मारवाड़ की मस्त मलाई - indian long sex story hindi

Discover endless Hindi sex story and novels. Browse hindi sex stories, adult stories ,erotic stories. Visit theadultstories.com
User avatar
sexy
Platinum Member
Posts: 4069
Joined: 30 Jul 2015 19:39

Re: मारवाड़ की मस्त मलाई - indian long sex story hindi

Unread post by sexy » 03 Oct 2015 09:05

चलो अब बेड पे चलते है और हम दोनो शवर से बाहर निकल आए टवल से एक दूसरे को ड्राइ किया. कमरे मे अब लाइट जल रही थी. मैं ने लक्ष्मी का हाथ पकड़ के बेड पे लिटा दिया तो उसने अपनी आँखो पे हाथ रख के आँखो को बंद कर लिया और बोली के बाबू लाइट तो बंद करदो हमै शरम आती है तो मैं ने बोला के अरे गंद मरवा चुकी है लंड को चूस चुकी है अभी तक शरम आती है तुझे तो वो मुस्कुराने लगी और बोली के ठीक है बाबू जैसा तुम ठीक समझो हमै तो अंधेरा ही अछा लगे है तो मैं ने कहा के ठीक है चलो तुम कहती हो तो लाइट भी बंद कर देता हू और लाइट बंद कर दिया जिस से कमरे मैं एक बार फिर से अंधेरा छा गया और हम दोनो नंगे ही बिस्तर पे एक दूसरे की तरफ करवट ले के लेट गये. मैं ने लचमी को अपनी बाँहो मे पकड़ लिया और हम दोनो एक दूसरे से लिपटे हुए थे उसको टंग सकिंग किस करने लगा अब उसको भी किस करने की अछी प्रॅक्टीस हो गयी थी और वो मेरी ज़ुबान को चूस रही थी मैं ने उसकी चूत को एक हाथ से सहलाना शुरू किया तो उसने
ऑटोमॅटिकली अपनी टाँगें खोल दी और मेरे थाइ पे रख ली जिस से उसकी चूत थोड़ी सी खुल गयी और मेरे लंड को अपनी मुथि मे पकड़ के एक बार फिर से लंड के सूपदे को अपनी चूत के पंखाड़ियों के बीच मे घुसा के ऊपेर नीचे करने लगी और अपने चूत के दाने को लंड के सूपदे से रगड़ने लगी. लंड के प्री कम और उसकी चूत के जूस से चूत चिकनी और स्लिपरी हो गयी थी. अब मैं पोज़िशन चेंज कर के पीठ के बल लेट गया और उसको एक बार फिर से अपने ऊपेर खेच लिया और उसने अपने दोनो पैर घुटनो से मोड़ के मेरे बदन के दोनो तरफ रख लिए और मैं ने भी अपने पैर घुटनो से मोड़ के खड़े कर लिए. वो मेरे लंड के डंडे पे बैठी थी और मैं ने उसको झुका लिया और उसके छोटे अमरूद के साइज़ के बूब्स को चूसने लगा जिस से वो बोहोत जल्दी ही गरमा गयी और तेज़ी से लंड पे आगे पीछे होने लगी जिस से मेरे लंड का सूपड़ा चिकनाई की वजह से उसकी चूत के छोटे से सुराख मे