एग्ज़ॅम का आज 2न्ड लास्ट डे था राज समयनुसार रश्मि को लेकर कॉलेज चल दिया…तभी उसे एक उक्ति सूझी….उसने प्लान बनाया….आज वो चाह रहा था कि अपना जलवा रश्मि को दिखा दे……लेकिन समय पर कॉलेज भी पहुँचना था….तभी उसने मन बनाया कि शाम को लौटते वक़्त वो ऐसा करेगा…….दो तीन बार वो हार्ड ब्रेक मारा…..रश्मि की चुचिया….राज ने अपनी पीठ पर महसूस की और रश्मि ने भी अपने हाथो से पॅंट के उप्पर राज के लंड का अनुभव किया पर वो उस जगह पर अपना हाथ ना रख कर उसके पेट को पकड़े हुए थी………..रश्मि राज की सारी चालाकी समझ चुकी थी पर वो कुच्छ बोल नही रही थी………शायद उसे भी उनका फ्लर्ट करना अच्छा लग रहा था…..उसकी लाज और शर्म करीब करीब ख़तम हो चुकी थी…..क्योकि बाथरूम मे जिस तरह राज को देखा था और उसे लिपट कर किस दिया ……उससे वो काफ़ी खुल चुकी थी…अब वो उससे भी आगे बढ़ना चाह रही थी…पर एक संकोच था वो ये कि आगे कौन बढ़े…..राज या रश्मि? राज उसका जेठ था…अगर देवेर होता तो शायद वो ऐसा एक्सपेक्ट कर सकती थी…वो जेठ था…..इसलिए रश्मि को पहले पहल करनी चाहिए…ये रश्मि भी समझ चुकी थी…पर उसके मन मे अभी भी एक संकोच था वो ये कि कही राज नाराज़ ना हो जाए….कही उसे चरित्र हीन ना समझ ले………
रश्मि एक बहुत ही खूबसूरत, आग्याकारी और सुशील लड़की थी….हन ये बात और है कि उसे मर्दो का अट्रॅक्षन काफ़ी परभावित करता था…विशेष कर राज…….उसकी एक वजह राजेश ही था क्योकि वो उसे ज़्यादा समय नही दे पा रहा था……और दूसरी तरफ राज किसी ना किसी बहाने हमेशा रश्मि के पास ही रहता था………….दूसरे तरफ राजेश का अफेर रंभा के साथ चल रहा था जो कि वो जानती थी..पर उसने कभी नाराज़गी व्यक्त नही की…..वो ये समझती थी कि ये उसके हज़्बेंड का अपना निज़ी मामला है…..और फिर उसका जॉब भी तो ऐसा था…..ज़्यादा तर वो विज़िट पर ही रहता है……..रंभा उसकी सेक्रेटरी थी…2 बार रश्मि भी रंभा से मिल चुकी थी…रंभा के साउत इंडियन लड़की थी…जो कि पिच्छले महीने राजेश के ऑफीस मे जाय्न कि थी,,,, उसके मा बाप पिछले महीने ही गुजर गये थे..उसके अंत्येष्टि मे राजेश और रश्मि उसके घर पर गये थे…संवेदना व्यक्त की थी…….तभी से राजेश और रंभा के बीच संबंध स्थापित हुए………रश्मि को ये बात तब पता चली जब राजेश की शर्ट के पॉकेट मे रंभा का एक रुमाल मिला जिसमे रंभा लिखा था…….पुच्छने पर राजेश ने सब सच बता दिया ….उसने तो यहाँ तक बता दिया कि उसके साथ शारीरिक संबंध भी हो चुके है………ये सुनकर शायद दुनिया की कोई भी औरत चिल्लाएगी नही…ऐसा नही हो सकता…..पर ये रश्मि ही थी कि उसने सिचुयेशन को कंट्रोल मे रखा….अपने आप को संभाला और कहा……
रश्मि: राजेश….तुम जो भी कर रहे हो वो ग़लत है…..कम से कम अपने घर-गृहस्ती देखो…..
राजेश: मुझे पता है पर मे क्या करता…..मुंबई मे तुम थी नही…..और फिर शराब और शबाब का ऐसा जस्न चला कि मे रंभा के साथ बह गया….शायद तुम रहती तो ऐसा नही होता
रश्मि: तभी मे कहती हू कि शराब से दूर रहो…….क्योकि शराब इंसान नही पीता…बल्कि शराब ही इंसान को पीती है…..
राजेश: सॉरी डार्लिंग…. मे तुम्हारा गुनह-गार हू. जो सज़ा देना हो दे दो पर मेरे से बात ज़रूर करो
रश्मि: कभी सोचा है…अगर एड्स जैसी बीमारी हो गयी तो? मे तो गयी काम से ना
राजेश: रंभा ऐसी लड़की नही है….शी ईज़ वर्जिन लेडी
रश्मि: तुम्हे कैसे पता?
राजेश: डार्लिंग…उसकी चूत की सील मेने ही तोड़ी है….शी वाज़ वर्जिन
रश्मि: ओह माइ गॉड…. बेशर्मी की हद हो गयी….ऐसे बात कर रहे जो जैसे किला फ़तेह कर लिया हो
राजेश: ये किला फ़तेह से कम थोड़े ही है….तुम्हारी भी सील तोड़ी है….तुम 2 दिन तक चल नही सकी थी
रश्मि: छियीयीयियी कैसे आदमी हो…..पब्लिक प्लेस पर ….ये सब….कोई सुनेगा तो क्या कहेगा
राजेश: क्या कहेगा….मे अपनी बीबी से बात कर रहा हू…किसी और से थोड़े ही ना………..थोड़ी देर खामोश रहने के बाद………………हिम्मत करके राजेश ने कहा….तो मे सोचु कि तुमने मुझे माफ़ कर दिया है
रश्मि: ये तुमने कैसे सोच लिया…घर चलो तो हम बताते है???? भैया और भाभी से कहूँगी… तुम्हारा लाड़ला क्या गुल खिला रहा है…….बाते करते करते घर भी आ गये….पर घर पर तो ताला लटका हुआ था……………………………………..लगता है ये भी कही रंग-रेलिया मना रहे है……………………..
राजेश : हस दिया………….
रश्मि: हसो मत….ताला तोड़ने का जुगाड़ करो
राजेश: ताला मे कैसे तोड़ सकता हू….बिना चाभी के ताला नही तोड़ा जा सकता…..ताला खराब हो जाएगा
रश्मि: मुझे मत सिख़ाओ…..ये लो पत्थर और तोडो…….औरतो की सील तोड़ सकते हो….ताला नही??? यही मर्दानगी है…..तुम्हारी?
राजेश: मर्दानगी की बात मत करो……नही तो बुरा होगा
रश्मि: क्या कर लोगे?
राजेश: मे अभी खड़े खड़े चोद दूँगा
रश्मि: तो चोद के बताओ?
राजेश: वो उसे बाँहो मे लेना चाहता था कि तभी एक बुड्ढ़ा वन्हा से गुजर रहा था….उसे देखकर दोनो नॉर्मल हो गये……..
राजेश ताले को गौर से देखने लगा….और फिर रश्मि से बोला…रश्मि अपना हेर पिन दो..रश्मि ने हेर पिन निकालकर उसे दिया…..और राजेश उसे गौर से देखने लगा….वाकई ये कमीना ताला खोलने मे माहिर है……..और तभी कट की आवाज़ के साथ ताला खुल गया…..राजेश ने हस्ते हुए रश्मि को कहा…लो खुल गया ताला….और बताओ और किसका ताला खोलना है…
रश्मि: वेरी क्लेवर………..अब चलो ….अंदर बताती हू और हस्ने लगी
राजेश ने जैसे ही रश्मि अंदर गयी उसे बाँहो मे ले लिया और उसके होंठो को ज़ोर से किस करने लगा…..होंठो को चूस्ते हुए उसे अपने गोद मे उठा कर अपने बेडरूम मे चला गया…..जहाँ पहले से ही बेड तैयार था….राजेश ने रश्मि को बेड पर पटक दिया और उसके उप्पर चढ़ गया….
रश्मि: अरे पहले फ्रेश तो हो लो…..आज रात को करना….जो करना हो
राजेश: नही अभी करने दो फिर नहाना……
रश्मि: मेरे भोले सनम……मेरे पूरे शरीर मे डस्ट लगी है..ऐसे मे सेक्स करना सही नही होगा…..चलो नहाते है…
राजेश: हां तो चलो……………………और दोनो बाथरूम मे चले गये…वही पर एक दूसरे के कपड़े उतारे…….रशमी सिर्फ़ ब्रा और पॅंटी मे थी और राजेश एक छोटे से ब्रीफ मे.
राजेश; मेरी जान इसे भी तो उतार दो….उसकी पॅंटी और ब्रा को देखते हुए कहा
रश्मि: नही………अभी नही….तुम बहक जाओगे…और मुझे यही खा जाओगे.
राजेश: अरे यार……मे रात से ही भूका हू…….और तुम हो कि
रश्मि: क्यो रात से क्यो….रंभा ने नही दी खाने को (रंभा का ताना दिया)
राजेश: अरे यार वो मेरी पी ए है और तुम मेरी बीबी…
रश्मि: यानी….मे घरवाली और वो बाहरवाली …क्या कॉंबिनेशन है
राजेश ने एक साबुन उठया और रश्मि के पूरे शरीर पर लगाने लगा….साबुन के फेन से सराबोर रश्मि ने भी मूड कर अपने पति के गले मे बाँहे डाल दी और उसे भी साबुन रगड़ने लगी. राजेश ने उसे किस करने के बाद उसके होंठो को चूसने लगा….रश्मि की आँखें बंद हो गयी…आज 3 दिन बाद राजेश आया था…..वो सेक्स से मरी जा रही थी वही दूसरी तरफ राजेश का हाल था….दोनो अब एक दूसरे को साबुन लगाने लगे…….और दूसरी तरफ होंठो को चूसने लगे……रश्मि पूर्ण रूप से नंगी हो चुकी थी….राजेश पहले से था ही नंगा…..अब रश्मि साबुन का फेन राजेश के लंड पर लगा रही थी…. लंड ज़रूरत से ज़्यादा एरॅक्ट था…..वैसे रश्मि बाथरूम मे कई दफ़ा चुदाई थी…पर आज कुच्छ ज़्यादा ही मज़ा आ रहा था…वो राजेश के कान मे बोली…..डार्लिंग…मुझे यही पर चोदो…..मे मरी जा रही हू….
