rajsharma ki stories - Guruji ka Kripa...(a hottest tale)
Re: rajsharma ki stories - Guruji ka Kripa...(a hottest tale
अपडेट 20..
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खाँ काव्या की बात को काटते हुए बीच मै बोलता हैं की चुप कर रंडी ज्यादा नखरे मत कर मेरे सामने l समझी अगर मेरा दिमाग खराब हो गया न साली तो अभी के अभी जाके तेरे गांडू पती को तेरी सारी सच्चाई बता दूँगा फीर उसी के सामने अपना यह रोने धोने का नौटंकी दिखाना l क्या समझी ??
खान के ऐसे बातों से काव्या समझ जाती हैं की वो भैंस के आगे बीन बजा रही हैं l उसके सामने उसके रोने धोने का कोई असर नही होने वाला हैं l वो तोह बस मौका का फायदा उठाना चाह राह था वो तो बस मैरी जिस्म को भोगना चाह रह था l
अब काव्या भी अपने मन मै येह निश्चय कर लेती हैं की अब चाहे जो भी हो वो खान के सामने और नही गिड़गिड़ा गी और ना ही अपनी इज्ज्त की भीक मांगेगी l
अब खान का गुस्सा थोड़ा कंट्रोल होता हैं और वो मन मै सोचता हैं की हाये अल्लाह कही मैने ज्यादा गुस्से मै कूछ ज्यादा ही तोह नही बोल दिया इस रंडी को ??मै भी ना पूरा पागल हूँ अपने ही पाओ मै कुल्हारी मार दिया मैने l कही यह बात नही मानी तोह मेरा सारा पालन चोपट हो जायेगा l मै ऐसा किसी भी कीमत मै होने नही दूँगा चाहे जो हो जाये l
खान बात को सम्भाल्ते हुए बोलता हैं की आई एम सॉरी मिस सिंघ मूझे आपके साथ ऐसा रवैया नही बरतना चाहिये था पर मै क्या करता आपके हुस्न का जादू ही ऐसा हैं की मै चाह कर भी खुद को रोक नही पाया l प्लीज़ मिस काव्या मेरी बात मान लीजिये और येह सौदा तो बहूत छोटा हैं आपकी सच को छुपाने के लिये अब आप ही सोच लो आपको क्या करना हैं ??अब मै आपको और फोर्स नही करूँगा आपको जो भी ठीक लगे वो आप करो l बस कोई भी डिसिशन लेने से पेहले अपने पती और अपने फ्यूचर के बारे मै सोच लें कही ऐसा नही हो की अभी तुम्हारी ऐक भूल तुम्हरी आने वाली जिन्दगी को बर्बाद कर दे ??
काव्या खान की बातों को सुन एक नज़र गुस्से से उसे देखती हैं पर कूछ बोलती नही हैं क्योंकि वो जानती हैं की यह कमीना शक्शियत का मालिक उसका कोई बात नही मानने वाला और वो येह भी जानती थी की कीचड़ मै पत्थर फेकने से छींटा उल्टे हमारे ऊपर ही आयेंगे इसलिये वोह खान के मुँह नही लगना चाहती थी l
खाँ शायद उसकी मनोस्थीथी को समझ गया था इसलिये वो अपनी अगली चाल चलता हैं और बोलता हैं की मिस सिंघ मै जानता हूँ की अभी मेरी यह सारी बात बुरी लग रही होंगी और अगर आपके जगह कोई और भी होगी तोह उन्हे भी बूरा लगेगा l और वैसे भी यह सब मेरे और आपके विच रहेगी किसी तीसरे को इसके बारे मै जरा सी भी भनक नही लगेगी और आपको देखके येह भी लगता हैं की आपभी कितने दिनो से प्यासी हैं मेरी बात मान लो मिस सिंघ sirf आज रात की तोह बात हैं उसके बाद आप अपने रास्ते और मै मेरे l अब आप बताओ क्या करना हैं ?? एक रात मजे से और पूरी जिन्दगी सुख से निकालनी हैं या सारी जिन्दगी तकलीफों मै बितानी हैं ??फैसला आपके हाथ मै हैं मिस सिंघ l और यह बोलकर खान चुप हो जाता हैं और काव्या के चेहरे के तरफ़ देखता हैं जो इस वक़्त गहरी सोच मै डूबी हुई थी वो शायद खान के डिल के बारे मै सोच रही थी और खान को उसके एक्सप्रेशन से येह साफ पता चल रहा था की उसका निशाना सही जगह लगा हैं l अब खान को पूरा यकीन हो गया था की बस और कूछ देर की थोड़ी सी मेहनत उसके बाद येह गरम रंडी उसके नीचे होगी और आज नही तोह कल येह इसकी बुर और गाण्ड चोद कर ही रहेगा l
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खाँ काव्या की बात को काटते हुए बीच मै बोलता हैं की चुप कर रंडी ज्यादा नखरे मत कर मेरे सामने l समझी अगर मेरा दिमाग खराब हो गया न साली तो अभी के अभी जाके तेरे गांडू पती को तेरी सारी सच्चाई बता दूँगा फीर उसी के सामने अपना यह रोने धोने का नौटंकी दिखाना l क्या समझी ??