अटक गया. अब वो धीरे धीरे पीछे हट रही थी जिस से मेरे लंड का सूपड़ा धीरे धीरे उसकी चूत के छोटे से सुराख मे घुस रहा था और फिर फिसलते फिसलते ऑलमोस्ट उसकी चूत के सुराख के अंदर चला गया. इस से ज़ियादा वो नही ले पा रही थी तो मैं कुछ देर के बाद अपनी गंद उठा के एक धक्का मारा तो लंड का सूपड़ा पूरा और थोड़ा सा लंड का डंडा भी उसकी चूत मे घुस गया और उसकी ज़ुबान से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स की आवाज़ निकली मैं अपने लंड को उसकी चूत मे रखे ही उसके बूब्स को चूसने लगा और धीरे धीरे गंद उठा के लंड को थोड़ा थोड़ा अंदर करना लगा पर अब चूत इतनी टाइट थी के लंड अंदर घुस ही नही रहा था तो मैं ने उसको नीचे लिटा दिया और साइड टेबल से जेल्ली का ट्यूब ले लिया और अब उसको पीठ के बल लिटा दिया और उसकी चूत के सुराख मे ट्यूब घुसा के ट्यूब को दबाया और खूब बोहोत सी जेल्ली उसकी चूत मे डाल दी और अपने लंड पे भी फुल जेल्ली लगा दिया.
इतनी देर तक वो अपने पैर घुटनो से मोड लेटी रही उसकी साँवली सी बिना झतो की छोटी सी चिकनी कुँवारी चूत जेल्ली लगाने से अंधेरे मैं भी चमक रही थी. जेल्ली उसकी चूत मे और अपने लंड पे लगा के ट्यूब को करीब ही रख लिया और उसके ऊपेर झुक गया और लंड के सूपदे को उसकी चूत के नीचे से ऊपेर उसकी क्लाइटॉरिस तक मसल्ने लगा तो उसने मेरे लंड को पकड़ लिया और अपनी चूत के सुराख मे अड्जस्ट कर के टीका दिया तो मैं समझ गया के लक्ष्मी अब और बर्दाश्त नही कर सकती वो फुल मूड मे आ चुकी है बोहोत चुदसी हो गई है और वो अब चुदने के लिए पूरी तरह से तय्यार हो चुकी है और मेरा लंड भी कुँवारी चूत की सील तोड़ने को उतावला हो रहा था तो मैं उसके ऊपेर झुक गया और अपने पैर मिशनरी पोज़िशन मैं पीछे कर के उसके ऊपेर लेट गया, अपनी टाँगो से उसकी टाँगो को खोल के
पकड़ा रहा और लंड को धीरे धीरे उसकी चूत के अंदर धकेलने लगा तो लंड उसकी चूत मे दबाया तो लंड उसकी चूत मे थोडा और अंदर घुस गया लक्ष्मी का सारा बदन अकड़ गया था और उसकी साँस रुकी हुई थी उसने मुझे टाइट पकड़ा हुआ था और उसके मूह से उन्ह !! उन्ह !! उन्ह !! और सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स आआआआआअहह ब्ब्ब्बाआब्ब्बुउउउउउउ जैसी आवाज़ें निकल रही थी जैसी मज़ा भी ले रही हो और दरद भी हो रहा हो और मैं उसकी चूत मे अपने लंड का प्रेशर दे रहा था.