राजेश मुस्कुराते हुए कहा….शुवर डार्लिंग…और वही कॉमोड पर बैठ गया और रश्मि को खींच कर अपने उप्पर बैठा लिया….दोनो कैची की तरह बन गये…. राजेश ने अपना लंड आगे बढ़ा कर उसकी चूत मे लड़ा दिया और धीरे से प्रेस किया….एक हल्की सी फॅक की आवाज़ के साथ लंड पूरा धँस गया…रश्मि स्वर्ग मे तैरने लगी….वो राजेश को अपनी बाँहो मे लेते हुए उसके चेहरे , होंठ और गालो पर किस करने लगी….दूसरी तरफ राजेश उसके हिप्स, गांद और चुचियो को दबा दबा कर धक्के लगाने लगा….रश्मि आज जी भर कर चुदवाने लगी…..वो उसके कान मे कुच्छ बोली……डार्लिंग…बोलो कौन अच्छी है..मे या रंभा
राजेश: डार्लिंग सच बोलू…..तुम
रश्मि: वो कैसे?
राजेश: तुम्हे चोद्ते हुए मुझे अद्भुत आनंद मिलता है
रश्मि: रंभा से क्यो नही?
राजेश: रंभा जल्दी जल्दी करती है…..जैसे कोई ट्रेन ना छूट जाय………… या किसी के आने का डर हो…. सेक्स का मज़ा तभी आता है जब प्यार हो और समर्पण हो
रश्मि: ठीक कहते हो…तभी तो मे पूरी समर्पित हू…मुझे कुच्छ नही चाहिए….तुम जिसके साथ सोवो, चोदो, मुझे कोई दिक्कत नही है…हां अपना ख्याल रखना…..कॉंडम का इस्तेमाल ज़रूर करना….
राजेश : जी मेडम………
रश्मि: जी मेडम….कभी कॉंडम का इस्तेमाल किए हो….??? जो जी मेडम बोल रहे हो….
राजेश: यार तुम जानती हो कि मुझे कॉंडम से नफ़रत है….मुझे मज़ा नही आता
और तुम ही बताओ….कॉंडम से तुम्हे भी तो आलर्जी है.
रश्मि: मुझे क्यो नही होगी…..मे तुम्हारी बीबी हू…मुझे कॉंडम की क्या ज़रूरत है…मुझे तो एक भी बच्चा नही हुआ है……और फिर मे कोई बाजारू थोड़े हू.
राजेश: तो क्या सिर्फ़ बाजारू औरते ही कॉंडम का इस्तेमाल करती है?
रश्मि: मे तुम्हे इस लिए बोल रही हू क़ि कॉंडम तुम्हे एड्स से बचाएगा बस
राजेश: ठीक है मेरी मा…आइन्दा से कॉंडम यूज़ करूँगा….बाहरवालीयो के साथ …अब खुस………………………
आज पहली बार कोई पत्नी अपने पति को बाहरवालीयो को चोद्ने को बोल रही हो.
रश्मि: ऐसा इसलिए कि मे समझ सकती हू कि बिना सेक्स के ईक दिन भी रहने कितना मुस्किल है…..तुम्हारे लिए….बिना चुदाई के रह सकते हो ….बोलो???
राजेश: ये तो सत्य है कि बिना चुदाई के ईक रात भी गुज़ारना मुस्किल है ….पर तुम बोलो तुम कैसे रहती हो?
रश्मि : मेरी बात छोड़ो…हम औरतो को भगवान ने बड़ा दिल दिया है…हम किसी भी दुख को आसानी से झेल सकते है
राजेश: पर तुम्हे भी तो इच्छा होती होगी …..दूसरे मर्द से चुद्वाने की….बोलो ना प्लीज़…..
रश्मि: यार बात को कहाँ से कहाँ ले गये…..अब चोदो और धक्का लगाओ…मुझे फ्रेश होकर खाना भी बनाना है………………….प्लीज़ हरी अप…..राजेश को भी समय गवाना व्यर्थ लगा और वो धक्के लगाने लगा……इस बार वो उसे अपनी बाँहो मे उठाए हुए पूरे लंड को उसके चूत मे डाले हुए खड़ा हो गया और चुदाई करने लगा…….करीब 5 मिनट चोद्ने के बाद वो झर गया…….जैसे ही उसके पिचकारी छूटी उसका पाँव फिसल गया और वही बाथरूम के फर्स पर रश्मि को लिए हुए गिर गया…पर लंड उसके चूत से नही निकला ….
राजेश: डार्लिंग..तुम ठीक हो…
क्रमशः.......................
प्यास बुझती ही नही compleet
Re: प्यास बुझती ही नही
Thodi der customer deal karne ke baad wo bike se chala gaya…….raste me kaafi traffic rahne ke wajah se wo 15 min. late college pahuncha……jab college pahuncha to koi use dikhai nahi de raha thaa……kahi chutti to nahi ho gayee…rashmi kahan hai…..wah soch raha tha…..tabhi usne me gate par guard se pucha
Raj: bhaiya…..ye papar khatam ho gaya?
Guard: haa….20 min. ho gaye…saare bachhe chale gaye.
Raj: are…ye kahan rah gayee…….me bhi kitna stupid hu…mujhe aur pahle nikalna chahiye tha….usne mobile nikalkar rashmi ko phone lagaaaya par wo switch-off tha…..wo maayush ho kar ghar ki taraf chalne lag…jaise hi U term kiya ki use rashmi dikhai di…………………………..are kahan thee….kahan ho bhai….??? Me to maayus hokar ghar jane wala thaa….
Rashmi: ji wo bathroom laga hua thaa……
Raj: to college me kar leti…yu sadak par jhaadiyo me?
Rashmi: college ka bathroom kaafi ganda thaa…sooooo
Raj: koi bat naahi aao baitho.
Rashmi: aap late kaise ho gaye
Raj: are yaar wo Doctor. Neha hai..na uska oparation tha
Rashmi: Doctor. Neha ka oparation ??? use kya hua?
Raj: are Doctor. Neha ka oparation nahi…..ek lady ka oparation kar rahi thee…wo mujhe anaesthesia dene ke liye rok liya thaa……uspar ye delhi ka traffic? Tabhi late ho gaya…..tumhe jyada wait to nahi karna pada?
Rashmi: nahi…aur waise bhi me chah rahi thee ki aap late ho jaao
Raj: kyo?
Rashmi: bathroom jo laga hua tha?
Raj:wooooo to kya hua…..kisi sulabh-sauchalay me karwa deta……..waise koi dikkat to nahi huee …un jhadiyo me?
Rashmi: Dikkat …kaisi dikkat
Raj: wahi …kahin Jhadiyo ke beech kide-makode rahte hai na…kai sitiyon ke beech gus na jaye.
Ye sunte hi rashmi Sharma gayee……..bhai shahab aap bhi na….kya karti majboori jo thee….peshaab ko rok bhi to nahi sakte na?
Raj: haa par public place par yu bathroom karna…aur wo bhi ek lady ke liye save nahi hai
Rashmi: janti hu…par kya karu…..aur waise bhi wanhaa koi nahi thaa………
Raj: achha chodo…ye bataao ki papar kaisa gaya….
Rashmi: theek thaa…ek question ka answer nahi hua.
Raj: hamm paas to ho jaaogi naa?
Rashmi: sirf paas hone ke liye nahi padha jata
Raj: to phir?
Rashmi: gyaan hasil karne ke liye
Raj: hmmmm chalo…kaha chalna hai
Rashmi: ghar
Raj: nahi….pahle ek restaurant me kuchh khaate hai…pahli baar meri bike par baithi ho……chat khate hai….
Rashmi: kuchh nahi boli…sirf haa me haa mila di
Raj ek restaurant me bike rok diya…..restaurant me special cabine thaa usme rashmi ko leke chala gaya…aur do plate samosa chaat banana ko bol diya aur saath me cold-Doctorink bhi
Raj aur rashmi ek cabine me baith gaye…..aur idhar-udhar ki baate karne lage……mauka dekh kar Raj ne rashmi ko kaha
Raj: jaanti ho….aaj tum bahut sunder lag rahi thee…is suite me
Rashmi Sharma gayee…boli kuchh nahi sirf muskura di
Rashmi: inhone hi laye the MuM B Ai se…….shocha aaj se exam suru hai pehn lu
Raj: achha kiya……aur waise bhi white suite tumpe janchti hai…..
Rashmi: aap bhi handsome lag rahe hai….in kapdo me…..us samay ek jean aur ek t-shirt pehne hue tha…..use dekh kar lag raha tha ki koi khiladi ho.
Raj: thanks…….
Tabhi waiter do plate me chaat le kar aa gaya aur table par rakh diya…..dusre waiter ne do-glass me cold-Doctorink rakh diya….aur bola….aur kuchh shahab?
Raj: nahi…tum jao….aur dono dheere dheere khane lage
Raj ko kuchh sharat sujhi…wo ek chammach me thoda sa samose ka tukra kaat kar rashmi ki taraf badhaya……..