खान के ऐसे बातों से काव्या समझ जाती हैं की वो भैंस के आगे बीन बजा रही हैं l उसके सामने उसके रोने धोने का कोई असर नही होने वाला हैं l वो तोह बस मौका का फायदा उठाना चाह राह था वो तो बस मैरी जिस्म को भोगना चाह रह था l
अब काव्या भी अपने मन मै येह निश्चय कर लेती हैं की अब चाहे जो भी हो वो खान के सामने और नही गिड़गिड़ा गी और ना ही अपनी इज्ज्त की भीक मांगेगी l
अब खान का गुस्सा थोड़ा कंट्रोल होता हैं और वो मन मै सोचता हैं की हाये अल्लाह कही मैने ज्यादा गुस्से मै कूछ ज्यादा ही तोह नही बोल दिया इस रंडी को ??मै भी ना पूरा पागल हूँ अपने ही पाओ मै कुल्हारी मार दिया मैने l कही यह बात नही मानी तोह मेरा सारा पालन चोपट हो जायेगा l मै ऐसा किसी भी कीमत मै होने नही दूँगा चाहे जो हो जाये l
खान बात को सम्भाल्ते हुए बोलता हैं की आई एम सॉरी मिस सिंघ मूझे आपके साथ ऐसा रवैया नही बरतना चाहिये था पर मै क्या करता आपके हुस्न का जादू ही ऐसा हैं की मै चाह कर भी खुद को रोक नही पाया l प्लीज़ मिस काव्या मेरी बात मान लीजिये और येह सौदा तो बहूत छोटा हैं आपकी सच को छुपाने के लिये अब आप ही सोच लो आपको क्या करना हैं ??अब मै आपको और फोर्स नही करूँगा आपको जो भी ठीक लगे वो आप करो l बस कोई भी डिसिशन लेने से पेहले अपने पती और अपने फ्यूचर के बारे मै सोच लें कही ऐसा नही हो की अभी तुम्हारी ऐक भूल तुम्हरी आने वाली जिन्दगी को बर्बाद कर दे ??
काव्या खान की बातों को सुन एक नज़र गुस्से से उसे देखती हैं पर कूछ बोलती नही हैं क्योंकि वो जानती हैं की यह कमीना शक्शियत का मालिक उसका कोई बात नही मानने वाला और वो येह भी जानती थी की कीचड़ मै पत्थर फेकने से छींटा उल्टे हमारे ऊपर ही आयेंगे इसलिये वोह खान के मुँह नही लगना चाहती थी l
खाँ शायद उसकी मनोस्थीथी को समझ गया था इसलिये वो अपनी अगली चाल चलता हैं और बोलता हैं की मिस सिंघ मै जानता हूँ की अभी मेरी यह सारी बात बुरी लग रही होंगी और अगर आपके जगह कोई और भी होगी तोह उन्हे भी बूरा लगेगा l और वैसे भी यह सब मेरे और आपके विच रहेगी किसी तीसरे को इसके बारे मै जरा सी भी भनक नही लगेगी और आपको देखके येह भी लगता हैं की आपभी कितने दिनो से प्यासी हैं मेरी बात मान लो मिस सिंघ sirf आज रात की तोह बात हैं उसके बाद आप अपने रास्ते और मै मेरे l अब आप बताओ क्या करना हैं ?? एक रात मजे से और पूरी जिन्दगी सुख से निकालनी हैं या सारी जिन्दगी तकलीफों मै बितानी हैं ??फैसला आपके हाथ मै हैं मिस सिंघ l और यह बोलकर खान चुप हो जाता हैं और काव्या के चेहरे के तरफ़ देखता हैं जो इस वक़्त गहरी सोच मै डूबी हुई थी वो शायद खान के डिल के बारे मै सोच रही थी और खान को उसके एक्सप्रेशन से येह साफ पता चल रहा था की उसका निशाना सही जगह लगा हैं l अब खान को पूरा यकीन हो गया था की बस और कूछ देर की थोड़ी सी मेहनत उसके बाद येह गरम रंडी उसके नीचे होगी और आज नही तोह कल येह इसकी बुर और गाण्ड चोद कर ही रहेगा l
Re: rajsharma ki stories - Guruji ka Kripa...(a hottest tale
खाँ शायद उसकी मनोस्थीथी को समझ गया था इसलिये वो अपनी अगली चाल चलता हैं और बोलता हैं की मिस सिंघ मै जानता हूँ की अभी मेरी यह सारी बात बुरी लग रही होंगी और अगर आपके जगह कोई और भी होगी तोह उन्हे भी बूरा लगेगा l और वैसे भी यह सब मेरे और आपके विच रहेगी किसी तीसरे को इसके बारे मै जरा सी भी भनक नही लगेगी और आपको देखके येह भी लगता हैं की आपभी कितने दिनो से प्यासी हैं मेरी बात मान लो मिस सिंघ sirf आज रात की तोह बात हैं उसके बाद आप अपने रास्ते और मै मेरे l अब आप बताओ क्या करना हैं ?? एक रात मजे से और पूरी जिन्दगी सुख से निकालनी हैं या सारी जिन्दगी तकलीफों मै बितानी हैं ??फैसला आपके हाथ मै हैं मिस सिंघ l और यह बोलकर खान चुप हो जाता हैं और काव्या के चेहरे के तरफ़ देखता हैं जो इस वक़्त गहरी सोच मै डूबी हुई थी वो शायद खान के डिल के बारे मै सोच रही थी और खान को उसके एक्सप्रेशन से येह साफ पता चल रहा था की उसका निशाना सही जगह लगा हैं l अब खान को पूरा यकीन हो गया था की बस और कूछ देर की थोड़ी सी मेहनत उसके बाद येह गरम रंडी उसके नीचे होगी और आज नही तोह कल येह इसकी बुर और गाण्ड चोद कर ही रहेगा l
अब आगे..