User avatar
sexy
Platinum Member
Posts: 4069
Joined: 30 Jul 2015 19:39

Re: मारवाड़ की मस्त मलाई - indian long sex story hindi

Unread post by sexy » 03 Oct 2015 09:06

मेरा मूसल लंड उसकी छोटी सी टाइट चूत मे अब तकरीबन 3 इंच और अंदर घुस्स गया था और मुझे लगा के अब मेरे लंड का सूपड़ा किसी चीज़ से टकरा के रुक गया हो और लंड को अंदर जाने से रोक रहा है तो मैं समझ गया के यह उसकी कुँवारी चूत की कुँवारी सील ही है जो लंड को अंदर जाने नही दे रही है तो मैं ने पहले तो ऐसे ही अपने लंड को उतना ही उसकी चूत के अंदर बाहर किया और फिर थोड़ी देर के बाद अपना लंड उसकी चूत से बाहर खेच के निकाल लिया और जैसे ही लंड बाहर निकला उसके मूह से ऊऊऊओह जैसी आवाज़ निकली उसकी चूत खुली हुई थी तो मैं ने करीब पड़ी जेल्ली का ट्यूब उठाया और ट्यूब को उसकी चूत मे थोड़ा सा अंदर घुसाया और तकरीबन आधी ट्यूब उसकी चूत के अंदर भर दिया और अपने हिल हिल के लक्ष्मी की छोटी सी चिकनी कुँवारी चूत को सल्यूट करते हुए लंड के हेड पे भी खूब सारी क्रीम लगा दिया और फिर से वैसे ही मिज़िसनरी पोज़िशन बना लिया अपने लंड को थोड़ा उसकी चूत के सुराख के अंदर घुसा दिया और अपने पैरो को पीछे बेड के किनारे से टीका के ग्रिप बनाया और लक्ष्मी के बगल से हाथ अंदर डाल के उसको भी टाइट पकड़ लिया और उसको किस करने लगा. अब मेरे अंदर एक नया जोश आ गया था के मुझे एक और कुँवारी चूत की सील तोड़नी है जिसके लिए मेरा लंड एक दम से तय्यार है और क्या लकी है मेरा लंड के एक दिन मे 2 कुँवारी चूतो की सील तोड़ने को मिल रही है और लंड को थोडा सा अंदर बाहर करने लगा और इतनी देर मैं आधा लंड बड़ी आसानी से उसकी चिकनी चूत के अंदर बाहर हो रहा था उसकी चूत के मसल्स मेरे लंड को अड्जस्ट कर लिए थे. मेरा लंड कुँवारी चूत के सील तोड़ने के लिए मचल रहा था. थोड़ी देर ऐसे ही आधे लंड से चोदने के बाद अपनी गंद उठा के पूरे का पूरा लंड उसकी चूत से बाहर खेच के निकाल लिया और एक ही धक्का इतनी ज़ोर से मारा के उसकी चूत मे से एक घच की आवाज़ आई और उसकी छोटी सी कुँवारी चूत के सीट टूट गई और उसकी चूत फॅट गयी और मेरा मूसल जैसा मोटा और लोहे जैसा सख़्त लंड उसकी चूत को चीरता हुआ उसकी बचे दानी से टकराया और वो बोहोत ज़ोर से चीख पड़ी आआआआआमम्म्मममममममममम्मूऊऊऊऊऊऊऊऊ म्*म्म्ममममाआआआआआआआआअरर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर
गगगगगगगगगाआआआआययययययययईईईईई र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रररीईईईईईईईई ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बाआआआआब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्ब्बुउउउउउउउउउउउउउउ और उसका सारा बदन पसीने से भर गया और वो मेरे बदन से बोहोत ही ज़ोर से चिपक गयी और मेरे नीचे किसी मछली की तरह से तड़पने लगी और अपना दरद कम करने के लिए उसका मूह मेरे शोल्डर पे आ गया और उसने बड़ी ज़ोर से मेरे शोल्डर पे काट लिया जिस से मेरा शोल्डर का वो पोर्षन लाल हो गया और थोड़ा सा खून भी निकल आया लैकिन मेरा लंड उसकी चूत को फाड़ के उसकी कुँवारी सील को तोड़ चुका था. उसकी चीख के साथ ही मेरे मूह से भी एक हल्की सी उउउउउउउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ निकल गयी और मेरे शोल्डर मे थोडा दरद होने लगा पर मुझे दरद का एहसास फॉरन ही ख़तम हो गया और मेरा ध्यान अपने मूसल लंड जो उसकी चूत मे फँसा हुआ था उसकी ओर चला गया. उसने अपने हाथो और पैरो से मुझे कस के पकड़ा हुआ था और फिर एक ही सेकेंड के अंदर उसके हाथ और पैर बेजान हो के मेरे बदन से निकाल के बेड पे गिर गये और वो ऑलमोस्ट बेहोश ही हो गयी उसकी आँखो से आँसू निकल निकल के उसके गालो पे से होते हुए नीचे गिरने लगे और बेडशीट को भिगोने लगे उसकी साँसें बोहोत ही गहरी हो गई थी और मेरे बदन के नीचे ऐसे पड़ी थी जैसे कोई डेड बॉडी हो.