Rashmi kuchh soch rahi thee…jab Raj ko dekha to sharmate hue uske aagrah ko mante hue us tukre ko khan eke liye jaise hi munh khola….Raj apna haath khinch liya…aur dono thahaka mar kar hasne lage. Isi tarah 2-3 baar kiye……isi bich chaat ka ras rashmi ke suite par gir gaya…..ek to samosa garam aur uspe uska daag lagne ka dar….rashmi jaldi se uth kahari ho gayee…
Rashmi: oh my god…mera suite kharab ho jayega….
Raj ne jaldi se apne haath se uske breast se samose ka tukra hata diya aur use ragarne laga……ye sirf 1 min tah chala…ye sab itni jaldi ho gaya ki rashmi ko pata hi nahi chala…na hi Raj ko…lekin jab rashmi ko dhyan gaya to wo Sharma gayee…aur apni nazare niche karte hue bathroom ki or chal di…..
Thodi der baad wo normal ho kar aa gayee…par suite par masale ka daag lag gaya tha…
Raj: I m sorry……
Rshmi: sorry? Kis chij ke liye?
Raj: wo….mene tumhare breast?
Rashmi: koi baat nahi…aapne achha hi kiya…agar na karte to mera sina jal jati.
Ab chale…???
Raj: are cold Doctorink to pi lo…
Rashmi: are haa…aur dono cold-Doctorink pine ke baad apne ghar aa gaye…raste me koi baat nahi hue……….
Aaj ka din rashmi aur Raj ke liye yaad-gar thi….jaha Raj ko rashmi ki samipta mili….wahi rashmi ko bhi unka saath aachha laga…..ye silsila roj chalta raha……..dono me pyar badhta gaya……hasi majak, baate, aur sex ki bhi baate hoti rahi….jaise kit um satisfied ho rajesh se, to rashmi bhi bol deti thee ki kya aap didi se khus hai…wagairah wagairah……
Ab Raj ko roj ki duty ban gaya…rashmi ko college chodna aur phir lana…..phir apne karobar me lag jata.
Raj aur rashmi ke bichh kaafi chemistry ban chuki thee. Ab dono kaafi khul chuke the……ek duskre ko pakarna, yaha tak ki kiss bhi kar lete the. Ek rok Raj ne man bana liya ki wo rashmi ko apna lund jarur dikhayega…kyoki use aisa lagne laga hai ki rashmi rajesh se sex-satisfied nahi hai……wo rashmi ke man ko jaanna chahta thaa…wo jaanna chahta thaa ki agar wo rashmi ko haath lagai to haath ko chhatak to nahi degi? Dusri taraf rashmi bhi aisa hi kuchh soch rahi thee…..waise rashmi ko roj raat me chudai hoti thee…par wo naa jane Raj me kya nazar ata thaa…ki wo use baat karne ke baad fresh ho jati thee……aisa kamala aur rajesh ne bhi notice kiya thaa…par kuchh bola nahi……ghar ka watawaran theek thak tha.
Chudai session dono jodo me jabardast hoti thee….dono ke kamre agal-bagal rahne ke wajah se aawaje aur siskariya Raj bhi sun leta thaa aur udher rashmi bhi………………..kamala aur rajesh ki chemistry bhi aisa hi thaa…par sex me cover nahi hua thaa…par gande majak hote the.
Raj ek subah apni wife ko bola ki aaj me ghar nahi aaoonga…kyoki raat me oparatin hai ek Doctor. neha ke saath…..kamala sirf itna hi kaha…apna kyal rakhna
Doctor. Neha Sharma sham 7 pm par dispensary a gayee thee Raj pahle se hi apne shop me thaa..dispansary me aate hi Doctor. neha ne Raj ko bulaya…
Doctor. Neha: jiju…aaj ladke wale aye thee mujhe dekhne
Raj: kya? Great….murga kaisa hai
Doctor. Neha: haste hue….koi khas nahi….mujhe aisa lagta hai ki saari jindagi aise hi rahne honge…..duniya me ache ladko ki kami ho gayee hai
Raj: aisa nahi hai madam, ab mujhe hi dekho…kya kami hai mujhme. Ek dam fit hu….tabhi to tumhare bahan ke saath shaadi ki hai…..par haa ek do bojh aur dho sakte hai.
Doctor. Neha: kya??? Kya kaha.? Yaani ki koi aur bhi hai?
Raj: bilkul?
Doctor. Neha: lagta hai didi ko bolna hoga
Raj: bol do…kya kare….jab roj roj ek hi daal khane ko mile to maja kaha se ayega…kabhi kabhi to kawab milna chahiye
Doctor.Neha: jyada non-veg khaoge to kanta gale me atak jayega
Raj: kante ke dar se koi non-veg khana thode hi bulta hai
Doctor.Neha: to aapka kya irada hai…ab tak kitne kilo non-veg kha liye ho
Raj: abhi tak count nahi kiye hai….par agar fresh maal ho to koi parwah nahi
Doctor. Neha: didi ko pata hai?
Raj: haa wo mera taste janti hai……koi rukawat nahi..me to use bol diya hu ki meri taraf se tum bhi aazad ho……jab kabhi bhi non-veg khane ka man kare kha lo aur mujhe bhi khane do.
Doctor. Neha: thats great....to phir kya irada hai?? aaj non-veg chalegi.....?
Raj: usi ka intezaar hai...dekho kya ishara hota hai..
tabhi OT staff ne kaha ...madam OT is ready for oparation ....dono uth kar khade ho gaye aur chale gaye apne apne kaam me.
Dusre din subah subah rashmi brash kar rahi thee.....rajesh subah subah kahi chala gaya tha...aur Raj nahane ja raha tha...ki tabhi wo rashmi ko tooth-brush karet hue dekha...use sararat sujhi...wo uske pas jate hue kaha:
Raj: aaj tumhara papar hai ya nahi
rashmi: ji kal hai......assignment banana hai.....
Raj: theek hai me nahane jaa raha hu...kya tumhara bath-room istemaal kar lu?
rashmi: kyo nahi...par tax lagegi
Raj: tax??? kaisi tax
rashmi: pahle services le lo phir bataaoongi aur muskurate hue jor jor se tooth brush karne lagi.
Raj muskurate hue bathroom me chala gaya...par darwaja khula chod diya jaanbhujhkar.....shayad use lag raha hoga ki rashmi jarur jhankegi.
Raj sirf ek brief me thaa .jo ki pura tight tha....lund ka ubhar kaafi dikh raha tha......Raj shawer on kar diya aur nahane laga....pura shareer pani se bhing chuka thaa...uske brief bhi bhing chuka thaa....lund ka aakar aur saaf dikh raha tha.........thodi der baad rashmi chup-chap andar aa gayee.....wo boli
rashmi: sorry...bahar ka basin nul nahi chal raha thaa...to me andar ka basin istemal kar lu?
Raj: kar lo parantu meri taraf mat dekhna?
rashmi: muskurate hue...aapke taraf dekhne ke liye kya hai?
Raj ne chutki lete hue kaha: jo bhi hai mere brief me hai...ye baad wo dheeme se kaha......ishara thaa ki rashmi sune bhi aur na bhi sune....parantu rashmi sun li thee...wor sirf muskuraee wo sir jhukaye wahi par khadi thee.
Raj ne kaha ki ab khadi kyo ho.....meri peeth par saabun to laga do....agar tumhare pas samay ho to?
rashmi uske kareeb aa gayee aur sabun le kar uske peeth par sabun lagane lagi...rashmi ka komal haath ka sparsh pate hi uska lund aur fufkarne laga....aur dusri taraf rashmi bhi maje lene lagi....aaj jeevan me pahli baar kisi mard ka deh chhu rahi thee......man jab jyada majboor ho jata hi tabhi insaan aise kadam uthate hai......yahi haal rashmi ka thaa....use aise kyo ho raha tha wo use bhi nahi malum. par wo kare to kya kare.......saabun ka fain pure sareer me lagane ke baad usne kaha ab aap sawar on kar lo....fain saaf ho jayegi.
Raj achanak turn ho gaya.....ab rashmi ke samne aa gaya aur uske hontho ko apne hontho me le liya aur jor jor se chusne laga....is achanak hamle ke liye rashmi bilkul taiyaar nahi thee...par uska man iske liye jarur taiyaar tha...tabhi to bathroom me ayee thee.....