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अपडेट 21
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काव्या को गहरी सोच मै डूबा देख खान समझ जाता हाय की उसका निशाना सही जगह बैठ रहा है l क्योंकि वो जानता था की इस वक़्त हालातों से मजबूर है और उसके पास उसकी बात को मानने के अलावा और कोई चारा नही है और खान इस सुनहरे मौके का बहुत अच्छे तरीके से फायदा उठाना चाहता था l खान उसको गहरी सोच मै डूबा देख कर दोबारा उसके पास जाता है और उसके कंधे मै अपना हाथ रखते हुए बोलता है मिस सिंघ आप बेकर मै इतना सोच रही है मै तो केह रहा हूँ की मान लीजिए मेरी बात और वैसे भी सिर्फ 1 रात की ही तोह बात है उसके बाद आप अलग रास्ते और मै अपने रास्ते और किसी को भनक तक नही लगेगा हमारे सम्भोग के बारे मै खास करके आपके पती को l इस डील से फायदा आपको ही है मिस सिंघ क्युकी मूझे यह लड़कियों की कमी नही है मूझे तो यहा आपसे दस गुणा ज्यादा सुंदर लड़की मिल जायेगी चोदने के लिये l आप देख लो मिस सिंघ आपको जो सही लगे अब आपका आने वाली जिन्दगी आपके इस फैसले पर निर्भर है l
खान ये सब जान मुझ कर बोल रहा था क्यूकि वो जानता है की हिंदू औरत कितनी घरेलू टाइप और पतीव्रीता होती है वो अपना घर टूटने से बचाने के लिये कूछ भी कर सकती है l खान को पता था की इस वक़्त काव्या अपने इज्ज्त से ज्यादा अपने परिवार के बारे मै सोचेगीl खान दुबारा काव्या के दुख को कुरेद ते हुए बोलता है की मिस सिंघ एक रात की तो बात है मान जाओ ना कौन सा मै तुम्हे रोज़ चोदने वाला हूँ ?? मान जाओ मेरी बात और बचालो अपना घर को टूटने से आगे तुम्हारी मर्जी l
खान के इतना बोलते ही काव्या गुस्साई नजरो से खान को देखती है और उसके हाथ को ( जो उसके कंधे को सहला रहे थे ) उन्हे गुस्से से झटकती हुए गुस्साई स्वर मै बोलती है की समझ के क्या रखे हो तुम मूझे कमीनी ?मै कोई दो टके की बाजारु रंडी नही हूँ जो तुम्हारे कहने से तुम्हारे साथ रात गुजारने को राजी हो जाऊँगी और ये तुमने सोच भी केसे लिया की मै तुम्हारे इन घटिया सौदों के झांसे मै आऊंगी l मै इतनी भी नीचे नही गिरी हूँ की एक सच को छुपाने के लिये मै तुझे जैसे गिरे हुए कमीने के साथ एक रात गुजारुगी l तू क्या सच बतायेगा अशोक को मै खुद उन्हे सारी सच्चाई बता दूँगी मूझे पूरा भरोसा है की ये सब जानने के बाद वो मूझे समझेगे l
काव्या के मुँह से अशोक को सब सच बताने के वजह से खान के चेहरे का रंग उड़ जाता है l उसे अपन प्लान चोपट नज़र आता है l खान मन मै सोचता है की नही यह नही हो सकता कही इस रंडी ने सब सच बता दिया तो इसको चोदने का ख्वाब ख्वाब ही रह जायेगा और मेरी नौकरी और इज्ज्त दोनो चली जयेगी l नही मै येह नही होने दे सकता चाहे जो हो जाये l
