उनके जाने के बाद मैंने अम्मी से पूछा के उन्होने खाला अम्बरीन से किया बात की. वो कहने लगीं के मैंने उससे यही समझाया के वो अक़ल से काम ले और मामलात को खराब ना होने दे. मैंने कहा के किया खाला अम्बरीन राशिद से और मुझ से चुदवा लेंगीं. अम्मी बोलीं के जब सर पर पड़ती है तो हर ना-राव राव हो जाता है. मैंने फिर सवाल किया के किया खाला अम्बरीन आप के सामने ये सब कुछ कर लेंगीं? अम्मी ने कहा के अम्बरीन ने कल सुबह यहाँ आने का कहा है. अगर वो आ गई तो फिर सब कुछ हो जाए गा और अगर ना आई तो इस का मतलब हो गा के वो राज़ी नही है. उन्होने पूछा के तुम किस तरह राशिद को मेरे साथ देख सको गे. मैंने कहा अम्मी इस के साइवा और कोई चारा नही है क्योंके खाला अम्बरीन पर आप की गैर मोजूदगी में हाथ नही डाला जा सकता. जब तक इस हमाम में सब नंगे नही हूँ गे हालात ठीक नही हो सकते. और फिर राशिद जो कुछ यहाँ आ कर पहले करता रहा है एक बार और कर ले गा तो कौन सी क़यामत टूट पड़े गी.
अम्मी के चेहरे का रंग एक लम्हे के लिये बदला लेकिन फिर कहने लगीं के शाकिर कुछ और हो ना हो तुम अम्बरीन की चूत ज़रूर लाना. मैंने पूछा अम्मी आप ऐसा क्यों चाहती हैं? उन्होने कहा के मैंने राशिद से ता’अलूक़ कायम कर के बहुत बड़ी गलती की थी और अगर इस बात का ईलम अम्बरीन को सो साल बाद भी हो गया तो में कहीं की नही रहूं गी. मैंने कहा आप फिकर ना करें ऐसा कभी नही होगा. फिर मैंने अम्मी से पूछा के किया में आज उन्हे चोद सकता हूँ तो उन्होने कहा के में रात को तुम्हारे पास आ जाऊं गी. आधी रात के बाद वो मेरे पास आ गईं और मुझ से बड़े अच्छे तरीक़े से अपनी फुद्दी मरवाई हालांके वो दिन को दो दो ताक़तवर लंड ले चुकी थीं . जब वो फ़ारिग़ हो कर अपने कमरे में चली गईं तो में बे-सबरी से अगले दिन का इंतिज़ार करने लगा.
दूसरी दिन खाला अम्बरीन और राशिद सुबह 9 ½ बजे आ गए. मै अभी सो कर ही उठा था. अम्मी के कहने पर में अपने दोनो छोटे भाई बहन को हस्ब-ए-साबिक़ नाना के घर छोड़ आया. कोई एक घंटे बाद हम चारों बेडरूम में आ गए और मैंने बेडरूम का दरवाज़ा लॉक कर दिया.
फिजा में आज फिर अजीब क़िसम का खींचाओ महसूस हो रहा था. हम चारों में से कोई भी पहल नही करना चाहता था. अम्मी बेड पर बैठी हुई थीं और खाला अम्बरीन कुर्सी पर. मै अम्मी के साथ बैठ गया और उनकी कमर में हाथ डाल कर उनका गाल चूम लिया. उन्होने मेरी रान पर अपना हाथ रख दिया. राशिद ने ये देखा तो हिम्मत पकड़ी और खाला अम्बरीन को ले कर बेड पर आ गया. मैंने अम्मी को आहिस्ता से धकेल कर बेड पर लिटाया और खुद उनके ऊपर झुक गया. उन्होने अपने मुँह पर मेरे होंठ महसूस किये तो बिला-झीजक अपने होंठ मेरे होठों के साथ चिपका दिये. मै उनके बोसे लेता रहा और वो अपने लिपस्टिक लगे होठों से जवाबन मुझे चूमती रहीं.
मेरा लंड तन कर लोहा बन गया. उनके मुँह के बीसियों बोसे लेने के बाद में अम्मी के ऊपर से हटा और जल्दी जल्दी अपने कपड़े उतारने लगा ताके मेरा लंड बाहर आ सके.
