐसा लगा क जेसे मे जन्नत मे पोहन्च गया दोस्तो इतनी गर्म चूत थी क्या बताउ मुझे सच मे बोहत मज़ा अरहा था उस की चूत से पानी बह रहा था जिसे मे किसी सदिओं के पियासे की तरहा पी रहा था कि अचानक उस ने अपनी चूत का सारा पानी छोड़ दिया जिसे मे खुशी खुशी पी गया लेकिन वो किसी भूखी की तरहा मेरे लंड को सक कर रही थी मुझे मेरे लंड मे तकलीफ़ महसूस हो रही थी फिर मे खड़ा हुआ और चेर पर बैठ गया ओर उस के बालों को पीछे से पकड़ कर उस को कहा , अब मेरे लंड को सक करे वो मेरे लंड को सक करने लगी मुझे बड़ा मज़ा अरहा था फिर मे ने उस के मुँह मे ही अपनी मनी छोड़ दी उस ने सारी की सारी पी ली ओर मेरे लंड को चाट चाट कर साफ कर दिया.
)फिर मे ने उसे लिटाया ओर उस की गंद के नीचे एक पिलो रखा ओर उस के बॉंब्स सक करने लगा वो फिर से गर्म हो गई थी वो मेरे लंड के साथ खेल रही थी फिर मे ने उस की टाँगो को अपने कंधो पर रखा ओर आगे को हुआ तो उस की चूत मे से आवाज़े आ रही थी मे ने उस के बॉंब्स सक क्र रहा था उस ने मेरा लंड अपनी चूत पर रखा ओर नीचे से हिलने लगी मे ने अपने होंठ उस के होंठो पर रखे ओर उस के होंठ चूसने लगा वो बोहत बेचेन हो रही थी फक्किंग के लिए मेने लंड को आराम आराम से उस की चूत मे किया वो अपने हाथो से मेरी कमर को सहला रही थी फिर मेने एक ज़ोर दार धक्का मारा जिस से उस की चूत की सील टूट गई ओर मेरा लंड उस की चूत की गहराइयों मे पोहन्च गया था वो बुरी तरहा तड़प रही थी उस की आँखों मे आँसू आ गये थे उस ने अपने नाख़ून मेरी कमर मे गाढ दिए थे मुझे भी काफ़ी तकलीफ़ हो रही थी फिर मेने आहिस्ता2 उस की चूत मे धक्के मारने शुरू कर दिए फिर थोड़ी देर मे उस ने भी अपनी गंद उपेर उठाना शुरू कर दी फिर मे ने उस के होंठ छोड़े तो वो कहने लगी तुमने तो मुझे मार ही दिया था कोई इतनी बे दरदी से भी चोद्ता है क्या , मेने उसे कहा फर्स्ट टाइम ऐसे ही होता है फिर मे ने उसे कहा कि मेरे उपेर बैठे तो उस ने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत को मेरे लंड पर रखा ओर उपरनीचे होने लगी साथ मे वो आआहहाअ आआहहाअ आआहहाा ऊऊऊओिईईईईईईईईईईईईईईईईई आआआआआआहहााआआ की आवाज़ें निकल रही थी वो आराम आराम से मेरे लंड पर बैठ रही थी लेकिन मुझ से सब्र नही हो रहा था मे ने नीचे से एक धक्का लगाया ओर उस ने एक चीख मार दी ऊऊऊऊऊऊऊीीईईईईईईईईईईईई हााआआययययययययईई म्म्म्ममममममाआआआरररर गई वो मेरे लंड पर गिर पड़ी थी ओर मेरा लंड उस की बच्चेदानि को टच कर रहा था मे ने उसे समझाया किस तरहा इस तरीक़े मे फक्किंग करते हें मे उस के बॉंब्स को पकड़ कर उन से खेल रहा था ओर वो मेरे लंड के उपेर नीचे हो रही थी उस ने कहा वो डिस्चार्ज होने वाली है फिर मे ने उसे उसी तरहा नीचे लिटा लिया ओर उस की टाँगो को खोल कर उस की चूत मे अपना लंड डाल कर उस की चुदाई करने लगा मुझे भी लग रहा था मे भी डिसचार्ज होने वाला हूँ तो मे ने उसे कहा मे भी फारिग होने वाला अनु उस ने अपनी टाँगे मेरी कमर के पीछे बाँध लें ओर उसनेअपने हाथों से मेरी कमर को पकड़ लिया ओर नीचे से अपनी गंद उठा उठा कर फक्किंग करने लगी मे भी फुल स्पीड से उसे चोद रहा था और उस के होंठो पर किस कर रहा था हम दोनो की स्पीड काफ़ी तेज़ थी फिर एक दम उस ने अपना पानी छोड़ दिया मुझे ऐसे लगा क जेसे मेरे लंड को किसी ने पकड़ लिया है मेने बोहत कोशिश की किमैं अभी डिस्चार्ज ना हूँ लेकिन मे खुद पर कंट्रोल ना रख सका ओर उस की चूत मे ही फारिग हो गया ओर सारा वीर्य उस की चूत मे ही छोड़ दिया ओर उस के उपेर ही गिर गया हम दोनो पसीने मे नहा रहे थे ओर ज़ोर ज़ोर से सांस ले रहे थे मेरा लंड अबी भी उस की चूत मे था मे ने उस के बॉंब्स से खेलना शुरू कर दिया तो उस ने कहा तुम ने आज मुझे सब से बड़ी खुशी दी है मैं हमेशा तुम्हारी एहसान मंद रहू गी फिर मे उस के उपेर से उठा ओर उस की चूत की तरफ़ देखा तो उस मे से खून पानी की तरहा बह रहा था मे ने अपना लंड उस के मुँह कर आगे कर दिया वो समझ गई कि क्या करना है उस ने मेरा लंड चूस चूस कर साफ कर दिया फिर मे ने उस की पेंटी से उस की चूत को साफ किया फिर वो ब्रा पहनने लगी तो मे ने उस से कहा
वो ये ब्रा मुझे दे दे तो उस ने वो ब्रा मुझे दे दी मे ने उसे पेन दिया और कहा इस पर कुछ लिख दो तो उस ने डेट ओर अपने साइन कर दिए और कपड़े पहन कर खड़ी हो गई मे ने उसे दीवार क साथ लगाया ओर उस की गर्दन पर किस करने लगा वो सीधी हुई ओर हम फ्रेंच किस करने लगे .उस के बाद वो चली गई ओर मे सोने लगा लेकिन मुझे नींद नही आ रही थी कुछ देर क बाद मेरे रूम का दरवाज़ा खुला तो मेने देखा अनु अंदर आई उस ने लाइट ऑन की ओर रूम लॉक किया ओर मेरे उपेर आ कर लेट गई ओर मेरे होंठो पर किस करने लगी मैं भी उसे किस करने लगा फिर हम दोनो ने अपने कपड़े उतारे ओर एक दूसरे के पूरे जिसम को चूमने लगे फिर 69 की पोज़िशन मे अगये ओर एक दूसरे को सक करने लगे फिर मे ने उसे सीधा किया ओर उस की टाँगें खोल कर उस की चूत पर अपना लंड रगड़ा तो वो किसी मछली की तरह तड़पने लगी मे ने एक तकिया उठाया ओर उस के नीचे रख दिया ओर मे उस के उपेर झुका अपना लंड उस की चूत मे डाल दिया ओर उसे चोदने लगा दोस्तो इस बार चुदाई मैं इतना मज़ा आया की पुछो मत मैं उसे सुबह 5 बजे तक चोद्ता रहा उस के बाद वो साथ वाले कमरे मे चली गी. अब तक मे उसे 2 बार ओर चोद चुक्का हूँ उस ने मुझ से वादा किया है कि वो मेरे लिए एक मासूम सी लड़की का इंतज़ाम करे गी
तो दोस्तो इस तरह इस कहानी का भी एंड होता है हाथ को पंत से बाहर निकालो मूठ मारना ग़लत बात है
आपका दोस्त
राज शर्मा
Hindi Sex Stories By raj sharma
Hindi Sex Stories By raj sharma ब्लू फिल्म की शूटिंग
ब्लू फिल्म की शूटिंग
दोस्तों मैं यानि आपका दोस्त राज शर्मा एक और नई कहानी लेकर हाजिर हूँ दोस्तों अभी तक आपने बहुत सारी
कहानियाँ पढ़ी हैं मैंने सोचा अब आप लोगों को ब्लू फ़िल्म की शूटिंग की सैर कराइ जाय इसीलिए मैं ये कहानी
लेकर आपके लिए आप उपस्थित हूँ कहानी कुछ इस तरह है
"मेडम ये राजा हैं"-----------प्रिया ने राजा को इंट्रोड्यूस किया-----मैने आपसे फोन पर इसी के बारे मे कहा था, मैं इसे आजमा चुकी हूँ.
'मेडम' ने राजा को गहरी निगाहो से देखा
"क्या काम करते हो. कहा रहते हो----फॅमिली मे कौन है तुम्हारे"---------मेडम ने स्वालो की झड़ी लगा दी
"चोरी करता हू, छ्होटी मोटी, लूटपाट, छीना छपती भी करता हूँ, धारावी मे रहता हूँ, मेरे अलावा मेरा इस दुनिया मे कोई नही है"-----राजा ने भी एक ही झटके मे मेडम को सच बता दिया
"हमम्म----प्रिया तुम कहती हो तुमने इसे आजमाया है----कैसा रहा इसका पर्फॉर्मेन्स----कितनी देर चोदता हैं----कितने तरीके आते हैं------क्मेरे के सामने, बाकी लोगो की उपस्थिति मे, चोद पाएगा, या हमारे बाकी हीरो की तरह ये भी----पोपट गिरा देगा"
"नही मेडम, ये चोदने मे बड़ा एक्सपर्ट हैं, कई तरीक़ो से चोदता हैं, मैं खुद चार बार झाड़ चुकी हू"------प्रिया ने सर्टिफाइड किया, जैसे उसको किसी ने झड़ाना बहुत बड़ी बात थी.
सोफे पर पसरी हुई, अधानंगी,अधेड़ उमर की मेडम ने अपना ग्लास एक ही झटके मे खाली किया, और राजा को और ध्यान से देखती हुई बोली,
"प्रिया क्या तुम्हे गॅरेंटी है, ये पुलिसे मिला हुआ नही हैं?"
"नही मेडम, मैं पूरे एक हफ्ते से इसके पिछे थी, मूज़े पक्का यकीन है"
"सुनो राजा, हम जो करते है गैर क़ानूनी हैं,अगर तुमने कही भी इस बारे मे बात की, तो तुम फिर किसी को नज़र नही आओगे, अगर ग़लती से पकड़े भी गये, तो भी कुच्छ बोलने का नही है, हम तुम्हे बचा लेंगे, तुम समझ रहे हो?"
"हाँ मेडम, अप निसचिंत रहे, मैं भी मुजरिम ही हू, छ्होटा,मोटा, मैं किसी से कुच्छ नही बोलूँगा, किशिभि हालत मे नही,----मुझे सिर्फ़ पैसो से मतलब है"
"वो तो तुम्हे मिल ही जाएँगे, हर शॉट के 20000 , और हर बार नयी लड़की चोदने को मिलेगी वो अलग-----------प्रिया इसका ब्लड टेस्ट करवो, एचआइवी के लिए, फिर इसे स्टूडियो ले जाओ, मैं थोड़ी देर मे वाहा पहुचती हू.
मेडम के अंदर जाते ही राजा ने प्रिया को बाँहो मे भर लिया-------उसके होंठो पर किस करने लगा-----"छ्चोड़ो, छ्चोड़ो मूज़े-----जान ले लोगे क्या---अभी अभी इतना लंबा, चुदाई का सेशन झेल चुकने के बाद अब मुझे बखस दो, पूरा बदन दर्द कर रहा है,---होठ तक दर्द कर रहे है-------स्टूडियो मे चलो. वाहा तुम्हारा कमेरे के सामने ट्राइयल लेना है,------वाहा लड़किया भी होगी----उन्ही पर लगाओ अपना घोड़ा.
राजा ने प्रिया आज़ाद कर दिया-------"स्साली नखरे दिखा रही है" वो मन ही मन कह रहा था
राजा और प्रिया स्टूडियो पहुचे, वो एक शानदार दोमंज़िल का मकान था मड़ालेंड मे,आसपास्स उचे उचे पेड़ो ने बंगल को ढक दिया था.
गेट पर एक आर्म्ड गार्ड था जो प्रिया को जानता था, उसने गेट खोल दिया और दोनो अंदर चले गये, अंदर ड्रॉयिंग रूम मे कुच्छ लड़किया, कुच्छ औरते बैठी थी, कुछ लोग लाइट, रिफ्लेक्टर्स, कमेरे अड्जस्ट कर रहे थे, शायद शूटिंग की तैय्यरी हो रही थी.
प्रिया ने राजा को एक सोफे पे बिठा दिया और वो अंदर चली गयी, राज ने पूरे कमरे मे नज़रे दौड़नी शुरू की, दो लड़किया थोड़ी डरी सहमी सी थी, तीन औरते काफ़ी खेली खाई मालूम होती थी,चालू टाइप की लगती थी , शायद रंडिया हो, एक कॉलेज स्टूडेंट टाइप की लड़की थी, वो बेहद डरी हुए दिख रही थी. क्या ये सब ब्लू फिल्म मे काम करने आई हैं, राजा सोच रहा था.
तभी बाहर से मेडम आई,सब बातचीत छ्चोड़ कर उठ खड़े हुए. दो हटटेकट्ते मुस्टंडे से लोग मेडम केपास पहुचे.
'डिसूज़ा---क्या तैय्यरी पूरी होगआई"
"एस मॅम, सब तैय्यर है"
"ये इतनी सारी लड़किया यहा क्या कर रही है"
'एन्हे काम चाहिए, ये सब कुच्छ करने के लिए तैय्यर है"
"पर एन्हे यहा लाया कौन"
"मॅम हमारे एजींटो ने भेजा है"
मेडम उन पर अपनी परखी नज़र घुमाने लगी, उन्होने उस कॉलेज गर्ल को करीब बुलाया
"क्या नाम है तुम्हारा,उमर कितनी है,अओर करती क्या हो, यहा किसने भेजा"------------मेडम ने आदत अनुसार एकदम सवालो की ज़दी लगादी
"मैं आएशा हू,उमर 21 साल,कॉलेज मे पढ़ती हू, मूज़े उस्मान यहा लाया है, अभी वो बाहर गया है, आता ही होगा"-------आएशा ने मुस्तैदी से पूरे सवालो का सही सही जवाब दिया
"मुंबई की हो या कही बाहर से?"
"'बाहर से हू, एक छ्होटे गाओं से, यहा फ़िल्मो मे किस्मत आज़माने के लिए आई हू, पैसो की तँगिकी वजह से..." आएशा ने पुच्छे गये सवाल के अलावा संभावित सवालो के भी जवाब दिए.
"हूंम्म, ठीक है, थोड़ा और पास आओ"
आएशा और करीब आ गयी, चहरे पर झिझक थी, थोड़ी हया भी.
मेडम ने सीधे उसकी चुचि यो पे हाथ चलाया, दोनो चुचियो को बारी बारी दबाके देखा, आएशा एकदम से हड़बड़ा गयी. वो पिछे हटने लगी, मेडम ने उसकी कमर मे हाथ डाल के अपने एकदम करीब खिछा, इतना की उनकी साँसे एकदुसरे टकराने लगी.
"तुम यहा ब्लू फिल्म मे काम करने आई हो, किसी टीवी सीरियल मे नही, यहा सबके सामने कपड़े उतारके चुदवाना पड़ता है, हर वो चीज़, गंदी से गंदी, करनी पड़ती है, जिसे देख कर देखने वालो के लंड खड़े हो जाए, शर्म, हया का यहा कोई काम नही है, जब कोई एक या दो जने तुम्हे हर मुमकिन तरीके से चोद रहे होंगे,तब तुम्हारे आस पास केमरा, लाइट वाले, और डाइरेक्टर्स भी खड़े होंगे, हो सकता है शूटिंग के बाद उनके खड़े लंड को भी तुम्हे ही शांत करना पड़े, वो भी फ्री मे, इसी काम के हम तुम्हे पैसे देते है, समझी..?"
मेडम के इस लंबे चौड़े भाषण के बाद पुच्छ ने के लिए आएशा के पास कुच्छ नही था. और बाकी बैठी लड़किया अपने आप ही समझ गयी थी, वैसे जब कोई लड़की ब्लू फिल्म मे काम करने का सोच लेती है, तब उसे पहले से पता होता है के उन्हे क्या करना पड़ेगा.
"मेडम एक सवाल है" आएशा ने साहस जुटा कर पुचछा
"पुछो, जो पुछ ना है अभी से पुच्छ लो, बाद मे ना नुकर नही चलेगी, बाद मे नखरे दिखाए तो मुझसे बुरा कोई नही, मैं उनका बहुत बुरा हश्र करती हू."
मेडम ने फिर धमका डाला.
"वो क्या मैं., पहचानी गयी तो बड़ी.."------आएशा डर गयी थी
"नही पहचानी जाओगी, हम तुम्हे काफ़ी हद तक बदल देंगे, तुम फ़िकरा ना करो कोई और सवाल?
किसी को कुच्छ नही पुचछा ना था, पैसो की बात पहले ही हो गयी थी, एजेंट्स केद्वारा.
राजा जब प्रिया के साथ अंदर के कमरे मे गया तो वाहा का नज़ारा देख कर हैरान हुए बिगर नही रह सका. अंदर एक विशाल बिस्तर पर एक सावली लड़की नंगी ही लेटी थी.उसके पास एक मजबूत कदकाठी वाला आदमी खड़ा था और सब उसे देख कर हस रहे थे, वो नंगा ही था, और किसियासा देख रहा था, कुच्छ कुच्छ क्रोधित भी लग रहा था. वो सावली लड़की काफ़ी सेक्सी थी, और लगता था धंधे वाली थी, उसे अपने नंगे पन की ज़रा भी शर्म नही आ रही थी.
जब प्रिया ने उसे पुचछा----'क्या हुआ क्यो हस रही हो'
तो उसने कहा--------ये जितना लंबा चौड़ा है, उतना ही फटतू है, मैं कब से इसका लंड चूस रही हू लेकिन, इसका मीटर डाउन है, इसका काँटा हिलतएच नयी,तो मैं क्या करेगी बोलो.
'साली, रंडी, तू मेरे को अकेले कमरे मे मिल, फिर मैं तेरेकू बताता हूँ क्या होता है मर्द, और कैसे चोदता है उसका लंड, साली तेरे को क्या है, तू तो टाँगे फैला के चुदायेगि, लेकिन मेरे को लंड खड़ा करना पड़ता है, और ये सब के सामने होने वाली बात नही,साली कुतिया'
' ए भदवे, साले गाली नेई देनेका मैं बोली, मैं तेरे कू बुलाने नेई आई थी साले हरामी'---------अब लड़की अभी अपनी औकात पे उतर आई
उतने मे मेडम अंदर आ आगाइइ,उसके साथ आएशा भी थी उसको देखते ही सब शांत हो गये
मेडम ने पुचछा ---'क्या हो रहा है, काम शुरू क्यू नही है'
प्रिया ने सारा किस्सा बताया, तो मेडम बोली---'इसे कुच्छ दावा पानी देना था ना'
जो कॅमरा लेकर खड़ा था वो बोला-------'मेडम सब कुच्छ करके देखे हैं, इसका खड़ा नही होता'
'क्या नाम है तुम्हारा, किसने लाया है तुम्हे यहा'------मेडम ने पुचछा
'मैं रघु हा मेडम, मेरे कू रेशमा ने यहा लाया'
'ठीक है, रघु तुम उधर बैठ जाओ, कपड़े मत पहनना-----मैं तेरा काँटा हिलता देखना चाहती हूँ'
रघु शर्मिंदा होकर एक कोने मे बैठ गया
'इस लड़की का नाम क्या है, कहा से आई है,'
'ये रानी है मेडम,कमाती पूरे से रेशमा ने ही भेजी है'
वास्तव मे मेडम के एजेंट्स हर तरफ फैले थे जिनका सिर्फ़ एक ही काम था, मेडम के लिए लड़के, लड़किया ढूँढना, जो चोदने मे माहिर हो, और बात को बड़ा कर रख सके------फिर उनका स्क्रीन टेस्ट लेने का काम,प्रिया या एक दो मॅनेजर थे वो करते थे, फिर काम के लड़के, लड़किया छत कर उनकी फिल्म बनाते, एन टाइम पर लड़को के लंड खड़े ना होना, होता ही रहता था, कमेरे के सामने, बाकी कई लोगो की मौजूदगी मे चोदना हर किसी के बस की बात नही होती, यही प्रॉब्लम आई थी रघु के साथ.
'राजा तुम चोद सकोगे,रानी को'-----मेडम ने राजा को पुचछा
राजा ने हा मे गर्दन हिला दी
'तो चलो शुरू हो जाओ
राजा ने तुरंत कपड़े उतार दिए, उसका सोया हुआ आजगर जाग रहा था, फन उठाए सामने नंगी पड़ी रानी को घूर रहा था, रानी ने जब उस खड़े हो रहे लंड को देखा, तो वो मन ही मन सहम गयी, वो तो थी ही रंडी, ऐसे कई लंड वो आराम से खा चुकी थी, लेकिन राजा के लंड की बात और थी, लंबाई मोटाई बढ़िया थी, खास बात थी उसके सूपदे मे, पके हुए टमाटर जैसा लाल, मीडियम साइज़ के आलू जितना मोटा, ऐसा सूपड़ा देख ते ही रानी की चूत पनिया गयी.
राजा रानी के पास पहुचा, उसने उसके बाजू मे बैठ कर पहले उसकी चुचि यो पर हाथफेर कर देखा, काफ़ी कसाव अभी भी बाकी था, पूरी तरह से तीली नही थी उसकी चुचिया, थोड़ी देर वो मसलता रहा, निप्पल्स को दांतो से चबाने लगा, किस करने मे उसे कोई इंटेरेस्ट नही था,-----हाथ से सहला कर उसकी चूत के गीले पन का अंदाज़ा लगाया------और सूपदे को रानी की चूत के मूह पर रखा कर एक ज़ोर का धक्का मारा-----
"उउउउउईए -----माआ----अबे साले---आराम से डाल पेलने को नही सकता क्या----चूत कू फड़ेगा किया मेरी----- रानी की मादक चीखे निकल रही थी.
लेकिन राजा को मेडम को सिर्फ़ ये बताना था की कमेरे के सामने , या एन सब लोगो की मौजूदगी मे उसे चोदने मे कोई दिक्कत नही होगी.
उसने एक ही ज़टके मे पूरा लंड, रानी की चूत मे ठोक दिया-----रानी दर्द से बिलबिला उठी----रंडी होने के बावजूद उसके लिए ये लंड झेलना मुश्किल हो रहा था.