Exam ka aaj 2nd last days thaa Raj samaaoonsaar rashmi ko lekar college chal diya…tabhi use ek ukti sujhi….wo plan banaya….aaj wo chah raha tha ki apna jalwa rashmi ko dikha de……lekin samay par college bhi pahunchna thaa….tabhi wo man banaya ki sham ko laute waqt wo aisa karega…….do teen baar wo hard break mara…..rashmi ki chuchiya….Raj ne apne peeth par mahsus kiya aur rashmi ne bhi apne haatho se pant ke uppar Raj ka lund ka anubhaw kiya par wo us jagah par apna haath na rakh kar uske pet ko pakare hue thee………..rashmi Raj ki saari chalaki samajh chuki thee par wo kuchh bol nahi rahi thee………shayad use bhi unka flirt karna achha lag raha thaa…..uska laaj aur sharm karib karib khatam ho chukka thaa…..kyoki bathroom me jis tarah Raj ko dekhi aur use lipat kar kiss diya ……usese wo kaafi khul chuki thee…ab wo use bhi aage badhna chah rahi thee…par ek sankoch thaa wo ye ki aage kaun badhe…..Raj ya rashmi? Raj uska jeth thaa…agar dever hota to shayad wo aisa expect kar sakti thee…wo jeth thaa…..isliye rashmi ko pahle pahal karni chahiye…ye rashmi bhi samajh chuki thee…par uske man me abhi bhi ek sankoch thi wo ye ki kahi Raj naraj na ho jaye….kahi use charitrheen na samajh le………
Rashmi ek bahut hi khubsurat, agyakaari aur sushil ladki thee….haa ye baat aur hai ki use mardo ka attraction kaafi parbhawit kar raha thaa…vishesh kar Raj…….uska ek wajah rajesh hi thaa kyoki wo use jyada samay nahi de pa raha thaa……aur dusri taraf Raj kisi na kisi bahane hamesha rashmi ke pas hi rahta thaa………….dusre taraf rajesh ka affair rambha ke sath chal raha tha jo ki wo janti thee..par wo kabhi narazagi wyakt nahi ki…..wo ye samajhti thee ki ye uske husband ka apna nizi mamla hai…..wor phir uska job bhi to aisa thaa…..jyada tar wo visit par hi rahta hai……..rambha uski secretary thee…2 bar rashmi bhi rambha se mil chuki thee…rambha ke south Indian ladki thee…jo ki pichhle mahine rajesh ke office me join kiya tha,,,, uske maa baap pichle mahine hi gujar gaye thee..uske antyesthi me rajesh aur rashmi uske ghar par gayee thee…samwedna wyakt ki thee…….tabhi se rajesh aur rambha ke beech saM B Andh sthapit hue………rashmi ko ye baat tab pata chala jab rajesh ke shirt ke pocket me rambha k ek rumal mila jisme rambha likha tha…….puchhne par rajesh ne sab sach bata diya ….wo to yaha tak bata diya ki uske saath hamara sharirik saM B Andh bhi ho chuke hai………ye sunkar shayad duniya ki koi bhi aurat chillayegi nahi…aisa nahi ho sakta…..par ye rashmi hi thee ko situation ko control me rakhi….apne aap ko sambhala aur kaha……
Rashmi: rajesh….tum jo bhi kar rahe ho wo galat hai…..kamse kam apne ghar-grihasti dekho…..
Rajesh: mujhe pata hai par me kya karta…..muM B Ai me tum thee nahi…..aur phir sharab aur shabab ka aisa jasn chala ki me rambha ke saath bah gaya….shayad tum rahti to aisa nahi hota
Rashmi: tabhi me kahti hu ki sharab se dur raho…….kyoki sharab insaan nahi pita…balki sharab hi insaan ko pita hai…..
Rajesh: sorry darling…. Me tumhara gunah-gaar hu. Jo saja dena ho de do par mere se baat jarur karo
Rashmi: kabhi socha hai…agar aids jaisi bimari ho gayee to? Me to gayee kaam se naa
Rajesh: rambha aisi ladki nahi hai….she is virgin lady
Rashmi: tumhe kaise pata?
rajesh: darling…uska chut ka seal mene hi toda hai….she was virgin
rashmi: oh my god…. Besharmi ki had ho gayee….aise baat kar rahe jo jaise kila fateh kar liya ho
rajesh: ye kila fateh se kam thode hi hai….tumhara bhi seal toda hai….tum 2 din tak chal nahi saki thee
rashmi: chhiiiiii kaise aadmi ho…..public place par ….ye sabb….koi sunega to kya kahega
rajesh: kya kahega….me apni bibi se baat kar raha hu…koi aur se thode hi naa………..thodi der khamosh rahne ke baad………………himmat karke rajesh ne kaha….to me sochu ki tumne mujhe maaf kar diya hai
rashmi: ye tumne kaise soch liya…ghar chalo to ham batate hai???? Bhaiya aur bhabhi se kahungi…tum tumhara ladla kya gul khila ya hai…….bate karte karte ghar bhi aa gaye….par ghar par to tala latka hua thaa……………………………………..laga hai ye bhi kahi rang-reliya mana rahe hai……………………..
rajesh : has diya………….
Rashmi: haso mat….tala todne ka jugar karo
Rajesh: tala me kaise tod sakta hu….bina chabhi ke tala nahi toda ja sakta…..tala kharab ho jayega
Rashmi: mujhe mat sikhao…..ye lo paththar aur todo…….aurato ko seal tod sakte ho….tala nahi??? Yahi mardangi hai…..tumhari?
Rajesh: mardangi ki baat mat karo……nahi to bura hoga
Rashmi: kya kar lega?
Rajesh: me abhi khade khade chod dunga
Rashmi: to chod ke bata?
Rajesh: wo use banho me lena chahta thaa ki tabhi ek Buddha wanhaa se gujar raha tha….use dekhkar dono normal ho gaye……..
Rajesh tala ko gaur se dekhne laga….aur phir rashmi se bola…rashmi apna hair pin do..rashmi ne hair pin nikalkar use diya…..aur rajesh ko gaur se dekhne laga….wakai ye kamina tala kholne me mahir hai……..aur tabhi kat ke awaj ke saath tala khul gaya…..rajesh haste hue rashmi ko kaha…lo khul gaya tala….aur bataao aur kiska tala kholna hai…
Rashmi: very cleaver………..ab chalo ….ander batati hu aur hasne lagi
Rajesh ne jaise hi rashmi ander gayee use baanho me le liye aur uske hontho ko jor se kis karne laga…..hontho ko chuste hue use apne god me utha kar apne beDoctoroom me chala gaya…..jaha pahle se hi bed taiyaar tha….rajesh ne rashmi ko bed par patak diya aur uske uppar chadh gaya….
Rashmi: are pahle fresh to ho lo…..aaj raat ko karna….jo karna ho
Rajesh: nahi abhi karne do phir nahana……
Rashmi: mere bhole sanam……mere pure shareer me dust lagi hai..aise me sex karna then nahi hoga…..chalo nahate hai…
Rajesh: haa to chalo……………………aur dono bathroom me chale gaye…wahi par ek dusre ke kapre utare…….rshmi sirf bra aur panti me thee aur rajesh ek chhota sa brief me.
Rajesh; meri jaan ise bhi to utar do….uski panti aur bra ko dekhte hue kaha
Rashmi: nahi………abhi nahi….tum bahak jaaoge…aur mujhe yahi kha jaaoge.
Rajesh: are yaar……me raat se hi bhuka hu…….aur tum ho ki
Rashmi: kyo raat se kyo….rambha nahi di khane ko (rambha ne taane de)
Rajesh: are yaar wo meri PA hai aur tum meri bibi…
Rashmi: yani….me gharwali aur wo baharwali …kya combination hai
Rajesh ne ek saabun uthya aur rashmi ke pure shareer par lagane laga….sabun ke fen se sarabor rashmi ne bhi mudh kar apne pati ke gale me banhe dal di aur use bhi sabun ragarne lagi. Rajesh ne use kiss karne ke baad use hontho ko chusne laga….rashmi ki ankhen band ho gayee…aj 3 din baad rajesh aya thaa…..wo sex se mari jaa rahi thee wahi dusri taraf rajesh ka haal thaa….dono ne ab ek dusre ko sabun lagane lage…….aur dusri taraf hontho ko chusne lage……rashmi purn rup se nangi ho cuki thee….rajesh pahle se thaa hi nanga…..ab rashmi ne sabun ka fen rajesh ke lund par laga rahi thee…. Lund jarurat se jyada eract tha…..waise rashmi bathroom me kai dafa chudai thee…par aaj kuchh jyada hi maja aa raha thaa…wo rajesh ke kaan me boli…..darling…mujhe yahi par chodo…..me mari jaa rahi hu….
Rajesh muskurate hue kaha….sure darling…aur wahi comod par baith gaya aur rashmi ko khinch kar apne uppar baidha liya….dono KAICHI ki tara ban gaye…. Rajesh ne apna lund aage badha kar uske chut me lada diya aur dheere se press kiya….ek halki si faq ki awaj ke saath lund pura hus gaya…rashmi swarg me tairne lagi….wo rajesh ko apni banho me lete hue uske chehre , honth aur galo par kiss karne lagi….dusri taraf rajesh ne uske hips, gaand aur chuchiyo ko daba daba kar dhakke lagane laga….rashmi aaj ji bhar kar chudane lagi…..wo uske kaan me kuchh boli……darling…bolo kaun achchi hai..me yaa rambha
Rajesh: darling sach bolu…..tum
Rashmi: wo kaise?
Rajesh: tumhe chodte hue mujhe adbhut aanand milta hai
Rashmi: rambha se kyo nahi?
Rajesh: rambha jaldi jaldi karti hai…..jaise mani koi train na chhut jai………… ya koi ke aane ka dar ho…. Sex ka maja tabhi aata hai jab pyar ho aur samarpan ho
Rashmi: theek kahte ho…tabhi to me puri samarpit hu…mujhe kuchh nahi chahiye….tum jiske saath sowo, chodo, mujhe koi dikkat nahi hai…haa apna khyal rakhna…..condom ka istemaal jarur karna….
Rajesh : jee madam………
Rashmi: jee madam….kabhi condom ka istemal kye ho….??? Jo jee madam bol rahe ho….
Rajesh: yaar tum janti ho ki mujhe condom se nafrat hai….mujhe maja nahi aata
Aur tum hi bataao….condom se tumhe bhi to allergy hai.
Rashmi: mujhe kyo nahi hogi…..me tumhari bibi hu…mujhe condom ki kya jarurat hai…mujhe to ek bhi bachcha nahi hua hai……aur phir me koi bajaru thode hu.
Rajesh: to kya sirf bajaru aurate hi condom ka istemal karte hai?
Rashmi: me tumhe is liye bol rahi hu ki condom tumhe aids se bachayega bas
Rajesh: theek hai meri maa…ainda se condom use karunga….baharwaliyo ke saath …ab khus………………………
Aaj pahli baar koi patni apne pati ko baharwaliyo ko chodne ko bol rahi ho.
