माँ बेटे का अनौखा रिश्ता

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The Romantic
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Re: माँ बेटे का अनौखा रिश्ता

Unread post by The Romantic » 30 Oct 2014 13:35

ओह माँ मजा आ गया गाँड मारना तो बिल्कुल जंन्नत है। मैं तो गाँड का दिवाना हो गया माँ अब तो मुझे रोज गाँड मारे बिना चैन ही नंही आयेगा मेरा लंड को इस टाईट छेद मे ही घुसा रहेगा। हाँ वोह तो मैं पहले ही समझ गयी थी जैसे तुझे मेरे चूतड पंसद है तूझे गाँड मारने मे मजा आयेगा। तभी तो गाँड मारवाने का प्रोगाम मैंने सबसे आखरी का रखा ताकी तू पूरा समय लेकर मेरी गाँड मारने का मजा ले सके। मुझे भी गाँड मराने मे मजा आता है पर जब कोई घंटे दो घंटे भर मेरी गाँड की रगडायी करे। और तुझे भी आज ऐसा ही करना है चल अब लगा जा काम और बांते कम कर। अभी तक मैं रीमा की गाँड बहुत ही धीरे धीरे मार रहा था। रीमा की बांतो और उसके बदन का नजारा देख कर मैं ज्यादा रुक नंही सका और उसके चूतड पकड कर जोर जोर से अपना लंड रीमा के गाँड मे डालने लगा। चोद मादर चोद अपनी माँ की गाँड और जोर से मार ऐसे ही मजा आता है तेरी माँ को गाँड मरवाने का। मैं भी अब पूरी मस्ती में था और जोर जोर से उसकी गाँड मार रहा था। रीमा भी अब अपने चूतड चालाने लगी थी और मेरे धक्को का जबरदस्त जबाव दे रही थी।

कभी अपने चूतड गोल गोल घुमाती तो कभी जोर जोर से आगे पीछे करती। और पूरी ताकत से अपने चूतड मेरे लंड पर मारती जिससे रीमा की भारी चूतड मेरे जाँघो से टकरा रहे थे जिससे फाट फाट की आवाज हो रही थी। मैं काफी देर से रीमा की चूची मसल रहा था फिर मैंने आगे बढ कर रीमा की दोनो घुंडियाँ अपने हाथो मे पकडी और कस के मसलने लगा और जोर से धक्के भी लगाता जा रहा था। घुंडियाँ मसले जाने से रीमा दर्द से बिलबिला उठी और जोर से करहाते हुये बोली मार डाला भोसडी के हाय क्या जोर से मसल रहा है क्या उखाड देगा मेरी घुंडियाँ। पर मजा आ गया कुत्तिया की औलाद। गाँड मराने का मजा तो तभी है जब मर्द औरत के बदन के साथ बुरे से बुरा सलूक करे क्या जोर से मसले हैं तूने और जोर से मसल मेरी जान और जोर से इसी तरह मार मेरी गाँड। भरपूर बेरहमी सा सलूक कर मेरे साथ उधेड के रख दे मेरे बदन को गाँड मारने के मजे मे। मैं जोर जोर से रीमा की गाँड मार रहा था रीमा भी कभी अपनी गाँड कस कर सिकोड लेती जिससे मेरा लंड रीमा की गाँड कस कस के जाने लगता और मुझे और भी मजा आता। मैंने अपनी टाँगे थोडी फैलायी और अपनी दोनो टाँगो के बीच रीमा के चूतड जकडे और जोर जोर से रीमा की गाँड मारने लगा। मुझे बहुत ही मजा आ रहा था उसकी गाँड मारने मे और मैं पूरा पागल हो गया था। रीमा भी गालियाँ बक कर मुझे और उत्साहित कर रही थे अपनी गाँड मारने के लिये। मैं इसी रफ्तार से रीमा की गाँड मारता रहा और वह मरवाती रही। मेरे चूतड पूरी रफतार से चल रही थे और मे रीमा के गद्देदार चूतड की सवारी करते हुये गाँड मार रहा था। और गाँड मारने हुये करीब आधा घंटा बीत गया। रीमा बोली अब मैं इस तरह से गाँड मरवा कर थक गयी हूँ अब और किसी आसन मे गाँड मार।