खान खुद के गुस्से को कंट्रोल मै करते हुए बोलता है की ठीक है मिस सिंघ अगर आप सोचती है की आपके पती को सब सच बताने से आपके पती को माफ कर देंगे और आपको पेहले जैसे वाला प्यार करेंगे तोह ये आपकी गलतफहमी है मिस सिंघ क्योंकि एक मर्द होने के नाते कोई भी मर्द ये बर्दाश्त नही करेगा की उसकी अपनी पत्नी उसके आने वली वंश का स्वर्नाश करे l फीर भी आपको लगता है की आपके पती आपको माफ करदेंगे तो आप बेशक जाइये परंतु जाने से पेहले ये बात अपने दिमाग मै गाँठ बाँध लीजिये की सच सुनने के बाद यदि आपके पती को सदमा या अटेक आये तोह उसकी जिम्मेदार आप खुद होंगी l
खान की ऐसी बात सुनकर काव्या बुरी तरह डर जाती है और वोह अपने मन मै सोचती है की है भगवान मैने इस बारे मै तोह सोचा ही नही l नही मै ऐसा नही कर सकती मै येह रिस्क नही ले सकती चाहे मूझे कूछ भी क्यों ना करना पड़े ??काव्या खान के तरफ़ देखते हुए बोलती है मै तुम्हरी शर्त मानने को तय्यार हूँ पर मेरी भी एक शर्त है l
खाँ काव्या के तरफ़ मुस्कुरा के बोलता है की मिस सिंघ मूझे आपकी सारी शर्त मंजूर है l
काव्या सेहम ते हुए और लज्जाते हुए स्वर मै बोलती है की मै आपके साथ सोने के लिये तैयार हूँ पर मेरी यह शर्त है की आप मूझे इसके बाद और ब्लक्क्मैल नही करेंगे ?बोलिये
खाँ अपनी जीत पर कमीनी हँसी हस्ती हुए बोलता है जी बिल्कुल आप भरोसा रखीये मुझपर मिस सिंघ l सिर्फ एक रात की तोह बात है उसके बाद आप कहाँ और हम कहाँ l
खाँ ये बात बोलकर अपने मन मै सोचता है की बस मेरी रंडी आज रात बस उसके बाद मै तुझे पटक पटक कर चोदूंगा l तेरी बुर ओर गाण्ड की छेद को चोद चोद कर बड़ा करूँगा मेरी रांड l आज मेरा सपन पूरा हो जायेगा पवित्र हिंदू को चोदने का बहुत मजा आयेगा l
अब आगे..
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अपडेट 21
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काव्या को गहरी सोच मै डूबा देख खान समझ जाता हाय की उसका निशाना सही जगह बैठ रहा है l क्योंकि वो जानता था की इस वक़्त हालातों से मजबूर है और उसके पास उसकी बात को मानने के अलावा और कोई चारा नही है और खान इस सुनहरे मौके का बहुत अच्छे तरीके से फायदा उठाना चाहता था l खान उसको गहरी सोच मै डूबा देख कर दोबारा उसके पास जाता है और उसके कंधे मै अपना हाथ रखते हुए बोलता है मिस सिंघ आप बेकर मै इतना सोच रही है मै तो केह रहा हूँ की मान लीजिए मेरी बात और वैसे भी सिर्फ 1 रात की ही तोह बात है उसके बाद आप अलग रास्ते और मै अपने रास्ते और किसी को भनक तक नही लगेगा हमारे सम्भोग के बारे मै खास करके आपके पती को l इस डील से फायदा आपको ही है मिस सिंघ क्युकी मूझे यह लड़कियों की कमी नही है मूझे तो यहा आपसे दस गुणा ज्यादा सुंदर लड़की मिल जायेगी चोदने के लिये l आप देख लो मिस सिंघ आपको जो सही लगे अब आपका आने वाली जिन्दगी आपके इस फैसले पर निर्भर है l
खान ये सब जान मुझ कर बोल रहा था क्यूकि वो जानता है की हिंदू औरत कितनी घरेलू टाइप और पतीव्रीता होती है वो अपना घर टूटने से बचाने के लिये कूछ भी कर सकती है l खान को पता था की इस वक़्त काव्या अपने इज्ज्त से ज्यादा अपने परिवार के बारे मै सोचेगीl खान दुबारा काव्या के दुख को कुरेद ते हुए बोलता है की मिस सिंघ एक रात की तो बात है मान जाओ ना कौन सा मै तुम्हे रोज़ चोदने वाला हूँ ?? मान जाओ मेरी बात और बचालो अपना घर को टूटने से आगे तुम्हारी मर्जी l