"अबे तू सांड है क्या-----मरी री मैईईईईयय्या----ये तो पूरा बच्चेड़नी मे घुस रहा हॅयियी-----ही ही ही---साले थोडा हौले हौले नेई चोद ने को सकता किया."
"साली---रंडी--चुप कर--अभी अभी रघु को क्या कहा रही थी तू छिनाल----अब क्यू चिल्ला रही है----ले अब पूरे मर्द का लंड."
उनके इश्स अश्लील संवादो से वाहा बैठे सभी के टॅंगो के बीच हलचल हो रही थी, सबके हाथ अंदर पहुच चुके थे, मेडम तक उत्तेजित हो गयी थी.
राजा का चोदने का स्पीड अब काफ़ी बढ़ चुका था, लेकिन रानी की चूत अभी भी उसकी ताल मे ताल नही मिला पा रही थी, वो चीखे जा रही थी----
"तू साले हरामी,--अकेलेच मज़ा लूट रहेला है,------मेरे कू नेई लूट ने दे रहेला है-----आबे थोड़ा आराम से चोद मैं भी तो मज़ा लूटू, तेरे इस लंबे केले का."
रानी का पूरा शरीर हिल रहा था उसकी टाँगे, दोनो तरफ फैली हुई थी, वो राजा की पीठ पर नाख़ून गाड़ा रही थी, उसकी चुचिया हर चोट पर नाच रही थी, रानी को असल मे बड़ा मज़ा आ रहा था, लेकिन रंडी होने के नाते, इस तरह चिल्ला चिल्ला कर वो अपने ग्राहको को खुश करती थी,
"हाए हाए---उहह-उउहह---आहाः--हूंम्म---हूंम्म---मैं आ रह्हीइ हुउऊ----और लगा साले---दे धक्का--और ज़ोर से---
उसका बदन अकड़ रा था, चूत की दीवारे लंड पे कसी जा रही थी, उसे पूरा निचोड़ ने के लिए----और अगले ही सेकेंड -----रानी की चूत राजा के लंड को नहलाने लगी.
लेकिन राजा अभी आया नही था, वो पूरी मुस्तैदी से डटा हुआ था, उसने तुरंत रानी को पलटा दिया, कमर को पकड़ कर एक झटके मे गंद को लंड की सीध मे ले आया, क्या होने वाला है इसका अंदाज़ा आते ही रानी, फिर चिल्लाने लगी----
"मेरे कू नेई माँगता तेरा पैसा, ओ मैइडं इश्स कू हटा दे रीईईईईई------ऊऊओह---निकाल साले ---निकाल मेरे कू मार डाले गा किया----अरे कोई बचाओ---मैं मर जाउन्गी रे-------
रानी चीखती रही, राजा लगातार पेले जा रहा था------और आएशा कांप रही थी-----क्या मुझ पर भी ये सांड चढ़ेगा---? उसने डर के मारे आँखे बंद कर ली.
लेकिन मेडम खुश थी----उसे अपनी ब्लू फिमो का सुपर स्टार मिल गया था.
थोड़े ही देर मे राजा ने अपने लंड को निकाल लिया----रानी को छ्चोड़ ते ही वो धाम से बिस्तर पे गिर गयी----उसमे हिलने दुलने की भी ताक़त नही रही थी.
राजा अब अपना हाफ एरेक्टेड लंड लेकर मेडम के सामने खड़ा हो गया
मेडम ने राजा के लंड को देखा, फिर मुस्कुरई, और बोली------
'"तुम तो हीरो हो----कसम से ऐसा जानदार लंड, आज से पहले कभी नही देखा-----मैने कई लड़को को ब्लू फिल्म मे चान्स दिया, लेकिन तुमरे जैसा कोई नही था"----उसने राजा के लंड को मुट्ठी मे पकड़ लिया, और होंठो से चूम लिया.
राजा फिर कपड़े पहन ने लगा, रानी अभी भी बिस्तर पर पड़ी हुई थी.
थोड़ी देर बाद, मेडम, आएशा, प्रिया और राजा हॉल मे बैठे, ड्रिंक्स ले रहे थे, सिर्फ़ आएशा के हाथ मे सॉफ़्तडरिंक था.मेडम ने आएशा से पुचछा----
"आएशा, अब बताओ, तुम्हे राजा का पर्फॉर्मेन्स कैसा लगा, क्या तुम झेल पाओगि राजा का लंड----ठीक से सोच कर जवाब देना, बाद मे नखरे नही चलेंगे"
"मैं कर लूँगी,----अगर आप पैसा कुच्छ बढ़ा दे---तो---मेरा मतलब----!"-----आएशा झिझक रही थी, हालाकी राजा और रानी की चुदाई देख कर उसकी भी पॅंटी गीली हो गई थी, लेकिन वो चाहती थी, कुच्छ ज़्यादा मिले, तो ये दर्द भी सह लेगी.
"सुन आएशा, तू क्या अपने आप को बॉलीवुड की हेरोयिन समझ रही हैं----अभी फिल्म बनानी शुरू भी नही हुई, की तुम अपने भाव बढ़ा रही हो---देख एधर ऐसा नही होता, एक से एक रंडिया, कल्लगिर्ल्स, ज़ोपड़पट्टि की ग़रीब लेकिन खूबसूरत लड़किया मिल जाती हैं, वो भी कम दामों मे-----तुझे पहले ही ज़्यादा पैसे मैं क़ुबूल किया है---अब करना है तो कर---वरना---!"-----मेडम ने अपनी बात अधूरी छ्चोड़ी.
"कोई बात नही, कोई बात नही, मैं तो यूही----बस सोच रही थी---"
"ठीक है अब सब आराम करो, दो घंटे बाद शूटिंग शुरू करेंगे----डेनी तुम लोगो को तुम्हारे सीन समझा देगा."
और मेडम उठ कर चली गयी
हॉल मे अब सिर्फ़ प्रिया, आएशा और राजा थे----बाकी स्टाफ आराम करने के लिए चला गया
'अब मई भी चालू,---मैं तो सिर्फ़ तुम्हे मेडम से मिलाने लाई थी, लेकिन तुमने तो यहा झंडा गाढ दिया----और अब तुम्हे तुम्हारी हेरोयिन भी मिल गयी है, अब मेरा यहा क्या काम---?"-----प्रिया ने हसते हुए कहा.
"तुम कहा जा रही हो, रूको"--------राजा उसके पास पहुचा, प्रिया कोअपनी बहो मे भरा, और उसे किस करने लगा-----प्रिया अपने आप को छुड़ाने का नकली प्रयास करने लगी------सच्चाई यह थी की उसे राजा का ये उतावलापन पसंद आ रहा था.
राजा ने अब उसकी चुचियो को दबाना शुरू किया, कस कस के मसल रहा था.------"अरे ये क्या कर रहे हो, छ्चोड़ो ना प्लीज़ मुझे जाना है, ज़रूरी काम हाई"-----प्रिया तड़प कर बोली
"एक बार चोदे बगैर नही जाने दूँगा"------राजा अब उसकी टी-शर्ट मे हाथ घुसने लगा.
"देखो राजा, मैं तुम्हे मना नही कर रही हू, चाहती तो मैं भी हू, लेकिन इस वक्त मुझे सच मे काम है, काम नही हुआ तो मेडम नाराज़ हो जाएगी-----प्लीज़, मुझे समझ ने की कोशिश करो"-------प्रिया के इतना कहने के बाद राजा ने उसे छ्चोड़ दिया.
"लेकिन इस खड़े लंड का क्या करू...?"----उसने गुस्से से पुचछा.
"आएशा है ना, उसे चोद डालो, उसे भी प्रॅक्टीस हो जाएगी, आख़िर उसे तुमने ही चोदना है"------प्रिया चिडने के अंदाज मे बोली.
लेकिन आएशा शर्म से पानी पानी हो गयी----वो अभी भी अपने आप कोइस माहॉल मे अड्जस्ट नही कर पा रही थी.
जब प्रिया निकल गयी, तो राजा आएशा के पास जा बैठा, उसकी जाँघो को थपथपा कर बोला-----"क्या ख़याल है आएशा"---आएशा कुच्छ नही बोली.
"तुम्हारी बात मेरे समझ के बाहर है-----तुम खुद यहा आई हो-----जानती हो ब्लू फिल्म का मतलब क्या होता है,---कैसी कैसी चीज़े करनी पड़ती है----मेडम ने तुम्हे संज़ाया भी है-----तुमने भी ज़्यादा पैसो की माँग रखी थी----मतलब तुम पूरी तैय्यारि मे हो---इस के बावजूद ये शर्म, ये ज़िज़क मेरे समझ मे नही आती"
आएशा बिना कुच्छ बात किए, उठ कर बाहर की तरफ चल दी,
राजा भी उठ कर उसके पास पहुच गया.
"राजा दरअसल बात ये है की, मुझे पैसो की सख़्त ज़रूरत है, मैं घर की बहुत ग़रीब हू, लेकिन हमेशा से मुझे चाह थी की मेरे पास ढेर सारी दौलत हो, पढ़ाई के बहाने मैं, मुंबई आई, लेकिन ख्वाब थे बॉलीवुड हेरोइन बनाने के, वो तो खैर मैं बनी नही, लेकिन लुट गयी, कई लोगो से, फ्री मे, सिर्फ़ एस उम्मीद मे की कोई रोल दिला देगा, लेकिन वैसा नही हुआ, कोई रोल नही मिला-------और कर्जे बढ़ गये, इतने की अब,जब कोई रास्ता नही बचा तो मैं यहा आई----उस्मान करके मेडम का दलाल है, वो कई दीनो से मेरे पिछे पड़ा था----बस मैं यहा आ गयी.
"देख आएशा, मुझे तुमसे हमदर्दी है, सिर्फ़ हम-----क्यू की मैं खुद कड़ाका हू, चोरी, लूटपाट मेरा पेशा था, लेकिन उसमे भी माल कम और पुलिसे का डर जाड़ा रहता था----एसलिए मैं यहा आया, ये सोच कर की फ्री मे लड़किया चोदने को मिलेगी, और रोकडा भी----अब तू मेरा कहना मान---एक बार फिर सोच ले---मेडम को नखरे पसंद नही---उसे सिर्फ़ गंदी से गंदी फिल्म चाहिए----अगर तू ये सब नही कर सकती तो अभी भी वक्त हाई, ---यहा से चली जा, और अगर रुकना हाई, तो पूरी बेशरम बन जा.
"मैं जा नही सकती, मेरे पास फूटी कौड़ी भी नही है------मैं जिंदगी बनाने की कोशिश करूँगी'"
"सिर्फ़ कोशिश करने से काम नही चले गा जानेमन----होना ही पड़ेगा---वैसे तो तू पहले भी चुद चुकी है---तो अब क्या प्राब्लम है"--------अब की बार राजा ने उसे अपने करीब घसीटा, आएशा ने कोई विरोध नही किया.
"वो बात अलग थी---बंद कमरे मे हुआ करता था, लेकिन ये केमरे के सामने, इतनी लोगो की उपस्थिति मे,इसलिए मुझे झिझक हो रही हैं"----अब वो भी राजा को लिपट गयी
राजा ने उसके तपते होंठो पर अपने होठ रख दिए, और हाथ चुचि यो पर, उसका खड़ा लंड आएशा के पेट मे चुभ रहा था, वो अपने आप को उस खड़े लंड पर दबा रही थी, राजा ने दूसरा हाथ उसकी खिली हुए गंद पर पहुचा दिया-----धीरे से उसके कान मे कहा -----"चल अंदर तुझे चोदता हू".
राजा आएशा की कमर मे हाथ डाल कर, उसे अंदर ले गया-----उस बंग्लॉ मे कई बेड रूम थे, सभी शानदार, कोई हाटेल के बेड रूम जैसा सज़ा हुआ था, तो कोई घर के, लेकिन सभी मे एक बात कॉंमान थी, हर बेड रूम मे छुपे हुए कंमेरे फिट थे. सब का कंट्रोल एक कमरे मे था, जहा पूरी रेकॉर्डिंग्स देख कर, उसे एडिट किया जाता था------क्यू की वो कॉटेज नुमा बंग्लॉ, हमेशा ही ब्लू फिल्म के स्टूडियो के रूप मे नही एस्टेमाल होता था, बल्कि कभी कभार, प्राइवेट पार्टियो को किराए से दिया जाता था, आम तौर पर, रेव पार्टिया, कॉलेज के लड़के, लड़कियो की पार्टी, जो बाद मे ग्रूप सेक्स मे बदल जाती थी, या फिर तन्हाई पसंद जोड़ो को, जो वाहा अनैतिक संबंधो को 'एंजाय' करते थे--------ऐसी रेकॉर्डिंग्स मे से अपने काम की रेकॉर्डिंग्स छांट कर उसे फिर ब्लू फिल्म के रूप मे बेचा जाता, जो विदेशो मे उची कीमत पर खरीदी जाती.
राजा एक एक बेड रूम देख रहा था, लेकिन हर बेडरूम मे उसे कोई ना कोई चोदने मे मस्त दिखाई देता,कई लड़किया, जिनकी आज शूटिंग नही थी, स्टूडियो स्टाफ की प्यास बुझा रही थी-------ये नज़ारा देख कर आएशा हैरानी से राजा को देखने लगी.
"ये सब क्या हैं राजा....?"
"आएशा डार्लिंग, ये सब तो तुम्हे भी करना पड़ेगा,-----ये सभी स्टूडियो के स्टाफ से यहीं, लड़किया उन्हे खुश कर रही हैं,-----मुझे प्रिया ने बताया था, की अपनी वास्तविक पहचान च्छुपाने के लिए, मकेउपमन से लेकर कॅमरमन, एडिटर्स तक सबको खुश रक्खती हैं ये लड़किया-----वरना कही ना कही ये लोग उनकी ओरिजनल सूरत को फिल्म मे चिपका देते हैं."-------राजा की बात सुनकर आएशा ने एक झूर झूरी ली
एक बेडरूम मिल गया, जो खाली तो नही था , लेकिन जाड़ा भीड़ भी नही थी, कॅमरा मॅन जॉनी एक लड़की को चोद रहा था, लड़की पूरी नंगी थी, दीवार से हाथ टीका कर, कुतिया बनी थी और जॉनी उसकी चुचिया पकड़ कर जम के चोद रहा था--------राजा को देख के लड़की को कोई फ़र्क नही पड़ा-----वो बदस्तूर चुदवा रही थी----सिर्फ़ जॉनी ने राजा से कहा-----
"हाई राजा----वेलकम ब्रदर-----तुम्हारे लिए ही बेड खाली रखा हैं-----ये आएशा है ना-----बढ़िया माल है----जम के चोदो, आज शाम को ईसी की शूटिंग हैं"
अपने बारे मे ऐसी बाते सुनकर वो फिर से नर्वस होने लगी-----लेकिन राजा ने उसे अपने बाहों मे भर कर उसके होंठो को चूसना शुरू किया, तो वो फिर से नॉर्मल होने लगी-----उसे पैसो की सख़्त ज़रूरत थी-----दूसरा कोई रास्ता नही था-------अब जैसे भी हो उसे ये काम करना ही था.-----वो भी राजा को रेस्पोन्से देने लगी.
थोड़ी देर बाद राजा ने उसे बेड पर बिठाया----और कहा---
"डार्लिंग मेरी ज़िप खोलो, और लंड बाहर निकालो-----" राजा जान बूझ कर ओपन बाते कर रहा था----ताकि उसे आदत पड़ जाए
आएशा ने हिचकिचाते हुए ज़िप खोली----उसकी बाजू मे ही जॉनी लड़की को चोद रहा था----ऐसे महॉल की उसने कभी कल्पना तक नही की थी------ज़िप नीचे करते ही, राजा ने उसे पॅंट और ब्रीफ दोनो को नीचे करने को कहा-------उसने ये भी किया----अब राजा का फुफ्कर्ता हुआ लंड उसकी आँखो के सामने----वो सम्मोहित सी उसे देखने लगी-----अब शर्म कम और उत्तेजना बढ़ने लगी थी
आएशा कोई कवारी तो नही थी, उसे पता था ऐसे फँफनाए लंड के साथ क्या करना हैं, उसने लंड को अपने उंगलियो से धीरे से पकड़ा, उसकी फॉरेस्किन को पिछे हटाया, अब फूला हुआ, मशरूम जैसा दिखाने वाला सूपड़ा बाहर आया, आएशा ने उसे अपने मूह के पास किया, सूंघ कर देखा, जानी पहचानी खुशबू पाते ही, उसकी चूत पासीज ने लगी-------उसने धीरे से जीभ निकाल कर सूपदे पर फेरी, वाउ इट टेस्ट सो गुड, उसने मन ही मन सोचा----अगले ही पल राजा का लंड आएशा के मूह मे था,
आएशा ने लंड चुसते चुसते ही राजा की पॅंट, ब्रीफ खींच कर उतार दी, जिसे राजा ने अपने पैरो से निकाल कर, दूसरी तरफ उच्छाल दिया, और अपना टी-शर्ट भी उतार फेका, आएशा का चूसना बदस्तूर जारी था, साथ ही साथ वो उसकी गोलियो से भी खेल रही, लंड पूरे गले के नीचे तक पहुच रहा था----और राजा की पतंग हवा मे उँची उड़ रही र्ही------मूह से आहह---आआहह---हाहहाहा जैसे कामुक सिसकारिया निकल रही थी-----काफ़ी देर तक ऐसा ही चलता रहा----फिर राजा ने आएशा को रोका, और उसके कपड़े उतारने लगा, इस बार आएशा शरमाई नही, बल्कि उसकी मदद करने लगी.
"लड़की तेज़ी से सिख रही हैं भिड़ू----अच्छा हैं---लगा रह----बाद मे मैं भी नंबर लगाउन्गा"------जॉनी जो अब लड़की की पोज़िशन बदल कर उसे चोद रहा था. आएशा की 'प्रोग्रेस' देख कर बोल पड़ा.
"बाद मे क्यू जॉनी भाई अभी भी आ सकते हो, ये तो आम रास्ता हैं, एस पर चलने की किसी को मनाही नही हैं,"------राजा की बात सुनकर जॉनी ने एक ठहाका लगाया, और आएशा उसे घूर्ने लगी
'गुस्सा क्यू होती हैं डार्लिंग, ये सच तुम जितनी जल्दी स्वीकार करोगी, उतनी ही तुम्हे कम तकलीफ़ होगी'
राजा ने अब उसे बेड पर सुला दिया, और उसकी टाँगो फैला कर, उसकी चूत को खोल दिया, अपना मूह चूत के पास ले जाकर चाटने लगा------अब आएशा की हाई हाई शुरू हुई--------वो उउत्तेजन्ना को बर्दाश्त करने के लिए खुद ही अपनी चुचियाँ दबाने लगी, उसकी आँखे बंद थी, अब वासना उस पर हावी हो चुकी थी-----अचानक उसके मूह से घुटि घुटि सी चीख निकली----आअहहुउऊउ---आआओउुउउच्च्च्च-----राजा ने बिना कोई इशारा दिए अपना लंड उसकी चूत मे पेल दिया था.
शाम होते होते मेडम स्टूडियो मे पहुच गयी, स्टूडियो का स्टाफ शूटिंग की पूरी तैय्यारि कर चुकी थी, मेडम ने आते से ही आएशा को याद फरमाया-------
"क्या बोलती हैं आएशा, तेरी शरम कुच्छ हुई की नही, अभी मेरेको बढ़िया शॉट चाहिए, कोई लफ़दा, नखरा नही चलेगा----अच्छा शॉट दिया तो तेरे को, पैसा थोड़ा बढ़ा दूँगी, तेरी खूबसूरती, और फिगर के वास्ते, समझी---?"
"हाँ मेडम---मैं पूरी कोशिश करूँगी"------आएशा ने कहा---वैसे वो अब काफ़ी खुल चुकी थी दोपहर की चुदाई के बाद.
"अब कोई टेन्षन नही मेडम, आएशा अच्छे से "खुल" चुकी है, दोपहर मे"-----ये जॉनी था-------आएशा ने उसकी पीठ पर धौस जमाई.
आएशा का ये खुला पन देख कर मेडम भी खुश हो गयी, उसने राजा की तरफ देखा, तो राजा ने मुस्कुराके 'थम्स उप' करके दिखाया.-----मेडम समझ गयी, ज़रूर राजा ने दोपहर मे आएशा की बॅंड बजाई होगी.
"चलो, सब लोग, शुरू करते हैं, डॅनी----आएशा और राजा को शॉट समझाओ"
डॅनी ने समझाना शुरू किया-----
"एस सीन मे आएशा एक बड़े घर की, कॉलेज गोयिंग लड़की हैं,जो कॉलेज से लौटने के बाद, शवर लेने के लिए बाथरूम मे जाती है,----पूरे कपड़े उतार कर नहाती है,-----आएशा तुम्हे अपने कपड़े उतारने हाई----कमेरे की तरफ देखना नही है,----ऐसे ही लगाना चाहिए, जैसे तुम सचमुच अपने घर मे नहा रही हो----अब घर मे नौकरानी के अलावा और कोई नही है,-----राजा तुम एक चोर हो----जो की तुम सचमुच हो,----दिन मे ही खाली घर देख कर----चोरी की नियत से, घुस जाते हो-----अचानक बाथरूम से आएशा निकलती है, जो सिर्फ़ टवल लपेटे हुए है,-----उसकी सेक्सी, भारी जवानी देखा कर तुम चोरी का ख़याल छ्चोड़ कर, उसकी इज़्ज़त लूटने की कोशिश करते हो---आएशा,पहले विरोध करती है, लेकिन बाद मे मज़े लेने लगती है,----क्यो की वो बाथरूम मे फिँगुरइंग कर के गरम हुई होती है"
डॅनी ने एक ही सास मे पूरा सीन समझाया-----और मेडम की तरफ देखा, मेडम ने मंडी हिलाकर सहमति दर्शाई, ----फिर उसने आएशा और राजा की तरफ देखा, दोनो ने ही सहमति जताई-----हलकी आएशा थोड़ा अनईज़ी फील कर रही थी.
डॅनी जो इस सीन का डाइरेक्टर था, सीन समझाते समझाते ही उसका लंड पॅंट मे तनने लगा,-----उसने अपने आप पर काबू पाया, और मेक उप मॅन को ज़रूरी निर्देश देने लगा----मिसाल के तौर पर----आएशा की हेर स्टाइल, उसका लुक, कैसे बदलना है,-----राजा के लिए कुच्छ खास बदलाव लाने की ज़रूरत नही थी.
मेकप मॅन आएशा को लेकर, मेकप रूम मे गया------"आएशा अपना टॉप उतार दो"------मेकअप मॅन असलम का पहला निर्देश आया, आसपास्स कई लोग थे, जो शूटिंग की तैय्यारि मे व्यस्त थे----और आएशा का ये पहला मौका था, सबके सामने, कपड़े उतारने का-----उसने टॉप उतार दिया, और अपनी चुचियो को हाथ से ढकने लगी.