मैंने रीमा की बात मान कर अपना लंड रीमा की गाँड से निकल लिया और रीमा के चूतडो का एक चुम्बन लेकर पीछे हट कर रीमा के बगल मे आ गया। रीमा भी सीधी बैठी और मेरे गाल कर एक चुम्बन लिया बहुत अच्छा चोद रहा है तू मेरी गाँड आज बहुत दिनो बाद गाँड मरवाने का मजा आ रहा है चल अब मै तुझको थोडा आराम करवा देती हूँ अब ऐसा करते है कि तू लेट जा और मैं तेरे उपर चढ कर खुद ही तेरे लंड पर बैठ कर अपनी गाँड मारूंगी तुझे कुछ नंही करना है बस अब तो गाँड मे लंड डालने का मजा ले और साथ ही अपनी माँ के इस मस्ताने बदन को निहार ठीक है मेरे प्यारे मादरचोद। जैसा आप कहो माँ मुझे तो अपकी गाँड मे लंड डालने मे मजा आ रहा है जब तक मेरा लंड अपकी गाँड मे है मैं खुश रहूंगा रीमा की चूची को सहलाते हुये मैंने कहा। चल फिर तू अब लेट जा अब मैं तेरे लंड पर उछल उछल कर अपनी गाँड मारूंगी। मैंने रीमा की चूची कस के मसली और बिस्तर पर लेट गया और रीमा के कहने पर अपने पैर जोड लिये। मेरा लंड किसी मोटे खम्बे की तरह खडा था। रीमा ने अपने मुँह मे थूक भरा और मेरे लंड को हाथ मे पकडते हुये लंड पर टपका दिया। और फिर अपने दूसरे हाथ कि उंगली से थूक को मेरे लंड के सुपाडे पर मलने लगी। मेरे लाडले के लंड को फिर से थूक से गीला कर रही हूँ क्योकी इसपे लगायी क्रीम तो रगड कर तूने मेरी चूत की दिवारो पर लगा दी है। थूक से तेरा लौडा फिर से चिकन हो जायेगा और आसाने से मैं इसको अपनी गाँड मे लील लूंगी। अच्छे से थूक को सुपाडे मलने के बाद बोली अब मेरे बेटे का लंड तैयार है अपनी माँ की गाँड मारने के लिये और तेरी माँ भी तैयार है इस मूसल को अपनी गाँड मे उतारने के लिये।

फिर रीमा ने मेरे लंड को छोड दिया और अपनी टाँगे उठा कर मेरे कमर के दोनो और कर ली और अपनी बदन को मेरे लंड के उपर कर लिया। फिर थोडा सा आगे को झुक कर उसने अपने चूतडो को मेरे लंड के उपर कर दिया जिस्से वह मेरे लंड को गाँड मे ले सके। फिर अपना हाथ नीचे ले जाकर मेरे लंड को हाथो से पकड कर मेरे लंड के सुपाडे को अपनी गाँड के दरार मे रखा। बेटा अपनी माँ के चूतड तो खोल जरा अपने हाथो से ताकि तेरी ये छिनाल माँ अपने बेटा का लंड गाँड मे ले सके। मैं अपने हाथ पीछे ले जाकर रीमा के चूतड हाथ मे लेकर अपनी उंगलीयाँ उसकी गाँड की दरार मे फंसा कर उसके चूतड चौडे कर दिये जिससे रीमा की गाँड खुल गयी। रीमा ने मेरे लंड को पकड कर अपनी गाँड के छेद पर लगाया और फिर लंड हाथ मे पकडे पकडे अपने चूतड पर अपने बदन का दबाव बढाया। उसके ऐसा करने से मेरा लंड गाँड के छेद को चीरता हुया रीमा की गाँड मे घुस गया और मेरे सुपाडे को रीमा की गाँड ने जकड लिया। लंड गाँड मे जाते ही मेरे मुँह से एक मस्ती भरी करहा निकल गयी। ओह मेरे लाल फिर से घुसा गया तेरा मूसल मेरी गाँड चल अब तेरी माँ तेरे लंड की सवारी करेगी और तू भी अपनी माँ के मस्ताने रूप को देखते हुये मजा ले मेरी टाईट गाँड का।

क्रमशः..................