Rashmi: aisa isliye ki me samajh sakti hu ki bina sex k eek din bhi rahne kitna muskil hai…..tumhare liye….Bina chudai ke rah sakte ho ….bolo???
Rajesh: ye to satya hai ki bihar chudai k eek raat bhi gujarna muskil hai ….par tum bolo tum kaise rahti ho?
Rashmi : meri baat chodo…ham aurato ko bagwan ne bada dil diya hai…ham kisi bhi dukh ko asani se jhel sakte hai
Rajesh: par tumhe bhi to ichha hoti hogi …..dusre mard se chudwane ko….bolo na please…..
Rashmi: yaar baat ko kaha se kaha le gaye…..ab chodo aur dhakka lagao…mujhe fresh hokar khana bhi banana hai………………….please hurry up…..rajesh bhi samay gawana wyard laga aur wo dhakke lagane laga……is baar wo use apni baanho me uthaye hue pure lund ko uske chut me dale hue khada ho gaya aur chudai karne laga…….karib 5 min un chodne ke baad wo jhar gaya…….jaise hi uske pichkari chhuti uska panw fishal gaya aur wahi bathroom firs par rashmi ko liye hue gir gaya…par lund uske chut se nahi nikla ….
Rajesh: darling..tum theek ho…
Re: प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही-3
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा आगे का पार्ट लेकर हाजिर हूँ अब आगे..........................
रश्मि: बोलो मत…धक्के लगाओ…….आआआआआआअहह मज़ा आ रहा है
राजेश और ज़ोर ज़ोर से चोद्ने लगा……हालाँकि उसे दर्द हो रहा था फिर भी चोदे जा रहा था….और अंत-तह वो झाड़ गये रश्मि भी झाड़ गयी…दोनो यू ही एक दूसरे मे समाए हुए हाँफ रहे थी…..फिर उठ कर दोनो शावर के नीचे आ गये और नहाने लगे………………………………………रेफ्रेश होकर दोनो बाथरूम से बाहर आ गये….रश्मि किचन मे चली गयी और वो अपने बेडरूम मे…….
करीब 2.00 पीयेम पर राज और कमला भी आ गये…..और फिर सारे लोग मिलकर खाना खाए…………………………………….डिन्निंग टेबल पर
कमला: अरे तुमलोग अंदर कैसे आए….चाभी तो मेरे पास थी
रश्मि: इन्होने ताला खोला और हम अंदर आ गये
कमला: अरे वाह….देवेर्जी ताला खोलने मे एक्षपरट हैं मुझे पता ही नही चला
रश्मि: वो तो दिख ही रहा है……अगर आपका भी कोई ताला पुराना हो तो दो ये खोल देंगे…वो धीरे से बोली
कमला: मेरे तो नही है पर मेरी सहेली कांता का है……..उसका ताला नही खुल रहा है…चाभी कही खो गयी है और ताला काफ़ी कीमती है…..इस द्वी-अर्थ भरे डाइलॉग सुन सुन के राज को चक्कर आ रहा था….वो बोला अब बस करो यार खाना खाओ….मे जा रहा हू………….और वो उठ कर बास बेसिन के पास चला गया हाथ धोने के लिए
कमला: अब इन्हे क्या हो गया….
रश्मि : शिरफ़ मुस्कुरा दी….बोली कुच्छ नही….राजेश भी बेसिन की तरफ बढ़ गया
रश्मि और कमला दोनो जुठे बर्तनो को बटोरने लगी…………………………….
आज रश्मि रेफ्रेश अनुभव कर रही थी…क्योकि 2 दिन से चुदाई नही हुई थी और दूसरे अपने जेठ जी के शरीर की गर्मी उसे परेशान कर रही थी……पर वो भी क्या करती…..सेक्स है ही ऐसी चीज़……
शाम को 5 पीयेम पर राज अपनी बाइक लेकर कॉलेज आ गया…रश्मि पहले से उसका इंतेज़ार कर रही थी…इस समय वो एक गुलाबी सूती सूट पहने हुए थी..वो काफ़ी रेफ्रेश लग रही थी…चेहरा देख कर ऐसा लग रहा था कि एग्ज़ॅम का बोझ उसके सिर से उतर चुका था…उसने स्माइल देकर राज को स्वागत किया…राज ने उसके पास बाइक रोक दी….वो बैठ गयी …राज ने यू टर्न लेकर बाइक बढ़ा दी……………..
करीब 20 मीं बाद उसने एक सुन-सान जंगल की तरफ बाइक बढ़ा दी….
राज: तुम्हे जल्दी तो नही….?
रश्मि: क्यो?? हम कहाँ जा रहे है
राज: एक दोस्त से मिलना है….पैसे लाना है….यही एक गाओं मे रहता है
रश्मि: कितनी देर लगेगी…
राज: बस 15 मीं……
रश्मि: ठीक है….शाम होने को है…देर मत लगाना
राज ने धीमे करते हुए एक पेड़ के किनारे बाइक रोक दी…….रश्मि ने पूछा क्या हुआ…राज ने अपने छ्होटी उंगली निकालकर कहा…………अभी आया…पेशाब लगी है
रश्मि शर्मा गयी वो भी बाइक से उतेर गयी और वही पर चहलकदमी करने लगी…………..करीब 50 गज पर ही राज एक झाड़ी के निकट अपनी चैन खोलकर पूरा लंड बाहर निकालकर मुतने लगा…………………..लंड बिल्कुल काला और लंबा था….रश्मि उसे तिर्छि निगाहो से देख रही थी…पर लंड दिखाई नही दे रहा था सिर्फ़ उसे पेशाब की धार दिखाई दे रही थी…जो कि झाड़ियो मे जा रही थी …वो उसके लंड को देखना चाहती थी…पर वो करे तो क्या करे…..राज भी जान रहा था कि रश्मि उसके लंड को ज़रूर घूर रही होगी पर वो उसकी तरफ नही घुमा पर पेशाब करने लगा…….जब पेशाब ख़तम हुआ…और राइट टर्न हुआ…रश्मि उसे घूरते हुए दिख गयी…रश्मि शर्मा गयी….उसने लंड को बाहर ही रहने दिया और उसे देखने लगा……वो मुस्कुरा कर अपने लंड को पॅंट के अंदर करने लगा…और चैन बंद करने लगा…पर चैन बंद नही हो रहा था…..वो कहने लगा…..रश्मि मेरा हेल्प करो…ये चैन नही बंद हो रहा है….रश्मि हैरान होकर इधर-उधर देखने लगी…पर वन्हा कोई नही था…वो शर्म हया छोड़कर राज की तरफ बढ़ गयी…..वो देखी….उसके पॅंट की जीप खुली थी…उसने गौर से पॅंट की जिप को देखा……और बोली….ये तो वन-साइडेड हो गया है…यानी जिप एक पटरी से उतर गया था……अब इसका कुच्छ नही हो सकता ……ऐसे ही घर चलो…..शर्ट को बाहर निकाल लो और इशे अंदर अच्छी तरह कर लो……….
राज: इशे ….किशे???
रश्मि: वो बुरी तरह शर्मा गयी……और बोली….जैसे आपको पता ही नही
राज: वाकई मुझे नही पता….बोलो ना मुस्कुराते हुए कहा
रश्मि: अब छोड़ो चलो…..जिनसे मिलना है…पर मिलकर क्या करोगे…देखेगा तो क्या कहेगा….इस पॅंट मे नही जाओ…किसी और दिन आना
राज ने भी सोचा सही तो कह रही है…और फिर वो जिस चीज़ के लिए उसे लेकर आया था वो तो पूरा हो गया…रश्मि उसके लंड को देख चुकी थी…उसने अपना शर्ट बाहर निकाल कर पॅंट को अच्छी तरह किया और बाइक स्टार्ट कर यू टर्न कर लिया……….
रास्ते मे हवा चलने से उसका जिप इधेर उधेर हो रहा था……….उसने रश्मि से कहा….
राज: रश्मि….मेरा दरवाजा तो बंद कर दो
रश्मि: कौन सा दरवाजा.
राज: वही जी तुम्हारे हाथो के नीचे है….
ये समझेते ही रश्मि शर्मा गयी…..वो बोली
रश्मि: नही मुझे डर लगता है….
राज: किस बात का डर
रश्मि: वन्हा काला नाग है…डस लेगा
राज: कुच्छ नही होगा….. शहर आने वाला है…लोग देखेंगे तो क्या कहेंगे
रश्मि: कुच्छ नही कहेंगे…आज-कल फैशन है…..लोग सोचेंगे कि ये भी फैशन है….और फिर मे हू ही……………………आप आराम से चलो……
रश्मि और राज ने रास्ते भर ऐश किया……बाइक पर कभी रश्मि उसके पेट को पकड़ती तो कभी उसकी कमर को…….पर सबसे सफीसीएंट जगह थी राइट पॉकेट……रश्मी ने अब अपना हाथ राइट पॉकेट मे डाल दिया और वही से लंड का अंदाज़ा लगाने लगी….राज को लगा कि वो बाइक पर ही झर जाएगा…पर वो कंट्रोल किए हुए था…तभी एक हल्का सा जुर्क हुआ…दोनो उचक गये…..रश्मि का हाथ पेट से निकल कर आगे राज के लंड पर आ गया….लंड पहले सेबाहर था ही....अब उसकी हथेली मे लंड का टोपा आ गया…उसने झट से हाथ हटा लिया…..और मुस्कुराते हुए शर्मा गयी…..राज ने भी मिरर मे सब देख लिया….कि रश्मि उसके लंड टच से शर्मा गयी है……………………………उसे एक अद्भुत मज़ा मिल रहा था…..अब शहर का भीड़ वाला इलाक़ा आ रहा था….दोनो संभाल कर बैठ गये….थोड़ी देर मे घर आ गया….राज ने घर के दरवाजे के थोड़ी देर पहले ही बाइक रोक दी….रश्मि उतर गयी और घर के अंदर चली गयी…….राज भी अंदर आ गया ….वो सीधे अपने बेडरूम मे चला गया…..पैंट शर्ट खोलने के बाद वो नहाने चला गया….थोड़ी देर मे फ्रेश होकर बाहर आ गया……दूसरा पैंट शर्ट पह्न कर शॉप जाने लगा…तभी पिछे से रश्मि आ गयी……चाय बना रही हू पी कर जाइए….