"एसकी क्या ज़रूरत है, अभी पूरा नंगा जिस्म दिखना है, क्या क्या छिपओगि,----लगता है अभी पूरी तैय्यार नही हुई----अब अगर नखरे दिखाए तो----तेरे को यहा से निकाल दूँगी----लड़कियो की कोई कमी नही है"---------मेडम की कड़क आवाज़ सुनते ही, आएशा के हाथ, अपनी चुचियो से हट गये-----वो कमर के उपर सिर्फ़ बा मे अपने उफनते जोबन समहाले हुए थी.
उसे अब एक हायर सलून जैसी चेअर पर बिठाया गया, बालो को खोल कर, हेर स्टाइलिस्ट उसके बालो पर काम करने लगी, ये 25/30 के पेटे मे रीमा नाम की लड़की थी, खुच्छ खास ना होने से कभी कभार, छ्होटे मोटे शॉट्स मे आती थी, लेकिन आम तौर पर नॅपकिन जैसे हाथ पोछने के काम मे आती थी, जिसे आते जाते कोई भी एस्टेमाल कर लेता था.
थोड़ी ही देर मे, आएशा का मेक उप पूरा हुआ, वो अब तुरंत पहचानी नही जा सकती थी, अपने आप को मिरर मे देख कर आएशा भी काफ़ी हद तक संतुष्ट हुई.---अब उसे फिर से टॉप दे दिया गया, और कमरे के बाहर से एंट्री मारने को कहा गया, जैसे कॉलेज से लौट रही हो, किताब,कापी समेत----
"ओके,---एवेरी बड़ी रेडी----लाइट, कॅमरा,----एक्शन---!"------डेनी ने ऑर्डर दिया
आएशा, दनदनाती, कमरे मे घुसी, संदेल्स एक तरफ उच्छाले, किताबें दूसरी तरफ उच्छाले, और कुच्छ देर बेड पर बैठी रही------कॅमरा चल रहा था---दो कॅमरा मॅन उसके आसपास घूम रहे थे-----लाइटिंग वाले फ्लडलाइट्स आगे पिछे कर रहे थे, डॅनी, मेडम, राजा,और बाकी कुच्छ लोग वही खड़े थे, और आएशा को दर्शाना था जैसे कमरे मे उसके अलावा कोई नही-----मुश्किल होता है
फिर वो उठी, अपने वारड्रोब मे से, गाउन निकाला,----डॅनी द्वारा पहले ही दिए गये निर्देशा नुसार, उसने अपने कपड़े उतारने शुरू किए, पहले टॉप उतरा, फिर जीन्स-----वो सिर्फ़ ब्रा, पॅंटी मे कयामत ढा रही थी, उसकी फिगर वाकई कमाल की थी,--36-26-38 तो होगी ही.
'कट--कट---कट---क्या कर रही हो, ये मत भूलो तुम अपने ही घर मे कपड़े उतार रही हो, और तुम्हे 'कोई भी नही देख रहा'----फिर तुम्हारे चेहरे पर ये हिचक कैसी-----मत भूलो ये कोई बाजारू, ब्लू फिल्म नही बन रही, ये विदेशो मे जाएगी----ओए वो लोग ब्लू फिल्म भी बढ़िया तरीके की चाहते है----समझी---फिर से करो"------मेडम की आवाज़ कदकते हुए हंटर जैसी तेज थी.
आएशा ने फिर वो सब रिपीट लिया, इस बार कोई ग़लती नही की----डेनी चल कर उसके पास, पहले उसके कुल्हो को थपथपाया, फिर बाँहो मे भर कर----चुचियो को दबाता बोला----''अच्छा शॉट था, लेकिन अब आगे ये भी उतारना है"----उसकी पॅंटी पर से चूत को सहलाता बोला-----आएशाने हाँ मैं सिर्फ़ गरदन हिलाई
अगला शॉट------
आएशा बाथरूम जाकर, अपनी ब्रा पॅंटी भी उतारती है, दोनो हाथ उठा कर, पहले अंगड़ाई लेती है, फिर बालो को पोनीटेल की शकला मे बाँधती है, इस क्रिया मे उसकी तनी हुए चुचिया, और उभरी हुई गंद पर कमेरे फोकस होते है, उसका हर अंग अब कमेरे मे क़ैद होरहा है
"तुम्हारे चेहरे पर, थोड़े सेक्सी एक्सप्रेशन चाहिए"----अब डॅनी का डाइरेक्षन शुरू होता है
"अपने बॉल्स से खेलो"
"निप्पल्स दबाओ---उंगलियो मे पकड़ के खीचो"
"एक हाथ पिछे गंद पर ले जाओ----थोड़ा सहलाओ, थोडा दबाओ"
"दूसरा हाथ, चूत पे ले आओ---सहलाओ---ज़ोर से---मूह से मोनिंग होना चाहिए"
इतनी कामुक सूचनाए, इतने कामुक एक्शन----आएशा की सिसकारिया अपने आप निकलने लगती हैं-------"डॅनी--इसकी चूत पे बाल रहने देना था क्या--या क्लीन शेव्ड ही अच्छी है..?"----बीच मे ही मेडम ने पुचछा-----"नही मेडम विदेशियो को क्लीन शेव्ड ही अच्छी लगती है'"-----डॅनी का जवाब.
"बढ़िया, अब शवर शुरू करो------धीरे धीरे पूरे शरीर को भीगाओ"
"कॅमरा---पानी की बूँदो का क्लोजप आअना चाहिए-----खास तौर से, निपल्स, चूत और गंद से गिरता पानी आना चाहिए"
"आएशा उंगली चूत मे डालो, शुरू मे धीरे फिर तेज फिँगुरइंग होनी चाहिए"
अब आएशा इतनी गर्म होती है की, उसे अब डॅनी के डाइरेक्षन की ज़रूरत नही रहती, वो खुद ही अपनी चूत मे तब तक उंगली करती है, जब तक वो झाड़ ना जाए
तभी उसे एक आवाज़ सुनाई देती है, वो तुरंत टवल अपने गीले जिस्म पर लपेट ती हुई, वह बाथ रूम से बाहर आती है
एक बढ़िया सेक्सी शॉट पूरा होता है
अब आगे है राजा और आएशा का, सेक्स ऑन बेड
अगला शॉट------
आएशा आवाज़ सुन कर बाहर आती है, वो देखती है एक हट्टाकट्टा नौजवान उसके कमरे मे मौजूद हैं, वो चीखने ने के लिए मूह खोलती है, तभी, उस आदमी की नज़र उस पर पड़ती है, टवल के नाम पर कलंक साबित हो रहे उस कपड़े के टुकड़े मे लिपटी उस आध नंगी जवानी को देख कर वो, उसकी तरफ दौड़ता है, आएशा के मूह से चीख निकालने से पहले ही वो उसे पकड़ लेता है,----एक हाथ से उसका मूह दबोच लेता है, तो दोसरे हाथ से कमर.
"कट---कट---कट---क्या कर रहे हो राजा, इतनी सेक्सी लड़की को कमर से पकड़ ते हो, शर्म नही आती-----उसे इस तरह पकडो, की उसका टवल छूट कर, नीचे गिर जाए, और वो पूरी तरह से नंगी हो जाए, फिर उसकी चुचियो को पकडो, कस कर, इतना कस कर की आएशा की आँखो से पानी निकलना चाहिए----हम ब्लू फिल्म बना रही हैं यार.----चलो अब फिर से पूरा आक्षन करो"-----डॅनी की डाइरेक्षन अब फिर से शुरू होती हैं.
पूरा सीन फिर से रिपीट होता है-----इस बार राजा, आएशा को नगा कर देता है, एक हाथ से मूह और एक हाथ से चुचिया पकड़ता है, एकदम कसकर.
आएशा के नंगे बदन से चिपकाने से राजा का लंड अब फिर से फंफनाने लगता है, लंड की चुभन महसूस करके अब आएशा भी मस्ताने लगती है.
"अगर ज़रा सी भी आवाज़ की तो ये मुलायम गरदन काट कर अलग कर दूँगा"-----राजा का डाइयोलॉग.
"क्या चाहते हो तुम....?"-------आएशा
"राजा हाथ को धीरे से सहलाते हुए, नीचे लाओ----चूत पर---थोड़ी देर सहलाओ----फिर एक उंगली अंदर डालो----अंदर बाहर करो----अपने डाइयोलॉग शुरू रखो"----इस बार मेडम ने अपनी सूचनाए जारी की.
राजा ने वैसा ही किया, आएशा अब इतनी गरम हो चुकी थी की उसकी चूत, राजा की उंगली पहुचने के पहले ही पनिया गयी थी
"ये नंगी, सेक्सी जवानी बाहों मे होने के बावजूद पुच्छ रही हो-----तुम्हे चोदना चाहता हू----तू सिर्फ़ इतना बता-----प्यार से चुदवाओगि, की रेप करू तेरा...?"
"मैं प्यार से चुदवाउन्गि, रेप मत करना प्लीज़"--------आएशा.
कट---कट---कट---ये क्या कहा रही है स्साली----इतनी जल्दी चुदने को तय्यार हो गई, तो देखने वालो को क्या मज़ा आएँगा-----तेरे को नही नही बोलने का है----विरोध करने का है----काफ़ी हील हुज्जत के बाद चुदने के लिए राज़ी होने का है----तू तो साली---अभी अभी नखरे दिखा रही थी----और अभी रंडी की माफिक, टाँगे फैलाए तैय्यार हो गयी चुदने के लिए"-----डॅनी उखड़ गया.
"अरे डॅनी भाई----ये काफ़ी गरमा गयी है----तब से तुम्हारा ये डाइरेक्षन, और उसके बदन से खेलना----ये तो पानी छ्चोड़ने पर उतारू है----ऐसा करते है---पहले इसे जम कर चोदते है----फिर ननुकार वाला, विरोध करने का सीन शूट करके जोड़ देते हैं"-------राजा जिसका लंड अब उसकी पॅंट फाड़ने को तैय्यार था, बीच मे ही बोल पड़ा.
"ठीक है राजा बाबू----चल तेरे मन की करते है---लगता है तू भी जोश मे आगेया है----चल चोद डाल----बाद मे हम भी हमारी गोटी खाली कर लेंगे, इसकी चूत मे."
आएशा गर्म भले ही हुए थी, चुदवाना भी चाहती थी, पर अपने बारे मे ऐसे हलके दर्जे के कॉमेंट्स सुनकर उसे लगा----वो अब वाकई रंडी बन गयी है.
फ़िल्मो मे रोल मिलने की लालच मे आएशा पहले भी कई बार चुद चुकी थी, यहा राजा से भी चुद चुकी थी, लेकिन अब बात और थी, अब उसे कमेरे के सामने चुदना था, एक से एक गंदी हरकत करनी थी, करने देनी थी-------उपारसे डॅनी और मेडम के निर्देश उसे विचलित कर रहे थे, लेकिन अब वो वापस नही लौट सकती थी----बाथ रूम के शॉट्स तो वो देहि चुकी थी...अब बेड पर देने थे.------करीब दर्जन भर लोगो से सामने आएशा नगी बैठी थी, राजा को कपड़े उतारते देख रही थी.
जैसे ही राजा ने अपने पूरे कपड़े उतारे---------डॅनी का निर्देश आया----
"आएशा अब राजा का लंड चूसो,---पूरा गले तक उतरना चाहिए----साथ मे राजा तुम हाथ बढ़ा कर, आएशा की चुचियो को मसालो------आएशा अपने बालो को दूसरी तरफ मोड़ दो, कमेरे मे चेहरा दिखना चाहिए"
आएशा ने राजा का लंड अपने मूह मे लेकर चूसना शुरू किया, राजा ने उसकी चुचिया मसल नि शुरू की, वाहा मौजूद हर एक उत्तेजित हो रहा था, और सोच रहा था, कब ये शूटिंग ख़त्म हो, और कब वो आएशा पर टूट पड़े.
अब आएशा भी माहौल से अभ्यस्त हो कर, सेक्स का मज़ा ले रही थी,-----कमेरे हर संभव आंगल से उन्हे शूट कर रहे थे.
"आएशा अब बेड के किनारे हाथ टीका कर खड़ी हो जाओ, राजा अब पिछे से पेलेगा-----राजा पिछे से लंड डालने से पहले, चूत को थोड़ा चाट का गीला कर दो...!"
डॅनी के आदेश जारी थे----वो इस काम मे बड़ा माहिर था, जानता था ऐसे निर्देश, लड़का,लड़की दोनो को बहुत जल्द गरम कर देते है-----उनकी झिझक कम कर देते है, जिससे उनके चेहरो पर वो कामुक एक्सप्रेशन्स आते है, जो नॉर्माली कमेरे के सामने नही आते थे.
"मुझे इस शॉट के क्लोज़प्स चाहिए, राजा का चूत चाटते हुए सीन का----समझे..!'-----ये निर्देश केमरा मॅन के लिए थे.
थोड़ी देर चूत चाटने के बाद, राजा ने अपना लंड आएशा की चूत मे पेल दिया----आएशा के मूह से एक घुटि सी चीख निकली, लेकिन राजा जारी रहा----उसके हर स्ट्रोक के साथ, आएशा की चुचिया हिल रही थी, काफ़ी टाइट चुचिया थी,----बड़े ही कातिलाना ढंग से हिल रही थी----आएशा के मूह से अब लगातार कामुक सिसकारिया निकल रही थी-----पूरे कमरे मे फटक, फटक फटक, फटक सरीखी चोदाइ की आवाज़ गूँज रही थी.
"राजा अब तुम बेड पर लेट जाओ----आएशा तुम राजा के उपर आ जाओ, लंड को अपनी चूत मे लेलो-----और शुरू हो जाओ''
ये पोज़िशन आएशा ने पहले कभी नही ली थी, लिहाजा उसे राजा की मदद लेनी पड़ी----जैसे तैसे उसने राजा का लंड अपनी चूत मे ले लिया, और उपर नीचे, उच्छल कूद करने लगी------उसकी बड़ी बड़ी चुचिया अब उपर नीचे उच्छल रही थी, जिसे राजा ने अपने हाथो से दबाना शुरू किया--------केमरे अपना काम बखूबी निभा रहे थे------डॅनी से रहा नही गया, उसने अपना लंड सबके सामने बाहर निकाल लिया, और वही पर मौजूद एक लड़की, जो वाहा एषिस्ट कर रही थी, उसके मूह मे डाल दिया.
एक घंटे तक चला ये चुदाई का सिलसिला, इस बीच आएशा को, कुतिया बना कर, बेड पर सीधा लिटाकर चोदा गया, उसके लिए इतना लगातार चुदना बेहद थकावट वाला काम हुआ, वो काफ़ी थक चुकी थी.
आख़िर मे जो हर ब्लू फिल्म का बेहद अहम हिस्सा होता है, वो काम हुआ, आएशा को राजा का पूरा माल, अपने मूह मे लेना था, अपने बदन पर बिखेरना था.
आएशा ने वो बड़े प्यार से किया, जब इतना सब कर चुकी थी, तो वह इस 'मामूली' काम को क्यामना करती....?
"कैसा महसूस कर रही हो....?"-----राजा ने आएशा से पुचछा, दोनो कॉटेज के बाहर,कुर्सिया डाल कर सुस्ता रहे थे------आएशा के लिए ये शूटिंग सेशन बड़ा ही थका देने वाला साबित हुआ था, वो लगातार चोदि गयी थी-----मरती क्या ना करती----?.
"मैं बेहद थॅकी हुई हू-----राजा मैने कभी सोचा ना था, मैं कभी ऐसी जिंदगी भी जियूंगी-----ब्लू फिल्म मे काम करने से तो अच्छा था, मैं वैसे ही कल्लगिर्ल बन कर, कुच्छ कमा लेती----लेकिन मुझे एकसाथ, एकमुश्त काफ़ी रुपयो की ज़रूरत थी, जो मुझे यही से मिल सकते थे-------मैं बड़ी उलझन मे हू राजा-------मेडम पैसा कब देगी----?"------आएशा अभी भी सब के सामने, हुए चुदाई से विचलित थी.
"शायद कल देगी-----वैसे कितने तय हुए है-----?"
"एक लाख देने का बोल रही थी मेडम, मैं कुच्छ ज़्यादा देने के बारे मे बोली थी----अब जब देगी तो पता चलेगा-----क्या तुम मुझे मेरे होटेल तक नही छ्चोड़ोगे---?"
"लगता है, अभी भी त्म्हरी खुजली मिटी नही------!----मैं तुम्हारे साथ चलूँगा तो खाली हाथ तो नही लौटूँगा-------फिर ना कहना मैं थकी हुई हू...!----राजा ने उसे चिढ़ाते हुए कहा.
"तुम कभी थकते नही क्या-----जब भी देखो, बिल्कुल तैय्यार ही रहते हो..!"
"मेरी इसी ख़ासियत ने ही तो मुझे यहा लाया है-------फिर भी ठीक है, अगर तू थकी हुई है, तो बाद मे फिर कभी-----अब तो तू यही की बन गयी है"
आएशा कुच्छ नही बोली------राजा ने उसे उसके होटेल तक छ्चोड़ दिया.
अगली सुबह आएशा, राजा के साथ फिर कॉटेज मे मौजूद थी, आज वो कल की अपेक्षा ज़्यादा, रिलॅक्स लग रही थी, सब से हस कर बात कर रही थी,
"क्यू आएशा डार्लिंग----आज बड़ा चहक रही हो-----मेरा 'उधर' बाकी है, कब लौटाओगी-----?"-----डॅनी उसे छेड़ रहा था.
"मुझे तुमसे डर लगता है, डॅनी-----तुम बहुत मोटे हो----तुम मुझे मार ही डालोगे"
"अरे मेरी जान, जब तुम इस राजा का घोड़े जैसा लंड आराम से ले सकती हो, तो मुझसे क्या डरती हो----मैं मोटा ज़रूर हू, लेकिन मेरा, राजा जितना बड़ा नही है------चल एक शॉट मारते है-----मेडम के आने से पहले----!" डॅनी जैसे लंड निकाल के तैय्यार था.
"नही डॅनी, थोड़ा रूको, मैं तुम्हे मना नही कर रही, लेकिन मुझे मेडम से पैसा ले लेने दो-----फिर तसल्ली से करना-".......आएशा जानती थी वो डॅनी को ज़्यादा देर रोक नही सकती थी, ये तो यहा का रिवाज था.-----वो धीरे से चलती हुए, डॅनी के पास पहुचि, और डॅनी को एक फ्रेंच किस दिया-----पेशगी के रूप मे. अब डॅनी भी कहा मानने वाला था, उसने किस करते ही, आएशा की गंद दबानी शुरू कर दी, और एक हाथ से चुचिया मसल ने लगा.
तभी बाहर से मेडम की आवाज़ आई, वो किसी से मोबाइल पर बात कर रही थी, डॅनी और आएशा तुरंत अलग हो गये. राजा ये सब तमाशा एक तरफ खड़ा होके देख रहा था, उसे आएशा पर दया आ रही थी.
मेडम ने आते ही सब को, एक जगह बिठाया, फिर वो आएशा से बोली,
"कल तुमने, अच्छा काम किया----लेकिन मुझे और बोल्ड सीन चाहिए----इससे जबरदस्त सीन आने चाहिए, की दर्शको के लंड किसी भी हालत मे झाड़ने ही चाहिए-----तुम्हे और बोल्ड होने की ज़रूरत है".....फिर वो डॅनी से बोली ...."तुम्हारा क्या ख़याल है, डॅनी....?"
"आप ठीक कहा रही है मेडम, लेकिन आएशा ने भी अपनी तरफ से कोई कसर नही छ्चोड़ी है, बहुत जल्द वो एक्सट्रीम सीन देने लगेगी"........डॅनी आएशा के नंगे बदन को अपने नीचे मसल ने को बेताब था.
"ठीक है----आएशा, ये रहे तुम्हारे एक लाख----और ये रही तुम्हारे, अच्छे काम का प्राइज़,----पच्चीस हज़ार और---अब खुश हो---?"
आएशा ने सहमति मे गर्दन हिलाई------एकसाथ सवा लाख पाकर वो खुश थी, अब उसे इस बात का कोई गम नही था, ये पैसे उसने कैसे कमाए, यही होता है,पैसे का जादू, पैसे पैसे होते है, कैसे कमाए, इससे कोई फ़र्क नही पड़ता.......आएशा मन ही मन सोच रही थी.
"राजा तुम्हारा पेमेंट ये रहा"-------मेडम ने एक पॅकेट राजा की तरफ बढ़ाया------"अब सब लोग मेरी बात ध्यान से सुनो, हमे एक नया ऑफर मिला है, जिसमे बहोत पैसा है, सब को उम्मीद से ज़्यादा मिलेगा-----एस बार हमे आउटडोर शूटिंग करना है-------बंद कमरे मे, अब तक कई ब्लू फ़िल्मे बनी, इंडिया मे आउटडोर मे, खुले मे, कभी ब्लू फिल्म शूट नही की गयी----एस बार हमे, एक ऐसी ही स्टोरी के साथ काम करना है, सभी हॉट सीन एक स्टोरी के तहत आएँगे-----बड़ा प्रॉजेक्ट है, हमे और लड़के लड़किया चाहिए-------हमारे एजेंट्स इस काम मे जुटे है,-------राजा, आएशा क्या तुम तैय्यार हो....?"
राजा ने तो तुरंत हाँ कहा दी लेकिन, आएशा कुच्छ सोचती रही.
"मेडम, वैसे तो मुझे कोई प्राब्लम नही है, लेकिन खुले मे----इस तरह शूटिंग करना----किसी को पता चला तो....?"
"मैने इस पर सोचा है, किसी को पता नही चलेगा, मैने सब तय कर लिया है, तुम चिंता मत करो"
"फिर मुझे कोई प्राब्लम नही है"........आएशा की नज़रो के सामने, नोटो की गद्दिया दिख रही थी, जिस से उसे और कुच्छ नज़र नही आ रहा था.
"अगले हफ्ते हम यही मिलेंगे".......कह कर मेडम ने सब को विदा किया.
दोस्तों मैं यानि आपका दोस्त राज शर्मा एक और नई कहानी लेकर हाजिर हूँ दोस्तों अभी तक आपने बहुत सारी
कहानियाँ पढ़ी हैं मैंने सोचा अब आप लोगों को ब्लू फ़िल्म की शूटिंग की सैर कराइ जाय इसीलिए मैं ये कहानी
लेकर आपके लिए आप उपस्थित हूँ कहानी कुछ इस तरह है
"मेडम ये राजा हैं"-----------प्रिया ने राजा को इंट्रोड्यूस किया-----मैने आपसे फोन पर इसी के बारे मे कहा था, मैं इसे आजमा चुकी हूँ.