राशिद मुझ से पहले ही नंगा हो चुका था और खाला अम्बरीन ने उस का लंड अपने हाथ में पकड़ा हुआ था. मै अम्मी के सामने खड़ा हो गया और अपना लंड उनके मुँह से क़रीब कर दिया. अम्मी ने मेरा लंड हाथ में थाम कर मुँह में ले लिया और उससे चूसने लगीं. बेडरूम में स्प्लिट A C की हल्की आवाज़ के बावजूद मेरा लंड चूसते हुए अम्मी के मुँह से सपड़ सपड़ की आवाजें सुनाई दे रही थीं .
राशिद ने खाला अम्बरीन के कपड़े उतारने शुरू कर दिये. उन्होने अपनी क़मीज़ तो बेड पर बैठे बैठे ही उतार दी लेकिन शलवार उतारने के लिये उन्हे खड़ा होना पड़ा. शलवार उतरी तो खाला अम्बरीन के वज़नी चूतड़ मुझे नज़र आए. राशिद ने मुझे देखा और हाथ पीछे ले जा कर अपनी माँ के मोटे चूतड़ों को कस कस कर दबाने लगा. उस का लंड खाला अम्बरीन के पेट के नीचे टनटना रहा था. उस ने खाला अम्बरीन के दोनो चूतड़ों को अपने दोनो हाथों में ले कर खोला तो मुझे उनकी गांड़ का सुराख नज़र आया. राशिद ने बड़े वबाशाना अंदाज़ में अपनी माँ की गांड़ के सुराख पर उंगली फेरी.
नंबर वन खाला ( Hindi sex story long)
Re: नंबर वन खाला ( Hindi sex story long)
.......................................
A woman is like a tea bag - you can't tell how strong she is until you put her in hot water.
A woman is like a tea bag - you can't tell how strong she is until you put her in hot water.
Re: नंबर वन खाला ( Hindi sex story long)
ये देख कर अम्मी के मुँह के अंदर ही मेरे लंड में मज़े की मौजें उठने लगीं. राशिद ने खाला अम्बरीन का ब्रा भी उतारा और उनके मम्मों को दोनो हाथों में ले लिया. खाला अम्बरीन ने अपने होंठ दाँतों में दबा लिये. राशिद ने भी मेरी तरह वहीं खड़े खड़े अपना लंड अपनी माँ के मुँह में डाल दिया. खाला अम्बरीन अपने बेटे का लंड चूसने लगीं मगर उनके चेहरे पर ऐसा ता’असुर था जैसे ये सब कुछ उनके लिये ना-पसंदीदा हो.
मैंने अम्मी की क़मीज़ उनके पेट पर से ऊपर की और उस के अंदर हाथ डाल कर उनके मम्मे पकड़ने चाहे मगर क़मीज़ ब्रा से ऊपर नही गई और उनके मम्मे पूरी तरह मेरे हाथ में नही आ सके. अम्मी ने मेरा लंड मुँह से निकाला और खुद ही अपनी क़मीज़ उतार कर अपने बदन से अलहदा कर दी. फिर उन्होने अपनी शलवार भी उतार दी. मैंने उनका ब्रा खोल कर उनके मम्मों के ऊपर से हटाया और बेड पर लेट गया.
खाला अम्बरीन अब बेड पर दराज़ हो चुकी थीं और राशिद उन पर चढ़ा हुआ था. वो उनके मम्मों को बिल्कुल दीवानों की तरह मुँह में ले ले कर चूस रहा था. खाला अम्बरीन के मुँह से अब आवाजें निकलना शुरू हो गईं थीं और वो आहिस्ता आहिस्ता अपना सीना आगे पीछे कर रही थीं . ये मंज़र भी खून गरमा देने वाला था. राशिद और खाला अम्बरीन मुझ से क़रीब ही थे. जब राशिद खाला अम्बरीन का एक मम्मा चूस रहा था तो मैंने हाथ आगे बढ़ा कर उनके दूसरे मम्मे को दबाना शुरू कर दिया.