राज रुक गया….ठीक है बना लो….और हां कुच्छ खाने को भी लाना/////तभी कमला सब्जी की टोकरी के साथ आ गयी..
कमला: अरे तुमलोग आ गये…..
राज: हां……काफ़ी भीड़ थी ……और फिर गाड़ी भी खराब हो गयी………
कमला; गाड़ी मे क्या हो गया
राज: स्टार्टिंग प्राब्लम……….इसे ठीक करना होगा…..
कमला: खाना बना दू……..?
राज: खाना तो रात को ही लूँगा….डिन्नर….रश्मि चाय और पकोडे बना रही है……..बैठो…चाय तुम भी पी लो….
कमला: कैसी रहा पेपर रश्मि का
राज: मुझे क्या पता उसी से पुच्छ लो
कमला:नाराज़ क्यो होते हो…तुम्हे तो बताई होगी
राज: ठीक हां….बोली कि पास हो जाऊंगी
कमला: आपकी बहुत इज़्ज़त करती है
राज: वो करेगी ही….मेने कितने प्यार से इन दोनो की शादी करवाई है…..ऐसी बहू है पूरे मोहल्ले मे?
कमला; बात तो आप ठीक कह रहे हो जी….भगवान ने हमे औलाद नही दी…अब ये दोनो ही मेरी औलाद है…….और एमोशनली हो गयी कमला……
राज: अरीरीए….ये क्या तुम तो रोने लगी……अरे भाई हम बुड्ढे नही हुए और ना ही तुम बुढ़िया….अभी भी हम कोशिश कर सकते है बच्चे के लिए…..
कमला: अब नॉर्मल हो गयी…तभी रश्मि चाय लेकर आ गयी…….
रश्मि ने दोनो को चाय दी और अपनी चाय लेकर अपने बेडरूम मे आ गयी….चाय पीने के बाद वो सोने लगी…..क्योकि वो काफ़ी थक चुकी थी….
राज भी चाय पी कर अपनी शॉप चला गया……
राज के जाने के बाद रश्मि आज के घटना क्रम पर सोचने लगी…..वो सोची …क्या इंशान है…..लंबा, सांवला, खूबसूरत शरीर का मलिक…और फिर लंड के बारे मे अनुमान लगाने लगी…..करीब 9” का ज़रूर होगा…..और फिर मोटा कितना था…मेरे हाथ मे नही आ रहा था…..इस से चुद्वाने मे दीदी को काफ़ी मज़ा आता होगा…….ये सोचते हुवे शर्मा गयी कि……………अगर जेठ जी उसे चोद्ने लगे तो…………………उसके गालो पे लाली आ गयी…वो अपना सिर तकिये मे च्छुपाकर नींद के आगोश मे चली गयी…………
आज काफ़ी रात हो चुकी थी….राज और डॉक्टर. नेहा ऑपेरेशन मे बिज़ी थे…समय का पता नही चला….तभी घर से कमला का फोन आया….
कमला: कहाँ है….11 बज गये
राज: हाम्म आ रहा हू भाई…….ऑपेरेशन था और फिर शॉप मे भी कोई नही….1/2 घंटा लगेगा तुम खाना खा कर सो जाओ…मे खा कर ही आऊंगा…..राजेश आ गया क्या?
कमला: कहाँ आया है वो भी नही आया है….हम-दोनो कैसे खाए….आप जल्दी आओ
राज : ठीक है ….आ रहा हू….और फोन काट दिया….
सॉरी मेडम …हमे निकलना होगा…आप भी घर जाओ….काफ़ी थक गयी होंगी.
डॉक्टर. नेहा: थॅंक्स …अरे हां…कल मेरा बर्तडे है…आपलोगो को आना होगा….प्लीज़
राज: अरे वाह हॅपी बर्तडे टू यू इन अड्वान्स….
डॉक्टर. नेहा: जी नही ऐसे नही….आपको पार्टी मे आना होगा..और दीदी को भी लाना
राज: तुम्हे घर जा कर बोलना चाहिए ना
डॉक्टर. नेहा: अभी चले????
राज: चलो…….
डॉक्टर. नेहा: पर रात काफ़ी हो चुकी है/////सुबह आती हू….बाइ
राज: बाइ..और बाइक स्टार्ट कर घर आगेया…………………
दरवाजा रश्मि ने खोला…..
राज: अरे वाह अभी तब सोई नही…??? राजेश आ गया क्या?
रश्मि: फोन आया था ……ऑफीस मे ही रहेगे कल आएँगे
राज: तुम लोग खाना खा लिए हो क्या?
रश्मि: आप का वेट कर रहे थे….
राज: ठीक है खाना लगाओ….कमला कहाँ गयी
रश्मि: वो सो रही है…
राज: खाना खा ली है क्या?
रश्मि: जी नही….अभी उठाती हू
राज: तुम खाना लगाओ मे उसे उठाता हू….
राज अपने बेडरूम की तरफ चला गया….और अटॅच्ड बाथरूम मे फ्रेश होने चला गया….थोड़ी देर बाद कमला और राज डाइनिंग टेबल पर आ गये
रश्मि पहले से ही 3 प्लेट्स मे खाना लगा चुकी थी…..इस समय रश्मि एक वाइट नाइटी पहने हुए थी….वी शेप मे उसकी चुचिया सॉफ दिख रही थी…वो नाम के लिए दुपट्टा सीने पर रखे हुए थी….पर राज को अंदर सब कुच्छ दिख रहा था….और रश्मि भी उचक उचक कर अपनी चुचिया दिखा रही थी……करीब 20मीं मे डिन्नर ख़तम होने के बाद राज और कमला अपने बेडरूम मे सोने चले गये…..रश्मि भी अपने कमरे मे चली गयी…..वो अपने को कोस रही थी कि क्यो राजेश से शादी की….जिसे अपनी वाइफ का थोड़ी सी भी परवाह नही है…..
सुबह 7.00 बजे वो उठ गयी और किचन मे चाय बनाने लगी…तभी कमला आ गयी…..
रश्मि: गुड मॉर्निंग दीदी
कमला: गुड मॉर्निंग ….लगता है तुम रात मे सोई नही
रश्मि: कहाँ नींद आती है….आदत जो लगा दी है आपके देवेर ने
कमला: तो फिर घर से जाने क्यो देती हो….उसे बाँध कर रखो..
रश्मि: मे तो कई बार कहा…कि 6 पीयेम के बाद घर पर रहो…..पर उसे मेरी फ़िक्र कहाँ है………रात भर कारबटें लेते लेते सो गयी… ….आप की तो ऐश है ना?
कमला: अरे मेरी कहाँ…….ये इतने थक जाते है कि कहाँ हो पाता है…..
रश्मि: अरे क्यो??? मे तो समझ रही थी कि अब तक 3 बार हो चुका होगा….भैया तो अच्छे है………
रश्मि: तुम्हे कैसे पता कि ये अच्छे है…..
कमला: पूरा की पूरा….सॅंड है……..एक बार देने बाद दुबारा के लिए स्टॅमिना नही रहता………उसकी बातो को सुनकेर रश्मि हस्ने लगी…….धात….कैसी बाते करती हो.
रश्मि:मर्द कभी सांड़ नही हो सकता……वो तो इतने आराम से करते है कि मज़ा आ जाता है…….
कमला: तुम्हारा पति हो सकता है…पर ये नही….तुम्हे पता है….10 इंच का है इनका……और 3 इंच मोटा, काला……………………
रश्मि: चिईिइ दीदी ऐसी बाते हमे क्यो बोल रही हो.
कमला;क्यो तुम्हारा मन नही करता देवेर्जी के लिए
रश्मि: करता तो है पर किया भी क्या जा सकता है…नौकरी भी तो ज़रूरी है ना
कमला: पर सेक्स तो उससे भी ज़्यादा ज़रूरी है…..रश्मि मायूस हो गयी…बोली कुच्छ नही…………….ये तो अपना अपना मुक़द्दर है……सिर्फ़ इतना ही रश्मि ने कहा और वन्हा से उठ कर चल दी……….कमला उसे जाते हुए देखती रही…….उसने ठान लिया था कि राजेश से बोलूँगी…..ऐसे नही चलेगा…….अगर शादी की है तो निभाओ….रश्मि का पूरा हक़ दो………………………………………………………………………………………..
कमला चाय की प्लेट लिए राज के पास आई..और चाय का कप देते हुए कहा….
कमला:पता नही इस लड़के का क्या होगा/?? रा त रात भर गायब रहता है….
राज: क्यो क्या हुआ?
कमला: रात भर से गायब है…एक फोन आया कि मे सुबह आउन्गा…पर अभी तक नही आया…आप कुच्छ क्यो नही बोलते……..शादी की है रश्मि से …..कुच्छ तो उसकी भी ड्यूटी बनती है…………….बेचारी
राज: अरे तो इसमे मे क्या बोलू?? पति-पत्नी के बीच का मामला है….मुझे बीच मे मत लेजाओ…….और फिर तुम क्यो नही बोलती..वो तो तुम्हारा प्यारा लाड़ला देवेर है……. तभी राजेश आ गया….अपना बॅग रखते हुए कहा………..