कमरे मे एक बार फिर से रोशनी हो गयी और पिंकी लक्ष्मी की चीख सुन के अंदर आ गयी थी और हम दोनो को देख के मुस्कुरा के बोली वाउ राजा तुम्हाई एक और कुँवारी चूत मिल गयी उसकी भी सील तोड़ डाली तुम ने एक ही दिन मे दो दो कुँवारी चूतो की सील और एक गंद की सील तोड़ी है तुम ने तो मैं भी मुस्कुरा दिया. मेरा लंड एक नयी चूत की सील के टूटने से लक्ष्मी की चूत के अंदर ही अंदर जशन मना ने लगा.
मैं ने अपना लंड उसकी चूत मे ही घुसाए रखा और उसके ऊपेर लेटा रहा. थोड़ी देर के बाद उसको होश आया और मुझे ऐसी नज़रो से देखने लगी जैसे पूछ रही हो के “मैं कहाँ हू ओर मुझे क्या हुआ है ”. फिर एक ही मिनिट के अंदर उसको पता चल गया के वो कहा है और उसको क्या हुआ है और जैसे ही उसको उसकी फटी हुई चूत के अंदर मेरे मूसल लंड का एहसास हुआ तो उसको फिर से दरद हो ने लगा और वो मेरे सीने पे अपनी मुथि बंद करके मारने लगी और बोली के हटो बाबू मेरे ऊपेर से हट जाओ निकालो इसको मुझे नही चाहिए तुम्हारा लौदा मुझे बोहोत दुख़्ता है मानो जैसे किसी ने गरम छुरि से काट डाला हो बोहोत दरद हो रहा है बाबू सच भगवान के लिए दया करो बाबू मेरे ऊपेर और उसकी नज़र पिंकी के ऊपेर
पड़ी तो उसने कहा प्लीज़ दीदी बाबू से बोलो ना के निकले मुझे लग रहा है मानो मेरे बदन मे गरम लोहा घुसा हो मेरे अंदर आग लगी हुई है दीदी प्लीज़ निकालो बोलो बाबू को इस से पहले के पिंकी कुछ बोलती मैं ने कहा के लक्ष्मी अब थोड़ा और बर्दाश्त कर लो बॅस अब तो मेरा पूरे का पूरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर जा चुका है अब तुम्हाई अब ज़िंदगी भर कभी भी तकलीफ़ नही होगी. पिंकी ने देखा के मेरा पूरे का पूरा लंड लक्ष्मी की चूत के अंदर घुसा हुआ है और लक्ष्मी की चूत पे किसी बॉटल के ढक्कन की तरह से सील्ड है. पिंकी बोली के हा लक्ष्मी अब तुझे कभी भी दरद नही होगा तू तो बड़ी बहादुर निकली रर तेरी छोटी सी चूत तो राजा का इतना बड़ा मोटा और लोहे जैसा लंड पूरा खा गयी तो लक्ष्मी बोली के दीदी बोहोत दरद कर रहा है दीदी मेरी तो जान ही निकल गयी है दीदी तो पिंकी ने बोला के चल अब कोई प्राब्लम नही है यह ले मैं तेरी बॉडी का मसाज कर देती हू और वो लक्ष्मी की चुचिओ को सहलाने लगी और फिर उसकी चुचिओ को अपने मूह मे ले के चूसने लगी और दूसरे हाथ से उसके पेट पे और नवल पे फिराने लगी जिस से लक्ष्मी का बदन कुछ रिलॅक्स हुआ और अब उसने अपने हाथ और पैर मेरी बॅक पे लपेट लिए और और मेरी पीठ को सहलाने लगी तो मैं समझ गया के अब उसको मज़ा आने लगा है तो मैं ने पूछा लचमी अब दरद कैसा है तो उसने धीरे से मुस्कुराते हुए कहा के हा अब थोडा कम है बाबू.
मेरा लंड उसकी छोटी फटी हुई चूत के अंदर ही फँसा हुआ था और मुझे महसूस हो रहा था के उसकी चूत के अन्द्रूनि मसल्स मेरे लंड के सूपदे और डंडे को निचोड़ रहे है यह एक अजीब सा मीठा मीठा एहसास था जिस से मुझे बोहोत ही मज़ा आ रहा था. अब मैं ने धीरे धीरे लंड को अंदर बाहर करना शुरू किया तो लक्ष्मी ने भी अपनी गंद उठा उठा के मेरे लंड का स्वागत किया और मज़े से चुदवाना शुरू कर दिया. पिंकी वही खड़ी थी और हमारी चुदाई को देख रही थी. उसकी चूत खून से भरी हुई थी लैकिन खून बाहर नही निकाला था क्यॉंके लंड से उसकी चूत मे टाइट घुसा हुआ था और खून को बाहर निकलने का रास्ता नही मिल रहा था इसी लिए उसकी चूत का खून मेरे लंड के डंडे पे लगा हुआ ही थोड़ा थोड़ा बाहर आ रहा था और लंड के डंडे के साथ ही उसकी चूत के अंदर जा रहा था. अब लक्ष्मी बड़ी मस्ती मे चुदवा रही थी और पिंकी मज़े से देख रही थी और देखते ही देखते पिंकी की आँखों मे फिर से वासना की आग जल उठी थी और वो फिर से गरम हो गयी थी.