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Re: माँ बेटे का अनौखा रिश्ता

Unread post by The Romantic » 30 Oct 2014 13:36

गतांक आगे ...................

रीमा की गाँड ने कस के मेरे लंड को अपनी दीवारो से जकड रखा था फिर रीमा ने धीरे धीरे अपने चूतड को हिलाना शुरु कर दिया जिससे मेरा लंड रीमा की गाँड मे अंदर बाहर होने लगा और उसकी गाँड की दीवारो से रगड खाने से मेरे लंड को मजा आने लगा। और मेरे मुँह से आह ओह की आवाज निकलने लगी। रीमा मेरे लंड को अपने चूतड हिला कर अपनी गाँड मे ले रही थी। वह थोडा धीरे अपने चूतड चला रही थी मेरे लंड को उसकी गाँड ऐसे लेटे हुये चोदने मे बहुत मजा आ रहा था। रीमा के अपने बदन को उछाल कर मेरे लंड को अपनी गाँड से चोद रही थी जिससे उसकी मोटी मोटी चूचीयाँ उपर नीचे उछल रही थी। उसकी भारी चूचीयो का इस तरह से उछलना मेरे मस्ती को बढाने वाला था। मैंने अपने हाथ रीमा के कूल्हो पर रख कर उसे पकड कर मसलने लगा और उसकी टाईट गाँड के मजे ले रहा था। रीमा बहुत मस्त थी और उसने मस्ती मे अपनी आँखे बंद कर रखी थी और धीरे धीरे उसकी गाँड की रफ्तार बढती जा रही थी। अब बहुत तेजी से मेरा लंड रीमा की गाँड के अंदर बाहर हो रहा था। उसकी चूचीयाँ भी जोर जोर से उछल रही थी। मैंने आगे बढ कर उसकी एक चूची हो हाथ मे पकडा और उस प्यार से मसला ओह्ह मेरे लाल कया कर रहा है भोसड चोद चूची मसलेगा तो मेरी हालत और खराब होगी माँ के लौडे जोर जोर से मसल डाल इन निगोडी चूचीयो को इस कुतियो के वजह से ही तेरी माँ रंडी बनने को मजबूर हुयी है मेरे बेटे। साला जब भी तू इनको छूता है मेरी चूत की हालत खराब हो जाती है भोसडी के एक ही चूची क्यो मसल रहा है दोनो को पकड कर मसल डाल मादर चोद वैसे भी तेरे लंड ने मेरी गाँड मे आग लगा रखी है।