क्या चल रहा है……सॉरी भैया…….रात मे मीटिंग 2पीयेम तक चली…और फिर ऑफीस के स्टाफ लोगो ने बोला कि यही पर सो जाओ सुबह चले जाना तो मे रुक गया….
फोन तो कर ही दिया था……………….
राज: जाओ अपने कमरे मे..फ्रेश हो लो…फिर बातकरते है.
राजेश: ठीक है अभी आया फ्रेश होकर….रश्मि कहाँ है.
राज: बेडरूम मे होगी………………..और राजेश चला गया….
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा आगे का पार्ट लेकर हाजिर हूँ अब आगे..........................
रश्मि: बोलो मत…धक्के लगाओ…….आआआआआआअहह मज़ा आ रहा है
राजेश और ज़ोर ज़ोर से चोद्ने लगा……हालाँकि उसे दर्द हो रहा था फिर भी चोदे जा रहा था….और अंत-तह वो झाड़ गये रश्मि भी झाड़ गयी…दोनो यू ही एक दूसरे मे समाए हुए हाँफ रहे थी…..फिर उठ कर दोनो शावर के नीचे आ गये और नहाने लगे………………………………………रेफ्रेश होकर दोनो बाथरूम से बाहर आ गये….रश्मि किचन मे चली गयी और वो अपने बेडरूम मे…….
करीब 2.00 पीयेम पर राज और कमला भी आ गये…..और फिर सारे लोग मिलकर खाना खाए…………………………………….डिन्निंग टेबल पर
कमला: अरे तुमलोग अंदर कैसे आए….चाभी तो मेरे पास थी
रश्मि: इन्होने ताला खोला और हम अंदर आ गये
कमला: अरे वाह….देवेर्जी ताला खोलने मे एक्षपरट हैं मुझे पता ही नही चला
रश्मि: वो तो दिख ही रहा है……अगर आपका भी कोई ताला पुराना हो तो दो ये खोल देंगे…वो धीरे से बोली
कमला: मेरे तो नही है पर मेरी सहेली कांता का है……..उसका ताला नही खुल रहा है…चाभी कही खो गयी है और ताला काफ़ी कीमती है…..इस द्वी-अर्थ भरे डाइलॉग सुन सुन के राज को चक्कर आ रहा था….वो बोला अब बस करो यार खाना खाओ….मे जा रहा हू………….और वो उठ कर बास बेसिन के पास चला गया हाथ धोने के लिए
कमला: अब इन्हे क्या हो गया….
रश्मि : शिरफ़ मुस्कुरा दी….बोली कुच्छ नही….राजेश भी बेसिन की तरफ बढ़ गया
रश्मि और कमला दोनो जुठे बर्तनो को बटोरने लगी…………………………….
आज रश्मि रेफ्रेश अनुभव कर रही थी…क्योकि 2 दिन से चुदाई नही हुई थी और दूसरे अपने जेठ जी के शरीर की गर्मी उसे परेशान कर रही थी……पर वो भी क्या करती…..सेक्स है ही ऐसी चीज़……
शाम को 5 पीयेम पर राज अपनी बाइक लेकर कॉलेज आ गया…रश्मि पहले से उसका इंतेज़ार कर रही थी…इस समय वो एक गुलाबी सूती सूट पहने हुए थी..वो काफ़ी रेफ्रेश लग रही थी…चेहरा देख कर ऐसा लग रहा था कि एग्ज़ॅम का बोझ उसके सिर से उतर चुका था…उसने स्माइल देकर राज को स्वागत किया…राज ने उसके पास बाइक रोक दी….वो बैठ गयी …राज ने यू टर्न लेकर बाइक बढ़ा दी……………..
करीब 20 मीं बाद उसने एक सुन-सान जंगल की तरफ बाइक बढ़ा दी….
राज: तुम्हे जल्दी तो नही….?
रश्मि: क्यो?? हम कहाँ जा रहे है
राज: एक दोस्त से मिलना है….पैसे लाना है….यही एक गाओं मे रहता है
रश्मि: कितनी देर लगेगी…
राज: बस 15 मीं……
रश्मि: ठीक है….शाम होने को है…देर मत लगाना
राज ने धीमे करते हुए एक पेड़ के किनारे बाइक रोक दी…….रश्मि ने पूछा क्या हुआ…राज ने अपने छ्होटी उंगली निकालकर कहा…………अभी आया…पेशाब लगी है
रश्मि शर्मा गयी वो भी बाइक से उतेर गयी और वही पर चहलकदमी करने लगी…………..करीब 50 गज पर ही राज एक झाड़ी के निकट अपनी चैन खोलकर पूरा लंड बाहर निकालकर मुतने लगा…………………..लंड बिल्कुल काला और लंबा था….रश्मि उसे तिर्छि निगाहो से देख रही थी…पर लंड दिखाई नही दे रहा था सिर्फ़ उसे पेशाब की धार दिखाई दे रही थी…जो कि झाड़ियो मे जा रही थी …वो उसके लंड को देखना चाहती थी…पर वो करे तो क्या करे…..राज भी जान रहा था कि रश्मि उसके लंड को ज़रूर घूर रही होगी पर वो उसकी तरफ नही घुमा पर पेशाब करने लगा…….जब पेशाब ख़तम हुआ…और राइट टर्न हुआ…रश्मि उसे घूरते हुए दिख गयी…रश्मि शर्मा गयी….उसने लंड को बाहर ही रहने दिया और उसे देखने लगा……वो मुस्कुरा कर अपने लंड को पॅंट के अंदर करने लगा…और चैन बंद करने लगा…पर चैन बंद नही हो रहा था…..वो कहने लगा…..रश्मि मेरा हेल्प करो…ये चैन नही बंद हो रहा है….रश्मि हैरान होकर इधर-उधर देखने लगी…पर वन्हा कोई नही था…वो शर्म हया छोड़कर राज की तरफ बढ़ गयी…..वो देखी….उसके पॅंट की जीप खुली थी…उसने गौर से पॅंट की जिप को देखा……और बोली….ये तो वन-साइडेड हो गया है…यानी जिप एक पटरी से उतर गया था……अब इसका कुच्छ नही हो सकता ……ऐसे ही घर चलो…..शर्ट को बाहर निकाल लो और इशे अंदर अच्छी तरह कर लो……….
राज: इशे ….किशे???
रश्मि: वो बुरी तरह शर्मा गयी……और बोली….जैसे आपको पता ही नही
राज: वाकई मुझे नही पता….बोलो ना मुस्कुराते हुए कहा
रश्मि: अब छोड़ो चलो…..जिनसे मिलना है…पर मिलकर क्या करोगे…देखेगा तो क्या कहेगा….इस पॅंट मे नही जाओ…किसी और दिन आना
राज ने भी सोचा सही तो कह रही है…और फिर वो जिस चीज़ के लिए उसे लेकर आया था वो तो पूरा हो गया…रश्मि उसके लंड को देख चुकी थी…उसने अपना शर्ट बाहर निकाल कर पॅंट को अच्छी तरह किया और बाइक स्टार्ट कर यू टर्न कर लिया……….
रास्ते मे हवा चलने से उसका जिप इधेर उधेर हो रहा था……….उसने रश्मि से कहा….
राज: रश्मि….मेरा दरवाजा तो बंद कर दो
रश्मि: कौन सा दरवाजा.
राज: वही जी तुम्हारे हाथो के नीचे है….
ये समझेते ही रश्मि शर्मा गयी…..वो बोली
रश्मि: नही मुझे डर लगता है….
राज: किस बात का डर
रश्मि: वन्हा काला नाग है…डस लेगा
राज: कुच्छ नही होगा….. शहर आने वाला है…लोग देखेंगे तो क्या कहेंगे
रश्मि: कुच्छ नही कहेंगे…आज-कल फैशन है…..लोग सोचेंगे कि ये भी फैशन है….और फिर मे हू ही……………………आप आराम से चलो……
रश्मि और राज ने रास्ते भर ऐश किया……बाइक पर कभी रश्मि उसके पेट को पकड़ती तो कभी उसकी कमर को…….पर सबसे सफीसीएंट जगह थी राइट पॉकेट……रश्मी ने अब अपना हाथ राइट पॉकेट मे डाल दिया और वही से लंड का अंदाज़ा लगाने लगी….राज को लगा कि वो बाइक पर ही झर जाएगा…पर वो कंट्रोल किए हुए था…तभी एक हल्का सा जुर्क हुआ…दोनो उचक गये…..रश्मि का हाथ पेट से निकल कर आगे राज के लंड पर आ गया….लंड पहले सेबाहर था ही....अब उसकी हथेली मे लंड का टोपा आ गया…उसने झट से हाथ हटा लिया…..और मुस्कुराते हुए शर्मा गयी…..राज ने भी मिरर मे सब देख लिया….कि रश्मि उसके लंड टच से शर्मा गयी है……………………………उसे एक अद्भुत मज़ा मिल रहा था…..अब शहर का भीड़ वाला इलाक़ा आ रहा था….दोनो संभाल कर बैठ गये….थोड़ी देर मे घर आ गया….राज ने घर के दरवाजे के थोड़ी देर पहले ही बाइक रोक दी….रश्मि उतर गयी और घर के अंदर चली गयी…….राज भी अंदर आ गया ….वो सीधे अपने बेडरूम मे चला गया…..पैंट शर्ट खोलने के बाद वो नहाने चला गया….थोड़ी देर मे फ्रेश होकर बाहर आ गया……दूसरा पैंट शर्ट पह्न कर शॉप जाने लगा…तभी पिछे से रश्मि आ गयी……चाय बना रही हू पी कर जाइए….