खान के इतना बोलते ही काव्या गुस्साई नजरो से खान को देखती है और उसके हाथ को ( जो उसके कंधे को सहला रहे थे ) उन्हे गुस्से से झटकती हुए गुस्साई स्वर मै बोलती है की समझ के क्या रखे हो तुम मूझे कमीनी ?मै कोई दो टके की बाजारु रंडी नही हूँ जो तुम्हारे कहने से तुम्हारे साथ रात गुजारने को राजी हो जाऊँगी और ये तुमने सोच भी केसे लिया की मै तुम्हारे इन घटिया सौदों के झांसे मै आऊंगी l मै इतनी भी नीचे नही गिरी हूँ की एक सच को छुपाने के लिये मै तुझे जैसे गिरे हुए कमीने के साथ एक रात गुजारुगी l तू क्या सच बतायेगा अशोक को मै खुद उन्हे सारी सच्चाई बता दूँगी मूझे पूरा भरोसा है की ये सब जानने के बाद वो मूझे समझेगे l
काव्या के मुँह से अशोक को सब सच बताने के वजह से खान के चेहरे का रंग उड़ जाता है l उसे अपन प्लान चोपट नज़र आता है l खान मन मै सोचता है की नही यह नही हो सकता कही इस रंडी ने सब सच बता दिया तो इसको चोदने का ख्वाब ख्वाब ही रह जायेगा और मेरी नौकरी और इज्ज्त दोनो चली जयेगी l नही मै येह नही होने दे सकता चाहे जो हो जाये l
खान खुद के गुस्से को कंट्रोल मै करते हुए बोलता है की ठीक है मिस सिंघ अगर आप सोचती है की आपके पती को सब सच बताने से आपके पती को माफ कर देंगे और आपको पेहले जैसे वाला प्यार करेंगे तोह ये आपकी गलतफहमी है मिस सिंघ क्योंकि एक मर्द होने के नाते कोई भी मर्द ये बर्दाश्त नही करेगा की उसकी अपनी पत्नी उसके आने वली वंश का स्वर्नाश करे l फीर भी आपको लगता है की आपके पती आपको माफ करदेंगे तो आप बेशक जाइये परंतु जाने से पेहले ये बात अपने दिमाग मै गाँठ बाँध लीजिये की सच सुनने के बाद यदि आपके पती को सदमा या अटेक आये तोह उसकी जिम्मेदार आप खुद होंगी l
खान की ऐसी बात सुनकर काव्या बुरी तरह डर जाती है और वोह अपने मन मै सोचती है की है भगवान मैने इस बारे मै तोह सोचा ही नही l नही मै ऐसा नही कर सकती मै येह रिस्क नही ले सकती चाहे मूझे कूछ भी क्यों ना करना पड़े ??काव्या खान के तरफ़ देखते हुए बोलती है मै तुम्हरी शर्त मानने को तय्यार हूँ पर मेरी भी एक शर्त है l
खाँ काव्या के तरफ़ मुस्कुरा के बोलता है की मिस सिंघ मूझे आपकी सारी शर्त मंजूर है l
काव्या सेहम ते हुए और लज्जाते हुए स्वर मै बोलती है की मै आपके साथ सोने के लिये तैयार हूँ पर मेरी यह शर्त है की आप मूझे इसके बाद और ब्लक्क्मैल नही करेंगे ?बोलिये
खाँ अपनी जीत पर कमीनी हँसी हस्ती हुए बोलता है जी बिल्कुल आप भरोसा रखीये मुझपर मिस सिंघ l सिर्फ एक रात की तोह बात है उसके बाद आप कहाँ और हम कहाँ l
खाँ ये बात बोलकर अपने मन मै सोचता है की बस मेरी रंडी आज रात बस उसके बाद मै तुझे पटक पटक कर चोदूंगा l तेरी बुर ओर गाण्ड की छेद को चोद चोद कर बड़ा करूँगा मेरी रांड l आज मेरा सपन पूरा हो जायेगा पवित्र हिंदू को चोदने का बहुत मजा आयेगा l
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अपडेट 22..