खाला अम्बरीन के मुँह से निकालने वाली आवाजें एक लम्हे के लिये बंद हुईं और फिर फॉरन ही उन्होने ज़ियादा तेज़ आवाज़ में कराहना शुरू कर दिया. मै भी अपना लंड आहिस्ता आहिस्ता अम्मी के मुँह के अंदर बाहर करने लगा. जब मेरा लंड अम्मी के मुँह में घुसता तो वो अपनी ज़बान नीचे कर लातीं और जब लंड उनके मुँह से बाहर निकलता तो वो उस के टोपे पर ज़बान फेरतीं.
मैंने खाला अम्बरीन की मम्मे पर हाथ फेरा तो वो खिसक कर मज़ीद मेरे क़रीब आ गईं और में उनके उस मम्मे को मसलता रहा जो राशिद के मुँह में नही था. राशिद ने अपनी माँ में मेरी दिलचस्पी देखी तो उठ कर अम्मी के पास आया और अपना लंड उनके मुँह के आगे कर दिया. अम्मी ने मेरा लंड मुँह से निकाला और राशिद के लंड का टोपा चूसने लगीं. मैंने भी अपना लंड खाला अम्बरीन के मुँह में दाखिल कर दिया. मुझे अंदाज़ा हुआ के जब दो मर्द दो औरतों को एक साथ चोदते हैं तो दोनो एक दूसरे को देख कर एक जैसी हरकतें करने लगते हैं.
फिर राशिद ने अम्मी से कहा के खाला ज़रा अपनी गांड़ मेरी तरफ करें. अम्मी अपना थूक से भरा हुआ मुँह साफ़ करते हुए उठीं और अपने नंगे चूतड़ों को राशिद की तरफ कर दिया. राशिद ने उनके चूतड़ों को अपने हाथों की मदद से खोला और उनकी चूत और गांड़ चाटने लगा. अम्मी ने बेड की चादर पकड़ ली और ऊऊं ऊऊऊःन करने लगीं. मै भी खाला अम्बरीन के पीकछे आ गया और बिल्कुल राशिद की तरह उनके चूतड़ों को खोल कर उनकी चूत पर ज़बान फेरने लगा. खाला अम्बरीन भी अपनी चूत चटवाते हुए खुद पर क़ाबू ना रख सकीं और कराहने लगीं. दोनो एक दूसरे से चंद इंच के फ़ासले पर थीं .
मेरे लंड के टोपे से पानी की बूँदें निकल रही थीं . मैंने ज़रा ज़ोर से खाला अम्बरीन की चूत चाटी तो वो बे-खुदी के आलम में आगे हुईं और अम्मी के ऊपर झुक कर उनकी कमर का निचला हिस्सा चाटने लगीं. उन्होने अपने हाथ की उंगलियाँ राशिद के माथे के पास अम्मी की गांड़ के सुराख पर फैरना शुरू कर दीं. अम्मी ने अपनी कमर पर खाला अम्बरीन की ज़बान महसूस की तो और ज़ोर से अपनी गांड़ राशिद के मुँह में घुसा ने लगीं. वो दोनो अब अपने आप को संबाल नही पा रही थीं .
मैंने खाला अम्बरीन का हाथ पकड़ कर अम्मी के हिलते हुए मम्मों के क़रीब कर दिया. उन्होने अम्मी के मम्मों को पकड़ा और उन्हे दूध दोहने वाले अंदाज़ में नीचे की तरफ खैंचने लगीं. मैंने खाला अम्बरीन की चूत को चूमते हुए उनकी गांड़ के सुराख को देखा जो कभी खुल रहा था और कभी बंद हो रहा था. मैंने अपनी एक उंगली उनके गांड़ के सुराख पर रखी और उससे आहिस्ता से अंदर दबाया. खाला अम्बरीन ने एक तेज़ आवाज़ निकाली और अपना एक हाथ नीचे ला कर अपनी चूत को मसलने लगीं
मैंने अम्मी की क़मीज़ उनके पेट पर से ऊपर की और उस के अंदर हाथ डाल कर उनके मम्मे पकड़ने चाहे मगर क़मीज़ ब्रा से ऊपर नही गई और उनके मम्मे पूरी तरह मेरे हाथ में नही आ सके. अम्मी ने मेरा लंड मुँह से निकाला और खुद ही अपनी क़मीज़ उतार कर अपने बदन से अलहदा कर दी. फिर उन्होने अपनी शलवार भी उतार दी. मैंने उनका ब्रा खोल कर उनके मम्मों के ऊपर से हटाया और बेड पर लेट गया.