मैंने अपना दूसरा हाथ भी ले जाकर रीमा की दूसरी चूची पर रखा और उसको प्यार से सहलाया और फिर उसकी मोटी चूची को हाथ मे लेकर कस के मसलने लगा। अब रीमा की दोनो चूची मेरे हाथो मे थी और मैं उनको पूरी ताकत से मसल रहा था जैसे आटा गूथा जाता है बिल्कुल ऐसे ही। ओह मेरे मादरचोद साले क्या जोर जोर से मसल रहा है भोसडी के मेरे जान लेगा क्या उखाड लेगा क्या मेरी चूची मेरे बदन से ओह्ह एक तो तेरा ये लंड मेरी गाँड को दर्द दे रहा है और दूसरा तू मेरी चूची उखाडने पर तुला है भोसडी के बडा मजा आ रहा है ऐसे ही बेरहमी से खेल मेरे बदन के साथ मजा ले मेरे लाल भरपूर मजा ले माँ के बदन का भोग ले मेरे बदन को सारी रात गाँड मरवाऊंगी तेरे से बहुत मजा आ रहा है गाँड मरवाने मे जन्नंत का मजा आ रहा है ओह्ह मेरे लंड पर जोर जोर से उछलते हुये रीमा ने कहा मेरी गाँड तो तू आज फाड ही देगा लगता है तेरा लंड तो मेरी गाँड मे फूलता ही जा रहा है बहनचोद ओह ओह तेरे लंड के सुपाडे को अपनी गाँड की दीवारो पर रगडवाने मे बहुत मजा आ रहा है. ओह्ह्ह साले मेरे पूरे बदन को मसल डाल तहस नहस कर दे मेरे बदन को जानवरो की तरह खेल मेरे बदन के साथ आज की रात मै तेरी गुडिया हूँ जैसे चाहे वैसे खेल मेरे बदन के साथ। रीमा का भरपूर मोटा बदन मेरे सामने था और मैं उसकी चूचीयाँ मसल रहा था मैंने एक चूची छोडी और अपना हाथ रीमा की कमर पर ले गया और रीमा के कमर के माँस को पकड कर कस के मसल दिया। रीमा की बातो ने वैसे भी मुझे बहुत गर्म कर दिया था और मैंने भी रीमा की बात पर अमल करने का सोचा और रीमा के बदन को कस कर कर मसलने लगा। एक हाथ मेरा उसकी चूची पर ही था और चूची को पूरी ताकत से हाथ मे पकड कर मसल रहा था। साथ ही उसकी कमर उसके कुल्हे और उसकी जाँघो सबको जोर जोर से मसल रहा था जैसे रीमा के रबर की गुडिया हो और मैं उससे खेल रहा था।

रीमा तो जाने किसी और ही जहान मे पहुंच चुकी थी अपनी आँखे बंद करके अपने बदन को मसलवाते हुये मेरे लंड पर उछलती जा रही थी उसके चूतड मेरी जाँधो पर लग कर फाट फाट की आवाज कर रहे थे। रीमा की चुदायी रफतार भी बहुत तेज थे लगता था उसे उसकी गाँड मे हो रहे लंड घर्षण मे बहुत ही मजा आ रहा था। बहुत देर से हमारे चुदायी और बदन मसलवायी चल रही थी और रीमा वैसे तो मस्ती के जोश मे उछले जा रही थी और गालीयाँ बक रही थी मादरचोद मर गयी रे मार डाला बहन चोद तेरे लंड ने क्या गाँड मार रहा है मेरे गाँडू अपनी माँ की और भी न जाने क्या क्या पर वह उछलते हुये थोडी थक रही थी उसकी थकान को कुछ कम करने का मैंने सोचा और इस बात को ध्यान मे रख कर मैंने रीमा की कमर पकडी और कस के मसलते हुये बोला मा अब मुझे थोडी मेहनत करने दो आप थोडा आराम करो मैं खुद नीचे से अपने चूतड उछाल कर आपकी गाँड मारुंगा। ओह मेरे लाल कुछ भी कर ले जैसी तेरी मर्जी पर अपना लंड मत रोक मारता रह मेरी गाँड मेरा ये छोटा सा टाईट छेद आज वर्षो बाद मुझे इतना मजा आ रहा है और मैं किसी के साथ इतना खुल कर चुदायी करा रही हूँ नंही तो सारे नालायक अब तक अपना पानी छोड देते पर तू तो पूरी सेवा कर रहा है माँ की पूरा मात्र भक्त है तूतो आज तो मैं थक कर लस्त न हो जाऊं और सो न जाऊं तब तक तू मेरी गाँड मारता रह। हाँ माँ तू चिंता मत कर मुझे भी तेरी गाँड मारने मे बहुत मजा आ रहा है और मैं जल्दी झड कर अपने इस मजे को खोना नंही चाहाता अब तू जब तक मेरी बर्दाशत से बाहर नंही हो जता तब तक मैं तेरी गाँड बजाता रहूंगा मेरी बात सुनकर रीमा खुश हो गयी और उसने उछलना बंद कर दिया।

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Re: माँ बेटे का अनौखा रिश्ता

