ग्रेट गोल्डन जिम compleet

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007
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Re: ग्रेट गोल्डन जिम

Unread post by 007 » 04 Nov 2014 17:32

raj sharma stories
ग्रेट गोल्डन जिम --3

गतान्क से आगे....
उस कुर्सी पर बैठने से पीठ को और पैरो को बोहोत सुकून मिलता था. यह रिलॅक्सिंग रूम था जब मेंबर तक जाते है तो यहा आराम करते है तो उन्हो ने पूछा के अरे ऐसे मसाज से तो रिलॅक्सेशन ही होती है फिर कैसे तक जाती है तो मैं हंस पड़ा और बोला के आइए मैं आपको दिखता हू के वो कैसे और क्या कर के तक जाती है.
हम दूसरे रूम मे आए. मैने बोला के यह भी एक स्पेशल रूम है जहा डिफरेंट टाइप के एक्विपमेंट्स रखे थे और इस वाले पोर्षन मे सेक्स के और चुदाई के बोहोत सारे एक्विपमेंट्स है और डिफरेंट टाइप्स के डिल्डोस है. 2 इंच के डिल्डो से ले के 10 इंच के डिल्डो तक इन डिफरेंट थिकनेस. थोड़े डिल्डोस तो अल्यूमिनियम के है जो बोहोत ही चिकने और स्लिपरी होते है. कुछ डिल्डोस हार्ड प्लास्टिक के है और कुछ सॉफ्ट रब्बररी प्लास्टिक के है. कुछ डिल्डोस मई तो वाइब्रटर्स भी लगे हुए है जो एलेक्ट्रिसिटी से चलते है या बॅटरी ऑपरेटेड है. मैं सब डिल्डोस के बारे मे डीटेल्स मे बताने लगा तो उनका मूह हैरत से खुलता चला गया और वो चुदाई के एक्विपमेंट को ऐसे देखने लगी जैसे उनको अपनी आँखो पे यकीन नही आ रहा हो. मैं ने उनको एक छोटा सा 2 इंच वाला पिस्टल की बुलेट जैसा डिल्डो दिखाया जिसके बेस मे से एक एलेक्ट्रिक की वाइयर निकली हुई थी, मैं ने बोला के इसको अंदर रख के प्लग ऑन करने से यह अंदर वाइब्रट करता है और औरत को बोहोत ही मज़ा आता है. मुझे लगा के अब यह मुझ से थोड़ा खुल के बात करना चाहती है. उन्हो ने पूछा के इतना छोटा सा कैसे मज़ा दे सकता है तो मैं ने कहा के मेडम मैं बाहर चला जाता हू अगर आप ट्राइ करना चाहे तो मुझे कोई प्राब्लम नही है तो उन्हो ने बोला के अभी नही सम अदर टाइम मई आउंगी और इसे उसे करके देखूँगी तो मैं खामोश हो गया.
दूसरे रूम की ओर बढ़ते हुए मैं ने बोला के आइए मेडम यह दूसरा वाला भी बोहोत ही स्पेशल रूम है. वो भी मेरे साथ रूम के अंदर आ गई जहा कमरे मे 3 चुदाई के मशीन्स लगी हुई थी. यह एक साइकल टाइप की मशीन थी जिसपे लड़की सीधी या उल्टी लेट जाती जैसे ज़रूरत हो. और उस मशीन मे लीवर्स लगे हुए थे और उसके ऊपेर एक अल्यूमिनियम का लंबा रोड था जिसका एक एंड रोटरोर के साथ लगा हुआ था और दूसरे एंड पे एक हार्ड रब्बर का लंबा मोटा लंड लगा हुआ था और सच मे देखने मे एक मोटा लंड ही नज़र आता था. यह लंड चमक रहा था. उन्हो ने पूछा यह क्या है तो मैं ने बताया के यह मशीन है यहा मेंबर इस सीट पे लेट जाती है और अपनी आपको ऐसे अड्जस्ट करती है के और फिर लंड पे हाथ फेरते हुए बोला के ऐसे अड्जस्ट करने मे यह औरत के अंदर