खाला अम्बरीन अब बेड पर दराज़ हो चुकी थीं और राशिद उन पर चढ़ा हुआ था. वो उनके मम्मों को बिल्कुल दीवानों की तरह मुँह में ले ले कर चूस रहा था. खाला अम्बरीन के मुँह से अब आवाजें निकलना शुरू हो गईं थीं और वो आहिस्ता आहिस्ता अपना सीना आगे पीछे कर रही थीं . ये मंज़र भी खून गरमा देने वाला था. राशिद और खाला अम्बरीन मुझ से क़रीब ही थे. जब राशिद खाला अम्बरीन का एक मम्मा चूस रहा था तो मैंने हाथ आगे बढ़ा कर उनके दूसरे मम्मे को दबाना शुरू कर दिया.
खाला अम्बरीन के मुँह से निकालने वाली आवाजें एक लम्हे के लिये बंद हुईं और फिर फॉरन ही उन्होने ज़ियादा तेज़ आवाज़ में कराहना शुरू कर दिया. मै भी अपना लंड आहिस्ता आहिस्ता अम्मी के मुँह के अंदर बाहर करने लगा. जब मेरा लंड अम्मी के मुँह में घुसता तो वो अपनी ज़बान नीचे कर लातीं और जब लंड उनके मुँह से बाहर निकलता तो वो उस के टोपे पर ज़बान फेरतीं.
मैंने खाला अम्बरीन की मम्मे पर हाथ फेरा तो वो खिसक कर मज़ीद मेरे क़रीब आ गईं और में उनके उस मम्मे को मसलता रहा जो राशिद के मुँह में नही था. राशिद ने अपनी माँ में मेरी दिलचस्पी देखी तो उठ कर अम्मी के पास आया और अपना लंड उनके मुँह के आगे कर दिया. अम्मी ने मेरा लंड मुँह से निकाला और राशिद के लंड का टोपा चूसने लगीं. मैंने भी अपना लंड खाला अम्बरीन के मुँह में दाखिल कर दिया. मुझे अंदाज़ा हुआ के जब दो मर्द दो औरतों को एक साथ चोदते हैं तो दोनो एक दूसरे को देख कर एक जैसी हरकतें करने लगते हैं.
फिर राशिद ने अम्मी से कहा के खाला ज़रा अपनी गांड़ मेरी तरफ करें. अम्मी अपना थूक से भरा हुआ मुँह साफ़ करते हुए उठीं और अपने नंगे चूतड़ों को राशिद की तरफ कर दिया. राशिद ने उनके चूतड़ों को अपने हाथों की मदद से खोला और उनकी चूत और गांड़ चाटने लगा. अम्मी ने बेड की चादर पकड़ ली और ऊऊं ऊऊऊःन करने लगीं. मै भी खाला अम्बरीन के पीकछे आ गया और बिल्कुल राशिद की तरह उनके चूतड़ों को खोल कर उनकी चूत पर ज़बान फेरने लगा. खाला अम्बरीन भी अपनी चूत चटवाते हुए खुद पर क़ाबू ना रख सकीं और कराहने लगीं. दोनो एक दूसरे से चंद इंच के फ़ासले पर थीं .
मेरे लंड के टोपे से पानी की बूँदें निकल रही थीं . मैंने ज़रा ज़ोर से खाला अम्बरीन की चूत चाटी तो वो बे-खुदी के आलम में आगे हुईं और अम्मी के ऊपर झुक कर उनकी कमर का निचला हिस्सा चाटने लगीं. उन्होने अपने हाथ की उंगलियाँ राशिद के माथे के पास अम्मी की गांड़ के सुराख पर फैरना शुरू कर दीं. अम्मी ने अपनी कमर पर खाला अम्बरीन की ज़बान महसूस की तो और ज़ोर से अपनी गांड़ राशिद के मुँह में घुसा ने लगीं. वो दोनो अब अपने आप को संबाल नही पा रही थीं .