'मेडम' ने राजा को गहरी निगाहो से देखा
"क्या काम करते हो. कहा रहते हो----फॅमिली मे कौन है तुम्हारे"---------मेडम ने स्वालो की झड़ी लगा दी
"चोरी करता हू, छ्होटी मोटी, लूटपाट, छीना छपती भी करता हूँ, धारावी मे रहता हूँ, मेरे अलावा मेरा इस दुनिया मे कोई नही है"-----राजा ने भी एक ही झटके मे मेडम को सच बता दिया
"हमम्म----प्रिया तुम कहती हो तुमने इसे आजमाया है----कैसा रहा इसका पर्फॉर्मेन्स----कितनी देर चोदता हैं----कितने तरीके आते हैं------क्मेरे के सामने, बाकी लोगो की उपस्थिति मे, चोद पाएगा, या हमारे बाकी हीरो की तरह ये भी----पोपट गिरा देगा"
"नही मेडम, ये चोदने मे बड़ा एक्सपर्ट हैं, कई तरीक़ो से चोदता हैं, मैं खुद चार बार झाड़ चुकी हू"------प्रिया ने सर्टिफाइड किया, जैसे उसको किसी ने झड़ाना बहुत बड़ी बात थी.
सोफे पर पसरी हुई, अधानंगी,अधेड़ उमर की मेडम ने अपना ग्लास एक ही झटके मे खाली किया, और राजा को और ध्यान से देखती हुई बोली,
"प्रिया क्या तुम्हे गॅरेंटी है, ये पुलिसे मिला हुआ नही हैं?"
"नही मेडम, मैं पूरे एक हफ्ते से इसके पिछे थी, मूज़े पक्का यकीन है"
"सुनो राजा, हम जो करते है गैर क़ानूनी हैं,अगर तुमने कही भी इस बारे मे बात की, तो तुम फिर किसी को नज़र नही आओगे, अगर ग़लती से पकड़े भी गये, तो भी कुच्छ बोलने का नही है, हम तुम्हे बचा लेंगे, तुम समझ रहे हो?"
"हाँ मेडम, अप निसचिंत रहे, मैं भी मुजरिम ही हू, छ्होटा,मोटा, मैं किसी से कुच्छ नही बोलूँगा, किशिभि हालत मे नही,----मुझे सिर्फ़ पैसो से मतलब है"
"वो तो तुम्हे मिल ही जाएँगे, हर शॉट के 20000 , और हर बार नयी लड़की चोदने को मिलेगी वो अलग-----------प्रिया इसका ब्लड टेस्ट करवो, एचआइवी के लिए, फिर इसे स्टूडियो ले जाओ, मैं थोड़ी देर मे वाहा पहुचती हू.
मेडम के अंदर जाते ही राजा ने प्रिया को बाँहो मे भर लिया-------उसके होंठो पर किस करने लगा-----"छ्चोड़ो, छ्चोड़ो मूज़े-----जान ले लोगे क्या---अभी अभी इतना लंबा, चुदाई का सेशन झेल चुकने के बाद अब मुझे बखस दो, पूरा बदन दर्द कर रहा है,---होठ तक दर्द कर रहे है-------स्टूडियो मे चलो. वाहा तुम्हारा कमेरे के सामने ट्राइयल लेना है,------वाहा लड़किया भी होगी----उन्ही पर लगाओ अपना घोड़ा.
राजा ने प्रिया आज़ाद कर दिया-------"स्साली नखरे दिखा रही है" वो मन ही मन कह रहा था
राजा और प्रिया स्टूडियो पहुचे, वो एक शानदार दोमंज़िल का मकान था मड़ालेंड मे,आसपास्स उचे उचे पेड़ो ने बंगल को ढक दिया था.
गेट पर एक आर्म्ड गार्ड था जो प्रिया को जानता था, उसने गेट खोल दिया और दोनो अंदर चले गये, अंदर ड्रॉयिंग रूम मे कुच्छ लड़किया, कुच्छ औरते बैठी थी, कुछ लोग लाइट, रिफ्लेक्टर्स, कमेरे अड्जस्ट कर रहे थे, शायद शूटिंग की तैय्यरी हो रही थी.
प्रिया ने राजा को एक सोफे पे बिठा दिया और वो अंदर चली गयी, राज ने पूरे कमरे मे नज़रे दौड़नी शुरू की, दो लड़किया थोड़ी डरी सहमी सी थी, तीन औरते काफ़ी खेली खाई मालूम होती थी,चालू टाइप की लगती थी , शायद रंडिया हो, एक कॉलेज स्टूडेंट टाइप की लड़की थी, वो बेहद डरी हुए दिख रही थी. क्या ये सब ब्लू फिल्म मे काम करने आई हैं, राजा सोच रहा था.
तभी बाहर से मेडम आई,सब बातचीत छ्चोड़ कर उठ खड़े हुए. दो हटटेकट्ते मुस्टंडे से लोग मेडम केपास पहुचे.
'डिसूज़ा---क्या तैय्यरी पूरी होगआई"
"एस मॅम, सब तैय्यर है"
"ये इतनी सारी लड़किया यहा क्या कर रही है"
'एन्हे काम चाहिए, ये सब कुच्छ करने के लिए तैय्यर है"
"पर एन्हे यहा लाया कौन"
"मॅम हमारे एजींटो ने भेजा है"
मेडम उन पर अपनी परखी नज़र घुमाने लगी, उन्होने उस कॉलेज गर्ल को करीब बुलाया
"क्या नाम है तुम्हारा,उमर कितनी है,अओर करती क्या हो, यहा किसने भेजा"------------मेडम ने आदत अनुसार एकदम सवालो की ज़दी लगादी
"मैं आएशा हू,उमर 21 साल,कॉलेज मे पढ़ती हू, मूज़े उस्मान यहा लाया है, अभी वो बाहर गया है, आता ही होगा"-------आएशा ने मुस्तैदी से पूरे सवालो का सही सही जवाब दिया
"मुंबई की हो या कही बाहर से?"
"'बाहर से हू, एक छ्होटे गाओं से, यहा फ़िल्मो मे किस्मत आज़माने के लिए आई हू, पैसो की तँगिकी वजह से..." आएशा ने पुच्छे गये सवाल के अलावा संभावित सवालो के भी जवाब दिए.
"हूंम्म, ठीक है, थोड़ा और पास आओ"
आएशा और करीब आ गयी, चहरे पर झिझक थी, थोड़ी हया भी.
मेडम ने सीधे उसकी चुचि यो पे हाथ चलाया, दोनो चुचियो को बारी बारी दबाके देखा, आएशा एकदम से हड़बड़ा गयी. वो पिछे हटने लगी, मेडम ने उसकी कमर मे हाथ डाल के अपने एकदम करीब खिछा, इतना की उनकी साँसे एकदुसरे टकराने लगी.
"तुम यहा ब्लू फिल्म मे काम करने आई हो, किसी टीवी सीरियल मे नही, यहा सबके सामने कपड़े उतारके चुदवाना पड़ता है, हर वो चीज़, गंदी से गंदी, करनी पड़ती है, जिसे देख कर देखने वालो के लंड खड़े हो जाए, शर्म, हया का यहा कोई काम नही है, जब कोई एक या दो जने तुम्हे हर मुमकिन तरीके से चोद रहे होंगे,तब तुम्हारे आस पास केमरा, लाइट वाले, और डाइरेक्टर्स भी खड़े होंगे, हो सकता है शूटिंग के बाद उनके खड़े लंड को भी तुम्हे ही शांत करना पड़े, वो भी फ्री मे, इसी काम के हम तुम्हे पैसे देते है, समझी..?"
मेडम के इस लंबे चौड़े भाषण के बाद पुच्छ ने के लिए आएशा के पास कुच्छ नही था. और बाकी बैठी लड़किया अपने आप ही समझ गयी थी, वैसे जब कोई लड़की ब्लू फिल्म मे काम करने का सोच लेती है, तब उसे पहले से पता होता है के उन्हे क्या करना पड़ेगा.
"मेडम एक सवाल है" आएशा ने साहस जुटा कर पुचछा
"पुछो, जो पुछ ना है अभी से पुच्छ लो, बाद मे ना नुकर नही चलेगी, बाद मे नखरे दिखाए तो मुझसे बुरा कोई नही, मैं उनका बहुत बुरा हश्र करती हू."
मेडम ने फिर धमका डाला.
"वो क्या मैं., पहचानी गयी तो बड़ी.."------आएशा डर गयी थी
"नही पहचानी जाओगी, हम तुम्हे काफ़ी हद तक बदल देंगे, तुम फ़िकरा ना करो कोई और सवाल?
किसी को कुच्छ नही पुचछा ना था, पैसो की बात पहले ही हो गयी थी, एजेंट्स केद्वारा.
राजा जब प्रिया के साथ अंदर के कमरे मे गया तो वाहा का नज़ारा देख कर हैरान हुए बिगर नही रह सका. अंदर एक विशाल बिस्तर पर एक सावली लड़की नंगी ही लेटी थी.उसके पास एक मजबूत कदकाठी वाला आदमी खड़ा था और सब उसे देख कर हस रहे थे, वो नंगा ही था, और किसियासा देख रहा था, कुच्छ कुच्छ क्रोधित भी लग रहा था. वो सावली लड़की काफ़ी सेक्सी थी, और लगता था धंधे वाली थी, उसे अपने नंगे पन की ज़रा भी शर्म नही आ रही थी.
जब प्रिया ने उसे पुचछा----'क्या हुआ क्यो हस रही हो'
तो उसने कहा--------ये जितना लंबा चौड़ा है, उतना ही फटतू है, मैं कब से इसका लंड चूस रही हू लेकिन, इसका मीटर डाउन है, इसका काँटा हिलतएच नयी,तो मैं क्या करेगी बोलो.
'साली, रंडी, तू मेरे को अकेले कमरे मे मिल, फिर मैं तेरेकू बताता हूँ क्या होता है मर्द, और कैसे चोदता है उसका लंड, साली तेरे को क्या है, तू तो टाँगे फैला के चुदायेगि, लेकिन मेरे को लंड खड़ा करना पड़ता है, और ये सब के सामने होने वाली बात नही,साली कुतिया'
' ए भदवे, साले गाली नेई देनेका मैं बोली, मैं तेरे कू बुलाने नेई आई थी साले हरामी'---------अब लड़की अभी अपनी औकात पे उतर आई
उतने मे मेडम अंदर आ आगाइइ,उसके साथ आएशा भी थी उसको देखते ही सब शांत हो गये
मेडम ने पुचछा ---'क्या हो रहा है, काम शुरू क्यू नही है'
प्रिया ने सारा किस्सा बताया, तो मेडम बोली---'इसे कुच्छ दावा पानी देना था ना'
जो कॅमरा लेकर खड़ा था वो बोला-------'मेडम सब कुच्छ करके देखे हैं, इसका खड़ा नही होता'
'क्या नाम है तुम्हारा, किसने लाया है तुम्हे यहा'------मेडम ने पुचछा
'मैं रघु हा मेडम, मेरे कू रेशमा ने यहा लाया'
'ठीक है, रघु तुम उधर बैठ जाओ, कपड़े मत पहनना-----मैं तेरा काँटा हिलता देखना चाहती हूँ'
रघु शर्मिंदा होकर एक कोने मे बैठ गया
'इस लड़की का नाम क्या है, कहा से आई है,'
'ये रानी है मेडम,कमाती पूरे से रेशमा ने ही भेजी है'
वास्तव मे मेडम के एजेंट्स हर तरफ फैले थे जिनका सिर्फ़ एक ही काम था, मेडम के लिए लड़के, लड़किया ढूँढना, जो चोदने मे माहिर हो, और बात को बड़ा कर रख सके------फिर उनका स्क्रीन टेस्ट लेने का काम,प्रिया या एक दो मॅनेजर थे वो करते थे, फिर काम के लड़के, लड़किया छत कर उनकी फिल्म बनाते, एन टाइम पर लड़को के लंड खड़े ना होना, होता ही रहता था, कमेरे के सामने, बाकी कई लोगो की मौजूदगी मे चोदना हर किसी के बस की बात नही होती, यही प्रॉब्लम आई थी रघु के साथ.
'राजा तुम चोद सकोगे,रानी को'-----मेडम ने राजा को पुचछा
राजा ने हा मे गर्दन हिला दी
'तो चलो शुरू हो जाओ
राजा ने तुरंत कपड़े उतार दिए, उसका सोया हुआ आजगर जाग रहा था, फन उठाए सामने नंगी पड़ी रानी को घूर रहा था, रानी ने जब उस खड़े हो रहे लंड को देखा, तो वो मन ही मन सहम गयी, वो तो थी ही रंडी, ऐसे कई लंड वो आराम से खा चुकी थी, लेकिन राजा के लंड की बात और थी, लंबाई मोटाई बढ़िया थी, खास बात थी उसके सूपदे मे, पके हुए टमाटर जैसा लाल, मीडियम साइज़ के आलू जितना मोटा, ऐसा सूपड़ा देख ते ही रानी की चूत पनिया गयी.
राजा रानी के पास पहुचा, उसने उसके बाजू मे बैठ कर पहले उसकी चुचि यो पर हाथफेर कर देखा, काफ़ी कसाव अभी भी बाकी था, पूरी तरह से तीली नही थी उसकी चुचिया, थोड़ी देर वो मसलता रहा, निप्पल्स को दांतो से चबाने लगा, किस करने मे उसे कोई इंटेरेस्ट नही था,-----हाथ से सहला कर उसकी चूत के गीले पन का अंदाज़ा लगाया------और सूपदे को रानी की चूत के मूह पर रखा कर एक ज़ोर का धक्का मारा-----
"उउउउउईए -----माआ----अबे साले---आराम से डाल पेलने को नही सकता क्या----चूत कू फड़ेगा किया मेरी----- रानी की मादक चीखे निकल रही थी.
लेकिन राजा को मेडम को सिर्फ़ ये बताना था की कमेरे के सामने , या एन सब लोगो की मौजूदगी मे उसे चोदने मे कोई दिक्कत नही होगी.
उसने एक ही ज़टके मे पूरा लंड, रानी की चूत मे ठोक दिया-----रानी दर्द से बिलबिला उठी----रंडी होने के बावजूद उसके लिए ये लंड झेलना मुश्किल हो रहा था.
"अबे तू सांड है क्या-----मरी री मैईईईईयय्या----ये तो पूरा बच्चेड़नी मे घुस रहा हॅयियी-----ही ही ही---साले थोडा हौले हौले नेई चोद ने को सकता किया."
"साली---रंडी--चुप कर--अभी अभी रघु को क्या कहा रही थी तू छिनाल----अब क्यू चिल्ला रही है----ले अब पूरे मर्द का लंड."
उनके इश्स अश्लील संवादो से वाहा बैठे सभी के टॅंगो के बीच हलचल हो रही थी, सबके हाथ अंदर पहुच चुके थे, मेडम तक उत्तेजित हो गयी थी.
राजा का चोदने का स्पीड अब काफ़ी बढ़ चुका था, लेकिन रानी की चूत अभी भी उसकी ताल मे ताल नही मिला पा रही थी, वो चीखे जा रही थी----
"तू साले हरामी,--अकेलेच मज़ा लूट रहेला है,------मेरे कू नेई लूट ने दे रहेला है-----आबे थोड़ा आराम से चोद मैं भी तो मज़ा लूटू, तेरे इस लंबे केले का."
रानी का पूरा शरीर हिल रहा था उसकी टाँगे, दोनो तरफ फैली हुई थी, वो राजा की पीठ पर नाख़ून गाड़ा रही थी, उसकी चुचिया हर चोट पर नाच रही थी, रानी को असल मे बड़ा मज़ा आ रहा था, लेकिन रंडी होने के नाते, इस तरह चिल्ला चिल्ला कर वो अपने ग्राहको को खुश करती थी,
"हाए हाए---उहह-उउहह---आहाः--हूंम्म---हूंम्म---मैं आ रह्हीइ हुउऊ----और लगा साले---दे धक्का--और ज़ोर से---
उसका बदन अकड़ रा था, चूत की दीवारे लंड पे कसी जा रही थी, उसे पूरा निचोड़ ने के लिए----और अगले ही सेकेंड -----रानी की चूत राजा के लंड को नहलाने लगी.
लेकिन राजा अभी आया नही था, वो पूरी मुस्तैदी से डटा हुआ था, उसने तुरंत रानी को पलटा दिया, कमर को पकड़ कर एक झटके मे गंद को लंड की सीध मे ले आया, क्या होने वाला है इसका अंदाज़ा आते ही रानी, फिर चिल्लाने लगी----
"मेरे कू नेई माँगता तेरा पैसा, ओ मैइडं इश्स कू हटा दे रीईईईईई------ऊऊओह---निकाल साले ---निकाल मेरे कू मार डाले गा किया----अरे कोई बचाओ---मैं मर जाउन्गी रे-------
रानी चीखती रही, राजा लगातार पेले जा रहा था------और आएशा कांप रही थी-----क्या मुझ पर भी ये सांड चढ़ेगा---? उसने डर के मारे आँखे बंद कर ली.
लेकिन मेडम खुश थी----उसे अपनी ब्लू फिमो का सुपर स्टार मिल गया था.
थोड़े ही देर मे राजा ने अपने लंड को निकाल लिया----रानी को छ्चोड़ ते ही वो धाम से बिस्तर पे गिर गयी----उसमे हिलने दुलने की भी ताक़त नही रही थी.
राजा अब अपना हाफ एरेक्टेड लंड लेकर मेडम के सामने खड़ा हो गया
मेडम ने राजा के लंड को देखा, फिर मुस्कुरई, और बोली------
'"तुम तो हीरो हो----कसम से ऐसा जानदार लंड, आज से पहले कभी नही देखा-----मैने कई लड़को को ब्लू फिल्म मे चान्स दिया, लेकिन तुमरे जैसा कोई नही था"----उसने राजा के लंड को मुट्ठी मे पकड़ लिया, और होंठो से चूम लिया.
राजा फिर कपड़े पहन ने लगा, रानी अभी भी बिस्तर पर पड़ी हुई थी.
थोड़ी देर बाद, मेडम, आएशा, प्रिया और राजा हॉल मे बैठे, ड्रिंक्स ले रहे थे, सिर्फ़ आएशा के हाथ मे सॉफ़्तडरिंक था.मेडम ने आएशा से पुचछा----
"आएशा, अब बताओ, तुम्हे राजा का पर्फॉर्मेन्स कैसा लगा, क्या तुम झेल पाओगि राजा का लंड----ठीक से सोच कर जवाब देना, बाद मे नखरे नही चलेंगे"
"मैं कर लूँगी,----अगर आप पैसा कुच्छ बढ़ा दे---तो---मेरा मतलब----!"-----आएशा झिझक रही थी, हालाकी राजा और रानी की चुदाई देख कर उसकी भी पॅंटी गीली हो गई थी, लेकिन वो चाहती थी, कुच्छ ज़्यादा मिले, तो ये दर्द भी सह लेगी.
"सुन आएशा, तू क्या अपने आप को बॉलीवुड की हेरोयिन समझ रही हैं----अभी फिल्म बनानी शुरू भी नही हुई, की तुम अपने भाव बढ़ा रही हो---देख एधर ऐसा नही होता, एक से एक रंडिया, कल्लगिर्ल्स, ज़ोपड़पट्टि की ग़रीब लेकिन खूबसूरत लड़किया मिल जाती हैं, वो भी कम दामों मे-----तुझे पहले ही ज़्यादा पैसे मैं क़ुबूल किया है---अब करना है तो कर---वरना---!"-----मेडम ने अपनी बात अधूरी छ्चोड़ी.
"कोई बात नही, कोई बात नही, मैं तो यूही----बस सोच रही थी---"
"ठीक है अब सब आराम करो, दो घंटे बाद शूटिंग शुरू करेंगे----डेनी तुम लोगो को तुम्हारे सीन समझा देगा."
और मेडम उठ कर चली गयी
हॉल मे अब सिर्फ़ प्रिया, आएशा और राजा थे----बाकी स्टाफ आराम करने के लिए चला गया
'अब मई भी चालू,---मैं तो सिर्फ़ तुम्हे मेडम से मिलाने लाई थी, लेकिन तुमने तो यहा झंडा गाढ दिया----और अब तुम्हे तुम्हारी हेरोयिन भी मिल गयी है, अब मेरा यहा क्या काम---?"-----प्रिया ने हसते हुए कहा.
"तुम कहा जा रही हो, रूको"--------राजा उसके पास पहुचा, प्रिया कोअपनी बहो मे भरा, और उसे किस करने लगा-----प्रिया अपने आप को छुड़ाने का नकली प्रयास करने लगी------सच्चाई यह थी की उसे राजा का ये उतावलापन पसंद आ रहा था.
राजा ने अब उसकी चुचियो को दबाना शुरू किया, कस कस के मसल रहा था.------"अरे ये क्या कर रहे हो, छ्चोड़ो ना प्लीज़ मुझे जाना है, ज़रूरी काम हाई"-----प्रिया तड़प कर बोली
"एक बार चोदे बगैर नही जाने दूँगा"------राजा अब उसकी टी-शर्ट मे हाथ घुसने लगा.
"देखो राजा, मैं तुम्हे मना नही कर रही हू, चाहती तो मैं भी हू, लेकिन इस वक्त मुझे सच मे काम है, काम नही हुआ तो मेडम नाराज़ हो जाएगी-----प्लीज़, मुझे समझ ने की कोशिश करो"-------प्रिया के इतना कहने के बाद राजा ने उसे छ्चोड़ दिया.
"लेकिन इस खड़े लंड का क्या करू...?"----उसने गुस्से से पुचछा.
"आएशा है ना, उसे चोद डालो, उसे भी प्रॅक्टीस हो जाएगी, आख़िर उसे तुमने ही चोदना है"------प्रिया चिडने के अंदाज मे बोली.
लेकिन आएशा शर्म से पानी पानी हो गयी----वो अभी भी अपने आप कोइस माहॉल मे अड्जस्ट नही कर पा रही थी.
जब प्रिया निकल गयी, तो राजा आएशा के पास जा बैठा, उसकी जाँघो को थपथपा कर बोला-----"क्या ख़याल है आएशा"---आएशा कुच्छ नही बोली.
"तुम्हारी बात मेरे समझ के बाहर है-----तुम खुद यहा आई हो-----जानती हो ब्लू फिल्म का मतलब क्या होता है,---कैसी कैसी चीज़े करनी पड़ती है----मेडम ने तुम्हे संज़ाया भी है-----तुमने भी ज़्यादा पैसो की माँग रखी थी----मतलब तुम पूरी तैय्यारि मे हो---इस के बावजूद ये शर्म, ये ज़िज़क मेरे समझ मे नही आती"
आएशा बिना कुच्छ बात किए, उठ कर बाहर की तरफ चल दी,
राजा भी उठ कर उसके पास पहुच गया.