मेकॅनिकली अंदर बाहर होने लगता है और लड़की को जितनी अंदर तक लेना हो वो अपने आप ही अड्जस्ट कर लेती है और अगर इस से भी मोटा चाहिए तो इस आल्मिराह मे स्पेर डिल्डोस रखे है वो अपनी मर्ज़ी से जितना बड़ा और जितना मोटा होना है वो लगा लेती है. यह देखिए यहा इसके बेस मे चेंजबल थ्रेड्स बने हुए है. अगर किसी को छोटा या बड़ा लगाना हो तो यहा से घुमा के निकाल सकते है और अपनी मर्ज़ी का मोटा लगा सकते है.
इसको पहले यहा से रोटेट करते हुए मॅन्यूयेली पोज़िशन अड्जस्ट की जाती है और जब पोज़िशन अड्जस्ट हो जाती है तो अपनी मर्ज़ी से जितनी ज़ोर से अंदर बाहर करवाना चाहते है हो जाता है. और यह जो दूसरी मशीन है इस मे डबल वाला लगा हुआ है कुछ औरतों को दोनो होल्स मे एक साथ चाहिए होता है तो यह देखिए एक सीधा है और दूसरा थोडा सा आंगल बनाए हुए है, एक सामने से जाता है और दूसरा पीछे से. इस पे लड़की उल्टा लेट ती है और डॉगी स्टाइल मे हो जाती है तो आंगल और पोज़िशन सही मिलती है. यह मशीन भी कंट्रोल्ड है जितनी तेज़ चलना चाहे चला सकते है. और यह देखिए यह जो पाइप मे निज़्ज़ल लगा हुआ है उस मे से पानी की धार बोहोत तेज़ी से निकलती है और यहा बेड पे लेट के औरत अपनी टाँगें खोल के उसकी धार को डाइरेक्ट अपने क्लाइटॉरिस पे लेती है और फिर उसको ऐसा मज़ा आता है के पूछो मत और तेज़ धार के कंटिन्यू क्लाइटॉरिस पे पड़ते वो झाड़ जाती है. वो हैरत से इन मशीन्स को देखने लगी जैसे उनको अपनी आँखो पे यकीन नही आ रहा था के दुनिया मई ऐसी औरतें भी है जो सेक्स की इतनी दीवानी है.
एलेक्ट्रॉनिक सेक्स मशीन फॉर बिज़ी विमन
मैं ने देखा के वो उस एक्विपमेंट के करीब चली गई और उसपे लगे लंड को अपने हाथो मे ले के प्यार से धीरे धीरे आगे पीछे कर के सहलाने लगी. शाएद वो यह भूल गई थी के मैं भी रूम मई हू. और फिर उस रब्बर के लंड को अपने हाथ मे पकड़ के उसका मूठ मारने लगी. मैं वाहा से थोड़ा सा हट गया ता के वो मज़े ले सके. वो अपने ख़यालो मे खोई रही और उनका हाथ उस ड्यूप्लिकेट लंड का मूठ मारता रहा. थोड़ी देर मे जब उनको एहसास हुआ के वो क्या कर रही है तो वो एक दम से चौंक गई और इधर उधर देखने लगी जैसे कोई उन्हे देख तो नही रहा. मैं जान बूझ के दूसरी ओर मूह करके ऐसा पोज़ दे रहा था जैसे किसी मशीन का कोई स्क्रू टाइट कर रहा हू. मैं तिरछी नज़रो से उनको देख भी रहा था और डेफनेट्ली वो लंड को मूठ मारते मारते अपनी चूत का भी मसाज कर रही थी. उनका मूह मेरी तरफ नही था लैकिन उनके हाथ के मूव्मेंट्स से पता चल गया के वो चूत की मसाज ही कर रही है. हा थोड़ी देर के बाद उन्हो ने इधर उधर देखा और मेरी तरफ चली आई. अब उनकी साँस बोहोत ही तेज़ चल रही थी उनके मूह से आवाज़ नही निकल रही थी.