Unread post by The Romantic » 30 Oct 2014 13:36

जैसे ही रीमा ने उछलना बंद किया वैसे ही मैंने अपने चूतड हिलाने की कोशिश की पर रीमा के चूतडो का भार मेरी जाँघो पर होने से मैं इतनी आसानी से अपने चूतड नंही हिला पा रहा था। तो मैंने रीमा से कहा माँ अब तुम थोडा सा आगे झुक जाओ जिससे तुम्हारे चूतड खुल जायेंगे और गाँड के छेद मे लंड डालने मे मुझे आसानी होगी। रीमा मेरी बात मान कर आगे को झुक गयी जिससे उसकी मोटी मोटी उभारदार गोल गोल चूचीयाँ पेंडूलम कि तरह मेरे सामने लटक गयी। जैसे किसी पेड पर फल लटकते है रीमा का मस्ताना बदन पेड था और उसकी चूचीयाँ रसीला फल। गाँड मारने के साथ साथ मे उस रसीले फल को भी खाने को इच्छुक था। रीमा के झुकते ही चूतड का बोझ मेरे लंड पर से हट गया और मेरा लंड गाँड में धडा धड घुसने के लिये तैयार था। मैंने रीमा की कमर को कस के अपने हाथो मे जकडा और अपने चूतड उछलने शुरु कर दिये मेरा लंड रीमा की गाँड मे घुसने लगा रीमा के चूतड खुल गये जिसकी वजह से मुझे रीमा की गाँड मारने मे आसानी हो रही थी। रीमा ने अपने हाथ मेरी छाती के दोनो और रख दिये और पूरी तरह से मेरे बदन पर झुक गयी। ओह मेरे लाल मार मेरे गाँड साले भोसड चोद और जोर लगा कर चोद मेरी गाँड मेरी गाँड मार मार कर चूत जैसे चौडी कर दे मेरे मादरचोद। बजा मेरी गाँड का बाजा भोसडी की औलाद रंडी के पूत चोद और जोर से उसके मुँह एक भी सेंकड के लिये बंद नंही हो रहा था पता नंही क्या क्या गालियाँ बकते हुये अपनी गाँड का बाजा बजवाअ रही थी।

रीमा के आगे झुकने से उसकी मोटी पपीते जैसी चूचीयाँ मेरे मुँह के सामने लटक गयी और उसके अंगूरी घुडियाँ एक दम तन कर खडी हो गयी थी। लो माँ लो मेरा लंड अपनी गाँड मे तुम्हारा ये मादरचोद बेटा आ गाँड चोद रहा है तुम्हारी मोटे मोटे चूतडो वाली गाँड वाह क्या मस्त टाईट छेद है तुम्हारी गाँड का कैसे कस के जकड रखा है इसने मेरे लंड को जैसे इसका कोई बिछडा हुया बेटा हो मेरे लंड तो तुम्हारी गाँड मे रगड रगड घिस जायेगा श्याद। भोसड चोद बोल कम गाँड मार तेरे माँ तो मरी जा रही है आज तो रगड रगड के परखच्चे उडा दे मेरी गांड के। मैं और भी जोश के साथ गाँड मारने लगा मैं रीमा की लटकती चूची को मुँह मे भरा और उसकी घुडियाँ चूसने लगा पूरी घुंडी को मुँह मे भर कर पीने लगा मैं घुडी और उसकी आस पास का हिस्सा मुँह मे भरा और जोर जोर से चूस रहा था। चूची चूसे जाने का असर रीमा की चूत पर होने लगा। जो की रीमा के झुके होने के कारण मेरे पेट से रगड खा रही थी। रीमा की चूत गर्म हो रही थी उसकी गर्मी का अहसास मे अपने पेट पर कर रहा था। रीमा भी अपने चूतड कस के दबा कर अपनी चूत मेरे पेट के निचले हिस्से पर रगडने कि कोशिश कर रही थी। ताकि उसकी चूत को थोडी राहत मिल सके। साले भोसडी की औलाद तेरी माँ को गाँड मरवाने का मजा दे बहनचोद मेरी सेवा कर गाँडू मुझे बहुत मजा आता है गाँड मे लंड लेने मे कर दे निहाल मुझे ओह रगड जोर जोर से रगड अपनी चूत मेरे पेट पर रगडते हुये रीमा ने कहा। मैने एक चूची हो चूसते हुये दूसरी चूची को बेरहमी से मसलना शुरु कर दिया और अपने चूतड जोर जोर से उछाल रहा था रीमा तो पूरी मेरे उपर झुक गयी ताकि वह अपनी चूचीयो के सेवा करवाते हुये अपनी गाँड मरवा सके। फिर तो हमारा यह सिलसिला चल निकला मैं रीमा की गाँड जबरदस्त धक्को से मारता रहा और साथ ही साथ उसकी चूची को ज्यादा से ज्यादा मुँह मे भर कर चूसता। और चूचीयाँ बदल बदल कर एक के बेरहमी से कुटायी करता।