"राजा दरअसल बात ये है की, मुझे पैसो की सख़्त ज़रूरत है, मैं घर की बहुत ग़रीब हू, लेकिन हमेशा से मुझे चाह थी की मेरे पास ढेर सारी दौलत हो, पढ़ाई के बहाने मैं, मुंबई आई, लेकिन ख्वाब थे बॉलीवुड हेरोइन बनाने के, वो तो खैर मैं बनी नही, लेकिन लुट गयी, कई लोगो से, फ्री मे, सिर्फ़ एस उम्मीद मे की कोई रोल दिला देगा, लेकिन वैसा नही हुआ, कोई रोल नही मिला-------और कर्जे बढ़ गये, इतने की अब,जब कोई रास्ता नही बचा तो मैं यहा आई----उस्मान करके मेडम का दलाल है, वो कई दीनो से मेरे पिछे पड़ा था----बस मैं यहा आ गयी.
"देख आएशा, मुझे तुमसे हमदर्दी है, सिर्फ़ हम-----क्यू की मैं खुद कड़ाका हू, चोरी, लूटपाट मेरा पेशा था, लेकिन उसमे भी माल कम और पुलिसे का डर जाड़ा रहता था----एसलिए मैं यहा आया, ये सोच कर की फ्री मे लड़किया चोदने को मिलेगी, और रोकडा भी----अब तू मेरा कहना मान---एक बार फिर सोच ले---मेडम को नखरे पसंद नही---उसे सिर्फ़ गंदी से गंदी फिल्म चाहिए----अगर तू ये सब नही कर सकती तो अभी भी वक्त हाई, ---यहा से चली जा, और अगर रुकना हाई, तो पूरी बेशरम बन जा.
"मैं जा नही सकती, मेरे पास फूटी कौड़ी भी नही है------मैं जिंदगी बनाने की कोशिश करूँगी'"
"सिर्फ़ कोशिश करने से काम नही चले गा जानेमन----होना ही पड़ेगा---वैसे तो तू पहले भी चुद चुकी है---तो अब क्या प्राब्लम है"--------अब की बार राजा ने उसे अपने करीब घसीटा, आएशा ने कोई विरोध नही किया.
"वो बात अलग थी---बंद कमरे मे हुआ करता था, लेकिन ये केमरे के सामने, इतनी लोगो की उपस्थिति मे,इसलिए मुझे झिझक हो रही हैं"----अब वो भी राजा को लिपट गयी
राजा ने उसके तपते होंठो पर अपने होठ रख दिए, और हाथ चुचि यो पर, उसका खड़ा लंड आएशा के पेट मे चुभ रहा था, वो अपने आप को उस खड़े लंड पर दबा रही थी, राजा ने दूसरा हाथ उसकी खिली हुए गंद पर पहुचा दिया-----धीरे से उसके कान मे कहा -----"चल अंदर तुझे चोदता हू".
राजा आएशा की कमर मे हाथ डाल कर, उसे अंदर ले गया-----उस बंग्लॉ मे कई बेड रूम थे, सभी शानदार, कोई हाटेल के बेड रूम जैसा सज़ा हुआ था, तो कोई घर के, लेकिन सभी मे एक बात कॉंमान थी, हर बेड रूम मे छुपे हुए कंमेरे फिट थे. सब का कंट्रोल एक कमरे मे था, जहा पूरी रेकॉर्डिंग्स देख कर, उसे एडिट किया जाता था------क्यू की वो कॉटेज नुमा बंग्लॉ, हमेशा ही ब्लू फिल्म के स्टूडियो के रूप मे नही एस्टेमाल होता था, बल्कि कभी कभार, प्राइवेट पार्टियो को किराए से दिया जाता था, आम तौर पर, रेव पार्टिया, कॉलेज के लड़के, लड़कियो की पार्टी, जो बाद मे ग्रूप सेक्स मे बदल जाती थी, या फिर तन्हाई पसंद जोड़ो को, जो वाहा अनैतिक संबंधो को 'एंजाय' करते थे--------ऐसी रेकॉर्डिंग्स मे से अपने काम की रेकॉर्डिंग्स छांट कर उसे फिर ब्लू फिल्म के रूप मे बेचा जाता, जो विदेशो मे उची कीमत पर खरीदी जाती.
राजा एक एक बेड रूम देख रहा था, लेकिन हर बेडरूम मे उसे कोई ना कोई चोदने मे मस्त दिखाई देता,कई लड़किया, जिनकी आज शूटिंग नही थी, स्टूडियो स्टाफ की प्यास बुझा रही थी-------ये नज़ारा देख कर आएशा हैरानी से राजा को देखने लगी.
"ये सब क्या हैं राजा....?"
"आएशा डार्लिंग, ये सब तो तुम्हे भी करना पड़ेगा,-----ये सभी स्टूडियो के स्टाफ से यहीं, लड़किया उन्हे खुश कर रही हैं,-----मुझे प्रिया ने बताया था, की अपनी वास्तविक पहचान च्छुपाने के लिए, मकेउपमन से लेकर कॅमरमन, एडिटर्स तक सबको खुश रक्खती हैं ये लड़किया-----वरना कही ना कही ये लोग उनकी ओरिजनल सूरत को फिल्म मे चिपका देते हैं."-------राजा की बात सुनकर आएशा ने एक झूर झूरी ली
एक बेडरूम मिल गया, जो खाली तो नही था , लेकिन जाड़ा भीड़ भी नही थी, कॅमरा मॅन जॉनी एक लड़की को चोद रहा था, लड़की पूरी नंगी थी, दीवार से हाथ टीका कर, कुतिया बनी थी और जॉनी उसकी चुचिया पकड़ कर जम के चोद रहा था--------राजा को देख के लड़की को कोई फ़र्क नही पड़ा-----वो बदस्तूर चुदवा रही थी----सिर्फ़ जॉनी ने राजा से कहा-----
"हाई राजा----वेलकम ब्रदर-----तुम्हारे लिए ही बेड खाली रखा हैं-----ये आएशा है ना-----बढ़िया माल है----जम के चोदो, आज शाम को ईसी की शूटिंग हैं"
अपने बारे मे ऐसी बाते सुनकर वो फिर से नर्वस होने लगी-----लेकिन राजा ने उसे अपने बाहों मे भर कर उसके होंठो को चूसना शुरू किया, तो वो फिर से नॉर्मल होने लगी-----उसे पैसो की सख़्त ज़रूरत थी-----दूसरा कोई रास्ता नही था-------अब जैसे भी हो उसे ये काम करना ही था.-----वो भी राजा को रेस्पोन्से देने लगी.
थोड़ी देर बाद राजा ने उसे बेड पर बिठाया----और कहा---
"डार्लिंग मेरी ज़िप खोलो, और लंड बाहर निकालो-----" राजा जान बूझ कर ओपन बाते कर रहा था----ताकि उसे आदत पड़ जाए
आएशा ने हिचकिचाते हुए ज़िप खोली----उसकी बाजू मे ही जॉनी लड़की को चोद रहा था----ऐसे महॉल की उसने कभी कल्पना तक नही की थी------ज़िप नीचे करते ही, राजा ने उसे पॅंट और ब्रीफ दोनो को नीचे करने को कहा-------उसने ये भी किया----अब राजा का फुफ्कर्ता हुआ लंड उसकी आँखो के सामने----वो सम्मोहित सी उसे देखने लगी-----अब शर्म कम और उत्तेजना बढ़ने लगी थी
आएशा कोई कवारी तो नही थी, उसे पता था ऐसे फँफनाए लंड के साथ क्या करना हैं, उसने लंड को अपने उंगलियो से धीरे से पकड़ा, उसकी फॉरेस्किन को पिछे हटाया, अब फूला हुआ, मशरूम जैसा दिखाने वाला सूपड़ा बाहर आया, आएशा ने उसे अपने मूह के पास किया, सूंघ कर देखा, जानी पहचानी खुशबू पाते ही, उसकी चूत पासीज ने लगी-------उसने धीरे से जीभ निकाल कर सूपदे पर फेरी, वाउ इट टेस्ट सो गुड, उसने मन ही मन सोचा----अगले ही पल राजा का लंड आएशा के मूह मे था,
आएशा ने लंड चुसते चुसते ही राजा की पॅंट, ब्रीफ खींच कर उतार दी, जिसे राजा ने अपने पैरो से निकाल कर, दूसरी तरफ उच्छाल दिया, और अपना टी-शर्ट भी उतार फेका, आएशा का चूसना बदस्तूर जारी था, साथ ही साथ वो उसकी गोलियो से भी खेल रही, लंड पूरे गले के नीचे तक पहुच रहा था----और राजा की पतंग हवा मे उँची उड़ रही र्ही------मूह से आहह---आआहह---हाहहाहा जैसे कामुक सिसकारिया निकल रही थी-----काफ़ी देर तक ऐसा ही चलता रहा----फिर राजा ने आएशा को रोका, और उसके कपड़े उतारने लगा, इस बार आएशा शरमाई नही, बल्कि उसकी मदद करने लगी.
"लड़की तेज़ी से सिख रही हैं भिड़ू----अच्छा हैं---लगा रह----बाद मे मैं भी नंबर लगाउन्गा"------जॉनी जो अब लड़की की पोज़िशन बदल कर उसे चोद रहा था. आएशा की 'प्रोग्रेस' देख कर बोल पड़ा.
"बाद मे क्यू जॉनी भाई अभी भी आ सकते हो, ये तो आम रास्ता हैं, एस पर चलने की किसी को मनाही नही हैं,"------राजा की बात सुनकर जॉनी ने एक ठहाका लगाया, और आएशा उसे घूर्ने लगी
'गुस्सा क्यू होती हैं डार्लिंग, ये सच तुम जितनी जल्दी स्वीकार करोगी, उतनी ही तुम्हे कम तकलीफ़ होगी'
राजा ने अब उसे बेड पर सुला दिया, और उसकी टाँगो फैला कर, उसकी चूत को खोल दिया, अपना मूह चूत के पास ले जाकर चाटने लगा------अब आएशा की हाई हाई शुरू हुई--------वो उउत्तेजन्ना को बर्दाश्त करने के लिए खुद ही अपनी चुचियाँ दबाने लगी, उसकी आँखे बंद थी, अब वासना उस पर हावी हो चुकी थी-----अचानक उसके मूह से घुटि घुटि सी चीख निकली----आअहहुउऊउ---आआओउुउउच्च्च्च-----राजा ने बिना कोई इशारा दिए अपना लंड उसकी चूत मे पेल दिया था.
शाम होते होते मेडम स्टूडियो मे पहुच गयी, स्टूडियो का स्टाफ शूटिंग की पूरी तैय्यारि कर चुकी थी, मेडम ने आते से ही आएशा को याद फरमाया-------
"क्या बोलती हैं आएशा, तेरी शरम कुच्छ हुई की नही, अभी मेरेको बढ़िया शॉट चाहिए, कोई लफ़दा, नखरा नही चलेगा----अच्छा शॉट दिया तो तेरे को, पैसा थोड़ा बढ़ा दूँगी, तेरी खूबसूरती, और फिगर के वास्ते, समझी---?"
"हाँ मेडम---मैं पूरी कोशिश करूँगी"------आएशा ने कहा---वैसे वो अब काफ़ी खुल चुकी थी दोपहर की चुदाई के बाद.
"अब कोई टेन्षन नही मेडम, आएशा अच्छे से "खुल" चुकी है, दोपहर मे"-----ये जॉनी था-------आएशा ने उसकी पीठ पर धौस जमाई.
आएशा का ये खुला पन देख कर मेडम भी खुश हो गयी, उसने राजा की तरफ देखा, तो राजा ने मुस्कुराके 'थम्स उप' करके दिखाया.-----मेडम समझ गयी, ज़रूर राजा ने दोपहर मे आएशा की बॅंड बजाई होगी.
"चलो, सब लोग, शुरू करते हैं, डॅनी----आएशा और राजा को शॉट समझाओ"
डॅनी ने समझाना शुरू किया-----
"एस सीन मे आएशा एक बड़े घर की, कॉलेज गोयिंग लड़की हैं,जो कॉलेज से लौटने के बाद, शवर लेने के लिए बाथरूम मे जाती है,----पूरे कपड़े उतार कर नहाती है,-----आएशा तुम्हे अपने कपड़े उतारने हाई----कमेरे की तरफ देखना नही है,----ऐसे ही लगाना चाहिए, जैसे तुम सचमुच अपने घर मे नहा रही हो----अब घर मे नौकरानी के अलावा और कोई नही है,-----राजा तुम एक चोर हो----जो की तुम सचमुच हो,----दिन मे ही खाली घर देख कर----चोरी की नियत से, घुस जाते हो-----अचानक बाथरूम से आएशा निकलती है, जो सिर्फ़ टवल लपेटे हुए है,-----उसकी सेक्सी, भारी जवानी देखा कर तुम चोरी का ख़याल छ्चोड़ कर, उसकी इज़्ज़त लूटने की कोशिश करते हो---आएशा,पहले विरोध करती है, लेकिन बाद मे मज़े लेने लगती है,----क्यो की वो बाथरूम मे फिँगुरइंग कर के गरम हुई होती है"
डॅनी ने एक ही सास मे पूरा सीन समझाया-----और मेडम की तरफ देखा, मेडम ने मंडी हिलाकर सहमति दर्शाई, ----फिर उसने आएशा और राजा की तरफ देखा, दोनो ने ही सहमति जताई-----हलकी आएशा थोड़ा अनईज़ी फील कर रही थी.
डॅनी जो इस सीन का डाइरेक्टर था, सीन समझाते समझाते ही उसका लंड पॅंट मे तनने लगा,-----उसने अपने आप पर काबू पाया, और मेक उप मॅन को ज़रूरी निर्देश देने लगा----मिसाल के तौर पर----आएशा की हेर स्टाइल, उसका लुक, कैसे बदलना है,-----राजा के लिए कुच्छ खास बदलाव लाने की ज़रूरत नही थी.
मेकप मॅन आएशा को लेकर, मेकप रूम मे गया------"आएशा अपना टॉप उतार दो"------मेकअप मॅन असलम का पहला निर्देश आया, आसपास्स कई लोग थे, जो शूटिंग की तैय्यारि मे व्यस्त थे----और आएशा का ये पहला मौका था, सबके सामने, कपड़े उतारने का-----उसने टॉप उतार दिया, और अपनी चुचियो को हाथ से ढकने लगी.
"एसकी क्या ज़रूरत है, अभी पूरा नंगा जिस्म दिखना है, क्या क्या छिपओगि,----लगता है अभी पूरी तैय्यार नही हुई----अब अगर नखरे दिखाए तो----तेरे को यहा से निकाल दूँगी----लड़कियो की कोई कमी नही है"---------मेडम की कड़क आवाज़ सुनते ही, आएशा के हाथ, अपनी चुचियो से हट गये-----वो कमर के उपर सिर्फ़ बा मे अपने उफनते जोबन समहाले हुए थी.
उसे अब एक हायर सलून जैसी चेअर पर बिठाया गया, बालो को खोल कर, हेर स्टाइलिस्ट उसके बालो पर काम करने लगी, ये 25/30 के पेटे मे रीमा नाम की लड़की थी, खुच्छ खास ना होने से कभी कभार, छ्होटे मोटे शॉट्स मे आती थी, लेकिन आम तौर पर नॅपकिन जैसे हाथ पोछने के काम मे आती थी, जिसे आते जाते कोई भी एस्टेमाल कर लेता था.
थोड़ी ही देर मे, आएशा का मेक उप पूरा हुआ, वो अब तुरंत पहचानी नही जा सकती थी, अपने आप को मिरर मे देख कर आएशा भी काफ़ी हद तक संतुष्ट हुई.---अब उसे फिर से टॉप दे दिया गया, और कमरे के बाहर से एंट्री मारने को कहा गया, जैसे कॉलेज से लौट रही हो, किताब,कापी समेत----
"ओके,---एवेरी बड़ी रेडी----लाइट, कॅमरा,----एक्शन---!"------डेनी ने ऑर्डर दिया
आएशा, दनदनाती, कमरे मे घुसी, संदेल्स एक तरफ उच्छाले, किताबें दूसरी तरफ उच्छाले, और कुच्छ देर बेड पर बैठी रही------कॅमरा चल रहा था---दो कॅमरा मॅन उसके आसपास घूम रहे थे-----लाइटिंग वाले फ्लडलाइट्स आगे पिछे कर रहे थे, डॅनी, मेडम, राजा,और बाकी कुच्छ लोग वही खड़े थे, और आएशा को दर्शाना था जैसे कमरे मे उसके अलावा कोई नही-----मुश्किल होता है
फिर वो उठी, अपने वारड्रोब मे से, गाउन निकाला,----डॅनी द्वारा पहले ही दिए गये निर्देशा नुसार, उसने अपने कपड़े उतारने शुरू किए, पहले टॉप उतरा, फिर जीन्स-----वो सिर्फ़ ब्रा, पॅंटी मे कयामत ढा रही थी, उसकी फिगर वाकई कमाल की थी,--36-26-38 तो होगी ही.
'कट--कट---कट---क्या कर रही हो, ये मत भूलो तुम अपने ही घर मे कपड़े उतार रही हो, और तुम्हे 'कोई भी नही देख रहा'----फिर तुम्हारे चेहरे पर ये हिचक कैसी-----मत भूलो ये कोई बाजारू, ब्लू फिल्म नही बन रही, ये विदेशो मे जाएगी----ओए वो लोग ब्लू फिल्म भी बढ़िया तरीके की चाहते है----समझी---फिर से करो"------मेडम की आवाज़ कदकते हुए हंटर जैसी तेज थी.
आएशा ने फिर वो सब रिपीट लिया, इस बार कोई ग़लती नही की----डेनी चल कर उसके पास, पहले उसके कुल्हो को थपथपाया, फिर बाँहो मे भर कर----चुचियो को दबाता बोला----''अच्छा शॉट था, लेकिन अब आगे ये भी उतारना है"----उसकी पॅंटी पर से चूत को सहलाता बोला-----आएशाने हाँ मैं सिर्फ़ गरदन हिलाई
अगला शॉट------
आएशा बाथरूम जाकर, अपनी ब्रा पॅंटी भी उतारती है, दोनो हाथ उठा कर, पहले अंगड़ाई लेती है, फिर बालो को पोनीटेल की शकला मे बाँधती है, इस क्रिया मे उसकी तनी हुए चुचिया, और उभरी हुई गंद पर कमेरे फोकस होते है, उसका हर अंग अब कमेरे मे क़ैद होरहा है
"तुम्हारे चेहरे पर, थोड़े सेक्सी एक्सप्रेशन चाहिए"----अब डॅनी का डाइरेक्षन शुरू होता है
"अपने बॉल्स से खेलो"
"निप्पल्स दबाओ---उंगलियो मे पकड़ के खीचो"
"एक हाथ पिछे गंद पर ले जाओ----थोड़ा सहलाओ, थोडा दबाओ"
"दूसरा हाथ, चूत पे ले आओ---सहलाओ---ज़ोर से---मूह से मोनिंग होना चाहिए"
इतनी कामुक सूचनाए, इतने कामुक एक्शन----आएशा की सिसकारिया अपने आप निकलने लगती हैं-------"डॅनी--इसकी चूत पे बाल रहने देना था क्या--या क्लीन शेव्ड ही अच्छी है..?"----बीच मे ही मेडम ने पुचछा-----"नही मेडम विदेशियो को क्लीन शेव्ड ही अच्छी लगती है'"-----डॅनी का जवाब.
"बढ़िया, अब शवर शुरू करो------धीरे धीरे पूरे शरीर को भीगाओ"
"कॅमरा---पानी की बूँदो का क्लोजप आअना चाहिए-----खास तौर से, निपल्स, चूत और गंद से गिरता पानी आना चाहिए"
"आएशा उंगली चूत मे डालो, शुरू मे धीरे फिर तेज फिँगुरइंग होनी चाहिए"
अब आएशा इतनी गर्म होती है की, उसे अब डॅनी के डाइरेक्षन की ज़रूरत नही रहती, वो खुद ही अपनी चूत मे तब तक उंगली करती है, जब तक वो झाड़ ना जाए
तभी उसे एक आवाज़ सुनाई देती है, वो तुरंत टवल अपने गीले जिस्म पर लपेट ती हुई, वह बाथ रूम से बाहर आती है
एक बढ़िया सेक्सी शॉट पूरा होता है
अब आगे है राजा और आएशा का, सेक्स ऑन बेड
अगला शॉट------
आएशा आवाज़ सुन कर बाहर आती है, वो देखती है एक हट्टाकट्टा नौजवान उसके कमरे मे मौजूद हैं, वो चीखने ने के लिए मूह खोलती है, तभी, उस आदमी की नज़र उस पर पड़ती है, टवल के नाम पर कलंक साबित हो रहे उस कपड़े के टुकड़े मे लिपटी उस आध नंगी जवानी को देख कर वो, उसकी तरफ दौड़ता है, आएशा के मूह से चीख निकालने से पहले ही वो उसे पकड़ लेता है,----एक हाथ से उसका मूह दबोच लेता है, तो दोसरे हाथ से कमर.
"कट---कट---कट---क्या कर रहे हो राजा, इतनी सेक्सी लड़की को कमर से पकड़ ते हो, शर्म नही आती-----उसे इस तरह पकडो, की उसका टवल छूट कर, नीचे गिर जाए, और वो पूरी तरह से नंगी हो जाए, फिर उसकी चुचियो को पकडो, कस कर, इतना कस कर की आएशा की आँखो से पानी निकलना चाहिए----हम ब्लू फिल्म बना रही हैं यार.----चलो अब फिर से पूरा आक्षन करो"-----डॅनी की डाइरेक्षन अब फिर से शुरू होती हैं.
पूरा सीन फिर से रिपीट होता है-----इस बार राजा, आएशा को नगा कर देता है, एक हाथ से मूह और एक हाथ से चुचिया पकड़ता है, एकदम कसकर.
आएशा के नंगे बदन से चिपकाने से राजा का लंड अब फिर से फंफनाने लगता है, लंड की चुभन महसूस करके अब आएशा भी मस्ताने लगती है.
"अगर ज़रा सी भी आवाज़ की तो ये मुलायम गरदन काट कर अलग कर दूँगा"-----राजा का डाइयोलॉग.
"क्या चाहते हो तुम....?"-------आएशा
"राजा हाथ को धीरे से सहलाते हुए, नीचे लाओ----चूत पर---थोड़ी देर सहलाओ----फिर एक उंगली अंदर डालो----अंदर बाहर करो----अपने डाइयोलॉग शुरू रखो"----इस बार मेडम ने अपनी सूचनाए जारी की.