User avatar
sexy
Platinum Member
Posts: 4069
Joined: 30 Jul 2015 19:39

Re: मारवाड़ की मस्त मलाई - indian long sex story hindi

Unread post by sexy » 03 Oct 2015 09:06

अब पिंकी ने लक्ष्मी के होटो को चूसना शुरू कर दिया और वो दोनो एक दूसरे की ज़ुबान को चूस्ते हुए किस करने लगे और देखते ही देखते पिंकी जो चुदवाने के बाद से अभी तक नंगी ही घूम रही थी बेड के ऊपेर चढ़ गयी और लक्ष्मी के मूह
पे अपनी चूत रख के बैठ गयी और लक्ष्मी ने पिंकी की चूत को मज़े से चाटना शुरू कर दिया. मैं लक्ष्मी की चूत मैं अपना मूसल जैसा लंड डाले धना धन चोद रहा था और वो भी अपनी गंद उठा उठा के चुदवा रही थी और पिंकी की चूत को चाट रही थी. मैं कुछ देर के लिए रुक गया तो लक्ष्मी एक दम से पिंकी की चूत से मूह बाहर निकाल के बोली के क्यों रुक गये बाबू तो मैं ने बोला के तुम्है दरद हो रहा है ना इसी लिए रुक गया तो उसने बोला के नही बाबू रूको मत अभी तो बोहोत अछा लग रहा है ऐसा मज़ा कभी नही आया प्लीज़ ऐसे ही करो ना बाबू तो मैं ने पूछा के क्या करू तो उसने बोला के प्लीज़ बाबू चोद दो हमारी

चूतिया को. अब वो फुल मस्ती मे आ गयी थी और अपनी गंद उठा उठा के खूब चुदवा रही थी. मेरी लंड मेी से सुबह से क्रीम 4 – 5 टाइम निकल चुकी थी इसी लिए अब मई लंबी चुदाई के लिए रेडी हो गया था लैकिन लक्ष्मी की चूत की आग भड़कने लगी थी और वो शांत हो ना चाहती थी. लक्ष्मी बड़ी ज़ोर ज़ोर से पिंकी की चूत को चाट रही थी जिस से पिंकी के मूह से आआआअहह आआईईईइस्स्स्स्स्सीईईई हहीए कक्चूऊऊससस्स ळ्ल्ल्लाआcccछ्ह्ह्म्म्म्मीईई सस्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआअईईईईई ऊऊऊऊओफफफफफफफफ्फ़ ऊऊऊऊओ ब्ब्ब्बाआद्द्द्द्दाआआ म्*म्म्ममममाआआज़्ज़्ज़्ज़्ज़्

ज़्ज़्ज़ाआआअ आआ र्र्राआअह्ह्ह्ह्हाआअ हीईईईई र्र्र्र्रररीईए और अपनी चूत को लक्ष्मी के मूह पे ज़ोर ज़ोर से रगड़ते रगड़ते काँपने लगी और लक्ष्मी के मूह मे झड़ने लगी, उसकी चूत से मीठा मीठा रस निकल ने लगा जिसे लक्ष्मी ने मज़े से पी लिया और उसी टाइम इतनी देर से चुदवाति लक्ष्मी भी अपनी चरम सीमा पर पहुँच चुकी थी और मेरे बदन से ज़ोर से लिपट गयी गहरी गहरी साँसें लेते हुए काँपने लगी और काँपते काँपते ही वो झड़ने लगी और जितनी देर तक वो झड़ती रही मैं अपना लंड उसकी चूत के अंदर ही रखे लेटा रहा और उसकी चूत के अन्द्रूनि मसल्स जो खुल बंद हो रहे थे उनका मज़ा लेता रहा. अभी उसका ऑर्गॅज़म चल ही रहा था के मुझे महसूस हुआ के उसकी चूत के मसल्स मेरे लंड को निचोड़ रहे है और मुझे इतना मज़ा आ रहा था के मेरे बिना चोदे ही मेरे लंड मे से गाढ़ी गाढ़ी क्रीम की मोटी मोटी गरम गरम धारियों की पिचकारियाँ निकलने लगी और उसकी चूत को भरने लगी. मैं लक्ष्मी की चूत के अंदर ही अपने लंड को रखे उसके ऊपेर गहरी साँसें लेता हुआ ढेर हो गया. कमरे मे हम तीनो की गहरी गहरी साँसों की ही आवाज़ें