राज रुक गया….ठीक है बना लो….और हां कुच्छ खाने को भी लाना/////तभी कमला सब्जी की टोकरी के साथ आ गयी..
कमला: अरे तुमलोग आ गये…..
राज: हां……काफ़ी भीड़ थी ……और फिर गाड़ी भी खराब हो गयी………
कमला; गाड़ी मे क्या हो गया
राज: स्टार्टिंग प्राब्लम……….इसे ठीक करना होगा…..
कमला: खाना बना दू……..?
राज: खाना तो रात को ही लूँगा….डिन्नर….रश्मि चाय और पकोडे बना रही है……..बैठो…चाय तुम भी पी लो….
कमला: कैसी रहा पेपर रश्मि का
राज: मुझे क्या पता उसी से पुच्छ लो
कमला:नाराज़ क्यो होते हो…तुम्हे तो बताई होगी
राज: ठीक हां….बोली कि पास हो जाऊंगी
कमला: आपकी बहुत इज़्ज़त करती है
राज: वो करेगी ही….मेने कितने प्यार से इन दोनो की शादी करवाई है…..ऐसी बहू है पूरे मोहल्ले मे?
कमला; बात तो आप ठीक कह रहे हो जी….भगवान ने हमे औलाद नही दी…अब ये दोनो ही मेरी औलाद है…….और एमोशनली हो गयी कमला……
राज: अरीरीए….ये क्या तुम तो रोने लगी……अरे भाई हम बुड्ढे नही हुए और ना ही तुम बुढ़िया….अभी भी हम कोशिश कर सकते है बच्चे के लिए…..
कमला: अब नॉर्मल हो गयी…तभी रश्मि चाय लेकर आ गयी…….
रश्मि ने दोनो को चाय दी और अपनी चाय लेकर अपने बेडरूम मे आ गयी….चाय पीने के बाद वो सोने लगी…..क्योकि वो काफ़ी थक चुकी थी….
राज भी चाय पी कर अपनी शॉप चला गया……
राज के जाने के बाद रश्मि आज के घटना क्रम पर सोचने लगी…..वो सोची …क्या इंशान है…..लंबा, सांवला, खूबसूरत शरीर का मलिक…और फिर लंड के बारे मे अनुमान लगाने लगी…..करीब 9” का ज़रूर होगा…..और फिर मोटा कितना था…मेरे हाथ मे नही आ रहा था…..इस से चुद्वाने मे दीदी को काफ़ी मज़ा आता होगा…….ये सोचते हुवे शर्मा गयी कि……………अगर जेठ जी उसे चोद्ने लगे तो…………………उसके गालो पे लाली आ गयी…वो अपना सिर तकिये मे च्छुपाकर नींद के आगोश मे चली गयी…………
आज काफ़ी रात हो चुकी थी….राज और डॉक्टर. नेहा ऑपेरेशन मे बिज़ी थे…समय का पता नही चला….तभी घर से कमला का फोन आया….
कमला: कहाँ है….11 बज गये
राज: हाम्म आ रहा हू भाई…….ऑपेरेशन था और फिर शॉप मे भी कोई नही….1/2 घंटा लगेगा तुम खाना खा कर सो जाओ…मे खा कर ही आऊंगा…..राजेश आ गया क्या?
कमला: कहाँ आया है वो भी नही आया है….हम-दोनो कैसे खाए….आप जल्दी आओ
राज : ठीक है ….आ रहा हू….और फोन काट दिया….
सॉरी मेडम …हमे निकलना होगा…आप भी घर जाओ….काफ़ी थक गयी होंगी.
डॉक्टर. नेहा: थॅंक्स …अरे हां…कल मेरा बर्तडे है…आपलोगो को आना होगा….प्लीज़
राज: अरे वाह हॅपी बर्तडे टू यू इन अड्वान्स….
डॉक्टर. नेहा: जी नही ऐसे नही….आपको पार्टी मे आना होगा..और दीदी को भी लाना
राज: तुम्हे घर जा कर बोलना चाहिए ना
डॉक्टर. नेहा: अभी चले????
राज: चलो…….
डॉक्टर. नेहा: पर रात काफ़ी हो चुकी है/////सुबह आती हू….बाइ
राज: बाइ..और बाइक स्टार्ट कर घर आगेया…………………
दरवाजा रश्मि ने खोला…..
राज: अरे वाह अभी तब सोई नही…??? राजेश आ गया क्या?
रश्मि: फोन आया था ……ऑफीस मे ही रहेगे कल आएँगे
राज: तुम लोग खाना खा लिए हो क्या?
रश्मि: आप का वेट कर रहे थे….
राज: ठीक है खाना लगाओ….कमला कहाँ गयी
रश्मि: वो सो रही है…
राज: खाना खा ली है क्या?
रश्मि: जी नही….अभी उठाती हू
राज: तुम खाना लगाओ मे उसे उठाता हू….
राज अपने बेडरूम की तरफ चला गया….और अटॅच्ड बाथरूम मे फ्रेश होने चला गया….थोड़ी देर बाद कमला और राज डाइनिंग टेबल पर आ गये
रश्मि पहले से ही 3 प्लेट्स मे खाना लगा चुकी थी…..इस समय रश्मि एक वाइट नाइटी पहने हुए थी….वी शेप मे उसकी चुचिया सॉफ दिख रही थी…वो नाम के लिए दुपट्टा सीने पर रखे हुए थी….पर राज को अंदर सब कुच्छ दिख रहा था….और रश्मि भी उचक उचक कर अपनी चुचिया दिखा रही थी……करीब 20मीं मे डिन्नर ख़तम होने के बाद राज और कमला अपने बेडरूम मे सोने चले गये…..रश्मि भी अपने कमरे मे चली गयी…..वो अपने को कोस रही थी कि क्यो राजेश से शादी की….जिसे अपनी वाइफ का थोड़ी सी भी परवाह नही है…..
सुबह 7.00 बजे वो उठ गयी और किचन मे चाय बनाने लगी…तभी कमला आ गयी…..
रश्मि: गुड मॉर्निंग दीदी
कमला: गुड मॉर्निंग ….लगता है तुम रात मे सोई नही
रश्मि: कहाँ नींद आती है….आदत जो लगा दी है आपके देवेर ने
कमला: तो फिर घर से जाने क्यो देती हो….उसे बाँध कर रखो..
रश्मि: मे तो कई बार कहा…कि 6 पीयेम के बाद घर पर रहो…..पर उसे मेरी फ़िक्र कहाँ है………रात भर कारबटें लेते लेते सो गयी… ….आप की तो ऐश है ना?
कमला: अरे मेरी कहाँ…….ये इतने थक जाते है कि कहाँ हो पाता है…..
रश्मि: अरे क्यो??? मे तो समझ रही थी कि अब तक 3 बार हो चुका होगा….भैया तो अच्छे है………
रश्मि: तुम्हे कैसे पता कि ये अच्छे है…..
कमला: पूरा की पूरा….सॅंड है……..एक बार देने बाद दुबारा के लिए स्टॅमिना नही रहता………उसकी बातो को सुनकेर रश्मि हस्ने लगी…….धात….कैसी बाते करती हो.
रश्मि:मर्द कभी सांड़ नही हो सकता……वो तो इतने आराम से करते है कि मज़ा आ जाता है…….
कमला: तुम्हारा पति हो सकता है…पर ये नही….तुम्हे पता है….10 इंच का है इनका……और 3 इंच मोटा, काला……………………
रश्मि: चिईिइ दीदी ऐसी बाते हमे क्यो बोल रही हो.
कमला;क्यो तुम्हारा मन नही करता देवेर्जी के लिए
रश्मि: करता तो है पर किया भी क्या जा सकता है…नौकरी भी तो ज़रूरी है ना
कमला: पर सेक्स तो उससे भी ज़्यादा ज़रूरी है…..रश्मि मायूस हो गयी…बोली कुच्छ नही…………….ये तो अपना अपना मुक़द्दर है……सिर्फ़ इतना ही रश्मि ने कहा और वन्हा से उठ कर चल दी……….कमला उसे जाते हुए देखती रही…….उसने ठान लिया था कि राजेश से बोलूँगी…..ऐसे नही चलेगा…….अगर शादी की है तो निभाओ….रश्मि का पूरा हक़ दो………………………………………………………………………………………..
कमला चाय की प्लेट लिए राज के पास आई..और चाय का कप देते हुए कहा….
कमला:पता नही इस लड़के का क्या होगा/?? रा त रात भर गायब रहता है….
राज: क्यो क्या हुआ?
कमला: रात भर से गायब है…एक फोन आया कि मे सुबह आउन्गा…पर अभी तक नही आया…आप कुच्छ क्यो नही बोलते……..शादी की है रश्मि से …..कुच्छ तो उसकी भी ड्यूटी बनती है…………….बेचारी
राज: अरे तो इसमे मे क्या बोलू?? पति-पत्नी के बीच का मामला है….मुझे बीच मे मत लेजाओ…….और फिर तुम क्यो नही बोलती..वो तो तुम्हारा प्यारा लाड़ला देवेर है……. तभी राजेश आ गया….अपना बॅग रखते हुए कहा………..
क्या चल रहा है……सॉरी भैया…….रात मे मीटिंग 2पीयेम तक चली…और फिर ऑफीस के स्टाफ लोगो ने बोला कि यही पर सो जाओ सुबह चले जाना तो मे रुक गया….
फोन तो कर ही दिया था……………….
राज: जाओ अपने कमरे मे..फ्रेश हो लो…फिर बातकरते है.
राजेश: ठीक है अभी आया फ्रेश होकर….रश्मि कहाँ है.
राज: बेडरूम मे होगी………………..और राजेश चला गया….