मैंने खाला अम्बरीन का हाथ पकड़ कर अम्मी के हिलते हुए मम्मों के क़रीब कर दिया. उन्होने अम्मी के मम्मों को पकड़ा और उन्हे दूध दोहने वाले अंदाज़ में नीचे की तरफ खैंचने लगीं. मैंने खाला अम्बरीन की चूत को चूमते हुए उनकी गांड़ के सुराख को देखा जो कभी खुल रहा था और कभी बंद हो रहा था. मैंने अपनी एक उंगली उनके गांड़ के सुराख पर रखी और उससे आहिस्ता से अंदर दबाया. खाला अम्बरीन ने एक तेज़ आवाज़ निकाली और अपना एक हाथ नीचे ला कर अपनी चूत को मसलने लगीं
.......................................
A woman is like a tea bag - you can't tell how strong she is until you put her in hot water.
A woman is like a tea bag - you can't tell how strong she is until you put her in hot water.
Re: नंबर वन खाला ( Hindi sex story long)
राशिद ने जब देखा के उस की माँ खलास हो गई है तो वो अम्मी को छोड़ कर खाला अम्बरीन के पास आ गया. चूँके कुछ देर पहले राशिद ने खाला अम्बरीन को मेरे लिये छोड़ा था इस लिये में भी उससे अम्मी की गांड़ के पीछे से उठते हुए देख कर वहाँ से हट गया. राशिद ने खाला अम्बरीन के चूतड़ों को अपने लंड की तरफ मोड़ा और अपना फूँकारता हुआ लंड अपनी माँ की चूत के अंदर डाल कर घस्से मारने लगा.
मैंने भी अम्मी को घुटनो के बल झुकाया और उनकी चूत में अपना लंड अंदर कर दिया. अम्मी की चूत राशिद ने काफ़ी देर चाटी थी और वो पूरी तरह खुल चुकी थी. मेरा लंड अम्मी की चूत में आसानी से रास्ता बनाता हुआ उस के अंदर घुस गया और मैंने उनके चूतड़ पकड़ कर घस्से मारने शुरू कर दिये. अब में और राशिद अपनी अपनी माओं को पीछे से चोद रहे थे.
हमारे लंड एक तावातूर से अम्मी और खाला अम्बरीन की फुद्दियों में अंदर बाहर हो रहे थे. वो दोनो भी अपने चूतड़ों को हिला हिला कर हमारा साथ दे रही थीं . दोनो के मम्मे हमारे झटकों की वजह से बुरी तरह हिल रहे थे. अम्मी और खाला अम्बरीन वक़फे वक़फे से एक दूसरे की तरफ देख लेतीं थीं . वो अब इस सारे खेल का मज़ा ले रही थीं और दोनो के चेहरों पर इतमीनान और सकूँ नज़र आ रहा था.
में सेक्स में इतना तजर्बकार नही था लेकिन फिर भी एक दम मुझे लगा के अम्मी की फुद्दी पानी छोड़ने वाली है. उन्होने तेज़ रफ़्तारी से मेरे लंड पर अपनी फुद्दी को आगे पीछे किया और छूटने लगीं. उनकी फुद्दी पूरी तरह पानी में भीग गई और वो सर झुका कर मुँह से बे-हंगम आवाजें निकालने लगीं. उन्होने खलास होने के बाद अपनी गांड़ नीचे की और पेट बेड के साथ लगा कर मेरे लंड को अपनी फुद्दी के अंदर ही रखते हुए उल्टी लेट गईं. मैंने बड़ी मुश्किल से अपने आप को संभाला और इस तरह अम्मी की चूत मारता रहा. लेकिन अब मुझे अपना लंड उनकी फुद्दी के अंदर दूर तक पुहँचाने में मुश्किल हो रही थी. मैंने उनकी चूत से लंड बाहर निकाला और सीधा लेट कर उन्हे अपने लंड पर बिठा लिया. मेरा लंड अम्मी की चूत के अंदर गया और वो उस पर अपने सेहतमंद बदन को आहिस्ता आहिस्ता ऊपर नीचे करने लगीं. मैंने खाला अम्बरीन की तरफ सर घुमाया.