सुनाई दे रही थी और कमरे मे चुदाई की स्मेल फैली हुई थी. मेरा लंड अभी तक आकड़ा हुआ ही था और लक्ष्मी की चूत के अंदर ही चूत के खुल बंद होते मसल्स के मज़े ले रहा था. थोड़ी देर के अंदर ही मुझे लगा के अब मेरा लंड कुछ सॉफ्ट होने लगा है तो मैं ने अपना लंड लक्ष्मी की चूत मे से बाहर निकाल लिया और मैं उसके
ऊपेर से लुढ़क के उसके साइड मैं लेट गया. लंड के बाहर निकलते ही एक प्लॉप की आवाज़ आई और उसकी फटी हुई चूत मे से मेरी क्रीम और उसकी फटी चूत के मिला जुला खून का फव्वारा बाहर निकला और बेडशीट पे गिरने लगा और एक बड़ा सा गुलाबी पूल जैसा बन गया. लक्ष्मी को जब फील हुआ के उसकी चूत मे से कुछ चीज़ बाहर निकली है तो वो थोड़ा सा ऊपेर उठ के देखने लगी और खून देख के घबरा गयी और रोने लगी रोते रोते बोली के दीदी यह देखो क्या हो गया देखो बाबू ने क्या कर दिया दीदी तो पिंकी ने बोला के अरे पगली यह तेरी कुँवारी चूत की झिल्ली थी जो अब टूट गयी है अब तुझे कभी खून नही निकलेगा यह तो पहली टाइम ही निकलता है और इस झिल्ली के टूटने से कोई प्राब्लम नही है यह तो एक नयी बिना चुदी चूत की निशानी होती है और यह खून भी उसी का है. पिंकी हस्ते हुए बोली के अब तू बड़ी हो गयी है और किसी भी तगड़े लंड से छुड़वाने के काबिल हो गयी है

तो उसने शरमाते हुए कहा के काइया दीदी तुम भी ना और फिर अपनी चूत मे से निकलते मेरी मलाई मिक्स खून को बेड शीट से पोछने लगी और उसके बाद बेडशीट को मोड़ के धोने के लिए प्लास्टिक की बास्केट मे डाल दिया.
पिंकी ने घर फोन कर के अपनी मम्मी को यहा का हाल बता दिया थे गंगू बीमार है और वो हॉस्पिटल मे अड्मिट है और यहा का भी बारिश से बुरा हाल है इसी लिए वो और 2 या 3 दिन वही रुकने का प्रोग्राम बना रही है और साथ मे बोला के प्लीज़ मम्मी राजा को भी बोलो ना मेरे साथ यहा ही रहे नही तो मैं अकेली हो जाउन्गि यहा लक्ष्मी और मैं है बॅस और फिर उसने फोन मुझे दे दिया दूसरी तरफ से आंटी ने कहा के राजा अभी तो तुम्हारे कॉलेज को छुट्टिया चल रही है और शांति भी बाहर गया हुआ है तुम और 2 दिन वही पिंकी और लक्ष्मी के साथ ही रुक जाओ पिंकी और लक्ष्मी का वाहा अकेले रहना ठीक नही तुम जैसे गबरू जवान उनके साथ हो तो मुझे भी इतमीनान रहेगा और तुम अछी तरह से उन दोनो का ख़याल रख सकोगे तो मैं ने कहा के ठीक है आंटी आप कहती है तो मैं गंगू बाई के आने तक यही रुक जाता हू तो आंटी ने मुझे थॅंक्स कहा तो मैं ने कहा के आंटी इसमे थॅंक्स की क्या बात है आपकी बात मानना तो मेरा धर्म है तो और फिर मुझे आंटी की एक इतमीनान की साँस की आवाज़ आई और फोन डिसकनेक्ट हो गया तो पिंकी ने पूछा के क्या कहा मोम ने तो मैं ने अपनी एक आँख बंद कर के शरारत से मुस्कुराते हुए कहा के कह

Post Reply