राजा ने वैसा ही किया, आएशा अब इतनी गरम हो चुकी थी की उसकी चूत, राजा की उंगली पहुचने के पहले ही पनिया गयी थी
"ये नंगी, सेक्सी जवानी बाहों मे होने के बावजूद पुच्छ रही हो-----तुम्हे चोदना चाहता हू----तू सिर्फ़ इतना बता-----प्यार से चुदवाओगि, की रेप करू तेरा...?"
"मैं प्यार से चुदवाउन्गि, रेप मत करना प्लीज़"--------आएशा.
कट---कट---कट---ये क्या कहा रही है स्साली----इतनी जल्दी चुदने को तय्यार हो गई, तो देखने वालो को क्या मज़ा आएँगा-----तेरे को नही नही बोलने का है----विरोध करने का है----काफ़ी हील हुज्जत के बाद चुदने के लिए राज़ी होने का है----तू तो साली---अभी अभी नखरे दिखा रही थी----और अभी रंडी की माफिक, टाँगे फैलाए तैय्यार हो गयी चुदने के लिए"-----डॅनी उखड़ गया.
"अरे डॅनी भाई----ये काफ़ी गरमा गयी है----तब से तुम्हारा ये डाइरेक्षन, और उसके बदन से खेलना----ये तो पानी छ्चोड़ने पर उतारू है----ऐसा करते है---पहले इसे जम कर चोदते है----फिर ननुकार वाला, विरोध करने का सीन शूट करके जोड़ देते हैं"-------राजा जिसका लंड अब उसकी पॅंट फाड़ने को तैय्यार था, बीच मे ही बोल पड़ा.
"ठीक है राजा बाबू----चल तेरे मन की करते है---लगता है तू भी जोश मे आगेया है----चल चोद डाल----बाद मे हम भी हमारी गोटी खाली कर लेंगे, इसकी चूत मे."
आएशा गर्म भले ही हुए थी, चुदवाना भी चाहती थी, पर अपने बारे मे ऐसे हलके दर्जे के कॉमेंट्स सुनकर उसे लगा----वो अब वाकई रंडी बन गयी है.
फ़िल्मो मे रोल मिलने की लालच मे आएशा पहले भी कई बार चुद चुकी थी, यहा राजा से भी चुद चुकी थी, लेकिन अब बात और थी, अब उसे कमेरे के सामने चुदना था, एक से एक गंदी हरकत करनी थी, करने देनी थी-------उपारसे डॅनी और मेडम के निर्देश उसे विचलित कर रहे थे, लेकिन अब वो वापस नही लौट सकती थी----बाथ रूम के शॉट्स तो वो देहि चुकी थी...अब बेड पर देने थे.------करीब दर्जन भर लोगो से सामने आएशा नगी बैठी थी, राजा को कपड़े उतारते देख रही थी.
जैसे ही राजा ने अपने पूरे कपड़े उतारे---------डॅनी का निर्देश आया----
"आएशा अब राजा का लंड चूसो,---पूरा गले तक उतरना चाहिए----साथ मे राजा तुम हाथ बढ़ा कर, आएशा की चुचियो को मसालो------आएशा अपने बालो को दूसरी तरफ मोड़ दो, कमेरे मे चेहरा दिखना चाहिए"
आएशा ने राजा का लंड अपने मूह मे लेकर चूसना शुरू किया, राजा ने उसकी चुचिया मसल नि शुरू की, वाहा मौजूद हर एक उत्तेजित हो रहा था, और सोच रहा था, कब ये शूटिंग ख़त्म हो, और कब वो आएशा पर टूट पड़े.
अब आएशा भी माहौल से अभ्यस्त हो कर, सेक्स का मज़ा ले रही थी,-----कमेरे हर संभव आंगल से उन्हे शूट कर रहे थे.
"आएशा अब बेड के किनारे हाथ टीका कर खड़ी हो जाओ, राजा अब पिछे से पेलेगा-----राजा पिछे से लंड डालने से पहले, चूत को थोड़ा चाट का गीला कर दो...!"
डॅनी के आदेश जारी थे----वो इस काम मे बड़ा माहिर था, जानता था ऐसे निर्देश, लड़का,लड़की दोनो को बहुत जल्द गरम कर देते है-----उनकी झिझक कम कर देते है, जिससे उनके चेहरो पर वो कामुक एक्सप्रेशन्स आते है, जो नॉर्माली कमेरे के सामने नही आते थे.
"मुझे इस शॉट के क्लोज़प्स चाहिए, राजा का चूत चाटते हुए सीन का----समझे..!'-----ये निर्देश केमरा मॅन के लिए थे.
थोड़ी देर चूत चाटने के बाद, राजा ने अपना लंड आएशा की चूत मे पेल दिया----आएशा के मूह से एक घुटि सी चीख निकली, लेकिन राजा जारी रहा----उसके हर स्ट्रोक के साथ, आएशा की चुचिया हिल रही थी, काफ़ी टाइट चुचिया थी,----बड़े ही कातिलाना ढंग से हिल रही थी----आएशा के मूह से अब लगातार कामुक सिसकारिया निकल रही थी-----पूरे कमरे मे फटक, फटक फटक, फटक सरीखी चोदाइ की आवाज़ गूँज रही थी.
"राजा अब तुम बेड पर लेट जाओ----आएशा तुम राजा के उपर आ जाओ, लंड को अपनी चूत मे लेलो-----और शुरू हो जाओ''
ये पोज़िशन आएशा ने पहले कभी नही ली थी, लिहाजा उसे राजा की मदद लेनी पड़ी----जैसे तैसे उसने राजा का लंड अपनी चूत मे ले लिया, और उपर नीचे, उच्छल कूद करने लगी------उसकी बड़ी बड़ी चुचिया अब उपर नीचे उच्छल रही थी, जिसे राजा ने अपने हाथो से दबाना शुरू किया--------केमरे अपना काम बखूबी निभा रहे थे------डॅनी से रहा नही गया, उसने अपना लंड सबके सामने बाहर निकाल लिया, और वही पर मौजूद एक लड़की, जो वाहा एषिस्ट कर रही थी, उसके मूह मे डाल दिया.
एक घंटे तक चला ये चुदाई का सिलसिला, इस बीच आएशा को, कुतिया बना कर, बेड पर सीधा लिटाकर चोदा गया, उसके लिए इतना लगातार चुदना बेहद थकावट वाला काम हुआ, वो काफ़ी थक चुकी थी.
आख़िर मे जो हर ब्लू फिल्म का बेहद अहम हिस्सा होता है, वो काम हुआ, आएशा को राजा का पूरा माल, अपने मूह मे लेना था, अपने बदन पर बिखेरना था.
आएशा ने वो बड़े प्यार से किया, जब इतना सब कर चुकी थी, तो वह इस 'मामूली' काम को क्यामना करती....?
"कैसा महसूस कर रही हो....?"-----राजा ने आएशा से पुचछा, दोनो कॉटेज के बाहर,कुर्सिया डाल कर सुस्ता रहे थे------आएशा के लिए ये शूटिंग सेशन बड़ा ही थका देने वाला साबित हुआ था, वो लगातार चोदि गयी थी-----मरती क्या ना करती----?.
"मैं बेहद थॅकी हुई हू-----राजा मैने कभी सोचा ना था, मैं कभी ऐसी जिंदगी भी जियूंगी-----ब्लू फिल्म मे काम करने से तो अच्छा था, मैं वैसे ही कल्लगिर्ल बन कर, कुच्छ कमा लेती----लेकिन मुझे एकसाथ, एकमुश्त काफ़ी रुपयो की ज़रूरत थी, जो मुझे यही से मिल सकते थे-------मैं बड़ी उलझन मे हू राजा-------मेडम पैसा कब देगी----?"------आएशा अभी भी सब के सामने, हुए चुदाई से विचलित थी.
"शायद कल देगी-----वैसे कितने तय हुए है-----?"
"एक लाख देने का बोल रही थी मेडम, मैं कुच्छ ज़्यादा देने के बारे मे बोली थी----अब जब देगी तो पता चलेगा-----क्या तुम मुझे मेरे होटेल तक नही छ्चोड़ोगे---?"
"लगता है, अभी भी त्म्हरी खुजली मिटी नही------!----मैं तुम्हारे साथ चलूँगा तो खाली हाथ तो नही लौटूँगा-------फिर ना कहना मैं थकी हुई हू...!----राजा ने उसे चिढ़ाते हुए कहा.
"तुम कभी थकते नही क्या-----जब भी देखो, बिल्कुल तैय्यार ही रहते हो..!"
"मेरी इसी ख़ासियत ने ही तो मुझे यहा लाया है-------फिर भी ठीक है, अगर तू थकी हुई है, तो बाद मे फिर कभी-----अब तो तू यही की बन गयी है"
आएशा कुच्छ नही बोली------राजा ने उसे उसके होटेल तक छ्चोड़ दिया.
अगली सुबह आएशा, राजा के साथ फिर कॉटेज मे मौजूद थी, आज वो कल की अपेक्षा ज़्यादा, रिलॅक्स लग रही थी, सब से हस कर बात कर रही थी,
"क्यू आएशा डार्लिंग----आज बड़ा चहक रही हो-----मेरा 'उधर' बाकी है, कब लौटाओगी-----?"-----डॅनी उसे छेड़ रहा था.
"मुझे तुमसे डर लगता है, डॅनी-----तुम बहुत मोटे हो----तुम मुझे मार ही डालोगे"
"अरे मेरी जान, जब तुम इस राजा का घोड़े जैसा लंड आराम से ले सकती हो, तो मुझसे क्या डरती हो----मैं मोटा ज़रूर हू, लेकिन मेरा, राजा जितना बड़ा नही है------चल एक शॉट मारते है-----मेडम के आने से पहले----!" डॅनी जैसे लंड निकाल के तैय्यार था.
"नही डॅनी, थोड़ा रूको, मैं तुम्हे मना नही कर रही, लेकिन मुझे मेडम से पैसा ले लेने दो-----फिर तसल्ली से करना-".......आएशा जानती थी वो डॅनी को ज़्यादा देर रोक नही सकती थी, ये तो यहा का रिवाज था.-----वो धीरे से चलती हुए, डॅनी के पास पहुचि, और डॅनी को एक फ्रेंच किस दिया-----पेशगी के रूप मे. अब डॅनी भी कहा मानने वाला था, उसने किस करते ही, आएशा की गंद दबानी शुरू कर दी, और एक हाथ से चुचिया मसल ने लगा.
तभी बाहर से मेडम की आवाज़ आई, वो किसी से मोबाइल पर बात कर रही थी, डॅनी और आएशा तुरंत अलग हो गये. राजा ये सब तमाशा एक तरफ खड़ा होके देख रहा था, उसे आएशा पर दया आ रही थी.
मेडम ने आते ही सब को, एक जगह बिठाया, फिर वो आएशा से बोली,
"कल तुमने, अच्छा काम किया----लेकिन मुझे और बोल्ड सीन चाहिए----इससे जबरदस्त सीन आने चाहिए, की दर्शको के लंड किसी भी हालत मे झाड़ने ही चाहिए-----तुम्हे और बोल्ड होने की ज़रूरत है".....फिर वो डॅनी से बोली ...."तुम्हारा क्या ख़याल है, डॅनी....?"
"आप ठीक कहा रही है मेडम, लेकिन आएशा ने भी अपनी तरफ से कोई कसर नही छ्चोड़ी है, बहुत जल्द वो एक्सट्रीम सीन देने लगेगी"........डॅनी आएशा के नंगे बदन को अपने नीचे मसल ने को बेताब था.
"ठीक है----आएशा, ये रहे तुम्हारे एक लाख----और ये रही तुम्हारे, अच्छे काम का प्राइज़,----पच्चीस हज़ार और---अब खुश हो---?"
आएशा ने सहमति मे गर्दन हिलाई------एकसाथ सवा लाख पाकर वो खुश थी, अब उसे इस बात का कोई गम नही था, ये पैसे उसने कैसे कमाए, यही होता है,पैसे का जादू, पैसे पैसे होते है, कैसे कमाए, इससे कोई फ़र्क नही पड़ता.......आएशा मन ही मन सोच रही थी.
"राजा तुम्हारा पेमेंट ये रहा"-------मेडम ने एक पॅकेट राजा की तरफ बढ़ाया------"अब सब लोग मेरी बात ध्यान से सुनो, हमे एक नया ऑफर मिला है, जिसमे बहोत पैसा है, सब को उम्मीद से ज़्यादा मिलेगा-----एस बार हमे आउटडोर शूटिंग करना है-------बंद कमरे मे, अब तक कई ब्लू फ़िल्मे बनी, इंडिया मे आउटडोर मे, खुले मे, कभी ब्लू फिल्म शूट नही की गयी----एस बार हमे, एक ऐसी ही स्टोरी के साथ काम करना है, सभी हॉट सीन एक स्टोरी के तहत आएँगे-----बड़ा प्रॉजेक्ट है, हमे और लड़के लड़किया चाहिए-------हमारे एजेंट्स इस काम मे जुटे है,-------राजा, आएशा क्या तुम तैय्यार हो....?"
राजा ने तो तुरंत हाँ कहा दी लेकिन, आएशा कुच्छ सोचती रही.
"मेडम, वैसे तो मुझे कोई प्राब्लम नही है, लेकिन खुले मे----इस तरह शूटिंग करना----किसी को पता चला तो....?"
"मैने इस पर सोचा है, किसी को पता नही चलेगा, मैने सब तय कर लिया है, तुम चिंता मत करो"
"फिर मुझे कोई प्राब्लम नही है"........आएशा की नज़रो के सामने, नोटो की गद्दिया दिख रही थी, जिस से उसे और कुच्छ नज़र नही आ रहा था.
"अगले हफ्ते हम यही मिलेंगे".......कह कर मेडम ने सब को विदा किया.
Hindi Sex Stories By raj sharma वो आज भी याद आती है
वो आज भी याद आती है --1
मेरा नाम राज शर्मा है. आप सब जानते ही हैं मैं सेक्सी कहानिया आप सब के लिए लेकर आता रहता हूँ . मगर दोस्तो
ये कहानी नही बल्कि मेरी ज़िंदगी की एक सच्ची घटना है, जो मैं शायद कभी ना भूल सकूँ. 11 साल का ये गोलडेन पीरियड मैं कोशिश करूँ गा कि कवर कर सकूँ. अगर किसी जगह आप को लगे कि मैं झूट बोल रहा हूँ या आप को लगे की ये एक काल्पनिक स्टोरी है, तो आप को इजाज़त है कि उसी जगह पढ़ना रोक दीजिए.
ऐक दिन फोन की बेल बजी, जब मैं ने फोन उठाया तो किसी ने
मेरी हेलो का जवाब नही दिया बल्कि दूसरी तरफ से एक सॉंग की आवाज़ मेरे कानों मैं आई "जब से हुई है तुझ से मोहब्बत, तेरे सिवा
कोई बात नही है". मैं समझ नही पाया की ये कॉन हो सकता है. या शायद किसी दोस्त ने मज़ाक़ किया हो. बात आनी जानी हो गयी. दोसरे दिन फिर यही कुछ हुआ. अब तो मैं ने सही मैं सोचना शुरू किया कि ये आख़िर कोन हो सकता है.
फिर ऐक दिन मैं अपने गाँव किसी काम से गया. वहाँ मेरे घर के सामने वाले घर से मेरे दोस्त प्रमोद की बहन राधा
मुझे ऐक अजीब सी प्यासी नज़रों से देखे जा रही
थी. मैं ने कुछ ध्यान नही दिया कि वो वैसे भी मुझ से काफ़ी बे तकल्लूफ थी, मगर घर के ओर लोगों के सामने नही. जब हम दोनो एक लम्हे को अकेले हुए तो उस ने मुस्करा मुस्करा कर अजीब सी नज़रों से मुझ को देखा ओर पूंच्छा की मैं ने सुना है कि तुम को कोई फोन पे लव सॉंग्स सुनाता है…? मुझे बहुत अजीब लगा के इस को किस ने बताया. उस के बार बार यही पून्चने पर मेरे दिल को धड़ाका सा लगा कि कहीं फोन पे लव सॉंग ये तो मुझे नही सुना रही…थी….
वैसे वो मुझसे 3 साल छोटी थी रंग गोरा फिगर मस्त था वो पास के शहर मे स्कूल मे पढ़ती थी नाम था राधा . मैं अपने बचपन की यादो मे खो गया . दोस्तो आप को ये सुन कर शायद हैरत हो, कि मैं बचपन मे राधा को घूर कर देखते हुए अक्सर मन मे ये सोचा करता था कि काश मेरी इस से दोस्ती हो जाए, ओर मे इस कमसिन जवानी रस चूस सकु . वैसे आप विश्ववश करे या ना करे लेकिन शहरो की अपेक्षा गाँव मे लड़के लड़किया 12-13 की उमर मे सेक्स के बारे मे जान जाते हैं . क्यूंकी गाँव का माहॉल थोडा खुला हुआ होता है . मज़ाक भी अक्सर द्वियार्थी भाषा मे ही चलते हैं . मैं जब गाँव मे रहता था तब मैं यही सोचता था कि अपने मुहल्ले की सभी कमसिन जवानियो का रस पी जाउ . मेरी राधा के बड़े भाई से दोस्ती थी इसलिए मैं अक्सर उसके घर जाता रहता था कि शायद उसकी नज़रे इनायत मुझ पर हो जाए मगर वो तो किसी से सीधे मुँह बात भी नही करती थी, इस लिए मैं ने कभी पहल नही की.
मगर क़िस्मत को शायद यही मंज़ूर था, और वही हुआ जो मैं चाहता था, कभी कभी ऐसा भी होता है. मैं उस समय 16 साल का था ओर गाँव मे ही रहता था ओर राधा यही कोई 12-13 साल की थी . मेरी मम्मी कुछ दीनो के लिए मामा के घर जा रही थी . पापा गुड़गाँवा मे नोकरि करते थे . इसलिए मम्मी जब जाने लगी तो उन्होने राधा की मम्मी को कहा कि राधा को कुछ दिन हमारे घर ही सोने देना . सभी बच्चो का मन लगा रहेगा
राधा की मा ने हाँ कर दी . ओर मेरी मम्मी मामा के यहाँ चली गई . घर मे मैं ओर मेरे छोटे भाई बहन ही थे . रात को राधा हमारे साथ सोने के लिए हमारे घर आ गई . तब तक सभी सो चुके थे . राधा ने कहा मे कहाँ सोऊ तो मैने कहा आज तो तुम मेरे साथ ही सो जाओ कल से तुम्हारे लिए अलग से एक बिस्तर लगा दूँगा . पहले तो राधा मेरे साथ सोने के नाम पर झिझकी पर फिर वो मेरे साथ लेट गई . हम कुछ देर आपस मे बात करते रहे . राधा हूँ हां मे जबाब देती देती सो गई . पर मुझे नींद नही आ रही थी मेरे लंड फूँकार मार रहा था . मैं कुछ देर ऐसे ही लेटा रहा ओर जब मैने देखा कि राधा गहरी नींद मे सो गई है तो मैने डरते डरते अपना एक हाथ उसके सीने पर रख दिया . फिर मैने अपने हाथ को उसकी छोटी छोटी चूचियो पर घुमाने लगा . वो नींद मे थोड़ा कसमासाई तो मैने अपना हाथ रोक लिया राधा ने अंगड़ाई लेते हुए अपना एक पैर मेरे पैरो के उपर रख दिया . अब मेरी हिम्मत भी थोड़ी सी बढ़ गई थी
मैने अपना हाथ उसकी पीठ पर रख दिया ओर धीरे धीरे उसकी पीठ सहलाने लगा
मैने अपने होंठ उसके गाल पर रख दिए ओर धीरे धीरे उसके गालों को चूमने लगा
राधा अभी तक चुप चाप लेटी थी . मेरी हिमात बढ़ती जा रही थी . अब मैने अपना हाथ राधा की पीठ से हटाकर चूचियो पर रख दिया . वाह! क्या चूचिया थी उसकी. पूरे राउंड शेप मैं बूब्स के उपेर पिंक कलर के दो दाने थे. क्या खूबसूरत नज़ारा था मैने मेरी ज़िंदगी मैं पहली बार इतने अच्छे बूब्स देखे थे ऐसे बूब्स तो शायद ही किसी के होंगे. मैं तो पागल हो गया था मैं उसकी दोनो चुचियो को हाथ मे लेके दबाने लगा. क्या कसाव था उनमे. वाह! मैं तो बस उसे दबाते ही रह गया. ऐसे लग रहा था इन्हे छोड़ के कही ना जाउ. 15-20 मिनट. के बाद मैं एक हाथ नीचे ले जाकर उसकी चूत सहलाने लगा. और फिर धीरे से उसकी सलवार का नाडा खिछा ओर खोल दिया धीरे धीरे उसकी चूचियो को सहलाने लगा . दोस्तो उसकी चूचिया अभी एक छोटे नीबू के आकार की थी जो मेरी मुठ्ठी मे ठीक से भी नही आ पा रही थी . पर मुझे उसकी चूचियो पर हाथ फिराना बहुत अच्छा लग रहा था . अब मेरी हिम्मत ओर बढ़ गई थी मैने अपने पैर को राधा की जाँघो पर धीरे धीरे रगड़ना शुरू कर दिया .अब मेरे होंठ भी आवारा हो चले थे
मैने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए ओर उन्हे बड़े प्यार से चूसने लगा . दोस्तो ये पहली बार था जब मैने किसी लड़की के होंठो को चूसा था . मेरा शरीर रोमांच से भर उठा . अचानक मुझे लगा कि शायद राधा जाग चुकी थी लेकिन वह चुप चाप लेटी हुई थी . मैं समझ गया कि उसे भी मेरा चूमना ओर सहलाना अच्छा लग रह रहा है
अगर उसे बुरा लगता तो अब तक वो मुझे झिड़क चुकी होती . अब मैने उसके बदन से खुल कर खेलना शुरू कर दिया . राधा धीरे धीरे मस्ती की तरफ बढ़ रही थी . मैने उसके एक हाथ को पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया . कुछ देर तक तो उसके हाथ मे कोई मूवमेंट नही हुई तो मैने उसके हाथ को पकड़ कर अपने लंड पर दबा दिया . राधा ने मेरे लंड को पकड़ लिया ओर उसे दबाने लगी . मैने राधा की एक चूची को मुँह मे ले लिया ओर उसे चूसने लगा . राधा मुझसे चिपत गई शायद उसे मेरा इस तरह से चूची को चूसना बहुत अच्छा लग रहा था . दोस्तो मैं उसकी शलवार का नाडा तो पहले खोल चुका था
अब मैं बेड पे उसके उपेर लेट गया और उसके बूब्स दबाने लगा. मैने उससे कहा मेरा लंड मुँह मे लेकर टेस्ट करोगी उसने ना कहा वो बोली "मुझे मुँह मे नही लेना" मैं बोला "ठीक है तुम्हारी मर्ज़ी" और फिर एक हाथ नीचे ले जाके उसकी चूत सहलाने लगा. उसकी चड्धि गीली हो गई थी. मैने हाथ फिर उसकी चड्धि मैं डाल दिया वो सिहर गयी. मेरा एक हाथ उसकी चूत को सहलाने लगा . मैं एक उंगली उसकी चूत के छेद पे फेरने लगा वो आअहह उउउफफफफफफ्फ़ आआआहह सस्स्स्स्सिईईईईईईईई आआआहह करती रही मैने फिर वही उंगली उसकी चूत मे घुसेड़ने लगा वो उछालने लगी मैं धीरे धीरे अपनी उंगली को उसकी चूत मे अंदर बाहर करने लगा अब मेरी पूरी उंगली उसकी चूत मे चली गयी उसकी चूत काफही टाइट थी. फिर मैने मेरी उंगली अंडर ही गोल गोल घुमाने लगा .वो सिर्फ़ आहह उउउफ़फ्फ़ ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊओरसईए कर रही थी. थोड़ी देर बाद मैने अपना हाथ उसके चड्डी से निकाला और उठ के बैठ गया. और उसकी चड्धि निकालने लगा वो शर्मा रही थी. मैने उसकी चड्धि उसके पैरो से अलग करदी और उसकी चूत देखने लगा. तभी उसने अपने दोनो पैर एक के उपेर एक रख दिए और चूत छुपाने की कोशिश करने लगी मैने उसके दोनो पैर अलग करके उसे पकड़ लिया. और मुझे उसकी चूत दिखने लगी क्या चूत थी वो . एक दम कोरी चूत. चूत पूरी तरह से सील पेक थि.उस्के उपर हल्के हल्के रोँये थे मैने फिर अपनी एक उंगली उसकी चूत मे घुसा दी और उसके गुलाबी होंठो पर आपने होंठ रख कर किस करने लगा साथ ही साथ उंगली अंदर बाहर करने लगा. वो एक दम पागल हो गई और मेरा हाथ पकड़ के ज़ोर ज़ोर से उंगली अंदर बाहर करने लगी. थोड़ी देर मे उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और मेरा हाथ गीला कर दिया.राधा मुझसे चिपक गई ओर मुझे अपनी बाँहो मे भींच लिया . अब मेरे से नही रुका जा रहा था मने अपना अंडर-वेअर उतार दिया . मेरा लंड बेकाबू हो चुका था अब मैने अपनी पोज़ीशन ली ओर अपने लंड को उसकी चूत से रगड़ने लगा . मैने राधा के होंठो को अपने होंठो मे ले लिया ओर चूसने लगा राधा पूरी तरह उत्तेजित होचुकी थी मैने अपना लंड उसकी चूत के छेद पर टिकाया ओर धीरे से एक धक्का दिया . मेरा लंड चूत मे नही घुसा ओर फिसल गया
मैने दुबारा लंड को छेद पर सेट किया ओर एक जोरदार धक्का मारा अबकी बार मेरे लंड का मुँह राधा की चूत मे घुस चुका था . राधा की चीख निकल जाती अगर मैं उसके मुँह
पर अपना हाथ ना रख देता . राधा बुरी तरह से मचल रही थी उसकी आँखो से आँसू निकल रहे थे वो मुझे अपने से दूर धकेल रही थी मैने काफ़ी कोशिश की कि मैं अपना लंड पूरी तरह से अंदर कर दूं . लेकिन वो बुरी तरह से दर्द की वजह से काँप रही थी
आँखो से आँसू निकल रहे थे . मुझसे उसका दर्द नही देखा गया ओर मैं उसके उपर से हट गया . मैं उसे प्यार से सहलाने लगा . राधा अब भी रो रही थी उसने रोते हुए कहा - राज ये तुमने क्या कर दिया . मेरी इस मे बुरी तरह से मिर्ची लगा दी . अब मैं तुमसे कभी बात नही करूँगी ओर तुम्हारी मम्मी को आने दो मैं उन्हे तुम्हारी इस हरकत के बारे मे सब बता दूँगी . मैं घबरा गया . मैने उसे प्यार से चूमा ओर कहा पागल ये काम तो सभी करते हैं . कोई बचपन मे करता है कोई जवानी मे करता है . अगर तुम नही चाहोगी तो मैं तुम्हारे साथ अब ऐसा कुछ नही करूँगा . मेरे काफ़ी समझाने पर वह शांत हुई . ओर फिर वो हमारे घर सोने के लिए नही आई . जैसा कि उसने कहा वो मेरी मम्मी के आने पर सारी बात उन्हे बताएगी ऐसा उसने कुछ नही किया
पर हां उस दिन के बाद उसने मुझसे कभी ज़्यादा बात नही की . दोस्तो कुछ दीनो के बाद मे गुड़गाँवा पढ़ने केलिए अपने पापा के पास आ गया था . मैं अपनी उन सुहानी यादो से निकल कर वर्तमान मे लौट आया . मैं अपनी बचपन की इस बात पर खुद ही हंस पड़ा . लेकिन अब मैं उसे पूरी तरह से अपना बनाना चाहता था . लेकिन मेरी हिम्मत उससे कुछ कहने की नही होती थी पर उस रात मैं अपने दोस्त प्रमोद के कहने पर उस के घर रात को सो गया. मैं, उस का भाई प्रमोद ओर राधा तीनो एक ही रूम मैं सो गये.