राशिद अब भी खाला अम्बरीन को पीछे से ही चोद रहा था. जब वो अपना लंड उनकी चूत में अंदर करता तो खाला अम्बरीन मुँह से उफफफफ्फ़ की आवाज़ निकलटीं लेकिन जब उस का लंड उनकी चूत से बाहर निकलता तो उनके चेहरे पर तक़लीफ़ के आसार आ जाते. राशिद की पतली रानें खाला अम्बरीन के भारी चूतड़ों से तकररा तकररा कर अजीब क़िसम की आवाजें पैदा कर रही थीं . उस ने खाला अम्बरीन के चूतड़ों पर दोनो हाथ फेरने शुरू कर दिये और अपने घस्सों में थोड़ी तेज़ी ले आया. कुछ देर खाला अम्बरीन को चोदने के बाद वो भी मेरी तरह लेट गया और अपनी माँ को अपने ऊपर ला कर उस की फुद्दी में लंड दे दिया. खाला अम्बरीन भी अब अम्मी की तरह अपने बेटे के लंड पर उछलने लगीं.
अभी तक मैंने अपने ऊपर काफ़ी क़ाबू रखा था और खलास नही हुआ था लेकिन जब अम्मी के मोटे और भारी चूतड़ों ने बार बार मेरे लंड पर वज़न डाला तो मुझे लगा के में खलास हो जाऊं गा. मै राशिद से पहले खलास नही होना चाहता था. मैंने जल्दी से अम्मी को मम्मों से पकड़ कर रोक दिया. वो मेरे चेहरे के ता’असूरात से समझ गईं के में खलास होने वाला हूँ. उन्होने अपने चूतड़ों की हरकत रोक दी और कुछ कहे बगैर मेरे ऊपर से उतर गईं. जैसे ही मेरा अकड़ा हुआ लंड अम्मी की चूत के दबाव से आज़ाद हुआ तो किसी स्प्रिंग की तरह बड़ी तेज़ी से दांयें बांया हरकत करने लगा. अम्मी ने फॉरन उससे अपने हाथ में पकड़ लिया.
वो जान गई थीं के में खलास नही होना चाहता और खामोशी से मेरी मदद कर रही थीं . मैंने अपनी साँसें दरुस्त कीं और एक हाथ से अम्मी का एक मम्मा पकड़ा और दूसरे हाथ में खाला अम्बरीन का उछलता हुआ मम्मा दबोच लिया जो अब भी राशिद के लंड पर बैठी हुई थीं . कुछ मिनिट बाद मेरी हालत ज़रा और बेहतर हुई तो में फिर खाला अम्बरीन की तरफ मुतवजेह हुआ. वो राशिद के लंड पर से उतार कर मेरे साथ लिपट गईं. अम्मी ने मुस्कुराती आँखों से मुझे देखा और चुप चाप राशिद के पास जा कर लेट गईं जो उन से फॉरन लिपट गया.
मैंने भी अम्मी को घुटनो के बल झुकाया और उनकी चूत में अपना लंड अंदर कर दिया. अम्मी की चूत राशिद ने काफ़ी देर चाटी थी और वो पूरी तरह खुल चुकी थी. मेरा लंड अम्मी की चूत में आसानी से रास्ता बनाता हुआ उस के अंदर घुस गया और मैंने उनके चूतड़ पकड़ कर घस्से मारने शुरू कर दिये. अब में और राशिद अपनी अपनी माओं को पीछे से चोद रहे थे.
हमारे लंड एक तावातूर से अम्मी और खाला अम्बरीन की फुद्दियों में अंदर बाहर हो रहे थे. वो दोनो भी अपने चूतड़ों को हिला हिला कर हमारा साथ दे रही थीं . दोनो के मम्मे हमारे झटकों की वजह से बुरी तरह हिल रहे थे. अम्मी और खाला अम्बरीन वक़फे वक़फे से एक दूसरे की तरफ देख लेतीं थीं . वो अब इस सारे खेल का मज़ा ले रही थीं और दोनो के चेहरों पर इतमीनान और सकूँ नज़र आ रहा था.