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खान अपनी सोच से बाहर निकलकर एक बार फ़िर काव्या के जिस्म को एकाग्रता से अपनी नजरो से चोदना चालू कर देता है l वो बड़े ध्यान से काव्या के मनमोहक चूची को घूरे जा रहा था जो इस वक्ट बड़ी ही सेक्सी ओर मनमोहक अंदाज़ मै ऊपर और नीचे हो रहा था l खान अपनी कमीनी नजरो से उसके चूची का रस चूस रहा था खान अपने मन मै सोच रहा था की उफ़्फ़ क्या चूची है कसम से जब मै इसे रात को अपनी बाहों मै भरुँगा और इसके बड़े बड़े चूची और इसके गुलाबी दाने को अपने होंठ मै लूँगा और इसके दाने को चूसुँगा तो कितना मजा आयेगा l जब मै इसका दूध को पियुंगा तो इसकी मादक सिसकारी सुन के पता नही कैसे मै खुद को काबू मै रखूंगा ?खान ये सोचते हुए अपनी नजरो को काव्या के दोनो अमृत फलों के बीच की दरार जो बड़ी ही दिलकश तरीके से छोटी से ब्लाउस मै नज़र आरहे थे,खान की नज़र उसमे पड़ते ही उसके मुँह मै पानी आने लगता है l फीर खान अपनी नजरो को धीरे धीरे नीचे लाने लगता है और फ़िर खान अपनी भूखी नजरो को काव्या के थोड़ा बाहीर की ओर निकला हुआ सेक्सी पेट मे गड़ाता है ओर बड़े ही ललचाई नज़र से एकटक देखता है खास तौर से उसकी गहरी खाई समान गोल नाभी को जो इस वक़्त बड़ा ही आकर्षक लग रहा था l ये सब देखते ही खान के लंड मै तनाव महसूस होने लगता है खान अपने हाथ से उसको दबाते हुए मुस्कुराते हुए अपने मन मै बोलता है की बस मेरे शेर ओर कूछ घंटे रुक जाओ उसके बाद तुम्हे ही इसकी बुर ओर गाण्ड की सेवा करनी है l
खान को इस तरह से भुके लोमड़ियों की जैसे अपने शरीर को घूरता हुआ देखकर काव्या का चेहरा लज्जत से लाल हो गया वो अपने साड़ी को अपने जिस्म मै ठीक करने की नाकाम कोशिस कर रही थी l
काव्या को इस तरह से अपने शरीर को धकता देख खान मन मै हौले से मुस्कुराता है और अपनी ठरकी नजरो से दुबारा उसके जिस्म को अपने शैतान आँखो से चोदना शुरू कर देता है l
खान को घूरता हुए देखकर काव्या गुस्से से बोलती है मूझे देरी हो रही है घर जाना है l
काव्या की कड़कती हुई आवाज़ सुनकर होश मै आता है और मुस्कुराते हुए बोलता है की ओह सॉरी मिस सिंघ मै तोह भूल ही गया था की आपको देरी हो रही होगी और आपके पती भी बहर वैट कर रहे होंगे l
अपने पती का जिक्र होते ही काव्या के चेहरे पर उदासी छा जाती है आँखे नम हो जाती है और मन ग्लानि से भर जाती है l काव्या खुद से बोलती है की प्लीज़ अशोक मूझे माफ कर दिजियेगा मै मजबूर हूँ और ये कहके काव्या धीरे धीरे सिसकने लगती है l
काव्या को सिसकते हुए देख खान बोलता है की अभी प्लान नही बन पायेगा बहुत ज्यादा समय हो गया है ऐसा कीजिये मिस सिंघ आप अपना मोबाइल नो.दे दीजिये मै आपको हमारी सम्भोग के प्लान फोन पे बता दूँगा l
खान के मुँह से सम्भोग शब्द सुनकर काव्या शर्म से गढ़ जाती है उसके मुँह से कोई बोल ही नही निकलता है सिवाय ठीक के और फीर कावया खान को अपना मोबाइल नो.दे देती है जिसे खान अपने मोबाइल पर सेभ कर लेता है l
काव्या को कूछ नही बोलता देख खान बोलता है की अब आपके पती को बुला लेते है और आप घबराइये मत मै सम्भाल लूँगा l ये बोल के खान उठ के दरवाजा खोल देता है जिसे देख कर अशोक समझ जाता है की काव्या का चेक अप हो गया और वो जल्दी हड़बड़ाता हुआ खान के कैबिन मै घुस जाता है l
कैबिन मै घुस कर अशोक सीधा काव्या के पास जाता है और उसे अपने सीने से लगाके बोलता है केसी हो ?और फ़िर दोनो सीट मै बैठ जाती है खान के सामने l
काव्या बहुत मुश्किल से अपने आंशु को बहने से रोक पा रही थी वो अशोक से अपनी नजरे नही मिला पारही थीl
अशोक खामोशी तोड़ते हुए बोलता है की डॉक्टर खान चेक अप केसा हुआ ?काव्या माँ तोह बन जयेगी ना ?बोलिये ना डॉक्टर l
बच्चे के प्रति इतना क्न्सर्न देख के काव्या अपने एमोशन को अपनी आँखो से निकलने से रोक नही पायी और अशोक से अपनी आंशु छुपाते हुए बाथ रूम मै चली जाती है और वहाँ जाकर फूट फूट कर रोने लगती है l