007
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Re: ग्रेट गोल्डन जिम

Unread post by 007 » 04 Nov 2014 17:32


उन्हो ने लड़खड़ाती आवाज़ से पूछा के राज तुम भी मसाज करते हो तो मैं ने कहा के हा मेडम मैं भी ट्रेंड हू लैकिन यहा लॅडीस सेक्षन मे हमारी मसाज एक्सपर्ट लड़कियाँ ही मसाज करती है मैं तो बॅस स्पेशल सर्वीसज़ के लिए ही लड़कीो का मसाज करता हू तो उन्हो ने बोला के यह स्पेशल सर्वीसज़ क्या होती है तो मैं ने बोला के हमारे गोल्ड मेंबर्ज़ जब डिमॅंड करती है तो ही मैं उनका मसाज करता हू और वो भी जब दूसरे ऑर्डिनरी और सिल्वर मेंबर्ज़ जा चुके होते है सीक्रेसी की खातिर ऐसा करता हू तो उन्हो ने बोला के आइ नीड आ मसाज राज तो मैं ने बोला के अरे मेडम आज तो हमारी कोई भी लड़की नही है और अभी तो यहा कुछ काम चल रहा है इसी लिए पार्लर 3 दिन तक बंद है तो उन्हो ने कहा के आइ डॉन’ट नो आइ नीड आ मसाज नाउ आंड आ वेरी स्पेशल वन.
मैं ने बोला के देखिए मेडम मैं मसाज कर तो दूँगा पर आपको पता होना चाहिए के यहा मसाज के टाइम पे जो कपड़ा डाला जाता है वो नही है. आपके कपड़े खराब हो जाएगे अगर आप ऐसे ही मसाज करवाएगी तो. और यहा मेरे और आपके सिवा और कोई भी नही है. उन्हो ने बोला के राज आइ डॉन’त केर के कोई है के नही बॅस मुझे अभी और इसी वक़्त स्पेशल मसाज चाहिए, आइ विल गिव यू वॉटेवर यू वॉंट तो मैं ने बोला के अरे मेडम पैसो की ऐसी कोई बात नही हमारे मेंबर्ज़ का सॅटिस्फॅक्षन ही हमारा मॉटो है तो उन्हो ने अपना पर्स खोला और चेक़ बुक निकाल के सामने टेबल पे रखी और पर्स से गोलडेन पेन निकाला और चेक़ साइन कर दिया और बोला के अमाउंट तुम लिख लेना मुझे गोल्ड मेंबरशिप चाहिए अभी और मेरी मेंबरशिप इसी टाइम से स्टार्ट हो जाएगी. मैं ने बोला के मेडम आप आज से ही हमारी गोल्ड कार्ड मेंबर है और आपकी सेवा करना हमारा धरम है. चलिए आइए आप जैसा कहेंगी मैं वैसा ही करूँगा.
वो मेरे साथ मसाज वाले पोर्षन मे आ गई. मैं ने मेडम से बोला के मेडम यहा आप अपने कपड़े रख सकती है मैं ने इशारे से उनको एक रूम बताया. वाहा एक छोटा सा चेंजिंग रूम था, यहा मेंबर्ज़ अपने कपड़े उतार के हॅनंगरर्स मे टांग देते और
नंगे ही आराम से घूमते है. मैं ने मेडम से बोला के आप यहा जा कर चेंज कर ले मेडम नही तो आपके कपड़े खराब हो जाएगे और हा जैसा के मैं बता चुका हू के यहा कोई चादर नही है तो उन्हो ने बोला के राज यहा इतनी धीमी पवर के बल्ब्स लगे है इस्मै कोई किसी को क्या देख सकता है. कोई बात नही यहा मेरे और तुम्हारे सिवा और कोई भी तो नही है ना चलो मैं अभी कपड़े उतार के आती हू.