में सेक्स में इतना तजर्बकार नही था लेकिन फिर भी एक दम मुझे लगा के अम्मी की फुद्दी पानी छोड़ने वाली है. उन्होने तेज़ रफ़्तारी से मेरे लंड पर अपनी फुद्दी को आगे पीछे किया और छूटने लगीं. उनकी फुद्दी पूरी तरह पानी में भीग गई और वो सर झुका कर मुँह से बे-हंगम आवाजें निकालने लगीं. उन्होने खलास होने के बाद अपनी गांड़ नीचे की और पेट बेड के साथ लगा कर मेरे लंड को अपनी फुद्दी के अंदर ही रखते हुए उल्टी लेट गईं. मैंने बड़ी मुश्किल से अपने आप को संभाला और इस तरह अम्मी की चूत मारता रहा. लेकिन अब मुझे अपना लंड उनकी फुद्दी के अंदर दूर तक पुहँचाने में मुश्किल हो रही थी. मैंने उनकी चूत से लंड बाहर निकाला और सीधा लेट कर उन्हे अपने लंड पर बिठा लिया. मेरा लंड अम्मी की चूत के अंदर गया और वो उस पर अपने सेहतमंद बदन को आहिस्ता आहिस्ता ऊपर नीचे करने लगीं. मैंने खाला अम्बरीन की तरफ सर घुमाया.
राशिद अब भी खाला अम्बरीन को पीछे से ही चोद रहा था. जब वो अपना लंड उनकी चूत में अंदर करता तो खाला अम्बरीन मुँह से उफफफफ्फ़ की आवाज़ निकलटीं लेकिन जब उस का लंड उनकी चूत से बाहर निकलता तो उनके चेहरे पर तक़लीफ़ के आसार आ जाते. राशिद की पतली रानें खाला अम्बरीन के भारी चूतड़ों से तकररा तकररा कर अजीब क़िसम की आवाजें पैदा कर रही थीं . उस ने खाला अम्बरीन के चूतड़ों पर दोनो हाथ फेरने शुरू कर दिये और अपने घस्सों में थोड़ी तेज़ी ले आया. कुछ देर खाला अम्बरीन को चोदने के बाद वो भी मेरी तरह लेट गया और अपनी माँ को अपने ऊपर ला कर उस की फुद्दी में लंड दे दिया. खाला अम्बरीन भी अब अम्मी की तरह अपने बेटे के लंड पर उछलने लगीं.
अभी तक मैंने अपने ऊपर काफ़ी क़ाबू रखा था और खलास नही हुआ था लेकिन जब अम्मी के मोटे और भारी चूतड़ों ने बार बार मेरे लंड पर वज़न डाला तो मुझे लगा के में खलास हो जाऊं गा. मै राशिद से पहले खलास नही होना चाहता था. मैंने जल्दी से अम्मी को मम्मों से पकड़ कर रोक दिया. वो मेरे चेहरे के ता’असूरात से समझ गईं के में खलास होने वाला हूँ. उन्होने अपने चूतड़ों की हरकत रोक दी और कुछ कहे बगैर मेरे ऊपर से उतर गईं. जैसे ही मेरा अकड़ा हुआ लंड अम्मी की चूत के दबाव से आज़ाद हुआ तो किसी स्प्रिंग की तरह बड़ी तेज़ी से दांयें बांया हरकत करने लगा. अम्मी ने फॉरन उससे अपने हाथ में पकड़ लिया.
वो जान गई थीं के में खलास नही होना चाहता और खामोशी से मेरी मदद कर रही थीं . मैंने अपनी साँसें दरुस्त कीं और एक हाथ से अम्मी का एक मम्मा पकड़ा और दूसरे हाथ में खाला अम्बरीन का उछलता हुआ मम्मा दबोच लिया जो अब भी राशिद के लंड पर बैठी हुई थीं . कुछ मिनिट बाद मेरी हालत ज़रा और बेहतर हुई तो में फिर खाला अम्बरीन की तरफ मुतवजेह हुआ. वो राशिद के लंड पर से उतार कर मेरे साथ लिपट गईं. अम्मी ने मुस्कुराती आँखों से मुझे देखा और चुप चाप राशिद के पास जा कर लेट गईं जो उन से फॉरन लिपट गया.
.......................................
A woman is like a tea bag - you can't tell how strong she is until you put her in hot water.
A woman is like a tea bag - you can't tell how strong she is until you put her in hot water.