रीमा भी अपनी चूत मेरे पेट पर रगड रही थी पेट पर चूत रगड कर वह झडने के काफी करीब आ गयी। ओह मेरे गाँडू बेटे ओह्ह आह्ह्ह क्या चोदा तूने मुझे ओह्ह बस अब मेरा माल निकलने ही वाला है गाँडू ओह मेरा आय मेरे लाल ओह चोद मादरचोद चोद मेरी गाँड रे ओह्ह्ह मैं गयी कह कर रीमा की चूत झडने लगी। रीमा बहुत बार झड चुकी थी इसलिये इस बार उसकी चूत मे इतना रस नंही था पर फिर भी उसके रस से मेरा पेट थोडा सा गीला हो गया। रीमा अपने आप को मेरे उपर न रख सकी और उसने अपना सारा भार मेरे उपर डाल दिया। मैंने उस समय उसकी एक चूची मुँह मे घुसा रखी थी जो और भी ज्यादा मेरे मुँह मे घुस गयी। रीमा के बदन मे झडने के कारण झुरझुरी हो रही थी ओर वह मुझसे चूची चुसवाते हुये मेरे उपर पडी रही। जब रीमा के बदन मे जान आयी तो उसने अपनी चूची मेरे मुँह से निकाली और बोली ओह मेरे राजा बेटा मेरा गाँड इतनी जबरदस्त मार कर तूने मेरी बहुत ही सेवा की है तेरी माँ को अपने मादरचोद बेटे से गाँड मरवाने मे बहुत मजा आया मेरे लाल। तूने तो गाँड मार मार कर मेरा बदन हिला कर रख दिया मेरे लाल बहुत सुख मिला आज मुझे गाँड मरवा कर। ओह माँ माजा तो मुझे भी आ रहा है बहुत तुम्हारी कसी हुयी गाँड मारने मे। मेरे लंड को बहुत सुख मिल रहा है ओह मेरे बेटे तो और मार लियो मेरे गाँड में कब मना कर रही हूँ। अभी तो रात बाकी है और मैं भी कंही नंही भागी जा रही है और वैसे भी आज तेरा मजा लेने की आज ये आखरी रात है कल से तो तेरे गुलाभी भरे तडपने के दिन शुरु होने वाले है और तेरी माँ तुझे तडपाने के पूरे मजे लेगी पता नंही तुझे झडने को मिले भी या नंही इसलिये ले ले जितना मजा लेने है आज। रीमा की बात सुन कर मेरे बदन मे सिहरन दौड गयी मैं जानता था कि रीमा जो कहती है वह कर सकती है। इसका मतलब तो यही था मेरे लंड की खैर नंही। चल अब मे गाँड मरवा कर बहुत थक गयी हूँ अब थोडा आरम करते हुये गाँड मरवाऊंगी चल अब तू निकाल ले मेरा लंड मेरी गाँड मे से। आपका लंड कैसे माँ अरे भोसडचोद तू मेरा गुलाम है तू ये लंड मेरे मजे लिये हुया न तो मेरा हुया कि नंही ये अलग बात है कि ये तेरे बदन पर लगा है पर है तो मेरा तो अपना नंही कहूगी तो किसका बोलूंगी बोल बात तो ठीक है माँ तो फिर अब चल नखरा मत कर और लंड निकाल गाँड मे से।


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