मैं ने बोला के मेडम आप वापस आ के इस टेबल पे लेट जाइए. ओह ओह ओह एक मिनिट रुकिये मेडम. मुझ एक जगह वाइट मलमल का कोई कपड़ा और एक छोटा सा टवल दिखाई दे रहा था. मैं ने बोला के मेडम आप यह ओढनी ओढ़ के लेट जाइए शाएद किसी पार्लर की लड़की की रह गई होगी, आप इटमेनान से उसे कर सकती है तो उन्हो ने बोला के अएरी पता नही किस बेचारी की होगी और अगर आयिल से खराब हो गई तो मुझे अछा नही लगेगा तो मैं ने बोला के आपकी मर्ज़ी मेडम. मैं ने बोला के मैं शवर रूम से टवल ले के आता हू मुझे भी तो चेंज करना है नही तो मेरे भी कपड़े खराब हो जाएगे. उन्हो ने पूछा के तुम क्या चेंज करोगे तो मैं ने बोला के मैं एक टवल लपेट लूँगा कुछ नही, अगर चेंज नही किया तो मेरे कपड़े शुवर्ली खराब हो जाएगे क्यॉंके हम बोहोत ही स्पेशल आयिल्स और लोशन्स इस्तेमाल करते है इसी लिए कपड़ो पे दाग धब्बे लगने का ख़तरा रहता है और अगर टवल पे कुछ लग भी गया तो मैं उसको चेंज कर लूँगा . यह टवल नॉर्मल ड्राइयिंग टवल जैसा नही था बलके पतले से कॉटन के कपड़े का था जैसा के डिशस और प्लेट्स पोंछने के लिए होता है.
उन्हो ने बोला के ठीक है कोई बात नही तुम टवल लपेट लो. मैं ने बोला के मेडम आप जब भी रेडी हो जाए तो मुझे पुकार लेना तो उन्हो ने कहा ठीक है और वो बजाए अंदर चेंजिंग रूम मे जाने के वाहा खड़े खड़े ही अपनी सारी, ब्लाउस, पेटिकोट, ब्रा और पॅंटी निकल के करीब पड़े सोफे पे रख दिए और टेबल पे बिना
कुछ बदन पे डाले एक दूं से नंगी उल्टी हो के पेट के बल लेट गई और मुझे अंदर आने को बोला. मैं जैसे ही अंदर आया उनके नंगे गोरे बदन और दूधिया चूतदो को देख के पागल हो गया, मेरा लंड एक झटके से खड़ा हो गया और टवल मे तंबू बन गया. आर यू रेडी मेडम तो उन्हो ने बोला के हा तुम स्टार्ट करो जल्दी से और आराम से करना मुझे घर जाने की कोई जल्दी नही है. मैं मसाज का भर पुवर मज़ा लेना चाहती हो तो मैं ने कहा ओके मेडम आइ आम शुवर के आप यहा से सॅटिस्फाइ हो कर ही जाएगी तो उन्हो ने भी उसी टोन मे कहा के हा बॅस तुम मुझे सॅटिस्फाइ करदो तो मेरे कान खड़े हो गये. मैं दिल मे सोचने लगा के मैं कोन्से सॅटिस्फॅक्षन की बात कर रहा था और यह मेडम कोन्से सॅटिस्फॅक्षन की बात कर रही है यह सोच कर ही मेरे लंड मे एक और झटका लगा और वो कुछ ज़ियादा ही तंन गया.
मैं ने जो टवल लपेटा था वो कुछ छोटा सा था. उसको मैं ने फोल्ड कर के एक तरफ से टॉप लिया था और वो इतना टाइट भी नही हुआ था. मैं मेडम के साइड मे आ गया और वाहा रखी कपबोर्ड से स्पेशल मसाज का परफ्यूम्ड आयिल निकाला जिसका ढक्कन खोलने से ही कमरे मे खुश्बू फैल गई तो मेडम ने एक गहरा साँस लिया और बोली के राज यह तो बोहोत ही खुश्बू वाला आयिल है तो मैं ने बोला के येस्स मेडम यह जर्मनी से मँगवाया गया है अपने स्पेशल कस्टमर्स के लिए. आयिल ले के मैं ने उसको मेडम के दोनो शोल्डर्स से ले के चूतड़ तक “ टी “ की शकल मे आयिल टपकाया और बॉटल को बंद करके साइड मे रख दिया और फिर आयिल को दोनो शोल्डर्स पे स्प्रेड किया और फिर पीठ पे स्प्रेड किया. अड्जस्टबल टेबल था तो मैं ने टेबल की हाइट को ऐसे सेट किया के वो मेरे थाइस तक आ गयी. टेबल किसी स्कूल के बेंच जितना चौड़ा था. इतना के बस एक आदमी उसपे लेटे तो टेबल का बोहोत ही थोड़ा सा हिस्सा दिखाई देता था. ऐसी हाइट वाले टेबल पे और ऐसी पोज़िशन मे मसाज करने मे आसानी होती है. बहुत थोड़ा सा बेंड होना पड़ता है और इतना बेंड होने से मसाज भी करेक्ट प्रेशर से होता है.