सारी रात मैं राधा के बारे मे सोचता रहा और ठीक से ना सो सका, और शायद वो भी ना सो सकी. सुबह वो जल्दी उठ गयी और मैं अभी सोया था, कि वो आई और ये परवाह किए बेगैर की उस का भाई भी साथ ही सो रहा है, उस ने मेरे गाल पर किस किया….. मैं ख्वाब मैं था, उस के होंठो की तपिश से मेरे सारे बदन मैं हलचल सी मच गयी. क्यों कि ज़िंदगी मैं पहली बार किसी लड़की ने मुझे किस किया था. वो ये समझ रही थी कि मुझे पता नही चला है क्योकि मैं तो सोया हुआ था.
जब मैं उठा तो वो मुझ से शर्मा रही थी, सुबह उस ने किस और अब उस के शरमाने से मुझे यक़ीन हो गया कि फोन पर सॉंग्स भी वही सुनाती थी दाल मैं ओर भी कुछ काला है पर मैं ने उस से ज़ियादा बात नही कि सिर्फ़ यही कहा कि तुम ने जो सुबह किया मुझे उस का पता चल गया है. और मैं उसी दिन गुड़गाँवा वापस आ गया.
फिर ऐक दिन उस ने फोन किया, मैं ने उठाया तो मैं ने पूछा कि
किस से बात करनी है, उस ने जवाब दिया के तुम से. ओर उस ने अपने
दिल की सारी बातें मुझे बता दी, कि कब से ओर कैसे वो मुझ से
प्यार करने लगी है. अब तो उस ने फोन करने का एक चैन
बना लिया, तक़रीबन हर रोज़ वो मुझे फोन किया करती थी.
एक बार उस ने फोन पर कहा के मैं तुम से ऐक बात शेअरे करना चाहती हूँ मगर मुझे शरम आती है. मैं ने कहा बोलो. उस ने कहा तुम खुद ही बता दो कि मैं किया कहना चाहती हूँ. मैं ने कहा मुझे किया पता, मैं तुम्हारे दिल का कया जानू. उस ने कहा कि तुम तो बिल्कुल बुद्धू हो…… फिर उस ने शरमाते हुए कहा कि मैं ये बात सिर्फ़ तुम से शे-आर कर रही हूँ और किसी को मैं ये सब नही बता सकती. मैं ने विश्ववश करने का शुक्रिया अदा किया और कहा कि अब बता भी दो क्या बात है?.......
उस ने शरमाते हुए कहा कि मेरी छाती का मामला है, जो काफ़ी
छोटी हैं ओर मैं इस का एलाज़ कराना चाहती हूँ ताकि ये थोड़े
बड़े हो जाएँ. किसी लड़की के मुँह से उस की छाती की बात सुन कर
मेरे तो होश ही उड़ गये. मेरे सारे जिस्म मैं गुदगुदी सी होने
लगी. फिर उस के कहने पर मैं ने उस के लिए मेडिसिन लिए. मैं
सोच भी नही सकता था कि इतनी रिज़र्व रहने वाली लड़की मुझ से
इतनी ज़ियादा क्लोज़ हो जाए गी, कि अपने इतने सेकरीट मसले मुझ से
डिसकस करे गी. मैं ने ऐक दिन मज़ाक़ मैं उससे कहा कि तुम्हारा ये मामला दवाओ से हल नही हो गा बल्कि इस के लिए मालिश की ज़रोरत है. उस ने कहा अच्छा ऐसी कोई चीज़ है जिस की मालिश (मसाज) से मेरा ये प्राब्लम ठीक हो जाए ? मैं ने कहा हां अगर मैं अपने हाथों से मास्लिश करूँ या अपने मूँह (माउत) से तो कुछ ही दीनो मैं ये मामला ठीक हो जाए गा. वो बोहुत शरमाई और उसने हंसते हुए कहा कि तुम बोहुत खराब हो जो ऐसी बातें करते हो.
अब तो वो मुझ से अपने मोन्थलि पीरियड्स का जीकर भी करती थे. मुझे तक़रीबन फीमेल्स की सारी सेकरीट उसी से ही पता चली. धीरे धीरे हम दोनो इतने क्लोज़ हो गये कि हम हर तरह की बात एक दूसरे से शेअरए करते, हमारे बीच बातों का कोई परदा बाक़ी ना रहा. मैने उसे मेल्स के बारे मैं सब कुछ बताया ओर उस ने मुझे फीमेल्स के बारे मैं.
हम घंटों तक एक दूसरे से फोन पे बातें करते थे. जैसा की मैं ने पहले बताया कि वो स्कूल मे पढ़ती थी, क्योकि उसका स्कूल शहर मे था इस लिए वो मुझे
बहुत फ़ोन करने लगी, ओर जब मैं मना करता तो वो रोने
लग जाती कि मेरा सब कुछ तो अब तुम्हारा है, ओर अगर तुम ने मुझे
मना किया तो मेरा दिल टूट जाए गा. फिर ये तय हुआ कि एक दफ़ा
फोन मैं करूँगा ओर दोसरि दफ़ा वो करेगी.
ज़िंदगी यूँ ही चलती रही, ओर हम क़रीब से क़रीब आते गये.
मगर उस के उस पहले किस के अलावा ना कबी उस ने मुझे फिज़िकली टच किया, ओर ना ही मैं ने उस को कभी हाथ लगाया.( दोस्तो बचपन की बातो को छोड़ कर क्योंकि वो सिर्फ़ बचपना था )
काफ़ी टाइम बाद मेरे छोटे भाई की शादी मैं जब लेट नाइट मैं घर आया तो में गेट लॉक था, इस लिए मुझे गेट पर चढ़ना
पड़ा. हमारे घर मैं बिल्कुल अंधेरा था, जैसे ही मैं गेट से
कूदा राधा एक रूम से दोसरे रूम मैं जा रही थे, मैं उसे देखकर खुश हो गया मैं ने
उस को हल्की सी आवाज़ दी ओर वो घर के एक कॉर्नर मैं आ गयी.
विश्वाश कीजिए ये सब प्री-प्लन्नेड़ बिल्कुल भी नही था, सब कुछ खुद बखुद ही हो गया. सर्दियों की सर्द रात, सब लोग तक़रीबन सो गयेथे.
हम एक कॉर्नर मैं बैठ गये, ये हमारी पहली वन टू वन
मुलाकात थी. हम ने कुछ देर सरगोशियों मैं बातें की, उस
दोरान उस ने पहली मेरे मेरे कंधे (शोल्डर) पर सर रख
दिया. मुझे बहुत अजीब सा लग रहा था.
फिर मैं ने उस से कहा कि कोई आ ना जाए इस लिए हम दोनो उस जगह
से उठे ओर साथ ही घर का एक स्टोर रूम था उस मे चले गये. स्टोर रूम मैं बिल्कुल अंधेरा था, लाइट तो थी मगर मैं ने इस डर से ऑन नही कि किसी को शक ना हो.
हम कुछ देर तो चुप ही खड़े रहे, फिर आहिस्ता आहिस्ता मैं उस
के क़रीब हो गया, ओर उसे अपने साथ चिपटा लिया. वो भी मेरे गले लगी.
मेरे तन बदन मैं हल चल मची हुई थी, फिर मुझ से ना रहा
गया ओर मैने उस के होंठो पर अपने होंठ रख दिए. पहले तो वो रेस्पॉन्स नही दे रही थी मगर फिर वो जो शुरू हुई, तो मुझे छोड़ ही नही रही थी. ये पहली किस तक़रीबन 5 मिनट तक जारी रही. फिर मैं ने उस से कहा कि आज के लिए ये काफ़ी है. ओर मैं जाने लगा, तो उस ने मुझे पकड़ लिया ओर जाने नही दिया, ओर उसने दुबारा मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए….. फिर मैं ने उस से जाने के लिए कहा, ओर मैं चला गया. हम ने ज़ियादा कुछ नही किया. मेरी ज़िंदगी की एक मदहोश रात बीत गयी. दो तीन दिन हम शादी के काम काज मे बहुत व्यस्त रहे . ज़्यादातर रिश्तेदार भी जा चुके थे . अपने दोस्त परमोद से कहकर राधा को मैने 5-7 दिन के लिए वही रोक लिया था .ओर मैने प्रमोद को कह दिया था कि राधा को मैं गाँव पहुँचा दूँगा .
अगले दिन डोपेहर को वो किचन मैं कुछ बना
रही थी, सब घर वाले एक रूम मैं गप शप लगा रहे थे. मैं चुपके चुपके किचन गया, वो अकेली थी, उस ने दुपट्टा उतारा हुआ था, ओर अपने काम मैं मसगूल थी. मैं ने एकदम उस को बाँहो मैं पकड़ लिया, वो पहले तो डर गयी, फिर वो भी मेरे गले लग गई.
मैं ने शरारत मैं कहा कि तुम्हारी टाँगों के बीच मेरा कुछ महसूस हो रहा है ? वो शर्मा गयी ओर मुस्कराते हुए अपना सिर हां मैं हिलाया. उसने मेरी आँखो मैं देखा ओर कहा प्लीज़ मुझे ये दिखाओ ना, मैं तुम्हारा ये देखना चाहती हू. मैने कुछ सोचा ओर फिर उससे कहा कि खुद ही देख लो. उस ने फॉरन पेंट के ऊपर से मेरा लंड पकड़ लिया. ओर अपने मुँह पर हाथ रख कर बोली हाय मर गयी, इतना बड़ा ओर मोटा….. बचपन मे तो ये इतना बड़ा नही था . जब ये छोटा सा था तब इसने मेरा बुरा हाल कर दिया था अब तो ये बिल्कुल बर्दाश्त से बाहर होगा (वैसे मेरा नॉर्मल साइज़, 6
इंच). का था .
ये भी मेरा अगर बचपन की बात छोड़ दी जाय तो ये पहली ही बार था कि किसी लड़की ने मेरा लंड पकड़ा हो.
मेरा तो बुरा हाल हो गया. फिर उस ने मुझ से पूछे बगैर ही
मेरी पेंट की चैन खोल दी. एक बार फिर उस ने अपना मुँह मेरे सीने मैं छुपा लिया ओर कहा मेरे राज मैने तो इतने बड़े ओर मोटे का ख़याल भी नही किया था, ओर उसने डाइरेक्ट मेरे लंड को पकड़ लिया, उस के हाथो की तपिश से मेरे जिस्म मैं एक करेंट सा दौड़ गया. उस ने झुक कर मेरे लंड के सर पर अपने होंठों से प्यार किया, ओर कहा अब ये सिर्फ़ मेरा है, बचपन मे तो इसने रुला दिया था पर अब हमारी दोस्ती हो गई अब ये मेरा पक्का दोस्त है…. उस दिन मैं सारा वक़्त हवा मैं उड़ता रहा.
फिर तो ये सिलसिला चलता रहा, हम जब भी मिलते ओर एक भी मिनट
के लिए अकेले हो जाते तो वो फ़ौरन मेरा लंड पकड़ लेती ओर इतना
मसल देती कि उस मैं दर्द शुरू हो जाता. मगर मैं ने कभी भी उस के जिस्म के किसी हिस्से को हाथ नही लगाया.
मेरा बहुत दिल चाहता था कि कम से कम इस की चूचियो को हाथ
लगाउ ओर प्यार करू, मगर हिम्मत ही नही होती थी.
ओर एक दिन मैं ने हिम्मत कर ही ली, ओर उस की चुचियो को हाथो
मैं पकड़ लिया उस के मूँह से सस्स्सस्स….. की आवाज़ निकली, फिर मैं
ने उससे कहा कि तुम ने तो मेरा लंड देख लिया अब मुझे तुम्हारी
चूचिया देखनी हैं. (ये याद रहे कि हमारी ज़ियादा तर मोलक़ातें अब वॉशरूम मे होती थे, ताकि कोई हम को देख ही ना सके) पहले तो उस ने ना ना की फिर मान गयी ओर अपनी क़मीज़ उठा ली. मैं ने पहली मर्तबा किसी जवान लड़की की चूचिया देखी, मैं ने उसकी चूचियो पर हाथ फेरा,
बहुत ही नरम ओर मुलायम थी, मैं ने उस से कहा कि तुम वैसे ही कह रही थी कि ये छोटे हैं, ये तो बिल्कुल नॉर्मल हैं. तो उसने कहा कि तुम ने ओर कितनी लड़कियो की देखी हैं जो इस के बारे मैं कह रहे हो कि नॉर्मल हैं. मैं ने कहा कि जो भी है मुझे तो ये साइज़ ही अच्छा लगा है. वो मुस्कुरा कर बोली के अच्छा मैं तो तुम्हारे लिए ही कह रही थी कि शायद तुम को छोटे पसंद ना हों . अगर तुम को पसंद हैं तो मैं ने इलाज नही कराना बस ऐसे ही ठीक हैं. ओर इस के साथ ही मैं ने अपने होंठ उस की चूचियो पर रख दिए. थोड़ी देर दोनो चूचियो को चूसा, उस ने मेरी पेंट की चैन नीचे कर के मेरा लंड पकड़ हिलाने लगी.
क्रमशः..........................
मेरा नाम राज शर्मा है. आप सब जानते ही हैं मैं सेक्सी कहानिया आप सब के लिए लेकर आता रहता हूँ . मगर दोस्तो
ये कहानी नही बल्कि मेरी ज़िंदगी की एक सच्ची घटना है, जो मैं शायद कभी ना भूल सकूँ. 11 साल का ये गोलडेन पीरियड मैं कोशिश करूँ गा कि कवर कर सकूँ. अगर किसी जगह आप को लगे कि मैं झूट बोल रहा हूँ या आप को लगे की ये एक काल्पनिक स्टोरी है, तो आप को इजाज़त है कि उसी जगह पढ़ना रोक दीजिए.
ऐक दिन फोन की बेल बजी, जब मैं ने फोन उठाया तो किसी ने
मेरी हेलो का जवाब नही दिया बल्कि दूसरी तरफ से एक सॉंग की आवाज़ मेरे कानों मैं आई "जब से हुई है तुझ से मोहब्बत, तेरे सिवा
कोई बात नही है". मैं समझ नही पाया की ये कॉन हो सकता है. या शायद किसी दोस्त ने मज़ाक़ किया हो. बात आनी जानी हो गयी. दोसरे दिन फिर यही कुछ हुआ. अब तो मैं ने सही मैं सोचना शुरू किया कि ये आख़िर कोन हो सकता है.
फिर ऐक दिन मैं अपने गाँव किसी काम से गया. वहाँ मेरे घर के सामने वाले घर से मेरे दोस्त प्रमोद की बहन राधा
मुझे ऐक अजीब सी प्यासी नज़रों से देखे जा रही
थी. मैं ने कुछ ध्यान नही दिया कि वो वैसे भी मुझ से काफ़ी बे तकल्लूफ थी, मगर घर के ओर लोगों के सामने नही. जब हम दोनो एक लम्हे को अकेले हुए तो उस ने मुस्करा मुस्करा कर अजीब सी नज़रों से मुझ को देखा ओर पूंच्छा की मैं ने सुना है कि तुम को कोई फोन पे लव सॉंग्स सुनाता है…? मुझे बहुत अजीब लगा के इस को किस ने बताया. उस के बार बार यही पून्चने पर मेरे दिल को धड़ाका सा लगा कि कहीं फोन पे लव सॉंग ये तो मुझे नही सुना रही…थी….
वैसे वो मुझसे 3 साल छोटी थी रंग गोरा फिगर मस्त था वो पास के शहर मे स्कूल मे पढ़ती थी नाम था राधा . मैं अपने बचपन की यादो मे खो गया . दोस्तो आप को ये सुन कर शायद हैरत हो, कि मैं बचपन मे राधा को घूर कर देखते हुए अक्सर मन मे ये सोचा करता था कि काश मेरी इस से दोस्ती हो जाए, ओर मे इस कमसिन जवानी रस चूस सकु . वैसे आप विश्ववश करे या ना करे लेकिन शहरो की अपेक्षा गाँव मे लड़के लड़किया 12-13 की उमर मे सेक्स के बारे मे जान जाते हैं . क्यूंकी गाँव का माहॉल थोडा खुला हुआ होता है . मज़ाक भी अक्सर द्वियार्थी भाषा मे ही चलते हैं . मैं जब गाँव मे रहता था तब मैं यही सोचता था कि अपने मुहल्ले की सभी कमसिन जवानियो का रस पी जाउ . मेरी राधा के बड़े भाई से दोस्ती थी इसलिए मैं अक्सर उसके घर जाता रहता था कि शायद उसकी नज़रे इनायत मुझ पर हो जाए मगर वो तो किसी से सीधे मुँह बात भी नही करती थी, इस लिए मैं ने कभी पहल नही की.