काव्या को इस तरह बाथरूम मै जाता देख अशोक यही समझता है की उसे बाथरूम लगी होंगी पर सच क्या है ये तोह सिर्फ खान और काव्या ही जानते थे l
खान बात को सम्भाल्ते हुए बोलता है की अशोक जी घबराने की कोई बात नही है मैने आपकी पत्नी का इंटर्नल चेक्कप किया है कोई मेजर प्राब्लम नही है और चिंता करने की कोई बात नही है वो समय आने पर खुद ब खुद माँ बन जयेगी आप परेशान मत होइये l मैने दवाई लिख दी है बस रेगुलर यह देते रहियेगा l आपलोग घर जाइये और जाकर आराम करिये और उपरवाले पे भरोसा रखीये सब ठीक होंगा l
अब काव्या भी खुद को सम्भाल लेती है और बाहर आ जाती है l खाँ की शानुभुति पाकर अशोक को बहुत राहत मिलता है l अशोक खान को धन्यवाद बोलता है और दोनो खड़े हो जाते है जाने के लिये l
खान मुस्कुराते हुए बोलता है अरे अशोक जी धन्यवाद कहकर मूझे शर्मिंदा मत करिये ये तो मेरा काम है मै वही कर रहा हूँ यह बोलकर खान काव्या को देखकर मुस्कुराने लगता है l जिसे देखकर काव्या अपना चेहरा गुस्से से दूसरी तरफ़ कर लेती है और अशोक को चलने के लिये बोलती है l ये बोलकर दोनो खान के कैबिन से निकल जाते है अपने होटेल की तरफ़ l
खान यहा बैठकर अपने किस्मत पे खुश होता है और अपने मन मै बोलता है की आज की रात बस उसके बाद तू मेरी नीचे होंगी और मै तेरी चुत और गान्ड को अपने मूसल लण्ड से फारुँगा साली रंडी l तेरी बुर को इतना चातुँगा की तू खुद तड़प कर बोलेगी की आह्ह्ह्ह्ह चोद दो मूझे हाहाहा l
हॉस्पीटल से निकल कर दोनो एक टेक्सी मै बैठ जाती है और अपने होटेल की तरफ़ चल देते है काव्या रास्ते भर डील के बारे मै सोचती रही और परेशान होती रही यह सोचकर की आज रात वो कमीना क्या करेगा उसके साथ उसका दील बैठे जारहा ठ सोच सोच के और यही सब सोचते सोचते उनके होटेल भी आजाता है और दोनो उतरकर होटेल की तरफ़ चल देते है और कूछ देर मै अंदर दाखिल हो जाती है l
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खान अपनी सोच से बाहर निकलकर एक बार फ़िर काव्या के जिस्म को एकाग्रता से अपनी नजरो से चोदना चालू कर देता है l वो बड़े ध्यान से काव्या के मनमोहक चूची को घूरे जा रहा था जो इस वक्ट बड़ी ही सेक्सी ओर मनमोहक अंदाज़ मै ऊपर और नीचे हो रहा था l खान अपनी कमीनी नजरो से उसके चूची का रस चूस रहा था खान अपने मन मै सोच रहा था की उफ़्फ़ क्या चूची है कसम से जब मै इसे रात को अपनी बाहों मै भरुँगा और इसके बड़े बड़े चूची और इसके गुलाबी दाने को अपने होंठ मै लूँगा और इसके दाने को चूसुँगा तो कितना मजा आयेगा l जब मै इसका दूध को पियुंगा तो इसकी मादक सिसकारी सुन के पता नही कैसे मै खुद को काबू मै रखूंगा ?खान ये सोचते हुए अपनी नजरो को काव्या के दोनो अमृत फलों के बीच की दरार जो बड़ी ही दिलकश तरीके से छोटी से ब्लाउस मै नज़र आरहे थे,खान की नज़र उसमे पड़ते ही उसके मुँह मै पानी आने लगता है l फीर खान अपनी नजरो को धीरे धीरे नीचे लाने लगता है और फ़िर खान अपनी भूखी नजरो को काव्या के थोड़ा बाहीर की ओर निकला हुआ सेक्सी पेट मे गड़ाता है ओर बड़े ही ललचाई नज़र से एकटक देखता है खास तौर से उसकी गहरी खाई समान गोल नाभी को जो इस वक़्त बड़ा ही आकर्षक लग रहा था l ये सब देखते ही खान के लंड मै तनाव महसूस होने लगता है खान अपने हाथ से उसको दबाते हुए मुस्कुराते हुए अपने मन मै बोलता है की बस मेरे शेर ओर कूछ घंटे रुक जाओ उसके बाद तुम्हे ही इसकी बुर ओर गाण्ड की सेवा करनी है l
खान को इस तरह से भुके लोमड़ियों की जैसे अपने शरीर को घूरता हुआ देखकर काव्या का चेहरा लज्जत से लाल हो गया वो अपने साड़ी को अपने जिस्म मै ठीक करने की नाकाम कोशिस कर रही थी l
काव्या को इस तरह से अपने शरीर को धकता देख खान मन मै हौले से मुस्कुराता है और अपनी ठरकी नजरो से दुबारा उसके जिस्म को अपने शैतान आँखो से चोदना शुरू कर देता है l