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Re: ग्रेट गोल्डन जिम

Unread post by 007 » 04 Nov 2014 17:33


कॅल्क्युलेटेड प्रेशर से मसाज करने से बदन एक दम से हल्का महसूस होने लगता है. मसाज करवाने वाले को लगता है के वो हवा मे उड़ रहा है.
मेडम के ऊपेर तेल डाल के जैसे ही स्प्रड करना शुरू किया मेडम का बदन थोड़ा टाइट हो गया तो मैं ने बोला के रिलॅक्स मेडम अपने बदन को ढीला छोड़ दीजिए तो वो बोली के नही बोहोत दिनो बाद किसी मर्द का हाथ लगा है मेरे बदन पे इसी लिए थोड़ा सा अकड़ गया था तो मैं ने पूछा के क्यों मेडम राई साहेब घर मे नही है क्या तो उन्हो ने एक गहरी साँस ली और बोली के वो कहा होते है उनको खुद ही खबर नही होती. एक दिन भी तो घर मे ठीक से रात गुज़ारे उन्है पता नही कितने साल होगये. वो आज यहा तो कल लंडन तो परसो उस, फ्रॅन्स फिरते ही रहते है उनके पास कहा टाइम है किसी के लिए भी. ओह फिर तो आप काफ़ी अकेला फील करती होगी आप को हमारी मेंबरशिप पसंद आएगी आप यहा डेली आ सकती है और अपना टाइम पास कर सकती है तो उन्हो ने बोला के हा अब मैं यहा डेली ही आया करूँगी. इसी तरह की बातें करते करते मैं मसाज कर रहा था. कभी साइड मे खड़े हो के करता तो कभी अपने पैर टेबल के दोनो तरफ डाल के पीठ पे मसाज करता.
मेडम के गोरे गोरे गोल गोल चूतड़ देख के जी तो कर रहा था के यही तेल मेडम की गंद मे डाल के अपना लंड घुसेड डालु और गंद मार दू उनकी पर मुझे डर था के कही मामला बिगड़ ना जाए इसी लिए मैं ने कुछ नही किया, मैं कोई रिस्क नही लेना चाहता था.
मैं टेबल के दोनो तरफ टाँगें रख के मेडम की पीठ का मसाज कर रहा था और अब शोल्डर्स का करना चाहता था. थोड़ी देर पीठ का मसाज करने के बाद मैं ने थोड़ा सा तेल उनके चूतदो पे डाला और उनके चूतदो को ऐसे मसाज किया या ऐसे मसल्ने लगा जैसे लॅडीस रोटी पकने से पहले आता गूंदते है. दोनो हाथो से मसल रहा था तो उनकी गंद का गुलाबी छेद दिखाई दे रहा था. इतना मस्त छेद था के क्या बताऊ दोस्तो जी कर रहा था के बॅस अब इस गंद को फाड़ ही डालु पर अपने ऊपेर काबू रखना
पड़ा. थोड़ी देर उनकी गंद का मसाज करने के बाद मैने उनकी टाँगो पे भी थोड़ा सा आयिल डाला और दोनो टाँगो को अपने दोनो हाथो को एक दूसरे से मिला के हाथो को नमस्ते के स्टाइल मे बंद किया और ऐसे पकड़ के मसाज किया और उनकी पिंडली के गोश्त को अपने दोनो हाथ खड़े कर के ऐसे मारने लगा जैसे बुचर गोश्त का खीमा बना ने का लिए गोश्त के ऊपेर अपना चुरा मारता है. जब यह पोर्षन का मसाज हो गया तब मे उनके शोल्डर्स का मसाज करना चाहता था.
मैं टेबल से घूम के मेडम के सामने की तरफ आ गया क्यॉंके मुझे यकीन था के अगर मैं उसी पोज़िशन से और वही खड़े खड़े उनके शोल्डर्स तक झुकता तो मेरा लंड शुवर्ली उनकी गंद से लग जाता इसी लिए मैं घूम कर उनके सामने आ गया.
मेडम अपने दोनो हाथ फोल्ड कर के अपने दोनो हाथो पे अपनी चिन टीका के लेटी थी. मेडम की आँखें बंद थी तो मैं ने पूछा के मेडम कैसा फील कर रही है आप तो उन्हो ने अपनी आँखें खोली और बोली के राज क्या बताऊ तुम्हारे हाथो मे जादू है मुझे तो ऐसा लग रहा है जैसे मेरा बदन बिल्कुल लाइट हो गया है और मैं हवा मे उड़ रही हू. मैं अब उनके मूह के सामने खड़ा था और मेरा लंड ज़ोर से आकड़ा हुआ था. मेरी समझ मे नही आ रहा था के कैसी पोज़िशन लू क्यॉंके अगर मैं ठीक मेडम के मूह के सामने खड़ा होता तो मेरा लंड मेडम के फेस से टकरा जाता और साइड मे खड़ा होता तो शोल्डर्स पे वो प्रेशर डेवेलप नही होता जो मैं करना चाहता था. मैं इसी ख़यालो मे था के मेडम ने मेरे लंड पे हाथ धीमे से टच किया और बोला के राज यह तो बोहोत ही इनजस्टिस है राज तो मैं ने बोला के मेडम क्या बात है मैं कुछ समझा नही तो मेडम ने बोला के मैं तो नंगी लेटी हू और तुम यह टवल लपेटे हुए हो इतना कहते कहते उन्हो ने टवल का वो पोर्षन जो दूसरी तरफ से टोपा गया था उसको खीच के निकाल दिया तो टवल नीचे नही गिरा बलके मेरे लंड पे ऐसे अटक गया जैसे किसी खूते से टाँग दिया गया हो और आंटिसिपेशन मे लंड झटके खाने लगा.

क्रमशः........

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