मगर क़िस्मत को शायद यही मंज़ूर था, और वही हुआ जो मैं चाहता था, कभी कभी ऐसा भी होता है. मैं उस समय 16 साल का था ओर गाँव मे ही रहता था ओर राधा यही कोई 12-13 साल की थी . मेरी मम्मी कुछ दीनो के लिए मामा के घर जा रही थी . पापा गुड़गाँवा मे नोकरि करते थे . इसलिए मम्मी जब जाने लगी तो उन्होने राधा की मम्मी को कहा कि राधा को कुछ दिन हमारे घर ही सोने देना . सभी बच्चो का मन लगा रहेगा
राधा की मा ने हाँ कर दी . ओर मेरी मम्मी मामा के यहाँ चली गई . घर मे मैं ओर मेरे छोटे भाई बहन ही थे . रात को राधा हमारे साथ सोने के लिए हमारे घर आ गई . तब तक सभी सो चुके थे . राधा ने कहा मे कहाँ सोऊ तो मैने कहा आज तो तुम मेरे साथ ही सो जाओ कल से तुम्हारे लिए अलग से एक बिस्तर लगा दूँगा . पहले तो राधा मेरे साथ सोने के नाम पर झिझकी पर फिर वो मेरे साथ लेट गई . हम कुछ देर आपस मे बात करते रहे . राधा हूँ हां मे जबाब देती देती सो गई . पर मुझे नींद नही आ रही थी मेरे लंड फूँकार मार रहा था . मैं कुछ देर ऐसे ही लेटा रहा ओर जब मैने देखा कि राधा गहरी नींद मे सो गई है तो मैने डरते डरते अपना एक हाथ उसके सीने पर रख दिया . फिर मैने अपने हाथ को उसकी छोटी छोटी चूचियो पर घुमाने लगा . वो नींद मे थोड़ा कसमासाई तो मैने अपना हाथ रोक लिया राधा ने अंगड़ाई लेते हुए अपना एक पैर मेरे पैरो के उपर रख दिया . अब मेरी हिम्मत भी थोड़ी सी बढ़ गई थी
मैने अपना हाथ उसकी पीठ पर रख दिया ओर धीरे धीरे उसकी पीठ सहलाने लगा
मैने अपने होंठ उसके गाल पर रख दिए ओर धीरे धीरे उसके गालों को चूमने लगा
राधा अभी तक चुप चाप लेटी थी . मेरी हिमात बढ़ती जा रही थी . अब मैने अपना हाथ राधा की पीठ से हटाकर चूचियो पर रख दिया . वाह! क्या चूचिया थी उसकी. पूरे राउंड शेप मैं बूब्स के उपेर पिंक कलर के दो दाने थे. क्या खूबसूरत नज़ारा था मैने मेरी ज़िंदगी मैं पहली बार इतने अच्छे बूब्स देखे थे ऐसे बूब्स तो शायद ही किसी के होंगे. मैं तो पागल हो गया था मैं उसकी दोनो चुचियो को हाथ मे लेके दबाने लगा. क्या कसाव था उनमे. वाह! मैं तो बस उसे दबाते ही रह गया. ऐसे लग रहा था इन्हे छोड़ के कही ना जाउ. 15-20 मिनट. के बाद मैं एक हाथ नीचे ले जाकर उसकी चूत सहलाने लगा. और फिर धीरे से उसकी सलवार का नाडा खिछा ओर खोल दिया धीरे धीरे उसकी चूचियो को सहलाने लगा . दोस्तो उसकी चूचिया अभी एक छोटे नीबू के आकार की थी जो मेरी मुठ्ठी मे ठीक से भी नही आ पा रही थी . पर मुझे उसकी चूचियो पर हाथ फिराना बहुत अच्छा लग रहा था . अब मेरी हिम्मत ओर बढ़ गई थी मैने अपने पैर को राधा की जाँघो पर धीरे धीरे रगड़ना शुरू कर दिया .अब मेरे होंठ भी आवारा हो चले थे
मैने उसके होंठो पर अपने होंठ रख दिए ओर उन्हे बड़े प्यार से चूसने लगा . दोस्तो ये पहली बार था जब मैने किसी लड़की के होंठो को चूसा था . मेरा शरीर रोमांच से भर उठा . अचानक मुझे लगा कि शायद राधा जाग चुकी थी लेकिन वह चुप चाप लेटी हुई थी . मैं समझ गया कि उसे भी मेरा चूमना ओर सहलाना अच्छा लग रह रहा है
अगर उसे बुरा लगता तो अब तक वो मुझे झिड़क चुकी होती . अब मैने उसके बदन से खुल कर खेलना शुरू कर दिया . राधा धीरे धीरे मस्ती की तरफ बढ़ रही थी . मैने उसके एक हाथ को पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया . कुछ देर तक तो उसके हाथ मे कोई मूवमेंट नही हुई तो मैने उसके हाथ को पकड़ कर अपने लंड पर दबा दिया . राधा ने मेरे लंड को पकड़ लिया ओर उसे दबाने लगी . मैने राधा की एक चूची को मुँह मे ले लिया ओर उसे चूसने लगा . राधा मुझसे चिपत गई शायद उसे मेरा इस तरह से चूची को चूसना बहुत अच्छा लग रहा था . दोस्तो मैं उसकी शलवार का नाडा तो पहले खोल चुका था
अब मैं बेड पे उसके उपेर लेट गया और उसके बूब्स दबाने लगा. मैने उससे कहा मेरा लंड मुँह मे लेकर टेस्ट करोगी उसने ना कहा वो बोली "मुझे मुँह मे नही लेना" मैं बोला "ठीक है तुम्हारी मर्ज़ी" और फिर एक हाथ नीचे ले जाके उसकी चूत सहलाने लगा. उसकी चड्धि गीली हो गई थी. मैने हाथ फिर उसकी चड्धि मैं डाल दिया वो सिहर गयी. मेरा एक हाथ उसकी चूत को सहलाने लगा . मैं एक उंगली उसकी चूत के छेद पे फेरने लगा वो आअहह उउउफफफफफफ्फ़ आआआहह सस्स्स्स्सिईईईईईईईई आआआहह करती रही मैने फिर वही उंगली उसकी चूत मे घुसेड़ने लगा वो उछालने लगी मैं धीरे धीरे अपनी उंगली को उसकी चूत मे अंदर बाहर करने लगा अब मेरी पूरी उंगली उसकी चूत मे चली गयी उसकी चूत काफही टाइट थी. फिर मैने मेरी उंगली अंडर ही गोल गोल घुमाने लगा .वो सिर्फ़ आहह उउउफ़फ्फ़ ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ूऊओरसईए कर रही थी. थोड़ी देर बाद मैने अपना हाथ उसके चड्डी से निकाला और उठ के बैठ गया. और उसकी चड्धि निकालने लगा वो शर्मा रही थी. मैने उसकी चड्धि उसके पैरो से अलग करदी और उसकी चूत देखने लगा. तभी उसने अपने दोनो पैर एक के उपेर एक रख दिए और चूत छुपाने की कोशिश करने लगी मैने उसके दोनो पैर अलग करके उसे पकड़ लिया. और मुझे उसकी चूत दिखने लगी क्या चूत थी वो . एक दम कोरी चूत. चूत पूरी तरह से सील पेक थि.उस्के उपर हल्के हल्के रोँये थे मैने फिर अपनी एक उंगली उसकी चूत मे घुसा दी और उसके गुलाबी होंठो पर आपने होंठ रख कर किस करने लगा साथ ही साथ उंगली अंदर बाहर करने लगा. वो एक दम पागल हो गई और मेरा हाथ पकड़ के ज़ोर ज़ोर से उंगली अंदर बाहर करने लगी. थोड़ी देर मे उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया और मेरा हाथ गीला कर दिया.राधा मुझसे चिपक गई ओर मुझे अपनी बाँहो मे भींच लिया . अब मेरे से नही रुका जा रहा था मने अपना अंडर-वेअर उतार दिया . मेरा लंड बेकाबू हो चुका था अब मैने अपनी पोज़ीशन ली ओर अपने लंड को उसकी चूत से रगड़ने लगा . मैने राधा के होंठो को अपने होंठो मे ले लिया ओर चूसने लगा राधा पूरी तरह उत्तेजित होचुकी थी मैने अपना लंड उसकी चूत के छेद पर टिकाया ओर धीरे से एक धक्का दिया . मेरा लंड चूत मे नही घुसा ओर फिसल गया
मैने दुबारा लंड को छेद पर सेट किया ओर एक जोरदार धक्का मारा अबकी बार मेरे लंड का मुँह राधा की चूत मे घुस चुका था . राधा की चीख निकल जाती अगर मैं उसके मुँह
पर अपना हाथ ना रख देता . राधा बुरी तरह से मचल रही थी उसकी आँखो से आँसू निकल रहे थे वो मुझे अपने से दूर धकेल रही थी मैने काफ़ी कोशिश की कि मैं अपना लंड पूरी तरह से अंदर कर दूं . लेकिन वो बुरी तरह से दर्द की वजह से काँप रही थी
आँखो से आँसू निकल रहे थे . मुझसे उसका दर्द नही देखा गया ओर मैं उसके उपर से हट गया . मैं उसे प्यार से सहलाने लगा . राधा अब भी रो रही थी उसने रोते हुए कहा - राज ये तुमने क्या कर दिया . मेरी इस मे बुरी तरह से मिर्ची लगा दी . अब मैं तुमसे कभी बात नही करूँगी ओर तुम्हारी मम्मी को आने दो मैं उन्हे तुम्हारी इस हरकत के बारे मे सब बता दूँगी . मैं घबरा गया . मैने उसे प्यार से चूमा ओर कहा पागल ये काम तो सभी करते हैं . कोई बचपन मे करता है कोई जवानी मे करता है . अगर तुम नही चाहोगी तो मैं तुम्हारे साथ अब ऐसा कुछ नही करूँगा . मेरे काफ़ी समझाने पर वह शांत हुई . ओर फिर वो हमारे घर सोने के लिए नही आई . जैसा कि उसने कहा वो मेरी मम्मी के आने पर सारी बात उन्हे बताएगी ऐसा उसने कुछ नही किया
पर हां उस दिन के बाद उसने मुझसे कभी ज़्यादा बात नही की . दोस्तो कुछ दीनो के बाद मे गुड़गाँवा पढ़ने केलिए अपने पापा के पास आ गया था . मैं अपनी उन सुहानी यादो से निकल कर वर्तमान मे लौट आया . मैं अपनी बचपन की इस बात पर खुद ही हंस पड़ा . लेकिन अब मैं उसे पूरी तरह से अपना बनाना चाहता था . लेकिन मेरी हिम्मत उससे कुछ कहने की नही होती थी पर उस रात मैं अपने दोस्त प्रमोद के कहने पर उस के घर रात को सो गया. मैं, उस का भाई प्रमोद ओर राधा तीनो एक ही रूम मैं सो गये.
सारी रात मैं राधा के बारे मे सोचता रहा और ठीक से ना सो सका, और शायद वो भी ना सो सकी. सुबह वो जल्दी उठ गयी और मैं अभी सोया था, कि वो आई और ये परवाह किए बेगैर की उस का भाई भी साथ ही सो रहा है, उस ने मेरे गाल पर किस किया….. मैं ख्वाब मैं था, उस के होंठो की तपिश से मेरे सारे बदन मैं हलचल सी मच गयी. क्यों कि ज़िंदगी मैं पहली बार किसी लड़की ने मुझे किस किया था. वो ये समझ रही थी कि मुझे पता नही चला है क्योकि मैं तो सोया हुआ था.
जब मैं उठा तो वो मुझ से शर्मा रही थी, सुबह उस ने किस और अब उस के शरमाने से मुझे यक़ीन हो गया कि फोन पर सॉंग्स भी वही सुनाती थी दाल मैं ओर भी कुछ काला है पर मैं ने उस से ज़ियादा बात नही कि सिर्फ़ यही कहा कि तुम ने जो सुबह किया मुझे उस का पता चल गया है. और मैं उसी दिन गुड़गाँवा वापस आ गया.
फिर ऐक दिन उस ने फोन किया, मैं ने उठाया तो मैं ने पूछा कि
किस से बात करनी है, उस ने जवाब दिया के तुम से. ओर उस ने अपने
दिल की सारी बातें मुझे बता दी, कि कब से ओर कैसे वो मुझ से
प्यार करने लगी है. अब तो उस ने फोन करने का एक चैन
बना लिया, तक़रीबन हर रोज़ वो मुझे फोन किया करती थी.
एक बार उस ने फोन पर कहा के मैं तुम से ऐक बात शेअरे करना चाहती हूँ मगर मुझे शरम आती है. मैं ने कहा बोलो. उस ने कहा तुम खुद ही बता दो कि मैं किया कहना चाहती हूँ. मैं ने कहा मुझे किया पता, मैं तुम्हारे दिल का कया जानू. उस ने कहा कि तुम तो बिल्कुल बुद्धू हो…… फिर उस ने शरमाते हुए कहा कि मैं ये बात सिर्फ़ तुम से शे-आर कर रही हूँ और किसी को मैं ये सब नही बता सकती. मैं ने विश्ववश करने का शुक्रिया अदा किया और कहा कि अब बता भी दो क्या बात है?.......
उस ने शरमाते हुए कहा कि मेरी छाती का मामला है, जो काफ़ी
छोटी हैं ओर मैं इस का एलाज़ कराना चाहती हूँ ताकि ये थोड़े
बड़े हो जाएँ. किसी लड़की के मुँह से उस की छाती की बात सुन कर
मेरे तो होश ही उड़ गये. मेरे सारे जिस्म मैं गुदगुदी सी होने
लगी. फिर उस के कहने पर मैं ने उस के लिए मेडिसिन लिए. मैं
सोच भी नही सकता था कि इतनी रिज़र्व रहने वाली लड़की मुझ से
इतनी ज़ियादा क्लोज़ हो जाए गी, कि अपने इतने सेकरीट मसले मुझ से
डिसकस करे गी. मैं ने ऐक दिन मज़ाक़ मैं उससे कहा कि तुम्हारा ये मामला दवाओ से हल नही हो गा बल्कि इस के लिए मालिश की ज़रोरत है. उस ने कहा अच्छा ऐसी कोई चीज़ है जिस की मालिश (मसाज) से मेरा ये प्राब्लम ठीक हो जाए ? मैं ने कहा हां अगर मैं अपने हाथों से मास्लिश करूँ या अपने मूँह (माउत) से तो कुछ ही दीनो मैं ये मामला ठीक हो जाए गा. वो बोहुत शरमाई और उसने हंसते हुए कहा कि तुम बोहुत खराब हो जो ऐसी बातें करते हो.
अब तो वो मुझ से अपने मोन्थलि पीरियड्स का जीकर भी करती थे. मुझे तक़रीबन फीमेल्स की सारी सेकरीट उसी से ही पता चली. धीरे धीरे हम दोनो इतने क्लोज़ हो गये कि हम हर तरह की बात एक दूसरे से शेअरए करते, हमारे बीच बातों का कोई परदा बाक़ी ना रहा. मैने उसे मेल्स के बारे मैं सब कुछ बताया ओर उस ने मुझे फीमेल्स के बारे मैं.
हम घंटों तक एक दूसरे से फोन पे बातें करते थे. जैसा की मैं ने पहले बताया कि वो स्कूल मे पढ़ती थी, क्योकि उसका स्कूल शहर मे था इस लिए वो मुझे
बहुत फ़ोन करने लगी, ओर जब मैं मना करता तो वो रोने
लग जाती कि मेरा सब कुछ तो अब तुम्हारा है, ओर अगर तुम ने मुझे
मना किया तो मेरा दिल टूट जाए गा. फिर ये तय हुआ कि एक दफ़ा
फोन मैं करूँगा ओर दोसरि दफ़ा वो करेगी.
ज़िंदगी यूँ ही चलती रही, ओर हम क़रीब से क़रीब आते गये.
मगर उस के उस पहले किस के अलावा ना कबी उस ने मुझे फिज़िकली टच किया, ओर ना ही मैं ने उस को कभी हाथ लगाया.( दोस्तो बचपन की बातो को छोड़ कर क्योंकि वो सिर्फ़ बचपना था )
काफ़ी टाइम बाद मेरे छोटे भाई की शादी मैं जब लेट नाइट मैं घर आया तो में गेट लॉक था, इस लिए मुझे गेट पर चढ़ना
पड़ा. हमारे घर मैं बिल्कुल अंधेरा था, जैसे ही मैं गेट से
कूदा राधा एक रूम से दोसरे रूम मैं जा रही थे, मैं उसे देखकर खुश हो गया मैं ने
उस को हल्की सी आवाज़ दी ओर वो घर के एक कॉर्नर मैं आ गयी.
विश्वाश कीजिए ये सब प्री-प्लन्नेड़ बिल्कुल भी नही था, सब कुछ खुद बखुद ही हो गया. सर्दियों की सर्द रात, सब लोग तक़रीबन सो गयेथे.
हम एक कॉर्नर मैं बैठ गये, ये हमारी पहली वन टू वन
मुलाकात थी. हम ने कुछ देर सरगोशियों मैं बातें की, उस
दोरान उस ने पहली मेरे मेरे कंधे (शोल्डर) पर सर रख
दिया. मुझे बहुत अजीब सा लग रहा था.
फिर मैं ने उस से कहा कि कोई आ ना जाए इस लिए हम दोनो उस जगह
से उठे ओर साथ ही घर का एक स्टोर रूम था उस मे चले गये. स्टोर रूम मैं बिल्कुल अंधेरा था, लाइट तो थी मगर मैं ने इस डर से ऑन नही कि किसी को शक ना हो.
हम कुछ देर तो चुप ही खड़े रहे, फिर आहिस्ता आहिस्ता मैं उस
के क़रीब हो गया, ओर उसे अपने साथ चिपटा लिया. वो भी मेरे गले लगी.
मेरे तन बदन मैं हल चल मची हुई थी, फिर मुझ से ना रहा
गया ओर मैने उस के होंठो पर अपने होंठ रख दिए. पहले तो वो रेस्पॉन्स नही दे रही थी मगर फिर वो जो शुरू हुई, तो मुझे छोड़ ही नही रही थी. ये पहली किस तक़रीबन 5 मिनट तक जारी रही. फिर मैं ने उस से कहा कि आज के लिए ये काफ़ी है. ओर मैं जाने लगा, तो उस ने मुझे पकड़ लिया ओर जाने नही दिया, ओर उसने दुबारा मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए….. फिर मैं ने उस से जाने के लिए कहा, ओर मैं चला गया. हम ने ज़ियादा कुछ नही किया. मेरी ज़िंदगी की एक मदहोश रात बीत गयी. दो तीन दिन हम शादी के काम काज मे बहुत व्यस्त रहे . ज़्यादातर रिश्तेदार भी जा चुके थे . अपने दोस्त परमोद से कहकर राधा को मैने 5-7 दिन के लिए वही रोक लिया था .ओर मैने प्रमोद को कह दिया था कि राधा को मैं गाँव पहुँचा दूँगा .
अगले दिन डोपेहर को वो किचन मैं कुछ बना
रही थी, सब घर वाले एक रूम मैं गप शप लगा रहे थे. मैं चुपके चुपके किचन गया, वो अकेली थी, उस ने दुपट्टा उतारा हुआ था, ओर अपने काम मैं मसगूल थी. मैं ने एकदम उस को बाँहो मैं पकड़ लिया, वो पहले तो डर गयी, फिर वो भी मेरे गले लग गई.
मैं ने शरारत मैं कहा कि तुम्हारी टाँगों के बीच मेरा कुछ महसूस हो रहा है ? वो शर्मा गयी ओर मुस्कराते हुए अपना सिर हां मैं हिलाया. उसने मेरी आँखो मैं देखा ओर कहा प्लीज़ मुझे ये दिखाओ ना, मैं तुम्हारा ये देखना चाहती हू. मैने कुछ सोचा ओर फिर उससे कहा कि खुद ही देख लो. उस ने फॉरन पेंट के ऊपर से मेरा लंड पकड़ लिया. ओर अपने मुँह पर हाथ रख कर बोली हाय मर गयी, इतना बड़ा ओर मोटा….. बचपन मे तो ये इतना बड़ा नही था . जब ये छोटा सा था तब इसने मेरा बुरा हाल कर दिया था अब तो ये बिल्कुल बर्दाश्त से बाहर होगा (वैसे मेरा नॉर्मल साइज़, 6
इंच). का था .
ये भी मेरा अगर बचपन की बात छोड़ दी जाय तो ये पहली ही बार था कि किसी लड़की ने मेरा लंड पकड़ा हो.
मेरा तो बुरा हाल हो गया. फिर उस ने मुझ से पूछे बगैर ही
मेरी पेंट की चैन खोल दी. एक बार फिर उस ने अपना मुँह मेरे सीने मैं छुपा लिया ओर कहा मेरे राज मैने तो इतने बड़े ओर मोटे का ख़याल भी नही किया था, ओर उसने डाइरेक्ट मेरे लंड को पकड़ लिया, उस के हाथो की तपिश से मेरे जिस्म मैं एक करेंट सा दौड़ गया. उस ने झुक कर मेरे लंड के सर पर अपने होंठों से प्यार किया, ओर कहा अब ये सिर्फ़ मेरा है, बचपन मे तो इसने रुला दिया था पर अब हमारी दोस्ती हो गई अब ये मेरा पक्का दोस्त है…. उस दिन मैं सारा वक़्त हवा मैं उड़ता रहा.
फिर तो ये सिलसिला चलता रहा, हम जब भी मिलते ओर एक भी मिनट
के लिए अकेले हो जाते तो वो फ़ौरन मेरा लंड पकड़ लेती ओर इतना
मसल देती कि उस मैं दर्द शुरू हो जाता. मगर मैं ने कभी भी उस के जिस्म के किसी हिस्से को हाथ नही लगाया.
मेरा बहुत दिल चाहता था कि कम से कम इस की चूचियो को हाथ
लगाउ ओर प्यार करू, मगर हिम्मत ही नही होती थी.
ओर एक दिन मैं ने हिम्मत कर ही ली, ओर उस की चुचियो को हाथो
मैं पकड़ लिया उस के मूँह से सस्स्सस्स….. की आवाज़ निकली, फिर मैं
ने उससे कहा कि तुम ने तो मेरा लंड देख लिया अब मुझे तुम्हारी
चूचिया देखनी हैं. (ये याद रहे कि हमारी ज़ियादा तर मोलक़ातें अब वॉशरूम मे होती थे, ताकि कोई हम को देख ही ना सके) पहले तो उस ने ना ना की फिर मान गयी ओर अपनी क़मीज़ उठा ली. मैं ने पहली मर्तबा किसी जवान लड़की की चूचिया देखी, मैं ने उसकी चूचियो पर हाथ फेरा,
बहुत ही नरम ओर मुलायम थी, मैं ने उस से कहा कि तुम वैसे ही कह रही थी कि ये छोटे हैं, ये तो बिल्कुल नॉर्मल हैं. तो उसने कहा कि तुम ने ओर कितनी लड़कियो की देखी हैं जो इस के बारे मैं कह रहे हो कि नॉर्मल हैं. मैं ने कहा कि जो भी है मुझे तो ये साइज़ ही अच्छा लगा है. वो मुस्कुरा कर बोली के अच्छा मैं तो तुम्हारे लिए ही कह रही थी कि शायद तुम को छोटे पसंद ना हों . अगर तुम को पसंद हैं तो मैं ने इलाज नही कराना बस ऐसे ही ठीक हैं. ओर इस के साथ ही मैं ने अपने होंठ उस की चूचियो पर रख दिए. थोड़ी देर दोनो चूचियो को चूसा, उस ने मेरी पेंट की चैन नीचे कर के मेरा लंड पकड़ हिलाने लगी.
क्रमशः..........................