खान को घूरता हुए देखकर काव्या गुस्से से बोलती है मूझे देरी हो रही है घर जाना है l
काव्या की कड़कती हुई आवाज़ सुनकर होश मै आता है और मुस्कुराते हुए बोलता है की ओह सॉरी मिस सिंघ मै तोह भूल ही गया था की आपको देरी हो रही होगी और आपके पती भी बहर वैट कर रहे होंगे l
अपने पती का जिक्र होते ही काव्या के चेहरे पर उदासी छा जाती है आँखे नम हो जाती है और मन ग्लानि से भर जाती है l काव्या खुद से बोलती है की प्लीज़ अशोक मूझे माफ कर दिजियेगा मै मजबूर हूँ और ये कहके काव्या धीरे धीरे सिसकने लगती है l
काव्या को सिसकते हुए देख खान बोलता है की अभी प्लान नही बन पायेगा बहुत ज्यादा समय हो गया है ऐसा कीजिये मिस सिंघ आप अपना मोबाइल नो.दे दीजिये मै आपको हमारी सम्भोग के प्लान फोन पे बता दूँगा l
खान के मुँह से सम्भोग शब्द सुनकर काव्या शर्म से गढ़ जाती है उसके मुँह से कोई बोल ही नही निकलता है सिवाय ठीक के और फीर कावया खान को अपना मोबाइल नो.दे देती है जिसे खान अपने मोबाइल पर सेभ कर लेता है l
काव्या को कूछ नही बोलता देख खान बोलता है की अब आपके पती को बुला लेते है और आप घबराइये मत मै सम्भाल लूँगा l ये बोल के खान उठ के दरवाजा खोल देता है जिसे देख कर अशोक समझ जाता है की काव्या का चेक अप हो गया और वो जल्दी हड़बड़ाता हुआ खान के कैबिन मै घुस जाता है l
कैबिन मै घुस कर अशोक सीधा काव्या के पास जाता है और उसे अपने सीने से लगाके बोलता है केसी हो ?और फ़िर दोनो सीट मै बैठ जाती है खान के सामने l
काव्या बहुत मुश्किल से अपने आंशु को बहने से रोक पा रही थी वो अशोक से अपनी नजरे नही मिला पारही थीl
अशोक खामोशी तोड़ते हुए बोलता है की डॉक्टर खान चेक अप केसा हुआ ?काव्या माँ तोह बन जयेगी ना ?बोलिये ना डॉक्टर l
बच्चे के प्रति इतना क्न्सर्न देख के काव्या अपने एमोशन को अपनी आँखो से निकलने से रोक नही पायी और अशोक से अपनी आंशु छुपाते हुए बाथ रूम मै चली जाती है और वहाँ जाकर फूट फूट कर रोने लगती है l
काव्या को इस तरह बाथरूम मै जाता देख अशोक यही समझता है की उसे बाथरूम लगी होंगी पर सच क्या है ये तोह सिर्फ खान और काव्या ही जानते थे l
खान बात को सम्भाल्ते हुए बोलता है की अशोक जी घबराने की कोई बात नही है मैने आपकी पत्नी का इंटर्नल चेक्कप किया है कोई मेजर प्राब्लम नही है और चिंता करने की कोई बात नही है वो समय आने पर खुद ब खुद माँ बन जयेगी आप परेशान मत होइये l मैने दवाई लिख दी है बस रेगुलर यह देते रहियेगा l आपलोग घर जाइये और जाकर आराम करिये और उपरवाले पे भरोसा रखीये सब ठीक होंगा l
अब काव्या भी खुद को सम्भाल लेती है और बाहर आ जाती है l खाँ की शानुभुति पाकर अशोक को बहुत राहत मिलता है l अशोक खान को धन्यवाद बोलता है और दोनो खड़े हो जाते है जाने के लिये l
खान मुस्कुराते हुए बोलता है अरे अशोक जी धन्यवाद कहकर मूझे शर्मिंदा मत करिये ये तो मेरा काम है मै वही कर रहा हूँ यह बोलकर खान काव्या को देखकर मुस्कुराने लगता है l जिसे देखकर काव्या अपना चेहरा गुस्से से दूसरी तरफ़ कर लेती है और अशोक को चलने के लिये बोलती है l ये बोलकर दोनो खान के कैबिन से निकल जाते है अपने होटेल की तरफ़ l
खान यहा बैठकर अपने किस्मत पे खुश होता है और अपने मन मै बोलता है की आज की रात बस उसके बाद तू मेरी नीचे होंगी और मै तेरी चुत और गान्ड को अपने मूसल लण्ड से फारुँगा साली रंडी l तेरी बुर को इतना चातुँगा की तू खुद तड़प कर बोलेगी की आह्ह्ह्ह्ह चोद दो मूझे हाहाहा l
हॉस्पीटल से निकल कर दोनो एक टेक्सी मै बैठ जाती है और अपने होटेल की तरफ़ चल देते है काव्या रास्ते भर डील के बारे मै सोचती रही और परेशान होती रही यह सोचकर की आज रात वो कमीना क्या करेगा उसके साथ उसका दील बैठे जारहा ठ सोच सोच के और यही सब सोचते सोचते उनके होटेल भी आजाता है और दोनो उतरकर होटेल की तरफ़ चल देते है और कूछ देर मै अंदर दाखिल हो जाती है l